भागवत कथा की अमृत वर्षा करते हुए भक्त ध्रुव , प्रहलाद के चरित्र का वर्णन किया
कमलेश मेहरोत्रा
लहरपुर (सीतापुर)। नगर के मोहल्ला मीरा टोला स्थित श्री हनुमत निवास मंदिर में चल रही श्रीमद् भागवत कथा में बुधवार को कथा व्यास स्वामी पंडित हरिनारयणचार्य शास्त्री जी महाराज अयोध्या धाम ने, श्रीमद् भागवत कथा की अमृत वर्षा करते हुए भक्त ध्रुव , प्रहलाद के चरित्र का वर्णन किया।
उन्होंने कहा कि, ध्रुव और प्रहलाद ईश्वर के प्रति अटल विश्वास और भक्ति व सत्य की प्रतिमूर्ति हैं, वे दोनों माया-मोह को छोड़कर एक ही आधार भगवान विष्णु को अपना आराध्य मानने वाले हैं, वे हरि के सच्चे भक्त हैं। प्रभु की भक्ति करनी है तो इन दोनों के जीवन चरित्र से प्रेरणा लेनी चाहिए, उन्होंने कहा कि प्रभु की भक्ति करने के लिए सबसे महत्वपूर्ण है उन पर अटूट विश्वास, जो भी प्रभु पर अटूट विश्वास करते हुए भक्ति करते हैं।
उन्हें प्रभु की कृपा अवश्य मिलती है, भक्त प्रहलाद एवं ध्रुव दोनों ही कठोर दंड से भी नहीं डरे और ईश्वर की आराधना करते रहे, ठीक उसी प्रकार हमें भी जीवन के संकटों से नहीं डरना चाहिए और भगवान पर विश्वास कर उनकी आराधना करनी चाहिए, भगवान अपने भक्तों की सच्ची पुकार सुनकर निश्चित ही उन पर अपनी कृपा बरसाते हैं, बच्चों में अच्छे संस्कार के लिए उन्हें भक्त ध्रुव व प्रहलाद की कथा को अवश्य श्रवण करना चाहिए, इससे उनमें भी अच्छे भाव व संस्कार जन्म लेंगे। इस अवसर पर भारी संख्या में श्रद्धालु भाव-विभोर होकर दिव्य कथा का श्रवण करते रहे।
Apr 05 2023, 17:47