*शिवालयों पर उमड़ा आस्था का सैलाब,19 साल बाद बना है शुभ संयोग*
नितेश श्रीवास्तव
भदोही।सावन के पहले सोमवार को कालीन नगरी का चप्पा-चप्पा शिवभक्ति में लीन नजर आया। शिवालयों पर श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ी। दर्शन-पूजन और जलाभिषेक के लिए सोमवार को भोर से ही शिवभक्त शिव मंदिरों पर पहुंचने लगे।
काशी और प्रयाग के मध्य विराजमान स्वयंभू सेमराधनाथ धाम में सावन के पहले सोमवार को 20 हजार से अधिक श्रद्धालुओं ने हाजिरी लगाई। इस दौरान दर्शन-पूजन के बाद लोक कल्याणार्थ मंगल कामना की गई। बताते चलें कि इस बार सावन माह 59 दिनों का होंगा।सावन की शुरुआत वैसे तो 4 जुलाई से हो गया है लेकिन पहला सोमवार होने के नाते पहले ही दिन शिवालय बम-बम हो गए। शिव मंदिरों पर घंटे-घड़ियाल और हर-हर महादेव के जयघोष तड़के ही गूंजने लगे। सिद्धपीठ हरिहरनाथ धाम पर सुबह से ही श्रद्धालुओं का आवागमन शुरू हो गया। देवाधिदेव महादेव को श्रद्धालुओं ने बेलपत्र, मदार माला, भांग की पत्तियां और पुष्प आदि चढ़ाकर सुख सौभाग्य की कामना की। बड़ी संख्या में कांवरियों और व्रती महिलाओं ने भी हरिहरनाथ का जलाभिषेक किया।
तिलंगा स्थित तिलेश्वरनाथ धाम में बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने पहुंचकर जलाभिषेक किया। इसमें कांवरिया भी शामिल रहे। गोपीगंज बड़ा चौराह स्थित गोपेश्वरनाथ मंदिर पर भी शिवभक्तों की भारी भीड़ लगी रही। इसी तरह, औराई, महाराजगंज, बाबूसराय, चौरी, जंगीगंज, सुरियावां, दुर्गागंज, अभोली, देवनाथपुर, असनाव आदि इलाकों के शिवमंदिरों पर भी भारी भीड़ रही।हिंदू पंचांग के अनुसार इस बार सावन का महीना करीब 2 महीने का होने वाला है। सावन मास की शुरुआत 4 जुलाई 2023 से होगी और 31 अगस्त 2023 तक रहेगा। यानी इस बार भक्तों को भगवान शिव की उपासना के लिए कुल 58 दिन मिलने वाले हैं।
चार से 17 जुलाई और 17 अगस्त से 31 अगस्त तक शुद्ध सावन मास होगा। इस बीच 18 से 16 अगस्त के बीच अधिक मास रहेगा। अधिक मास मिलाकर आठ सोमवार होगा। बताया कि यह शुभ संयोग 19 साल बाद बना है। 18 जुलाई से 16 अगस्त तक अधिकमास रहेगा। बताया कि सावन के महीने में भगवान शिव पर धतूरा, बेलपत्र चावल चंदन, शहद आदि जरूर चढ़ाना चाहिए। सावन के महीने में की गई पूजा से भगवान शिव जल्दी प्रसन्न होते हैं।
Jul 10 2023, 14:35