यूएपीए के तह होगी वासेपुर के कुख्यात गैंग्सटर प्रिंस खान पर कार्रवाई, जानिए किस एजेंसी ने लिया है यह निर्णय

वासेपुर के कुख्यात गैंगस्टर प्रिंस खान पर अब यूएपीए एक्ट के तहत कार्रवाई हो सकती है. सीआईडी मुख्यालय की टीम ने मामलों की समीक्षा के बाद अनलॉफुल एक्टिविटी प्रीवेंशन एक्ट के तहत कार्रवाई करने का मन बनाया है.

धनबाद: वासेपुर के कुख्यात गैंगस्टर प्रिंस खान पर अब यूएपीए एक्ट के तहत कार्रवाई हो सकती है. सीआईडी मुख्यालय की टीम ने मामलों की समीक्षा के बाद अनलॉफुल एक्टिविटी प्रीवेंशन एक्ट के तहत कार्रवाई करने का मन बनाया है. इस एक्ट के तहत आरोपी की संपत्ति भी जब्त की जाती है. प्रिंस खान फिलहाल देश से बाहर कहीं छुपा बैठा है और वह वहीं से अपना गैंग चला रहा है. सीआईडी ने प्रिंस खान पर लगे फायरिंग समेत अन्य कई मामलों की समीक्षा की है.

 समीक्षा के दौरान ही इस प्रावधान के तहत कार्रवाई का निर्णय लिया गया है. किसी व्यक्ति या संगठन के द्वारा यदि इस तरह की कार्रवाई की जाए, जिनसे देश में भय कायम हो, या देश की अखंडता, एकता के लिए खतरा हो तो यूएपीए एक्ट के तहत कार्रवाई होती है .प्रिंस खान की गतिविधियों को सीआईडी ने आम लोगों में भय पैदा करने की गतिविधि के रूप में पाया है. वासेपुर का रहने वाला प्रिंस खान उर्फ हैदर अली धनबाद पुलिस के लिए सिरदर्द बना हुआ है. फरारी के दौरान अपने लोगों के जरिए अपराधिक गतिविधियां संचालित कर रहा है, हत्या, वसूली के लिए लोगों को धमका रहा है. 

शुरुआत में वह अपने मामा फहीम खान के लिए काम करता था. बाद में उसी का दुश्मन बन गया. नवंबर 2021 में अपने मामा फहीम के सबसे खास नन्हे की हत्या के बाद से वह फरार चल रहा है. इस दौरान वह हैदर अली के नाम से पासपोर्ट बनवाया और देश छोड़कर बाहर चला गया. पासपोर्ट बनवाने में पुलिस वेरिफिकेशन को लेकर बैंक मोड़ पुलिस भी सवालों के घेरे में है.

मानसिक अवसाद से ग्रसित हैं पूर्व विधायक संजीव सिंह, मेडिकल टीम ने सौंपी रिपोर्ट, RINPAS जाने की सलाह

धनबाद : पूर्व डिप्टी मेयर नीरज सिंह हत्याकांड में धनबाद मंडल कारा में बंद आरोपी झरिया के पूर्व विधायक संजीव सिंह शारीरिक रूप से पूरी तरह से स्वस्थ हैं।

शहीद मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल की ओर से गठित 4 सदस्यीय मेडिकल टीम ने इसकी रिपोर्ट मंडल कारा प्रबंधन और जिला प्रशासन को सौंपी है।

पूरी तरह से स्वस्थ पाए जाने पर संजीव सिंह को अस्पताल से डिस्चार्ज कर दिया है। अब उन्हें मंडल कारा में ले जाया गया है। दूसरी ओर, मेडिकल टीम ने यह पाया है कि संजीव सिंह मानसिक रूप से स्वस्थ नहीं है। उनका मानसिक जांच के लिए रिनपास रांची और ऐसे दूसरे संस्थान में साइकेट्रिक के परामर्श की जरूरत है।

मेडिकल टीम में सर्जरी रोग विभाग के डॉ. एस के चौरसिया, मेडिसिन के डॉक्टर यूके ओझा, डॉक्टर बी सी बनर्जी और रेडियोलॉजी के हेड डॉक्टर अनिल कुमार शामिल हैं।

पैथोलॉजी रिपोर्ट और सिटी स्कैन रिपोर्ट नॉर्मल

10 अप्रैल को सीने में दर्द होने के शिकायत पर मंडल कारा प्रबंधन ने संजीव सिंह को शहीद निर्मल महतो मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल के कार्डियक केयर यूनिट में भर्ती कराया था।

इस बीच संजीव सिंह का ब्लड प्रेशर लगातार उतार-चढ़ाव होता रहा। डॉक्टर ने ईसीजी, लिपिड प्रोफाइल समेत अन्य पैथोलॉजी जांच और सीटी स्कैन कराया था। अब ये सभी रिपोर्ट नॉर्मल आई है।

पूर्व विधायक को भेजा जा सकता है रांची

मेडिकल बोर्ड ने इस बात की सलाह दी है कि पूर्व विधायक मानसिक अवसाद से ग्रसित है। इस वजह से उन्हें अनिद्रा की शिकायत है। वह अवसाद में रहते हैं। रांची के रिनपास में डॉक्टर से परामर्श लिया जा सकता है।

शहीद निर्मल महतो लिरिकल कॉलेज एवं अस्पताल में एक भी साइकेट्रिक इस वक्त नहीं है। यही वजह है कि मानसिक रूप से संबंधित सलाह के लिए रांची जाना पड़ सकता है।

मेडिकल कॉलेज प्रबंधन ने मंडल कारा प्रबंधन को लिखा पत्र

मेडिकल कॉलेज प्रबंधन ने इस संबंध में मंडल कार्य प्रबंधन को पत्र लिखकर इस बात की जानकारी दी है। पत्र में यह बताया गया है कि पूर्व विधायक पूरी तरह से स्वस्थ हैं। हालांकि, वह मानसिक परेशानी से गुजर रहे हैं। अस्पताल में जितनी भी प्रकार की जांच की जरूरत थी, वह सभी जांच करवाई गई है।

एक तरफ सिंह मेंशन तो दूसरी ओर रघुकुल का दबाव

पूर्व विधायक संजीव सिंह को लेकर स्वास्थ्य विभाग को दोहरी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। मेडिकल सूत्रों की माने तो एक और लगातार सिंह मेनशन की ओर से विधायक को डिस्चार्ज नहीं करने का दबाव दिया गया, तो दूसरी ओर रघुकुल की ओर से विधायक को जल्द डिस्चार्ज करने को कहा गया। हालांकि, डॉक्टरों ने पूर्व विधायक की रिपोर्ट के अनुसार अपना मंतव्य दिया है।

न्यू गिरिडीह-रांची के बीच इंटरसिटी एक्सप्रेस की शुरुआत 17 अप्रैल से

गिरिडीह : न्यू गिरिडीह-रांची के बीच इंटरसिटी एक्सप्रेस की शुरुआत 17 अप्रैल को न्यू गिरिडीह स्टेशन से हरी झंडी दिखाकर की जाएगी। यह ट्रेन न्यू गिरिडीह स्टेशन से चलकर धनवार, कोडरमा, हजारीबाग टाउन, बरकाकाना, मेसरा व टाटीसिलवे होते हुए रांची पहुंचेगी। 

रेलवे बोर्ड के संयुक्त निदेशक (कोचिंग) विवेक कुमार सिन्हा के हस्ताक्षर से इससे संबंधित सर्कुलर जारी किया गया है। न्यू गिरिडीह से ट्रेन दोपहर दो बजे रवाना होगी। कोडरमा से शाम 4.40 बजे, बरकाकाना से शाम 7.15 बजे व टाटीसिलवे से रात 9.07 बजे रवाना होगी और रांची रात 9.30 बजे पहुंचेगी। 

वहीं, रांची से ट्रेन सुबह 6.10 बजे खुलेगी। टाटीसिलवे से सुबह 6.30 बजे, बरकाकाना से सुबह 8.10 बजे व कोडरमा से पूर्वाह्न 11 बजे रवाना होगी और न्यू गिरिडीह स्टेशन दोपहर 1.10 बजे पहुंचेगी। 13 कोच वाली इस ट्रेन में एक विस्टाडोम कोच भी होगा। इस कोच में कांच की बड़ी-बड़ी खिड़कियों के अलावा पारदर्शी छत होगी। 

इससे यात्री ट्रेन से बाहर की वादियों का खूबसूरत नजारा देख सकेंगे। बताते चलें कि कोडरमा-बरकाकाना-रांची रेललाइन के निर्माण के बाद पहली बार लंबी दूरी की ट्रेन इस रेलखंड पर चलेगी।

डीआरयूसीसी सदस्य अरुण जोशी ने नयी ट्रेन चलाने के लिए रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव, सांसद अन्नपूर्णा देवी और सांसद समीर उरांव के प्रति आभार प्रकट किया है।

गिरिडीह:तीसरी थाना क्षेत्र में एक ट्रक चालक ने दूसरे ट्रक चालक को रौंदा,घटनास्थल पर हुई मौत

गिएडीह: तिसरी. तिसरी थाना इलाके के तिसरी पुल के समीप आज सुबह दो ट्रक के बीच टक्कर हो गयी. घटना के बाद दोनों ट्रक चालकों के बीच विवाद हो गया और एक चालक ने दूसरे ट्रक चालक से क्षतिपूर्ति की मांग करने लगा और ट्रक के सामने खड़ा हो गया. 

इसके बाद दूसरे ट्रक चालक ने ट्रक के सामने खडे चालक के ऊपर ट्रक चढ़ा दी जिसके बाद मौके पर ही उसकी मौत हो गयी. मृतक की पहचान सुदामा राजवंशी के रूप में की गई जो कि नवादा के अमवा का रहने वाला बताया जा रहा है. 

फिलहाल तिसरी थाना पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भेज दिया है और दूसरे ट्रक को जब्त कर चालक की तलाश कर रही है.

ब्रेकिंग: गिरिडीह पुलिस ने भाजपा नेता एवं पूर्व पार्षद को किया गिरफ्तार

गिरिडीह. जिला बदर (तड़ीपार) होने के बाद भी भाजपा नेता सह पूर्व वार्ड पार्षद शिवम आजाद पिछले तीन दिनों से बक्सीडीह रोड़ स्थित अपने घर में आराम फरमा रहा था. 

हालांकि जैसे ही इसकी सूचना नगर थाना प्रभारी आरएन चौधरी को मिली तो पुलिस शिवम के घर पहुंची और उसे गिरफ्तार कर लिया.

गिरिडीह शहरी क्षेत्र में स्थित मेडिकल दुकानों में घूम - घूम कर अवैध वसूली कर रहे फर्जी ड्रग इंस्पेक्टर गिरफ्तार

गिरिडीह. फर्जी ड्रग इंस्पेक्टर बन कर शहरी क्षेत्र में स्थित मेडिकल दुकानों में घूम - घूम कर कागजात दिखाने के नाम पर अवैध वसूली कर रहे एक फर्जी डीआई को नगर थाना पुलिस ने गिरफ्तार किया है.

गिरफ्तार फर्जी डीआई खुद को रांची का रहने वाला धनजंय बता रहा था, जबकि गिरिडीह के ड्रग इंस्पेक्टर( डीआई ) अरूप कुमार है. सूचना मिलने के बाद डीआई अरूप कुमार खुद ड्रग एसोसिएशन के पदाधिकारियों के साथ मौके पर पहुंच फर्जी डीआई से पूछताछ की.

अमानवीय घटना: वारंटी को पकड़ने पहुंची पुलिस के पैरों के नीचे दब कर 4 दिन के नवजात की मौत,मुख्यमंत्री ने दिया जांच का आदेश

(झारखंड डेस्क)

गिरिडीह । गिरीडीह जिला के देवरी थानान्तर्गत कोसोगोंदोदिघी गांव में पुलिस के पैर से कुचल कर एक चार दिन का नवजात बच्चे की मौत हो गयी।

इस दर्दनाक मामले को मुख्यमंत्री ने गंभीरता से लेते हुए जांच का आदेश दिया है। 

घटना के संबंध में मंगलवार की रात करीब तीन बजे वारंटी को पकड़ने गई पुलिस के पैर के नीचे एक नवजात आ गया। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने इस मामले की जांच के आदेश दिए हैं। 

बताया जाता है कि मरने वाला बच्चा रमेश पांडेय का पुत्र श्रवण कुमार था। उसकी उम्र महज चार दिन थी। रमेश ने थाने में देवरी थाना पुलिस टीम के किसी सदस्य के पैर से दबकर बच्चे की मौत होने का आरोप लगाकर शिकायत की है। मामले की जांच शुरू हो गई है।

बच्चे के दादा व वारंटी भूषण पांडेय ने रोते हुए बताया कि पुलिस रात करीब तीन बजे घर गई। पुलिस ने धक्का मारकर दरवाजा खोल भी दिया। इसके बाद सीधे घर में घुस गई। पुलिस को देखकर चौकी पर सोई घर की महिला हड़बड़ाकर उठ गई, मगर नवाजत सोया रह गया।

दादा का आरोप है कि घर के अंदर गई पुलिस का पैर मासूम पर पड़ा और उसकी जान निकल गई। सूचना पाकर गावां इंस्पेक्टर सहदेव प्रसाद, देवरी थाना प्रभारी संगम पाठक पहुंचे।बीडीओ इंद्रलाल ओहदार व सीओ राजमोहन तुरी की मौजूदगी में पंचनामा हुआ। घटना को लेकर क्षेत्र के लोगों में आक्रोश है।

मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने उपायुक्त और पुलिस अधीक्षक से शीघ्र जांच रिपोर्ट तलब की है। एसपी अमित रेणु, मुख्यालय डीएसपी संजय राणा समेत अन्य अधिकारी जांच के लिए देवरी पहुंचे।

बाबूलाल मरांडी ने पुलिज़ की कार्यशैली पर उठाया सवाल,

पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी ने नवजात की मौत के मामले में पुलिस की कार्यशैली पर सवाल उठाया और कार्रवाई की मांग की है। अपने ट्वीट में इसे रोंगटे खड़ी करने वाली शर्मनाक घटना बताया है। सीएम से संज्ञान लेने की मांग की। यह भी कहा कि लीपापोती शुरू हो, उससे पहले पुलिसवालों पर एफआइआर कर जेल भेजें।

गिरीडीह: झोला छाप डॉक्टर की लापरवाही से गयी एक महिला की जान,डॉक्टर फरार


गिरीडीह: गावां प्रखंड स्थित जमडार में एक कथित झोला छाप डॉक्टर की लापरवाही से एक महिला की मौत हो गयी. जमडार निवासी मंजू देवी पति संतोष राय उम्र लगभग 25 वर्ष को प्रसव पीड़ा के बाद जमडार में फर्जी रूप से संचालित एक क्लिनीक में रविवार को लाया गया जहां महिला ने एक बच्चे को जन्म दिया. 

जन्म के कुछ देर बाद महिला को काफी रक्तस्राव होने लगा व कुछ ही देर में महिला की मौत हो गई. परिजनों द्वारा घटना की सूचना गावां थाना को दी गई. सोमवार की अहले सुबह गावां थाना पुलिस जमडार पहुंचकर शव को अपने कब्जे में ले लिया. महिला की मौत के बाद क्लिनीक संचालक क्लिनीक छोड़कर फरार हो गया.

गिरिडीह में दो मजदूरों का शव मिलने से इलाके में फैली सनसनी


गिरिडीह/तिसरी : संदेहास्पद परिस्थिति में दो मजदूरों का शव मिला है. जिसके बाद इलाके में सनसनी फैल गई है. यह मामला तिसरी थाना इलाके के बाघमारी गांव की है. इटभट्ठे के समीप दोनों मजदूरों का शव पाया गया है. सिकंदर यादव और संजय राय के रूप में मृतकों की पहचान की गई है. पुलिस ने दोनों के शव को कब्जे में लेकर जांच- पड़ताल शुरू कर दी है.

गिरिडीह: फिल्मी अंदाज में हुई एक शादी, चर्चा में,एक दुखद घटना का सुखद अंजाम ने लोगों की आंखे नाम कर दी,पढिये पूरी खबर...!

गिरिडीह: फिल्मी अंदाज में हुई एक शादी गिरिडीह के लोगों के लिए चर्चा का विषय बन गया है।यह एक ऐसी घटना थी जो घटित हुई और एक तकलीफदेह घटना के सुखद अंजाम ने लोगों की आंखे नम कर दी।

घटना दरअसल, सदर प्रखण्ड के महेशलुंडी गांव में घटी। अभिषेक कुमार साह उर्फ अमित की शादी 15 मार्च को तय हुई थी। 10 मार्च को उसका तिलक होने वाला था। 9 मार्च को छत पर कपड़ा उठाते समय वह अचानक से अपनी छत से गिर पड़ा। पूरे शरीर में उसको कई गंभीर चोटें आईं। आनन फानन में उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया। प्राथमिक उपचार के बाद उसे बेहतर इलाज के लिए रांची रेफर किया गया। अगले दिन किसी तरह उसका तिलक कराया गया। इस बीच लोगों ने कई तरह की बातें शुरू कर दी।

इधर होने वाली दुल्हन भी बुरी तरह परेशान हो गई। लोगों ने शादी को टाल देने या फिर नहीं करने की बात की तो लड़की उनपर ही गुस्सा हो गई। उसने कहा कि अमित को उसने अपना जीवनसाथी मान लिया है। अब लोगों को तारीख पता चलना बाकी है। लड़की की बात सुनकर सब हैरान हो गए और फिर वर-वधु पक्ष ने हर हालत में शादी करवाने की ठान ली। 

इधर अमित का इलाज रांची में चल रहा था। शरीर में कुछ ऑपरेशन भी किए गए। हालांकि वर-वधु के प्रेम को देखकर भगवान भी पिघले और ठीक शादी के एक दिन पहले उसको अस्पताल से छुट्टी दे दी गई। तय समय पर यान 15 मार्च को पपरवाटांड़ के शिव मंदिर में दोनों हमेशा के लिए विवाह के बंधन में बंध गए। पूरे प्रकरण में वर वधु दोनों ही पक्ष के लोगों की आंखे लगातार नम देखी गईं। अगल बगल के सारे लोगों ने दिल से दुल्हा दुल्हन को दिल से आर्शीवाद दिया। 

पूरे गांव और अगल बगल के इलाके में इस विवाह की चर्चा लोगों की जुबान पर है।