*बढ़ा मच्छरों का प्रकोप नहीं हो रहा दवा छिड़काव*
नितेश श्रीवास्तव
भदोही। अप्रैल माह शुरू होते ही गर्मी ने अपना रंग दिखाना शुरू कर दिया है। रात के समय मच्छरों का आतंक भी बढ़ गया है। उनकी फौज शाम होते ही कानों में अपना राग अलापने लगती है। आम आदमी की जहां रातों की नींद हराम है।
वहीं मच्छरजनित बीमारियों के बढ़ने का खतरा भी। मजदूर नेता जैनुल बेग ने कहा कि रात में बिजली जाने के बाद आम आदमी की मुसीबतें बढ़ जाती है। मच्छरों का झुंड हमला कर देता है। जिसके बाद आंखों से नींद गायब हो जाती है।
उनके दंश से मलेरिया, डेंगू जैसे मच्छर जनित बीमारियों की चपेट में आने का खतरा बढ़ गया है। मच्छरों को नियंत्रित करने के लिए स्वास्थ्य महकमें में बना मलेरिया सेल भी कम जिम्मेदार नहीं हैं।
गर्मी शुरू होने के बाद भी स्वास्थ्य महकमा हाथ पर हाथ धरे बैठा हुआ है। ऐसा लग रहा है जैसे वह मच्छर जनित बीमारी के विकराल रूप लेने के इंतजार में है। क्योंकि अलग महकमा होने के बाद भी मच्छरों की फौज का रोकथाम करने के लिए कोई कदम नहीं उठा रहा है।
महकमें की ओर से न तो फागिंग ही कहीं कराया जा रहा है और न ही डीडीटी दवा छिड़काव। डीएम से मामले का संज्ञान लेकर दवा छिड़काव कराने की मांग की।











Apr 09 2023, 16:50
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