*प्रभु की सच्चे हृदय से आराधना करनी चाहिए: कथा व्यास अखिलेश महाराज*
कमलेश मेहरोत्रा लहरपुर (सीतापुर)। क्षेत्र के प्रसिद्ध शिवाला मंदिर नवीनगर में चल रही श्रीराम कथा में कथा व्यास अखिलेश महाराज ने श्री राम कथा की अमृत वर्षा करते हुए ऋषि विश्वामित्र के साथ प्रभु श्री राम लक्ष्मण के जनकपुरी में आगमन की कथा का वर्णन करते हुए कहा कि प्रभु श्री राम का चरित्र अनुकरणीय है जो हमें माता पिता की आज्ञा का पालन एवं संत जनों का सम्मान करना सिखाता है।
कथा व्यास ने श्री राम कथा की अमृत वर्षा करते हुए कहा कि इस संसार में जिसने जन्म लिया है उसकी मृत्यु निश्चित है परंतु जाने के रास्ते अलग-अलग हैं जो लोग भगवान की भक्ति करते हैं वह लोग इस लोक में परम सुख प्राप्त करते हुए परलोक में भी सुख को प्राप्त करते हैं, परंतु जो लोग अधर्म के मार्ग पर चलकर पाप कर्म करते हैं वह लोक व परलोक दोनों जगह कष्ट उठाते हैं, इसलिए हमें इस देव दुर्लभ शरीर को पाकर सन्मार्ग पर चलते हुए प्रभु की सच्चे हृदय से आराधना करनी चाहिए उन्होंने कहा कि, भगवान सर्वत्र व्याप्त है वह हमारे हृदय में भी व्याप्त है लेकिन वह हमारे किसी काम के नहीं है, प्रभु को प्राप्त करने के लिए हमें उपाय करना होगा, जब हम प्रभु से प्रेम करेंगे उनकी आराधना करेंगे तभी प्रभु के दर्शन हमें प्राप्त हो सकेंगे।
कथा व्यास अखिलेश महाराज ने कहा कि, हरि व्यापक सर्वत्र समाना प्रेम ते प्रकट होहिं मैं जाना, अर्थात भगवान सब जगह पर समान रूप से व्याप्त है प्रेम से पुकारने पर वह प्रकट हो जाते हैं कोई भी ऐसा स्थान नहीं है जहां प्रभु ना हो प्रभु तो केवल प्रेम के वश में हैं।
Jun 30 2023, 16:04