*ताजिया निकालने को लेकर पेड़ की डाल काटने पर हुए विवाद को लेकर दो गिरफ्तार*

कमलेश मेहरोत्रा लहरपुर (सीतापुर)। कोतवाली तालगांव क्षेत्र के ग्राम करस्योरा में शनिवार देर शाम मोहर्रम के चलते ताजिया निकालने को लेकर पेड़ की डाल काटने पर हुए विवाद को लेकर ताल गांव पुलिस ने कार्रवाई करते हुए दो व्यक्तियों को बनाया बंदी।

प्राप्त जानकारी के अनुसार ग्राम करस्योरा निवासी रणविजय सिंह ने पुलिस को प्रार्थना पत्र देकर आरोप लगाया कि, गांव में ताजिये निकाले जा रहे थे, कुतुबुद्दीन और इमरान ने उनकी नीम की पेड़ की मोटी डाल ताजिया निकालने को लेकर काट डाला, मना करने पर विवाद बढ़ गया और भारी संख्या में लोग मौके पर जमा हो गए।

सूचना पाकर मौके पर पहुंचे कोतवाली प्रभारी तालगांव वीरेंद्र सिंह तोमर ने कार्रवाई करते हुए रणविजय सिंह की तहरीर पर धारा 323, 504, 427 के तहत अपराध दर्ज कर कुतुबुद्दीन और इमरान को बंदी बनाकर न्यायालय भेज दिया।

*11 मोहर्रम को सुल्तान खान के आवास पर मजलिस इमाम हुसैन का हुआ आयोजन*

कमलेश मेहरोत्रा लहरपुर (सीतापुर) 11 मोहर्रम को सुल्तान खान के आवास पर मजलिस इमाम हुसैन का आयोजन हुआ, जिसमें मौलाना अम्मार हैदर ने खिताब करते हुए कहा कि इमाम हुसैन का मक़सद सिर्फ इन्सानियत को बचाना था, तभी तो राष्ट्रपिता महात्मा गॉंधी ने कहा था कि मेरा सत्याग्रह कोई नई चीज़ नहीं है, बल्कि मैने कर्बला के शहीद इमाम हुसैन से प्रेरणा लेकर ही सत्याग्रह शुरू किया। कर्बला की जंग को लेकर रबिन्द्र नाथ टैगौर ने कहा था कि इन्साफ और सच्चाई को ज़िंदा रखने के लिए, फौजों या हथियारों की ज़रुरत नहीं होती है, कुर्बानियां देकर भी फ़तह (जीत) हासिल की जा सकती है, जैसे की इमाम हुसैन ने कर्बला में किया।

इमाम हुसैन की कुर्बानी को लेकर भारत के प्रथम राष्ट्रपति डॉ राजेंद्र प्रसाद ने कहा था कि इमाम हुसैन की कुर्बानी किसी एक मुल्क या कौम तक सिमित नहीं है, बल्कि यह लोगों में भाईचारे का एक असीमित राज्य है। मजलिस के बाद अंजुमन लश्करे हुसैनी ने मातम किया। मजलिस में डाक्टर सुल्तान अली खान, सामिन अब्बास, साहिल, हुज़ूर मियाँ, चांद, सलमान ज़ैदी, मसर्रत हुसैन, आकिल रिजवी, मोजिज़ अली, ज़बीर, शानू रिजवी ताज मियाँ और बादशाह अली खान सहित भारी संख्या में शिया समुदाय के लोगों ने शिरकत की।

*प्रभु श्री राम एवं माता सीता के प्रथम दर्शन का सुंदर मनमोहक प्रस्तुति कर उपस्थित श्रद्धालुओं को मंत्रमुग्ध कर दिया*

कमलेश मेहरोत्रा लहरपुर (सीतापुर)। स्थानीय छन्नूलाल द्वारका प्रसाद मंदिर प्रांगण में चल रही थी राम कथा में कथा व्यास पंडित मुकुंदे लाल त्रिवेदी ने, श्री राम कथा की अमृत वर्षा करते हुए पुष्प वाटिका में प्रभु श्री राम एवं माता सीता के प्रथम दर्शन का सुंदर मनमोहक प्रस्तुति कर उपस्थित श्रद्धालुओं को मंत्रमुग्ध कर दिया कथा व्यास ने कहा कि, पुष्प वाटिका में जब माता सीता ने प्रभु श्री राम को देखा तो उसकी शोभा का वर्णन शब्दों में नहीं किया जा सकता, कथा व्यास ने कहा कि, सकुचि सीय तब नयन उघारे, सन्मुख दोउ रघुसिंध निहारे, नख सिख देखि राम कै शोभा, सुमिरि पिता पनु मनु अति छोभा।

उसके उपरांत पंडित मुकुंदे लाल त्रिवेदी ने धनुष भंग की कथा का सुंदर वर्णन करते हुए बताया कि स्वयंवर में दूर-दूर से एक से एक बलशाली राजा महाराजा पधारे जोकि भगवान शिव के धनुष को हिला भी नहीं सके जिस पर राजा जनक ने दुखी होकर घोषणा की वीर विहीन मही मै जानी, पृथ्वी वीरों से खाली है सुनकर लक्ष्मण जी के कोध का वर्णन किया और ऋषि विश्वामित्र की आज्ञा पाकर प्रभु श्री राम ने श्री शंकर जी के धनुष को तिनके की भांति तोड़ डाला, धनुष के टूटते ही सारे ब्रह्मांड में हर्षोल्लास से आ गया। श्री राम कथा का रसपान करने के लिए भारी संख्या में श्रद्धालु मंदिर प्रांगण में उपस्थित थे।

*अभियान के दौरान फाइलेरियारोधी दवा का जरूर करें सेवन : सीएमओ डॉ. हरपाल सिंह*

सीके सिंह(रूपम)

सीतापुर। फाइलेरिया जिसे आम बोलचाल की भाषा में हाथी पांव भी कहा जाता है, लेकिन यह बीमारी किसी भी महिला और पुरुष के पैरों में होने के साथ ही हाथों में भी हो सकती है। इसके अलावा पुरुषों के अंडकोष में भी इसका प्रभाव होता है, जिसे हाइड्रोसील कहा जाता है लेकिन यदि किसी महिला के स्तन (ब्रेस्ट) में लगातार सूजन बढ़ रही है, तो यह यह फाइलेरिया का लक्षण हो सकता है। समय रहते अगर यदि सर्वजन दवा सेवन (आईडीए) अभियान के दौरान फाइलेरियारोधी दवा का सेवन नहीं किया गया तो इसका कोई निदान नहीं है। यह बीमारी बढ़ने से मरीज अवसाद में जाने लगता है।

सीएमओ डॉ. हरपाल सिंह ने बताया कि फाइलेरिया रोग में अक्सर हाथ या पैर बहुत ही ज्यादा सूजन हो जाती है इसलिए इस रोग को हाथी पांव भी कहते हैं। यदि किसी महिला के स्तन में लगातार सूजन बनी रहती है तो यह भी फाइलेरिया रोग हो सकता है। उन्होंने बताया कि लोगों को फाइलेरिया से बचाने के लिए आगामी 10 अगस्त से 28 अगस्त तक चलेन वाले सर्वजन दवा सेवन (आईडीए) अभियान चलाया जा रहा है। इस दौरान स्वास्थ्य कार्यकर्ता घर-घर जाकर लोगों को फाइलेरिया से बचने की दवा खिलाएंगे। ऐसे में हर कोई स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं के सामने ही दवा खाएं और अपने परिवार व आसपास के लोगों को भी यह दवा खाने को प्रेरित करें।

नोडल अधिकारी (वीबीडी) डॉ. राज शेखर ने बताया कि फाइलेरियारोधी दवा का सेवन एक वर्ष से कम उम्र के बच्चों, गर्भवती और गंभीर बीमार को छोड़कर सभी को करना है। एक से दो वर्ष की आयु के बच्चों को केवल एल्बेंडाजोल की आधी गोली ही खिलाई जाएगी। आइवरमेक्टिन की गोली ऊंचाई के अनुसार और एल्बेंडाजोल की गोली को चबाकर ही खाना है। लेकिन दवा खाली पेट नहीं खानी है। सीएमओ ने बताया कि फाइलेरिया से बचाव के लिए साल में एक बार और तीन साल तक लगातार फाइलेरिया रोधी दवा का खाना जरूरी है। यह दवा उन लोगों को भी खानी है, जिन्हें फाइलेरिया (हाथी पांव) नहीं है।

फाइलेरिया के लक्षण

जिला मलेरिया अधिकारी मंजूषा गुप्ता ने बताया कि फाइलेरि या मच्छरों के काटने के बाद व्यक्ति को बहुत सामान्य लक्षण दिखते हैं। अचानक बुखार आना (आमतौर पर बुखार 2-3 दिन में ठीक हो जाता है), हाथ-पैरों में खुजली होना, एलर्जी और त्वचा की समस्या, स्नोफीलिया, हाथों में सूजन, पैरों में सूजन के कारण पैर का बहुत मोटा हो जाना, पुरुषों के जननांग और उसके आस-पास दर्द व सूजन होना, पुरुषों के अंडकोष व महिलाओं के स्तन में सूजन आना फाइलेरिया के लक्षण हैं। उन्होंने बताया कि यह लाइलाज बीमारी है, एक बार बीमारी हो जाने पर जिंदगी भर इसके साथ ही जीना पड़ता है। इसलिए फाइलेरिया के रोगी को हमें मानसिक सांत्वना देने की जरूरत है।

साइड इफेक्ट्स ने घबराएं

सूक्ष्मजीव विज्ञानी (माइक्रो बायोलॉजिस्ट) डॉ. आरके श्रीवास्तव ने बताया कि आईडीए अभियान के दौरान स्वास्थ्य कार्यकर्ता अपने सामने ही फाइलेरियारोधी दवा का सेवन करवाएंगे। दवा खाली पेट नहीं खानी है। दवा खाने के बाद किसी-किसी को जी मिचलाना, चक्कर या उल्टी आना, सिर दर्द, खुजली की शिकायत हो सकती है, ऐसे में घबराने की जरूरत नहीं है। यह एक सामान्य प्रक्रिया है। ऐसा शरीर में फाइलेरिया के परजीवी होने से हो सकता है, जो दवा खाने के बाद मरते हैं। ऐसी प्रतिक्रिया कुछ देर में स्वतः ठीक हो जाती है।

ऐसे करें बचाव

फाइलेरिया से बचाव के लिए मच्छरों से बचना जरूरी है और मच्छरों से बचाव के लिए घर के आस-पास पानी, कूड़ा और गंदगी जमा न होने दें। घर में भी कूलर, गमलों अथवा अन्य चीजों में पानी न जमा होने दें। सोते समय पूरी बांह के कपड़े पहने और मच्छरदानी का प्रयोग करें। यदि किसी को फाइलेरिया के लक्षण नजर आते हैं तो वे घबराएं नहीं। स्वास्थ्य विभाग के पास इसका पूरा उपचार उपलब्ध है। विभाग स्तर पर मरीज का पूरा उपचार होता है। इसलिए लक्षण नजर आते ही सीधे सरकारी अस्पताल जाएं।

*गांव में तेंदुए से दहशत बरकरार, वन विभाग द्वारा की जा रही कांबिंग*

कमलेश मेहरोत्रा

सीतापुर-कोतवाली क्षेत्र की भदपर चौकी अंतर्गत आने वाले विभिन्न ग्रामों में तेंदुए से दहशत बरकरार है। वन विभाग द्वारा बराबर की जा रही है कांबिंग। तेंदुए के लिए लगाया गया पिंजड़ा अभी भी खाली है, परंतु विभिन्न ग्रामों में तेंदुए को देखने की दहशत लगातार जारी है।

जानकारी के अनुसार भदपर चौकी के ग्राम देहबड़ा मजरा सिगनापुर में कल शुक्रवार रात नसीम व ग्रामीणों ने मुर्गी फार्म के पास तेंदुआ देखे जाने की सूचना वन विभाग को दी थी वन कर्मियों द्वारा मौके पर पहुंचकर जांच की गई तो घटना की पुष्टि नहीं हो सकी, इसी क्रम में ग्राम सेमरा पुरवा के उदन व सत्रोहन ने तेंदुआ देखे जाने की सूचना वन विभाग को दी थी परंतु वहां पर भी तेंदुए की आमद की पुष्टि नहीं हो सकी, ना ही कोई पदचिन्ह मिले। ग्रामीणों ने बताया कि दहशत के चलते ग्रामीण परेशान हैं।

इस संबंध में वन क्षेत्राधिकारी बृजेश पांडे ने बताया कि क्षेत्र में अफवाहों का दौर जारी है वन कर्मी स्थिति पर लगातार नजर रख रहे हैं और कांबिंग कर रहे हैं, कहीं पर भी तेंदुए की आमद की सूचना नहीं है केवल लोग एक दूसरे पर तेंदुआ को देखे जाने की सूचना दे रहे हैं।

*मोहर्रम की रात हज़रत अली अकबर का ताबूत उठाया गया*

कमलेश मेहरोत्रा

सीतापुर- मोहर्रम की रात अकबरपुर मस्जिद में हज़रत अली अकबर का ताबूत उठाया गया। जिसमे अंजुमन लश्करे हुसैनी ने मातम किया। जो कि इमामबाड़े से उठ कर मस्जिद तक आया। जिसमें अकबरपुर मस्जिद के मुतवल्ली सामिन अब्बास खान सहित भारी संख्या में लोग उपस्थित थे। आज शनिवार को मोहर्रम को काज़ी टोला इमाम बाड़े से शिया हजरात के द्वारा जुलूस उठाया गया और खेमकरण के निकट कर्बला तक गया जिसमें अंजुमन लश्करे हुसैनी के लोगों ने छुरियो और तलवार का मातम किया।

60 साल के बुजुर्ग से लेकर 10 साल के बच्चों ने भी छुरियो का मातम किया। जिसमें इमाम हुसैन की शहादत को याद किया गया। जुलूस में आकिल रिजवी, मोजिज़ अली, ताज मियाँ, अमर, समर, अकमाल अब्बास, मीसम, बादशाह अली खान समीर हुसैन, आसिर, हुज़ूर मियाँ, आदि ने इमाम हुसैन को पुरसा पेश किया। मौलाना अम्मार हैदर ने जुलूस से पहले कर्बला का दर्दनाक मंजर पेश किया और बताया कि कर्बला में इमाम हुसैन का पूरा घर बेदर्दी से शहीद कर दिया गया यहाँ तक कि 6 महीने के बच्चे अली असग़र को भी तीर मार कर शहीद कर दिया गया।

*पीएम मोदी के कार्यक्रम अखिल भारतीय शिक्षा समागम का नहीं हो सका लाइव प्रसारण,खंड शिक्षा अधिकारी की उदासीनता बनी वजह*

कमलेश मेहरोत्रा

सीतापुर- महा निदेशक स्कूल शिक्षा विजय किरण आनंद के निर्देश कि 29 जुलाई शनिवार को सभी विद्यालय पूर्व की तरह समय से, राष्ट्रीय शिक्षा नीति की तीसरी वर्षगांठ दिल्ली में अखिल भारतीय शिक्षा समागम के आयोजन के उद्घाटन का प्रधानमंत्री के द्वारा किए जाने का लाइव प्रसारण किये जाने पर खुलेंगे, जिसके क्रम में सभी विद्यालयों में कार्यक्रम का सजीव प्रसारण होना था परंतु सरकारी आदेश के बाद भी विकासखंड क्षेत्र के प्राथमिक विद्यालय अनिया कला, प्राथमिक विद्यालय पूसू पुरवा, प्राथमिक विद्यालय बसैया, प्राथमिक विद्यालय बस्ती पुरवा, सहित अधिकांश विद्यालयों में ताला लटका रहा और महत्वपूर्ण कार्यक्रम की जानकारी बच्चों को नहीं हो सकी।

दिलचस्प बात यह है की खंड शिक्षा अधिकारी की उदासीनता व मिली भगत के चलते विकासखंड के अधिकांश विद्यालय समय से खुलते नहीं हैं और ताला लगा रहता है, इस संबंध में जब खंड शिक्षा अधिकारी साहीन अंसारी से उनका पक्ष जानना चाहा तो उनके द्वारा फोन नहीं उठाया गया।

*भारी बारिश में कच्ची दीवार गिरी, 3 साल की बच्ची दबकर जख्मी*

कमलेश मेहरोत्रा

सीतापुर- कोतवाली क्षेत्र के ग्राम ताहपुर में शनिवार हुई भारी बारिश के चलते शिवपूजन की कच्ची दीवार गिरने से उनकी 3 वर्षीय पुत्री गुनगुन गंभीर रूप से घायल हो गई। जिसे स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया है।

जानकारी के अनुसार शिवपूजन अपनी कच्ची दीवार जिस पर टीन पड़ी हुई थी बारिश से बचने के लिए टीन के नीचे बैठे थे।अचानक बारिश के चलते दीवार भरभरा कर गिर गई और गुनगुन दीवाल की चपेट में आ गई। शिवपूजन ने अपनी पुत्री को बचाने का प्रयास किया लेकिन बालिका दीवाल गिरने से उसकी चपेट में आ गई। परिजनों ने आनन-फानन में उसे सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया जहां उसका इलाज किया जा रहा है।

इस संबंध में ग्राम प्रधान जीतू गोस्वामी ने बताया कि, परिजन अत्यंत गरीब हैं, दीवार गिरने के बाद गुजर बसर करने का कोई स्थान भी नहीं बचा है,दीवार देने घटना की जानकारी तहसील प्रशासन को दे दी गई है।

*प्रभु की कृपा पाने का श्रीमद भागवत कथा सबसे सरल एवं सर्वोत्तम उपाय*

कमलेश मेहरोत्रा

सीतापुर- क्षेत्र के प्रसिद्ध देव स्थान बाबा औघड़ नाथ धाम चंदेसुआ में चल रही श्रीमद् भागवत कथा में वृन्दावन धाम के कथा व्यास अभिषेक दास महाराज ने छठे दिन में श्रीमद् भागवत कथा की महिमा का वर्णन करते हुए कहा कि प्रभु की कृपा पाने का श्रीमद भागवत कथा सबसे सरल एवं सर्वोत्तम उपाय है, जिसके सुनने मात्र से ही मनुष्य सभी पापों से मुक्त होकर परमधाम को प्राप्त होता है।

इस मौके पर वृंदावन धाम से आए कथा व्यास ने प्रभु श्री कृष्ण की लीलाओं का वर्णन करते हुए बृज कि रास लीला का रसास्वादन कराया, जिसे सुनकर उपस्थित श्रद्धालु मंत्रमुग्ध हो गए , कथा व्यास ने कहा कि भगवान रास बिहारी जी की लीलाएं अनंत है। इस अवसर पर छोटे लाल त्रिवेदी, अनुप कुमार पाण्डेय, प्रमोद कुमार त्रिवेदी, कृष्ण मुरारी मिश्रा, धीरेश त्रिवेदी, बनवारीलाल मिश्रा, कन्हैया त्रिवेदी, वासुदेव त्रिवेदी सहित भारी संख्या में श्रद्धालु भक्त उपस्थित थे।

*पवित्र गंगा के अवतरण एवं मिथिला नगरी में विश्वामित्र के साथ प्रभु श्री राम लक्ष्मण के नगर प्रवेश की कथा ने लोगों को किया मंत्रमुग्ध*

कमलेश मेहरोत्रा

सीतापुर- पवित्र पुरुषोत्तम मास के तहत नगर के छन्नूलाल द्वारिका प्रसाद मंदिर प्रांगण में चल रही थी राम कथा की अमृत वर्षा करते हुए कथा व्यास पंडित मुकुंदे लाल त्रिवेदी ने मुनि श्रेष्ठ विश्वामित्र ने प्रभु श्री राम लक्ष्मण को पवित्र गंगा नदी के अवतरण की कथा एवं मिथिला नगरी में विश्वामित्र के साथ प्रभु श्री राम लक्ष्मण के नगर प्रवेश की कथा का सुंदर और मनमोहक चित्रण किया, जिसे सुनकर उपस्थित श्रोता भाव विभोर उठे।

कथा व्यास ने कहा कि चले राम लक्ष्मण मुनि संगा, गए जहां जग पावनि गंगा। कथा व्यास ने ऋषि विश्वामित्र के द्वारा प्रभु श्री राम लक्ष्मण को पवित्र गंगा नदी के पृथ्वी पर अवतरित होने की कथा का सुंदर वर्णन किया गया। कथा व्यास पंडित मुकुंदे लाल त्रिवेदी ने उसके उपरांत मुनि विश्वामित्र के साथ प्रभु श्री राम लक्ष्मण का मिथिला नगरी में प्रवेश का मनमोहक वर्णन किया। जिसे सुनकर उपस्थित श्रद्धालु भावविभोर हो उठे। उन्होंने कहा कि प्रभु की अलौकिक छवि देखकर सभी मिथिला वासी अपनी सुध बुध खो बैठे।

कथा व्यास ने कहा कि भए सब सुखी देखि दोउ भ्राता, बरि विलोचन पुलकित गाथा। मूरति मधुर मनोहर देखी, भयउ विदेह, विदेह विसेखी। श्री राम कथा का रसपान करने के लिए भारी संख्या में श्रद्धालु मंदिर प्रांगण में उपस्थित थे।