चक्रवाती तूफान बिपोर्जॉय का दिखने लगा असर, मुंबई से लेकर केरल के तट तक समंदर में उठ रही ऊंची-ऊंची लहरें, लोगों को घरों में रहने की सलाह*
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चक्रवातीय तूफान बिपरजॉय अभी से अपना असर दिखा रहा है। मुंबई से लेकर केरल के तट तक समंदर में तूफानी लहरें उठ रही हैं। चक्रवात बिपारजॉय भुज में गुजरात तट से गुजरने की संभावना है। बिपरजॉय अरब सागर में केंद्रित है। तूफान बेहद गंभीर चक्रवात से कमजोर होकर मंगलवार को बहुत गंभीर चक्रवात बन गया है, लेकिन यह गुजरात के सौराष्ट्र-कच्छ तट पर बना रहा। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के मुताबिक यह 15 जून की दोपहर तक कच्छ के तट को पार करेगा, जिसकी रफ्तार 125-135 किमी प्रति घंटा तक हो सकती है। आईएमडी ने बताया कि चक्रवात अभी जखाऊ तट से 280 किलोमीटर पश्चिम दक्षिण पश्चिम में है। देवभूमि द्वारका से 290 किलोमीटर पश्चिम दक्षिण पश्चिम में केंद्रित है। मौसम विभाग ने ऑरेंज अलर्ट के बदले अब रेड अलर्ट जारी किया है।
गुजरात के तटीय क्षेत्रों में चक्रवात का असर दिखने लगा है। द्वारका के गोमती घाट पर समंदर में ऊंची लहरें उठ रही हैं। सौराष्ट्र में कल भारी बारिश के साथ 150 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चल सकती हैं। कच्छ में धारा 144 लागू किया गया है। कल 15 जून तक तटीय क्षेत्रों में स्कूल-कॉलेजों को बंद करने का आदेश दिया गया है। लोगों को घरों में रहने की सलाह दी गई है।
मछुआरों को समंदर में जाने की मनाही
चक्रवात बिपारजॉय भुज में जखाऊ तट से होकर गुजरेगा। तूफान के संभावित खतरों को देखते हुए मछुआरों को समंदर में जाने से मना किया गया है। तट पर जाने की भी सख्त मनाही है। मछुआरों ने अपनी नौकाएं तट के किनारे पर पार्क कर दिया है। इस तरह के तूफान से मछुआरों का बड़ा नुकसान होता है।उनकी नौकाएं क्षतिग्रस्त हो जाती है।मछुआरों ने इस खतरे से निपटने की तैयारी कर ली है।
भारी बारिश की आशंका
मौसम विभाग की चेतावनी के बाद कच्छ, जामनगर, मोरबी, गिर सोमनाथ, पोरबंदर और देवभूमि द्वारका जिलों को अलर्ट पर रखा गया है। इन जिलों में 13-15 जून के दौरान भारी बारिश और बहुत तेज हवा की गति वाले चक्रवात से प्रभावित होने की आशंका है, जो 150 किमी प्रति घंटे तक जा सकती है।
एनडीआरएफ ने संभाला मोर्चा
गुजरात में चक्रवात बिपारजॉय से निपटने के लिए एनडीआरएफ की कई टीमें ग्राउंड पर तैनात की गई हैं। तूफान का सबसे ज्यादा असर कच्छ, राजकोट, द्वारका में दिख सकता है। कच्छ में चार, राजकोट और द्वारका में 3-3 टीमें तैनात की गई हैं। इनके अलावा जामनगर में दो, पोरबंदर, सोमनाथ, मोरबी, वलसाड और जूनागढ़ में 1-1 टीमें तैनात की गई हैं. गुजरात के अलग-अलग हिस्सों में कुल 18 टीमें तैनात की गई हैं। कुछ टीमें रिजर्व में भी रखी गई हैं।
बिपारजॉय का मुंबई में भी असर
चक्रवात बिपारजॉय का मुंबई में भी असर दिख रहा है। यहां समंदर में ऊंची लहरें उठ रही हैं। चक्रवाती तूफान लगातार मजबूत हो रहा है। मुंबई गेटवे ऑफ इंडिया के इस वीडियो में समंदर की ऊंची लहरें देख सकते हैं। मुंबई में तेज हवाओं ने धूल कणों के कारण हवा की गुणवत्ता और दृश्यता को भी प्रभावित किया। चक्रवात के कारण यहां ज्वार की ऊंची-ऊंची लहरें देखी जा रही हैं। इस बीच, खराब मौसम के कारण कई उड़ानें विलंबित या रद्द हो गईं हैं। आईएमडी के अनुसार, रत्नागिरी, रायगढ़, ठाणे, पालघर और कोल्हापुर जिलों में अगले तीन-चार दिन के दौरान अलग-अलग स्थानों पर गरज के साथ बिजली कड़कने और हल्की से मध्यम बारिश के साथ 30-40 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं चलने का अनुमान है। 15 जून तक मुंबई के कुछ हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश भी हो सकती है।
Jun 14 2023, 13:51