शरद पवार की 'पॉलिटिक्स', सहयोगी बोले- पीएम मोदी के साथ इस मुलाकात की जरूरत नहीं थी

नई दिल्ली : कहते हैं कि राजनीति में कुछ भी हो सकता है. ऐसा ही कुछ देखने को मिला मंगलवार को पुणे में, जब राकांपा प्रमुख शरद पवार ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ मंच साझा किया लोकमान्य तिलक राष्ट्रीय पुरस्कार समारोह शुरू होने से पहले, दोनों नेताओं को हंसी-मजाक करते हुए देखा गया, साथ ही पवार ने मोदी की पीठ भी थपथपाई।

एनसीपी प्रमुख के भतीजे और डिप्टी सीएम अजित पवार सहित अन्य लोग भी इसे देख रहे थे. सीएम एकनाथ शिंदे और डिप्टी सीएम देवेंद्र फड़नवीस ने शरद पवार से हाथ मिलाया.

ये नजारा भतीजे अजित पवार के साथ छोड़ने के एक महीने के अंदर सामने आया है. पिछले महीने ही भाजपा और शिवसेना के नेतृत्व वाली महाराष्ट्र सरकार में अजित पवार शामिल हुए हैं. शरद पवार की पार्टी के विभाजन के बाद मोदी और पवार की ये पहली मुलाकात थी.

शालीनता से मिले पर कटाक्ष करने से नहीं चूके : 

पवार पीएम मोदी से शालीनता से मिले लेकिन कटाक्ष करने से भी नहीं चूके. पवार ने कहा कि 'शिवाजी महाराज ने कभी किसी की जमीन नहीं छीनी.' इस कमेंट को भाजपा द्वारा कथित तौर पर शिवसेना और राकांपा में विभाजन कराने पर पवार के कटाक्ष के रूप में देखा जा रहा है.

पवार ने कहा, 'मैं पुरस्कार प्राप्त करने के लिए मोदी को बधाई देता हूं.' अपने संबोधन में पवार ने पुणे के इतिहास और महत्व तथा छत्रपति शिवाजी महाराज और तिलक के योगदान पर प्रकाश डाला. पवार ने कहा कि भारत में पहली सर्जिकल स्ट्राइक छत्रपति शिवाजी महाराज के काल में हुई थी.

गठबंधन का अनुरोध ठुकराया :

हालांकि कार्यक्रम से पहले, शरद पवार ने मोदी के साथ मंच साझा न करने के विपक्षी गठबंधन के सदस्यों के अनुरोध पर विचार नहीं किया. पवार ने मोदी को लोकमान्य तिलक पुरस्कार से सम्मानित करने के लिए आयोजित कार्यक्रम में भाग लिया. 'इंडिया' गठबंधन के सदस्यों को लगा था कि ऐसे समय में जब भाजपा के खिलाफ एकजुट मोर्चा बनाया जा रहा है, पवार का मोदी के साथ मंच साझा करना अच्छा नहीं होगा.

राउत ने साधा निशाना :

मोदी-पवार के मंच साझा करने पर राजनीति भी तेज है. एक दिन पहले शिवसेना (यूबीटी) नेता संजय राउत ने कहा कि यह स्पष्ट करना भाजपा पर है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी विपक्षी नेता शरद पवार के साथ मंच साझा करने के लिए क्यों तैयार हैं. राउत ने कहा कि 'पीएम ने एक महीने पहले एनसीपी पर हमला किया था. वहीं, भ्रष्टाचार के हमले के बाद एनसीपी नेता (अजित पवार गुट) बीजेपी के साथ चले गए. और आज वो नेता वहां होंगे. इसलिए, या तो आप उन्हें धमकाएं या कहें कि एनसीपी/शिवसेना (यूबीटी) के खिलाफ आपके भ्रष्टाचार के आरोप झूठे हैं और इसलिए हम मंच साझा कर रहे हैं. यह स्पष्टता बीजेपी की ओर से आनी चाहिए.'

सामना में लिखा, ये विवाद की जड़ :शिवसेना (यूबीटी) के मुखपत्र सामना में लिखा कि खुद शरद पवार द्वारा प्रधानमंत्री को सम्मानित किया जाना और उन्हें पुरस्कार दिया जाना 'विवाद की जड़' है. सामना ने लिखा, 'एक तरफ देश में आजादी की दूसरी लड़ाई चल रही है और इसीलिए लोग शरद पवार जैसे वरिष्ठ नेताओं से अलग व्यवहार की उम्मीद करते हैं.सामना ने इसे 'जटिल स्थिति' बताया

उसने लिखा कि 'पवार का कहना है कि वह मराठा चेहरा और उम्मीद का चेहरा हैं.' इसलिए उनसे एक अलग व्यवहार की उम्मीद की जा रही थी. देश मोदी के फासीवाद के खिलाफ लड़ रहा है और एक गठबंधन बना है, जिसमें पवार एक महत्वपूर्ण चेहरा हैं.

संपादकीय में भाजपा पर राकांपा को विभाजित करने का आरोप लगाया गया और कहा गया कि यदि पवार कार्यक्रम में शामिल नहीं होते, तो उनके नेतृत्व और साहस को पार्टी भर में स्वीकार और सराहा जाता.

सियासी अटकलें तेज :सहयोगी पार्टियाें के एतराज के बावजूद मोदी के साथ मंच साझा करने के बाद सियासी अटकलें तेज हो गई हैं. एक तरफ जहां इसे महाराष्ट्र में महाविकास अघाड़ी गठबंधन में 'दरार' के रूप में देखा जा रहा है, वहीं, राजनीति के जानकारों का इशारा आने वाले लोकसभा चुनाव को लेकर भी है.

दरअसल 82 वर्षीय पवार को इन दिनों अपने राजनीतिक करियर की सबसे कठिन लड़ाइयों में से एक का सामना करना पड़ रहा है क्योंकि उनकी पार्टी के अधिकांश विधायक और वरिष्ठ नेता अजित के पक्ष में हैं जो शिवसेना-भाजपा सरकार में शामिल हो गए हैं. उन्होंने चुनाव आयोग के समक्ष एनसीपी के नाम और चुनाव चिन्ह पर दावा किया है. ऐसे में पवार के मोदी के साथ मंच साझा करने के घटनाक्रम ने सियासी अटकलबाजी को और हवा दे दी है.

वहीं, पुणे के कार्यक्रम में मोदी के साथ पवार की मौजूदगी ने भाजपा और उसके सहयोगियों से मुकाबला करने के लिए बनाई गई राष्ट्रव्यापी विपक्षी एकता को लेकर चिंताएं पैदा कर दी हैं.

रोहिंग्या घुसपैठियों को लेकर एसटीएफ असम ने शुरू किया ऑपरेशन,फर्जी दस्तावेज बना कर घुसपैठ में मदद करने वाले 12 आरोपियों को किया गिरफ्तार


गुवाहाटी : रोहिंग्या घुसपैठ भारतीय एजेंसियों के लिए चिंता का विषय रही है. दावा किया जाता है कि रोहिंग्या असम के माध्यम से भारत के विभिन्न हिस्सों में घुसपैठ कर रहे हैं. बांग्लादेश से लगे त्रिपुरा और असम की सीमा के रास्ते भारत के विभिन्न हिस्सों में रोहिंग्याओं की घुसपैठ के बारे में पहले भी विभिन्न एजेंसियां चिंता जता चुकी हैं.

 इन्हें रोकने के लिए एसटीएफ असम ने एक ऑपरेशन शुरू किया है.एसटीएफए ने हाल ही में एक छापेमारी में फर्जी दस्तावेज बना कर घुसपैठ में मदद करने वाले 12 आरोपियों को गिरफ्तार किया है.

सोमवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में एसटीएफ असम ने इसकी जानकारी दी. उप महानिरीक्षक पार्थसारथी मोहंती ने एक संवाददाता सम्मेलन में बताया कि बांग्लादेशी रोहिंग्या प्रवासियों को भारत में प्रवेश करने में मदद करने वाले गिरोहों पर नकेल कसने के लिए मुख्यमंत्री के निर्देश पर त्रिपुरा के विभिन्न हिस्सों में ऑपरेशन शुरू किया गया था. अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक और पुलिस उपाधीक्षक स्तर के कई अधिकारियों के नेतृत्व में एसटीएफ असम ने 28 जुलाई से 30 जुलाई तक पांच टीमों में बड़े पैमाने पर अभियान चलाया और आठ आरोपियों को गिरफ्तार किया.

गिरफ्तार आठ लोगों के खिलाफ आरोप है कि इन्होंने त्रिपुरा सीमा के माध्यम से बांग्लादेश से रोहिंग्या को भारत में प्रवेश करने में मदद की. फर्जी भारतीय दस्तावेज उपलब्ध कराए और करीमगंज के धर्म नगर, कुमारघाट, बदरपुर से जम्मू-कश्मीर, हैदराबाद, मुंबई और पश्चिम बंगाल तक ट्रेन द्वारा यात्रा करने के लिए त्रिपुरा और असम के रास्ते का इस्तेमाल किया. इन आरोपियों ने कथित रूप से घुसपैठियों को फर्जी दस्वावेज भी मुहैया कराये.

गिरफ्तार आरोपियों की पहचान त्रिपुरा के उनाकुटी के उत्तम पाल, पश्चिम त्रिपुरा जिले के काजल सरकार, सागर सरकार, त्रिपुरा के सिपाहीजेला जिले के परवेज हुसैन, त्रिपुरा के बेलनिया के शिवशंकर घोष और पश्चिम त्रिपुरा जिले के कार्तिक के रूप में हुई है. इनके अलावा बौद्ध भिक्षु विजय बरुआ और शहाद शेख के रूप में भी उनकी पहचान हुई। 

पुलिस अधिकारी ने बताया कि असम एसटीएफ टीम ने उनके पास से कई फर्जी दस्तावेज, आधार कार्ड, सऊदी अरब और कोरियाई विदेशी मुद्रा और मोबाइल फोन जब्त किए. असम एसटीएफ ने इस साल 22 मार्च को एसटीएफ पुलिस स्टेशन में दर्ज एक मामले के सिलसिले में अप्रैल, मई और जून में चार दलालों को गिरफ्तार किया था. उनकी पहचान क्रमशः अजीत सरकार, केशव शील उर्फ ​​अबू, दीपांजन बैद्य और दीपक दास के रूप में की गई थी. पुलिस ने बताया कि गिरफ्तार विजय बरुआ और शहादत शेख बांग्लादेशी नागरिक हैं. पुलिस उप महानिरीक्षक (डीआईजी) पार्थसारथी मोहंती ने कहा कि इस मामले में एसटीएफ लगातार जांच जारी रखेगी.

महंगाई की मार झेल रही जनता के लिए राहत भरी खबर, कमर्शियल LPG सिलेंडर की दाम घटाए गए

नई दिल्ली: महंगाई की मार झेल रही जनता के लिए राहत भरी खबर है. ऑयल मार्केटिंग कंपनियों ने कमर्शियल एलपीजी गैस सिलेंडर के दाम घटाए हैं. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक 19 KG वाले कमर्शियल एलपीजी गैस सिलेंडर के दामों में ₹99.75 की कमी आई है, जिसके बाद राजधानी दिल्ली में 19 किलोग्राम के कमर्सियल एलपीजी सिलेंडर की कीमत ₹1,680 हो गई है.

सूत्रों से जानकारी मिल रही है कि घरेलू LPG सिलेंडर की कीमतों में कोई बदलाव नहीं हुआ है. एलपीजी सिलेंडर की कीमतें आज (1 अगस्त 2023) से लागू हो गई हैं. इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन ने अपनी वेबसाइट पर नए दाम अपडेट कर दिए गए हैं.

जानिए अपने शहर के रेट:आपको बता दें कि सरकारी ऑयल मार्केटिंग कंपनियां हर महीने की पहली तारीख को LPG गैस सिलेंडर की कीमतों में बदलाव करती हैं. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक कोलकाता में कमर्शियल रसोई गैस सिलेंडर के रेट ₹1895.50 से कम होकर ₹1802.50 हो गए हैं. चेन्नई में 19 किलो वाले कमर्शियल रसोई गैस सिलेंडर के दाम पहले ₹1945.00 थे लेकिन अब ₹1852.50 हो गए हैं. आर्थिक राजधानी मुंबई में ₹1733.50 से घटकर ₹1640 हो गए हैं. चेन्नई में 19 किलो वाले कमर्शियल रसोई गैस सिलेंडर की कीमत ₹1945.00 रुपये से घटकर ₹1852.50 रुपये हो गई.

शंकराचार्य स्वामी नरेंद्रानंद सरस्वती ने काशी में मणिपुर से लेकर सीमा हैदर तक पर बोले, उन्होंने ज्ञानवापी के एएसआई सर्वे पर कहाँ-सांच को आंच नही


वाराणसीः धर्म और अध्यात्म नगरी काशी में सोमवार को अस्सी क्षेत्र स्थित डुमराव बाग कॉलोनी के सुमेरु पीठ में शंकराचार्य स्वामी नरेंद्रानंद सरस्वती के नेतृत्व में सैकड़ों की संख्या में दंडी स्वामी, महंत, पीठाधीश्वर धर्म आचार्यों ने बैठक की.

 यहां पर मणिपुर घटना को लेकर शांति पाठ किया गया. इस मौके पर ज्ञानवापी के एएसआई सर्वे को लेकर शंकराचार्य नरेंद्रानंद सरस्वती ने कहा है कि सांच को आंच नहीं है. साथ ही उन्होंने कहा कि पाकिस्तानी महिला सीमा हैदर की जांच की जाए और उसे पाकिस्तान भेज दिया जाए.

शंकराचार्य नरेंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि पुरुषोत्तम मास चल रहा है. आदि शंकराचार्य महासमस्थानम शिव महापुराण की कथा और श्रीमद्भागवत की महा कथा 26 दिनों से चल रही है. 

उन्होंने कहा कि मणिपुर जो हमारे आस्था का केंद्र है वहां चल रही अशांति की शांत होने की हम कामना करते हैं. प्रार्थना है कि वहां अमन और चैन फिर से कायम हो.

उन्होंने कहा कि इसके पीछे पड़ोसी देश का षडयंत्र हो सकता है. पिछले तीन महीनों से वहां स्थिति ठीक नहीं है. इसकी जांच होनी चाहिए और वहां शांति स्थापित होनी है. साथी ही सीमा पर चौकसी बढ़ाई जानी चाहिए. साथ ही उन्होंने कहा कि सीमा हैदर जासूस है. पाकिस्तानी महिला सीमा हैदर की जांच कर उसे तुरंत पाकिस्तान भेज देना चाहिए. उसका भारत में कोई काम नहीं है.

नरेंद्रानंद सरस्वती ने कहा कि ज्ञानवापी का एएसआई सर्वे हो जाएगा तो दूध का दूध और पानी का पानी हो जाएगा. ज्ञानवापी का हमारे शिवपुरण और अन्य पुराणों में उल्लेख आता है. दंड पाड़ी का अन्नपूर्णा व भैरव पुराणों में भी इसका उल्लेख देखने को मिलता है वहां पर आदि विशेश्वर शिवलिंग प्रमाणित हो चुका है. वहां श्रृंगार गौरी हैं, त्रिशूल है, डमरु है और कमल का फूल है. इसे 300 वर्ष पूर्व विधर्मियों ने तोड़ा था. अब उसका हिसाब चुकता करने का समय आ गया है. सांच को कोई आंच नहीं है. अगर यहां जांच हो गई तो यह स्थान हिंदुओं का स्थान साबित हो जाएगा.

हेल्थ टिप्स: हेल्दी वजन और अच्छे स्वास्थ्य के लिए करें ये उपाय, रहेंगे आप तंदुरुस्त


दिल्ली: हेल्दी वजन मेंटेन करना अच्छे स्वास्थ्य के लिए महत्वपूर्ण है और इसीलिए बहुत अधिक या बहुत कम वजन दोनों ही स्थितियों से बचना जरूरी है। जहां मोटापा या वजन का बहुत अधिक बढ़ जाना कई बीमारियों की चपेट में आसानी से आ जाने के खतरे को बढ़ा सकता है, ठीक उसी तरह वजन का हद से ज्यादा कम होना भी यह बताता है कि आप शारीरिक रूप से स्वस्थ नहीं हैं। अंदरूनी कोई समस्या होने पर वजन भी कम होने लगता है। कुछ लोगों के साथ कोई परेशानी नहीं होती फिर भी वो दुबले नजर आते हैं। यदि आप चाहते हैं कि दो-तीन किलो आपका वजन बढ़ जाए तो, निम्नलिखित फूड्स को आज से ही अपने भोजन में शामिल करें।

दुबला-पतला है शरीर, तो वेट गेन के लिए रोजाना खाएं ये खाद्य पदार्थ 

- फल खाते हैं तो अनार जरूर खाएं। यह विटामिन से भरपूर होता है। अनार खून भी बढ़ाता है। इसका नियमित सेवन करने से रक्त संचार की गति तीव्र होती है और मोटापा भी बढ़ता है।

बादाम खाने से भी वजन बढ़ता है। रात में छह-सात बादाम को पानी में डालकर रख दें। सुबह इसके छिलके उतार कर मिक्सी में पीस लें। अब इसमें 30 ग्राम मक्खन और मिश्री मिलाकर ब्रेड या रोटी के साथ खाएं। चाहें तो एक गिलास गर्म दूध पिएं। फिर देखें, कैसे आपका वजन एक महीने में ही दो-तीन किलो बढ़ जाता है। बच्चों की याद्दाश्त क्षमता बढ़ाने के लिए आप उन्हें भी यह खाने के लिए दे सकते हैं।

वजन बढ़ाना है, तो घी का नियमित सेवन करें। इसे रोटी पर लगाकर और दाल में मिलाकर खाएं। चीनी में घी मिलाकर खाने से भी वजन बढ़ाने में मदद मिलती है। 

- छुहारा खाने से न सिर्फ खून शरीर में बनता है, बल्कि दूध में इसे उबाल कर सोने से पहले यह दूध पीने से शरीर में चर्बी की मात्रा बढ़ती है। शरीर हृष्ट-पुष्ट बनता है।

कहा जाता है कि केला भी वजन बढ़ाता है। इसमें कैलोरी, कार्बोहाइड्रेट और पोटैशियम जैसे ऊर्जा के स्रोत होते हैं। वजन बढ़ाने के लिए रोजाना गर्म दूध के साथ दो केले खाएं।

- आलू खाने से भी वजन बढ़ता है। अक्सर लोग वजन बढ़ने के डर से आलू से बनी चीजों जैसे फ्रेंच फ्राइज, पोटैटो चिप्स आदि खाने से बचते हैं। यदि आपको वजन बढ़ाना है, तो इन्हें खा सकते हैं, पर सीमित मात्रा में ही खाएं। आलू कार्बोहाइड्रेट का अच्छा स्रोत है। इसे खाने सेमोटापा बढ़ता है। आलू को उबालकर उसे दूध के साथ लें।

- कैलोरी, प्रोटीन, कैल्शियम, फाइबर, विटामिन बी और आयरन से भरपूर सोयाबीन मोटापा बढ़ाने वालों और कम करने वालों दोनों के लिए अच्छा स्रोत है।

- पनीर प्रोटीन का अच्छा स्रोत है, इसलिए वजन बढ़ाना चाहते हैं, तो इसका भी नियमित रूप से सेवन करें

दिल्ली एनसीआर: नूह घटना के बाद प्रशासन ने फरीदाबाद तथा आसपास के क्षेत्रों में कल 11 बजे तक किया इंटरनेट बंद, 144 धारा लागू


अभी स्थिति नियंत्रण में ,किसी तरह की अफवाह फैलाने वालों पर होगी शख्त कारबाई

दिल्ली एनसीआर: कल हरियाणा के नूंह में दो गुटों के बीच हुये झड़प के बाद हुई हिंसा को देखते हुए हरियाणा प्रशासन ने 2 अगस्त तक इंटरनेट बंद कर दिया है साथ हीं साथ स्कूल कॉलेज भी बंद कर दिए गए हैं।शांति व्यवस्था बहाल करने के लिए प्रशासन ने फरीदाबाद सहित आस पास के इलाके में 144 धारा लागू कर पुलिस बल भी मुस्तैद कर दिया है।अभी स्थिति पूरी तरह से नियंत्रित है।

 प्रशासन ने शख़्त हिदायत दी है कि किसी तरह का अफवाह फैला कर अशांति फैलाने वालों पर पुलिस कड़ी नजर रखी है।ऐसा करने वालों पर कठोर कार्रवाई की जाएगी।

विदित हो कि हरियाणा के नूंह में शोभायात्रा के दौरान बवाल में दो होमगार्ड की मौत,हो गयी तथा कुछ पुलिस कर्मी भी घायल हुए। 

पुलिस ने लोगों से अपील की कि इस घटना से संबंधित कोई भी हिंसा और उन्माद फैलाने वाला कोई भी पोस्ट सोशल मीडिया पर ना डालें, जिससे धार्मिक भावनाओं, आपसी भाईचारे को ठेस पहुंचे और अशांति फैले। अगर कोई भी इस तरह के पोस्ट सोशल मीडिया या इंटरनेट पर डालता है तो गुरुग्राम पुलिस द्वारा उसने खिलाफ एक्शन लिया जाएगा।

इंटरनेट बंद, धारा 144 लागू

बवाल के बाद नूंह में इंटरनेट सेवा को बंद कर दिया गया है। नूह में धारा 144 लगाई गई है। एक हज़ार से ज़्यादा पुलिस के जवानों की तैनाती की गई है। स्पीकर के ज़रिए लगातार लोगों को घरों में रहने की हिदायत दी जा रही है। फरीदाबाद में भी धारा 144 लागू कर दिया गया है। फरीदाबाद पुलिस के प्रवक्ता सुबे सिंह ने कहा कि नूह में तनाव के बाद कानून एवं व्यवस्था बनाए रखने के लिए तुरंत प्रभाव से फरीदाबाद में धारा 144 लागू कर दिया गया है।

संसद की खबरें:दोनों सदन के पक्ष- विपक्ष के सांसदों बीच की कुछ प्रतिक्रियाएं,जानिए कौन क्या कह रहा है...?


नई दिल्ली : आज लोकसभा और राज्यसभा में मणिपुर की घटना और प्रधानमंत्री को संसद में आकरबयान देने की मांग को लेकर हुई जमकर हंगामा।इस हंगामा के कारण कुछ देर के लिए दोनों सदन को स्थगित कर दिया गया है इस बीच दोनों सदन के कई सांसद की प्रतिक्रिया विभिन्न न्यूज़ एजेंसी के माध्यम से ट्वीटर पर आई है।आइये जानते हैं किनकी क़्या है प्रतिक्रिया....!

प्रधानमंत्री सदन में क्यों नहीं आ सकते?: टीएमसी सांसद

 TMC सांसद डेरेक ओ ब्रायन ने कहा कि मणिपुर बहुत गंभीर मुद्दा है। प्रधानमंत्री सदन में क्यों नहीं आ सकते? उन्होंने कहा कि विपक्ष मणिपुर पर चर्चा के लिए तैयार है। हम मणिपुर मुद्दे पर इमरजेंसी रूल के तहत चर्चा चाहते हैं।

राघव चड्ढा बोले- अविश्वास प्रस्ताव के बाद भी पेश हो रहे बिल

आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद राघव चड्ढा ने कहा कि संसदीय नियम कहते हैं कि जब लोकसभा अध्यक्ष द्वारा अविश्वास प्रस्ताव स्वीकार कर लिया जाता है तो अन्य सभी व्यावसायिक और लेनदेन गतिविधियाँ निलंबित कर दी जाती हैं, लेकिन सरकार पहली बार बिल पेश और पास कर रही है। मुझे लगता है कि अविश्वास प्रस्ताव स्वीकार किए जाने के बाद पारित किए गए विधेयकों की संवैधानिकता पर सवाल है।

अनुप्रिया पटेल बोलीं- हमें देश की चिंता है, इसलिए पीएम मोदी ने बुलाई बैठक

पीएम मोदी की एनडीए नेताओं से मुलाकात पर केंद्रीय मंत्री और अपना दल (सोनेलाल) की अध्यक्ष अनुप्रिया पटेल ने कहा कि हमें देश की चिंता है। हमने देश के विकास के लिए जो काम किया है, उसका रिपोर्ट कार्ड पेश करना हमारी जिम्मेदारी है। इसी सिलसिले में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी एनडीए के नेताओं से मुलाकात करेंगे।

पीयूष गोयल बोले- संसद में मणिपुर पर चर्चा के लिए तैयार है सरकार

राज्यसभा में सदन के नेता पीयूष गोयल ने कहा कि हम चाहते हैं कि मणिपुर पर चर्चा आज दोपहर दो बजे संसद में हो। वे (विपक्ष) सदस्यों को दी गई स्वतंत्रता का दुरुपयोग करने की कोशिश कर रहे हैं।सरकार मणिपुर पर चर्चा के लिए तैयार है, लेकिन वे (विपक्ष) पहले ही सदन के नौ महत्वपूर्ण दिन खराब कर चुके हैं।

आज मणिपुर को लेकर लोकसभा और राज्यसभा में हुआ जमकर हंगामा,राजसभा 12 बजे तक तो लोकसभा 2 बजे तक स्थगित


 दिल्ली: संसद के मानसून सत्र का आज आठवां दिन है। मणिपुर वायरल वीडियो ।को लेकर एक बार फिर लोकसभा और राज्यसभा में जमकर हंगामा हुआ, जिसके बाद राज्यसभा की कार्यवाही दोपहर 12 बजे तक और लोकसभा की कार्यवाही दोपहर दो बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई है।

विपक्ष मणिपुर हिंसा पर लगातार प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से संसद में आकर जवाब देने की मांग कर रहे हैं । अविश्वास प्रस्ताव को भी इसी से जोड़कर देखा जा रहा है।

मणिपुर वायरल वीडियो मामले में SC में सुनवाई आज, पीड़िताओं ने भी दायर की याचिका


नई दिल्ली: मणिपुर वायरल वीडियो मामले में सुप्रीम कोर्ट में सुनावाई होनी है. सीजेआई की अगुवाई वाली बेंच आज याचिका पर सुनवाई करेगी. मणिपुर वायरल वीडियो मामले में दोनों पीड़ित महिलाएं भी सुप्रीम कोर्ट पहुंच गई हैं. दोनों महिलाओं ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल कर मामले में दखल की मांग की है.

 4 मई को हुई यौन उत्पीड़न मामले से जुड़ी एफआईआर को लेकर याचिका दाखिल की गई है. आपको बता दें कि दोनों पीड़ित महिलाओं ने सरकार और केंद्र के खिलाफ याचिका दाखिल की है. साथ ही सुप्रीम कोर्ट से अपनी पहचान की सुरक्षा की मांग की है.

मणिपुर में 4 मई को भीड़ द्वारा दो महिलाओं को निर्वस्त्र कर घुमाने के मामले की जांच सीबीआई कर रही है. इस घटना का वीडियो 19 जुलाई को वायरल हुआ था. इस घटना से देशभर में गुस्सा है. 27 जुलाई को केंद्र सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में हलफनामा दायर किया था, जिसमें केंद्र की ओर से कहा गया था कि महिलाओं के साथ कथित यौन उत्पीड़न मामले को सीबीआई को सौंपा गया है.

मणिपुर में 3 मई को शुरू हुई हिंसा थमने का नाम नहीं ले रही है. दो महीने बाद भी हालात जस के तस हैं. सुप्रीम कोर्ट ने मामले का स्वतः संज्ञान लिया है. सुप्रीम कोर्ट में आज मामले की सुनवाई होनी है. हालांकि, केस की सुनवाई केंद्र सरकार ने मणिपुर से बाहर करने की मांग की है. इसके केस में ट्रायल भी फास्ट ट्रैक में चलाने की मांग की गई है, जिससे 6 महीने के अंदर चार्जशीट दाखिल हो सके. हालांकि, केंद्र सरकार की ओर से दावा किया गया है कि मणिपुर में शांति बहाली की दिशा लगातार बातचीत की जा रही है.

केंद्र सरकार की ओर से दोनों समुदायों के पदाधिकारियों से बीचतीत की जा रही है, जो अंतिम दौर में है. उधर, मणिपुर हिंसा पर पश्चिम बंगाल विधानसभा में आज टीएमसी निंदा प्रस्ताव पेश करेगी. बता दें मणिपुर पुलिस ने थौबल जिले के नोंगपोक सेकमाई थाने में 18 मई को अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ सामूहिक बलात्कार, अपहरण और हत्या का केस दर्ज किया था. सीबीआई ने अज्ञात लोगों के खिलाफ दर्ज की गई प्राथमिकी के संबंध में कार्रवाई शुरू कर दी है.

दिल्ली:राजधानी दिल्ली में अगले सप्ताह से दिल्लीवासी लेंगे साफ हवा में सांस,एनसीआर में ग्रेटर नोएडा की वायु सबसे साफ

दिल्ली:- राजधानी में रहने वाले लोगों ने रविवार को साफ हवा में सांस ली। दिल्ली का औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 65 दर्ज किया गया। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) ने यह जानकारी दी।

सोमवार को भी वायु गणुवत्ता संतोषजनक रहने की संभावना है। इस दौरान आसमान में बादल छाए रहेंगे और हल्की बूंदाबांदी के भी आसार हैं। 

बारिश और मौसम की वजह से पर्यावरण साफ है। इससे लोगों को सप्ताह भर स्वच्छ वायु प्राप्त होगी। दरअसल दूसरे राज्यों के साथ दिल्ली में भी रुक-रुककर बारिश हो रही है जिससे हवा की गुणवत्ता में काफी सुधार आया है। 

वहीं, हवा उत्तर पश्चिम दिशा में 10-18 प्रति किलोमीटर चल सकती है। सीपीसीबी के अनुसार अगस्त माह के पहले सप्ताह में भी हवा की स्थिति संतोषजनक रहने का अनुमान है।

दिल्ली-एनसीआर में सबसे साफ हवा ग्रेटर नोएडा की दर्ज की गई। 

जुलाई माह में हो रही बारिश व हवाओं के कारण सुधार देखा जा रहा है। दिल्ली में भी लंबे समय के बाद सुधार देखा गया है। अगर दिल्ली एनसीआर के इलाकों की बात करें तो फरीदाबाद में एक्यूआई 51, गाजियाबाद में 64, ग्रेटर नोएडा में 50, गुरुग्राम में 62 और नोएडा में 61 दर्ज किया गया।