ए आई यू टी यू सी तथा ए आई के के एम एस द्वारा बिहार स्पंज श्रमिक संगठन द्वारा चलाए जा रहे धरना को दिया गया समर्थन

सरायकेला :ऑल इंडिया यूनाइटेड ट्रेड यूनियन सेंटर (ए आई यू टी यू सी) तथा ऑल इंडिया किसान खेत मजदूर संगठन (ए आई के के एम एस) द्वारा बिहार स्पोंज श्रमिक संगठन द्वारा चलाए जा रहे धरना को समर्थन दिया गया। 

लड़ाई में साथ ओर हर संभव सहयोग करने का आश्वासन भी दिया। आज धरना का पांचवा दिन चल रहा है।

धरना पर बैठे लोगो को संबोधित करते हुए एआईयूटीयूसी के झारखंड राज्य कमेटी सदस्य आशीष कुमार धर ने कहा की श्रमिक संगठन की मांगे जायज है। 

आंदोलन को और तेज करना होगा तथा कानूनी लड़ाई भी लड़ना पड़ेगा,तभी चलकर हमारे हक अधिकार मिलेगा ।

हमारे मांगे:

1. कंपनी के स्थाई आदेशानुसार कंडिका 16 क के अनुसार मजदूरी का भुगतान करना होगा।

2. अगस्त 2013 कि 9 दिन का बकाया मजदूरी का भुगतान करना होगा।

3. 2013 के बोनस व एलटीए का भुगतान करना होगा।

4. पूर्व में कार्यरत स्थाई मजदूरों को पूर्ण योगदान दिनांक 17/12/2021 को श्रम अधीक्षक सरायकेला खरसावां की उपस्थिति में किए गए त्रिपक्षीय वार्ता का अनुपालन करना होगा।

5. कंपनी द्वारा प्रभावित गांव के ग्रामीणों को रोजगार में प्राथमिकता देना होगा।

धरना में सहयोग देने में पहुंचे 

आशुदेव महतो (जिला सचिव, एआईकेकेएमएस), लिली दास (एआईयूटीयूसी), अनंत कुमार महतो, हराधन महतो, धनपति गोप आदि लोग उपस्थित थे।

सरायकेला थाना क्षेत्र के कोलाबीरा ओपी के सामने बीते देर रात चोरों ने बैंक ऑफ इंडिया में किया चोरी का प्रयास


सरायकेला : सरायकेला थाना क्षेत्र के कोलाबीरा ओपी के सामने बीते देर रात चोरों ने दुस्साहस का परिचय देते हुए बैंक ऑफ इंडिया में चोरी का प्रयास किया।लेकिन पुलिस को भनक तक नहीं लगी।हालांकि चोर अपने मंसूबे में सफल नहीं हो सके।

 वहीं बैंक मैनेजर के अनुसार चोर संभवत कुछ भी चुरा नहीं सके।मामले के संबंध में जानकारी देते हुए बैंक मैनेजर सुष्मिता साहू ने बताया कि मंगलवार तड़के सुबह 4:30 बजे उन्हें बैंक के पास रहने वाले कर्मचारियों ने चोरी संबंधित मामले की सूचना दी।

 बैंक मैनेजर द्वारा फौरन सरायकेला थाना पुलिस को भी मामले से अवगत कराया गया।इधर मौके पर पहुंची सरायकेला पुलिस अनुसंधान में जुट गई है।बताया जाता है कि चोरों ने बैंक के बाहर और अंदर लगे सीसीटीवी कैमरे को भी क्षतिग्रस्त किया है। बता दूं कि शातिर चोरों ने बैंक में ताला तोड़ने से पहले आसपास घरों के दरवाजों के कुंडी को बाहर से बंद कर दिया था, ताकि कोई भी घर से बाहर नहीं निकल सके।

 चोरों का मनोबल इतना बढ़ा था कि 20 मीटर की दूरी पर ठीक सामने स्थित कोलाबीरा आउटपोस्ट का भी उन्हें भय नहीं दिखा। घटना से आक्रोशित स्थानीय लोगों ने बताया कि पुलिस के सुस्ती के चलते चोरों ने यह प्रयास किया है। गौरतलब है कि सरायकेला थाना क्षेत्र में विगत कई दिनों से अवैध लॉटरी स्क्रैप टाल संबंधित धंधे संचालित होने से भी चोरी के मामलों में इजाफा देखा जा रहा है।

सरायकेला: आसनबनी पंचायत में ग्रामसभा का ग्रामीणों ने किया जोरदार विरोध, कहा यह ग्रामसभा नहीं दबंगों की है सभा


सरायकेला : जिला के चांडिल अनुमंडल क्षेत्र के आसनबनी पंचायत स्थित बिरीगोड़ा में ग्रामसभा की बैठक हुई। बैठक में केंद्रीय सरकार के योजना पानी टंकी बनाने को लेकर बैठक संपन्न हुआ जिसको लेकर ग्रामीणों ने विरोध जताया और इसे दबंगों की सभा कहा गया।

 ग्रामीणों का कहना है कि अवैध ढंग से आसनबनी ग्रामसभा की बैठक की गई। ग्रामीण एवं सामाजिक कार्यकर्ता डॉo रुपाई मांझी ने ग्रामसभा के बैठक पर आपत्ति व्यक्त करते हुए कहा कि जल जीवन मिशन के तहत आसनबनी में पानी टंकी का निर्माण होना है। उन्होंने बताया कि टंकी निर्माण के लिए स्थल चयन हेतु मुखिया बिदु मुर्मु के द्वारा ग्रामसभा की बैठक बुलाई गई थी। 

भूतपूर्व ग्रामप्रधान प्रबोध उरांव की अध्यक्षता में बैठक की गई, जो कि संविधान के विरुद्ध है। रुपाई मांझी ने बताया कि ग्रामीणों द्वारा मुखिया के समक्ष विरोध जताने के बावजूद दंबगई ढंग से ग्रामसभा के कार्य पूरा किया गया ग्रामसभा के बैठक की लिखित शिकायत वरीय अधिकारियों से की जाएगी।

बता दें कि सोमवार दोपहर को आसनबनी पंचायत के बिरिगोडा में मुखिया बिदु मुर्मु द्वारा ग्रामसभा की बैठक बुलाई गई थी। जहां बैठक में मुखिया बिदु मुर्मु, पूर्व जिला परिषद सदस्य ओमप्रकाश लायेक, दिलीप महतो, प्रबोध उरांव, पूर्व मुखिया गुरुचरण सिंह, फकीर सोरेन जैसे नामचीन हस्तियों की मौजूदगी रही। 

बैठक में ग्रामीणों ने बिरिगोडा़ में स्वास्थ्य उपकेंद्र के सामने वाली जमीन को पानी टंकी निर्माण के लिए चयनित किया गया। मुखिया बिंदु मुर्मु का कहना है कि अंनांबाद बिहार सरकार की खाली जमीन को ग्रामसभा द्वारा पानी टंकी निर्माण के लिए चयनित किया गया। वही विंदु मुर्मू ने बताया कि ग्राम सभा मैं आसनबनी पंचायत के सभी वार्ड मेंबर व पंचायत समिति सभी के सहमति से निर्णय लिया गया।

पूर्वजों से जमीन पर कब्जा सोनू सिंह सरदार की

 जिस जमीन पर पानी टंकी निर्माण करने का निर्णय लिया गया है। दरअसल, उस जमीन पर वर्षो से एक भूमिज आदिवासी का कब्जा है। सोनू सिंह सरदार ने बताया कि उसके दादाजी के समय से उक्त जमीन उनके कब्जे में है ।

राँची : पीएलएफआई सुप्रीमो दिनेश गोप को भेजा गया ज्यूडिशियल कस्टडी में

राँची: लगातार 8 दिनों तक एनआईए द्वारा की गई पूछताछ के बाद कड़ी सुरक्षा के बीच पीएलएफआई सुप्रीमो दिनेश गोप को एनआईए की कोर्ट में पेश किया गया जिसके बाद एनआईए की विशेष अदालत ने दिनेश गोप को न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया 21 मई 2023 को दिनेश गोप को किया गया था गिरफ्तार , एनआइए और झारखंड पुलिस ने पीएलएफआई सुप्रीमो दिनेश गोप को बीते 21 मई को गिरफ्तार किया था । 

गिरफ्तार किए जाने के बाद दिनेश गोप को एनआईए ने विशेष कोर्ट में पेश किया था जिसके बाद पूछताछ के लिए कोर्ट ने दिनेश गोप को 8 दिनों की कस्टडी दी थी। एनआईए को दी गई कस्टडी का आज आखिरी दिन था। जिसे लेकर कोर्ट के समक्ष पेश किया गया।

बरामद किए गए गोलियों को किया गया एनआईए कोर्ट में प्रोड्यूस 8 दिनों की लगातार चली पूछताछ के दौरान दिनेश गोप की निशानदेही पर गुमला सिमडेगा और खूंटी इलाके से सैकड़ों कारतूस बरामद किए गए हैं जिससे कोर्ट के समक्ष प्रस्तुत किया गया।

सप्ताहिक जनता दरबार में आए लोगो से मिले उपायुक्त, ऑन द स्पॉट विभिन्न समस्याओं का किया गया समाधान

सरायकेला : जिला दंडाधिकारी सह उपायुक्त श्री अरवा राजकमल के द्वारा आज समाहरणालय में सप्ताहिक जनता दरबार का आयोजन किया गया। इस दौरान जिले के विभिन्न क्षेत्र (शहरी तथा ग्रामीण) से आए लोगों ने जनता दरबार में आकर अपनी अपनी समस्याओं को उपायुक्त के समक्ष रखा।

 इस दौरान उपायुक्त नें क्रमवार लोगो की समस्याओं से अवगत हो सभी आवेदन सम्बन्धित विभागीय को हस्तात्रित करते हुए उन्हें आश्वस्त किया गया कि संज्ञान में आए हुए सभी शिकायतों की जाँच कराते हुए जल्द से जल्द सभी का समाधान किया जाएगा।

आज आयोजित जनता दरबार में मुख्यमंत्री रूप से भूमि विवाद, पेंशन, खरसावां में रथयात्रा आयोजन, शिक्षा विभाग, विधुत विभाग समेत अन्य मामले से सम्बन्धित आवेदन प्राप्त हुए।

गम्हरिया प्रखंड अंतर्गत बुरूडीह पंचायत के धीवर टोला आज भी है मूलभूत सुविधाओं से वंचित


ना यहां सड़क और ना है कोई अन्य सुविधाएं,कोई अपनी बेटी भी इस गांव में देने से कतराते हैं

 

 सरायकेला : देश की आज़ादी के बाद झारखंड राज्य अलग होने के प्रश्चात् सरायकेला खरसावां जिला के गम्हरिया प्रखंड अंतर्गत बुरूडीह पंचायत के धीवर टोला के लोग आजादी के 75 वर्ष बीत जाने के बाद भी मूलभूत सुविधा के लिए तरस रहे हैं ।

आज जो भी जन प्रतिनिधि इनके मतदान से जीतते आये हैं। पंचायत से प्रखण्ड और जिला स्तर के पद से जीत कर जाते रहे हैं किसी ने इनके हक और इनके समस्याओं को लेकर कोई आवाज नही उठाया।

जब भी चुनाव नजदीक आता है नेता मंत्री और पंचायत में मुखिया ,पंचायत समिति ,जिला परिषद आदि उम्मीदवारों द्वारा इन लोगो से बड़े बड़े बायदे किये जाते रहे हैं।लेकिन जीत जाने के बाद सभी इनकी समस्या और अपने वायदे भूल जाते हैं। 

मुख्यालय से 10 किलो मीटर की दूरी पर यह गांव बसा हुआ है।और सरकारी योजना अंतिम गांव तक नही पहुंच पाता है।

आज भी यहां लोग सरकारी योजना से वंचित रहे। ग्रामीणों द्वारा कोई बार लिखित रूप से सभी पदाधिकारी को अपनी समस्या लिख कर दिया गया विभिन्न समस्याओं को लेकर ,आज तक एक भी योजना का कार्य नही पहुंचा । जो दुःखद है। इस पंचायत में अधिकतर धीवर परिवार के लोग बेस हैं जिनके पास समस्या हैं समस्या है।

सरायकेला जिला के गम्हरिया प्रखंड मुख्यालय से करीब 10 से 15 किमी की दूरी पर स्थित उक्त गांव तक जाने के लिए आज भी लोगों को पगडंडी ही उसका मुख्यमार्ग है। आवागमन के लिए सड़क की व्यवस्था नहीं होने की वजह से बरसात के समय उक्त गांव से लोगों का निकलना मुश्किल हो जाता है । 

सरकार से फरियाद के बाद भी उनकी समस्या को जनप्रतिनिधियों व प्रशासनिक पदाधिकारियों द्वारा नजर अंदाज किये जाने से ग्रामीणों में आक्रोश देखा गया है । इसको लेकर ग्रामीणों ने गांव में प्रदर्शन कर आक्रोश प्रकट किया । 

गांव की स्थापना आजादी से पूर्व हुई थी

देश के आजादी के पूर्व से सड़क की समस्या यहां जस की तस बनी हुई है । प्रत्येक। चुनाव में नेता मंत्री गांव पहुंचते है ।

 सड़क ,बिजली ,शिक्षा, स्वास्थ्य केंद्र बनाने का आश्वासन भी देते है ।चुनाव के परिणाम के बाद बाद दोबारा लौटकर कोई शुद्धि लेने नहीं पहुंचते है।

कांदरबेड़ा एन एच 33 मुख्य राज्य मार्ग से पुडिशिल्ली सड़क को बुरूडीह सुवर्णरेखा नदी घाट को न्यू पुल का निर्माण हो जाने से   उक्त गांव के लोगो को प्रतिदिन 30 किलो मीटर सपड़ा होते हुए घूमना नही पड़ेगा । बरसात में नदी में बाड़ आजाने से लोगो लंबी रास्ता तय करके गांव पहुंचते है। 8 महीना लोगो ने बुरूडीह नदी घाट से नाव द्वारा मोटर साइकिल घरेलू सामग्री लेकर नदी पार करते है। इस घाट में दो नाव चलता है। जिसे सेकडो ग्रामीणों चांडिल ,रांची जाने के लिए सुविधा होता है। कभी कभी ग्रामीणों ने मरीज का इलाज कराने के लिए नाव द्वारा चांडिल मुख्यालय स्वास्थ्य केंद्र या फिर एमजीएम हॉस्पिटल ले जाते है।ग्रामीणों का मांगे है।इस घाट पर सरकार।द्वारा पुल का निर्माण करने से कोई परिवारों को आवागमन के लिए सुविधा होगा ।

कई बार देखा गया कि मरीजों को खटिया में ढोकर ले जाना पड़ता है बाहर । गांव के 80 वर्षीय बुजुर्ग मधु धोरा ने कहा कि गांव तक पहुंचने के लिए सड़क नहीं होने से सबसे बड़ी परेशानी बीमार पड़ने वाले मरीज व छात्रों को होती है । मधु धोरा ने कहा कि गांव तक जाने को सरल साधन नहीं होने की वजह से बीमार पड़ने वाले मरीजों को खटिया में ढोकर गांव से बाहर लाया जाता है । उसके बाद वहां से वाहन के माध्यम से अस्पताल तक ले जाया जाता है ।इस दौरान गांव से निकालने में देर होने की वजह से कई ग्रामीणों की असामयिक मृत्यु भी हो चुकी है. 

बेटी ,बहन की शादी के लिए रिश्ता जोड़ने को कतराते है रिश्तेदार।

बुजुर्ग महिला मंजूड़ा धीवर ने कहा कि गांव तक सड़क की व्यवस्था नहीं होने से यहां के युवक-युवतियों को भी परेशानी झेलनी पड़ रही । सड़क के अभाव में रिश्तेदार उक्त गांव में नया रिश्ता जोड़ने में कतराते है। किसी प्रकार रिश्ता तय होने पर बाराती गाड़ी को डेढ़ किमी दूर बुरूडीह में खड़ा कर दुल्हा व बारात को पैदल गांव आना पड़ता है । इससे ग्रामीणों को शर्मिंदगी महसूस होती है।

फरियाद के बाद भी नहीं पड़ रहा असर 

बुरूडीह के पंचायत के वार्ड सदस्य कवि लाल मंडल ने कहा कि ग्रामीणों की समस्या का समाधान को लेकर जनप्रतिनिधियों समेत प्रशासनिक पदाधिकारियों तक फरियाद की गयी. इसके बाद भी समस्या को लेकर वे गंभीर नहीं है । इसका खामियाजा उन्हें भुगतना पड़ रहा है. बरसात का मौसम आते ही उक्त टोला के लोगों का आक्रोश हमें झेलना पड़ता है।कोई बार ग्रामीणों स्वास्थ केंद्र गर्भवती माता को लेजाने के लिए प्रश्चात्प करना पड़ता क्युकी गाड़ी घुसने का कोई सुविधा नहीं सड़क नही होने कारण धीवर परिवार को परेशानी सामना करना पड़ता।इस गांव में कोई स्वास्थ्य केंद्र आंगनबाड़ी नही हे। सरकार की योजना इस गांव में नही पहुंचा क्युकी यह मछुआ समुदाय के परिवार से जुड़े है।इनकी बाते उच्च समुदाय के लोग नही सुनते हे।इसे मजबूरी माने या फिर ईश्वर की मर्जी ।आज भी लोगो ने ईश्वर पर भोरोसे में जीते है।

जिला निर्वाचन पदाधिकारी सह उपायुक्त ने ईवीएम वेयरहाउस का किया मासिक निरीक्षण


सरायकेला : जिला निर्वाचन पदाधिकारी -सह- उपायुक्त सरायकेला खरसावां श्री अरवा राजकमल के द्वारा आज समुदायिक भवन सरायकेला स्थित ईवीएम वेयरहाउस का मासिक निरीक्षण किया। 

भारत निर्वाचन आयोग-नई दिल्ली के निर्देशानुसार जिला निर्वाचन पदाधिकारी ने उप निर्वाचन पदाधिकारी श्रीमती प्रियंका सिंह एवं अन्य पदाधिकारियों के साथ ईडीएम वेयरहाउस की विधि-व्यवस्था व सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लिया। निरीक्षण के क्रम में उन्होंने वेयर हाउस में लगाए गए CCTV कैमरे, भवन की स्थिति, तैनात सुरक्षा बल, अग्निशमन सिलेंडर, इत्यादि का जाँच करते हुए सुरक्षा के मद्देनजर कई आवश्यक दिशा निर्देश दिए।

मौके पर उपायुक्त के साथ उप निर्वाचन पदाधिकारी श्रीमती प्रियंका सिंह, जिला जनसंपर्क पदाधिकारी श्री सुनील कुमार सिंह, SMPO श्री नंदन उपाध्याय, निर्वाचन कार्यालय के अन्य पदाधिकारी एवं कर्मी समेत अन्य उपस्थित रहे।

बुंडू:7 पंचायत के ग्रामीणों ने हारिन पुल को सुरक्षित रखने के लिये सौपा मांग पत्र

बुंडू:अनुमंडल क्षेत्र के सोनाहातू प्रखंड अंतर्गत पूर्वी क्षेत्र से 7 पंचायत के ग्रामीणों ने आज प्रमुख विक्टोरिया देवी और उप प्रमुख प्रतिनिधि निशिकांत गोंझु के नेतृत्व में सीओ सोनाहातू और थाना प्रभारी को हारिन पुल की सुरक्षित रखने के लिये मांग पत्र सौपा है। 

मांग पत्र के माध्यम से मांग किया गया है कि हारिन पुल से भारी वाहनों का आवागमन पर रोक लगाया जाय।

 पुल के नीचे से बालू का अवैध खनन पर रोक लगाए जाय तथा पुल पर बैरियर लगा कर चौकीदार की नियुक्ति किया जाय। मांग पत्र में कहा गया है कि पुल से बालू लदा भारी वाहन का परिचालन होता है जिससें पुल गिरने के कगार पर है। साथ ही नया पुल निर्माण में तीब्रता लाने के लिये विभाग पर दबाब बनाया जाय।

ग्रामीणों ने कहा कि पुल बचाव को लेकर बैठक किया गया फिर सीओ, थाना ओर वरीय अधिकारियों को मांग पत्र सौपा गया है। कारवाई नही होती है तो क्रमबद्ध आंदोलन किया जायेगा। इस मौके पर मुखिया मनोज सिंह मुंडा, विकास सिंह मुंडा, अवनी सिंह मुंडा, प्रताप सिंह मुंडा, सावना महली, कलेवर मुंडा, अभिराम महतो, भोलानाथ महतो आदि मौजूद थे।

चतरा: 15-20 की संख्या में आए वर्दीधारी, हथियारबंद दस्ते ने मजदूरों के साथ की मारपीट


चतरा: झारखंड / बिहार दोनो राज्य की सीमा हंटरगंज-शेरघाटी मुख्य मार्ग घरी नदी पर पतसुगिया पुल का निर्माण कार्य में लगे मजदूरों के साथ 15-20 की संख्या में आए वर्दीधारी हथियारबंद दस्ते ने जमकर मारपीट की है। 

दस्ता के लोग ने संवेदक और मुंशी को तलाश रहे थे। वर्दीधारी दस्ता मजदूरों के साथ मारपीट करने के बाद उनके 5 मोबाइल फोन अपने साथ लेकर चलते बने। 

वही मिली सूचना के अनुसार घटना से डरे-सहमे दो मजदूर भाग गए थे, जो मंगलवार की सुबह कैंप में लौट आए है।

 अज्ञात हमलावरों की पिटाई से घायल होने वालों में मो० आलमीन पिता जैनुल अंसारी, मो० समीम पिता इस्माइल मियां एवं नगीना विश्वकर्मा पिता तुलसी विश्वकर्मा सभी ग्राम नावाडीह नेवारी, जिला लातेहार के रहने वाले है। घटना के संबंध में मजदूरों ने बताया कि पतसुगिया नदी के किनारे के पुल निर्माण साइड पर सभी मजदूर खाना बना रहे थे। इसी दौरान कुछ ब्लैक कलर का चितकबरा वर्दीधारी हथियारों से लैस होकर 15 से 20 की संख्या में आए। बगैर कुछ कहे काम कर रहे लोगों पर हमला बोल दिया। जिसमें तीन मजदूर घायल हो गए। घटना की सूचना पाकर पुलिस मौके पर पहुंचकर मामले की पड़ताल में जुटी है। घटना सोमवार की देर रात साढ़े दस 11 बजे की है।

सरायकेला : कांदरबेड़ा-दौमुहानी सड़क पर अज्ञात वाहन की चपेट में आने से बाईक सवार दो व्यक्ति की मौके पर हुई मौत

सरायकेला-खरसावां जिले के कपाली ओपी क्षेत्र के कांदरबेड़ा-दौमुहानी सड़क पर तेज गति से जा रहे किसी अज्ञात वाहन ने बाईक (JH05BZ 1181) जोरदार ठोकर मार दी जिस कारण बाईक सवार दो व्यक्ति की घटना स्थल पर ही मौत हो गई। मौके पर चांडिल थाना प्रभारी और कपाली ओपी प्रभारी घाटनस्थल पर पहुंचे और सवों को अपने कब्जे में लेकर आगे की करवाई के लिए एमजीएम अस्पताल भिजवाया। बता दें कि मृतकों को अभी तक पहचान नहीं हो पाई है ।