*ट्विटर ने गिलगित-बाल्टिस्तान को बताया भारत का हिस्सा, पाकिस्तान सरकार के ऑफिशियल अकाउंट भी किया ब्लॉक*

डेस्क: एलन मस्क की कंपनी ट्विटर ने गिलगित-बाल्टिस्तान में पाकिस्तान सरकार के आधिकारिक खाते को ब्लॉक कर दिया है. इस क्षेत्र के कुछ हिस्सों को भारत के लोकेशन में दिखा रहा है. इसके अलावा, जब पाकिस्तानी यूजर ऐप पर लोकेशन फीचर चालू करते हैं तो एरिया से भेजे गए ट्वीट्स को भारत के कश्मीर से आने वाले ट्वीट्स के रूप में दिखाता है.

ट्विटर से जुड़ा गिलगित-बाल्टिस्तान का मामला तब सामने आया गिलगित-बाल्टिस्तान में कई ट्विटर यूजर ने शिकायत की कि वे पाकिस्तानी सरकार से जुड़े अकाउंट को एक्सेस नहीं कर पा रहे हैं. गिलगित-बाल्टिस्तान में जब यूजर सरकार से जुड़े अकाउंट को एक्सेस करने की कोशिश की तो एक मैसेज शो हुआ, जिसमें लिखा हुआ था कि कानूनी वजहों के चलते ये अकाउंट भारत में ब्लॉक है.

भारत के जम्मू-कश्मीर का लोकेशन

भारत में साल 2023 मार्च के दौरान पाकिस्तानी सरकार के आधिकारिक अकाउंट पर बैन लगा दिया गया है. वहीं साल 2022 में पाकिस्तान से जुड़े अकाउंट को कानूनी शिकायतों पर दो बार ब्लॉक कर दिया गया था. इसी बीच गिलगित के रहीमाबाद इलाके के निवासी यासिर हुसैन ने ट्वीट किया करते हुए लिखा कि मैं गिलगित-बाल्टिस्तान में हूं और ट्विटर पाकिस्तान के ट्वीट नहीं दिखा रहा है. मैं फॉलो किए जाने वाले अलग-अलग अकाउंट के ट्वीट क्यों नहीं देख पा रहा हूं?

हुसैन ने पाकिस्तानी अखबार डॉन को बताया कि जब उन्होंने अपने ट्वीट में लोकेशन को जोड़ने की कोशिश की तो उन्होंने पाया कि ऐप उन्हें गिलगित-बाल्टिस्तान के बजाय भारत के जम्मू-कश्मीर में होने का लोकेशन दे रहा था.

ट्विटर पहले लगा चुका है बैन

गिलगित-बाल्टिस्तान के हुसैन ने कहा कि पाकिस्तान के अधिकारियों को ट्विटर से जुड़े मामले पर गंभीर संज्ञान लेना चाहिए, क्योंकि भारत ने गिलगित-बाल्टिस्तान की जियो-टैगिंग को बदलने की कोशिश की होगी. वहीं एक अन्य ट्विटर यूजर करीम शाह निज़ारी ने ने कहा कि वह अपने ट्वीट में पाकिस्तान के लोकेशन को नहीं जोड़ पा रहे हैं. हमें जो एकमात्र ऑप्शन मिल रहा है वो जम्मू-कश्मीर है.

ट्विटर ने जून 2022 में ट्विटर ने संयुक्त राष्ट्र, तुर्किए, ईरान और मिस्र में पाकिस्तानी मिशन और रेडियो पाकिस्तान सहित कई पाकिस्तानी खातों पर प्रतिबंध लगा दिया था.

दिल्ली के पूर्व डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया को जेल या बेल, 14 जुलाई को उनकी जमानत याचिका पर सुनवाई के लिए सर्वोच्च न्यायालय तैयार


दिल्ली के पूर्व डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया की जमानत याचिका पर सुनवाई के लिए सर्वोच्च न्यायालय तैयार हो गया है। शराब घोटाले में लगे आरोपों के चलते तिहाड़ जेल में कैद आम आदमी पार्टी (AAP) के वरिष्ठ मनीष सिसोदिया की याचिका पर 14 जुलाई को सुनवाई होगी। CBI और ED मामले में दिल्ली उच्च न्यायालय के फैसले को चुनौती देते हुए सिसोदिया ने सबसे बड़ी अदालत से राहत मांगी है।

बता दें कि, दिल्ली उच्च न्यायालय ने बहुचर्चित शराब घोटाला मामले में 6 जुलाई को दिल्ली के पूर्व डिप्टी सीएम और आम आदमी पार्टी (AAP) के वरिष्ठ नेता मनीष सिसोदिया की जमानत याचिका खारिज कर दी थी, उसके बाद ही उन्होंने सर्वोच्च न्यायालय का दरवाजा खटखटाने का फैसला ले लिया था। दरअसल, सिसोदिया ने दिल्ली उच्च न्यायालय द्वारा CBI और ED दोनों मामलों में उन्हें जमानत देने से इनकार करने के फैसले को शीर्ष अदालत में चुनौती दी है।

दिल्ली हाई कोर्ट के जस्टिस दिनेश कुमार शर्मा ने मनीष सिसोदिया की जमानत पर फैसला दिया था।

 उन्होंने सिसोदिया की जमानत याचिका ठुकराते हुए कहा था कि, वो इस स्टेज पर पर जमानत के योग्य नहीं है। हाई कोर्ट ने दिल्ली के सिसोदिया की याचिका खारिज करते हुए कहा था कि, पूर्व डिप्टी सीएम दिल्ली सरकार में प्रभावशाली पद पर रहे हैं, जमानत मिलने पर गवाहों को प्रभावित करने की आशंका से इंकार नहीं किया जा सकता।

कर्नाटक के बेलगाम जिले में जैन मुनि कामकुमार नंदी महाराज की हत्या के बाद उबाल, विश्व हिंदू परिषद ने कर्नाटक सरकार पर उठाए कई सवाल, कहा, राज्य सर

कर्नाटक के बेलगाम जिले में जैन मुनि कामकुमार नंदी महाराज की हत्या का सनसनीखेज मामला सामने आया है। इस घटना के बाद विश्व हिंदू परिषद ने कर्नाटक सरकार पर कई सवाल उठाए हैं। जैन आचार्य की नृशंस हत्या पर VHP का कहना है कि यह राज्य सरकार की हिंदू विरोधी नीतियों का परिणाम है।

एक बयान जारी कर VHP ने कहा कि बुधवार को कर्नाटक के बेलगाम के चिकोडी में दिगंबर जैन भिक्षु आचार्य कामकुमार नंदी की नृशंस हत्या ने पूरे भारत के आध्यात्मिक-धार्मिक समुदाय और पारिस्थितिकी तंत्र को झकझोर कर रख दिया है। विश्व हिंदू परिषद के केंद्रीय महासचिव मिलिंद परांडे ने इस अमानवीय घटना की कड़ी निंदा करते हुए कहा कि दुनिया को अहिंसा का पाठ पढ़ाने वाले पूज्य जैन आचार्य का अपहरण और फिर उनके पवित्र शरीर को काट देना ऐसा प्रतीत होता है कि यह राज्य में कांग्रेस के नेतृत्व वाली सरकार की हिंदू विरोधी नीतियों का परिणाम है। जैन मुनि पिछले 15 वर्षों से आनंद पर्वत पर रहकर स्थानीय समाज की सेवा कर रहे थे।

VHP महासचिव ने कहा कि जब से प्रदेश की नई सरकार के मंत्री गोहत्या विरोधी और धर्मांतरण विरोधी कानून हटाने की बात कर रहे हैं, तब से धर्म द्रोही और राष्ट्र विरोधी ताकतों का दुस्साहस बढ़ गया है। समाज में कलंक बने इन अपराधियों पर अंकुश लगाकर हत्यारों और उनके साथियों को अविलंब फांसी की सजा दी जानी चाहिए।

'न तो साधु सुरक्षित और न ही भारतीय समाज'

VHP महासचिव मिलिंद परांडे ने कहा कि सरकार की हिंदू विरोधी नीतियों के कारण आज राज्य में न तो साधु सुरक्षित हैं और न ही भारतीय समाज। यदि कोई स्वतंत्र रूप से घूमने की स्वतंत्रता और मुक्त कट्टरपंथी और कानून तोड़ने वाले होने की अनैतिकता का आनंद ले रहा है, तो वह जिहादी और चरमपंथी हैं!

परांडे ने मांग की कि कांग्रेस सरकार को इस अमानवीय घटना पर हिंदू जैन समुदाय से माफी मांगकर अपनी हिंदू विरोधी मानसिकता से बाहर आना चाहिए।

कर्नाटक के पूर्व CM ने की निष्पक्ष जांच की मांग

वहीं कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री बसवराज एस बोम्मई ने कहा कि मैं जैन मुनि महाराज की हत्या की निंदा करता हूं, जो अहिंसा और शांति के लिए जाने जाते हैं। हत्या की प्रारंभिक जांच में संदेह पैदा हुआ है, इसकी शीर्ष अधिकारियों से निष्पक्ष जांच करायी जानी चाहिए और मुख्य दोषियों को तुरंत गिरफ्तार कर कड़ी से कड़ी सजा दी जानी चाहिए।

विरोध में प्रदर्शन, भाजपा का मिला साथ

बेलगाम में जैन संत की हत्या के विरोध में सैकड़ों प्रदर्शनकारी सड़क पर उतरे और विरोध में नारेबाजी की। उन्होंने नारे लगाए, 'हम न्याय चाहते हैं'। इस वजह से बेलगाम के पास NH4 राजमार्ग जाम हो गया। भाजपा विधायक अभय पाटिल और संजय पाटिल भी विरोध प्रदर्शन में शामिल हुए। प्रदर्शनकारियों ने मांग की कि हम सरकार और विभाग के अधिकारियों से केवल एक चीज चाहते हैं। कृपया इसकी उचित तरीके से जांच करें। दोषियों पर कार्रवाई होनी चाहिए। एक कड़ा संदेश जाना चाहिए। जो संत समाज की भलाई के लिए कार्य करते हैं, समाज उनके साथ खड़ा होता है।

दिल्ली एनसीआर में लगातार भारी बारिश के कारण बाढ़ का अलर्ट, दिल्ली, नोएडा और गाजियाबाद में आज स्कूल बंद, गुरुग्राम में WFH एडवाइजरी

दिल्ली और राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) के शहरों गुरुग्राम और नोएडा के सभी स्कूल क्षेत्र में भारी बारिश के मद्देनजर सोमवार को बंद रहेंगे। अधिकारियों ने यह जानकारी दी। इसके साथ ही लगातार बारिश को देखते हुए गुरुग्राम में निजी संस्थानों और कॉर्पोरेट कार्यालयों से कहा गया है कि वे अपने कर्मचारियों को घर से काम (वर्क फ्रॉम होम) करने के लिए कहें।

गाजियाबाद में बारिश के कारण दो दिन और उसके बाद कांवड़ यात्रा के कारण 17 जुलाई तक स्कूल बंद रहेंगे। प्रशासन ने पहले कांवड़ यात्रा के कारण रविवार तक स्कूल बंद रखने की घोषणा की थी। नगर मजिस्ट्रेट शुभांगी शुक्ला ने बताया कि भारी बारिश के कारण जिले के सभी स्कूल और कॉलेज सोमवार और मंगलवार को बंद कर दिए गए हैं। उसके बाद कांवड़ यात्रा के मद्देनजर इन्हें आगामी 15 जुलाई तक बंद रखा जाएगा। उन्होंने बताया कि 16 जुलाई को रविवार की छुट्टी के बाद 17 जुलाई से स्कूल-कॉलेज दोबारा खोले जाएंगे।

दिल्ली में सभी स्कूल आज बंद

राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र सहित उत्तर और उत्तर-पश्चिम भारत के अधिकतर हिस्सों में शनिवार से मूसलाधार बारिश हुई, जिससे जलजमाव, अचानक बाढ़, घर गिरने और वर्षा जनित कई घटनाएं हुई हैं। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि राष्ट्रीय राजधानी के स्कूलों के प्रमुखों को एक नोटिस भेजा गया है। जिसमें कहा गया है कि सभी सरकारी और निजी स्कूल सोमवार को छात्रों के लिए बंद रहेंगे। हालांकि, शिक्षकों को स्कूल आने का निर्देश दिया गया है।

बंगाल पंचायत चुनाव में हुई थी भारी हिंसा, लूटी गई थी कई मतपेटियां, आज 697 बूथों पर दोबारा हो रहा मतदान, सेंट्रल फोर्स तैनात

पश्चिम बंगाल में भीषण हिंसा और रक्तपात के बीच शनिवार (8 जुलाई) को पंचायत चुनाव के लिए मतदान हुआ था। कहीं मतपेटी लूट ली गई थी, तो कहीं बैलेट बॉक्स को ही आग के हवाले कर दिया गया था। वोटर्स को धमकाने के लिए जगह-जगह गोलीबारी और बमबाजी भी हुई थी। एक रिपोर्ट के अनुसार, अकेले मतदान वाले दिन 16 लोगों की हत्या हुई थी, जिसमे अधिकतर राजनितिक दल के कार्यकर्ता थे। हालाँकि, बंगाल में केंद्रीय बल मौजूद थे, लेकिन मांगने के बावजूद भी बंगाल चुनाव आयोग द्वारा केंद्रीय बलों को संवेदनशील बूथों की सूची नहीं दी गई, जहाँ वे सुरक्षा दे सकते थे। 

रिपोर्ट के अनुसार, सीमा सुरक्षा बल (BSF) के DIG सुरजीत सिंह गुलेरिया ने कहा है कि कल मतदान के दौरान BSF, सेंट्रल फोर्स और स्टेट फोर्स की तैनाती की गई थी। जहां भी तैनाती हुई वहां सुचारू रूप से वोटिंग हुई। मतदान वाले दिन सुबह 11 बजे 59,000 ट्रूप्स मौजूद थे। उन्होंने कहा कि, 61,636 पोलिंग बूथ में से 4,834 संवेदनशील पोलिंग बूथ घोषित हुए हैं, यह जानकारी हमें मीडिया के जरिए मिली है। DIG सुरजीत सिंह ने आगे कहा कि जो संवेदनशील पोलिंग बूथ होते हैं, उस पर प्राथमिकता दी जाती है, इन पोलिंग बूथों पर बंगाल के प्रशासन (DM-SP) द्वारा बताए जाने पर हमारे बलों की तैनाती की गई थी। हमारे पास पोलिंग बूथ की सूची अभी तक नहीं आई है। हमने बंगाल चुनाव आयोग को इसे लेकर पत्र भी लिखा, पत्र का जवाब हमें मिला, जिसमें सिर्फ 61,636 पोलिंग बूथ होने की जानकारी दी गई जबकि संवेदनशील बूथ के बारे में कोई जानकारी नहीं दी गई। 

ऐसे में आज सोमवार को पश्चिम बंगाल 22 में से 19 जिलों में कुल 697 बूथों पर दोबारा वोटिंग कराई जा रही है। हिंसा की आशंका के मद्देनज़र आज सोमवार को सुबह 7 बजे से वोटिंग शुरू हो चुकी है। मतदान केंद्रों पर सेंट्रल फोर्स की तैनाती की गई है। केंद्रीय वाहिनी की तैनाती के बीच हो रहे वोटिंग के दौरान कई बूथों पर मतदाताओं को लंबी कतारें देखी जा रही है। इस बीच चुनावी हिंसा में नदिया में जख्मी एक शख्स की मौत हो गई है और दिनहाटा में बमबारी की खबर सामने आई है।

बता दें कि, पंचायत चुनाव के तहत विभिन्न जिलों में सियासी हिंसा के चलते दहशत का माहौल बना हुआ है। कम से कम 21 लोगों का कत्ल किया गया है। राज्य में मतपेटी लूटने की तस्वीरें भी देखने को मिली थी। बंगाल निर्वाचन आयोग ने मतदान खत्म होने के बाद जिला प्रशासन से रिपोर्ट मांगी थी, उस रिपोर्ट की जांच के बाद आयोग ने सोमवार को फिर से वोटिंग का आदेश दिया था। आज सुबह से ही मतदान शुरू हुआ है। दोबारा चुनाव में यह तस्वीर प्रदेश के विभिन्न हिस्सों में देखने को मिली। लोग धूप और बारिश को अनदेखा कर लोकतांत्रिक अधिकारों का इस्तेमाल करने के लिए लंबी लाइन में खड़े हैं। केंद्रीय बलों की सुरक्षा से वोटर्स का विश्वास बढ़ा है।

निर्वाचन आयोग द्वारा जारी सूची के मुताबिक, मुर्शिदाबाद जिले में सर्वाधिक 175 बूथों पर दोबारा मतदान हो रहे हैं। इसके बाद मालदा जिला (109 बूथ), कूच बिहार (53 बूथ), नादिया (89 बूथ), उत्तर चौबीस परगना (46 बूथ) पर वोट डाले जा रहे हैं। इसके अलावा पूर्वी मेदिनीपुर के 31, हुगली के 29, दक्षिण चौबीस परगना के 36 बूथों पर दोबारा मतदान हो रहे हैं। पूर्वी मेदिनीपुर के जिन बूथों पर दोबारा मतदान हो रहा है, उनमें नंदीग्राम के भी दो बूथ शामिल हैं। इसके अलावा उत्तरी दिनाजपुर में 42 बूथ, पश्चिम मेदिनीपुर में 10 बूथ, हावड़ा में 8 बूथ पर दोबारा वोटिंग हो रही है। वहीं, झारग्राम, कलिम्पोंग, दार्जिलिंग जिलों के बूथों पर दोबारा मतदान का आदेश नहीं दिया गया है।

बंगाल पंचायत चुनाव में हुई थी भारी हिंसा, लूटी गई थी कई मतपेटियां, आज 697 बूथों पर दोबारा हो रहा मतदान, सेंट्रल फोर्स तैनात

पश्चिम बंगाल में भीषण हिंसा और रक्तपात के बीच शनिवार (8 जुलाई) को पंचायत चुनाव के लिए मतदान हुआ था। कहीं मतपेटी लूट ली गई थी, तो कहीं बैलेट बॉक्स को ही आग के हवाले कर दिया गया था। वोटर्स को धमकाने के लिए जगह-जगह गोलीबारी और बमबाजी भी हुई थी। एक रिपोर्ट के अनुसार, अकेले मतदान वाले दिन 16 लोगों की हत्या हुई थी, जिसमे अधिकतर राजनितिक दल के कार्यकर्ता थे। हालाँकि, बंगाल में केंद्रीय बल मौजूद थे, लेकिन मांगने के बावजूद भी बंगाल चुनाव आयोग द्वारा केंद्रीय बलों को संवेदनशील बूथों की सूची नहीं दी गई, जहाँ वे सुरक्षा दे सकते थे। 

रिपोर्ट के अनुसार, सीमा सुरक्षा बल (BSF) के DIG सुरजीत सिंह गुलेरिया ने कहा है कि कल मतदान के दौरान BSF, सेंट्रल फोर्स और स्टेट फोर्स की तैनाती की गई थी। जहां भी तैनाती हुई वहां सुचारू रूप से वोटिंग हुई। मतदान वाले दिन सुबह 11 बजे 59,000 ट्रूप्स मौजूद थे। उन्होंने कहा कि, 61,636 पोलिंग बूथ में से 4,834 संवेदनशील पोलिंग बूथ घोषित हुए हैं, यह जानकारी हमें मीडिया के जरिए मिली है। DIG सुरजीत सिंह ने आगे कहा कि जो संवेदनशील पोलिंग बूथ होते हैं, उस पर प्राथमिकता दी जाती है, इन पोलिंग बूथों पर बंगाल के प्रशासन (DM-SP) द्वारा बताए जाने पर हमारे बलों की तैनाती की गई थी। हमारे पास पोलिंग बूथ की सूची अभी तक नहीं आई है। हमने बंगाल चुनाव आयोग को इसे लेकर पत्र भी लिखा, पत्र का जवाब हमें मिला, जिसमें सिर्फ 61,636 पोलिंग बूथ होने की जानकारी दी गई जबकि संवेदनशील बूथ के बारे में कोई जानकारी नहीं दी गई। 

ऐसे में आज सोमवार को पश्चिम बंगाल 22 में से 19 जिलों में कुल 697 बूथों पर दोबारा वोटिंग कराई जा रही है। हिंसा की आशंका के मद्देनज़र आज सोमवार को सुबह 7 बजे से वोटिंग शुरू हो चुकी है। मतदान केंद्रों पर सेंट्रल फोर्स की तैनाती की गई है। केंद्रीय वाहिनी की तैनाती के बीच हो रहे वोटिंग के दौरान कई बूथों पर मतदाताओं को लंबी कतारें देखी जा रही है। इस बीच चुनावी हिंसा में नदिया में जख्मी एक शख्स की मौत हो गई है और दिनहाटा में बमबारी की खबर सामने आई है।

बता दें कि, पंचायत चुनाव के तहत विभिन्न जिलों में सियासी हिंसा के चलते दहशत का माहौल बना हुआ है। कम से कम 21 लोगों का कत्ल किया गया है। राज्य में मतपेटी लूटने की तस्वीरें भी देखने को मिली थी। बंगाल निर्वाचन आयोग ने मतदान खत्म होने के बाद जिला प्रशासन से रिपोर्ट मांगी थी, उस रिपोर्ट की जांच के बाद आयोग ने सोमवार को फिर से वोटिंग का आदेश दिया था। आज सुबह से ही मतदान शुरू हुआ है। दोबारा चुनाव में यह तस्वीर प्रदेश के विभिन्न हिस्सों में देखने को मिली। लोग धूप और बारिश को अनदेखा कर लोकतांत्रिक अधिकारों का इस्तेमाल करने के लिए लंबी लाइन में खड़े हैं। केंद्रीय बलों की सुरक्षा से वोटर्स का विश्वास बढ़ा है।

निर्वाचन आयोग द्वारा जारी सूची के मुताबिक, मुर्शिदाबाद जिले में सर्वाधिक 175 बूथों पर दोबारा मतदान हो रहे हैं। इसके बाद मालदा जिला (109 बूथ), कूच बिहार (53 बूथ), नादिया (89 बूथ), उत्तर चौबीस परगना (46 बूथ) पर वोट डाले जा रहे हैं। इसके अलावा पूर्वी मेदिनीपुर के 31, हुगली के 29, दक्षिण चौबीस परगना के 36 बूथों पर दोबारा मतदान हो रहे हैं। पूर्वी मेदिनीपुर के जिन बूथों पर दोबारा मतदान हो रहा है, उनमें नंदीग्राम के भी दो बूथ शामिल हैं। इसके अलावा उत्तरी दिनाजपुर में 42 बूथ, पश्चिम मेदिनीपुर में 10 बूथ, हावड़ा में 8 बूथ पर दोबारा वोटिंग हो रही है। वहीं, झारग्राम, कलिम्पोंग, दार्जिलिंग जिलों के बूथों पर दोबारा मतदान का आदेश नहीं दिया गया है।

कर्नाटक में शादी के ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन पर विपक्ष नाराज, कहा- इससे लव जिहाद को मिलेगा बढ़ावा, केवल एक वर्ग को खुश करने का भी लगाया आरोप



 कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्दारमैया ने कहा कि विवाह बंधन में बंधने वाले जोड़ों को शादी के रजिस्ट्रेशन के लिए ऑनलाइन पंजीकरण करना होगा। मुख्यमंत्री सिद्दारमैया ने कहा कि अब आपको अपनी शादी का रजिस्ट्रेशन कराने के लिए सब रजिस्ट्रार ऑफिस जाने की जरूरत नहीं है। उन्होंने कहा, विवाहों के ऑनलाइन पंजीकरण का प्रावधान किया जाएगा। मुख्यमंत्री ने कहा, कावेरी 2.0 सॉफ्टवेयर एप्लिकेशन के माध्यम से पंजीकरण किया जाएगा। विवाह का पंजीकरण बापू सेवा केंद्रों और ग्राम वन केंद्रों पर भी किया जा सकता है। अब तक विवाह का पंजीकरण केवल उप निबंधन कार्यालयों में ही होता था। 

मुख्यमंत्री सिद्दारमैया के इस कदम से हिंदू कार्यकर्ता और भाजपा में नाराजगी है। बजट पेश होने के तुरंत बाद कर्नाटक बीजेपी इकाई ने इस प्रावधान पर आपत्ति जताई थी।

 हिंदू कार्यकर्ताओं ने कांग्रेस सरकार की आलोचना करते हुए कहा कि इससे हिंदू युवा लड़कियों और महिलाओं के खिलाफ लव-जिहाद करने वाले तत्वों को मदद मिलेगी। अखिल भारतीय बजरंग दल के सह-संयोजक सूर्यनारायण ने आईएएनएस से बात करते हुए कहा कि संगठन की ओर से हम निश्चित रूप से इस फैसले का विरोध करेंगे। दूसरी बात यह कि यह व्यवस्था अच्छी नहीं है। उन्‍होंने कहा, अगर हम राज्य के बजट पर नजर डालें तो इसमें केवल एक वर्ग को खुश करने की कोशिश की गई है, कई सुविधाएं जानबूझकर केवल अल्पसंख्यकों के लिए बनाई गई हैं और यह एक गंभीर मामला है। 

कहा, ऑनलाइन पंजीकरण सुविधा प्रदान करने का यह कदम धर्म परिवर्तन कराने की साजिश प्रतीत होता है। इससे माता-पिता को कठिनाइयों का सामना करना पड़ेगा। सूर्यनारायण ने कहा, सरकार को इसे लागू नहीं करना चाहिए और विवाह पंजीकरण के लिए पुरानी पद्धति को जारी रखना चाहिए। श्री राम सेना के संस्थापक प्रमोद मुथालिक ने कहा कि सरकार के फैसले के बाद लव-जिहाद के मामलों की संख्या बढ़ जाएगी। उन्होंने कांग्रेस सरकार से विवाह के ऑनलाइन पंजीकरण की अनुमति नहीं देने का आग्रह किया।

गुजरात के वडोदरा में छत्रपति शिवाजी महाराज पर आपत्तिजनक टिप्पणी करने पर शख्स गिरफ्तार, शिकायतकर्ता ने कहा, हिंदू भावनाओं को ठेस पहुंची

गुजरात पुलिस ने बड़ोदरा में छत्रपति शिवाजी महाराज के बारे में कथित रूप से अपमानजनक टिप्पणी करने के आरोप में एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने कहा कि आरोपी की पहचान आर्यन पटेल के रूप में हुई है, जिसकी एक दोस्त से बहस हो गई। इस दौरान उसने 17वीं शताब्दी के मराठा राजा के बारे में आपत्तिजनक टिप्पणी की। 

शिकायतकर्ता दीपक पालकर ने एफआईआर में कहा कि आरोपी ने सार्वजनिक रूप से छत्रपति शिवाजी महाराज के खिलाफ अभद्र भाषा का इस्तेमाल किया, जिससे हिंदू समुदाय की भावनाओं को ठेस पहुंची है। पालकर को व्हाट्सएप पर एक वीडियो मिला, जिसमें आरोपी को सार्वजनिक रूप से शिवाजी महाराज के बारे में आपत्तिजनक टिप्पणी करते हुए सुना जा सकता है। आपत्तिजनक कमेंट्स को एक मोबाइल फोन वीडियो में कैद कर लिया गया।

 बाद में सोशल मीडिया पर शेयर किया गया, जिसके बाद एफआईआर दर्ज की गई। पुलिस इंस्पेक्टर एयू गोहिल ने बताया कि आरोपी आर्यन पटेल को शनिवार को गिरफ्तार कर लिया गया। आरोपी पर भारतीय दंड संहिता की धारा 153 (ए) और 294 (बी) के तहत आरोप लगाया गया है।

आपके काम की खबर, भारत के सभी बैंकों में 9 दिनों की होगी लंबी छुट्टी, जरूरी काम पहले निपटाएं, यहां देखिए, छुट्टियों की पूरी लिस्ट


देश के सभी बैंक यूजर्स के लिए महत्वपूर्ण खबर है। अगर बैंक संबंधित कोई भी काम है तो जल्द पूरा कर लें, क्योंकि 9 से 29 जुलाई के बीच 9 दिन बैंक बंद रहने वाले है। इसमें से कुछ छुट्टियां देशभर के बैंकों पर लागू होगा तो कुछ राज्य और क्षेत्र विशेष पर। इससे बैंकिंग संबंधित कई काम प्रभावित हो सकते है। हाालंकि ऑनलाइन सेवाएं Google Pay, Phone Pay, Paytm, इंटरनेट बैंकिंग सेवाएं जारी रहेगी, लेकिन चेकबुक-पासबुक के कामों पर असर पड़ सकता है। 

 ऑनलाइन सेवाएं रहेंगी जारी

 इसके अलावा UPI के द्वारा भी आप पैसे ट्रांसफर किए जा सकते हैं, वहीं कैश विड्रॉल के लिए आप एटीएम का इस्तेमाल कर सकते हैं। इसके अलावा नेट बैंकिंग, एटीएम, डिजिटल पेमेंट के जरिए भी अपने काम कर सकते हैं।क्रेडिट, डेबिट कार्ड का भी आसानी से यूज कर सकते हैं। वही पैसों को आप एक खाते से दूसरे खाते में नेट बैंकिंग या मोबाइल बैंकिंग के जरिए ट्रांसफर कर सकते हैं। बैंक प्रत्येक माह के पहले और तीसरे शनिवार को खुले रहते हैं। इनमें से कुछ बैंक छुट्टियां राज्य-विशिष्ट होंगी और राष्ट्रीय छुट्टियों के दौरान, देश भर में बैंक बंद रहेंगे।

बैंक में 9 दिनों तक मिलेगी छुट्टी

 11 जुलाई 2023 – गुरुवार – केर पूजा – त्रिपुरा

 13 जुलाई 2023 – गुरुवार – भानु जयंती – सिक्किम 

16 जुलाई रविवार

 17 जुलाई 2023 – सोमवार – यू टिरोट सिंग डे – मेघालय 

21 जुलाई: द्रुक्पा त्शे-ज़ी के कारण गंगटोक में बैंक बंद रहेंगे

 22 जुलाई 2023 – शनिवार – चौथा शनिवार – सभी राज्यों में

 23 जुलाई रविवार 29 जुलाई 2023 – शनिवार – मुहर्रम – अगरतला, आइजोल, बेलापुर, बेंगलुरु, भोपाल, चेन्नई, हैदराबाद– आंध्र प्रदेश, हैदराबाद– तेलंगाना, जयपुर, कानपुर, कोलकाता, लखनऊ, मुंबई, नागपुर, नई दिल्ली, पटना, रायपुर, रांची में मुहर्रम (ताजिया) के अवसर पर शिमला में बैंक बंद रहेंगे।

गृह मंत्री का OSD बन बिछाया ठगी का जाल, दिल्ली पुलिस की गिरफ्त में आया सिविल इंजीनियर, गंगा एक्सप्रेसवे प्रोजेक्ट में बड़े पद पर पाना चाहता था नौ

दिल्ली पुलिस ने पेशे से एक सिविल इंजीनियर को गिरफ्तार किया है। आरोप है कि ये युवक, गृह मंत्री के ओएसडी बनकर नौकरी के लिए धौंस जमा रहा था। आरोपी से दिल्ली पूछताछ कर रही है। पुलिस का कहना है कि आरोपी गंगा एक्सप्रेसवे प्रोजेक्ट में एक बड़े पद पर नौकरी पाना चाहता था। इसलिए खुद मेल करके प्रोजेक्ट से जुड़ी कंपनी को रौब में लेने की कोशिश कर रहा था।

दिल्ली पुलिस का कहना है कि आरोपी का नाम रोबिन उपाध्याय है। ये युवक कई मल्टीनेशनल कंपनी में काम कर चुका है और करीब 25 साल का एक्सपीरियंस रखता है। आरोपी रोबिन ने एक बड़े व्यवसायी की कंपनी में खुद को गृह मंत्री अमित शाह का ओएसडी राजीव कुमार बताया और मेल करके रौब दिखाया। आरोपी ने गंगा एक्सप्रेसवे प्रोजेक्ट के सीनियर एसोसिएट वाईस प्रेजिडेंट और प्रोजेक्ट मैनेजर के पद पर रोबिन उपाध्याय को नियुक्त करने के लिए कहा।

पुलिस ने जांच की तो फर्जी निकला मामला

आरोपी की बातचीत से कंपनी को शक हुआ तो पुलिस से शिकायत की गई। कंपनी की तरफ से अक्षत शर्मा नाम के शख्श ने पुलिस में शिकायत दर्ज करवाई है। जांच के बाद पुलिस ने राजीव कुमार बने फर्जी रोबिन उपाध्याय को गिरफ्तार कर लिया।

ठगों ने ऐसे बिछाया था जाल

मुंबई के कारोबारी प्रवल चौधरी ने स्पेशल सेल को बताया था कि राहुल शाह, अनीश बंसल और बृजेश रतन नाम के व्यक्तियों ने उनके साथ 2 करोड़ रुपए की ठगी की है। आरोपियों ने पीड़ित को गृहमंत्री से मिलवाने के नाम पर दिल्ली में 99 कुशक रोड पर बुलाया था। कारोबारी के मुताबिक 100 करोड़ रुपए में काम होना था, 2 करोड़ रुपए बतौर एडवांस दिया गया था। इस मामले में अभी तक कोई गिराफ्तारी नही हुई है। पीड़ित के मुताबिक आरोपियों ने उन्हें बताया था कि गृह मंत्री शाह उनके सामने रहते हैं। उनके बेटे जय शाह से आरोपियों की गहरी दोस्ती है। आरोपियों ने यह भी कहा था कि वे जय शाह के साथ नारायणी ग्रुप समेत सभी बिजनेस में पार्टनर हैं।

सुकेश चंद्रशेखर भी कर चुका है ठगी

इससे पहले महाठग सुकेश चंद्रशेखर ने भी आवाज बदलकर बड़ी ठगी की वारदात को अंजाम दिया था। उसने रैनबैक्सी के मालिक शिवेंद्र सिंह की पत्नी अदिति सिंह से पैसे वसूलने के लिए सुकेश कई बार आवाज बदलकर बात करता था। वो लगातार आश्वासन देता था कि उसके पति शिवेंद्र को जेल से जल्द जमानत दिलवा दी जाएगी। वो फोन पर कहा करता था कि गृह मंत्री ने खुद मुझसे कहा है कि मैं आपसे बात करूं। आपके हितों का ध्यान देश के बड़े लोग रख रहे हैं। ये पूरा कारनामा सुकेश ने जून 2020 से मई 2021 के बीच किया था। वो कभी गृह सचिव बन बात करता था, तो भी कानून सचिव की आवाज में भी बड़े-बड़े वादे कर देता था। वो ये सबकुछ तिहाड़ जेल में बैठकर ही कर रहा था. आरोपी ने 215 करोड़ ठगे लिए थे।