*देश में लाॅन्च हुआ 6 जी अलायंस, वर्ष 2030 तक तकनीक में महारत हासिल करने की योजना*
नितेश श्रीवास्तव
भविष्य की 6 जी तकनीक के लिए भारत ने अभी से कदम बढ़ाने शुरू कर दिए हैं। राजधानी दिल्ली में केंद्रीय टेलीकॉम मंत्री अश्विनी वैष्णव ने भारत 6 जी गठजोड़ की घोषणा की।
इससे तहत टेलीकॉम क्षेत्र के सभी हितधारक एक छत के नीचे आकार नई तकनीक की दिशा में काम करेंगे। केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने इस समूह की शुरुआत की। उन्होंने कहा कि 5 जी दुनिया के साथ आगे बढ़ा है लेकिन 6 जी हमारा लक्ष्य है कि दुनियाभर में हम सबसे आगे रहें। इस साल मार्च में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भारत 6 जी विजन लाॅन्च किया था। केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि भारत अब दूरसंचार प्रौद्योगिकी का निर्यातक बन चुका है और इससे पास पहले से ही 6 जी प्रौद्योगिकी से जुड़े 200 पेंटेंट हो चुके हैं।
क्या है यह समूह
6 जी गठजोड़ उद्योग जगत के नेतृत्व वाली संस्था होगी। इसमें सरकारी के साथ - साथ निजी क्षेत्र की कंपनियां भी शामिल रहेगी। साथ ही शैक्षणिक और शोध संस्थानों के भी प्रतिनिधि शामिल होंगे। इस संस्था का काम होगा कि 6 जी के इस्तेमाल से जुड़ी बारीकियों का अध्ययन करे। समूह 6 जी उपकरण तैयार करेगा।
सभी क्षेत्रों के लिए उपयोगी
6 जी तकनीक का इस्तेमाल रोबोटिक सर्जरी, आनलाईन ट्रीटमेंट जैसी स्वास्थ्य जरुरतों में होगा। वहीं शिक्षा के क्षेत्र में स्मार्ट क्लास के डिस्टेंस एजुकेशन के क्षेत्र में ये तकनीक इस्तेमाल में लाई जाएगी।
दुनिया के लिए 6 जी मायने*
इंटरनेट नेटवर्क की छठी पीढ़ी दुनिया को सबसे तेज इंटरनेट सेवा देगी।
5 जी स्पीड 10 जीबीपीएस है,6 जी की स्पीड 1000 जीबीपीएस तक होंगी।
5 जी की तुलना में एकसाथ करीब दस गुना अधिक डिवाइस जुड़ जाएगी।
हाई क्वालिटी वीडियो 142 घंटे का एक सेकंड में ही डाउनलोड हो सकेगा।
ढाई घंटे की एचडी मूवी 6 जी के जरिए एक सेकंड में डाउनलोड हो सकेगी।
Jul 04 2023, 14:22