जिलाधिकारी ने मृतका के पिता को 04 लाख रूपये का सौंपा चेक।

अनुग्रह अनुदान योजना के तहत आश्रित पिता को प्रदान की गयी राशि।

अग्निकांड में सफीना खातुन की हो गयी थी मृत्यु।

जिलाधिकारी, श्री दिनेश कुमार राय ने आज अग्निकांड में मृत हुयी बच्ची के पिता को अनुग्रह अनुदान के तहत 04 लाख रूपये का चेक प्रदान किया। 

ज्ञातव्य हो कि 06 अप्रैल 2023 को मैनाटांड़ अंचल अंतर्गत गौरीपुर के पुरूषोत्तमपुर निवासी तौहिद मियां की पुत्री सफीना खातुन की मृत्यु घर में अचानक आग लगने से हो गयी थी।

उक्त परिप्रेक्ष्य में जिलाधिकारी द्वारा मृतका के आश्रित पिता श्री तौहिद मियां को 04 लाख रूपये की अनुग्रह अनुदान की राशि सौंपी गयी। 

इस अवसर पर उप विकास आयुक्त, श्री अनिल कुमार, सहायक समाहर्ता, सुश्री शिवाक्षी दीक्षित, अपर समाहर्ता, श्री राजीव कुमार सिंह, श्री अनिल राय, जिला आपदा प्रभारी पदाधिकारी, श्री विपिन कुमार यादव सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।

वार्डों में मैनुअल नाला सफाई में सैकड़ों मजदूरों की संख्या के आधार पर भुगतान का आरोप बेबुनियाद: गरिमा

बेतिया। नगर निगम के वार्डों में मैनुअल सफाई में सैकड़ों सफाई मजदूरों की संख्या के आधार पर लाखों के भुगतान होने को लेकर सोशल मीडिया में बवाल के बीच नगर निगम महापौर गरिमा देवी सिकारिया ने सफाई एजेंसी "पाथेया" की रिपोर्ट को निराधार व अनर्गल करार दिया है।

श्रीमती सिकारिया ने मैनुअल नाला सफाई में लगे सैकड़ों सफाई मजदूरों की संख्या के आधार पर कथित रूप से लाखों के भुगतान के आरोप बेबुनियाद और बिना सिर पैर वाली बात करार दिया है। अपने संबंधित बयान में महापौर ने कतिपय माननीय और अन्य द्वारा लगाए जा रहे आरोप को दुर्भाग्यपूर्ण और गलत करार दिया है। उनका कहना था कि कुछ माननीय सदस्यगण भी सोशल मीडिया पर इसको उछाल कर दिग्भ्रमित प्रचार कर रहे हैं , जबकि महापौर पद पर उनके स्थापन से पूर्व ही नगर निगम प्रशासन के स्तर से "पाथेया" नाम की सफाई संस्थान से अनुबंध कर लिया गया था। उक्त सफाई एजेंसी के माध्यम से कचरा का उठाव और नालों की सफाई अनुबंध के आधार पर होती है।

अनुबंध के शर्त में निगम क्षेत्र से प्रतिदिन निकलने वाले कचरे एवं गाद के लिए प्रति मिट्रिक टन के वजन के हिसाब से भुगतान किया जाता है, लेबर की संख्या के हिसाब से भुगतान नहीं होता है। मजदूर लगाने और सफाई संसाधन की जिम्मेदारी अनुबंधित एजेंसी "पाथेय" की है। कुछेक लोगों द्वारा मेरी सेवा, जनता के प्रति समर्पण और ईमानदारी पर सवाल उठाए जाने पर मुझे बड़ी पीड़ा हो रही है। ऐसे में आज कहना पड़ रहा है कि हमारे नगर निगम क्षेत्र के आदरणीय जनता जनार्दन ही गवाह हैं कि क्या मेरे कार्यकाल की 2017 में शुरुआत से पहले मामूली सी बारिश में ही प्रायः पूरा शहर लबालब हो जाता था। अब बहुत ज्यादा बारिश में भी पानी तो लगता है

लेकिन एक दो घंटे में निकल भी जाता है। अब मैं अपने मतदाता मालिक से भी आज सवाल करना चाहुंगीं कि क्या 2017 के पहले ऐसी सफाई अपने पूरे शहर में होती थी? हर वार्ड में डोर टू डोर कचरा कलेक्शन हो रहा था क्या? हां एक बात मैं आज अपनी पूरी ईमानदारी के साथ स्वीकार करना चाहूंगी कि तत्कालीन नगर परिषद के सभापति पद से मुझको षड्यंत्र पूर्वक हटा दिए जाने एवं अब मेरे मेयर बनने के बाद अनेक स्तरों पर षड़यंत्र रचा जा रहा है और मुझे राजनीतिक साजिश का शिकार बनाया जा रहा है ताकि मेरी छवि धूमिल हो। स्टील डस्टबिन, ई-रिक्शा, मैजिक भान, पेंटिंग आदि सब मेरे चुनाव से भी पहले की प्रशासक के द्वारा की गई खरीदारी या कृत्य है। क्योंकि यह सब ना मेरे कार्यकाल में हुआ है,

ना ही इसमें मेरी कोई भूमिका है। यह सब कृत्य 2020 में मुझे सभापति पद से हटाने एवं 2023 में मेरे मेयर बनने के बीच का है। साथ ही अनुबंधित सफाई एजेंसी "पाथेया" के द्वारा 31 मई 2023 को बोर्ड की सामान्य बैठक में एक अनर्गल और गलत रिपोर्ट प्रस्तुत करने के लिए एजेंसी के संयोजक से जवाब तलब करने की कार्रवाई भी शुरू की जा रही है। जल्दी ही ढेर सारे भ्रष्ट और षड्यंत्रकारी बेनकाब होंगे। श्रीमती सिकारिया ने अपने शुभचिंतक और नगर निगम के मतदाता मालिक से कहा है कि आप अपनी 'गरिमा' पर विश्वास और भरोसा कायम रखें। आपको कभी भी मैं अफसोस या पश्चाताप का मौका नहीं दूंगी।

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बेतिया में इंसाफ़ मंच के दूसरे जिला सम्मेलन की तैयारी में बैठक सम्पन्न,8 जून को सम्राट अशोक भवन में होगा जिला सम्मेलन

बेतिया इंसाफ़ मंच के दूसरे जिला सम्मेलन की तैयारी की समीक्षा को लेकर आज विशेष नेताओं व कार्यकर्ताओं की बैठक हरी वाटिका चौक स्थित सुकन्या उत्सव भवन में सम्पन्न हुआ, बैठक की अध्यक्षता इंसाफ़ मंच के जिला सचिव फरहान राजा ने किया, उपस्थित नेताओं व

कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए इंसाफ़ मंच के जिला सचिव फरहान राजा ने कहा कि इस सम्मेलन में दलितों- आदिवासियों, अल्पसंख्यकों और महिलाओं आदि के सवालों पर विस्तार से चर्चा होगी और आगे आंदोलन की रूपरेखा तैयार किया जाऐगा, वही आगे कहा कि मोदी सरकार लोगों के बोलने की आज़ादी पर हमला कर रहीं हैं,बोलने की आज़ादी ही लोकतंत्र के मूल तत्व है और बोलने पर ही हमला हैं, बड़े लोग तो न भी बोलेगें तो उनके काम चल जाऐगा! लेकिन गरीबों को सबसे अधिक लोकतंत्र की आवश्यकता है,

इन्जीनियर अरशई नाज ने मोदी सरकार पर भारतीय कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह को बचाने का आरोप लगाया. आगे कहा कि ”एक आदमी को बचाने के लिए पूरी भारत सरकार लगी हुई है.” मोदी सरकार का बेटी पढ़ाओ बेटी बचाओ का नारा आधी आबादी के साथ धोखा है! महिलाओं और देश की बेटियों पर हमला करने वालों के पक्ष मोदी सरकार खडी़ है, जो देश के लिए शर्मनाक है,!

इंसाफ़ मंच के वरिष्ठ नेता अब्दुल वकार ने कहा कि इंसाफ़ मंच के दूसरे जिला सम्मेलन में बड़ी संख्या में दलित आदिवासी अल्पसंख्यक और महिला की भागीदारी होगी,

इंसाफ़ मंच के मझौलिया संयोजक अफाक अहमद ने कहा कि

बृजभूषण शरणसिंह के खिलाफ़ कार्रवाई की मांग को लेकर य खिलाड़ी करीब एक महीने से दिल्ली के जंतर-मंतर धरने पर बैठे थे, जिन्हें 28 मई को पुलिस ने जबरन हटा दिया है, महिला पहलवानों के साथ जो कुछ भी दिल्ली पुलिस ने किया, इसके लिए मोदी सरकार को देश की जनता कभी माफ़ नहीं करेगा,

डाक्टर अफजल ने बैठक में महिला पहलवान को न्याय मांगने पर लाठी चार्य करने वाले मोदी सरकार के खिलाफ आक्रोश व्यक्त करते हुए 2024 में सत्ता से उखाड़ने का आह्वान जनता से किया।

डाक्टर मुजिबुर्हमान ने कहा कि संविधान की शपथ लेकर सत्ता में आयीं मोदी सरकार संसद भवन के उदघाटन समारोह में महामहिम राष्ट्रपति को नही बुलाना यह देश का अपमान है,

इंसाफ़ मंच के युवा नेता निशात हैदर ने कहा कि अशोक चक्र को हटाकर सिगौल लगाना संविधान का अपमान है इसे देश की जनता वर्दाश्त नही करेगी,।

अंतर्राष्ट्रीय बाल दिवस पर सत्याग्रह रिसर्च फाउंडेशन ने संयुक्त राष्ट्र संघ एवं विश्व बिरादरी से बच्चों की सुरक्षा सुनिश्चित करने की मांग की

बेतिया : अंतरराष्ट्रीय बाल दिवस पर सत्याग्रह रिसर्च फाउंडेशन की ओर आयोजित कार्यक्रम मे सर्वप्रथम विश्व भर में उन बच्चों एवं बच्चियों को श्रद्धांजलि अर्पित की गई जिन्होंने विगत वर्षों में कोरोना वायरस संक्रमण, विभिन्न प्राकृतिक आपदाओं युद्ध ग्रस्त देशों एवं विभिन्न घटनाओं में अपने प्राणों की आहुति दी है।

इस मौके पर अंतरराष्ट्रीय पीस एंबेसडर सह सचिव सत्याग्रह रिसर्च फाउंडेशन डॉ. एजाज अहमद अधिवक्ता, डॉ. सुरेश कुमार अग्रवाल चांसलर प्रज्ञान अंतरराष्ट्रीय विश्वविद्यालय झारखंड, डॉ शाहनवाज़ अली, डॉ अमित कुमार लोहिया , पश्चिम चंपारण कला मंच की संयोजक शाहीन परवीन, मदर ताहिरा चैरिटेबल ट्रस्ट की निदेशक एस सबा ने संयुक्त रूप से कहा कि प्रत्येक वर्ष 1 जून को अंतर्राष्ट्रीय बाल दिवस के रूप में मनाया जाता है। 

स्विट्जरलैंड के जिनेवा में बच्चों के उत्थान के लिए विश्व सम्मेलन मे 01 जून को 1925 में अंतर्राष्ट्रीय बाल दिवस के रूप में घोषित किया था।

सम्मेलन के बाद, दुनिया भर की कुछ सरकारों ने बच्चों के मुद्दों को उजागर करने के लिए इस दिन को बाल दिवस के रूप में नामित किया। विभिन्न देशों ने अपनी संस्कृति के लिए सबसे अधिक प्रासंगिक तारीख का उपयोग किया।

01 जून की तारीख का उपयोग कई पूर्व-सोवियत देशों द्वारा किया जाता है क्योंकि ‘बच्चों के संरक्षण के लिए अंतर्राष्ट्रीय दिवस’ की स्थापना 01 जून 1950 को मास्को में महिला अंतर्राष्ट्रीय लोकतांत्रिक संघ की कांग्रेस के बाद की गई थी जो 1949 में हुई थी।विश्व बाल दिवस के निर्माण के साथ, संयुक्त राष्ट्र के सदस्य राज्यों ने बच्चों की सुरक्षा को मान्यता दी। 

नस्ल, रंग, लिंग, धर्म और राष्ट्रीय या सामाजिक मूल की परवाह किए बिना, स्नेह का अधिकार, प्यार, समझ, पर्याप्त भोजन, चिकित्सा देखभाल, मुफ्त शिक्षा, सभी के खिलाफ सुरक्षा शोषण के रूपों और सार्वभौमिक शांति और भाईचारे के माहौल में बढ़ रहा है। 

इस अवसर पर डॉ0 सुरेश कुमार अग्रवाल, डॉ अमित कुमार लोहिया, डॉ0 एजाज अहमद एवं बिहार विश्वविद्यालय के इतिहास विभाग के शोधार्थी डॉ0 शाहनवाज अली ने संयुक्त रूप से कहा कि कई देशों ने बाल दिवस की स्थापना की है। कुछ देश 20 नवंबर को बाल दिवस को सार्वभौमिक बाल दिवस के रूप में मनाते हैं। यह दिन संयुक्त राष्ट्र द्वारा 1954 में स्थापित किया गया था और इसका उद्देश्य दुनिया भर में बच्चों के कल्याण को बढ़ावा देना है। 

वक्ताओं ने कहा कि कोरोना संक्रमण काल मे लॉकडाउन के कारण बच्चे एवं बच्चियों पर हो रहे घरेलू हिंसा मे अत्यधिक बढ़ोतरी हुई है। सत्याग्रह रिसर्च फाउंडेशन, कैलाश सत्यार्थी फाऊंडेशन, बचपन बचाओ आंदोलन एवं विभिन्न सामाजिक संगठनों द्वारा किए गए सर्वेक्षणों एवं शोध एवं अनुसंधानो में जो आंकड़े सामने आए हैं वह परेशान कर देने वाले हैं। बच्चे अपने ही घर में सुरक्षित नहीं है। बच्चों एवं बच्चियों पर घरेलू हिंसा की रोकथाम के लिए सामाजिक एवं सरकारी स्तर पर जागरूकता कार्यक्रम राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर अभिभावकों को जागरूक करने की आवश्यकता है, ताकि बच्चों पर हो रहे घरेलू हिंसा को रोका जा सके। 

कहा कि इसके लिए सत्याग्रह रिसर्च फाउंडेशन, बचपन बचाओ आंदोलन, कैलाश सत्यार्थी फाऊंडेशन समेत विश्व की सभी स्वयंसेवी संस्थाएं संकल्पित हैं। पश्चिम एशियाई देशों एवं विश्व के अनेक युद्ध ग्रस्त देशों में बच्चे सबसे ज्यादा प्रभावित हो रहे हैं। यह संयुक्त राज्य संघ एवं इस बिरादरी की जिम्मेवारी है कि युद्ध ग्रस्त देशों में स्थाई शांति स्थापित करें और आने वाले पीढ़ी को सुरक्षा प्रदान करें जिसकी वह हकदार है।

वाल्मीकिनगर में एसएसबी और नेपाल एपीएफ सुरक्षाबल टीमो के बीच फ्रैंडली वॉलीबॉल मैच का हुआ आयोजन

वाल्मीकिनगर : एसएसबी 21वीं वाहिनी बगहा के अधीन बी’ समवाय गंडक बैराज के कार्यक्षेत्र अंतर्गत नदी घाटी योजना स्कूल प्रांगण में फ्रैंडली वॉलीबॉल मैच का आयोजन सशस्त्र सीमा बल और सशस्त्र प्रहरी बल के बीच खेला गया l

वाल्मीकिनगर में एसएसबी 21वीं वाहिनी बगहा के अधीन बी’ समवाय गंडक बैराज के कार्यक्षेत्र अंतर्गत नदी घाटी योजना स्कूल प्रांगण में फ्रैंडली वॉलीबॉल मैच का आयोजन सशस्त्र सीमा बल और सशस्त्र प्रहरी बल के बीच खेला गया l 

इस मैत्रीपूर्ण खेल प्रतियोगिता को आयोजित करने का मुख्य उद्देश्य दोनों देशो के बीच प्रगाढ़ संबंध एवम आपसी मित्रवत सम्बन्ध को और ज्यादा प्रगाढ़ करना है l 

इस मैत्रीपूर्ण वॉलीबॉल मैच को शुभारंभ करने से पूर्व दोनों देश के राष्ट्रगान कराया गया तथा नेपाल एपीएफ टीम का मुख्य आरक्षी राम प्रसाद रिमाल एवं एसएसबी टीम का सहायक उप निरीक्षक लोभराम के द्वारा नेतृत्व किया गया।

इस जोरदार मुकाबले में एपीएफ नेपाल की टीम विजेता एवं एसएसबी की टीम उप विजेता रही। खेल समापन पर विजेता व उप-विजेता टीमों को 21वीं वाहिनी के कमांडेंट श्रीप्रकाश के द्वारा ट्राफी देकर पुरस्कृत किया गया।

निगरानी विभाग के हत्थे चढ़ा घूसखोर मझौलिया प्रखण्ड आपूर्ति पदाधिकारी, जनवितरण दुकानदार से 55 हजार रूपया ले रहा था घूस

 बेतिया : पटना से आई निगरानी विभाग की टीम ने मझौलिया के प्रखंड आपूर्ति पदाधिकारी को 55000 रुपया रिश्वत लेते रंगे हाथों धर दबोचा है।

उक्त जानकारी देते हुए निगरानी विभाग के डीएसपी सुजित कुमार सागर ने बताया कि मझौलिया के जन वितरण दुकानदार अजीत कुमार ओझा से शोकॉज वापस लेने एवं जनवितरण दुकान की लाइसेंस रद्द नहीं करने के एवज में मझौलिया प्रखंड के प्रखंड आपूर्ति पदाधिकारी (एमओ) शैलेंद्र कुमार ने 55000 रूपया की मांग की थी। 

इस मामले में जन वितरण दुकानदार अजीत कुमार ओझा के शिकायत पर सत्यापन करने के बाद आज बुधवार की सुबह बेतिया के न्यू कॉलोनी स्थित प्रखंड आपूर्ति पदाधिकारी (एमओ) शैलेंद्र कुमार को उनके निजी आवास से 55000 रुपया रिश्वत लेते गिरफ्तार कर लिया गया।जिन्हें टीम के द्वारा पटना ले जाया जा रहा है।

निगरानी टीम का नेतृत्व स्वयं निगरानी डीएसपी सुजित कुमार के द्वारा किया जा रहा था और उन्होंने बताया कि टीम में डीएसपी अरुणोदय पांडे भी सहयोग में थे। 

वहीं छापामारी दल में पुलिस निरीक्षक सतेन्द्र राम, विंध्याचल प्रसाद, ईश्वर प्रसाद, अवर निरीक्षक गणेश कुमार, सहायक अवर निरीक्षक राजीव कुमार तथा सिपाही मणिकांत, शशिकांत, रणधीर कुमार व विनोद कुमार सिंह शामिल थे।

बताते चलें कि इसके पूर्व बेतिया के अंचलाधिकारी, नगर थाना के सहायक अवर निरीक्षक, शिक्षा विभाग के कलर्क, सहायिका के पति, मुखिया आदि को निगरानी विभाग द्वारा रिश्वत लेते गिरफ्तार किया जा चुका है। अचानक हुई निगरानी की कार्यवाही की खबर से जिले में हड़कंप मच गया है। लेकिन फिर भी निगरानी विभाग की कार्यवाही के बाद भी रिश्वतखोर सरकारी कर्मचारी व अधिकारी बाज नहीं आ रहे हैं।

नियोजित शिक्षकों ने किया मुख्यमंत्री का पुतला दहन, सरकार को दी यह कड़ी चेतावनी

लौरिया : राज्य प्रारंभिक शिक्षक संघ के प्रदेश अध्यक्ष श्री प्रदेश प्रदीप कुमार पप्पू के राज्यव्यापी आह्वान पर आज 31 मई 2023 को BRC लौरिया के प्रांगण में बिहार के मुख्यमंत्री का पुतला दहन संघ के प्रखंड अध्यक्ष जितेंद्र यादव के नेतृत्व में किया गया। 

विदित हो कि 31मई को समान काम समान वेतन और पुरानी पेंशन योजना लागू करने को लेकर संघ द्वारा पटना में धरना प्रदर्शन था जिसकी अनुमति बिहार सरकार द्वारा नहीं दी गई जो लोकतंत्र की हत्या है जिस कारण आज मुख्यमंत्री का पुतला दहन किया गया। 

शिक्षको द्वारा सरकार विरोधी नारेबाजी की गई एवम् अपनी मांगों को लेकर आगे भी आंदोलन करने का निर्णय लिया गया।

           

इस अवसर पर जिला अध्यक्ष संतोष कुमार यादव ने कहा कि बिहार सरकार की तानशाही रवैया चरम पर है। सरकार ने बल पूर्वक 31 मई 2023 की प्रस्तावित पटना में धरना-प्रदर्शन कार्यक्रम पर रोक लगा दिया है।‌ संघ को मुख्यमंत्री घेराव की अनुमति नहीं दी गई। संघ सरकार के इस तानाशाही रवैए की तीव्र भर्त्सना करता है। 

नई अध्यापक नियुक्ति नियमावली आने के बाद नियोजित शिक्षकों को समायोजन कर राज्यकर्मी का दर्जा देने की मांग को लेकर संघ 11 अप्रैल 2023 से चरणबद्ध आंदोलन कर रहा है। चरणबद्ध आन्दोलन के तहत 31 मई को पटना में सीधे मुख्यमंत्री बिहार का घेराव करने का निर्णय लिया था। परन्तु सरकार ने 31 मई 2023 को पटना में संघ को आन्दोलन करने की अनुमति नहीं दिया तथा शिक्षकों को पटना आने पर बलपूर्वक रोक लगा दिया है। जो लोकतंत्र की हत्या है। 

नई अध्यापक नियुक्ति नियमावली में संशोधन कर कार्यरत सभी शिक्षकों को राज्यकर्मी में समायोजन होने तक संघ का आन्दोलन जारी रहेगा। 

आज के कार्यक्रम में विनय शंकर देव विकास मिश्रा राजन कुमार, श्याम कुमार राजन यादव मुन्नीलाल यादव प्रवेज आलम एनामुल हक अनवर अली अशहबुल्लाह राजीव मिश्रा सतेंद्र बैठा रंजित गिरी पवन श्रीवास्तव सुमित कुमार ताबीर बसर नारायण मिश्रा ललन प्रसाद विनोद कुमार संजीव कुमार दुर्गेश कुमार के साथ सैकड़ों शिक्षक शामिल हुए।

स्वतंत्रता सेनानी पीर मोहम्मद मोनिश की मनाई गई 142वीं जयंती


बेतिया : कलम की स्वाधीनता के सिपाही चंपारण सत्याग्रह के महानायक महान स्वतंत्रता सेनानी पीर मोहम्मद मोनिश की 142 वीं जन्म दिवस एवं हिंदी पत्रकारिता दिवस पर दिया सामाजिक एकता अहिंसा एवं प्राकृतिक आपदाओं से मुक्ति का संदेश।

आज 30 मई 2023 को कलम की स्वाधीनता के सिपाही चंपारण सत्याग्रह के महानायक महान स्वतंत्रता सेनानी पीर मोहम्मद मुनीश की 142 वी जन्मदिवस पर अंतरराष्ट्रीय पीस एंबेसडर सह सचिव सत्याग्रह रिसर्च फाउंडेशन डॉ एजाज अहमद एवं डॉ सुरेश कुमार अग्रवाल चांसलर प्रज्ञान अंतरराष्ट्रीय विश्वविद्यालय झारखंड, डॉ शाहनवाज अली डॉ अमित कुमार लोहिया, मदर ताहिरा चैरिटेबल ट्रस्ट की निदेशक एस सबा डॉ महबूब उर रहमान ने महात्मा गांधी ,कस्तूरबा गांधी, पीर मोहम्मद मुनीश एवं स्वतंत्रता सेनानियों को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि आज ही के दिन आज से 141 वर्ष पूर्व 30 मई 1882 ई0 को पीर मोहम्मद मुनीश का जन्म बेतिया पश्चिम चंपारण की धरती पर हुआ था।

उनके पिता का नाम फतिगंन मियां था ! उनका सारा जीवन देश की आज़ादी के लिए समर्पित रहा । उन के जीवन का असल मक़सद देश में हिन्दू-मुस्लिम एकता क़ायम रखना था एवं भारत को एक विकसित राष्ट्र बनाना था, जिसका सपना हमारे पुरखों ने देखा था।

चम्पारण सत्याग्रह की पृष्ठभूमि तैयार करने व गांधी जी को चम्पारण लाने में पीर मुहम्मद मुनिस एवं पंडित राजकुमार शुक्ल की भूमिका अहम है।

सचिव सत्याग्रह रिसर्च फाउंडेशन डॉ0 एजाज अहमद, डॉ सुरेश कुमार अग्रवाल , डॉ अमित कुमार लोहिया बिहार विश्वविद्यालय के इतिहास विभाग के शोधार्थी डा0 शाहनवाज अली ने सरकार से मांग करते हुए कहा कि स्वतंत्रता सेनानियों एवं देश पर मर मिटने वाले शहीदों के सम्मान में सरकार बेतिया पश्चिम चंपारण में विश्वविद्यालय एवं राष्ट्रीय संग्रहालय का निर्माण कराएं ताकि नई पीढ़ी देश की स्वाधीनता के लिए अपने पुरखों के के बलिदान को जान सके। कलम के स्वाधीनता के सिपाही चंपारण सत्याग्रह के महानायक एवं राष्ट्रपिता महात्मा गांधी को चंपारण की धरती पर लाने वाले पीर मोहम्मद मुनीश एवं स्वतंत्रता सेनानियों के परिजन आज आर्थिक तंगी के साथ जिंदगी जी रहे हैं ।

पीर मोहम्मद मुनीश के पोते स्वर्गीय कासिम साहब के वंशज आज गुमनामी की जिंदगी जी रहे हैं । यही हाल देश के शहीदों एवं स्वतंत्रता सेनानियों के परिजनों का है। अवसर पर वक्ताओं ने कहा पीर मोहम्मद मुनीश हिन्दी भाषा के एक अच्छे लेखक और साहित्य प्रेमी थे. बल्कि सच पूछे तो बिहार में अभियानी हिन्दी पत्रकारिता के जनक थे!

लेकिन यह विडम्बना ही है कि पत्रकारिता की किताबों में उनका ज़िक्र शायद ही कहीं मिले!मुस्लिम होते हुए भी वे हिन्दी भाषा के प्रचार-प्रसार के लिए जी-जान से लगे रहे।हिन्दी के विकास में उनका योगदान उल्लेखनीय है! बिहार हिन्दी साहित्य सम्मेलन के पंद्रहवें अध्यक्ष बनाए गए थे । पीर मोहम्मद मुनीश के लेख उस दौर पर प्रसिद्ध ‘नया ज़माना’, ‘नव जीवन’, ‘स्वदेश’, ‘पाटलीपुत्र’ जैसे दर्जनों पर्चो व अखबारों में छपते रहे। इस अवसर पर वक्ताओं ने सामाजिक एकता अखंडता अहिंसा एवं प्राकृतिक आपदाओं से एकजुट होकर की पढ़ने की अपील की ताकि समस्त मानव जाति को मानव इतिहास की सबसे बड़ी त्रासदीयों बचाया जा सके! एवं धरती पर फिर से सुख शांति समृद्धि हमें विकास आ सके।

राष्ट्र निर्माण एवं हिंदू मुस्लिम एकता का प्रतीक है, इस्लामिक विश्वविद्यालय दारुल उलूम देवबंद

बेतिया : आज 30 मई 2023 को सत्याग्रह रिसर्च फाउंडेशन के इस्लामिक विश्वविद्यालय दारुल उलूम देवबंद की स्थापना की 157वी वर्षगांठ पर दारुल उलूम देवबंद से जुड़े विभूतियों को भावभीनी श्रद्धांजलि दी गई।

सचिव सह अंतरराष्ट्रीय पीस एंबेस्डर डॉ0 एजाज अहमद (अधिवक्ता) डॉ सुरेश कुमार अग्रवाल , डॉ अमित कुमार लोहिया, डॉ शाहनवाज अली, पश्चिम चंपारण कला मंच की संयोजक शाहीन परवीन, मदर ताहिरा चैरिटेबल ट्रस्ट की निदेशक एस सबा डॉ महबूब उर रहमान ने संयुक्त रूप से कहा कि इस्लामिक विश्वविद्यालय दारुल उलूम देवबंद की स्थापना की 157 वी वर्षगांठ पर दारुल उलूम देवबंद के संस्थापक स्वर्गीय मौलाना कासिम नानोतवी एवं दारुल उलूम देवबंद से जुड़े उन महान विभूतियों को श्रद्धांजलि अर्पित की। जिन्होंने दारुल उलूम देवबंद से पूरे भारत समेत विश्व में भारत की स्वतंत्रता की राष्ट्रीय आंदोलन में जागृति पैदा करने का कार्य किया!

आज ही के दिन 30 मई 1966 ई0 को अंग्रेजों से भारत की स्वतंत्रता एवं समाज के कमजोर एवं उपेक्षित वर्ग के बच्चों के लिए दारुल उलूम देवबंद की आधारशिला रखी गई ताकि नई पीढ़ी के जीवन को शिक्षा से प्रकाशित किया जा सके!

आज दारुल उलूम देवबंद विश्व की उन महान संस्थाओं में से एक है जो अपने ज्ञान और विज्ञान के माध्यम से पूरे विश्व में शिक्षा फैला रहा है!

इस विश्वविद्यालय में एशिया अफ्रीका एवं लैटिन अमरीका समेत विश्व के अनेक देशों के छात्रों शिक्षा पाकर पूरे विश्व को लाभान्वित हो सके।

आमजनों की समस्याओं/शिकायतों का ससमय नियमानुकूल तरीके से करें निष्पादन : जिलाधिकारी।


जिलाधिकारी, श्री दिनेश कुमार राय द्वारा आज सोमवारीय बैठक के तहत विभिन्न विभागों द्वारा क्रियान्वित योजनाओं/कार्यक्रमों की प्रगति की समीक्षा की गयी। उन्होंने कहा कि सभी अधिकारी अपनी कार्य संस्कृति में सुधार लाएं, तत्परतापूर्वक जिले के विकास में अपना योगदान दें अन्यथा सख्त कार्रवाई की जायेगी। लापरवाही, शिथिलता एवं कोताही कतई बर्दाश्त नहीं की जायेगी।

उन्होंने कहा कि प्रशासनिक अधिकारी आमजनों की शिकायतों/समस्याओं को गंभीरता से सुने और उसका ससमय नियमानुकूल निराकरण कराना सुनिश्चित करें। आमजनों के साथ संवेदनशीलता के साथ पेश आयें। ससमय लोगों को लाभ मिल सके, इसे हर हाल में सुनिश्चित किया जाय। बेवजह लोगों को परेशान करने वाले अधिकारियों एवं कर्मियों के विरूद्ध कार्रवाई की जायेगी।

जिलाधिकारी द्वारा पंचायत उप निर्वाचन को सफलतापूर्वक सम्पन्न कराने हेतु सभी संबंधित अधिकारियों, पुलिस अधिकारियों एवं कर्मियों की सराहना की गयी। साथ ही निर्देश दिया गया कि आगामी निर्वाचनों को भी सफलतापूर्वक सम्पन्न कराने हेतु अपने-अपने कर्तव्यों एवं दायित्वों का निवर्हन तत्परतापूर्वक करें।

स्वास्थ्य विभाग की समीक्षा के क्रम में जिलाधिकारी ने निर्देश दिया कि कोविड-19 टेस्टिंग की गति को बढ़ायी जाय। इसके साथ ही लक्ष्य के अनुरूप नियमित टीकाकरण से लाभुकों को आच्छादित किया जाय। उन्होंने निर्देश दिया कि नियमित रूप से सभी सरकारी स्वास्थ्य केन्द्रों का संचालन हो, इसका दृढ़तापूर्वक अनुपालन सुनिश्चित किया जाय। साथ ही स्वास्थ्य केन्द्रों में डॉक्टर, पारा मेडिकल स्टॉफ तथा अन्य कर्मियों की शत-प्रतिशत उपस्थिति सुनिश्चित की जाय। अस्पतालों में आने वाले मरीजों को समुचित ईलाज तथा दवा मुहैया करायी जाय।

कार्यपालक अभियंता, पीएचईडी को निर्देश दिया गया कि मरम्मति दल की संख्या बढ़ाते हुए अविलंब जिले के सभी खराब चापाकलो की मरम्मति कराना सुनिश्चित करेंगे। भिखनाठोरी में पेयजल जलापूर्ति की स्थिति पर नजर बनाये रखेंगे तथा पेयजल का स्थायी समाधान कराने हेतु कारगर कार्रवाई करेंगे।

नल-जल योजना की समीक्षा के दौरान जिलाधिकारी ने निर्देश दिया कि शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों में शत-प्रतिशत जलापूर्ति सुनिश्चित किया जाय। किसी कारणवश किन्ही स्थल पर नल-जल योजना ननफंक्शनल है, उसे तुरंत फंक्शनल कराया जाय। उन्होंने निर्देश दिया कि जिन बीपीआरओ द्वारा कार्य में अभिरूचि नहीं ली जा रही है, अथवा लापरवाही एवं शिथिलता बरती जा रही है, उनको चिन्हित किया जाय और कार्रवाई किया जाय। बीपीआरओ द्वारा किये जा रहे कार्यों की नियमित रूप से समीक्षा की जाय। उन्होंने निर्देश दिया कि प्रखंड विकास पदाधिकारी तथा बीपीआरओ लेखापाल तथा तकनीकी सहायकों के कार्यों की निगरानी करेंगे। जिला पंचायत राज पदाधिकारी सतत मॉनिटरिंग करेंगे।

जिलाधिकारी ने निर्देश दिया कि हर घर तक पक्की गली-नालियां योजना के तहत योजना के क्रियान्वयन में प्राक्कलन की विशिष्टियों का शत-प्रतिशत अनुपालन होना चाहिए। अगर किसी के द्वारा गड़बड़ी की जायेगी तो उनके विरूद्ध सख्त कार्रवाई होगी।

जिलाधिकारी द्वारा दाखिल-खारिज, परिमार्जन की दौरान सभी अंचलाधिकारियों को निर्देश दिया गया कि दाखिल-खारिज मामलों के निष्पादन में लापरवाही, शिथिलता बरतने वालों के विरूद्ध कार्रवाई करें। लंबित दाखिल-खारिज के मामलों को कैम्प मोड में निष्पादित करना सुनिश्चित करें। साथ ही नये मामलों का निष्पादन समयबद्ध तरीके से सुनिश्चित करें।

समीक्षा के क्रम में डीपीएम, जीविका द्वारा बताया गया कि सरकार के निर्देश के आलोक में जीविका विभाग द्वारा कार्य किया जा रहा है। नीरा उत्पादन हेतु कुल-296 लोगों को लाईसेंस निर्गत किया गया है। 56 अन्य लोगों द्वारा आवेदन प्राप्त हुआ है, इस संदर्भ में अग्रतर कार्रवाई की जा रही है। जिलाधिकारी ने निर्देश दिया कि नीरा उत्पादन को बढ़ावा दें तथा नीरा उत्पादन हेतु इच्छुक लोगों को नियमानुकूल तरीके से लाईसेंस निर्गत करें।

बिहार स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड योजना, मुख्यमंत्री निश्चय स्वयं सहायता भत्ता योजना, कुशल युवा कार्यक्रम की समीक्षा के दौरान जिलाधिकारी ने कहा कि यह सरकार की अत्यंत ही महत्वाकांक्षी योजना है। इन योजनाओं से अधिक से अधिक छात्र-छात्राओं को लाभान्वित करें तथा जिले की रैकिंग में सुधार लायें।

बैठक में शौचालय निर्माण घर का सम्मान, उद्यमिता विकास, सोलर स्ट्रीट लाईट, ठोस एवं तरल अपशिष्ट प्रबंधन, पेंशन वितरण, मोटराईज्ड ट्राईसाईकिल वितरण, मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना, परवरिश योजना, स्पॉसरशिप योजना, सीडब्ल्यूजेसी/एमजेसी, राष्ट्रीय तथा बिहार मानवाधिकार आयोग, समेकित थरूहट विकास अभिकरण आदि के कार्यों की प्रगति की समीक्षा की गयी।

इस अवसर पर सहायक समाहर्ता, सुश्री शिवाक्षी दीक्षित, अपर समाहर्ता, श्री राजीव कुमार सिंह, श्री अनिल राय सहित सभी जिलास्तरीय पदाधिकारी उपस्थित रहे तथा एसडीएम, प्रखंड विकास पदाधिकारी, अंचलाधिकारी आदि वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से जुड़े रहे।