बिहार में पैदा हो सकता है पानी का संकट, सभी जिलों में तेजी से नीचे जा रहा भूजल स्तर

डेस्क : बिहार के लिए एक बड़ी खबर है। प्रदेश में पानी का संकट पैदा हो सकता है। राज्य के सभी जिलों में भूजल का स्तर तेजी से नीचे जा रहा है। हाल यह है कि पिछले डेढ़ माह में ही जलस्तर चार मीटर तक नीचे चला गया है और यह सिलसिला जारी है। इसका परिणाम यह हो रहा है कि जलस्रोत तेजी से सूख रहे हैं। 

प्रदेश की की 37 नदियां, 16 जलाशय और 550 बड़े तालाबों के बाद कुंओं, आहर-पईन, ताल-तलैये भी तेजी से सूखने लगे हैं। नलकूपों की स्थिति लगातार बिगड़ रही है। चापाकल सूख रहे हैं। शहरों की कौन कहे, ग्रामीण क्षेत्रों में भी जलस्रोत संकट में हैं।

लघु जल संसाधन विभाग ने सभी जिलों से भूजल के आंकड़े संग्रहित किये हैं। इनमें मई-जून के अबतक के जो आंकड़े हैं, वे बेहद चौंकाने वाले हैं। सभी जिलों में भूजल का स्तर तेजी से नीचे गया है। इसमें सभी 534 प्रखंडों का भूजल स्तर तेजी नीचे जा रहा है। इस साल स्थिति बीते साल से अधिक खराब है। पिछले साल भूजल का स्तर 12 माह में औसतन 6 मीटर नीचे गया था, लेकिन इस साल केवल डेढ़ माह में ही यह 4 मीटर तक नीचे चला गया है। आने वाले दिनों में यह और नीचे जाएगा। 

विशेषज्ञों का मानना है कि भूजल स्तर नीचे जाने का यही क्रम रहा तो एक माह में 10 मीटर तक पानी नीचे जा सकता है। इसके कारण पेयजल से लेकर सिंचाई तक में परेशानी हो रही है। किसानों को फसलों की सिंचाई में समस्या पैदा हो रही है। वहीं, भूजल स्तर नीचे जाने से नलकूपों की स्थिति लगातार बिगड़ रही है। कई जिलों में तालाब-आहर-पइनों से भी पानी इसी वजह से गायब हो रहे हैं। भूजल का स्तर ठीक-ठाक रहता तो इन सबमें पानी की मात्रा भी ठीक-ठाक रहती। लेकिन जब भूजल ही नीचे जा रहा है तो जलस्रोतों का सूखना स्वाभाविक है। ऐसे तो सभी 38 जिलों में भूजल का स्तर नीचे जा रहा है। 

इस साल सबसे खराब हालात दक्षिण बिहार के हैं। इन्हीं इलाकों में सबसे तेजी से पानी नीचे जा रहा है। यही नहीं भरपूर पानी के लिए प्रसिद्ध सीमांचल-कोसी का क्षेत्र भी इस साल जल संकट की चपेट में है।

अभिभावको और छात्र-छात्राओं के लिए खबर : 28 जून तक पटना के सभी स्कूल रहेंगे बंद, जिलाधिकारी ने जारी किया आदेश


डेस्क : प्रदेश में भीषण गर्मी का कहर जारी है। मानसून का कही अता-पता नहीं है। बारिश नहीं होने की वजह से राज्य के कई जिलों में आसमान से आग बरस रहा है। प्रचंड गर्मी ने लोगों का जीना मुहाल कर रखा है। 

इधर गर्मी और दोपहर में उमस को देखते हुए जिलाधिकारी डॉ. चंद्रशेखर सिंह ने पटना जिले के सभी सरकारी और निजी स्कूलों को 24 की जगह 28 जून तक बंद करने का आदेश दिया है।

इससे पहले जिलाधिकारी ने 24 जून तक स्कूल बंद करने का आदेश दिया था, लेकिन मौसम में अपेक्षित सुधार नहीं होने के कारण अब 28 जून तक स्कूल बंद रहेंगे। इस आदेश के दायरे में कक्षा एक से12वीं तक के सभी सरकारी और निजी स्कूल आएंगे।

जिलाधिकारी द्वारा जारी आदेश में कहा गया है कि दोपहर में गर्मी और उमस अधिक रह रही है, जिससे बच्चों के स्वास्थ्य पर असर पड़ सकता है। इसलिए सभी स्कूल और आंगनबाड़ी केंद्र को बंद करने को कहा गया है।

पटना में विपक्षी दलों की बैठक के बाद आरजेडी के वरिष्ठ नेता शिवानंद तिवारी ने कहा, अरविंद केजरीवाल अपनी शर्तों पर गठबंधन करना चाहते हैं, उनमें और नरेंद्र मोदी में कोई फर्क नहीं


बिहार की राजधानी पटना में देश भर के विपक्षी दलों की बैठक में दिल्ली के मुख्यमंत्री एवं AAP संयोजक अरविंद केजरीवाल की नाराजगी चर्चा में है। इस बीच लालू प्रसाद यादव की पार्टी आरजेडी ने केजरीवाल पर बड़ा बयान दिया है। आरजेडी के वरिष्ठ नेता शिवानंद तिवारी ने शनिवार को कहा कि अरविंद केजरीवाल अपनी शर्तों पर गठबंधन करना चाहते हैं। ऐसे में उनमें और नरेंद्र मोदी में कोई फर्क नहीं है। विपक्ष की बैठक में नेताओं ने केजरीवाल की बातों को नोटिस में नहीं लिया। सभी नेताओं ने उन्हें इग्नोर कर दिया।

आरजेडी नेता शिवानंद तिवारी ने एक मीडिया समूह से शनिवार को विपक्षी एकता बैठक पर कई बातें कहीं। उन्होंने कहा कि यह बैठक सफल रही है। साथ ही उन्होंने माना कि अरविंद केजरीवाल नाराज होकर बैठक से उठकर चले गए थे। शिवानंद ने कहा कि विपक्षी बैठक में केजरीवाल की अलग आवाज आई। हालांकि, किसी ने नोटिस नहीं लिया, किसी ने ध्यान नहीं दिया। उनकी कोई बखत नहीं है। 

शिवानंद तिवारी ने कहा कि अपनी शर्तों पर विपक्षी गठबंधन चाहते हैं। चाहते हैं कि लोकतंत्र को बचाया जाए, आप भी दूसरे ढंग से वही सवाल उठा रहे हैं। समझना चाहिए कि बैठक का एजेंडा वही है। केजरीवाल ने विपक्षी बैठक की शुरुआत में ही उसपर चर्चा की मांग कर दी। फिर उनमें और मोदी में क्या फर्क है। वे भी उसी तरह से तानाशाही चला रहे हैं। इसलिए सभी लोगों ने उन्हें इग्नोर कर दिया।

दरअसल, दिल्ली में ट्रांसफर-पोस्टिंग को लेकर केंद्र सरकार द्वारा लाए गए अध्यादेश के खिलाफ केजरीवाल की आम आदमी पार्टी राज्यसभा में सभी विपक्षी दलों से समर्थन चाहती है। कांग्रेस को छोड़कर लगभग सभी दलों ने उनका समर्थन किया है। वहीं, कांग्रेस का कहना है कि संसद के मॉनसून सत्र शुरू होने से पहले इस मुद्दे पर बातचीत की जाएगी। अब AAP ने चेतावनी दी है कि अगर कांग्रेस अध्यादेश पर केजरीवाल को सपोर्ट नहीं करती है, तो वे आगे उसके साथ किसी भी बैठक में शामिल नहीं होंगे।

बीजेपी चाहती है की इतिहास बदला जाए, हम चाहते हैं की बिहार से इतिहास बचाया जाए : ममता बनर्जी

डेस्क : पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बीजेपी पर जमकर निशाना साधा है। उन्होंने कहा है कि बीजेपी का अत्याचार हर ओर है। राज्यों में राजभवन को वैकल्पिक सरकार बनाया जा रहा है। कोई भी असहमत है तो उसके खिलाफ मोदी सरकार के ईडी, सीबीआई का सामन करना पड़ता है।

आज पटना में विपक्षी दलों की बैठक के बाद आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में बोलते हुए ममता बनर्जी ने कहा कि हमें विपक्षी मत कहो। हम भी देशभक्त हैं, अगर मणिपुर जलता है तो हमें दर्द होता है। बीजेपी का अत्याचार हर ओर है। राज्यों में राजभवन को वैकल्पिक सरकार बनाया जा रहा है। कोई भी असहमत है तो उसके खिलाफ मोदी सरकार के ईडी, सीबीआई का सामन करना पड़ता है।

बनर्जी ने आगे कहा कि विपक्ष एकजुट है और एकजुट होकर लड़ेगा। उन्होंने कहा, पटना मे बैठक करने के लिए नीतीश कुमार को उन्होंने ही सुझाव दिया था। पटना से होने वाले आंदोलन हमेशा सफल हुए हैं। इसलिए मोदी सरकार को हटाने का जनांदोलन भी पटना से शुरू हुआ है। यह इतना महत्वपूर्ण है कि यहां से इतिहास की शुरुआत का प्रतीक है।" उन्होंने कहा कि विपक्षी नेता 2024 का चुनाव एक साथ लड़ेंगे, इसके अलावा उक्त बैठक का दूसरा दौर अगले महीने शिमला में होगा।

उन्होंने कहा कि हम एकजुट हैं, एकजुट होकर लड़ेंगे। इतिहास यहीं से शुरू हुआ, बीजेपी चाहती है कि इतिहास बदला जाए। और हम चाहते हैं कि बिहार से इतिहास बचाया जाए। हमारा मकसद इस फासीवादी सरकार के खिलाफ बोलना है।

पटना में विपक्ष की महाबैठक संपन्न, नीतीश, ममता, राहुल, पवार ने साथ चुनाव लड़ने का किया एलान

डेस्क : केन्द्र की बीजेपी सरकार को सत्ता से बेदखल करने के लिए बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जी-जान से जुटे है। इसके लिए वे पूरे देश के विपक्षी पार्टी को एक करने की मुहिम चला रहे है। जिसमें आज उन्होंने पहली सफलता प्राप्त कर ली। 

आज 23 जून को बिहार की राजधानी पटना विपक्षी दलों की महाबैठक हुई। इस बैठक में 30 से ज्यादा विपक्षी नेता शामिल हुए। इस मीटिंग में आगामी 2024 के लोकसभा चुनाव बीजेपी के खिलाफ एकजुट होकर मैदान में उतरने की साझा रणनीति पर मंथन किया गया। विपक्षी दलों का ये महामंथन करीब 4 घंटे तक चला। वहीं बैठक की समाप्ति के बाद सभी नेताओं के लिए सीएम हाऊस में ही भोजन की व्यवस्था की गई थी। 

इस बैठक के बाद बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने विपक्ष के नेताओं के साथ एक संयुक्त प्रेस-वार्ता किया। जिसमें नीतीश कुमार ने कहा कि आज की विपक्ष की बैठक में देश की सभी प्रमुख विपक्षी पार्टियों के नेताओं ने भाग लिया। यह एक अच्छी बैठक थी जिसमें मिलकर चुनाव लड़ने का निर्णय लिया गया। मल्लिकार्जुन खरगे की अध्यक्षता में अगली बैठक होगी। एकसाथ चलने पर बात हुई है। अगली मीटिंग, अंतिम मीटिंग होगी। हम सब साथ रहेंगे, हम बीजेपी को 100 सीटों पर रोकेंगे। हम सब साथ रहे तो बीजेपी जरूर पराजित होगी।

राहुल गांधी ने कहा कि नीतीश कुमार ने बिहार का सारा डिश खिला दिया है। लिट्टी-चोखा से लेकर गुलाब जामुन तक। उन्होंने कहा कि आज सारे संवैधानिक संस्थानों पर भाजपा-आरएसएस आक्रमण कर रही है। आज विचारधारा की लड़ाई है तो हम सब एक साथ खड़े हैं। थोड़ा अलगाव है लेकिन हमने निर्णय लिया है कि हमलोग एक साथ काम करेंगे। कुछ ही समय में अगली मीटिंग होगी। आज जो हमने बातचीत की उसे और गहराई में ले जायेंगे। यह पूरी गहरी तरीके से आगे बढ़ने जा रही है।

कांग्रेस अध्यक्ष खड़गे ने कहा कि एक होकर चुनाव लड़ने की सहमति बनी है, कॉमन एजेंडा बना है। विपक्ष की अगली बैठक 12 जुलाई को शिमला में हो सकती है। जल्द ही इस बारे में सभी पार्टियों को सूचित कर दिया जायेगा। हमने तय किया है कि बैठ कर एजेंडा बनाएं कि किन-किन चीजों पर हम निर्णय ले सकते हैं। हर राज्यों में हमलोगों को अलग तरह से काम करना पड़ेगा। हर राज्य के लिए अलग स्ट्रेटजी होनी चाहिए। एक होकर, एकजुट होकर 2024 की लड़ाई हमको लड़ना है और भाजपा को सत्ता से बाहर करने का निर्णय लिया गया है। इसमें हमलोग जरूर कामयाब होंगे। हम नीतीश कुमार का धन्यवाद करूंगा। 

वहीं पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने केंद्र सरकार पर जमकर प्रहार किया। प्रेस कांफ्रेंस में बंगाल की सीएम ममता बनर्जी ने कहा कि आज पटना में 17 पार्टी की मीटिंग हुई है। हमने कहा था कि पटना में मीटिंग करिए। पहले भी बहुत सारे जन आंदोलन पटना से शुरू हुआ था। दिल्ली में कई मीटिंग हुई लेकिन लाभप्रद नहीं रहा। इसलिए हमने कहा कि पटना से शुरू करो। इसका लाभ मिल रहा है। हम लोग एक हैं,साथ मिलकर लड़ेंगे और हमको विपक्ष मत बोलो। मणिपुर जलने से हमारा भी हाथ जलता है। भाजपा तानाशाही सरकार चला रही है। हमलोगों का इलेक्टेड सरकार है लेकिन राजभवन हस्तक्षेप करती है। जो भी खिलाफ बोलता है, ईडी-सीबीआई लगा देता है। मीडिया को कंट्रोल कर लिया है।  

जम्मू-कश्मीर के पूर्व सीएम उमर अब्दुल्ला ने कहा कि आज हमलोग लोकतंत्र बचाने के लिए यहां बैठे हैं। आज हमारे कश्मीर में लोकतंत्र को कुचला जा रहा है। पांच साल से जम्मू-कश्मीर में राष्ट्रपति शासन है। महबूबा मुफ्ती भी इस मुद्दे पर आज हमारे साथ हैं। चार राज्यों में चुनाव होने जा रहे हैं, वो सेमी फाईल है। इसके लिए तैयारी करनी है। अगली बैठक में और भी महत्वपूर्ण निर्णय लिए जायेंगे।

विपक्षी एकता पर भाजपा ने बोला हमला, एक कार्टून में नेताओं के हाथ पर फूल तो दूसरी में नेताओं की पीठ पीछे छिपाए गए हाथ में चाकू, आरी और खंजर दिखाए


 बिहार की राजधानी पटना मे विपक्षी दलों की महाबैठक में 15 दलों के दिग्गज नेता शामिल हैं। सीएम नीतीश कुमार के आवास पर बैठक हुई। जिसमें सभी दलों के एकजुट होने और गठबंधन के स्वरूप पर चर्चा हो रही है। दूसरी तरफ बिहार बीजेपी ने विपक्ष के महाजुटान पर ट्वीट कर तंज कसा है। कार्टून के जरिए विपक्षी एकता पर हमला बोला गया है।

बिहार बीजेपी ने एक ट्वीट किया, जिसमें एक कार्टून के जरिए सभी विपक्षी दलों के नेताओं के हाथ पर फूल दिखाए गए हैं। फिर दूसकी फोटो में उन्ही नेताओं की पीठ पीछे छिपाए गए हाथ में लिए चाकू, आरी और खंजर दिखाए गए हैं। लिखा है कि जैसे ही मिलेगा मौका, एक-दूसरे को देंगे धोखा। फोटो की होर्डिंग में लिखा है महाठगबंधन की एकता 23 जून 2024।

इससे पहले भी विपक्षी एकता की बैठक को लेकर बीजेपी लगातार हमलावर रही है। पूर्व केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद बैठक को 2024 की बारात बताकर दूल्हा पूछ रहे हैं। तो वहीं बिहार बीजेपी अध्यक्ष सम्राट चौधरी विपक्षी एकता को ठग्स ऑफ गठबंधन करा दे रहे है। वहीं बीजेपी के अन्य नेता बैठक को लिट्टी-चोखा और टी पार्टी बता चुके हैं।

 विपक्षी एकता की महाबैठक में 15 दलों के दिग्गज नेता शामिल हुए हैं। जिसमें दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खगरे, कांग्रेस नेता राहुल गांधी, प.बंगाल की सीएम ममता बनर्जी, झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव, शिवसेना (उद्धव) के चीफ उद्धव ठाकरे, तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन, पीडीपी की अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती, नेशनल कॉन्फ्रेंस के संरक्षक फारुख अब्दुल्ला समेत सीपीआई और सीपीएम के भी कई नेता शामिल हुए है।

पटना में पोस्टर वॉर, भाजपा कार्यालय के बाहर लगे पोस्टर में राहुल गांधी को बताया देवदास, लिखा - अब वो दिन दूर नहीं जब लोग कहेंगे राजनीति छोड़ दो


पटना में सभी प्रमुख विपक्षी दलों के नेताओं की बैठक चल रही है।

विपक्षी एकता की बैठक से पहले पटना में पोस्टर वॉर शुरू हो गई है। बीजेपी दफ्तर के बाहर राहुल गांधी के पोस्टर लगे हैं। जिसमें उन्हें रीयल लाइफ देवदास बताया गया है। राहुल गांधी की तुलना फिल्म देवदास के शाहरुख खान से की गई है। इस पोस्टर में राहुल पर तंज करते हुए लिखा है कि अब वो दिन दूर नहीं जब लोग सब मिलकर कहेंगे अब राजनीति छोड़ दो।

पोस्टर में राहुल गांधी की फोटो लिखी है। कैप्शन दिया है रीयल लाइफ देवदास। पोस्टर में पहले देवदास का किरदास निभाने वाले शाहरुख खान का डायलॉग लिखा है। नीचे लिखा है कि ममता दीदी ने कहा बंगाल छोड़ दो...केजरीवाल ने कहा दिल्ली-पंजाब छोड़ दो...लालू-नीतीश ने कहा बिहार छोड़ दो...अखिलेश ने कहा उत्तर प्रदेश छोड़ दो...स्टालिन ने कहा तमिलनाडु छोड़ दो...वो दिन दूर नहीं जब सब मिलकर कहेंगें कि राहुल राजनीति छोड़ दो। यह पोस्ट कुछ दिन पहले सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था जिस पर कांग्रेस नेता आचार्य प्रमोद कृष्णन ने भी चुटकी ली थी कि ये बीजेपी हटाओ विपक्षी एकता है या कांग्रेस मुक्त भारत बनाने की तैयारी।

 आप के पोस्टर जिसमें अरविंद केजरीवाल को भावी प्रधानमंत्री बताया गया था इस पर भी सवाल उठाए गए। नीतीश कुमार को पीएम मोदी का खामसखास। जिसके बाद AAP ने सफाई देते हुए इसे बीजेपी की साजिश करार दिया था। वैसे विपक्षी एकता की बैठक से पहले ही पूरा पटना पोस्टर्स से पटा पड़ा है। सबसे ज्यादा पोस्टर कांग्रेस पार्टी के दिख रहे हैं। जिसमें राहुल गांधी और मल्लिकार्जुन खड़गे की फोटो लगी हुई है। अब पोस्टर के जरिए विपक्षी दलों पर बीजेपी निशाना साध रही है।

पटना में विपक्षी एकता की बैठक में राहुल गांधी ने भरा जोश, कहा, कर्नाटक की तरह ही एमपी, राजस्थान, छत्तीसगढ़, तेलंगाना भी जीतेंगे, बीजेपी कहीं नजर नहीं आएगी



बिहार की राजधानी पटना में विपक्षी एकता की बैठक पिछले कई घंटे से चल रही है। इस बैठक में शामिल होने पहुंचे कांग्रेस नेता राहुल गांधी और कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने पहले सदाकत आश्रम में कांग्रेसी कार्यकर्ताओं को संबोधित किया। इस दौरान राहुल गांधी ने कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने जोश भरा। कहा कि आप बब्बर शेर हैं। कर्नाटक में कांग्रेसी एक हुए तो बीजेपी गायब हो गई। अब मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, राजस्थान और तेलंगाना की बारी है। वहां भी कांग्रेस जीतेगी और बीजेपी नजर नहीं आएगी।

 राहुल गांधी ने कहा कि भाजपा और आरएसएस देश को तोड़ना चाहती है। देश में विचारधारा की तीव्र लड़ाई चल रही है। एक तरफ कांग्रेस की भारत जोड़ो विचारधारा, दूसरी तरफ बीजेपी की देश तोड़ो वाली विचारधारा। बिहार में कांग्रेस पार्टी का डीएनए है। हर राज्य में भारत जोड़ो यात्रा में बिहार के लोग शामिल होते थे। क्योंकि आप कांग्रेस की विचारधारा को समझते हो।

कांग्रेस पार्टी मोहब्बत फैला रही है। जबकि बीजेपी नफरत की राजनीति करती है। विपक्षी एकता की बैठक में सभी विरोधी दल आए हैं। हम सब मिलकर बीजेपी को हराने जा रही है। कर्नाटक में कांग्रेसी साथ हुए तो बीजेपी गायब हो गई। ऐसे ही अब छत्तीसगढ़, तेलंगाना, राजस्थान, मध्यप्रदेश में भी बीजेपी कहीं दिखाई नहीं देखी। कांग्रेस जीतकर दिखाएगी। पूरा देश समझ गया है बीजेपी का मतलब दो-तीन लोगों को फायदा पहुंचाना...देश का पूरा धन उन्हीं को सौंप देना। कांग्रेस का मतलब गरीबों के साथ खड़े रहने वाली पार्टी।

वहीं कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा कि कांग्रेस के उसूलों को बिहार कभी नहीं छोड़ सकता। अगर बिहार जीते तो हिन्दुस्तान जीत जाएंगे। आपसी मतभेद को भुलाकर लोकतंत्र को बचाने और देश को बचाने के लिए एक होना होगा। राहुल गांधी के प्रयासों को आगे बढ़ाना है। राहुल गांधी और मल्लिकार्जुन खरगे आज सुबह पटना पहुंचे थे। जहां कांग्रेसी कार्यकर्ताओं ने उनका जोरदार स्वागत किया।

पटना में विपक्षी दलों की बैठक में सीएम नीतीश को संयोजक बनाने का प्रस्ताव पारित, ममता बनर्जी ने नेताओं से महत्वाकांक्षा त्यागने की बात कर मीटिंग का एजेंडा किया सेट, पढ़िए, पूरी रिपोर्ट

लोकसभा चुनाव 2024 में बीजेपी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ मजबूत मोर्चेबंदी के लिए 15 भाजपा विरोधी दलों का पटना में महाजुटान चल रहा है। सीएम नीतीश कुमार के आवास पर तीन घंटे से ज्यादा समय से विपक्ष की बैठक चल रही है।

 नीतीश को गठबंधन का संयोजक बनाने पर चर्चा हुई है। बैठक की शुरुआत में ही ममता बनर्जी ने नेताओं से महत्वाकांक्षा का त्याग करने की बात करके मीटिंग का टोन सेट कर दिया कि सबको कुर्बानी देनी होगी तभी विपक्ष एकजुट हो सकेगा। ममता ने कल लालू यादव से मुलाकात के बाद भी कहा था कि एक के खिलाफ एक लड़ेगा जो नीतीश के वन अगेंस्ट वन के फॉर्मूला को टीएमसी का समर्थन माना जा रहा है। शिवसेना यूबीटी के उद्धव ठाकरे ने दिल्ली के अध्यादेश को लेकर अरविंद केजरीवाल की आप को समर्थन देने की बात उठाई वहीं नेशनल कॉन्फ्रेंस के उमर अब्दुल्ला ने केजरीवाल से धारा 370 पर आप का रुख साफ करने को कहा। केजरीवाल ने अपने भाषण में दिल्ली सरकार के अधिकार को लेकर केंद्र के अध्यादेश की चर्चा की और राज्यसभा में सबका समर्थन मांगा। 

ये हैं बैठक में मौजूद

जेडीयू से नीतीश कुमार, ललन सिंह, संजय झा के अलावा कांग्रेस पार्टी से मल्लिकार्जुन खरगे, राहुल गांधी, केसी वेणुगोपाल, आरजेडी से लालू यादव, तेजस्वी यादव, मनोज झा, एनसीपी से शरद पवार, सुप्रिया सुले, प्रफुल्ल पटेल, सीपीएम से सीताराम येचुरी, सपा से अखिलेश यादव, शिवसेना यूबीटी से उद्धव ठाकरे, आदित्य ठाकरे, संजय राउत, जेएमएम से हेमंत सोरेन, टीएमसी से ममता बनर्जी, अभिषेक बनर्जी, डेरेक ओ ब्रायन, डीएमके से एमके स्टालिन, टीआर बालू, AAP से अरविंद केजरीवाल, भगवंत मान, संजय सिंह, राघव चड्ढ़ा, पीडीपी से महबूबा मुफ्ती, सीपीआई से डी राजा, सीपीआई एमएल से दीपांकर भट्टाचार्य समेत अन्य नेता मौजूद हैं।

विपक्षी एका की बैठक में शामिल होने पटना पहुंचे राहुल गांधी, खड्गे और शरद पवार, सीएम नीतीश कुमार ने खुद एयरपोर्ट पर किया रिसीव

डेस्क : केन्द्र की बीजेपी सरकार को सत्ता से बेदखल करने के लिए बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जी-जान से जुटे है। इसके लिए वे पूरे देश के विपक्षी पार्टी को एक करने की मुहिम चला रहे है। इसे लेकर आज 23 जून को राजधानी पटना में विपक्षी दलों की बैठक होने जा रही है। 

सालों बाद आज देश की 16 बड़ी पार्टियों के नेता बिहार की राजधानी पटना पहुंचेंगे। जिसमें कुल छह मुख्यमंत्री सहित आधा दर्जन पूर्व मुख्यमंत्री मौजूद होंगे। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पहल पर हो रही यह बैठक इस मायने में महत्वपूर्ण है कांग्रेस , वामदलों और राष्ट्रवादी कांग्रेस समेत अधिकांश क्षेत्रीय दलों के शीर्ष नेता वैचारिक मतभेद भुलाकर एक बार फिर एक मंच पर जुटेंगे।  

कांग्रेस नेता राहुल गांधी और कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे सहित देश के तमाम विपक्षी दल के नेता इस बैठक में मौजूद रहेंगे।

22 जून को चार राज्यों के मुख्यमंत्री पटना पहुंचे थे. आज कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष खड़गे और राहुल गांधी भी पटना पहुंचे हैं। इसके अलावे वरिष्ठ नेता व एनसीपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष शरद पवार भी पटना पहुंचे हैं। पटना एयरपोर्ट पर स्वागत के लिए खुद बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार मौजूद रहे।  

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार सुबह 10 बजे पटना एयरपोर्ट पहुंचे। खड़गे और राहुल गांधी विशेष विमान से पटना एयरपोर्ट पहुंचे। जहां बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार समेत कांग्रेस के बड़े नेताओं ने उनका स्वागत किया। पटना एयरपोर्ट से राहुल गांधी सीधे सदाकत आश्रम के लिए निकल गए।

बताते चले कि बीते गुरुवार को ही चार राज्यों के मुख्यमंत्रियों के पटना पहुंच गए थे। सबसे पहले पीडीपी नेता व जम्मू-कश्मीर की पूर्व सीएम महबूबा मुफ्ती पटना पहुंची। वहीं उनके बाद पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी पटना पहुंची। ममता बनर्जी के पटना पहुंचने पर सीएम नीतीश ने उऩसे मुलाकात की। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी से मुलाकात करने खुद सर्किट हाऊस पहुंच गए। नीतीश कुमार ने ममता बनर्जी से मुलाकात की। दोनों नेताओं में करीब पंद्रह मिनट बातचीत हुई फिर नीतीश कुमार वापस लौट गए। 

इसके बाद सीएम नीतीश चाणक्या होटल जाकर केजरीवाल और पंजाब सीएम मान से मुलाकात की। फिर स्टालिन से भी मिले।