*सरकारी कार्यालयों में आग से बचाव के इंतजाम नहीं*


रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव

भदोही। देश के अलग-अलग हिस्सों में अग्निकांड में भले ही लोगों की जान जा रही है, लेकिन जिले के ज्यादातर विभागों में आग से बचाव के इंतजाम नहीं हैं। शुक्रवार को अग्निशमन अधिकारी ओम प्रकाश ने कई कार्यालयों का निरीक्षण किया। जिसमें बीएसएनएल कार्यालय को छोड़कर अन्य स्थानों पर आग बुझाने की कोई व्यवस्था नहीं मिली। अधिकारियों ने एक सप्ताह में अग्निशमन यंत्र लगाने का आश्वासन दिया।सरपतहां स्थित कलेक्ट्रेट और कंसापुर स्थित विकास भवन में 40 से अधिक विभाग है।

इसके अलावा पुरानी कलेक्ट्रेट, डीआईओएस कार्यालय, बीएसए कार्यालय सहित अन्य कई विभागों में हर रोज बड़ी संख्या में लोग पहुंचते हैं। कार्यालयों में सैकड़ों कर्मचारी से लेकर अधिकारी बैठते हैं, लेकिन आग से बचाव के लिए अग्निशमन यंत्र लगाया नहीं गया है। शासन स्तर से इसके लिए निर्देश भी जारी किया गया, लेकिन उसको अमल में नहीं लाया गया।

अग्निशमन अधिकारी ने शासन के निर्देश पर अधिशासी अभियंता विद्युत कार्यालय भदोही, ज्ञानपुर, कृषि भवन घरांव, बीएसए कार्यालय, डीआईओएस, पूर्ति, विपणन, नहर विभाग, जल निगम सहित दर्जन भर से अधिक कार्यालयों पहुंचकर व्यवस्था देखी।

भदोही स्थित बीएसएनएल कार्यालय को छोड़कर कहीं भी अग्निशमन यंत्र नहीं लगा मिला। बीएसए भूपेंद्र नारायण सिंह ने बताया कि सोमवार को कार्यालय में यंत्र लगवा दिया जाएगा। अग्निशमन अधिकारी ने बताया कि सभी विभागाध्यक्षों ने एक सप्ताह में यंत्र लगवाने का आश्वासन दिया है।

*महिला के खाते से जालसाजों ने निकले 1.11 लाख*


रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव

भदोही। थाना क्षेत्र के मई हरदोपट्टी निवासी एक महिला के खाते से दो महीने में एक लाख 11 हजार रुपये जालसाजों ने निकाल लिए। पीड़ित जब पैसा जमा करने गई तो उसके खाते में मात्र 144 रूपये होना बताया गया। यह सुनकर उसके पैरो तले जमीन खिसक गई। पीड़िता ने एसपी समेत अन्य अधिकारियों को पत्र भेजकर गुहार लगाई।पीड़ित पुष्पा देवी का खाता चौरी बाजार में स्थित भारतीय स्टेट बैंक में है। एसपी को दिए पत्र में कहा कि 26 जून को जब शाखा में फिक्स करने गई तो बताया गया कि आपके खाते में मात्र 144 रुपया है।

बैंक से स्टेटमेंट निकालने पर पता चला कि 19 फरवरी से 13 अप्रैल 2023 के बीच अलग- अलग तारीख में एक लाख 11 हजार 300 रुपये निकाले गए है। पीड़िता ने पत्र में यह भी कहा है कि अंतिम लेनदेन में 12 नवंबर 2022 को मई चौराहा स्थित ग्राहक सेवा केंद्र में आधार से उसने एक हजार निकाले थे। इसके बाद वह पैसा निकालने बैंक नहीं गई। आरोप लगाया कि ग्राहक सेवा केंद्र संचालक से जब पूछा तो उसने आनाकानी की।

*जर्जर भवनों में कार्यालय, खतरे में कर्मचारी*


रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव

भदोही- जनपद सृजन को 29 साल गुजर गए, लेकिन अब भी कई सरकारी कार्यालय जर्जर हैं और किराए के भवनों में चल रहे हैं। अधिकारी और कर्मचारी जान जोखिम में डालकर ड्यूटी करने के लिए मजबूर हैं। अधिकारी तक ऐसे दफ्तरों की सुधि नहीं ले रहे हैं। ऐसे एक या दो नहीं करीब पांच से छह दफ्तर हैं जो टीनशेड एवं जर्जर भवनों में चल रहे है।

बारिश शुरू हो गई है। ऐसे में जर्जर भवनों में चलने वाले सरकारी दफ्तरों के कर्मचारियों की धड़कनें भी बढ़ गई है। ज्ञानपुर नगर के खादी आश्रम गली में डेढ़ दशक से संचालित हो रहे अल्पसंख्यक कार्यालय में कर्मचारी जान को जोखिम में डालकर काम कर रहे हैं। भवन काफी जर्जर हो गया है। यहां कार्य करने और आने वाले लोग सहमे रहते हैं।पुरानी कलेक्ट्री स्थित डीएसओ, विपणन, डीएचओ कार्यालयों की हालत देखने भर से सहज अंदाजा लगाया जा सकता है कि जिम्मेदार कार्यालय और कॉलोनियों को लेकर कितने चिंतित हैं। अल्पसंख्यक कार्यालय के कर्मचारियों ने बताया कि बारिश में पानी टपकता है। कई साल से नए भवन के लिए चिट्टी लिखी जा रही है, लेकिन अब तक व्यवस्था नहीं हो सकी।

जिले में सरकारी दफ्तर ही नहीं कई अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र और आयुर्वेदिक अस्पताल के भवन भी जर्जर है। जिसकी मरम्मत के लिएअधिकारी ध्यान नहीं दे रहे। आयुर्वेदिक अस्पताल मोढ़, चौरी, डीघ की हालत काफी दयनीय है। कक्ष में बैठने से स्वास्थ्यकर्मी भी कतराते हैं। करीब आठ महीने पूर्व मोढ़ के आयुर्वेदिक अस्पताल का प्लास्टर टूटकर गिर गया था। सुरियावां के हरिहरपुर स्वास्थ्य केंद्र पर बनी कालोनियां खंडहर में बदल चुकी हैं।

*उत्तर प्रदेश में मानसून सक्रिय,छह जुलाई तक चलेगा बारिश सिलसिला*


रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव

उत्तर प्रदेश में दक्षिणी - पश्चिमी मानसून सक्रिय हैं। पिछले 24 घंटे से रुक - रुक कर कहीं हल्की तो कहीं सामान्य बारिश का सिलसिला जारी है। मौसम विभाग के अनुसार राज्य में आगामी छह जुलाई तक जमकर बारिश का सिलसिला जारी रहने के आसार हैं। इस दरम्यान कहीं - कहीं भारी बारिश भी हो सकती है।

अब पश्चिमी उत्तर प्रदेश के बजाए पूर्वी उत्तर प्रदेश के अंचलों में ज्यादा बारिश होने की उम्मीद जताई गई है। मौसम को लेकर राज्य में येलो अलर्ट जारी किया गया है।मौसम विभाग ने पूर्वी उत्तर प्रदेश, बिहार समेत देश के क‌ई राज्यों में अगले दो दिन में मध्यम से लेकर अत्यधिक भारी बारिश की संभावना जारी की है।

*शपथग्रहण और पौधरोपण कर जिलाधिकारी की में मनाया गया भदोही का 30 वां स्थापना दिवस समारोह*


नितेश श्रीवास्तव

भदोही जिले का आज स्थापना दिवस है। 30 जून 1994 को भदोही अलग जिला बना था। तत्कालीन मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव में भदोही में पहुंचकर जनपद का नए जिले के रूप में शुभारंभ किया था।

29 सालों के बाद जिले में कई विकास कार्य हुए, लेकिन अभी भी तमाम मूलभूत सुविधाओं की राह भदोही देख रहा है।पूर्व केंद्रीय मंत्री पंडित श्यामधर मिश्र ने 1985 में भदोही को अलग जिला बनाने की मांग की थी। उसके बाद तमाम संगठनों और भदोही के लोगों ने अलग जिला बनाने की मांग को लेकर लंबा संघर्ष किया। तत्कालीन मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव 30 जून 1994 को भदोही पहुंचे और उन्होंने जनपद का शुभारंभ किया था। आज भी पुरानी कलेक्ट्रेट पर जनपद सर्जन पर लगाई गई शिलापट मौजूद है।

वाराणसी से कटकर भदोही को जब नए जिले के रूप में दर्जा मिला तो उम्मीद जगी थी कि जिले का समुचित विकास होगा। लेकिन अभी भी कई बड़ी परियोजनाएं ऐसी हैं, जिनका सपना भदोही देख रहा है। ऐसा नहीं है कि विकास कार्य हुए नहीं है। लेकिन एक नए जिले के रूप में और बड़े विकास कार्यों का होना भदोही के लिए बड़ी उपलब्धि होगी। बता दें कि पूर्वांचल की शान रही औराई की चीनी मिल, इंदिरा मिल बंद हो गई है। विशेष आर्थिक क्षेत्र सेज का कार्य पूरा नहीं हुआ। शिक्षा के क्षेत्र में भी बड़े कार्य बाकी हैं। इसी क्रम में जिलाधिकारी गौरांग राठी की अध्यक्षता में आज 30 जून को भदोही का 30 वां स्थापना दिवस कलेक्ट्रेट सभागार में मनाया गया। जिसमें प्रशासनिक अधिकारियों, पत्रकारों ने अपने विचार व्यक्त किए। जिलाधिकारी गौरांग राठी ने आये हुए अफसरों पत्रकारों और समाजसेवियों को शपथग्रहण कराने के उपरांत कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि पूर्व में भदोही वाराणसी का हिस्सा रहा है। वर्ष 1994 भदोही जनपद की अलख से स्थापना हुई और भदोही लगातार प्रगति के पथ पर अग्रसर होता रहा है। आगे इसका विकास भी तरह होना चाहिए।भदोही के 30 वें स्थापना दिवस पर जिलाधिकारी द्वारा वृक्षारोपण किया गया। इस मौके पर डीएम ने कहा कि पर्यावरण को संतुलित करने के लिए वृक्षारोपण जरुरी है। डीएम ने कहा कि सभी लोगों को कम से कम एक-एक वृक्ष लगाने के लिए संकल्प लेना पड़ेगा।

*जिले में खुलेंगे छह न‌ए जन औषधि केंद्र*


नितेश श्रीवास्तव

भदोही।मरीजों को सस्ते दर पर दवाएं उपलब्ध कराने के उद्देश्य से जिले में छह न‌ए जन औषधि केंद्र खोले जाएंगे। जिला अस्पताल के साथ सौ शैय्या चिकित्सालय और चार सीएचसी में जन औषधि केंद्र खोलने की कवायद चल रही है। फिलहाल तीन केंद्र पहुंचे से संचालित हो रहे हैं।

बाजार में महंगी दवाएं खरीदने में मरीजों की जेब ढीली हो जाती है। ऐसे में शासन की ओर से चिकित्सालयों पर जन औषधि केंद्र खोले गए हैं। शुरुआत में चिकित्सकों की लापरवाही से यह योजना भले ही सफल नहीं हो सकी लेकिन अब सख्त बढ़ने से चिकित्सक जेनेरिक दवाएं को लिखने लगे हैं।

फिलहाल औराई और गोपीगंज सीएचसी में जन औषधि केंद्र खोले गए हैं। वहीं भदोही के महाराजा बलवंत सिंह राजकीय चिकित्सालय में भी एक केंद्र चल रहा है। अब छह न‌ए जन औषधि केंद्र खोलने की तैयारी चल रही है। महाराजा चेतसिंह जिला चिकित्सालय,सरपतहां सौ शैय्या अस्पताल के अलावा सुरियावां, भदोही, और डीघ सीएचसी में न‌ए केंद्र खोले जाएंगे। स्वास्थ्य विभाग ने इनकी कार्ययोजना बनाकर शासन को भेजी है।

*महादेव मन्दिरों में चार जुलाई से उमड़ेगी आस्था*


नितेश श्रीवास्तव

भदोही।देवाधिदेव महादेव को प्रिय सावन माह का आगाज चार जुलाई मंगलवार से हो रहा है। ऐसे में शिव भक्तों द्वारा तैयारियां तेज कर दी गई है। शहर स्थित मंदिर पर मंगलवार को साफ - सफाई का अभियान चलाया गया। पवित्र माह को लेकर लोगों में उत्साह देखा जा रहा है। इस साल भी कांवड़ यात्रा को लेकर युवाओं में उत्साह है। महादेव मंदिर,मर्यादपट्टी हरिमंदिर, अहमदगंज, गाजिया स्थित श्रीराम मंदिर, रेलवे क्रासिंग स्थित श्रीराम मंदिर में तैयारी है।

*सब्जियों के दाम में उछाल, टमाटर 180 के पार,एक सप्ताह में ही 50 से 60 प्रतिशत दाम में हो गई वृद्धि*


नितेश श्रीवास्तव

भदोही। बारिश शुरू होते ही सब्जियों के दाम आसमान छू रहे लगे। एक सप्ताह में पचास से आठ प्रतिशत दामों में उछाल आया है। इसमें खरीदारों को सोचना पड़ रहा है कि कितनीमात्रा में सब्जियां ली जाएं। एक सप्ताह पूर्व जहां सौ रुपए में क‌ई तरह की सब्जी खरीदी जा रही थी, उसमें अब एक किलो टमाटर भी नहीं मिल रहा है। इसमें दुकानदारों ने भी सामान की आवक कम कर दी है।एक सप्ताह पूर्व जो टमाटर 20 से तीस रुपए किलो था, वह शुक्रवार को 180 रुपए प्रति किलो बिका।

अदरक का भाव पूर्व की तरह स्थिर है पर अन्य सब्जियों के दामों में भारी वृद्धि हो गई है। जो ठेले वाले दाम बताकर सब्जी बेज रहे थे, वह अब किसी तरह ग्राहक का इंतजार कर रहे हैं। कुछ दिन पहले जो व्यक्ति मंडी में सब्जी लेने पहुंच रहा वह दाम सुनकर वाह रह जा रहा है। क्या भिंडी,क्या नेनुआ,मूली,पालक कोहड़ा तक की मांग बढ़ गई है। पांच रुपए किलो कोहड़ा 30 रुपए किलो हो गया है मूली 80 रुपए में बिक रही हैं। दुकानदार अशोक मौर्य, लल्लन मौर्य का कहना है कि बारिश की वजह से सब्जी का उत्पादन कम हुआ है। इससे आवक कम हो गई है।

वहीं महंगाई के कारण ग्राहक भी सब्जियां कम ले रहे हैं। वह किलो का भाव जरुर पूछ रहे लेकिन एक पाव सब्जी लेकर रह जा रहे हैं। इससे जो सब्जी ली जा रही,सोच समझ कर ली रही है। ज्यादा सब्जी लेने से उसके सड़ने का खतरा है। इससे नुकसान होगा। उधर ग्राहकों का कहना हैं कि एक सप्ताह में जबरदस्त महंगाई बढ़ी है। सब्जी का दाम पूछने पर हिम्मत नहीं हो रही कि उसे खरीदा जाए। जिन घरों में दोनों समय सब्जी बन रही थी वह अब एक समय हो गई है।

*देश के अलग-अलग हिस्सों का मानसून अनुमान*


नितेश श्रीवास्तव

अगले दो के दौरान उत्तर प्रदेश, राजस्थान, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, हरियाणा में कहीं से मध्यम और कहीं - कहीं भारी बारिश होने की संभावना है।

मध्य भारत

अगले दो दिनों के दौरान मध्य प्रदेश में गरज और बिजली के साथ हल्की से मध्यम बारिश और कुछ स्थानों पर भारी बारिश होने की संभावना है। पूर्व मध्य प्रदेश में बहुत भारी बारिश का अनुमान लगाया गया है।

पश्चिमी भारत

अगले चार दिनों के दौरान कोंकण और गोवा, गुजरात, और मध्य महाराष्ट्र के क‌ई क्षेत्रों में भारी बारिश से बहुत भारी होने की संभावना है।

पूर्व - पूर्वोत्तर भारत

अगले चार दिनों के दौरान उपहिमालयी पश्चिमी बंगाल और सिक्किम, असम, और मेघालय, अरुणाचल प्रदेश में भारी से बहुत भारी बारिश होने की संभावना है। बिहार में भी अगले कुछ दिनों में भारी बारिश हो सकती है।

दक्षिण भारत

अगले चार दिनों के दौरान केरल, तटीय और दक्षिण आंतरिक कनार्टक में हल्की से मध्यम छिटपुट से लेकर काफी व्यापक बारिश होने की संभावना है। तटीय कनार्टक में अगले चार दिन, दक्षिण आतंरिक कनार्टक में दो जुलाई और केरल में दो जुलाई तक भारी बारिश हो सकती है।

*भदोही का स्थापना दिवस आज, 30 जून 1994 को वाराणसी से कटकर अलग जिला बना था,शुद्ध पेयजल, यातायात के लिए तरस रही बड़ी आबादी*


नितेश श्रीवास्तव

भदोही। वर्ष 30 जून 1994 को वाराणसी से कटकर भदोही अलग जिला बना था। तीन दशक के बाद भी जिले में मूलभूत सुविधाओं का विकास नहीं हो सका है। 150 करोड़ की परियोजनाएं अधर में लटती है। वहीं 20 करोड़ की स्वास्थ्य परियोजनाएं भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गई है। शुद्ध पेयजल, यातायात जैसी सुविधाओं के लिए बड़ी आबादी तरस रही है। कोई औद्योगिक विकास नहीं हुआ, जिससे युवाओं के लिए रोजगार के अवसर पैदा हो सकें।

तकनीकी शिक्षा के लिए युवाओं को प्रयागराज, कानपुर और वाराणसी जैसे जिलों में जाना पड़ता है। जिले का दर्जा मिलने के बाद भदोही के समुचित विकास की उम्मीद जगी थी लेकिन ऐसा नहीं हो सका। विकास भवन, कलेक्ट्रेट, दीवाना कचहरी की इमारतें जनपद को मिली तो कारागार स्टेडियम और पुलिस लाइन का भी निर्माण हुआ। इमारतें जितनी सुंदर बनी हैं, बुनियादी सुविधाएं उतनी ही बदरंग है। स्वास्थ्य सेवाओं के लिए पहले भी वाराणसी और प्रयागराज पर जिले के लोग और आज भी है। बिजली का संकट बरकरार है। शुद्ध पेयजल के लिए आज भी लोग तरस रहे हैं।

मोढ़, सुरियावां, सुभाषनगर, महाराजगंज,चौरी समेत क‌ई रुटों पर निजी वाहनों का सहारा है। सबसे अधिक नुकसान औद्योगिक क्षेत्र में हुआ। 25 वर्षों में पूर्वांचल की शान कहीं जाने वाली औराई चीनी मिल इंदिरा मिल बंद हो गई तो क‌ई छोटी-छोटी कालीन कंपनियों भी बंद हो गई है। विशेष आर्थिक क्षेत्र सेज की परिकल्पना शुरू होने के साथ ही दम तोड़ गई। स्वास्थ्य सुविधाओं के हिसाब से सौ शैय्या का जिला अस्पताल 14 साल बाद भी पूरा नहीं हो सका। अभोली में सीएचसी का प्रोजेक्ट भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गया। ट्रामा सेंटर से लेकर क‌ई अन्य सुविधाएं लंबित है। तकनीकी शिक्षा के नाम पर एक राजकीय पालीटेक्निक और आईटीआई है। इससे इंटरमीडिएट के बाद होनहारों को दूसरे शहरों का रुख करना पड़ता है।