जी20 शिखर सम्मेलन विश्व की नई पीढ़ी को पर्यावरण संरक्षण ,जलवायु परिवर्तन की रोकथाम ,रोजगार के अवसर एवं नारी सशक्तिकरण की दिशा में प्रदान करेगी ऊर्जा
महात्मा गांधी एवं महात्मा गौतम बुद्ध के कर्म भूमि पर जी20 शिखर सम्मेलन विश्व की नई पीढ़ी को पर्यावरण संरक्षण ,जलवायु परिवर्तन की रोकथाम ,रोजगार के अवसर एवं नारी सशक्तिकरण की दिशा में प्रदान करेगी ऊर्जा। महात्मा गांधी, गौतम बुद्ध, महर्षि वाल्मीकि, भगवान
महावीर,मखदूम शरफुद्दीन अहमद बिन याह्या मनेरी एवं सिखों के दसवें गुरु गोविंद सिंह के जीवन दर्शन जानने का मिलेगा अवसर। अंतरराष्ट्रीय पीस एंबेसडर सह सचिव सत्याग्रह रिसर्च फाउंडेशन डॉ एजाज अहमद अधिवक्ता ,डॉ सुरेश कुमार अग्रवाल चांसलर प्रज्ञान अंतरराष्ट्रीय विश्वविद्यालय झारखंड ,डॉ शाहनवाज अली, डॉ अमित कुमार लोहिया, मदर ताहिरा चैरिटेबल ट्रस्ट की निदेशक एस सबा ने संयुक्त रूप से कहा कि महात्मा गांधी, गौतम बुद्ध, महर्षि वाल्मीकि, भगवान महावीर,मखदूम शरफुद्दीन अहमद बिन याह्या मनेरी एवं सिखों के दसवें गुरु गुरु गोविंद सिंह से जुड़े भारत के ऐतिहासिक राज्य बिहार की राजधानी पटना में 21 से 23 जून 2023 G-20 समूह की दो दिवसीय बैठक आरंभ हो चुका है। इसमें भारत समेत लगभग 28 देशों के प्रतिनिधि 21 जून को पटना पहुंच चुके हैं। जी20 देशों के मेहमानों को बिहार संग्रहालय के भ्रमण द्वारा विश्व के सबसे प्राचीनतम लिछवी गणराज भारत एवं आधुनिक भारत को जानने का अवसर मिलेगा। 22-23 जून को श्रम भागीदारी समूह (L-20) की दो दिवसीय G-20 बैठक आयोजित हो रहे हैं।
प्रतिनिधियों का स्वागत भारतीय मजदूर संघ एवं विभिन्न सामाजिक संगठनों द्वारा किया जा रहा है।
पटना साहिब गुरुद्वारा प्रांगण में स्थानीय कार्यकर्ताओं द्वारा देशी-विदेशी प्रतिनिधियों का स्वागत किया जा रहा है। 24 जून को प्रतिनिधियों का समूह नालंदा का दर्शन-परिदर्शन करेगा और वहां के स्थानीय कार्यकर्ता समूह का स्वागत करेंगे। इस अवसर पर अंतरराष्ट्रीय पीस एंबेस्डर सह सचिव सत्याग्रह रिसर्च फाउंडेशन डॉ एजाज अहमद अधिवक्ता एवं डॉ शाहनवाज अली ने संयुक्त रूप से कहा कि 20 देशों का समूह अंतर्राष्ट्रीय आर्थिक सहयोग का प्रमुख मंच है। G-20 प्रमुख अंतरराष्ट्रीय आर्थिक मुद्दों पर वैश्विक संरचना व्यवस्था एवं संचालन प्रणाली का निर्माण करने तथा प्रशासनिक तंत्र को सशक्त करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। G-20 के 11 सहयोगी एवं कामकाजी समूहों में से एक है। यह गैर-सरकारी प्रयासों के नेतृत्व में है। यह वैश्विक स्तर पर श्रम और रोजगार की चिंताओं तथा अन्य संबंधित मुद्दों पर चर्चा करता है।
L-20, G-20 स्तर पर श्रमिकों के हितों का प्रतिनिधित्व करता है। यह फोरम G-20 देशों के 66% आबादी और लगभग 75% वैश्विक सकल घरेलू उत्पाद का प्रतिनिधित्व करने वाले सभी मजदूर संगठनों को एक साथ एक मंच पर लाने की कोशिश करता है। बिहार में यह L-20 समिट पहली बार हो रहा है।
जवाब - हां, बिहार में यह कार्यक्रम पहली बार हो रहा है।
L-20 के शिखर सम्मेलन में ‘सभी के लिए सामाजिक सुरक्षा’ तथा ‘महिला और रोजगार’ विषय पर चर्चा हो रही है
28 देशों से भारत सहित 173 प्रतिनिधि आएं हैं। इस सम्मेलन का उद्देश् 20 के देशों में रोजगार के नए अवसर प्रदान करना। सतत विकास के लिए सम्माननीय कार्य को हर हाल में बढ़ावा देना। कर्मियों के वेतन के मुद्दे पर संगठन के देशों के अनुभवों को साझा करना। साथ ही महिलाओं के काम-काज की सुरक्षा, डिलीवरी बॉय के काम-काज की सामाजिक सुरक्षाकर्मियों पर विचार-विमर्श करना प्रमुख उद्देश्य है।
भारतीय मजदूर संघ (BMS) भारत का सबसे बड़ा केंद्रीय श्रमिक संगठन है। L-20 सहयोगी समूह का अध्यक्ष है। यह G-20 के 11 कामकाजी समूहों में से एक है। L-20 की बैठक अमृतसर, कोलकाता, रायपुर, नागपुर (BMS), गुवाहाटी, मुंबई, तिरुवनन्तपुरम, धनबाद, NLO, दिल्ली (BMS), लखनऊ (BMS) में हो चुकी है।
पटना के बाद L-20 की बैठक इंदौर में 20 जुलाई को होगी। इसके बाद 9 और 10 सिंतबर को दिल्ली में अंतिम दौर की बैठक होगी।
Jun 24 2023, 09:16