ऐतिहासिक पलासी युद्ध की 266 वीं वर्षगांठ पर मातृभूमि की रक्षा करने वाले अमर शहीदों एवं वीर सैनिकों को दी गई भावभीनी श्रद्धांजलि।

          

 आज दिनांक 23 जून 2023 को सत्याग्रह रिसर्च फाउंडेशन के सभागार सत्याग्रह भवन में ऐतिहासिक प्लासी युद्ध की 266 वी वर्षगांठ पर बंगाल के नवाब शहीद सिराजुद्दौला ,मातृभूमि की रक्षा करते हुए वीरगति को प्राप्त होने वाले अमर शहीदों एवं वीर सैनिकों को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए अंतरराष्ट्रीय पीस एंबेस्डर सह सचिव सत्याग्रह रिसर्च फाउंडेशन डॉ एजाज अहमद अधिवक्ता ,डॉ सुरेश कुमार अग्रवाल चांसलर प्रज्ञान

अंतरराष्ट्रीय विश्वविद्यालय झारखंड ,डॉ शाहनवाज अली ,डॉ अमित कुमार लोहिया पश्चिम चंपारण कला मंच की संयोजक शाहीन परवीन ,मदर ताहिरा चैरिटेबल ट्रस्ट की निदेशक एस सबा ने संयुक्त रूप से नवाब सिराजुद्दौला, अमर शहीदों एवं वीर सैनिकों को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि आज ही के दिन आज से 266 वर्ष पूर्व 23 जून 1757 को ऐतिहासिक पलासी के मैदान में नवाब सिराजुद्दौला एवं लॉर्ड क्लाइव के बीच 

प्लासी का पहला युद्ध 23 जून 1757 को मुर्शिदाबाद के दक्षिण में 22 मील दूर नदिया जिले में भागीरथी नदी के किनारे 'प्लासी' नामक स्थान में हुआ था। इस युद्ध में एक ओर ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी की सेना थी तो दूसरी ओर थी बंगाल के नवाब की सेना। ईस्ट इंडिया कंपनी की सेना ने रॉबर्ट क्लाइव के नेतृत्व में नवाब सिराज़ुद्दौला को धोखे से हरा दिया था।

किंतु इस युद्ध को कम्पनी की जीत नही मान सकते कयोंकि युद्ध से पूर्व ही नवाब के तीन सेनानायक मीर जाफर, उसके दरबारी, तथा राज्य के अमीर सेठ जगत सेठ आदि से कलाइव ने षडंयत्र कर लिया था।

नवाब की तो पूरी सेना ने युद्ध मे भाग भी नही लिया था युद्ध के फ़ौरन बाद मीर जाफ़र के पुत्र मीरन ने नवाब सिराजुद्दौला एवं उनके करीबी लोगों की हत्या धोखे से कर दी थी। इस युद्ध को भारत के लिए बहुत दुर्भाग्यपूर्ण माना जाता है।

भारत के चंद गद्दारों की वजह से इस युद्ध से ही भारत की दासता की कहानी शुरू होती है। जिसके कारण लगभग 200 वर्षों तक अंग्रेजों ने भारत को गुलाम बनाए रखा। अमर शहीदों एवं स्वतंत्रता सेनानियों के अथक प्रयासों से 15 अगस्त 1947 को भारत अंग्रेजों की गुलामी से आजाद हो गया।

मानवता की सेवा को आगे आए विश्व की नई पीढ़ी।

 संयुक्त राष्ट्र लोक सेवा दिवस पर सत्याग्रह रिसर्च फाउंडेशन एवं विभिन्न सामाजिक संगठनों ने विश्व की नई पीढ़ी से की अपील। आज दिनांक 23 जून 2023 को संयुक्त राष्ट्र लोक सेवा दिवस के अवसर पर एक भव्य कार्यक्रम का आयोजन किया गया जिसमें विभिन्न सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधियों एवं बुद्धिजीवियों ने भाग लिया।

इस अवसर पर अंतरराष्ट्रीय पीस एंबेस्डर सह सचिव सत्याग्रह रिसर्च फाउंडेशन डॉ एजाज अहमद अधिवक्ता ,डॉ सुरेश कुमार अग्रवाल चांसलर प्रज्ञान अंतरराष्ट्रीय विश्वविद्यालय झारखंड ,डॉ शाहनवाज अली, डॉ अमित कुमार लोहिया, पश्चिम चंपारण कला मंच की संयोजक शाहीन परवीन, मदर ताहिरा चैरिटेबल ट्रस्ट की निदेशक एस सबा ने संयुक्त रूप से संयुक्त राष्ट्र लोक सेवा दिवस पर महात्मा गांधी एवं संयुक्त राष्ट्र संघ के निर्माताओं को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए संयुक्त राष्ट्र लोक सेवा दिवस पर प्रकाश डालते हुए कहा कि प्रत्येक वर्ष 23 जून को संयुक्त राष्ट्र लोक सेवा दिवस के रूप में दुनिया भर में मनाया जाता है।

 संयुक्त राष्ट्र लोक सेवा दिवस संयुक्त राष्ट्र एवं विश्व समुदाय के सार्वजनिक अधिकारियों के योगदान को उजागर करने का प्रयास करता है, इसका उद्देश्य उनके उत्कृष्ट प्रयासों को पहचानना और अगली पीढ़ी को संयुक्त राष्ट्र एवं मालवीय सेवाओं के लिए प्रेरित करना है।

हर साल, संयुक्त राष्ट्र 23 जून को सार्वजनिक सेवा के अवसर है। यह विशेष वर्षगांठ, सार्वजनिक अधिकारियों के योगदान को उजागर करने और यह प्रतिबिंबित करने का प्रयास करती है कि वे विकास और प्रगति में कैसे योगदान देते हैं। 20 दिसंबर 2002 को महासभा ने एक प्रस्ताव अपनाकर 23 जून को लोक सेवा दिवस के रूप में नामित किया।इस दिन की मान्यता को बढ़ावा देने के लिए, संयुक्त राष्ट्र ने 2003 में संयुक्त राष्ट्र लोक सेवा पुरस्कार (यूएनपीएसए) कार्यक्रम की स्थापना की, जिसे सतत विकास के लिए 2030 एजेंडा के साथ संरेखित करने के लिए 2016 में समीक्षा की गई थी।

इस दिन का उद्देश्य समुदाय के लिए सार्वजनिक सेवा के मूल्य और गुण का जश्न मनाना है; विकास प्रक्रिया में सार्वजनिक सेवा के योगदान पर प्रकाश डाल सकेंगे; लोक सेवकों के काम को पहचानें, और युवाओं को सार्वजनिक क्षेत्र में करियर बनाने के लिए प्रोत्साहित करें। 2003 में पहले पुरस्कार समारोह के बाद से, संयुक्त राष्ट्र को दुनिया भर से अधिक संख्या में आवेदन प्राप्त हुए हैं।

इस अवसर पर वक्ताओं ने कहा कि 2023 में संयुक्त राष्ट्र लोक सेवा दिवस के लिए कोई निर्धारित थीम नहीं है।

यह दिन समुदाय के लिए सार्वजनिक सेवा के मूल्य और गुण को रेखा अंकित करना है ।कार्यक्रम का लक्ष्य लोगों के जीवन पर सकारात्मक प्रभाव डालने वाले प्रयासों को प्रदर्शित करके सार्वजनिक प्रशासन में उत्कृष्टता को प्रेरित करना और उजागर करना है।

जी20 शिखर सम्मेलन विश्व की नई पीढ़ी को पर्यावरण संरक्षण ,जलवायु परिवर्तन की रोकथाम ,रोजगार के अवसर एवं नारी सशक्तिकरण की दिशा में प्रदान करेगी ऊर्जा


महात्मा गांधी एवं महात्मा गौतम बुद्ध के कर्म भूमि पर जी20 शिखर सम्मेलन विश्व की नई पीढ़ी को पर्यावरण संरक्षण ,जलवायु परिवर्तन की रोकथाम ,रोजगार के अवसर एवं नारी सशक्तिकरण की दिशा में प्रदान करेगी ऊर्जा। महात्मा गांधी, गौतम बुद्ध, महर्षि वाल्मीकि, भगवान

महावीर,मखदूम शरफुद्दीन अहमद बिन याह्या मनेरी एवं सिखों के दसवें गुरु गोविंद सिंह के जीवन दर्शन जानने का मिलेगा अवसर। अंतरराष्ट्रीय पीस एंबेसडर सह सचिव सत्याग्रह रिसर्च फाउंडेशन डॉ एजाज अहमद अधिवक्ता ,डॉ सुरेश कुमार अग्रवाल चांसलर प्रज्ञान अंतरराष्ट्रीय विश्वविद्यालय झारखंड ,डॉ शाहनवाज अली, डॉ अमित कुमार लोहिया, मदर ताहिरा चैरिटेबल ट्रस्ट की निदेशक एस सबा ने संयुक्त रूप से कहा कि महात्मा गांधी, गौतम बुद्ध, महर्षि वाल्मीकि, भगवान महावीर,मखदूम शरफुद्दीन अहमद बिन याह्या मनेरी एवं सिखों के दसवें गुरु गुरु गोविंद सिंह से जुड़े भारत के ऐतिहासिक राज्य बिहार की राजधानी पटना में 21 से 23 जून 2023 G-20 समूह की दो दिवसीय बैठक आरंभ हो चुका है। इसमें भारत समेत लगभग 28 देशों के प्रतिनिधि 21 जून को पटना पहुंच चुके हैं। जी20 देशों के मेहमानों को बिहार संग्रहालय के भ्रमण द्वारा विश्व के सबसे प्राचीनतम लिछवी गणराज भारत एवं आधुनिक भारत को जानने का अवसर मिलेगा। 22-23 जून को श्रम भागीदारी समूह (L-20) की दो दिवसीय G-20 बैठक आयोजित हो रहे हैं।

प्रतिनिधियों का स्वागत भारतीय मजदूर संघ एवं विभिन्न सामाजिक संगठनों द्वारा किया जा रहा है।

 पटना साहिब गुरुद्वारा प्रांगण में स्थानीय कार्यकर्ताओं द्वारा देशी-विदेशी प्रतिनिधियों का स्वागत किया जा रहा है। 24 जून को प्रतिनिधियों का समूह नालंदा का दर्शन-परिदर्शन करेगा और वहां के स्थानीय कार्यकर्ता समूह का स्वागत करेंगे। इस अवसर पर अंतरराष्ट्रीय पीस एंबेस्डर सह सचिव सत्याग्रह रिसर्च फाउंडेशन डॉ एजाज अहमद अधिवक्ता एवं डॉ शाहनवाज अली ने संयुक्त रूप से कहा कि 20 देशों का समूह अंतर्राष्ट्रीय आर्थिक सहयोग का प्रमुख मंच है। G-20 प्रमुख अंतरराष्ट्रीय आर्थिक मुद्दों पर वैश्विक संरचना व्यवस्था एवं संचालन प्रणाली का निर्माण करने तथा प्रशासनिक तंत्र को सशक्त करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। G-20 के 11 सहयोगी एवं कामकाजी समूहों में से एक है। यह गैर-सरकारी प्रयासों के नेतृत्व में है। यह वैश्विक स्तर पर श्रम और रोजगार की चिंताओं तथा अन्य संबंधित मुद्दों पर चर्चा करता है।

 L-20, G-20 स्तर पर श्रमिकों के हितों का प्रतिनिधित्व करता है। यह फोरम G-20 देशों के 66% आबादी और लगभग 75% वैश्विक सकल घरेलू उत्पाद का प्रतिनिधित्व करने वाले सभी मजदूर संगठनों को एक साथ एक मंच पर लाने की कोशिश करता है। बिहार में यह L-20 समिट पहली बार हो रहा है।

जवाब - हां, बिहार में यह कार्यक्रम पहली बार हो रहा है।

 L-20 के शिखर सम्मेलन में ‘सभी के लिए सामाजिक सुरक्षा’ तथा ‘महिला और रोजगार’ विषय पर चर्चा हो रही है

28 देशों से भारत सहित 173 प्रतिनिधि आएं हैं। इस सम्मेलन का उद्देश् 20 के देशों में रोजगार के नए अवसर प्रदान करना। सतत विकास के लिए सम्माननीय कार्य को हर हाल में बढ़ावा देना। कर्मियों के वेतन के मुद्दे पर संगठन के देशों के अनुभवों को साझा करना। साथ ही महिलाओं के काम-काज की सुरक्षा, डिलीवरी बॉय के काम-काज की सामाजिक सुरक्षाकर्मियों पर विचार-विमर्श करना प्रमुख उद्देश्य है।

भारतीय मजदूर संघ (BMS) भारत का सबसे बड़ा केंद्रीय श्रमिक संगठन है। L-20 सहयोगी समूह का अध्यक्ष है। यह G-20 के 11 कामकाजी समूहों में से एक है। L-20 की बैठक अमृतसर, कोलकाता, रायपुर, नागपुर (BMS), गुवाहाटी, मुंबई, तिरुवनन्तपुरम, धनबाद, NLO, दिल्ली (BMS), लखनऊ (BMS) में हो चुकी है। 

पटना के बाद L-20 की बैठक इंदौर में 20 जुलाई को होगी। इसके बाद 9 और 10 सिंतबर को दिल्ली में अंतिम दौर की बैठक होगी।

तस्करी के 20 बैल के साथ एसएसबी ने तीन मवेशी तस्कर को दबोचा।

वाल्मीकि नगर। गुप्त सूचना के आधार पर रमपुरवा सीमा चौकी पर तैनात इंस्पेक्टर सह कंपनी कमांडर जंगराज सिंह के नेतृत्व में एसएसबी 21 वीं वाहिनी ई कंपनी के गश्ती दलों ने बुधवार की अहले सुबह वाल्मीकि व्याघ्र परियोजना के गंडक नदी के किनारे एम कक्ष संख्या 26 में गंडक नदी के

रास्ते नेपाल से मवेशी तस्करों ने तस्करी के उद्देश्य से 20 अदद बैल लेकर नेपाल से भारतीय क्षेत्र में आ रहे थे। इसी क्रम में एसएसबी 21वीं वाहीनी ई कंपनी के अधिकारी व जवानों के द्वारा गुप्त सूचना के आधार पर नाका लगाकर 20 बैल के साथ तीन मवेशी तस्कर को धर दबोचा।

इस बाबत जानकारी देते हुए इस्पेक्टर सह कंपनी कमांडर जंगराज सिंह ने बताया कि पकड़े के मवेशी तस्कर सलमान हुसैन लगभग 19 वर्ष पिता आदम हुसैन, असलम अंसारी लगभग 19 वर्ष पिता स्वर्गीय जल्लाउद्दीन अंसारी, सुकई कुमार उम्र लगभग 14 वर्ष पिता किशुन राय सभी का ग्राम विवादित क्षेत्र सुस्ता नेपाल का निवासी बताए जाते हैं।

एसएसबी के द्वारा पकड़े गए मवेशी तस्करों व 20 अदद मवेशी को वाल्मीकि नगर थाना के हवाले कर दिया गया।

इधर वाल्मीकि नगर थाना के थाना अध्यक्ष विजय कुमार राय ने बताया कि रमपुरवा एसएसबी के द्वारा पकड़े गए मवेशी तस्करों को वाल्मीकि नगर थाना कांड संख्या 76/23 मामला दर्ज कर एवं मवेशी को जप्त कर मवेशी तस्कर को जेल भेजने की प्रक्रिया जारी है।

जनसम्पर्क दौरान बगहा विधायक ने प्रधानमंत्री मोदी के 9 साल के कार्यों को जनता के समक्ष रखा

अरविंद नाथ तिवारी 

बगहा,बगहा के स्थानीय विधायक राम सिंह ने बगहा नगर में जनसंपर्क किया।सम्पर्क दौरान 9 साल सेवा, सुशासन और गरीब कल्याण भारतीय जनता पार्टी के सम्पर्क से समर्थन अभियान के तहत बगहा बिधान सभा के बगहा नगर परिषद में शक्ति केंद्र संख्या 7 के, 5 से लेकर 15 तक एवं शक्ति केंद्र सं- 4 के 77 से लेकर 88 तक बुथों पर महाजनसंपर्क अभियान चलाया है।

जनसम्पर्क दौरान स्थानीय विधायक राम सिंह ने सभी बुथों पर स्थानीय लोगों से मिलकर मोदी सरकार के 9 साल में किये गए विकास कार्यों में बारे में बताया।

इस दौरान वे सभी बूथ के कार्यकर्ताओं, वरिष्ठ कार्यकर्ताओं सहित आम जनता से भी डोर टू डोर मिले।

स्थानीय विधायक ने बताया की मोदी जी के 9 साल पूरा होने पर लोगों के अंदर मोदी जी के प्रति अपार जन समर्थन एवं स्नेह है।इस दौरान मोदी जी को समर्थन करने के लिए केंद्र द्वारा उपलब्ध कराए गए टोल फ्री नंबर पर लोगों ने मिस्डकॉल भी किया।

 कार्यक्रम में जिलाध्यक्ष भूपेंद्र नाथ तिवारी, जिला उपाध्यक्ष रितु जायसवाल नगर अध्यक्ष विजय कुमार साहू जिला आई टी जिला संयोजक गोविन्द जायसवाल युवा मोर्चा नगर अध्यक्ष बासु शुक्ल शक्ति केंद्र प्रभारी सचिन केसरी, प्रकाश गुप्ता , ब्यास कुशवाहा ,रामशिष यादव ,रामदेव कुशवाहा, राजेश चौधरी, बल्लु ठाकुर आदि लोग उपस्थित रहें।

44 वाहिनी सशस्त्र सीमा बल नरकटियागंज द्वारा ‘गाँधी आश्रम भितिहरवा’ में ग्रामवासियों के साथ योग कार्यक्रम का आयोजन किया गया |

आज दिनांक-21.06.2023 को 9वें “अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर ‘हर आँगन योग’ के तहत 44 वाहिनी सशस्त्र सीमा बल नरकटियागंज द्वारा ‘गाँधी आश्रम भितिहरवा’ में ग्रामवासियों के साथ योग कार्यक्रम का भव्य आयोजन किया गया |

प्रत्येक वर्ष की भांति इस वर्ष भी “अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस” का आयोजन पुरे विश्व भर में किया जा रहा है इसी क्रम में “हर आंगन योग” के तहत 44 वाहिनी द्वारा दिनांक- 27.05.2023 से लगातार योग कार्यक्रम का आयोजन कर सीमावर्ती स्थानीय ग्रामीणों को योग के प्रति जागरूक करते हुए योग से होने वाले फायदों को ग्रामवासी व बलकर्मियों को बताते हुए निरोग रहने हेतु जागरूक किया गया |  

 

कार्यक्रम के दौरान श्री राजेश कुमार कुजूर, कार्यवाहक कमान्डेंट, श्री प्रसनजीत दास, सहायक कमान्डेंट/संचार सहित लगभग 110 अन्य बलकार्मिक एवं खिलाडी उपस्थित रहे.

योग से दूर होता है मानसिक एवं शारीरिक रोग, योग को आगे आए विश्व की नई पीढ़ी

                

बेतिया : अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस पर सत्याग्रह रिसर्च फाउंडेशन एवं विभिन्न सामाजिक संगठनों ने विश्व की नई पीढ़ी से की अपील। आज दिनांक 21 जून 2023 को अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर सत्याग्रह रिसर्च फाउंडेशन के सभागार सत्याग्रह भवन में एक भव्य कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसमें विभिन्न सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधियों, बुद्धिजीवियों एवं छात्र-छात्राओं ने भाग लिया। 

इस अवसर पर स्वच्छ भारत मिशन के ब्रांड एंबेसडर सह सचिव सत्याग्रह रिसर्च फाउंडेशन डॉ एजाज अहमद अधिवक्ता, डॉ सुरेश कुमार अग्रवाल चांसलर प्रज्ञान अंतरराष्ट्रीय विश्वविद्यालय झारखंड, डॉ शाहनवाज अली, डॉ अमित कुमार लोहिया, पश्चिम चंपारण कला मंच की संयोजक शाहीन परवीन,मदर ताहिरा चैरिटेबल ट्रस्ट की निदेशक एस सबा ने सर्वप्रथम महर्षि पतंजलि एवं उन हजारों योग गुरुओं को श्रद्धांजलि अर्पित की जिनके अथक प्रयासों से योग विद्या को राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर मानव को मानसिक एवं शारीरिक रोगों से मुक्ति दिलाकर स्वच्छ मन एवं स्वस्थ शरीर बनाने का प्रयास किया। 

कहा कि प्रत्येक वर्ष 21 जून को पूरी दुनिया में विश्व योग दिवस के रूप में मनाया जाता है। इस दिन का उद्देश्य आध्यात्मिक एवं शारीरिक अभ्यास के लाभों के बारे में दुनिया भर मे जागरूकता फैलाना है। भारत में ऋषि मुनियों एवं सुफी संतों द्वारा प्राचीन काल से योग होता आ रहा है। योग भारतीय संस्कृति से जुड़ा है, जो अब विदेशों में भी फैल गया है। योग के विदेशों में प्रसारित करने का श्रेय महर्षि पतंजलि एवं हमारे योग गुरुओं को जाता है। 21 जून को योग दिवस इसलिए मनाया जाता है क्योंकि यह उत्तरी गोलार्ध में ग्रीष्म संक्रांति का दिन भी है। 

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अथक प्रयासों से अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस को पहली बार 2014 में संयुक्त राष्ट्र महासभा द्वारा मान्यता दी गई थी। उस समय संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी प्रतिनिधि, अशोक मुखर्जी ने योग के अभ्यास के लिए एक दिन को मान्यता देने के लिए अंतर्राष्ट्रीय निकाय को एक प्रस्ताव प्रस्तुत किया था। भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 27 सितंबर 2014 को संयुक्त महासभा में दुनियाभर में योग दिवस मनाने का आह्वान किया था। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रस्ताव को संयुक्त राष्ट्र महासभा ने स्वीकार कर लिया। इस प्रस्ताव में 175 अन्य सह-प्रायोजक मिले, जो संयुक्त राष्ट्र में किसी प्रस्ताव के लिए अब तक का सर्वाधिक है। नतीजतन, प्रस्ताव जमा करने के 90 दिनों के भीतर पारित किया गया था। प्रस्ताव पारित होने के साथ ही 21 जून 2015 को पहला अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस मनाया गया।

21 जून को ही योग दिवस क्यों मनाया जाता है? इसके पीछे की मुख्य वजह ये है कि, 21 जून को उत्तरी गोलार्द्ध का सबसे लंबा दिन होता है, जिसे लोग ग्रीष्म संक्रांति भी कहते हैं। भारतीय परंपरा के मुताबिक, ग्रीष्म संक्रांति के बाद सूर्य दक्षिणायन होता है। माना जाता है कि सूर्य दक्षिणायन का समय आध्यात्मिक सिद्धियां प्राप्त करने के लिए फायदेमंद है। इसी वजह से 21 जून को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस मनाया जाने लगा।

नगर के 29 पार्षदगण के आवेदन पर नगर निगम महापौर ने की अपर मुख्य सचिव से जांच व कार्रवाई की अनुशंसा

==नगर आयुक्त के करीब एक साल के कार्यकाल में बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार का आरोप लगा कर पार्षदगण ने खोला है मोर्चा

==नगर विकास एवं आवास विभाग के अपर मुख्य सचिव से जांच व कार्रवाई की अनुशंसा के बाद नगर निगम में मची खलबली

बेतिया। नगर निगम महापौर गरिमा देवी सिकारिया ने कुल 29 पार्षदगण द्वारा सौंपे गए लिखित आवेदन के आलोक में नगर विकास एवं आवास विभाग के अपर मुख्य को पत्र लिखा है।

जिसमें वर्त्तमान नगर आयुक्त शंभू कुमार के विगत एक साल के कार्यकाल में विभिन्न मद से संसाधनों की खरीदारी, मच्छररोधी दवा छिड़काव, विभिन्न कार्य के लिए एजेंसियों के चयन, रंग-रोगन आदि कार्यों में बड़े पैमाने पर मनमानी कर के करोड़ों के भुगतान को लेकर नगर पार्षदगण के सामूहिक आरोपों की जांच की अनुशंसा की है। पार्षदगण के आवेदन और महापौर की अनुशंसा में वर्तमान नगर आयुक्त के पूरे कार्यकाल में किए गए खरीददारी, दवा छिड़काव, विभिन्न एजेंसियों यथा पाथ्या,

स्पैरो आदि के चयन और उनके कार्य कलाप पर भुगतान और उक्त अवधि में नगर निगम के आय-व्यय आदि की सक्षम प्राधिकार के द्वारा बिन्दुवार जांच कराने और आवश्यकतानुसार विधि सम्मत कार्रवाई करने की

अनुशंसा की है। नगर निगम के नगर पार्षदगण ने महापौर श्रीमती सिकारिया को सौंपे गए उक्त पत्र की प्रति जिलाधिकारी दिनेश कुमार राय को भी सौंप कर नगर निगम के गतिविधियों की उच्च स्तरीय जांच की मांग की थी।

नगर निगम महापौर के निजी कोष से निःशुल्क भोजन वितरण एक हजार एक दिन से ज्यादा पूरा होने पर समारोह आयोजित, मौके पर महापौर गरिमा ने कही यह बात

बेतिया : नगर निगम महापौर गरिमा देवी सिकारिया के निजी कोष से गरीब असहाय जन के निःशुल्क भोजन वितरण एक हजार एक (1001) दिन से ज्यादा पूरा होने पर रविवार के पितृ दिवस पर एक समारोह का आयोजन किया गया। जहां शिविर की संचालिका और नगर निगम महापौर श्रीमती सिकारिया ने कहा कि हमारे ससुर पिता-भोलानाथ सिकारिया ही अप्रैल 2020 से ही संचालित इस इस शिविर के प्रेरणाश्रोत रहे हैं। आज 'पितृ दिवस' पर इनकी और अपनी सासू मां सुमन सिकारिया की सहभागिता के बीच इस शिविर के एक हजार एक दिन से ज्यादा पूरा हो जाने पर अपने नगर निगम क्षेत्र के जरूरतमंद, गरीब व लाचारजन के बीच गर्म पका भोजन रोज परोसने का पुण्य कार्य किया गया है। 

महापौर श्रीमती सिकारिया ने कहा कि कोरोना त्रासदी के प्रथम और द्वितीय चरण के बीच वाले कुछ अंतराल के बाद पुनः 9 मई 2021 से अब तक कुछेक अपवाद दिन को छोड़ कर आज तक गरीब, लाचार, असहाय और निशक्तजन के लिए संचालित प्रतिदिन गर्म व पका निःशुल्क भोजन वितरण शिविर के 1001 दिन से अधिक दिन पूरा हो जाने पर आज के पितृ दिवस के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम के इस मौके पर मैं और मेरा पूरा परिवार गौरवान्वित हो रहा है। 

उन्होंने कहा कि नगर के लालबाजार स्थित उनके आवास के समीप बाबा पातालेश्वर नाथ मंदिर के सामने चलाया जा रहा नि:शुल्क भोजन शिविर के इस शिविर में प्रतिदिन गरीबों को निशुल्क गरमा गरम पका भोजन परोसा जाता है। जहां प्रतिदिन सैकड़ों लोग भोजन करते हैं। शिविर में जो भी आता है भोजन करने के बाद ही वापस जाता है। भोजन के लिए किसी प्रकार का कोई बंधन नहीं है। यह शिविर ईश्वर की इच्छा तक आगे भी जारी रहेगा। 

1001 दिन से ज्यादा पूरा होने पर मारवाड़ी सम्मेलन के प्रेम सोमानी, रवि गोयनका, सुभाष रुंगटा, विश्वनाथ झुनझुनवाला, कुंज बिहारी राजगढ़िया, टीनू सर्राफ, सुरेश सिंघानिया इत्यादि ने पितृ दिवस पर 1001 दिन पूरा होने के उपलक्ष्य में इस भोजन वितरण के प्रेरणा स्रोत भोलानाथ सिकारिया को अंग वस्त्र एवं शील्ड देकर सम्मानित किया। मारवाड़ी युवा मंच के अर्पित केशान एवं सोनू अग्रवाल ने भी निशुल्क भोजन के लिए सिकारिया परिवार को सम्मानित किया। 

मौके पर नवेंन्दु चतुर्वेदी, अनुराग चतुर्वेदी, सुशीला देवी, निरंजन चतुर्वेदी, अनिल कुमार, चंदन कुमार, राजू कुमार, रेमी पीटर, कुश कश्यप आदि के सहयोग से ही प्रतिदिन भोजन वितरण का कार्य किया जाता है।

अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस को ले योग शिविर आयोजित, प्रभारी जिला जज, महापौर और नगर आयुक्त ने किया उद्घाटन,

बेतिया : अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस की तैयारी के अवसर पर नगर निगम व पश्चिम चम्पारण योगासन स्पोर्ट्स एसोसिएशन संयुक्त के तत्वावधान में ऑफिसर्स काॅलोनी स्थित पार्क में एक दिवसीय योग शिविर का आयोजन किया गया। 

प्रभारी जिला व सत्र न्यायाधीश प्रमोद कुमार, एडीजे अशोक कुमार मांझी, नगर निगम महापौर गरिमा देवी सिकारिया, नगर आयुक्त शंभू कुमार, डीपीआरओ अनंत कुमार, जिला पंचायत राज पदाधिकारी मनीष कुमार, योगासन स्पोर्ट्स एसोसिएशन के जिलाध्यक्ष डॉ. जगमोहन कुमार एवं अन्य ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्ज्वलित कर शिविर का उद्घाटन किया। 

मुख्य अतिथि प्रभारी जिला जज श्री कुमार ने कहा कि स्वास्थ्य जीवन के लिए अनमोल है। स्वस्थ रहकर ही हम स्वस्थ एवं सुन्दर समाज का निर्माण कर सकते हैं। इसके लिए सबसे सरल एवं सुलभ साधन योग का अभ्यास है। 

महापौर श्रीमती सिकारिया ने कहा कि योग जीवन के वास्तविक सुख एवं समस्त रोगों से मुक्ति का सबसे सरल व सुलभ साधन है। इसके नियमित अभ्यास मात्र से कई क्रॉनिक और नॉन कम्यूनिकेबल डिजीज से छुटकारा मिलता है तथा शरीर के सभी ऑर्गन स्वस्थ रहते हैं। 

संचालन एसोसिएशन के जिलाध्यक्ष डॉ. कुमार ने एवं धन्यवाद ज्ञापन नगर आयुक्त श्री कुमार ने किया। 

शिविर के मुख्य प्रशिक्षक योगासन स्पोर्ट्स के नेशनल जज एवं योगासन स्पोर्ट्स एसोसिएशन के जिला सचिव पवन कुमार ने अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के लिए निर्धारित प्रोटोकॉल योग प्रोटोकॉल का अभ्यास कराते हुए बताया कि योगासन करने से मस्तिष्क और शरीर के सभी तंत्र के बीच तालमेल बैठता है और सब कुछ नियंत्रित रहता है। विज्ञान के अनुसार, प्रतिदिन योग करना शरीर को डिटॉक्स व रिचार्ज करने का माध्यम है। 

मौके पर सिटी मैनेजर रवि अमरनाथ, एसोसिएशन के उपाध्यक्ष कुमार शशिभूषण व इंदु कुमारी, कोषाध्यक्ष राजकिशोर कुमार, संयुक्त सचिव पाण्डेय धर्मेन्द्र शर्मा, कार्यकारिणी सदस्य कुंदन कुमार शांडिल्य, अर्पित केशान, आलोका प्रसाद, योग खिलाड़ी रितेश कुमार, अभिषेक कुमार, इमरान कुरैशी सहित नगर निगम टीम, काॅलोनी के अधिकारीगण व अन्य उपस्थित थे।