पहली बार सपा ने किसी गैर मुस्लिम को टिकट दिया
नितेश श्रीवास्तव
भदोही। वर्ष 1992 में समाजवादी पार्टी के गठन के बाद से यह पहला मौका है जब सपा ने नगर पालिका अध्यक्ष पद के लिए किसी गैर मुसलमान को टिकट दिया है। पूर्व में हुए 1995, 1998, 2001, 2006, 2012, 2017 में सपा ने मुसलिम प्रत्याशी उतारे हैं। जिसमें 1998 और 2006 में पार्टी को सफलता भी मिली थी। वर्ष 2012 में महलका सिद्दीकी ने चुनाव जीता जरूर लेकिन तब सपा ने किसी को सिबंल नहीं दिया था।
वर्ष 2017 के नगर पालिका चुनाव के बाद हुए नए परिसिमन से भदोही नगर पालिका परिषद का पारिदृश्य बदल गया। पहले जहां नगर की आबादी में मुस्लिम 60 प्रतिशत हुआ करते थे। वहीं परिसीमन के बाद मुस्लिमों की आबादी 40 प्रतिशत रह गई। ज्ञात हो कि पहले नगर पालिका की आबादी में जब मुस्लिमों की अधिक थी तब सपा मुसलिमों को ही अपना प्रत्याशी बनाती थी। वर्ष 1995 में सईद अहमद अंसारी, वर्ष 1998 में मास्टर फखरुद्दीन अंसारी, वर्ष 2001 में फरहत सुल्ताना, 2006 में आरिफ सिद्दीकी और वर्ष 2017 में हसनैन अंसारी ने पार्टी के सिंबल पर चुनाव लड़ा। वर्ष 2012 के चुनाव में किसी पार्टी ने सिंबल पर चुनाव नहीं लड़ा था।वर्ष 2017 के चुनाव में 76212 मतदाता थे।
इसी दौरान हुए नए परिसीमन के बाद पालिका में वार्ड संख्या 25 से बढ़ कर 28 हो गई तथा 42 हजार मतदाता 118468 हो गई। जानकारों का मानना है कि नए परिसीमन में जो नए गांव शहर में शामिल किए गए, उसमें सबसे अधिक यादव मतदाता बढ़ गए। नगर की मुस्लिम आबादी भी घट गई। यही कारण है कि इस बार जब टिकट देने की बात आई तो कई यादव प्रत्याशियों ने भी पार्टी दफ्तर में टिकट के लिए लाइन लगा लिया। हालांकि पार्टी ने पहले मुस्लिम प्रत्याशी तरमन्नुम आरा को ही टिकट दिया था। जिसे किन्हीं कारणों से काट कर अंत में पार्टी नेता पन्ना लाल यादव की पत्नी कांती देवी को दे दिया।


 
						




 
 






Apr 26 2023, 13:27
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