*प्रताड़ना के सदमे से अधेड़ की हुई मौत परिजनों ने लगाया पुलिस पर आरोप*
मिर्जापुर। जिले के लालगंज कोतवाली के रामपुर ठाकुर दयाल गांव निवासी राजकुमार सरोज 60 वर्ष पुत्र हलबल सरोज की मौत परिजनों में गहरा आक्रोश है परिजनों ने पुलिसिया उत्पीड़न के चलते मौत को कारण बताया है।
वही क्षेत्राधिकारी लालगंज का कहना है कि पुलिस ने उत्पीड़न नहीं किया है पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद इस मुद्दे पर कुछ कहा जा सकता है। बताते चलें कि बीते शुक्रवार जून 2023 को सुबह तकरीबन 9 बजे राजकुमार सरोज के (जिलाधिकारी एवं पुलिस अधीक्षक को दिए गए प्रार्थना पत्र एवं बयान के आधार पर) दरवाजे के सामने झलरा देवी पत्नी स्वर्गीय सखरज, शकुंतला देवी पत्नी थुकावन उर्फ गौतम सरोज तथा खेत्तल पुत्र स्वर्गीय सखरज फावड़ा, डंडा तथा खुरपी लेकर उनके दरवाजे के सामने खोदना शुरू कर दिए थे।
मना करने पर लड़ाई झगड़ा, मारपीट के साथ ही गाली-गलौज देना शुरू कर दिए थे। बीच बचाव के लिए पहुंची राजकुमार की बहू बबीता एवं उनकी पत्नी रामादेवी को भी विपक्षी मिलकर मारने पीटने लगे थे। बीच बचाव करने एवं समझाने बुझाने के बावजूद भी पीछे हटने के बजाए ईट पत्थर चलाना शुरु कर दिए थे जिसकी सूचना 112 नंबर पर देकर पुलिस को बुलाया गया सूचना पर मौके पर पहुंची प्यार भी पुलिस ने दोनों पक्षों को किसी प्रकार समझा बुझा दिया था मौखिक तौर पर पुलिस समझौता करा कर चली गई थी। इसके बाद भी विपक्षी मारपीट पर आमादा थे जिसकी शिकायत लेकर पीड़ित परिवार दुबार एवं लहंगपुर चौकी पर जा कर शिकायत करते हुए कार्रवाई की गुहार लगाया आरोप है कि शिकायत पर कार्रवाई के बजाय राजकुमार और उनके बेटों को पुलिस चौकी पर बैठा लिया गया।
आरोप है कि चौकी इंचार्ज लहंगपुर द्वारा ₹10 हजार की व्यवस्था करके तुरंत देने की डिमांड रखी गई कहा गया कि "10 हजार दे दोगे तो तुम्हारा मामला रफा-दफा कर दिया जाएगा और तुम लोगों का चालान भी नहीं किया जाएगा।"इस बीच 2 दिनों तक चौकी में बैठाए भी रखा गया किसी अपराध के, उनका चालान कर दिया गया। उप जिलाधिकारी मड़िहान के कोर्ट से मुचलका पर छोड़े जाने के बाद मार की हालत बिगड़ने लगी थी।
मंगलवार 4 जुलाई 2023 को पुनः उपजिलाधिकारी मड़िहान के कोर्ट में जमानत कराते समय राजकुमार की हालत बिगड़ गई थी आरोप है कि इस दौरान लगातार लालगंज थाना से बराबर मोबाइल नंबर 9454404013 पर मोबाइल नंबर 0435399137 पर थाना पर आने के लिए धमकी भरा कॉल आने लगा था। जिससे राजकुमार और उनके बेटे और भी घबरा गए थे। आरोप है कि हालत बिगड़ने के बाद रामकुमार को आनन-फानन में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया जहां से उनकी स्थिति बिगड़ती देख उन्हें मंडलीय अस्पताल मिर्जापुर के लिए रेफर कर दिया गया था, जहां देर शाम उपचार के दौरान उनकी मौत हो गई।
राजकुमार की मौत से गांव सहित परिवार में हड़कंप मच गया है। परिजन जहां पूरी तरह से पुलिस को आरोपित कर रहे हैं, तो वही गांव के लोग भी दबी जुबान कहते हैं कि "यदि पुलिस ने जरा भी सूझबूझ से फैसला लेते हुए इस पर त्वरित कार्रवाई की होती तो राजकुमार आज जिंदा होता और इतना बड़ा बखेड़ा भी ना खड़ा होता। लेकिन नहीं पुलिस ने एक पक्षीय कार्रवाई करते हुए पीड़ित पक्ष को ही थाने में बिठा कर आर्थिक, मानसिक रूप से उत्पीड़ित करने का जो कार्य किया है वह कहीं ना कहीं से राजकुमार के मौत का कारण बना है।
मृतक राजकुमार के बेटे राजदेव का आरोप है कि "पुलिस कस्टडी में बिठाए जाने के साथ ही बार-बार रुपयों की डिमांड और जीवन तबाह कर देने की धमकियों से बाबूजी गहरे सदमे में चले गए थे जो उनके मौत का कारण बन गया है। इसके लिए पूरी तरह से लहंगपुर चौकी प्रभारी एवं लालगंज थाना प्रभारी जिम्मेदार हैं। उन्होंने जिस मोबाइल नंबर से लगातार जिस मोबाइल नंबर पर रुपयों की डिमांड की बात कही जा रही थी फोन आ रहे थे उसकी भी जांच कराए जाने की मांग की है। उन्होंने कहा है कि कॉल रिकॉर्ड से खुद सत्यता सामने आ जाएगी।
Jul 06 2023, 16:14