पुलिस की बर्बरतापूर्ण कार्यवाही के विरोध में भारतीय जनता पार्टी के नेताओं ने भाजपा मुख्यालय पर दिया धरना

पटना: भाजपा पटना महानगर अध्यक्ष अभिषेक चन्द्रवंशी की अध्यक्षता में शनिवार के दिन पटना के डाकबंगला चौराहे पर हुए पुलिस की बर्बरतापूर्ण कार्यवाही के विरोध में आज भारतीय जनता पार्टी के नेताओं ने भाजपा मुख्यालय पर धरना दिया।

 इस धरने में भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी, पटना साहिब सांसद रविशंकर प्रसाद, विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष विजय सिन्हा, नंद किशोर यादव, अरुण सिन्हा,जिवेश मिश्र समेत कई विधायक, विधान पार्षद, प्रदेश मंत्री एवं पटना महानगर  के पदाधिकारी,मंडल अध्यक्ष तथा बड़ी संख्या में कार्यकर्ता शामिल हुए। इस अवसर पर भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी ने कहा की बिहार सरकार के डिप्टी सीएम भ्रष्टाचार के आरोप में चार्जशीट किए गये है , जब केंद्र में लालू प्रसाद रेल मंत्री थे तब उन्होंने ज़मीन के बदले में नौकरियाँ बाँटी थी, भारतीय जनता पार्टी मुद्दों के साथ बिहार में लड़ती रहेगी, महागठबंधन की सरकार को दस लाख नौकरियों का वादा पूरा करना होगा। उन्होंने कहा की हमने बिहार के शिक्षकों के समर्थन में प्रदर्शन किया, एनडीए के कार्यकाल में चार लाख सत्तर हज़ार शिक्षकों को नियोजित किया गया था, सम्राट चौधरी ने स्पष्ट किया की जिसने सीईटी टीईटी की परीक्षा पास कर ली है उसे किसी और परीक्षा देने की आवश्यकता नहीं, उन्हें सीधी नियुक्ति देनी होगी। भ्रष्टाचार के मुद्दे पर श्री चौधरी ने कहा की जब भाजपा की सरकार बिहार में आएगी तब अगुवानी घाट पुल हादसे की जाँच अवश्य करायेगी जिसमें बिहार की जनता के 1700 करोड़ रुपये बह गए।

 गुरुवार को विधानसभा मार्च के दौरान पुलिस द्वारा हुए जानलेवा हमले की कड़ी निंदा करते हुए उन्होंने कहा की लगता है की मुख्यमंत्री स्वयं पूरे कार्यवाही की मॉनिटरिंग कर रहे थे और उनकी पुलिस सांसदों विधायकों, विधान पार्षदों और महिलाओं तक को मारने का काम कर रही थी, आज भी घायल कायकर्ताओं और महिलाओं का अस्तपाल में इलाज चल रहा है । जहानाबाद के महामंत्री विजय सिंह की मौत पर उन्होंने कहा की वे इस आंदोलन के साथी थे, उनकी शहादत को बेकार नहीं जाने देंगे । भाजपा का हर कार्यकर्ता अगले दो वर्षों तक लड़ते रहेगी, 2024 में एक बार फिर मोदी जी को गद्दी पर बैठा कर तब तक चैन से नहीं बैठेगा जब तक वो 2025 में लाठी गोली और अपराधियों की इस सरकार को उखाड़कर नीतीश कुमार को राजनीतिक तौर पर पूरी तरह समाप्त ना कर दे। 

नेता प्रतिपक्ष विजय सिन्हा ने कहा की पुलिस का जानलेवा हमला लोगो के  मन में भय पैदा करने के लिए था ताकि सरकार के भ्रष्टाचार और अपराध के विरुद्ध कोई आवाज़ नहीं उठा सके। बिहार लोकतंत्र की धरती है और यहाँ की जनता नीतीश कुमार को कभी माफ़ नहीं करेगी।

 

इस विशाल धरने में जनक सिंह, सरोज रंजन पटेल, अजीत चौधरी, तुफैल क़ादरी अमृता भूषण,चंचल सिंह, प्रीति पाठक, दुर्गेश सिंह, अभिषेक बंटी, अजीत लाली, मनोज सिंह, विनय केशरी, पंकज सिंह गुड्डू, विकास मेहता, वार्ड पार्षद रजनीकांत, अशोक,छोटू रजक, संजय पिंटू, बिनोद सिंह,विमल कश्यप के अलावे बड़ी संख्या में कार्यकर्ता मौजूद थे।

भाजपा नेताओं पर लाठीचार्ज सरकार प्रायोजित हिंसा : रघुवर दास

जिस तरह लाठियां बरसाई गई आशंका है कि कहीं पुलिस वर्दी में गुंडे तो नहीं थे मौजूद : मनोज तिवारी

मार्च में शामिल महिलाओं के छातियों पर किया गया प्रहार : सुनीता दुग्गल

पुलिस बल को आत्ममंथन करना चाहिए और पूरे मामले की होनी चाहिए न्यायिक जांच : बी डी राम

पटना: भाजपा के 13 जुलाई को विधानसभा मार्च के दौरान पुलिस लाठीचार्ज मामले की जांच के लिए केंद्रीय नेतृत्व द्वारा बनाई गई समिति शनिवार को पटना पहुंची और पूरे मामले की जांच की। 

चार सदस्यीय समिति के संयोजक और झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास ने विभिन्न लोगों, घायलों और क्षेत्रों के दौरा करने के बाद कहा कि यह घटना सरकार प्रायोजित हिंसा है। 

भाजपा प्रदेश कार्यालय में आयोजित एक प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए श्री दास ने कहा कि घायल लोगों से मिलने के बाद हमलोगों ने महसूस किया कि भाजपा द्वारा राजनीतिक मुद्दे पर शांतिपूर्ण मार्च था। और कहा जा सकता है कि नीतीश कुमार और तेजस्वी यादव ने प्रायोजित हिंसा करवाई , जो दुर्भाग्यपूर्ण और दर्दनाक है। 

उन्होंने मीडिया के लोगों को भी इस बर्बरता पूर्ण कारवाई को दिखाने के लिए धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा कि आंसू गैस में मिर्ची पाउडर डाले गए। उन्होंने कहा कि बर्बरता का आलम था कि विजय सिंह जैसे साथी की शहादत हो गई। उन्होंने कहा कि महिला समेत 1000 लोग घायल हो गए, जिसमे 300 अति गंभीर हैं। 

उन्होंने कहा कि यह एक सोची समझी साजिश थी, जिसकी निंदा की जानी चाहिए। श्री दास ने कहा कि भाजपा ने जब इस मार्च की इजाजत मांगी थी तब प्रशासन ने रूट मांगी थी, जब दिया गया तो उसे स्वीकार कर लिया गया और फिर प्रशासन के लोगों ने मार्च के दौरान रूट को बदल दिया। 

उन्होंने साफ लहजे में कहा कि मार्च को रोकने की कोशिश की गई, लाठीचार्ज के कारण ही विजय सिंह की मौत हुई l उन्होंने कहा कि इधर मार्च डाक बंगला चौराहे पर पहुंची भी नहीं और लाठी चार्ज और आंसू गैस चलने लगे। उन्होंने कहा कि यह घटना जे पी आंदोलन की याद दिलाती है। 

समिति के सदस्य और सांसद मनोज तिवारी ने सवाल उठाते हुए कहा कि करीब 771 लोगों के कमर के ऊपर लाठियां चली है। जिसमे अधिकांश के सिर पर लाठियां बरसाई गई। उन्होंने कहा बातचीत या वीडियो फुटेज देखने से मन में आशंका बनती है कि जिस तरह लाठियां चलाईं गई वह पुलिस के ही जवान थे या गुंडे थे जिन्हे पुलिस की वर्दी पहना दी गई थी।

 श्री तिवारी ने भी सवाल उठाया कि आखिर संकरे रास्ते के लिए रूट क्यों बदला गया। उन्होंने कहा कि प्रदर्शन को रोकने के लिए पहले वाटर कैनन का इस्तेमाल किया जाता है लेकिन यहां सबसे अंतिम में वाटर कैनन का इस्तेमाल हुआ।

समिति की महिला सदस्य और सांसद सुनीता दुग्गल ने तो स्पष्ट लहजे में कहा कि महिलाओं पर जिस तरह पुरुष पुलिसकर्मियों द्वारा लाठियां बरसाई गई उसे सभ्य समाज भी स्वीकार नहीं करेगा। उन्होंने कहा कि ऐसा दृश्य आज तक कभी कोई नहीं देखा होगा।

उन्होंने कहा कि घायल महिलाओं से बात करने पर साफ हुआ कि महिलाओं की छातियों पर वार किया गया। एक महिला नेता की पसली टूट गई तो एक महिला साथी के सिर में गंभीर चोट है। कई बहन, बेटियों के पीठ डंडे की मार से नीले पड़े हुए हैं। 

उन्होंने सवालिया लहजे में कहा कि क्या इस सरकार में महिलाओं के साथ ऐसा ही व्यवहार किया जाता है। उन्होंने कहा कि प्रदर्शन या रैली में लोगों को रोकने का एक नियम होता है, लेकिन सभी नियमों को ताक पर रख दिया गया। चुन चुनकर लोगों को पीटा गया। उन्होंने कहा कि समिति इस निर्णय पर पहुंची है कि इस घटना कि न्यायिक जांच होनी चाहिए। 

पटना के एसएसपी रहे और पलामू के सांसद तथा समिति के सदस्य बी डी राम ने कहा कि पुलिस अधिकारी होने के नाते मुझे मालूम है कि प्रदर्शन, रैली को रोकने के लिए कम से कम शक्ति का प्रयोग करने का नियम है, लेकिन वीडियो फुटेज देखने और घायल लोगों के देखने से साफ पता चलता है कि इस नियम का पालन नहीं किया गया।

 उन्होंने कहा कि अधिकांश लोगों के पीठ और सिर पर जख्म इसके प्रमाण है कि बर्बरता की यह पराकाष्ठा है। एक व्यक्ति के पीछे 20 पुलिसकर्मी लाठी बरसा रहे थे। उन्होंने कहा कि घायल लोगों से मिलने और फुटेज देखने से साफ है कि यह निर्लज्जता है। 

उन्होंने कहा कि इस घटना के लिए पुलिस बल को आत्ममंथन करना चाहिए और इस पूरे मामले की न्यायिक जांच होनी चाहिए।

प्रेस वार्ता का संचालन भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी जी ने किया l

 इस अवसर पर मुख्य रूप से  बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष विजय कुमार सिन्हा पूर्व केंद्रीय मंत्री व सांसद रविशंकर प्रसाद भाजपा के प्रदेश महामंत्री डॉक्टर संजीव चौरसिया पूर्व मंत्री जीवेश मिश्रा आदि उपस्थित थे l

जाप सुप्रीम पप्पू यादव की मांग, चौकीदार की नौकरी को स्थाई करें सरकार

पटना : जाप के राष्ट्रीय अध्यक्ष पप्पू यादव ने गर्दनीबाग धरना स्थल पर चौकीदार दफादार संघ में धरने को सम्बोधित किया। 

जाप सुप्रीमों ने कहा कि राज्य सरकार चौकीदारों के अधिकारों में कटौती कर रही है जो गंभीर विषय है। जन अधिकार पार्टी चौकीदार दफादार के हक व अधिकारों के लिए लड़ाई लड़ेगी। 

पप्पू यादव ने कहा कि चौकीदारी बहुत पुरानी और परंपरागत पेशा है। सरकार इनसे रोजगार छीनकर आग के साथ खेल रही है। 

जाप अध्यक्ष ने कहा कि समाज को सुरक्षित रखने वालों का भविष्य आज असुरक्षित हो गया है।

हमारी सरकार से मांग है कि चौकीदार की नौकरी को स्थाई करे।

पटना: मछुआरा दिवस पर कॉफ्फेड के समारोह में पहुंचे बिहार भर से मछुआरा

पटना: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा लागू की गई प्रधानमंत्री मत्स्य योजना का लाभ बिहार को नहीं मिल रहा है। राज्य सरकार इस योजना को लागू करने में रूचि नहीं ले रही है।

 बिहार के बनिस्पत गुजरात, केरल और आंध्र प्रदेश में काफी अच्छा काम हो रहा है जबकि बिहार में संसाधन काफी मात्रा में मौजूद है। यह बात राष्ट्रीय मछुआरा दिवस पर कॉफ्फेड द्वारा बापू सभागार में आयोजित समारोह में केंद्रीय राज्य सहकारी मंत्री बनवारी लाल वर्मा कही। उन्होंने मछुआरे भाईयों को बधाई हुए कहा कि प्रधानमंत्री मोदी की दूरदर्शी सोंच के कारण सहाकरिता मंत्रालय का तरक्की की राह पर है। 

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने करोना काल में भी किसी को भूखा सोने नहीं दिये। 

उन्होंने कहा कि बिहार में मछुआरों को जनजागरण करने की आवश्यकता है। आपको जानकर आश्चर्य होगा कि भारत में अन्न के बाद खाद्य के लिए सबसे बड़ा साधन मछली है। यह मछली मछुआरों के मेहनत का नतीजा है कि भारत विश्व में तीसरा मछली उत्पादक देश है। आज विश्व 8 फीसदी मछली का उत्पादन भारत में होता है। मछुआरों की सुविधा और उनके आर्थिक उन्नय का ख्याल सरकारों को करना होगा। 

कॉफ्फेड के प्रबंध निदेशक ऋषिकेश कश्यप ने कहा कि केंद्र सरकार से मछुआरों के लिए काफी कार्य किया जा रहा है। 

केंद्र सरकार ने मछुआरों के लिए अलग मंत्रालय का गठन किया गया लेकिन राज्य सरकार की रूचि नहीं लिए जाने कारण मत्स्य मंत्रालय का लाभ नहीं मिल रहा है। मत्स्य किसान क्रेडिट कार्ड का फायदा राज्य सरकार के गंभीर नहीं रहने के कारण मछुआरा भाईयों को नहीं मिल रहा है।

उन्होंने कहा कि कॉफ्फेड दो करोड़ लोगों का संगठन है। यह कॉफ्पेड के प्रयास का ही फल है कि मत्स्य उतपादन को कृषि का दर्जा दिया गया।

 प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना को कॉपरेटीव के माध्मय से लागू कराया जाय। इस काम कॉफ्फेड मिलकर काम करने को तैयार है। आजादी के बाद मछुआरों के लिए कुछ खास नहीं किया गाय। प्रधानमंत्री मोदी ने मछुआरों के लिए बजट में काफी प्रवधान किया गया है। बिहार के सहकारिता आंदोलन को राज्य सरकार दबा नहीं सकेगी।

श्री कश्यप ने कहा कि जल जीवन हरियाली मिशन के काम को कॉपरेटीव के माध्यम से कराने की मांग की जा रही है पर सरकार ठीकेदारी पर भरोसा कर रही हैं। कॉफ्फेड लगातार मांग कर रही है कि वे मछुआरों का हक दिया जाए पर सरकार चुप है। अब समय आ गया है कि मछुआरों अपनी चट्टानी एकता को दिखाना होगा। मछुआरा आपस में संगठित रहे तबही मछुआरों का भला हो सकता है। 

मछुआरा दिवस पर सभी को बधाई देते हुए कहा कि सहकार भारती के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री दीनानाथ ठाकुर ने कहा कि मछुआरा जिस सम्मान का अधिकारी है वह नहीं मिला है। इसके लिए आपको मन से संगठित होना पड़ेगा। जलकर का अधिकार मछुआरों का है लेकिन उसका फायदा नहीं मिला। प्रत्येक साल केंद्र सरकार ग्रामीण क्षेत्रों के लिए तीन करोड़ रूपये भेजती है पर इसका फायदा गांवों के लोगों को नहीं मिलता है। आप सभी को अपनी शक्ति को पहचाना और समर्पित रूप से इमानदार रहना होगा।

कॉफ्फेड के अध्यक्ष प्रयाग सहनी ने कहा कि कॉफ्फेड मछुआरों की संस्था है आप किसी के बहकावें में नहीं आए। अपने अधिकारों के पर्ति जागरूक हो। कुछ तत्वों के द्वारा मछुआरों को कमजोर करने में लगे हुए हैं। 

आप सावधान रहे हैं। मछुआरा आवास और जलकर की व्यवस्था राज्य सरकार ने समाप्त कर दिया।यह बहुत मछुआरों के साथ नाइंसाफी है। मछुआरों के नाम पर सरकारी खजाने की लूट हो रही है आप आंखों को बंद कर नहीं बैठे, नहीं तो आपके अधिकारों का हरण हो जाएगा।

शिक्षक बहाली में 100 फीसदी डोमिसाइल नीति जाप सुप्रीमो पप्पू यादव ने की मांग, पूरे राज्यभर 5 जुलाई को धरना का किया एलान

पटना : जन अधिकार पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष व पूर्व सांसद पप्पू यादव ने उत्तरी मंदिरी स्थित आवास पर रविवार को प्रेस वार्ता का आयोजन किया। मीडिया से बातचीत के दौरान पप्पू यादव ने बिहार में बीपीएससी द्वारा शिक्षक बहाली में डोमिसाइल नीति को खत्म किये जाने के खिलाफ उन्होंने नाराजगी जतायी है। वहीं, उन्होंने कहा कि सीटेट-बीटेट परीक्षा के बाद बीपीएससी द्वारा परीक्षा लेना भी गलत है।

पप्पू यादव ने कहा कि सरकार के अधिकारी बड़े-बड़े कोचिंग संस्थान के साथ मिलकर बड़ा घाल मेल कर रहा है। वहीं, उन्होंने शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर के उस बयान पर कड़ी आपत्ति जतायी है, जिसमें उन्होंने कहा था कि बिहार में मैथ और साइंस के शिक्षक नहीं मिलते हैं। उन्होंने कहा कि इस तरह का बयान देकर उन्होंने बिहारी युवाओं का अपमान किया है। बिहार की प्रतिभा का दुनिया लोहा मानती है। वहीं, उन्होंने कहा कि 10 फीसदी सीटों को सरकार अन्य राज्यों के अभ्यर्थी के लिए रख सकती है, उसमें मुझे कोई आपत्ति नहीं है। किसी भी परिस्थिति में 90 फीसदी सीटों पर राज्य के छात्रों के लिए रिजर्व रहे, इस पर हमारी पार्टी कोई समझौता नहीं करेगी।

वहीं बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा कि बीजेपी से 17 साल तक नीतीश कुमार के साथ रही, तब वो क्या कर रही थी। भारतीय जनता पार्टी नरेंद्र मोदी की सरकार के प्रति साल 2 करोड़ के नौकरी का हिसाब दे। महंगाई पर जनता को जवाब दे, साथ ही उन्होंने मणिपुर हिंसा पर गंभीर सवाल उठाते हुए कहा कि हिंसा में वहां 100 से ज्यादा लोग मारे गये उसका जवाब दे, 85 हजार करोड़ रुपये छपने के बाद आरबीआई पहुंचने से पहले गायब हो गये उसका भी जवाब दे।

जाप सुप्रीमो पप्पू यादव ने कहा कि डोमिसाइल नीति को लागू किये जाने की मांग को लकर जनाधिकार पार्टी राज्यभर में 5 जुलाई को धरना देगी। साथ ही उन्होंने कहा कि शिक्षा बहाली में पूर्णत: डोमिसाइल लागू हो।

Uniform Civil Code पर अपनी बात रखते हुए कहा कि यूसीसी का तो मणिपुर के सीएम ने ही उसका विरोध कर दिया है। पूरे नॉर्थ इस्ट और साउथ के राज्यों ने भी इसका विरोध कर दिया है। उन्होंने कहा कि Uniform Civil Code धर्म और कौम से जुड़ा मामला नहीं है। Uniform Civil Code सिर्फ चुनावी प्रोगेंडा के अलावा कुछ नहीं है। 2024 में विपक्षी एकता को लेकर मोदी सरकार घबरा गयी है।

भारतीय जनता पार्टी की चिंता Uniform Civil Code नहीं है। इनकी चिंता विपक्षी एकता है। राहुल गांधी अपने जान को हथेली पर रखकर मणिपुर जाते हैं। जिसके बाद सर्वे में नरेंद्र मोदी से भी बड़े चेहरे के रुप में राहुल गांधी का नाम आ गया तो बीजेपी घबरा गयी है। बीजेपी के पास कोई मुद्दा नहीं रहता है इस तरह के मुद्दे को लेकर जनता को भरमाना चाहती है। Uniform Civil Code का भारत के संविधान और कानून से कोई लेना देना नहीं है।

मुख्यमंत्री द्वारा राज्यपाल से मिलने के सवाल पर पप्पू यादव ने मीडिया पर निशाना साधते हुए कहा कि मुख्यमंत्री का अधिकार वह किसी भी मिल सकते हैं, मीडिया से ऐसे सवालों से महागठबंधन में सिर्फ झगड़ा लगाना चाहती है।

प्रेस वार्ता में जाप राष्ट्रीय महासचिव राजेश रंजन पप्पू उपस्थित थे।

शिक्षक अभ्यर्थियों पर लाठी चार्ज निंदनीय, नीतीश कुमार की बिहार में जमीन समाप्त हो चुकी है : डॉ संजय जायसवाल

पटना : भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष और सांसद डॉ संजय जायसवाल ने पटना में शिक्षक अभ्यर्थियों पर हुए लाठी चार्ज की निंदा करते हुए नीतीश सरकार को कटघरे में खड़ा किया है। 

उन्होंने रविवार को कहा कि बिहार के 'अति महात्वाकांक्षी' मुख्यमंत्री नितीश कुमार, 'निपढ' उप-मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव एवं 'कुपढ़' शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर यादव ने लाखों शिक्षक अभ्यर्थियों के भविष्य पर उनके सपनो एवं उनके मेहनत पर लात मारकर यह साबित कर दिया की उनके एजेंडे में किसी को रोजगार देना नहीं है।

भाजपा प्रदेश कार्यालय में एक प्रेस वार्ता में उन्होंने कहा कि भाजपा पहले से कहती थी की महागठबंधन का निर्माण बिहार में विनाश करने के लिए किया गया है और यह सरकार उन आशंकाओं पर शत प्रतिशत खरी उतरी है।

भाजपा नेता ने कहा कि विगत 11 महीने में शिक्षक भर्ती की प्रक्रिया में 8 बार संशोधन करके यह स्थापित कर दिया गया है कि यह सरकार अटकाने, लटकाने एवं भटकाने की रणनीति पर कार्य कर रही है। 10 लाख सरकारी नौकरी देने के वादे पर बनी महागठबंधन सरकार 11 महीने में 11 लोगों को भी नौकरी नहीं दे सकी है। 

उन्होंने कहा कि इसके बाद किसी को नौकरी नहीं मिलने की गारंटी हो गयी है। बिहार के युवा जब एक अदद नौकरी के लिए वर्षों से मेहनत करके अपना हक़ मांगते हुए लाठियां खा रहे हैं तब जंगलराज के 'युवराज' विदेश में छुट्टियाँ मना रहे हैं ।

डॉ जायसवाल ने कहा कि कोरोना काल की विपरीत परिस्थितियों में लोगों को बहला कर लिया गया वोट अब अपना अधिकार मांग रहा है और तब जनता सड़कों पर बर्बर तरीके से पीटे जाने को श्रापित है।

 बिहार में अघोषित इमरजेंसी जैसे हालात बताते हुए भाजपा नेता ने कहा कि यह 11 महीने में चौथी बर्बर कारवाई है जिसमें पीटकर छात्र पी.एम.सी.एच. भर्ती कराये गए हैं। 

उन्होंने कहा कि एक छात्र की पिटाई पुलिस के कब्जे में की गयी है, जिसकी हालत गंभीर हो गयी थी तब जाकर पुलिस ने उसे पी.एम.सी.एच में भर्ती किया और आनन फानन में उसका इलाज कराया गया और उसे अस्पताल से जबरन छुट्टी भी करायी गयी ।

उन्होंने कहा कि आज की स्थिति में बिहार की कमजोर जनता एवं छात्रों में भय एवं रोष दोनों विद्यमान है और छात्रों को उनके भविष्य को लेकर गंभीर चिंताएं हैं। 

बेतिया के सांसद ने कहा कि भाजपा ने 18 महीने की अपने शासन अवधि में 2.34 लाख सरकारी नौकरियां देकर एवं 36 हजार करोड़ से ज्यादा के निवेश आकर्षित करके प्रदेश के सार्वभौमिक विकास पर काम शुरू किया था, लेकिन यह स्थिति नितीश कुमार एवं तेजस्वी यादव को पसंद नहीं आई इसीलिए हमें शासन से बाहर का रास्ता दिखाया गया ।

उन्होंने कहा कि भाजपा आगामी 13 जुलाई को गाँधी मैदान से विधानसभा मार्च करेगी जिसमें बिहार के हजारों युवा शामिल होंगे |

 उन्होंने इस मार्च में युवाओं को भाग लेने की अपील करते हुए कहा कि इस बर्बर सरकार को समाप्त करना ही हमारा अगला लक्ष्य है और अगर बिहार के युवा इसमें आहुति देंगे तो सही मायने में कोई जन सरोकार वाली सरकार बिहार में शासन आएगी और राज्य का समुचित विकास सुनिश्चित होगा ।

पत्रकारों द्वारा पूछे गए एक प्रश्न के उत्तर में डॉ जायसवाल ने कहा कि सीएम नीतीश कुमार जान चुके है कि उनकी जमीन बिहार में समाप्त हो चुकी है, इस कारण वे विधायकों और सांसदों से मिल रहे हैं।

उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार की राज्य में पहुंच और पकड़ समाप्त हो गई है तो वे अब इनलोगों से कुछ आइडिया लेना चाह रहे हों, लेकिन बुझे और फूंके हुए कारतूस में कुछ भी भर दें, वह बुझा हुआ ही रहता है। नीतीश अब राजनीति में बुझा हुआ कारतूस हैं। 

नीतीश के भाजपा के साथ फिर से आने के सवाल पर भाजपा नेता ने साफ शब्दों में कहा कि भाजपा कृत्संकल्पित है कि वह अब कभी भी नीतीश कुमार को साथ नहीं लेगी। उन्होंने साफ लहजे में कहा कि नीतीश कुमार को भय है कि कहीं महागठबंधन इस बार पलटी मारकर कहीं तेजस्वी यादव को सीएम न बना दे। इसी पलटी मारने के भय के कारण वे सांसदों और विधायकों को बुला रहे हैं। 

उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार की हालत ऐसी हो गई है कि यहां विपक्षियों की बैठक में घोषणा होती है कि अगली बैठक हिमाचल प्रदेश में होगी और शरद पवार वहां घोषणा करते हैं कि अब बैठक बेंगलुरु में होगी, नीतीश को यह सूचना भी टीवी और पेपर के माध्यम से मिलती है। 

उन्होंने साफ लहजे में कहा कि नीतीश कुमार कांग्रेस के नेता राहुल गांधी के एजेंट बनकर विरोधियों को एकजुट करने का असफल प्रयास कर रहे हैं, हालांकि राहुल गांधी भी नीतीश पर भरोसा नहीं करते।

इस प्रेस वार्ता में भाजपा प्रदेश के मुख्यालय प्रभारी सुरेश रूंगटा, प्रदेश मीडिया प्रभारी राकेश कुमार सिंह अनुसूचित जाति मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष अजीत चौधरी उपस्थित रहे।

आम आदमी पार्टी का कांग्रेस को सीधा अल्टीमेटम, अध्यादेश पर दे समर्थन, नहीं तो शिमला बैठक का करेंगे बहिष्कार

पटना : विपक्षी एकता में शामिल होने के लिए आम आदमी पार्टी ने कांग्रेस के सामने शर्त रखी है। पार्टी ने अध्यादेश पर समर्थन मांगते हुए कांग्रेस को आज एक सप्ताह का अल्टीमेटम दिया है। 

आज पटना मे आप के वरिष्ठ नेता विकाश ज्योति ने कहा कि यदि कांग्रेस पार्टी एक सप्ताह के अंदर अरविंद केजरीवाल को अध्यादेश पर समर्थन नहीं देती है तो आम आदमी पार्टी शिमला में होने वाली बैठक का बहिष्कार करेगी और लोकसभा चुनाव में एकला चलो की रणनीति पर पूरे देश में चुनाव लड़ने का काम करेगी।

उन्होंने कहा कि लोकसभा चुनाव से कुछ हीं महीने पहले कई राज्यों में चुनाव होना है वहां पर भी आम आदमी पार्टी अकेले चुनाव लड़ने की घोषणा कर सकती है। यदि अध्यादेश पर समर्थन नहीं देती है तो पिछले दिनों जिस तरीके से कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अजय माकन ने सीधे तौर पर अध्यादेश समर्थन नही करने की बात कह कर अरविंद केजरीवाल की मांग से पल्ला झाड़ते हुए नजर आए इससे यह साफ हो गया है की कांग्रेस पार्टी अध्यादेश पर समर्थन नहीं करेगी।

जिसके ज़बाब में भी अब आप पार्टी ने सीधे तौर पर कांग्रेस समेत तमाम विपक्षी दलों से आग्रह करते हुए कहा है की अध्यादेश पर दिल्ली में अरविंद केजरीवाल को समर्थन करेंगे या नहीं यह बैठक से पहले क्लियर करें ताकि विपक्षी एकता की पहल एक दूसरे के लिए देश में मजबूती के साथ दिखें।

गोल इंस्टीट्यूट के द्वारा नीट के सफल छात्र-छात्राओं के लिए सम्मान समारोह का किया गया आयोजन, बिहार एवं झारखण्ड के सफ़ल सैकड़ों छात्र-छात्राओं का किया गया सम्मानित


पटना : बिहार एवं झारखण्ड में मेडिकल की तैयारी कर रहे छात्रों की पहली पसंद बन चुकी गोल इन्स्टीट्यूट ने आज बापू सभागार, गाँधी मैदान, पटना में आयोजित सम्मान समारोह में अपने सैकड़ों सफल छात्रों को सम्मानित किया।

गोल के द्वारा आयोजित इस समारोह में गोल इंस्टीट्यूट के बिहार एवं झारखंड से लगभग 700 से अधिक सफल छात्रों को सम्मानित किया गया। प्रोग्राम में मुख्य अतिथी के रूप में वक्तव्य देते हुए बिहार सरकार के विकास आयुक्त, विवेक कुमार सिंह, आईएएस ने कहा कि सफल छात्रों को आने वाले समय में समाज की कई अपेक्षाओं पर खरा उतरना होगा। उन्होनें छात्रों को स्वास्थ्य के क्षेत्र में बेहतर कार्य के लिए प्रेरित किया।

इस समारोह में पी.एम.सी.एच., पटना के प्रिंसिपल महोदय प्रोफेसर डॉ. विद्यापती चौधरी, प्रसिद्ध गैस्ट्रोएंट्रोलॉजिस्ट पद्मश्री डॉ. विजय प्रकाश, प्रसिद्ध यूरोलॉजिस्ट, डॉ. गौरव मिश्रा के अलावा कई अन्य गणमान्य अतिथी ने सफल छात्रों से अपने अनुभव को साझा किए एवं चिकित्सा एवं स्वास्थ के क्षेत्र में भविष्य में सफलता प्राप्त करने के लिए महत्वपूर्ण दिशा निर्देश दिए। 

गोल के पूर्ववर्ती छात्रों में डॉ. निखिल कुमार (एम.डी., मेडिसीन), डॉ. अखिल पियुष (एनेस्थिसिया, पी.एम.सी.एच.), डॉ. रविकान्त (सर्जन, मातृछाया हॉस्पिटल) एवं डॉ रंजित (सर्जन एवं हड्डी रोग विशेषज्ञ) ने अपनी सफलता में गोल के योगदान के बारे में वर्तमान छात्रों को बताया तथा अपने समय के तैयारी के अनुभवों को छात्रों के साथ साझा किया।

सफल छात्रों को सफलता पर बधाई देते हुए गोल इन्स्टीट्यूट के फाउण्डर एण्ड एमडी विपीन सिंह ने कहा कि विषम परिस्थितियों के बावजूद सफलता प्राप्त किये इन सफल छात्रों पर हमारी संस्थान गौरवान्वित है। उन्होनें सफलता का श्रेय छात्रों के अथक परिश्रम और उनके अभिभावकों के सहयोग को देते हुए कहा कि हमारी टीम लगातार छात्रों के सफलता के लिए प्रतियोगिता के नए प्रारूप के अनुसार तैयारी करवा रही है और उसी का परिणाम है कि आज बिहार एवं झारखण्ड से साधारण प्रतिभा वाले छात्र भी सफल हो रहे हैं। 

श्री सिंह ने अगले वर्ष मेडिकल की तैयारी करने वाले छात्रों को आने वाले समय में और भी बेहतर सुविधाएं देकर मेडिकल के कॉम्पीटिशन में सफलता को आसान बनाने का आश्वासन दिए।

छात्रों को संबोधित करते हुए गोल इन्स्टीट्यूट के ज्वाइंट डॉयरेक्टर डॉ. ममता सिंह ने कहा कि मेडिकल प्रोफेशन में छात्रों को अपने हित के पहले अपने मरीजों का ख्याल रखना होता है। इसलिए छात्र इस नोबल प्रोफेशन में समाज सेवा को प्राथमिकता देते हुए आगे बढ़े।

गोल इन्स्टीट्यूट के असिस्टेंट डायरेक्टर रंजय सिंह ने बताया की इस वर्ष नीट में 6521 छात्र क्वालिफाई किए जिनमें से 752 छात्रों को सरकारी मेडिकल कॉलेज में एडमीशन मिलने की संभावना है। हमारी संस्थान अगले सत्र के लिए फाउण्डेशन, टारगेट, एचीवर एवं टेस्ट सिरिज के माध्यम से नीट के लिए छात्रों को और भी बेहतर सुविधाओं के साथ तैयारी करवाएगी।

समारोह में पुरस्कृत छात्रों में आस्था अग्रवाल, 695 अंक, 490 ऑल इंडिया जेनरल रैंक, सौम्य सिद्धार्थ, 690 अंक, 459 ऑल इंडिया जेनरल रैंक, स्नेहिल आनन्द, 690 अंक, 676 ऑल इंडिया जेनरल रैंक, हर्ष राज, 685 अंक, 1268 ऑल इंडिया जेनरल रैंक, गोपाल राज, 680 अंक, कैटैगरी रैंक 124, आयुष राज, 680 अंक, कैटेगरी रैंक 406, रूमैशा मारिया, 680 अंक, 1726 ऑल इंडिया जेनरल रैंक, सत्यम बर्नवाल, 680 अंक, 1544 ऑल इंडिया जेनरल रैंक एवं 963 कैटेगरी रैंक, स्वेता कुमारी, 680 अंक, 1587 ऑल इंडिया जेनरल रैंक एवं 424 कैटेगरी रैंक, अमन राज, 680 अंक, 1718 ऑल इंडिया जेनरल रैंक एवं 468 कैटेगरी रैंक, देवांसु कैटेगरी रैंक 31, सचिन कुमार कैटेगरी रैंक 51 के साथ सैंकड़ों अन्य छात्रों ने सफलता प्राप्त की है।

इस वर्ष बिहार एवं झारखण्ड मेडिकल के सफल छात्रों ज्यादातर छात्र गोल इन्स्टीट्यूट से ही हैं। गोल विलेज के 100 प्रतिशत छात्र नीट क्वालीफाई किए जिनमें से 92 प्रतिशत छात्रों को सरकारी मेडिकल कॉलेजों में दाखिला मिलने की संभावना है, एवं गोल चैलेंजर ग्रुप के 100 प्रतिशत छात्रों ने सफलता प्राप्त कर सफलता का बेमिशाल उदाहरण प्रस्तुत किया है। 

समारोह का संचालन रंजय सिंह, गौरव प्रकाश, संजय आनन्द, रंजीत सिंह, गौरव सिंह, विनीत सिंह, संजीव कुमार, निकेत वर्धन, नीरज मिश्रा, निरोज सिंह एवं गोल के आनन्द वत्स के द्वारा की गई जिसमें उन्होनें बताया कि इस वर्ष नीट परीक्षा में गोल के छात्रों ने विपरीत परिस्थिति में भी गोल विलेज (ब्वॉयज एवं गर्ल्स) में रहकर उम्दा प्रदर्शन किया है। 

इस प्रोग्राम में गोल इन्स्टीट्यूट से अनिल कुमार, राहुल कुमार, संजीत कुमार, गौरव राज, राकेश रंजन, सुमित कुमार एवं कई अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।

किसान सलाहकार संघ द्वारा राज्य स्तरीय एक दिवसी प्रदर्शन सह धरना कार्यक्रम का किया गया आयोजन, सरकार को दिया यह अल्टीमेटम

पटना : आज 26 जून को बिहार प्रदेश किसान सलाहकार संघ द्वारा राज्य स्तरीय एक दिवसी प्रदर्शन सह धरना कार्यक्रम का आयोजन मिठापुर पुरानी बस स्टैंड पटना से प्रदर्शन करते हुये, कृषि भवन मिठापुर तक गए एवं कृषि भवन का घेराव करते हुये धरना का कार्यक्रम किया गया। 

इस प्रदर्शन में राज्यभर के किसान सलाहकार एवं किसान सम्मिलित हुए। यह कार्यक्रम पूर्वाहन 10:30 बजे से प्रारंभ कि गयी। इस कार्यक्रम की अध्यक्षता राजा राम सिंह प्रदेश अध्यक्ष, बिहार प्रदेश किसान सलाहकार संघ द्वारा किया गया। इस धरना कार्यक्रम का संचालन रंजन कुमार गौतम, अध्यक्ष गया जिला द्वारा किया गया। 

इस कार्यक्रम में बिहार राज्य किसान सलाहकार, संघ के राज्याध्यक्ष पंकज सिंह, परिवर्तनकारी किसान सलाहकार संघ के राज्याध्यक्ष जसवंत कुमार, युवा कमेटी के प्रमुख विजय गिरी जी के साथ-साथ सभी जिला अध्यक्ष, प्रखंड अध्यक्ष सहित सभी किसान सलाहकार एवं सामान्य किसानों द्वारा भाग लिया गया। 

इस धरना कार्यक्रम में आए सभी जिले के जिलाध्यक्ष, एवं उनके प्रतिनिधिगण, किसान सलाहकार सहित तमाम जिले से आए किसान बंधुओं के द्वारा किसान सलाहकार के माँगों के समर्थन में कहा गया कि अगर विभाग ससमय हमारी माँगों पर विचार नहीं करती है दो आगे और भी उग्र आंदोलन किया जाएगा, हमारी माँगो का समर्थन किसानों ने भी किया। आगे की आंदोलन की सूचना ससमय आप सभी को दे दी जायगी। 

इस कार्यक्रम का संबोधन अजय कुमार तिवारी, दिलिप कुमार भागलपुर, इम्तेयाज आलम बाँका, मृत्युंजय सिंह, सिवान, विजय झा मधुबनी, अमन कुमार, सुपौल, संजीव यादव, पूर्णिया, मो0 मजहर, कटिहार, जइम अख्तर अररीया, पिंटू पासवान सुपौल, अजय कुमार सिंह, वैशाली, संजय कुमार सिंह (भोली जी), नवादा, धर्मेन्द्र प्रताप सिंह भोजपुर, विमलेश कुशवाहा, मुजफ्फरपुर, ब्रजेश कुमार, नालंदा, अखिलेश सिंह, भोजपुर, मनीष कुमार समस्तीपुर, दुर्गाशंकर झा, दरभंगा, भुनेश्वर यादव, अजय पटना, अजय सिंह, सारण, नवीन कुमार शिवहर, अमृता भारती, मुजफ्फरपुर जूली कुमारी, पटना, बबीता कुमारी, पटना, अमृता कुमारी गया सहित अन्य सलाहकारों ने धरना स्थल को संबोधित किया। 

संघ की ओर से कहा गया कि मुख्य माँग निम्नलिखित है

-. किसान सलाहकारों को जनसेवक के पद पर अबिलम्व समायोजन किया जाय एवं तदनुसार वेतन का भुगतान किया जाय।

भाजपा की बांकीपुर विधानसभा की टिफ़िन बैठक सम्पन्न, विधायक नितिन नवीन ने कही यह बात

पटना : भारतीय जनता पार्टी की बांकीपुर विधानसभा अन्तर्गत जक्कनपुर स्थित भगवान उत्सव हॉल में विधानसभा की टिफ़िन बैठक आयोजित की गई । इस बैठक की अध्यक्षता पूर्व मंत्री सह विधायक नितिन नवीन ने किया।

इस बैठक में भाजपा ज़िला अध्यक्ष अभिषेक के साथ महामंत्री अजीत लाली के अलावे सभी मंडल अध्यक्ष, प्रभारी, शक्ति केंद्र प्रमुख एवं सह प्रमुख के साथ सभी मंडल के सक्रिय सम्मिलित हुए।

टिफ़िन बैठक मूल रूप से भारतीय जनता पार्टी की एक अनूठी पहल है जिसमें पार्टी के सभी अपेक्षित पदाधिकारी सदस्य बैठक में अपने साथ खाने-पीने की व्यवस्था अपने घरों से लेकर आते है, बैठक में विचार-विमर्श के बाद आपस में मिल-जुलकर भोजन की व्यवस्था की जाती है।

विधायक नितिन नवीन ने बातचीत में बताया की अन्य पार्टियाँ जहां एक ओर सिर्फ़ अपने परिवार की चिंता करती है ,वही भारतीय जनता पार्टी कार्यकर्ताओं के बीच पारिवारिक माहौल की भावना विकसित हो इसलिए टिफ़िन बैठक के अवधारणा की शुरुआत सबसे पहले गुजरात में हुई थी, बाद में इसकी सफलता को देखते हुए पार्टी ने इसे पूरे देश में अपनाया है।

कार्यकर्ताओं के बीच आपसी तालमेल और संबंधों को भोजन की थाली पर साथ में पार्टी की नीतियों की चर्चा करते हुए और भी ज्यादा मज़बूत किया जा सकता है।

उन्होंने कहा की जब पार्टी के पदाधिकारी नीतियों के ऊपर बैठ कर अनौपचारिक चर्चा करते है तो समाज में बहुत निचले स्तर तक संगठन की जड़े गहरी और मज़बूत होती है।

ज़िला अध्यक्ष अभिषेक ने उपस्थित कार्यकर्ताओं को घर-घर संपर्क अभियान को और ज़्यादा सघन बनाने की आवश्यकता पर ज़ोर दिया।

सोमवार की इस टिफ़िन बैठक में ज़िला महामंत्री अजीत लाली,विधान सभा प्रभारी राजेश कुमार, संतोष यादव,राजेश श्रीवास्तव, सुनील भारती टिंकु, अभिषेक कुंदन, प्रमोद सिंह, बिनोद कुमार सिंह , जितेंद्र कुमार,संतलाल राय, निलरत्न घोष नीलू , सरदार अमर सिंह, संजय पप्पू, शैलेंद्र यादव,विमल कश्यप, प्रह्लाद कुशवाहा,ममता पांडेय, प्रीति पाठक, रीता जैन , वीणा सिंह , रूपा गुप्ता इत्यादि उपस्थित थे।