सरायकेला :जिले के कपाली ओपी क्षेत्र में चोरों का तांडव बढ़ा,एक ही रात चोरों ने दो- दो प्रतिष्ठानों में किया हाथ साफ।

सरायकेला:- घटना रविबार रात चोरों ने जहां शंकर स्टोर के एस्बेस्टस काटकर करीब दस से बीस हजार रुपए के समान उड़ा लिए वहीं दूसरी घटना पुराना टीओपी के समीप स्थित अशर्फी मेडिकल स्टोर की बाते है। जहां रात चोरों ने दबिश दी और शटर तोड़कर इन्वर्टर समेत नगदी उड़ा लिए हैं ।  

मेडिकल के संचालक ने बताया कि बीती रात मेडिकल बंद करके घर गया जब सुबह मेडिकल खोलने के लिए आया तो देखा शटर का ताला टूटा हुआ है । जब अंदर जाकर जांच किया तो पता चला दुकान में लगे इन्वर्टर । तीन सीसीटीवी कैमरा और गल्ले में रखे दो हजार चुरा लिए । वैसे पूरी घटना सीसीटीवी में कैद हो गयी है। फिलहाल पुलिस मामले की जांच में जुट गई है ।

सरायकेला: उपायुक्त एवं पुलिस अधीक्षक की संयुक्त अध्यक्षता मे जिला स्तरीय माइनिंग टास्क फाॅर्स की बैठक हुई सम्पन्न


सरायकेला :- समाहरणालय सभागार मे जिला दण्डधिकारी सह उपायुक्त श्री अरवा राजकमल एवं पुलिस अधीक्षक श्री आनंद प्रकाश की संयुक्त अध्यक्षता में जिला स्तरीय माइनिंग टास्क फाॅर्स से संबंधित बैठक का आयोजन किया गया। 

बैठक के दौरान उपायुक्त के साथ अपर उपायुक्त श्री सुबोध कुमार,जिला खनन पदाधिकारी श्री सन्नी कुमार, क्षेत्रीय प्रदूषण नियंत्रण पदाधिकारी एवं संबंधित अधिकारीगण उपस्थित रहे। बैठक में उपायुक्त ने पूर्व के बैठक में दिए गए दिशा-निर्देशों का समीक्षा कर अवैध खनन, उठाव एवं परिवाहन मे संलिप्त लोगो पर नियम संगठन सुसंगत धाराओं के तहत करवाई सुनिश्चित करने के निदेश दिए। 

इस दौरान उपायुक्त नें जिले में संचालित स्टॉक यार्ड के बारे में जानकारी लेते हुए लीगल बालू घाटों के आक्शन प्रक्रिया में तेजी लाने के निदेश जिला खनन पदाधिकारी को दिया। इस दौरान जिला खनन पदाधिकारी नें बताया की जिले में कुल 9 लीगल बालू घाट आक्शन प्रक्रिया में है जो आगामी निविदा समिति के बैठक के उपरांत अग्रतर कार्यवाही की जाएगी।

बैठक के दौरान जिला खनन पदाधिकारी श्री सन्नी कुमार ने जानकारी देते हुए बताया की वित्तीय वर्ष माह 2022-2023 में अवैध बालू उठाव एवं परिचलन के खिलाफ कुल 52 FIR दर्ज किए गए है जिनमे कुल वाहनो की संख्या 56 ट्रेक्टर, 39 हाइवा, 01 डम्फर, 7 (407) तथा 17 भंडारण स्थल 3 ईट भट्ठा पर पर करवाई की गई है। उन्होंने बताया की वित्तीय वर्ष में 20.39 लाख जुर्माना के रूप में वसूली की गईं है।

समीक्षा बैठक के दौरान अवैध खनन के विरुद्ध नियमित औचक निरीक्षण अभियान चलाने हेतु उपायुक्त ने अनुमंडल पदाधिकारी को चार पुलिस बल प्रदान करने के निदेश दिए वही चावलिबासा में चेक पोस्ट स्थापित कर नियमित जांच अभियान चलाने के निदेश दिए। 

उपायुक्त ने कहा कि अवैध बालू एवं पत्थर उठाव संबंधित प्राप्त सूचनाओं पर त्वरित कार्रवाई सुनिश्चित करते हुए संलिप्त व्यक्तियों पर नियम संगत कार्रवाई सुनिश्चित करें। इस क्रम में दलमा में पत्थर उठाव से संबंधित प्राप्त शिकायत पर किए गए करवाई के बारे में जानकारी प्राप्त कर जिला खनन पदाधिकारी को स्वयं उक्त मामले में निरीक्षण कर संलिप्त व्यक्तियों पर नियम संगत कानूनी कार्रवाई सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।

सरायकेला:एस आर रूंगटा ग्रुप के संस्थापक स्वर्गीय सीताराम रूंगटा की 29 वीं पुण्यतिथि रूंगटा हाउस चाईबासा में मनाई गई।

चाईबासा:- एस आर रूंगटा ग्रुप के संस्थापक स्वर्गीय सीताराम रूंगटा की 29 वीं पुण्यतिथि रूंगटा हाउस चाईबासा में मनाई गई, इस अवसर पर एस आर रूंगटा ग्रुप के कर्मचारियों के द्वारा स्वर्गीय सीताराम जी रूंगटा की तस्वीर पर पुष्प अर्पित कर उन्हें श्रद्धा सुमन अर्पित किए गए, तथा 2 मिनट का मौन धारण कर श्रद्धांजलि दी गई इसके बाद रूंगटा चौक चाईबासा में मारवाड़ी सम्मेलन द्वारा जरूरतमंद लोगों के बीच ग्रिस्म राहत सामग्री और खाने-पीने के सामानों का वितरण किया गया।

बताते चलें कि सीताराम रुंगटा का जन्म दिसंबर 1920 को तथा निधन 17 अप्रैल 1994 को हुआ था. उनके पिता स्व मांगी लाल रुंगटा भी जानेमाने उद्योगपति सह समाजसेवी थे, जिन्होंने अपने व्यवसाय को काफी आगे बढ़ाया।

सीताराम रुंगटा की शिक्षा-दीक्षा कलकत्ता (कोलकाता) में हुई. उन्होंने 1940 में आईएससी की परीक्षा कलकत्ता विश्वविद्यालय से उत्तीर्ण की. उसके बाद विद्यासागर कॉमर्स कॉलेज कलकत्ता से बीकॉम की डिग्री हासिल की. शिक्षा ग्रहण करने के बाद अपने पिता के व्यवसाय को संभाला।

रुंगटा ग्रुप का व्यवसायक माइनिंग ऑफ आयरन ओर, मैगनिज ओर, क्रोमाइट, कायनाइट, ग्रेफाइट, लाइम स्टोन, डोलोमाइट और चीनी मिट्टी का है. सीताराम रुंगटा इलेक्ट्रो केमिकल्स ओड़िशा लिमिटेड में प्रबंध निदेशक (एमडी) के पद पर थे। 

उन्होंने अपने कार्यों का निर्वहन बहुत ही शालीन तरीके से किया. इसके अलावा इस्टर्न जोन माइनिंग एसोसिएशन के प्रेसिडेंट पद पर भी रहते हुए एसोसिएशन को नयी दिशा दी. बिहार चैंबर ऑफ कॉमर्स पटना, बिहार इंडस्ट्रीयल एसोसिएशन पटना, वनस्पति माइंस ऑनर एसोसिएशन ओड़िशा, फेडरेशन ऑफ इंडियन मिनिरल्स इंडस्ट्रीज नयी दिल्ली के अलावा सिंहभूम चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज के सदस्य रह चुके थे।

केंद्र सरकार की ओर से भी कॉमर्स मंत्रालय, स्टील एंड माइंस, रेलवे मंत्रालय और श्रम मंत्रालय में भी महत्वपूर्ण पद पर कार्य किये.इसके अलावा ओड़िशा तथा बिहार सरकार में भी योगदान दिया।

छोटानागपुर प्लानिंग एंड डेवलपमेंट बोर्ड रांची, छोटानागपुर क्षेत्रीय ट्रांसपोर्ट अथॉरिटी रांची के सदस्य रह चुके थे. रेड क्रॉस सोसाइटी सिंहभूम तथा जिला नेशनल रक्षा कमेटी के उपाध्यक्ष के पद पर कार्य कर चुके थे. इसके अलावा ऐसी सैकड़ों कमेटियां हैं, जिसके सदस्य रह चुके थे. इतने सामाजिक संगठनों से जुड़े होने का लाभ उन्हें बाद में मिला।

सीताराम रुंगटा ने 1946 से लेकर 1950 तक चाईबासा नगरपालिका के उपाध्यक्ष पद पर कुशलतापूर्वक कार्य किये. इसके बाद 1951 से लेकर 1989 तक चाईबासा नगरपालिका के चेयरमैन पद पर बने रहे. उनके कार्यकाल में नगरपालिका के कार्यों का विकास हुआ।

चाईबासा नगरपालिका के अधीन जो भी विकास कार्य हुए, वे एक सुसज्जित तरीके से कराये गये थे. 38 साल तक नगरपालिका का विकास कार्य हुआ, जो अब भी दिखता है. इतना ही नहीं वे सामाजिक कार्यों में भी हिस्सा लेते थे. अपनी जिम्मेवारियों को बखूबी निभाते थे.मांगीलाल रुंगटा के नाम से स्कूल है, जहां हजारों छात्र शिक्षा ग्रहण करते हैं. शंभु मंदिर चाईबासा, राजस्थान सेवा समिति, पिल्लई टाउन हॉल, करणी मंदिर, सूरजमल जैन चैरिटेबल, स्वामी स्वरूपानंद देश सेवा धर्म संस्थान कलकत्ता के ट्रस्टी थे।

मारवाड़ी हिंदी विद्यालय चाईबासा, टाऊन क्लब चाईबासा तथा शंभु मंदिर के मानद सचिव थे. छोटानागपुर एजुकेशन काउंसिल, ऑल इंडिया मारवाड़ी फेडरेशन, बिहार बैडमिंटन एसोसिएशन, रांची विश्वविद्यालय सीनेट, माइनिंग अभियंता एसोसिएशन ऑफ इंडिया के आजीवन सदस्य थे. रोटरी इंटरनेशनल द्वारा पॉल हैरिस फैलो तथा सिल्वर एलीफेंट अवार्ड मिला था. स्व सीताराम जी रुंगटा के दो सुपुत्र नंदलाल रुंगटा व मुकुंद रुंगटा हैं, जो अपने दादा स्व मांगीलाल रुंगटा व पिता के कार्यों को बहुत ही कुशलतापूर्वक आगे बढ़ा रहे हैं।

न्यूज अपडेट: सरायकेला। जंगली हाथी के उत्पात से परेशान ग्रामीण उतरे सड़क पर, किया जाम, वन विभाग प्रति लोगो में फूटे आक्रोश


सरायकेला :चांडिल वन क्षेत्र में हाथियों के उत्पात से परेशान लोगों ने वन पदाधिकारी को इसकी सूचना दी लेकिन इसके बावजूद कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया। 

 इस बीच अभी विभिन्न राज्यों से हाथियों का झुंड इस भीषण गर्मी में पानी एंव भोजन की तलाश में मानीकुई की जंगल में डेरा डाले हुए है। शाम होते हीं हाथियों का झुंड गांव में प्रवेश कर जाता है, साथ ही घर को और घर में रखे अनाज को निवाला बना लेता है।जिससे ग्रामीण काफी परेशान और आक्रोशित है।

जिसको लेकर आज आक्रोशित ग्रामीणों ने आज चांडिल में सड़क जाम कर दिया है।इस संदर्भ में ग्रामीणों का कहना है कि आज वैन विभाग का कोई सहयोग नही मिल पाने और लापरवाही जे वजह से लोग भयभीत हैं। कई लोगों की जान भी गयी है। 

दुर्भाग्य तो यह है कि वन विभाग के पासएलीफेंट ड्राईव टीम रहते हुए उसका उपयोग नही किया जाता है जिससे लोगों को स्वयं हाथी को भगाना होता है।और जान गवानी पड़ती है।

आज सोमवार की सुबह भी चांडिल थाना क्षेत्र अंतर्गत मानीकूई के पास तारकुआं गांव में जंगली हाथी द्वारा एक घर को छतिग्रस्त कर दिया गया जिससे आक्रोशित ग्रामीणों ने घंटों सड़क जाम रखा। दरअसल तारकुंआ गांव निवासी बिनोती सिंह सरदार नामक महिला के घर और बाउंड्रीवाल को जंगली हाथी द्वारा क्षतिग्रस्त कर दिया गया। इस घटना से आक्रोशित ग्रामीणों ने वन विभाग पर अनदेखी का आरोप लगाते हुए मुआवजा की मांग को लेकर चांडिल- कांड्रा मार्ग सुबह 8:00 बजे से जाम कर दिया। जिससे सड़क पर यातायात प्रभावित रहा। 

घटना की जानकारी चांडिल पुलिस को मिलने पर मौके पर पहुंची पुलिस द्वारा आक्रोशित ग्रामीण महिलाओं को समझा-बुझाकर सड़क जाम हटाते हुए आवागमन शुरू कराया। आक्रोशित तारकुआं गांव के ग्रामीणों ने बताया कि झुंड से बिछड़े जंगली हाथी ने बीते एक सप्ताह से मानीकूई के आसपास के क्षेत्रों में अपना डेरा जमाया हुआ है। वन विभाग द्वारा हाथी को भगाने को लेकर कोई ठोस उपाय नहीं किया गया ।जिसके चलते हाथी द्वारा घरों को नुकसान पहुंचा रहा है। आक्रोशित महिलाओं ने वन विभाग से कार्रवाई के साथ मुआवजे की भी मांग की है। इधर मौके पर मौजूद प्रखंड प्रमुख अमला मुर्मू ने बताया कि अक्सर हाथियों द्वारा उत्पात मचाया जाता रहा है। 

 लेकिन वन विभाग के ढुलमुल रवैया के चलते हाथियों का झुंड बार-बार यहां पहुंचता है. जिससे ग्रामीण दहशत में जीने को विवश हैं। केंद्र सरकार एंब राज्य सरकार द्वारा वन एब पर्यावरण विभाग को करोड़ों रुपया मुहैया कराया जाता है। जंगल एब जंगली जीवजंतु की संरक्षण के लिए और विभाग कुंभ कर्ण की नीद में सोए हुए है।

 ग्रामीणों जंगली हाथी की आतंक से भयभीत है ।ओर रात्रि पहरेदारी देते हुए ग्रामीण आपने ओर परिवार की सुरक्षा करते देखा गया ।आज ग्रामीणों को वन विभाग की प्रति काफी आक्रोशित रहे साथ ही ईश्वर की भरोसे जीने पर मजबूर है।

राष्ट्रीय लोक अदालत द्वारा चांडिल अनुमंडल क्षेत्र से ज्यादा से ज्यादा मामला को निपटाया गया,इस में प्रमुख न्यायाधीश थे उपस्थित

सरायकेला: चांडिल अनुमंडल न्यायालय परिसर में बिजय कुमार प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश सरायकेला खरसावां जिला के न्यायालय द्वारा निरीक्षण एवं राष्ट्रीय लोक अदालत में चांडिल अनुमंडल क्षेत्र से ज्यादा से ज्यादा मामला निपटाया गया।

 इसमे सचिन्द्र सिन्हा ADJ चांडिल, डॉ0रवि प्रकाश तिवारी ACJM, अमित आकाश सिन्हा ,चांडिल SDJM चांडिल अनुमंडल पदाधिकारी रंजीत लोहरा, चांडिल अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी संजय कुमार सिंह, एवं चांडिल अनुमंडल क्षेत्र के सभी प्रखंड विकास पदाधिकारी तथा थाना प्रभारी बैठक में उपस्थित थे। 

न्यायाधीश बिजय कुमार ने सभी पदाधिकारी को दिशा निर्देश जारी करते हुए राष्ट्रीय लोक अदालत में ज्यादा से ज्यादा मामला निपटाने के लिए सभी प्रयास करें।

ब्रेकिंग/ जंगली हाथियों से परेशान ग्रामीणों ने चांडिल में किया सड़क जाम


सरायकेला-खरसावां जिला चांडिल अनुमंडल क्षेत्र में जंगली हाथियों का आतंक थमने का नाम नहीं ले रहा है. आये दिन जंगली हाथियों का झुंड जान-माल की क्षति पहुंचा रही हैं. 

बीते रात को चांडिल के मानीकुई-तारकुआंग में जंगली हाथियों का झुंड जमकर उत्पात मचाया. हाथियों का झुंड ने उत्पात मचाते हुए ग्रामीणों के घर को तोड़कर पूरी तरह क्षतिग्रस्त कर दिया. 

हाथियों के आतंक को लेकर सोमवार की सुबह ग्रामीण आक्रोशित हो गए और वन विभाग के प्रति आक्रोश व्यक्त करते हुए चांडिल-कांड्रा मुख्य मार्ग को घंटो जाम कर दिया.

ब्रेकिंग/ जंगली हाथियों से परेशान ग्रामीणों ने चांडिल में किया सड़क जाम


सरायकेला-खरसावां जिला चांडिल अनुमंडल क्षेत्र में जंगली हाथियों का आतंक थमने का नाम नहीं ले रहा है. आये दिन जंगली हाथियों का झुंड जान-माल की क्षति पहुंचा रही हैं. 

बीते रात को चांडिल के मानीकुई-तारकुआंग में जंगली हाथियों का झुंड जमकर उत्पात मचाया. हाथियों का झुंड ने उत्पात मचाते हुए ग्रामीणों के घर को तोड़कर पूरी तरह क्षतिग्रस्त कर दिया. 

हाथियों के आतंक को लेकर सोमवार की सुबह ग्रामीण आक्रोशित हो गए और वन विभाग के प्रति आक्रोश व्यक्त करते हुए चांडिल-कांड्रा मुख्य मार्ग को घंटो जाम कर दिया.

झूठे आरोप में प्रखंड अध्यक्ष दुर्योधन गोप को पुलिस ने भेजा जेल, एकतरफा कार्रवाई कर रही पुलिस : आजसू


सरायकेला : विगत १३ अप्रैल गुरुवार रात को गिरफ्तार कर शुक्रवार को आजसू चांडिल प्रखंड अध्यक्ष दुर्योधन गोप को चांडिल पुलिस द्वारा जेल भेजे जाने पर आजसू के वरीय नेताओं ने आक्रोश व्यक्त किया है। आज चांडिल प्रखंड के चिलगु कार्यालय में प्रेस वार्ता कर जिलाध्यक्ष सचिन महतो ने पुलिस के कार्यशैली पर सवाल खड़े करते हुए नाराजगी व्यक्त किया। 

प्रेस वार्ता में आजसू केंद्रीय सचिव हरेलाल महतो, जिला उपाध्यक्ष दुर्गा चरण महतो आदि मौजूद थे। 

मीडिया को संबोधित करते हुए आजसू जिलाध्यक्ष सचिन महतो ने कहा कि एक झूठे एसटी/एसएसी मामले में पुलिस ने आजसू प्रखंड अध्यक्ष दुर्योधन गोप को जेल भेजने का काम किया है और यह काम सत्ता के इशारे पर किया गया है। पुलिस ने एकतरफा कार्रवाई करते हुए दुर्योधन गोप को गिरफ्तार कर जेल भेजा है। उन्होंने कहा कि चांडिल अनुमंडल क्षेत्र में अनेकों मामले में अबतक गिरफ्तारी नहीं हुई हैं, किसी तरह की कार्रवाई नहीं हुई। क्या इसका जबाव पुलिस दे सकती हैं कि आखिर क्यों कार्रवाई नहीं हुई हैं। 

सचिन महतो ने कहा कि 2020 में चांडिल थाना क्षेत्र के घोड़ानेगी में दो नाबालिग - डबल मर्डर हुआ तथा 2022 में चौका थाना क्षेत्र के मातकमडीह के सुबोध सिंह मुंडा की हत्या हुई, जो कि आजसू पार्टी का पंचायत अध्यक्ष था। वर्षों बाद भी इन दोनों ही मामलों में न ही किसी की गिरफ्तारी हुई हैं और न ही पुलिस ने कोई खुलासा किया है।

सचिन महतो ने कहा कि हाल ही में चांडिल थाना क्षेत्र के बिरिगोडा में सड़क जाम करने वाले दर्जनों लोगों के ऊपर पुलिस ने स्वयं 353 का नामजद एफआईआर दर्ज किया है, लेकिन उस मामले में भी किसी तरह की कार्रवाई नहीं हुई हैं। पुलिस ने स्वयं विडियोग्राफी किया और उन वीडियो फुटैज के आधार पर आरोपियों की पहचान की तथा स्वयं एफआईआर दर्ज किया है। इसके बावजूद किसी तरह की कार्रवाई नहीं करने का अर्थ है कि पुलिस केवल सत्ता के विरोधियों पर ही कार्रवाई कर रही हैं। 

उन्होंने कहा कि पुलिस अन्य मामलों को जांच करने का बहाना बनाकर मामले को रफा दफा कर रही हैं। लेकिन आजसू पार्टी के कार्यकर्ताओं को झूठे केस में गिरफ्तार कर जेल भेजने में काफी सक्रियता दिखा रही हैं। सचिन महतो ने कहा चांडिल एसडीपीओ संजय सिंह को बताना चाहिए कि प्रखंड अध्यक्ष दुर्योधन गोप के ऊपर जो एसटी एससी एक्ट का आरोप लगाया गया है, उसका पुलिस के पास क्या साक्ष्य है? क्या पुलिस ने जेल भेजने से पहले किसी भी तरह का साक्ष्य जुटाया है? 

अथवा एसडीपीओ को स्पष्ट रूप से सार्वजनिक कर देना चाहिए कि पुलिस ने सत्ता के दबाव में आकर यह कार्रवाई की है। 

सचिन महतो ने कहा कि सत्ता पक्ष द्वारा दो साल पहले आजसू केंद्रीय सचिव हरेलाल महतो को भी झूठे मुकदमे में जेल भेजने का काम किया था और अब प्रखंड अध्यक्ष दुर्योधन गोप को भी उसी तरह के एक झूठे मुकदमे में जेल भेज दिया। उन्होंने कहा कि झामुमो और विधायक सविता महतो यह सपना देखना छोड़ दें कि झूठे केस मुकदमे करवाने और जेल भेज देने से आजसू पार्टी डर जाएगी। आगामी विधानसभा चुनाव में ईचागढ़ विधानसभा में निश्चित तौर पर आजसू परचम लहराने का काम करेगी और हरेलाल महतो को जनता चुनकर विधानसभा भेजेगी। 

उन्होंने कहा कि आजसू का उपज ही आंदोलन से हुआ है, इसलिए आजसू के कार्यकर्ता केस, मुकदमे और जेल से घबराकर पीछे हटने वाली नहीं है। आजसू को कमजोर करने की हर साजिश और कोशिश नाकाम होगी। उन्होंने कहा कि आगामी 2024 में ऐसे निरंकुश सत्ता को आजसू पार्टी राज्य से उखाड़ फेंकने का काम करेगी। 

आजसू जिलाध्यक्ष सचिन महतो ने कहा कि पार्टी के कार्यकर्ता दुर्योधन गोप के ऊपर एक मनगढ़ंत फर्जी एफआईआर के तहत कार्रवाई की गई हैं। उन्होंने कहा कि आजसू पार्टी, पुलिस के वरीय अधिकारियों से इस मामले की निष्पक्ष एवं उच्चस्तरीय जांच की मांग करती हैं और दुर्योधन गोप को न्याय दिलाने का आग्रह करती हैं। यदि पुलिस इस मामले की निष्पक्ष जांच नहीं करती हैं तो जल्द ही जिले में व्यापक आंदोलन छेड़ दी जाएगी, उसमें जो भी अप्रिय घटना घटेगी उसके लिए पुलिस प्रशासन स्वयं जिम्मेवार होगी।

चांडिल अनुमंडल के दलमा गज परियोजना क्षेत्र से अबैध पत्थर खनन से सरकार को प्रतिदिन हो रहा है लाखों रुपया के राजस्व की क्षति


सरायकेला :सरायकेला खरसावां जिला के चांडिल अनुमंडल स्थित दलमा गज परियोजना क्षेत्र से महज 5-7 किलोमीटर पर अवैध पत्थर खनन से सरकार को प्रतिदिन लाखों रुपया राजस्व की नुकसान हो रहा है वहीं 150-200 फुट गढ्ढे होने के कारण जंगली हाथियों का खतरा मंडरा रहा है ।

इसके अलावा NHI द्वारा करोड़ों रुपया लागत से हाथी अंडर पास बनाया गया है। इस हाथी अंडर पास के अगल बगल NH33 चांडिल थाना क्षेत्र के रामगढ़,आसनबनी, कान्दरबेड़ा, चिलगु में गैरकानूनी ढंग से सेल्क लाकर बन्द पढ़े क्रैशर मशीन से सेल्क को पीसकर प्रदुषण फैला रहा है , तथा हाथी का आने जाने वाले रास्ते को बंद कर दिया गया है।

चांडिल दलमा वन्य प्राणी आश्रयणी सेंचुरी के नाम से प्रसिद्ध है। दलमा सेंचुरी से लगभग 15-20 किलोमीटर इको सेंसेटिव जोन से जाना जाता है।

लेकिन कुछ पत्थर माफिया द्वारा धड़ल्ले से दलमा जंगल से मात्र 5-7 किलोमीटर दूरी पर 200-250फुट गढ्ढे खोदकर आसानी से पत्थर खनन कर क्रैशर मशीन चला रहा है ।

 चांडिल प्रखण्ड के गुड़ाडीह, काटीया, सालगाडीह,भादुडीह, चीलगु में अवैध पत्थर खनन हो रहा है । इसमें सरकार का राजस्व प्रतिवर्ष करोड़ों रुपया नुकसान हो रहा है। साथ ही जंगली हाथियों को इस गढ्ढे पर गिरने का डर लगा रहता है। दलमा सेंचुरी के हाथी के छोटे छोटे हाथी बच्चे के साथ झूण्ड बना कर आवागमन करते रहता है। इस अवैध खनन पर जिला प्रशासन एवं वन विभाग को अब तक दिखाई नहीं दिया है। न कोई कारवाई किया ।

इसी प्रकार NH 33 में NHI दलमा जंगल के हाथी बिना रोक टोक से हमेशा आवागमन के लिए हाथी आन्डरपास करोड़ों रुपया लागत से निर्मित किया है। लेकिन कुछ मफिया अवैध तरीके से टाटा कंपनी एवं उषा मार्टिन आदि कंपनी का सेल्क लाकर बन्द पढ़े क्रैशर मशीन से पीसाई कर प्रदुषण फैला रहा है। बाला जी नाम पर कागज ट्रक चालक दिखा रहा है। कागज में कालीमाटी जमशेदपुर में माल गिरना चाहिए लेकिन चालक चांडिल के रामगढ़ में ट्रक खाली कर रहा है।चालक से पुंछे जाने पर चांडिल क्षेत्र को जमशेदपुर क्षेत्र बता रहे हैं।

इस तरह अवैध कारोबार चांडिल थाना क्षेत्र के आसनबनी, कान्दरबेड़ा, चिलगु, रामगढ़ में सैकड़ों चल रहा है।

ग्रामीण सुकलाल पाहड़िया ने कहा कि जल्द ही चांडिल अनुमंडल पदाधिकारी एवं वन विभाग से लिखित शिकायत दर्ज करुंगा।

 चांडिल अनुमंडल पदाधिकारी रंजीत लोहरा से पुंछे जाने पर जानकारी दिया की टीम गठित कर कारवाई करेंगे।

सरायकेला:कांड्रा बस्ती में कोरोना वायरस महामारी के बाद प्रथम बार सार्वजनिक रूप से चड़क पूजा का किया गया आयोजन।


सरायकेला :- जिले के कांड्रा थाना अंतर्गत कांड्रा बस्ती में कोरोना वायरस महामारी के बाद प्रथम बार सार्वजनिक रूप से चड़क पूजा का आयोजन किया गया। भक्ता ठांगान में चैत्र महीना के अंतिम दिन रात्रि को जागरण के रूप छौ - नाच होता ओर सुबह कालिका घट लाने के बाद मन्नत के अनुसार श्रद्धालु भक्तो द्वारा चड़क पूजा में आपने पिट पर लोहे की दो आंकुस से फुड़ा कर पिट में आंकूस के सहारे १०० fit ऊंचाई में घूमते है।

साथ ही बजागजा के साथ लोगो द्वारा झूमते नजर आते ।यह चड़क पूजा आज शुरू होकर जेठ महीना के अंतिम दिन तक विभिन्न गांव के मंदिर में परिसर में चढ़क पूजा मनाते आए । सुदूर बर्त्री गांव क्षेत्र में यह चड़क पूजा भक्ता ठंगान पर्व बड़ी धूमधाम से मनाते आए ।

रात्रि छौ नाच द्वारा जागरण के बाद आज सुबह यह एक अटूट विश्वास ही है जहां पूजा अर्चना के बाद में अपनी भक्ति की शक्ति पर प्रदर्शन करने वाले भोक्ता ५० से १०० फीट ऊंचे लकड़ी के भक्ता ढांग के खंभे पर लटक कर परिक्रमा करते हैं ।

चड़क पूजा भगवान भोलेनाथ के साथ ग्राम देवता बूढ़ा बाबा की पूजा अर्चना करते हैं ।जानकारी देते हुए पूजा समिति के अध्यक्ष विजय महतो ने बताया ब्रिटिश काल 1931 से लगातार यह कार्यक्रम चल रहा था। लेकिन इस बार बहुत ही भव्य तरीके से हम बूढ़ा बाबा की पूजा को संपन्न कर रहे हैं ।

यह ईश्वर की कृपा ही है कि आज तक कोई भी हादसा नहीं हुआ है। प्रदर्शन करने वाले भक्तओ ने बताया यह शक्ति उन्हें कहां से मिलती है । यह किसी को नहीं पता है । भक्ता टंगांन में आयोजन मेले के रूप में दूर दराज गांव से ग्रामीणों पहुंचे और भक्ता टंगान देखा जहां कई सेकडो महिलाए पुरुष बूढ़े लोग अपने छोटे-छोटे बच्चों के साथ दिखने पहुंचे थे।ओर आनंद लिया ।