इंटरलिंकिंग सड़कों की मरम्मत के लिए भेजे गए 20 लाख रूपए के प्रस्ताव

रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव

भदोही- नगर पंचायत के अलग-अलग वार्ड में जर्जर एवं ध्वस्त हो चुकी इंटरलिंकिंग की मरम्मत की जाएगी। जिसके लिए 20 लाख का प्रस्ताव शासन को भेजा गया है। स्वीकृति मिलने पर अलग-अलग वार्ड में खराब हो चुकी इंटरलिंकिंग मार्ग को सुधारा जाएगा। जिला मुख्यालय स्थित नगर पंचायत ज्ञानपुर में कुल 11 वार्ड है। 20 से 22 हजार की आबादी वाले वैसे तो एक से डेढ़ दशक में काफी विकास कार्य कराए गए, लेकिन अब भी क‌ई मूलभूत सुविधाएं बेहतर नहीं हो सकी।

आठ से 10 साल पूर्व बनी इंटरलिंकिंग सड़कें निगरानी के अभाव में जर्जर होकर टूट गई और धंस गई है। ज्ञानपुर के वार्ड दो, तीन, पांच नौ पुरानी बाजार, बालीपुर, नारायण कालोनी में भी क‌ई मार्ग ध्वस्त हो चुके हैं। जिससे आवागमन जहां दुरुह हो चुका है वहीं दुघर्टना की आशंका बनी रहती है। नगरों में न‌ई सरकार बनने के बाद पेयजल, सड़क, इंटरलिंकिंग सहित अन्य काम को समय से पूर्ण कराने की कवायद शुरू हो गई है।

पिछले दिनों नगर पंचायत बोर्ड की बैठक में जर्जर एवं टूटे इंटरलिंकिंग मार्ग के मरम्मत के लिए 20 लाख का प्रस्ताव बनाया गया। जिसे अब शासन को भेज गया। नगर में सोलर वाटर कूलर भी लगवाया जाएगा। इसमें तीन स्थानों का चयन हो चुका है। काशी नरेश राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय के मुख्य गेट के सामने, ज्ञानपुर कोतवाली के पास और पुरानी बाजार में लगना है। इससे लोगों को राहत मिलेगी।

जर्जर इंटरलिंकिंग की मरम्मत और तीन वार्ड 100-100 मीटर इंटरलिंकिंग के लिए 20 लाख का प्रस्ताव शासन को भेजा गया है। स्वीकृति मिलने पर काम शुरू किया जाएगा। उम्मीद है कि अगस्त - सितंबर तक स्वीकृति मिल जाए।

महिला की मारपीट के दौरान हत्या के बाद दूसरे दिन भी तनाव, पिता - पुत्र समेत तीन गिरफ्तार

रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव

भदोही- जलालपुर गांव (पनवरिया) में दूसरे दिन रविवार को भी तनाव की स्थिति रही। पुलिस ने महिला की मारपीट के दौरान हत्या करने के पिता - पुत्र समेत तीन आरोपियों को जेल रवाना किया। उनके पास से आला कल्त डंडा बरामद करने का दावा किया गया। उधर, पोस्टमोर्टम के बाद स्वजनों ने शव का अंतिम संस्कार कर दिया।

बात दें कि गांव निवासी राजेंद्र प्रसाद यादव व लाल साहब यादव के बीच पैतृक जमीन के बंटवारे को लेकर लंबे समय से विवाद चला आ रहा है। मामला एसडीएम कोर्ट भदोही में चल भी रहा है। शनिवार की सुबह खेत को जोतने का काम एक पक्ष करा रहा था। जिसका दूसरा पक्ष विरोध किया। कहासुनी के बाद लाठी - डंडा लेकर एक दूसरे पर दोनों परिवारों के लोग टूट पड़े।इस दौरान क‌ई लोगों की चोटें आई थीं। मामले की जानकारी पर पुलिस ने घायलों को एमबीएस में भर्ती कराया था, जहां पर 50 वर्षीय राजकुमारी पत्नी राजेन्द्र प्रसाद को अन्य रेफर कर दिया गया था। दोपहर में उपचार के दौरान उनकी मौत हो गई थी। पुलिस ने मामले में मुकादमा अपराध संख्या 145/2023 धारा 323,504,506,304/34 के तहत केस आरोपियों लाल साहब यादव व रोहित यादव, राकेश यादव व राजेश यादव के खिलाफ दर्ज किया था। मामले में दूसरे पक्ष की तहरीर पर भी संबंधित धाराओं में केस दर्ज किया गया है।

अपर पुलिस अधीक्षक राजेश भारती ने बताया कि लाल साहब यादव, राजेश यादव, व राजेश यादव को तीन डंडे के साथ गिरफ्तार करके जेल भेजा गया। बचे आरोपियों जल्द ही दबोचे जाएंगे।

जिसके शव के लिए पुलिस हुई परेशान, वह जिंदा मिली

रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव

भदोही- थानाक्षेत्र के लठियां कंदुई से तीन दिन पूर्व लापता विवाहिता को पुलिस ने शनिवार को बरामद कर लिया। वाराणसी के चिलबिला में एक महिला का शव मिलने पर मायके वालों ने विवाहिता का शव होने का दावा करते हुए थाने पर हंगामा किया।

चौरी थाना क्षेत्र के लठिया कंदुई निवासी विनय मिश्रा की शादी लगभग 10 वर्ष पूर्व जौनपुर के सुरेरी थाना क्षेत्र निवासी पूजा से हुई थी। बताया जा रहा है की सप्ताह भर पहले पूजा अपने पति के साथ मुम्बई से घर लौटी थी और पांच जुलाई को संदिग्ध हालात में घर से लापता हो गई। पति ने छह जुलाई को थाने में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई। पुलिस अभी लापता विवाहिता की तलाश कर रही थी कि शनिवार को वाराणसी में शिवपुर थाना क्षेत्र के चिलबिला में एक विवाहिता के शव मिलने का दावा करते हुए परिवार वाले थाने पहुंच गए और हंगामा करने लगे। पुलिस ने सक्रियता दिखाते हुए विवाहिता को कंधिया फाटक के पास से जिंदा बरामद कर मायके वालों के दावे को खारिज कर दिया।

प्रभारी निरीक्षक मनोज कुमार ने बताया जिस महिला के शव होने का दावा किया जा रहा शव उस महिला का नहीं था। बताया कि परिवारिक विवाद के कारण विवाहिता घर से चली गई थी और उसे कंधिया फाटक से बरामद कर लिया गया है।

उगापुर हवाईपटटी उपेक्षित, रनवे पर अतिक्रमण

भदोही- अंग्रेजों के समय में लगभग पांच हजार एकड़ में बनी उगापुर हवाईपट्टी 80 वर्ष बाद अपनी दुर्दशा पर आंसू बहा रहा है। हवाईपट्टी की 50 फीसदी से अधिक भूमि पर अवैध तरीके से कब्जा हो चुका है। आठ वर्ष पूर्व उड्डयन विभाग के अफसरों ने अतिक्रमण हटवाकर चहारदीवारी बनवाई लेकिन उसके बाद फिर कब्जा जारी है।

आजादी से पूर्व 1942 में अंग्रेजी सरकार ने सामानों को ढोने के लिए औराई से सटे उगापुर गांव में हवाईपट्टी का निर्माण कराया। करीब पांच हजार एकड़ में बनी हवाईपट्टी ढाई किमी लंबी और 55 मीटर चौड़ी है। उस दौरान माधोसिंह स्टेशन से हवाईपट्टी तक आठ किमी लंबी रेल लाइन भी बिछ़ाई गई थी। जहां से प्रतिदिन हवाईपट्टी के निर्माण संबंधी सामग्री और माल का परिवहन हुआ करता था। कुछ वर्ष तक तक माल वाहक एवं सामान्य जहाज यहां उतरते थे लेकिन जादी के बाद उक्त हवाईपट्टी पर दो हवाई जहाज उड़ान नहीं भर सके। अंग्रेजी अफसरों ने उड़ान न भरने वाले दोनों जहाजों का तेल निकाल कर आग के हवाले कर दिया जिसका मलवा वर्षों तक हवाई पटटी पर ही पड़ा रहा। बाद में उड्डयन विभाग मलवे को अपनी सुपुर्दगी में ले लिया। उसी दौरान हवाई पट्टी से कुछ दूर शुकुलपुर चकबीरा, नकटापुर और गरौली गांव में सुरक्षा कर्मियों एवं कर्मचारियों के लिए आवास भी बने थे वह भी खंडहर हो चुके हैं।

आजादी से अब तक का सफर करने वाले कुछ लोगों ने माना कि सरकार की नजर पड़ने पर ही हवाईपट्टी से उड़ान शुरु होगी और पांच हजार एकड़ क्षेत्रफल में मौजूद हवाईपटटी की भूमि अतिक्रमण से मुक्त हो सकेगी। इस बात से भी इनकार नहीं किया जा सकता है कि हवाईपटटी दशा बदलते ही विश्व विख्यात कालीन से आयात-निर्यात में व्यापक बदलाव आएगा और कालीन कालीन कारोबार से जुड़े निर्यातकों को बंदरगाहों तक सीधी कार्गो की व्यवस्था साकार होती नजर आएगी। डीएम गौरांग राठी ने कहा कि उनके कार्यकाल में दो बार मामला सामने आया है। औराई तहसील प्रशासन से भौगोलिक स्थिति पर मंथन किया जाएगा।

डाक अधीक्षक को सवा लाख भुगतान का आदेश


रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव

भदोही - सावन के पहले सोमवार को जलाभिषेक की तैयारी तेज हो गई है। कांवरिया जहां जल लेने के लिए प्रयागराज जा रहे। वहीं मंदिरों की साफ-सफाई भी हो रही है। रविवार को तिलंगा स्थित तिलेश्वनाथ,सेमराधनाथ धाम पर भक्तों ने घंटा- घड़ीयाल और गर्भगृह की विधिवत साफ - सफाई की।

गुर पद उत्तराधिकारी स्वामी करूणा शंकर दास ने बताया कि आश्रम सहित मंदिर परिसर पर शिवभक्तों के स्वागत की तैयारी पूरी कर ली गई है।

पहले सोमवार को जलाभिषेक की तैयारी तेज


रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव

भदोही - सावन के पहले सोमवार को जलाभिषेक की तैयारी तेज हो गई है। कांवरिया जहां जल लेने के लिए प्रयागराज जा रहे। वहीं मंदिरों की साफ-सफाई भी हो रही है। रविवार को तिलंगा स्थित तिलेश्वनाथ,सेमराधनाथ धाम पर भक्तों ने घंटा- घड़ीयाल और गर्भगृह की विधिवत साफ - सफाई की।

गुर पद उत्तराधिकारी स्वामी करूणा शंकर दास ने बताया कि आश्रम सहित मंदिर परिसर पर शिवभक्तों के स्वागत की तैयारी पूरी कर ली गई है।

*बाबा धाम के लिए निकला कांवरियों का जत्था*


नितेश श्रीवास्तव

भदोही।सावन शुरू होते ही भक्तों का जत्था बाबा के दर्शन के लिए रवाना होने लगा है। केसरिया वस्त्रों में बोल-बम के नारों के साथ बाबा के भक्त बैजनाथ धाम और अमरनाथ धाम के लिए रवाना हो रहे हैं। शुक्रवार को भी जिले में जगह-जगह से बाबा के भक्तों की टोलियां महादेव के दर्शन के लिए रवाना हुईं।

घोसिया प्रतिनिधि के अनुसार औराई निवासी केशरी परिवार बाबा धाम के लिए रवाना हुए। जिसमें प्रांशु केसरी, अजय केशरी और अनिल गुप्ता शामिल है। वे औराई सुल्तानगंज पहुंचकर वहां जल लेकर 120 किमी पैदल यात्रा कर बाबा को जल चढ़ाएंगे।

सुरियावां प्रतिनिधि के अनुसार नगर के युवाओं की टोली बाबा धाम के लिए रवाना हुई। बीते पांच सालाें से बाबा के दर्शन को जा रहे नगर के आशीष उपाध्याय, रिंकू वर्मा, किशन सेठ, आकाश जायसवाल, करन जायसवाल, रिंकू सोनी, पिंटू सेठ और श्रीभगवान केसरिया वस्त्र पहनकर हर-हर महादेव के साथ बाबा धाम के लिए रवाना हुए।गोपीगंज प्रतिनिधि के अनुसार नगर के ज्ञानपुर रोड रेलवे स्टेशन पर उस समय हर-हर बम-बम के जयकारों से गूंज उठा। जब प्रयागराज जनपद के दर्जनों कांवरिया विभूति एक्सप्रेस ट्रेन पर बैठकर बाबा धाम जाने वाले थे।

इस बार का खास श्रावण मास 2 माह का है और कांवरियों का जत्था बाबा धाम जल चढ़ाने के लिए रवाना होने लगा है। शुक्रवार को प्रयागराज जनपद के कांवरिया जो ट्रेन पकड़ने ज्ञानपुर रोड स्टेशन पहुंचे थे। अजय कुमार ने बताया पिछले कई वर्षों से बाबा धाम जल अर्पित करने जा रहे है। इस बार 14 साथियों के साथ बाबा धाम के लिए निकले हैंं। कौलापुर प्रतिनिधि के अनुसार वाराणसी-प्रयागराज हाइवे पर गिराई सर्विसलेन पर हाइवे की नाली जाम होने के कारण पूरा पानी सर्विसलेन और हाइवे पर फैला है। उत्तरी लेन सुरक्षित होने के बाद भी कांवरियों को हाइवे पर फैले पानी से होकर गुजरना होता है।

*रोडवेज बसें बदले रुट से चलेंगी*


नितेश श्रीवास्तव

भदोही।सावन माह में वन रात 12 बजे से सोमवार की रात 12 बजें तक रोडवेज बसें प्रयागराज से वाराणसी के मध्य बदले मार्ग से संचालित होंगी। इसके चलते इन 48 घंटों में यात्रियों को बढ़ा हुआ किराया देना होगा।

सावन माह के कारण बदले रुट से बसें 25 किलोमीटर ज्यादा दूरी तय करेंगी। जिससे वाराणसी से प्रयागराज तक यात्रियों को 195 रुपए की जगह 227 रुपए व गोपीगंज से प्रयागराज तक 94 रुपए के स्थान पर 110 रुपए अधिक किराया देना होगा। सामान्य दिनों में कैंट से प्रयागराज जाने वाली बसें मोहनसराय, गोपीगंज, हंडिया होकर जाती है।

*पांडवों से जुड़ा है तिलेश्वनाथ शिवलिंग, तीन बार स्वरुप बदलने के कारण यहां पर भक्तों की पूरे सावन माह रहती है भारी भीड़*


नितेश श्रीवास्तव

भदोही। पूर्वांचल में ऐसे कई धार्मिक मंदिर व धरोहर हैं जिनका इतिहास पौराणिक तो है ही लोगों के आस्था का केंद्र भी है। इन्हीं प्राचीन व पौराणिक मंदिर व तीर्थ स्थलों में शुमार है जिले के गोपीगंज क्षेत्र के तिलंगा में स्थित तिलेश्वर नाथ मंदिर। दरअसल इस मंदिर में स्थापित शिवलिंग साल में तीन बार अपने स्वरूप बदलने के कारण प्राचीन काल से ही लोगों की आस्था का प्रतीक है। सावन में इस मंदिर का माहात्म्य काफी बढ़ जाता है। उन्हें प्रसन्न करने के लिए भक्त सैकड़ों किलोमीटर की पैदल कांवर यात्रा कर उनका जलाभिषेक करने पहुंचते हैं।

गौरतलब हो कि देश में अनेक ऐसे शिवलिंग है जो अपने अदभुत व अलौकिक शक्तियों के लिए प्रसिद्ध है। भगवान शिव के कुछ शिवलिंगों में अपने आप जल की धारा बरसती है तो कुछ शिवलिंग का आकार दिन प्रतिदिन बढ़ता ही जा रहा है। इसी क्रम में जिले में स्थित तिलेश्वर नाथ मंदिर में स्थापित शिवलिंग जहां सावन में भक्तों का रेला उमड़ता है। गंगा के तट पर स्थित मंदिर का यह शिवलिंग अपने रहस्यमयी स्वरूप के लिए जाना जाता है।सावन के महीने में किया जाने वाला उपाय बहुत विशेष होता है। राशि के अनुसार सावन के महीने में शिव जी का अभिषेक करने पर सभी तरह की मनोकामनाएं जल्द पूरी होती हैं।

पांडवकालीन शिवलिंग वर्ष की तीन ऋतुओं में तीन बार अपना स्वरूप बदलने के लिए प्रसिद्ध है। इस पर भक्तों की अपार श्रद्धा और विश्वास है। मान्यता है कि पांडवों ने इसे अपने अज्ञातवास के दौरान स्थापित किया था। महाभारत के वन पर्व में इसका उल्लेख भी मिलता है। इस मूर्ति का हर चार महीने में स्वत: रंग बदल जाता है। सावन में काला स्वरूप, गर्मी में गेहुंआ और ग्रीष्म ऋतु में यह शिवलिंग भूरे स्वरूप में हो जाता है। मंदिर के महासचिव जटाशंकर पांडेय बताते हैं कि 1997 श्री तिलेश्वरनाथ शृंगार समिति के नेतृत्व में मंदिर सुंदरीकरण के लिए खुदाई की गई थी। 20 फीट खुदाई के बाद भी शिवलिंग का अंतिम छोर नहीं मिल पाया था। मंदिर के पुजारी राजेश ने शिवलिंग के रहस्य के बारे में बताया कि यह शिवलिंग सावन के महीने में चप्पड़ (ऊपरी परत) छोड़ता है, लेकिन वह आज तक किसी के हाथ नहीं लग सका है। उन्होंने बताया कि सच्चे मन से जो भी मुराद मांगी जाती है, वह अवश्य पूरी होती है।

*सब्जियों के दामों में भारी इजाफा*


नितेश श्रीवास्तव

भदोही।बारिश के मौसम में मानों सब्जियों के दाम में आग लग गई है। रसोई का खर्च कैसे चले यह चिंता गृहणियों को सताए जा रही है। सब्जी मंडी में पहुंचे लोग सब्जियों का दाम सुनते ही चकरा जा रहें हैं। भोजन की थाली से दाव व सलाद पहले ही गायब था। अब सब्जी व चटनी पर भी संकट मंडराने लगा है।

भोजन में स्वाद बढ़ाने वाले सब्जी व चटनी का दाम इतना बढ़ जाएगा। महिलाएं सपने में भी नहीं सोची थी। ग्रामीणों अंचलों की दुकानों से मानों टमाटर और अदरक गायब से हो गई है। इन दिनों कुछ ऐसी सब्जियां हो गई है जो आम आदमी की थाली से पूरी तरह गायब हो गई है। दुकान पर बैठे सब्जी विक्रेता भी ग्राहकों का इंतजार करते नजर आ रहे हैं।

टमाटर इतना लाल हो गया है कि दो सौ रुपए से भी ज्यादा महंगें दाम पर बेचा जा रहा है। मिर्चा इतना तीखा हो हुआ है कि 120 रुपया प्रति किलो हो गया। चटनी का जायका बढ़ाने वाला अदरक ने तो हर रिकार्ड तोड़ दी है क्योंकि यह तीन सौ रुपए प्रति किलो बिक रही हैं।

इसी तरह लहसुन 140 रुपए,करेला 80 रुपए नेनुआ 40, प्याज 25 से 30 रुपए व आलू बीस रुपए प्रति किलो की दर से बिक रही हैं।