*वृहद वृक्षारोपण कार्यक्रम में शामिल हुए मंत्री आशीष पटेल, लोगों से पेड़ों को बचाकर रखने की अपील*
सीके सिंह(रूपम)
सीतापुर- मंत्री आशीष पटेल एवं सचिव मानव अधिकार आयोग/नोडल अधिकारी सीतापुर के0 धनलक्ष्मी ने आज संयुक्त रूप से ग्राम समाज भूमि मूसेपुर मुतवल्ली में आयोजित भव्य कार्यक्रम के दौरान पूजन अर्चन कर एवं पौध रोपित कर वृक्षारोपण महाकुंभ अभियान का शुभारम्भ किया। इसके अतिरिक्त नोडल अधिकारी/सचिव मानव अधिकार आयोग के0 धनलक्ष्मी ने नंदन वन ऑफिसर कॉलोनी सीतापुर तथा विकास खण्ड कसमण्डा के ग्राम पंचायत सुरैचा स्थित मनरेगा अमृत वन वाटिका में भी पौध रोपण किया।
कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए मंत्री आशीष पटेल ने कहा कि जनपद सीतापुर की इस धरती पर वृहद वृक्षारोपण अभियान की एक शुरूआत हुई है। अतिक्रमण से मुक्त करा करके वृक्षारोपण कार्यक्रम जिला प्रशासन द्वारा प्रारम्भ किया गया है, यह धरा के सम्पूर्ण स्वरूप का सौन्दर्यीकरण करेगा और यहां पर हर व्यक्ति आना चाहेगा। यह वृक्ष मॉ धरती के आशीर्वाद स्वरूप ठंडी हवा और एक स्वच्छ वातावरण प्रदान करेंगे। उन्होंने कहा कि उप्र सरकार के बड़े आन्दोलन में आज 30 करोड़ के वृक्षों का रोपण पूरे प्रदेश में किया जा रहे हैं, जिसमें सभी की भागीदारी सराहनीय है। उन्होंने रोपित किये गये सुरक्षा हेतु सभी को प्रेरित करते हुये कहा कि सरकार वृक्ष उपलब्ध करा सकती है लेकिन रोपित होने के बाद उनको बचाकर रखना और उनको सुरक्षित रखने की जिम्मेदारी बिना जन भागीदारी के सम्भव ही नही है।
मंत्री ने कहा कि मुख्यमंत्री के नेतृत्व वाली डबल इंजन की सरकार द्वारा पिछले 06 वर्ष के कार्यकाल में कराये गये वृक्षारोपण के परिणाम स्वरूप उ0प्र0 के हरित क्षेत्र में 09 प्रतिशत तक की वृद्धि की है एवं मुख्यमंत्री के नेतृत्व में सरकार उसको और आगे ले जाने का काम कर रही है। वृहद वृक्षारोपण के रूप में अभियान चलाकर सरकार हर जन-जन को इससे जोड़ने का काम कर रही है। मुख्यमंत्री स्वयं बिजनौर और मुजफ्फर नगर में हैं जहां वृक्षारोपण किया जा रहा है। हर मंत्री 75 जिलों में वृक्षारोपण का कार्य करा रहे हैं। उन्होंने सभी से अनुरोध किया कि सभी लोग एक वृक्ष लगाने एवं उसको जीवित रखने संकल्प लें। सरकार अतिक्रमण को मुक्त कराते हुये, वहां पर वृक्ष लगाने का कार्य कर रही है। उन्होंने जिलाधिकारी से कहा कि जहां पर पेड़ों को ट्रीगार्ड की जरूरत है वहां पर सीएसआर एवं जन सहयोग से ट्रीगार्ड लगाये जाये। उन्होंने कहा कि हम सभी बच्चों को प्रेरित करें कि पेड़ लगाना ही नही है बल्कि उसको जीवित भी रखना भी हमारा दायित्व है।
कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुये नोडल अधिकारी ने कहा कि पर्यावरण को बचाने एवं प्रदूषण की रोकथाम हेतु बड़े स्तर पर वृक्षारोपण का आयोजन सभी जगहों पर किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि जो भी वृक्ष लगाये जा रहे हैं उनको बचाने की जिम्मेदारी हम सभी लोगों की है।
जिलाधिकारी अनुज सिंह ने कहा कि नैमिषारण्य शब्द में ही अरण्य है जिसका अर्थ जंगल होता है और पौराणिक काल से ही हिमालय की तलहटी पर बसा हुआ एक वन से आच्छादित क्षेत्र है, जैसे-जैसे आबादी बढ़ती गयी वैसे-वैसे वन कम होने लगे। बरसात के मौसम में जब एक दो बार बारिश हो जाती है उसके बाद हम लोगों को वृक्षारोपण के लिये एक लक्ष्य मिलता है और वृहद रूप से वृक्षारोपण का कार्यक्रम जन सहयोग करवाया जाता है। इसी क्रम में इस बार भी हर वर्ष से अधिक लगभग 72 लाख का लक्ष्य प्राप्त हुआ है। आज लगभग 60 लाख पौधरोपण किया जा रहा हैं और 12 लाख का पौधरोपण 15 अगस्त को किया जायेगा और हमारा इस बार प्रयास है कि भी वृक्ष रोपित करें, वह ऐसी जगह करें, जहां पर सुरक्षित रहें और बड़े हो सकें। उन्होंने कहा कि सभी को प्रेरित किया गया है कि अपने घरों के सामने सहजन का पेड़ अवश्य लगायें, क्योंकि यह काफी गुणकारी पेड़ है, यह औषधीय पेड़ है और वातावरण को भी स्वच्छ रखता है।
इस अवसर पर महावीर पार्क में पतंजलि योगपीठ द्वारा जन सामान्य को औषधियुक्त पौधों का वितरण करते हुये लाभ एवं प्रयोग की जानकारी से भी अवगत कराया गया।
Jul 23 2023, 18:57