भारत में दुग्ध उत्पादों के आयात पर सरकार विचार न करे अन्यथा दुग्ध उत्पादक किसानों का होगा नुकसान
कानपुर । किसान कामगार सम्मेलन के अध्यक्ष शुक्ल ने एक पत्र केन्द्र के पशुपालन डेयरी मंत्री पुरुषोत्तम रूपाला को लिखकर मांग की है कि भारत में दुग्ध उत्पादों पर सरकार विचार न करें अन्यथा दुग्ध उत्पादक किसानों का नुकसान होगा।
शुक्ल ने आगे बताया है कि दुग्ध कम्पनियां छः बार से अधिक समय से दूध के दाम बढ़ा चुकी है जिसकी वजह से उपभोक्ताओं को 62 रूपये प्रति लीटर से ज्यादा दूध का मूल्य चुकाना पड़ता है जबकि किसानों से पचास रुपया लीटर भैंस का दूध तथा पैतीस रुपए लीटर गाय का दूध खरीदा जाता है दूसरी ओर किसानों को पच्चीस रुपए किलो चोकर तथा तीस रू० किलो चूनी तथा पच्चीस रुपए मेंकिलो खाली लेकर जानवरों को खिलानी पड़ती हैं उसके बावजूद दूध उत्पादन देश 2021-2022 में 221 करोड़ टन हुआ और 2022 2023 में भी उत्पादन में गिरावट नहीं जा पायेगी।
शुक्ल ने कहा है कि भारत में तीन टन से अधिक स्किम्ड मिल्क पाउडर तथा एक टन से अधिक मक्खन का उत्पादन होता है। पिछले समय विदेशों में एस०एम०पी० का मूल्य दो सौ उन्नीस रूपये प्रति किलोग्राम बिक रहा था तब भारत में इसकी कीमत तीन सौ से तीन सौ पन्द्रह टन रूपये प्रति किलो ग्राम के आस-पास थी। घी की भी कीमत विदेशों में भारत की उपेक्षा कम ही है। यहां घी चार से लेकर पांच रूपये प्रति किलो के बीच बिकता है। यहां उत्तर भारत में दूध में बसा 6.5 फीसदी तथा अन्य प्रान्तों में दूध में वसा 5 से साढ़े तीन फीसदी है।
शुक्ला ने कहा कि दूध के उत्पादन में पिछले वर्ष से कम नहीं रहेगा। क्योंकि मौसम के बदलाव के कारण दुग्ध उत्पादक किसानों के दुग्ध उत्पादन में ज्यादातर गिरावट नहीं आयेगी।
शुक्ल ने बताया कि भारत में पशुधन आबादी 2012 की तुलना में 4.6 फीसदी बढ़कर 53.5 करोड़ से ज्यादा पहुंच गयी है। जबकि गायों की संख्या गुजरे पांच सालों में 15 करोड़ पहुंची जबकि भैंसों में 12 फीसदी इजाफा हुआ।
शशुक्ल ने आगे कहा कि सन् 2010-11 में बारह करोड़ 18 लाख टन दूध का उत्पादन होता था जिसमें प्रति व्यक्ति प्रतिदिन 281 ग्राम उपलब्धता थी जो सन् 2017-18 में 17 करोड़ 64 लाख टन प्रति व्यक्ति उपलब्धता 376 ग्राम हुई लेकिन आज दूध का उत्पादन 2021-2022 में 22.1 करोड़ टन हो गया है। इसलिए केन्द्र सरकार विदेशी डेरी उत्पादक घी मक्खन आदि का आयात पर विचार न करें। जिससे किसानों को नुकसान से बचाया जा सकेगा।
Apr 10 2023, 19:27