*बाबा जंगली नाथ मंदिर में आस्था का उमड़ा जनसैलाब*

कमलेश मेहरोत्रा लहरपुर (सीतापुर)। पवित्र श्रावण मास के चतुर्थ सोमवार को लेकर क्षेत्र के प्रसिद्ध बाबा जंगली नाथ मंदिर में आस्था का उमड़ा जनसैलाब, भारी संख्या में महिलाएं बच्चे और श्रद्धालुओं ने अपने आराध्य देव भगवान शंकर की पूजा अर्चना कर अपनी मनोकामना पूर्ण होने की कामना की।

आज चतुर्थ सोमवार को बारिश के बाद भी क्षेत्र के विभिन्न ग्रामों से भारी संख्या में श्रद्धालुओं ने बाबा जंगली नाथ के दर्शन किये, मंदिर जाने वाले मार्ग पर श्रद्धालुओं का ताता लगा हुआ था, नाचते गाते, नंगे पैर, भजन कीर्तन करते हुए श्रद्धालुओं की टोली एवं अपनी मनौती पूर्ण करने के लिए दंडवत करते हुए भक्त मंदिर जा रहे थे, जिससे सारा वातावरण भक्तिमय नजर आ रहा था, श्रद्धालुओं की भारी भीड़ को नियंत्रित करने के लिए भारी पुलिस बल, फायर ब्रिगेड, महिला पुलिस बल तैनात रहा।

इस मौके पर श्रद्धालुओं ने मंदिर प्रांगण में विधि विधान से हवन पूजन कर रुद्राभिषेक किया। श्रद्धालुओं की भारी भीड़ को देखते हुए जगह-जगह बाबा के भक्तों ने भंडारों का आयोजन किया जिसमें भारी संख्या में श्रद्धालुओं ने प्रसाद ग्रहण किया। इस मौके पर लगाए गए मेले में जहां बच्चों ने मेले में लगाए गए झूलों का आनंद उठाया वहीं श्रद्धालुओं ने मेले में अपनी आवश्यकता की वस्तुओं की जमकर खरीदारी की।

*कथा वाचक ने भगवान श्रीराम का अलौकिक वर्णन कर उपस्थित श्रद्धालुओं को मंत्रमुग्ध कर दिया*

कमलेश मेहरोत्रा लहरपुर (सीतापुर)। नगर के मोहल्ला बेहटी स्थित छन्नूलाल द्वारका प्रसाद मंदिर प्रांगण में पवित्र पुरुषोत्तम मास के तहत चल रही श्रीराम कथा में कथा व्यास पंडित मुकुंदे लाल त्रिवेदी ने जनक नंदिनी सीता प्रभु श्री राम के शुभ विवाह का सुंदर, मनमोहक, अलौकिक वर्णन कर उपस्थित श्रद्धालुओं को मंत्रमुग्ध कर दिया। उन्होंने कहा, जाह न बरनि मनोहर जोरी, जो उपमा कुछ कहौ सो थोरी।

उन्होंने श्री राम विवाह का वर्णन करते हुए कहा कि संपूर्ण क्षेत्र में हर्षोल्लास छाया हुआ है देवता गण दुंदुभी बजा रहे हैं और पुष्प वर्षा कर रहे हैं, प्रभु श्री राम विवाह का सुंदर चित्रण सुनकर उपस्थित श्रोता भाव विभोर हो उठे ।कथा व्यास ने श्री भरत का विवाह मांडवी श्री लक्ष्मण का विवाह उर्मिला और शत्रोहन का विवाह श्रति कीर्ति के साथ किए जाने का भी सुंदर वर्णन किया उसके उपरांत कथा व्यास ने जेवनार का वर्णन करते हुए कहा पुनि जेवनार भई बहुभांती, पठए जनक बोलाई बराती,परत पांवडे बसन अनूठा,सुतन्ह समेत गवन कइयों भूपा।जेवंत देहि मधुर धुनि गारी,लै लै नाम पुरुष अरु नारी। श्री राम कथा का रसपान करने के लिए भारी संख्या में श्रद्धालु मंदिर प्रांगण में उपस्थित थे।

*गहरे तालाब में गिरा गोवंश, काफी मशक्कत के बाद निकाला बाहर*

कमलेश मेहरोत्रा लहरपुर (सीतापुर)। नगर के खतराना बाजार के इंडियन बैंक शाखा के पीछे स्थित एक गहरे तालाब में 1 गोवंशीय पशु के तालाब में गिर जाने पर भारी संख्या में लोग मौके पर जमा हो गए और लोगों के द्वारा उसे सुरक्षित बाहर निकालने का प्रयास किया गया परंतु असफल रहे,।

इसके उपरांत जागरूक नागरिकों के द्वारा 100 नंबर पुलिस, फायर ब्रिगेड को सूचना दी गई मौके पर पहुंची पुलिस, फायर ब्रिगेड व नगर पालिका कर्मचारियों एवं स्थानीय नागरिकों के सहयोग से रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया गया, काफी प्रयास करने के बाद सांड को बाहर सुरक्षित निकाला गया, बाहर निकलते ही सांड मौके से नौ दो ग्यारह हो गया। इस मौके पर भारी संख्या में जमा लोगों ने रेस्क्यू ऑपरेशन ने लगे सभी कर्मचारियों के प्रति आभार व्यक्त किया।

मोहल्लों से सभी ताजिए गमगीन माहौल में उठाए गए*

कमलेश मेहरोत्रा लहरपुर (सीतापुर)। नगर क्षेत्र में 11 मोहर्रम के अवसर पर आज रविवार को विभिन्न मोहल्लों से सभी ताजिए गमगीन माहौल में उठाए गए, इस मौके पर भारी संख्या में लोगों ने मातम किया, सभी ताजिए विभिन्न स्थानों से घूम कर पुराना गुरखेत बाजार में जमा हुए।

इस मौके पर एक विशाल मेला भी लगाया गया जिसमें बच्चों ने मेले में लेंगे झूलों का आनंद उठाया और लोगों ने अपनी जरूरत की चीजों की जमकर खरीदारी की, मेले में प्रसिद्ध समाजसेवी डॉ सद्दन खान की तरफ से हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी अमन कैंप लगाया गया जिसमें मेले में खो गए बच्चों को उनके परिजनों से मिलाया गया, सुरक्षा की दृष्टि से भारी पुलिस बल मौके पर तैनात रहा। क्षेत्र के ताजिए गमगीन माहौल में कर्बला में दफन कर दिए गए।

*श्रीमद् भागवत कथा ज्ञान यज्ञ की पूर्णाहुति भारी श्रद्धा के साथ की गई*

कमलेश मेहरोत्रा लहरपुर (सीतापुर)। क्षेत्र के प्रसिद्ध बाबा औघड़ नाथ धाम चंदेश्वा में चल रही श्रीमद् भागवत कथा ज्ञान यज्ञ की पूर्णाहुति भारी श्रद्धा के साथ की गई।

श्रीमद् भागवत कथा ज्ञान यज्ञ में वृन्दावन धाम से पधारे अभिषेक दास महाराज के द्वारा शुक्रवार रात्रि बेला में भगवान श्रीकृष्ण व रूक्मणी विवाह की कथा का सुंदर वर्णन किया गया जिसे सुनकर श्रोता मंत्रमुग्ध हो गए। इस मौके पर भगवान के विभिन्न स्वरूपों की भव्य सुंदर झांकियों का सजीव मंचन किया गया।

कथा व्यास ने श्रीमद् भागवत कथा की महिमा का वर्णन करते हुए कहा कि श्रीमद् भागवत कथा जिस स्थान पर होती है वह स्थान मंदिर का रूप ले लेता है। इस मौके पर हिमांशु कृष्ण बाजपेई, राम धार शुक्ल, छोटे लाल त्रिवेदी, अनुप कुमार पाण्डेय, प्रमोद कुमार त्रिवेदी, कृष्ण मुरारी मिश्रा, धीरेश त्रिवेदी, बनवारीलाल मिश्रा ,व्यवस्थापक कन्हैया त्रिवेदी वासुदेव त्रिवेदी सहित सैकड़ों भक्त उपस्थित रहे। आज रविवार को श्रीमद् भागवत कथा ज्ञान यज्ञ की पूर्णाहुति पर कन्या भोज व विशाल भंडारे का भी आयोजन किया गया जिसमें भारी संख्या में श्रद्धालुओं ने प्रसाद ग्रहण किया।

*ताजिया निकालने को लेकर पेड़ की डाल काटने पर हुए विवाद को लेकर दो गिरफ्तार*

कमलेश मेहरोत्रा लहरपुर (सीतापुर)। कोतवाली तालगांव क्षेत्र के ग्राम करस्योरा में शनिवार देर शाम मोहर्रम के चलते ताजिया निकालने को लेकर पेड़ की डाल काटने पर हुए विवाद को लेकर ताल गांव पुलिस ने कार्रवाई करते हुए दो व्यक्तियों को बनाया बंदी।

प्राप्त जानकारी के अनुसार ग्राम करस्योरा निवासी रणविजय सिंह ने पुलिस को प्रार्थना पत्र देकर आरोप लगाया कि, गांव में ताजिये निकाले जा रहे थे, कुतुबुद्दीन और इमरान ने उनकी नीम की पेड़ की मोटी डाल ताजिया निकालने को लेकर काट डाला, मना करने पर विवाद बढ़ गया और भारी संख्या में लोग मौके पर जमा हो गए।

सूचना पाकर मौके पर पहुंचे कोतवाली प्रभारी तालगांव वीरेंद्र सिंह तोमर ने कार्रवाई करते हुए रणविजय सिंह की तहरीर पर धारा 323, 504, 427 के तहत अपराध दर्ज कर कुतुबुद्दीन और इमरान को बंदी बनाकर न्यायालय भेज दिया।

*11 मोहर्रम को सुल्तान खान के आवास पर मजलिस इमाम हुसैन का हुआ आयोजन*

कमलेश मेहरोत्रा लहरपुर (सीतापुर) 11 मोहर्रम को सुल्तान खान के आवास पर मजलिस इमाम हुसैन का आयोजन हुआ, जिसमें मौलाना अम्मार हैदर ने खिताब करते हुए कहा कि इमाम हुसैन का मक़सद सिर्फ इन्सानियत को बचाना था, तभी तो राष्ट्रपिता महात्मा गॉंधी ने कहा था कि मेरा सत्याग्रह कोई नई चीज़ नहीं है, बल्कि मैने कर्बला के शहीद इमाम हुसैन से प्रेरणा लेकर ही सत्याग्रह शुरू किया। कर्बला की जंग को लेकर रबिन्द्र नाथ टैगौर ने कहा था कि इन्साफ और सच्चाई को ज़िंदा रखने के लिए, फौजों या हथियारों की ज़रुरत नहीं होती है, कुर्बानियां देकर भी फ़तह (जीत) हासिल की जा सकती है, जैसे की इमाम हुसैन ने कर्बला में किया।

इमाम हुसैन की कुर्बानी को लेकर भारत के प्रथम राष्ट्रपति डॉ राजेंद्र प्रसाद ने कहा था कि इमाम हुसैन की कुर्बानी किसी एक मुल्क या कौम तक सिमित नहीं है, बल्कि यह लोगों में भाईचारे का एक असीमित राज्य है। मजलिस के बाद अंजुमन लश्करे हुसैनी ने मातम किया। मजलिस में डाक्टर सुल्तान अली खान, सामिन अब्बास, साहिल, हुज़ूर मियाँ, चांद, सलमान ज़ैदी, मसर्रत हुसैन, आकिल रिजवी, मोजिज़ अली, ज़बीर, शानू रिजवी ताज मियाँ और बादशाह अली खान सहित भारी संख्या में शिया समुदाय के लोगों ने शिरकत की।

*प्रभु श्री राम एवं माता सीता के प्रथम दर्शन का सुंदर मनमोहक प्रस्तुति कर उपस्थित श्रद्धालुओं को मंत्रमुग्ध कर दिया*

कमलेश मेहरोत्रा लहरपुर (सीतापुर)। स्थानीय छन्नूलाल द्वारका प्रसाद मंदिर प्रांगण में चल रही थी राम कथा में कथा व्यास पंडित मुकुंदे लाल त्रिवेदी ने, श्री राम कथा की अमृत वर्षा करते हुए पुष्प वाटिका में प्रभु श्री राम एवं माता सीता के प्रथम दर्शन का सुंदर मनमोहक प्रस्तुति कर उपस्थित श्रद्धालुओं को मंत्रमुग्ध कर दिया कथा व्यास ने कहा कि, पुष्प वाटिका में जब माता सीता ने प्रभु श्री राम को देखा तो उसकी शोभा का वर्णन शब्दों में नहीं किया जा सकता, कथा व्यास ने कहा कि, सकुचि सीय तब नयन उघारे, सन्मुख दोउ रघुसिंध निहारे, नख सिख देखि राम कै शोभा, सुमिरि पिता पनु मनु अति छोभा।

उसके उपरांत पंडित मुकुंदे लाल त्रिवेदी ने धनुष भंग की कथा का सुंदर वर्णन करते हुए बताया कि स्वयंवर में दूर-दूर से एक से एक बलशाली राजा महाराजा पधारे जोकि भगवान शिव के धनुष को हिला भी नहीं सके जिस पर राजा जनक ने दुखी होकर घोषणा की वीर विहीन मही मै जानी, पृथ्वी वीरों से खाली है सुनकर लक्ष्मण जी के कोध का वर्णन किया और ऋषि विश्वामित्र की आज्ञा पाकर प्रभु श्री राम ने श्री शंकर जी के धनुष को तिनके की भांति तोड़ डाला, धनुष के टूटते ही सारे ब्रह्मांड में हर्षोल्लास से आ गया। श्री राम कथा का रसपान करने के लिए भारी संख्या में श्रद्धालु मंदिर प्रांगण में उपस्थित थे।

*अभियान के दौरान फाइलेरियारोधी दवा का जरूर करें सेवन : सीएमओ डॉ. हरपाल सिंह*

सीके सिंह(रूपम)

सीतापुर। फाइलेरिया जिसे आम बोलचाल की भाषा में हाथी पांव भी कहा जाता है, लेकिन यह बीमारी किसी भी महिला और पुरुष के पैरों में होने के साथ ही हाथों में भी हो सकती है। इसके अलावा पुरुषों के अंडकोष में भी इसका प्रभाव होता है, जिसे हाइड्रोसील कहा जाता है लेकिन यदि किसी महिला के स्तन (ब्रेस्ट) में लगातार सूजन बढ़ रही है, तो यह यह फाइलेरिया का लक्षण हो सकता है। समय रहते अगर यदि सर्वजन दवा सेवन (आईडीए) अभियान के दौरान फाइलेरियारोधी दवा का सेवन नहीं किया गया तो इसका कोई निदान नहीं है। यह बीमारी बढ़ने से मरीज अवसाद में जाने लगता है।

सीएमओ डॉ. हरपाल सिंह ने बताया कि फाइलेरिया रोग में अक्सर हाथ या पैर बहुत ही ज्यादा सूजन हो जाती है इसलिए इस रोग को हाथी पांव भी कहते हैं। यदि किसी महिला के स्तन में लगातार सूजन बनी रहती है तो यह भी फाइलेरिया रोग हो सकता है। उन्होंने बताया कि लोगों को फाइलेरिया से बचाने के लिए आगामी 10 अगस्त से 28 अगस्त तक चलेन वाले सर्वजन दवा सेवन (आईडीए) अभियान चलाया जा रहा है। इस दौरान स्वास्थ्य कार्यकर्ता घर-घर जाकर लोगों को फाइलेरिया से बचने की दवा खिलाएंगे। ऐसे में हर कोई स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं के सामने ही दवा खाएं और अपने परिवार व आसपास के लोगों को भी यह दवा खाने को प्रेरित करें।

नोडल अधिकारी (वीबीडी) डॉ. राज शेखर ने बताया कि फाइलेरियारोधी दवा का सेवन एक वर्ष से कम उम्र के बच्चों, गर्भवती और गंभीर बीमार को छोड़कर सभी को करना है। एक से दो वर्ष की आयु के बच्चों को केवल एल्बेंडाजोल की आधी गोली ही खिलाई जाएगी। आइवरमेक्टिन की गोली ऊंचाई के अनुसार और एल्बेंडाजोल की गोली को चबाकर ही खाना है। लेकिन दवा खाली पेट नहीं खानी है। सीएमओ ने बताया कि फाइलेरिया से बचाव के लिए साल में एक बार और तीन साल तक लगातार फाइलेरिया रोधी दवा का खाना जरूरी है। यह दवा उन लोगों को भी खानी है, जिन्हें फाइलेरिया (हाथी पांव) नहीं है।

फाइलेरिया के लक्षण

जिला मलेरिया अधिकारी मंजूषा गुप्ता ने बताया कि फाइलेरि या मच्छरों के काटने के बाद व्यक्ति को बहुत सामान्य लक्षण दिखते हैं। अचानक बुखार आना (आमतौर पर बुखार 2-3 दिन में ठीक हो जाता है), हाथ-पैरों में खुजली होना, एलर्जी और त्वचा की समस्या, स्नोफीलिया, हाथों में सूजन, पैरों में सूजन के कारण पैर का बहुत मोटा हो जाना, पुरुषों के जननांग और उसके आस-पास दर्द व सूजन होना, पुरुषों के अंडकोष व महिलाओं के स्तन में सूजन आना फाइलेरिया के लक्षण हैं। उन्होंने बताया कि यह लाइलाज बीमारी है, एक बार बीमारी हो जाने पर जिंदगी भर इसके साथ ही जीना पड़ता है। इसलिए फाइलेरिया के रोगी को हमें मानसिक सांत्वना देने की जरूरत है।

साइड इफेक्ट्स ने घबराएं

सूक्ष्मजीव विज्ञानी (माइक्रो बायोलॉजिस्ट) डॉ. आरके श्रीवास्तव ने बताया कि आईडीए अभियान के दौरान स्वास्थ्य कार्यकर्ता अपने सामने ही फाइलेरियारोधी दवा का सेवन करवाएंगे। दवा खाली पेट नहीं खानी है। दवा खाने के बाद किसी-किसी को जी मिचलाना, चक्कर या उल्टी आना, सिर दर्द, खुजली की शिकायत हो सकती है, ऐसे में घबराने की जरूरत नहीं है। यह एक सामान्य प्रक्रिया है। ऐसा शरीर में फाइलेरिया के परजीवी होने से हो सकता है, जो दवा खाने के बाद मरते हैं। ऐसी प्रतिक्रिया कुछ देर में स्वतः ठीक हो जाती है।

ऐसे करें बचाव

फाइलेरिया से बचाव के लिए मच्छरों से बचना जरूरी है और मच्छरों से बचाव के लिए घर के आस-पास पानी, कूड़ा और गंदगी जमा न होने दें। घर में भी कूलर, गमलों अथवा अन्य चीजों में पानी न जमा होने दें। सोते समय पूरी बांह के कपड़े पहने और मच्छरदानी का प्रयोग करें। यदि किसी को फाइलेरिया के लक्षण नजर आते हैं तो वे घबराएं नहीं। स्वास्थ्य विभाग के पास इसका पूरा उपचार उपलब्ध है। विभाग स्तर पर मरीज का पूरा उपचार होता है। इसलिए लक्षण नजर आते ही सीधे सरकारी अस्पताल जाएं।

*गांव में तेंदुए से दहशत बरकरार, वन विभाग द्वारा की जा रही कांबिंग*

कमलेश मेहरोत्रा

सीतापुर-कोतवाली क्षेत्र की भदपर चौकी अंतर्गत आने वाले विभिन्न ग्रामों में तेंदुए से दहशत बरकरार है। वन विभाग द्वारा बराबर की जा रही है कांबिंग। तेंदुए के लिए लगाया गया पिंजड़ा अभी भी खाली है, परंतु विभिन्न ग्रामों में तेंदुए को देखने की दहशत लगातार जारी है।

जानकारी के अनुसार भदपर चौकी के ग्राम देहबड़ा मजरा सिगनापुर में कल शुक्रवार रात नसीम व ग्रामीणों ने मुर्गी फार्म के पास तेंदुआ देखे जाने की सूचना वन विभाग को दी थी वन कर्मियों द्वारा मौके पर पहुंचकर जांच की गई तो घटना की पुष्टि नहीं हो सकी, इसी क्रम में ग्राम सेमरा पुरवा के उदन व सत्रोहन ने तेंदुआ देखे जाने की सूचना वन विभाग को दी थी परंतु वहां पर भी तेंदुए की आमद की पुष्टि नहीं हो सकी, ना ही कोई पदचिन्ह मिले। ग्रामीणों ने बताया कि दहशत के चलते ग्रामीण परेशान हैं।

इस संबंध में वन क्षेत्राधिकारी बृजेश पांडे ने बताया कि क्षेत्र में अफवाहों का दौर जारी है वन कर्मी स्थिति पर लगातार नजर रख रहे हैं और कांबिंग कर रहे हैं, कहीं पर भी तेंदुए की आमद की सूचना नहीं है केवल लोग एक दूसरे पर तेंदुआ को देखे जाने की सूचना दे रहे हैं।