*कथा व्यास अखिलेश महाराज ने प्रभु श्री राम वनवास एवं भरत चरित्र का किया वर्णन*
कमलेश मेहरोत्रा लहरपुर (सीतापुर)। क्षेत्र के प्रसिद्ध शिवाला मंदिर प्रांगण ग्राम नवीनगर में चल रही श्री राम कथा में कथा व्यास अखिलेश महाराज ने प्रभु श्री राम वनवास एवं भरत चरित्र का वर्णन किया। उन्होंने कहा कि प्रभु श्री राम का चरित्र एवं आदर्श अनुकरणीय है उन्होंने अपने पिता की इच्छा का सम्मान करते हुए राजपाट छोड़कर 14 वर्ष के लिए मां जानकी एवं भ्राता लक्ष्मण के साथ वनवास को चले गए, कथा व्यास अखिलेश महाराज ने श्री भरत चरित्र का वर्णन करते हुए कहा कि भरत जैसा कोई दूसरा नहीं हो सकता ।
जिन्होंने प्रभु श्री राम की चरण पादुका को सिंहासन पर रखकर प्रभु श्री राम के प्रति अपने अटूट प्रेम का प्रदर्शन किया। कथा व्यास ने कहा कि भ्रातृत्व प्रेम किसी का है तो भरत का है, भाई के प्रति प्रेम का अनुसरण सभी को करना चाहिए, सभी को भरत व श्री राम से भाई व ईश्वर के प्रति प्रेम की सीख लेनी चाहिए, भरत का प्रभु श्री राम के प्रति अटूट प्रेम और वात्सल्य भाव के अनेक प्रसंग सुनाकर कथा व्यास अखिलेश महाराज ने उपस्थित श्रद्धालुओं को भावविभोर कर दिया।
Jul 02 2023, 17:26