इमरान की गिरफ्तारी के खिलाफ आज सुप्रीम कोर्ट जाएगी पीटीआई, समर्थकों का सड़क पर हिंसक प्रदर्शन जारी, इस्लामाबाद में रेड अलर्ट

#pti_will_go_to_supreme_court_today_against_imran_arrest

इमरान खान की गिरफ्तारी के बाद पाकिस्तान में बवाल मचा हुआ है। इमरान के समर्थन सड़कों पर उतर हिंसक प्रदर्शन कर रहे हैं। इमरान खान की गिरफ्तारी और हाई कोर्ट के झटकों के बाद पीटीआई के नेताओं ने कहा कि वो न्यायालय के फैसले को सुप्रीम कोर्ट में चैलेंज करेंगे।

पीटीआई उपाध्यक्ष फवाद चौधरी ने बुधवार को कहा कि पार्टी इस्लामाबाद हाईकोर्ट द्वारा पार्टी अध्यक्ष इमरान की गिरफ्तारी को बरकरार रखने के फैसले को चुनौती देने के लिए आज सुप्रीम कोर्ट का रुख करेगी।फवाद चौधरी ने इस्लामाबाद उच्च न्यायालय के फैसले को आश्चर्यजनक करार दिया। उन्होंने ट्वीट किया कि हैरानी की बात है कि इस्लामाबाद हाईकोर्ट ने इमरान खान की गिरफ्तारी को कानूनी करार दिया है। उन्होंने बिना इमरान खान की गिरफ्तारी को अवैध बताया। पीटीआई के प्रमुख इमरान को अल-कादिर ट्रस्ट मामले में राष्ट्रीय जवाबदेही ब्यूरो (एनएबी) के वारंट पर रेंजर्स द्वारा आईएचसी के बाहर गिरफ्तार किया गया।

इधर, कहा जा रहा है कि भ्रष्टाचार के एक मामले में मंगलवार को नाटकीय रूप से गिरफ्तार किए गए पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान को ‘‘चार से पांच दिन’’ के लिए देश की भ्रष्टाचार रोधी एजेंसी की हिरासत में रखा जा सकता है और उन्हें इमरान खान को एफ-8 कोर्ट कॉम्प्लेक्स और ज्यूडिशियल कॉम्प्लेक्स जी 11/4 में ले जाने के बजाय न्यू पुलिस गेस्ट हाउस, पुलिस लाइंस में पेश किया जाएगा। जिसे इस विशेष सुनवाई के लिए अदालत का एकमुश्त दर्जा दिया गया है। पाकिस्तान सरकार द्वारा इस बाबत अधिसूचना जारी की गई है। एनएबी अदालत के बजाय खान को विशेष अदालत में पेश करने का फैसला उनकी जान की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए लिया गया है।

वहीं, इमरान की गिरफ्तारी के बाद उनकी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ पार्टी (पीटीआई) के समर्थकों ने पूरे देश में बड़े पैमाने पर विरोध-प्रदर्शन कर रहे हैं। पूर्व मंत्री एवं पीटीआई के वरिष्ठ नेता हम्माद अजहर ने कहा कि इमरान खान की गिरफ्तारी ‘स्वीकार्य नहीं है।’ उन्होंने खान की गिरफ्तारी के खिलाफ देश के लोगों से सड़कों पर उतरने का आह्वान किया। पीटीआई के महासचिव असद उमर ने ट्वीट किया कि पीटीआई के उपाध्यक्ष शाह महमूद कुरैशी की अध्यक्षता वाली छह सदस्यीय समिति आगे की कार्रवाई के बारे में फैसला करेगी।

द केरल स्टोरी' फिल्म बनाने वालों को हो फांसी, फिल्म पर एनसीपी नेता जितेंद्र आव्हाड ने दिया विवादित बयान

एक तरफ 'द केरल स्टोरी' देखने के लिए सिनेमा घरों में दर्शक उमड़ रहे हैं तो वहीं इस पर राजनीति भी तेज हो गई है। बंगाल में फिल्म को बैन कर दिया गया है और तमिलनाडु में इसे सिनेमा एसोसिएशन ने दिखाने से ही इनकार कर दिया है। इस बीच यूपी और मध्य प्रदेश में फिल्म टैक्स फ्री कर दी गई है। इस फिल्म से जुड़ा विवाद अब महाराष्ट्र तक पहुंच गया है। यहां एनसीपी के सीनियर नेता जितेंद्र आव्हाड ने कहा कि इस फिल्म में झूठ दिखाया गया है। तीन लड़कियों की कहानी को 32 हजार का बताया गया है। इससे आगे विवादित बयान देते हुए उन्होंने कहा कि इस फिल्म को बनाने वालों को फांसी दी जानी चाहिए।

इससे पहले जितेंद्र आव्हाड ने ट्वीट भी किया था और द केरल स्टोरी पर सवाल उठाए थे। उन्होंने मराठी में लिखा था कि यह फिल्म झूठ का चरम दिखाती है। केरल की तस्वीर उससे कहीं अलग है, जैसा दिखाया गया है। उन्होंने लिखा कि विदेश से भारत आने वाली रकम में 36 फीसदी हिस्सा केरल से बाहर गए लोगों का है। आव्हाड ने कहा, 'बीते साल देश में 2.36 लाख करोड़ रुपये की रकम विदेश में रहने वाले केरल मूल के लोगों ने भारत भेजी थी। केरल में साक्षरता की दर 96 फीसदी है, जबकि पूरे भारत का आंकड़ा 76 फीसदी ही है। केरल में गरीबी रेखा से नीचे रहने वालों की संख्या 0.22 फीसदी ही है, जबकि देश भर में यह आंकड़ा 22 पर्सेंट का है।'

जितेंद्र आव्हाड ने कुछ और आंकड़े देते हुए कहा कि केरल में शिशु मृत्यु दर 6 फीसदी ही है। असम में यह आंकड़ा 42 पर्सेंट हैं और यूपी में 46 फीसदी है। केरल की प्रति व्यक्ति आय पूरे देश के मुकाबले 7 फीसदी अधिक है। पूरा मामला सिर्फ तीन लड़कियों को लेकर है, लेकिन फिल्म में 32,000 का दावा किया गया है। इस फिल्म में जैसा दिखाया गया है, उसमें अपनी बहनों को कमतर समझने की सोच है। ऐसा दिखाने की कोशिश है कि हमारी बहनें मूर्ख हैं और उन्हें कुछ भी मालूम नहीं है। फिल्म में महिलाओं को पुरुषों के मुकाबले कमतर दिखाया गया। केरल के नाम पर बनी फिल्म की यही सच्चाई है। 

एनसीपी नेता ने कहा कि इन फिल्मों को हिंसा कराने के लिए बनाया जा रहा है। झूठ के भरोसे नफरत फैलाने और उसके जरिए चुनाव लड़ने की तैयारी हो रही है। गौरतलब है कि बंगाल की सीएम ममता बनर्जी ने कल राज्य में फिल्म को बैन करने का ऐलान किया था। उन्होंने तो यहां तक कहा था कि इस फिल्म को भाजपा की फंडिंग से बनाया गया है। अब ऐसी ही एक फिल्म बंगाल को लेकर भी बनाई जा रही है, जिसमें राज्य को बदनाम करने की कोशिश होगी।

कर्नाटक विधानसभा चुनावः 9 बजे तक 8.26% वोटिंग, सिद्धारमैया बोले-बीजेपी के खिलाफ लोगों में आक्रोश, कांग्रेस 130 से 150 सीट जीतेगी

#karnataka_election_2023_voting

कर्नाटक विधानसभा चुनाव के लिए मतदान जारी हैं। राज्य में अब तक 8.26 प्रतिशत मतदान हो चुका है। दक्षिण कन्नड़ जिले में सबसे अधिक 12 प्रतिशत मतदान हुआ है। जबकि चिक्काबल्लापुर में 10 प्रतिशत मतदान हुआ है।

सिद्धारमैया बोले- रिटायमेंट से पहले मेरा आखिरी चुनाव

वोट डालने के बाद कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस नेता सिद्धारमैया ने कहा कि मतदाताओं से जबरदस्त प्रतिक्रिया मिल रही है। मुझे 60% से ज्यादा वोट मिलेंगे। कांग्रेस अपने दम पर सरकार बनाएगी। पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस नेता सिद्धारमैया ने कहा कि कर्नाटक के लोगों के रुझान को देखकर लगता है कि कांग्रेस 130-150 सीटें जीतेगी। भाजपा सरकार के खिलाफ लोगों में आक्रोश है। मैं रिटायर नहीं होने जा रहा हूं लेकिन मैं चुनाव नहीं लड़ूंगा। यह मेरा आखिरी चुनाव है।

जेडीएस के साथ गठबंधन पर शिवकुमार का जवाब

कर्नाटक कांग्रेस प्रमुख डी.के. शिवकुमार ने बीजेपी पर तंज कसते हुए कहा, पिछली बार मोदी जी ने सभी मतदाताओं से कहा था कि वोट डालने से पहले आप अपना गैस सिलेंडर देखें, नमस्कार करें और फिर जाएं। इस बार मैं भी कहूंगा कि हमारे प्रधानमंत्री के अनुरोध और सलाह के अनुसार गैस सिलेंडर की कीमत देखकर ही वोट करें।जेडीएस के साथ चुनाव के बाद गठबंधन की संभावनाओं के बारे में पूछे जाने पर कर्नाटक कांग्रेस के अध्यक्ष डीके शिवकुमार ने कहा कि इसकी कोई संभावना नहीं है, हम अपने दम पर सरकार बनाएंगे।

ईश्वरप्पा का पूर्ण बहुमत का दावा

वहीं, कर्नाटक बीजेपी के वरिष्ठ नेता केएस ईश्वरप्पा ने कहा कि राज्य भर के लोग कर्नाटक में भाजपा का समर्थन करने के लिए तैयार हैं। हम लगभग 140 सीटें जीतेंगे और पूर्ण बहुमत प्राप्त करेंगे। कांग्रेस और जद (एस) ने मुस्लिम तुष्टिकरण का प्रयास किया है, लेकिन राष्ट्रवादी मुसलमान हमारे साथ हैं।

ईडी ने अदार पूनावाला के चाचा जावरेह सोली पूनावाला की 41.64 करोड़ रुपये की अचल संपत्ति की जब्त

ईडी ने अदार पूनावाला के चाचा जावरेह सोली पूनावाला की 41.64 करोड़ रुपये की अचल संपत्ति जब्त कर ली है। जावरेह अदार पूनावाला के पिता साइरस पूनावाला के भाई हैं। साइरस पूनावाला ही सीरम इंस्टिट्यूट के चेयरमैन और मैनेजिंग डायरेक्टर हैं। बता दें कि जावरेह पूनावाला का सीरम इंस्टिट्यूट से कोई लेना देना नहीं है। 

जानकारी के मुताबिक जावरेह का नाम पनामा पेपर्स में भी आया था। फॉरेन एक्चेंज में पाई गई गड़बड़ियों के चलते उनपर यह कार्रवाई की गई है। ईडी ने बयान जारी करके बताया, विदेशी मुद्रा नियमों के उल्लंघन मामले में FEMA के तहत जावरेह सोली पूनावाल और उनके परिवार के तीन कार्यालय कुर्क किए गए हैं जो कि वरली मुंबई में स्थित थे। 

ईडी ने आगे बताया, जांच में पता चला कि जावरेह सोली पूनावाला और उनका परिवार एलआरएस स्कीम का गलत इस्तेमाल करके विदेश पैसे भिजवाता था। उनके परिवार ने 2011-12 के बीच ही अधिकतम अनुमति वाली रकम का इस्तेमाल कर लिया था। इसके बाद उन्होंने गलत जानकारी देकर विदेश में पैसा भिजवाया। हालांकि उनके परिवार का कोई सदस्य विदेश में नहीं रह रहा था ना ही किसी के पास एनआरआई का स्टेटस है।

बता दें कि पनामा पेपर अप्रैल 2016 में सामने आया था जिसमें 1.1 करोड़ दस्तावेज थे जो कि वित्तीय नियमों के उल्लंघन से जुड़े थे। यह डेटा लीक जर्मन न्यूजपेपर को मिला था। इसमें बहुत सारी बड़ी हस्तियों के नाम थे। भारत के भी कई लोगों के नाम इस पेपर में थे। जावरेह के परिवार ने यूके में चार संपत्तियां खरीदी हैं। ये चारों ही पैडिंगटन और लंदन में अपार्टमेंट हैं। एजेंसी को पता चला है कि फंड ट्रांसफर पर नियम और कानून को ताक पर रखा गया। एजेंसी ने यह भी कहा कि विदेश में खरीदी गई संपत्ति की जानकारी आरबीआई को नहीं दी गई है। वे अब तक इन संपत्तियों के मालिक हैं। लिबरलाइज रेमिटेंस स्कीम के तहत यह सारा धन विदेश भेजा गया था। लेकिन इसकी एक सीमा होती है जिसका ध्यान नहीं रखा गया।

इमरान खान की गिरफ्तारी के बाद पाक में हालात तनावपूर्ण, धारा 144 लागू, इंटरनेट बंद, सेना ने बुलाई हाई लेवल बैठक

#imran_khan_arrested_pti_supporters_protest

इमरान खान की गिरफ्तारी के बाद पूरा पाकिस्तान जल उठा है। कराची से लेकर इस्लामाबाद तक प्रदर्शन हो रहे हैं। गिरफ्तारी के विरोध में सड़क पर उतरे पीटीआई समर्थकों ने प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ के घर में भी आग लगा दी है। सेना के बड़े अधिकारी के घर में तोड़फोड़ कर उसको लूट लिया है। पूरे देश में 144 लागू कर दी गई है। स्कूल-कॉलेज बंद करने के आदेश दे दिए गए हैं। परिक्षाएं रद्द कर दी गई हैं। मोबाइल इंटरनेट को संस्पेंड कर दिया गया है।इमरान खान की गिरफ्तारी के बाद देशभर में मचे बवाल के बीच आज शाम सेना के कोर कमांडरों की हाई लेवल बैठक बुलाई गई है। इस बैठक में कुछ बड़ा फैसला लिया जा सकता है।

“जल” रहा पाकिस्तान

प्रदर्शनकारियों ने पेशावर में एक रेडियो स्टेशन की इमारत को आग के हवाले कर दिया। वहीं, मियांवाली एयरबेस पर रखे डमी एयरक्रॉफ्ट को उपद्रवियों ने जला दिया है। प्रदर्शनकारियों ने लाहौर में सेना के कमांडरों के आवास और रावलपिंडी में सेना मुख्यालय के परिसर में प्रवेश किया है।प्रदर्शन इस्लामाबाद, रावलपिंडी, लाहौर, कराची, गुजरांवाला, फैसलाबाद, मुल्तान, पेशावर और मर्दन सहित देश भर के शहरों में हो रहे हैं। पीटीआई समर्थक इमरान खान को रिहा करो और शट डाउन पाकिस्तान के नारे लगा रहे हैं। लाहौर के लोग लिबर्टी से लाहौर कैंट की ओर बढ़ रहे हैं।

इमरान की गिरफ्तारी के विरोध में न्यूयॉर्क और लंदन में भी प्रदर्शन

इमरान खान की गिरफ्तारी के बाद पाकिस्तान के अलावा दुनिया के कई हिस्सों में उनके समर्थक सड़कों पर उतर आए हैं। इमरान के समर्थन में डला, टोरेंटो, शिकागो, न्यूयॉर्क, मैनचेस्टर और लंदन जैसे शहरों में भी विरोध प्रदर्शन देखने को मिले हैं।इमरान खान की गिरफ्तारी पर अमेरिका का बयान भी सामने आया है। अमेरिका ने पाकिस्तान में लोगों से लोकतांत्रिक सिद्धांतों और कानून के शासन का सम्मान करने का आह्वान किया है।

इमरान खान पर राजद्रोह राजद्रोह, आतंकवाद, और हिंसा भड़काने जैसे आरोप लगे हुए हैं। इमरान लाहौर से इस्लामाबाद कोर्ट में पेश होने आए थे। इमरान जब अदालत में बायोमेट्रिक प्रक्रिया कर रहे थे, तभी सेना के जवानों ने कोर्ट की खिड़की को तोड़ और वकीलों, सुरक्षा कर्मचारियों की पिटाई करने के बाद खान को गिरफ्तार कर लिया। पाकिस्तान के गृह मंत्री राणा सनाउल्लाह के अनुसार पूर्व प्रधानमंत्री को अल कादिर ट्रस्ट केस में गिरफ्तार किया गया है।

कर्नाटक में 224 सीटों के लिए मतदान जारी, सीएम बोम्मई ने भी डाला वोट, कहा- राज्य के विकास के लिए करें मतदान

#karnataka_election_2023_voting 

कर्नाटक में सभी 224 विधानसभा सीटों पर मतदान शुरू हो गया है।सुबह 7 बजे से शाम 6 बजे तक मतदान प्रक्रिया चलेगी। 13 मई को रिजल्ट आएगा। चुनावी मैदान में 2615 उम्मीदवार अपनी किस्मत आजमा रहे हैं। सत्तारूढ़ बीजेपी, कांग्रेस और जेडीएस के बीच कड़ा मुकाबला है। बीजेपी 38 साल का रिवाज तोड़कर सत्ता में वापसी करने को बेताब है, वहीं कांग्रेस भाजपा को बेदखल कर सत्ता पाना चाहती है।

कर्नाटक के विकास के लिए वोट करें-बोम्मई

कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने अपने चुनावी क्षेत्र शिग्गांव के हावेरी गायत्री देवी मंदिर में पूजा अर्चना की। बसवराज बोम्मई वोट डालने के लिए यहां एक मतदान केंद्र पर कतार में खड़े हुए।उन्होंने कहा कि जिस प्रकार से हमारी पार्टी, कार्यकर्ताओं और नेताओं ने कैंपेन की है उससे मैं बहुत खुश हूं। मैं कर्नाटक के लोगों से अपील करता हूं कि बढ़ चढ़कर कर्नाटक के विकास के लिए वोट करें।

निर्मला सीतारमण ने बताया किसे दिया वोट

केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बेंगलुरु के विजय नगर में मतदान केंद्र के बाहर मीडिया से भी बात की। उन्होंने कहा कि बेंगलुरु का इंफ्रास्ट्रक्चर आने वाले दिनों में और अच्छा हो। कर्नाटक में उद्योग को और बढ़ावा मिले। इसके लिए मैंने वोट डाला है। मैंने डबल इंजन सरकार के लिए वोट डाला है।

येदियुरप्पा का दावा- भाजपा जीतेगी 130-135 सीटें

कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री बी.एस. येदियुरप्पा ने वोट डालने के बाद कहा कि कर्नाटक के सभी लोगों से अनुरोध करता हूं कि वे जल्द से जल्द मतदान करें। मुझे यकीन है कि वे भाजपा को वोट देने वाले हैं। विजयेंद्र को 40 हजार से ज्यादा वोट मिलने वाले हैं और भाजपा पूर्ण बहुमत से जीतेगी। उन्होंने दावा किया कि चुनाव में भाजपा को 130-135 सीटें हासिल होंगी। 

वोट डालने से पहले मंदिर पहुंचे डीके शिवकुमार

कर्नाटक कांग्रेस अध्यक्ष और कनकपुरा से पार्टी के उम्मीदवार डीके शिवकुमार ने वोट डालने से पहले रामनगर के कनकपुरा में श्री केंकेरम्मा मंदिर पहुंचकर पूजा-अर्चना की। इस दौरान उनके भाई और पार्टी सांसद डीके सुरेश भी उनके साथ थे।

नारायण मूर्ति ने बताय क्यों जरूरी है मतदान

इंफोसिस के संस्थापक नारायण मूर्ति और उनकी पत्नी ने कर्नाटक विधानसभा चुनाव के लिए मतदान किया। नारायण मूर्ति ने कहा कि ‘बड़ों की जिम्मेदारी है कि वे युवाओं के साथ बैठें और उन्हें सलाह दें कि मतदान क्यों जरूरी है। यही मेरे माता-पिता ने किया। सुधा मूर्ति कहती हैं, मैं हमेशा उन्हें (युवाओं को) आने और मतदान करने के लिए कहती हूं और फिर आपके पास बात करने की शक्ति है, मतदान के बिना आपके पास बात करने की कोई शक्ति नहीं है।

उत्तराखंड के जोशीमठ के बाद अब नैनीताल जिले के टिफिन टॉप में पड़ी दरारें, पर्यटकों और स्थानीय लोगों के लिए बंद की गई आवाजाही, लोगों में बढ़ी चिंत

उत्तराखंड के शहरों में दरारें पड़ने का सिलसिला कम होने का नाम नहीं ले रहा है। चमोली जिले के जोशीमठ के बाद अब नैनीताल जिले में दरारें पड़ गईं हैं। दरारें पड़ने के बाद लोगाें की चिंता भी बढ़ गई है। नैनीताल के टिफिन टॉप में दरारें पड़ने के बाद जिला प्रशासन की टीम ने दौरा किया। दिल्ली-एनसीआर, यूपी सहित देश के अन्य राज्यों के पर्यटकों और स्थानीय लोगों के लिए टिफिन टॉप पर आवाजाही बंद कर दी गई है।

व्यू प्वाइंट पर भूस्खलन के खतरे को देखते हुए डीएम ने यह निर्णय लिया है। इससे पहले भूस्खलन के खतरे के कारण बैंड स्टैंड भी पर्यटकों के लिए बंद किया जा चुका है। नैनीताल चारों ओर से भूस्खलन के खतरे से जूझ रहा है। इस कड़ी में नया नाम टिफिन टॉप का जुड़ गया है।

डीएम धीराज गब्र्याल ने टिफिन टॉप का निरीक्षण किया। पूर्व में गठित सर्वे समिति की रिपोर्ट के अनुसार यहां के व्यू प्वाइंट के आसपास दरारें आ रही हैं। जांच में पता चला है कि उत्तरी और दक्षिणी छोर पर पड़ी दरारें कार्बोनेट चट्टानों के खिसकने के कारण पैदा हुई हैं। सर्वे टीम ने आकलन के बाद सुझाव दिया कि जब तक स्थाई रूप से भू-तकनीकी सर्वेक्षण नहीं हो जाता तब तक यहां आवाजाही को बंद रखा जाए।

डीएम गब्र्याल ने समिति की सर्वे आख्या के आधार पर पर्यटकों और स्थानीय को व्यू प्वांइट आवागमन को प्रतिबंधित कर दिया है। उन्होंने यहां चेतावनी, कॉशनबोर्ड के साथ प्रवेश स्थल के आसपास तारबाड़, बैरिकेडिंग लगाने के निर्देश दिए। डीएम के निरीक्षण के दौरान विभिन्न विभागों के अधिकारी भी शामिल रहे।

दो साल से नहीं बना ट्रीटमेंट प्लान 

टिफिन टॉप की पहाड़ी पर तीन साल से लगातार भूस्खलन हो रहा है। पूर्व में गठित सर्वे टीम ने यहां भूमिगत दरारें बढ़ने की पुष्टि की थी। पहाड़ी से पीछे हो रहे भूस्खलन को भी चिंताजनक बताया था। दो सालों से इस रिपोर्ट के आधार पर कोई ट्रीटमेंट प्लान नहीं बन पाया। हालांकि ट्रीटमेंट का प्लान आसान नहीं होगा। यह एक खड़ी पहाड़ी है। ऐसे में व्यू प्वाइंट का स्थान बदला जा सकता है।

अंग्रेज अधिकारी ने पत्नी की याद में बनाया था 

टिफिन टॉप को डोरोथी की सीट भी कहा जाता है। डोरोथी केलेट एक ब्रिटिश सेना अधिकारी कर्नल जेपी केलेट की पत्नी थीं। कर्नल केलेट ने इस पत्थर की बेंच को अपनी पत्नी की याद में बनवाया था। जो एक विमान दुर्घटना में मारी गई थीं। पहाड़ी की चोटी पर यह सीट पति का अपनी पत्नी के प्रति प्रेम दिखाता है। समुद्र तल से 2290 मीटर की ऊंचाई पर स्थित इस पहाड़ी से शानदार नजारा दिखता है। पिकनिक के लिए पसंद किए जाने के कारण यह स्थल टिफिन टॉप नाम से प्रचलित हो गया। 

तीसरे पर्यटक स्थल पर आवाजाही बंद 

नैनीताल में भूस्खलन के खतरे के कारण एक साल के भीतर तीसरा पर्यटक स्थल बंद करना पड़ा है। इससे पहले मल्लीताल के बैंड स्टैंड और ठंडी सड़क पर लोगों की आवाजाही बंद की जा चुकी है। टिफिन टॉप के बंद होने से एक हजार से अधिक लोगों का रोजगार सीधे तौर पर प्रभावित होगा।

नैनीताल का टिफिन टॉप पर्यटकों के लिए सबसे अधिक आकर्षण वाले स्थानों में से एक है। हर वर्ष यहां हजारों पर्यटक पहुंचते हैं और ऊंचाई से नैनीताल और हिमालयी क्षेत्र का दर्शन करना चाहते हैं। टिफिन टॉप पर आवाजाही बंद होने से जहां एक तरफ पर्यटक इसे देखने से महरूम होंगे वहीं इससे जुड़े एक हजार से अधिक कारोबारी सीधे तौर पर प्रभावित होंगे।

दरअसल टिफिन टॉप तक जाने के लिए पर्यटक घोड़े का इस्तेमाल करते हैं। सौ से अधिक पंजीकृत घोड़ा संचालक यहां काम करते हैं। इसके अलावा अपंजीकृत लोगों की रोजी भी यहां आने वाले पर्यटकों से चलती है। छोटे दुकानदारों और टैक्सी संचालकों के लिए भी टिफिन टॉप रोजगार का जरिया है। 

घोड़ा संचालक मो. फैजान के अनुसार टिफिन टॉप के बंद होने की खबर उनके लिए चिंताजनक है। पर्यटकों की प्राथमिकता व्यू प्वाइंट तक जाने की रहती है। वहां आवाजाही बंद होने से उनके काम पर असर पड़ेगा। टिफिन टॉप से नैनीताल का 360 डिग्री व्यू मिलता है।

पंजाब में लड़की ने पूछा सवाल तो शिरोमणि अकाली दल के नेता ने की हाथापाई, वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल, नाराज ग्रामीणों ने किया प्रदर्शन

पंजाब में शिरमोणि अकाली दल नेता के एक नेता का लड़की के साथ हाथापाई का मुद्दा चर्चा में है। खबर है कि पूर्व मंत्री विक्रम सिंह मजीठिया की रैली में सवाल पूछने पर एक स्थानीय नेता ने लड़की की गर्दन पकड़ ली। इस घटना का वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हुआ है। मामले पर ग्रामीण भी खासे नाराज नजर आ रहे हैं। उन्होंने धरना प्रदर्शन किया।

एक मीडिया रिपोर्ट में सूत्रों के हवाले से बताया गया है कि लड़की ने मजीठिया से लैंड सीलिंग एक्ट को लेकर सवाल किया था। साथ ही बगैर जमीनों वाले दलितों, मजदूरों और गरीबों के बीच जमीन बांटने की बात कही थी। रिपोर्ट के अनुसार, सवाल पूछने के दौरान ही एक स्थानीय नेता ने लड़की का गला पकड़ लिया। जब इसका विरोध हुआ, तो वह गायब हो गया।

घटना के वक्त शिअद नेता करतारपुर विधानसभा क्षेत्र के दयालपुर गांव में रैली में शामिल हुए थे। खबर है कि हमले से नाराज ग्रामीणों ने धरना दिया और मजीठिया और बहुजन समाज पार्टी नेता बलविंदर को घेर लिया। वहीं, घायल लड़की को तत्काल करतारपुर के सरकारी अस्पताल में भेजा गया, जहां से इलाज के बाद उसे छुट्टी मिल गई थी।

असम के गुवाहाटी में डॉक्टर दंपति ने तीन साल की दो मासूम बच्चियों को बनाया बंधक, निजी अंगों को सिगरेट से जलाया, गिरफ्तार, सीएम बोले, सख्त कार्रवा

असम के गुवाहाटी में एक डॉक्टर दंपति को 3 साल की दो मासूम बच्चियों को बंधक बनाने और कई महीनों तक जुल्म करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। इन दोनों ने कई महीनों तक इन्हें बंदी बनाकर रखा और प्राइवेट अंगों को सिगरेट से जलाया। जुड़वां बहनों के शरीर में चोट के कई निशान मिले हैं। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि मेडिकल जांच में पता लगा है कि एक बच्ची के निजी अंगों को कई बार सिगरेट से दागा गया। 

पुलिस अधिकारियों के मुताबिक, आरोपी सर्जन डॉक्टर वलीउल इस्लाम है। उसकी पत्नी और मनोचिकित्सक डॉक्टर संगीता दत्ता है। घरेलू सहायिका समेत तीनों को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। गुवाहाटी के पुलिस आयुक्त (सीपी) दिगंता बारह ने कहा, “नाबालिगों को डॉक्टर दंपति के आवास रोमा एन्क्लेव की चौथी मंजिल पर बंदी बनाकर रखा गया था। एक बच्ची के प्राइवेट पार्ट्स पर चोट और जलने के कई निशान थे और शरीर के कई हिस्सों पर चोट के निशान मिले हैं। मेडिकल जांच के दौरान यह भी पाया गया कि प्राइवेट पार्ट को सिगरेट से जलाया गया था।'

उन्होंने कहा, “उनकी नौकरानी लक्ष्मी नाथ सहित तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है। उन्हें रविवार को गुवाहाटी में मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट की अदालत में पेश किया गया, जिसके बाद अदालत ने दंपति को पांच दिन की पुलिस हिरासत और नौकरानी लक्ष्मी नाथ को सात दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया। दंपती पर यौन अपराधों से बच्चों के संरक्षण (पॉक्सो) अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया है।" पुलिस ने कहा, “बच्चियों पर किए जा रहे जुल्म के पीछे मुख्य इरादा अभी पता नहीं चल पाया है। हम सच्चाई का पता लगाने के लिए अपनी जांच जारी रखे हुए हैं।"

सीएम हिमंता बोले- सख्त कार्रवाई होगी

बराह ने आगे कहा कि मामले की जांच चल रही है और असम के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) और मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा व्यक्तिगत रूप से मामले की निगरानी कर रहे हैं। उधर, पुलिस जुड़वा बच्चियों के माता-पिता की तलाश कर रही है कि वे दंपति के घर में कैसे फंस गए।

दंपती पर और भी कई आरोप

उधर, बाल अधिकार कार्यकर्ता मिगुएल दास ने कहा कि उन्हें शक था कि आरोपी दंपती के घर में कुछ गड़बड़ है। मार्च में, कुछ मुखबिरों ने दास को बताया कि आरोपी ने चिलचिलाती गर्मी में एक बच्चे को छत पर एक खंभे से बांध कर रखा हुआ था।

ओडिशा के सीएम नवीन पटनायक से मुलाकात के बाद अब 11 मई को शरद पवार और उद्धव ठाकरे से मिलेंगे नीतीश कुमार, पढ़िए, पूरा प्लान

बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मंगलवार को भुवनेश्वर में ओडिशे के सीएम नवीन पटनायक से मुलाकात की। नीतीश कुमार की लोकसभा चुनाव 2024 में बीजेपी के खिलाफ विपक्षी एकजुटता की मुहिम में यह अहम कदम माना जा रहा है। दोनों नेताओं के बीच बहुत देर तक मोर्चेबंदी को लेकर बात हुई है। इसके बाद नीतीश कुमार मुंबई जाएंगे। 11 मई को वह एनसीपी चीफ शरद पवार और शिवसेना यूबीटी के अध्यक्ष उद्धव ठाकरे से मुलाकात करेंगे। इससे पहले भी नीतीश कांग्रेस, AAP, सपा, टीएमसी, वाम दल समेत अन्य नेताओं से मुलाकात कर सकते हैं।

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार मंगलवार को विशेष विमान के जरिए ओडिशा के भुवनेश्वर पहुंचे। भुवनेश्वर में उन्होंने बीजेपी प्रमुख और ओडिशा के सीएम नवीन पटनायक से उनके आवास पर मुलाकात की। इस दौरान जेडीयू अध्यक्ष ललन सिंह और नीतीश सरकार में मंत्री संजय झा भी मौजूद रहे। शाम को सभी पटना लौट जाएंगे। बताया जा रहा है कि नीतीश और नवीन के बीच 2024 में विपक्षी मोर्चेबंदी को लेकर बात हुई है। हालांकि, नवीन पटनायक विपक्षी एकजुटता की मुहिम में नीतीश का साथ देंगे या नहीं, यह अभी स्पष्ट नहीं हो पाया है। 

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार 11 मई को मुंबई जाएंगे। वहां उनकी मुलाकात एनसीपी चीफ शरद पवार और शिवसेना यूबीटी के अध्यक्ष उद्धव ठाकरे से होगी। इन दोनों नेताओं से भी नीतीश की विपक्षी मोर्चेबंदी को लेकर बात होने के पूरे आसार हैं। पिछले दिनों जेडीयू के वरिष्ठ नेता देवेश चंद्र ठाकुर नीतीश का संदेश लेकर महाराष्ट्र गए थे। देवेश ने शरद और उद्धव से मुलाकात की थी। सूत्रों के मुताबिक दोनों नेताओं ने नीतीश की विपक्षी एकजुटता की पहल की ओर सकारात्मक रुख दिखाया। इसके बाद अब नीतीश के खुद मुंबई जाकर उनसे बात करने की योजना है।