*पंडित मुकुंदे लाल त्रिवेदी ने किया भगवान शंकर के द्वारा माता पार्वती को श्री राम कथा सुनाने का वर्णन, मंत्रमुग्ध हुए श्रोता*
कमलेश मेहरोत्रा
सीतापुर- छन्नूलाल द्वारका प्रसाद मंदिर प्रांगण में पवित्र पुरुषोत्तम मास के तहत चल रही परम मोक्षदायिनी श्रीराम कथा में पंडित मुकुंदे लाल त्रिवेदी ने भगवान शंकर के द्वारा माता पार्वती को श्री राम कथा सुनाने का वर्णन करते हुए कहा कि, गिरिजा सुनहु बिसद यह कथा, मैं सब कही मुंह मोरि मति जथा,रामचरित सब कोटि अपारा,श्रुति सारदा न बरनै पारा। अर्थात हे गिरिजे सुनो मैंने यह कथा जैसी मेरी बुद्धि थी वैसी पूरी कह डाला है, श्री रामचरित अपार है जिसे श्रुति व शारदा भी वर्णन नहीं कर सकते। भगवान श्रीराम अनंत है उनके गुण कर्म नाम भी अनंत है यह पवित्र कथा भगवान की कृपा पाने का सर्वोत्तम साधन है, इससे सुनने से अविचल भक्त प्राप्त होती है।
श्री राम कथा को सुनकर पार्वती जी हर्षित होकर बोली धन्य धन्य मैं धन्य पुरारी, सुनेउ राम गुन भव भय हारी। आपकी कृपा से मैं श्री राम कथा सुनकर कृत कृत्य हो गई हूं अब मुझे कोई मोह नहीं रह गया है। कथा व्यास पंडित मुकुंदे लाल त्रिवेदी ने कहा कि, जो संसार रूपी सागर को पार पाना चाहते हैं, श्री राम कथा उनके लिए सर्वोत्तम साधन है, उन्होंने कहा कि श्री राम कथा अति पावनि, है सदा सुखद दुःख पुंज नसावनि। श्री राम कथा का रसपान करने के लिए भारी संख्या में श्रद्धालु महिलाएं बच्चे उपस्थित थे।
Jul 22 2023, 16:09