नोडल अधिकारी ने की खाद्यान्न की डोर स्टेप डिलीवरी सिंगल स्टेज परिवहन व्यवस्था की समीक्षा, विधायक व प्रधान को फोन कर की रैंडम चेकिंग


सीके सिंह(रूपम)

सीतापुर। नोडल अधिकारी लखनऊ मण्डल श्रीमती बी चंद्रकला की अध्यक्षता में भारतीय खाद्य निगम के गोदाम से उठान कर सीधे उचित दर विक्रेताओं तथा खाद्यान्न की डोर स्टेप डिलीवरी हेतु सिंगल स्टेज परिवहन व्यवस्था के अन्तर्गत विभिन्न बिन्दुओं पर समीक्षा बैठक सम्पन्न हुयी। बैठक के दौरान उन्होंने ब्लॉकवार टैण्डर आमंत्रित कर परिवहन हैंडलिंग ठेकेदारों की तैनाती की जानकारी लेते हुये निर्देश दिये कि जहां-जहां पर टैण्डर नही हुये हैं वहां पर टैण्डर ससमय करा लिये जायें।

भारतीय खाद्य निगम पर नियुक्त प्रेषण प्रभारी द्वारा प्रेषित खाद्यान्न की रियल टाइम की ऑनलाइन फीडिंग की जानकारी करते हुये संबंधित को निर्देश दिये कि जहां पर फीडिंग नही करायी जा रही है वहां पर फीडिंग सुनिश्चित की जाये।

उन्होंने संबंधित उपजिलाधिकारियों को परिवहन हैंडलिंग ठेकेदार द्वारा उचित दर दुकानों पर खाद्यान्न की डिलीवरी निर्धारित रूट चार्ट के अनुसार की जाये, इस पर विशेष निगरानी रखी जायें, यह सुनिश्चित किया जाये तथा इसका सत्यापन रैंडम चेकिंग के आधार पर कर लिया जाये तथा उचित दर दुकान पर खाद्यान्न पहुंचने की सूचना उपजिलाधिकारी नोडल ऑफिसर, ग्राम प्रधान सहित चुने हुए स्थानीय जन प्रतिनिधियों को पूर्ति निरीक्षक द्वारा वाट्सअप व एसएमएस के माध्यम से समय से दे दी जाये तथा जन प्रतिनिधियों से स्वयं सम्पर्क कर जानकारी समय-समय पर लेते रहें।

उन्होंने कहा कि उचित दर दुकानों पर परिवहन हैंडलिंग ठेकेदार द्वारा प्रदत्त खाद्यान्न की सम्पूर्ण मात्रा तथा गुणवत्ता का मिलान डिलीवरी प्वांइट पर संबंधित पूर्ति निरीक्षक तथा विपणन निरीक्षक द्वारा किया जाये तथा इसकी पुष्टि संबंधित उचित दर विक्रेताओं से की जाये। उन्होंने संबंधित को निर्देशित किया कि उपजिलाधिकारी द्वारा नोडल अधिकारी के माध्यम से खाद्यान्न का सत्यापन, वितरण से पूर्व सुनिश्चित कराया जाये। साथ ही इस संबंध में संबंधित उपजिलाधिकारियों के साथ बैठक कर समीक्षा कर ली जाये।

नोडल अधिकारी श्रीमती बी0 चंद्रकला ने कहा कि नोडल अधिकारियों द्वारा उचित दर दुकानों पर प्राप्त खाद्यान्न की आवंटित मात्रा के अनुरूप संपूर्ण मात्रा का भौतिक सत्यापन कर रिपोर्ट उप जिलाधिकारी को प्रस्तुत किये जाने के निर्देश भी संबंधित अधिकारी को प्रदान किये तथा संबंधित उप जिलाधिकारी से सत्यापन आख्या संकलित कर आख्या जिला पूर्ति अधिकारी द्वारा जिलाधिकारी को प्रस्तुत की जाये, यह भी सुनिश्चित किया जाये।

उन्होंने कहा कि खाद्यान्न का वितरण किस तिथि को कराया जायेगा, इसका प्रचार-प्रसार विभिन्न माध्यम से कराया जाये तथा इसकी पुष्टि लाभार्थियों से रैंडम आधार पर की जाये। खाद्यान्न के प्रेषण, प्राप्ति तथा खाद्यान्न के परिवहन आदि में आने वाली समस्याओं में निराकरण हेतु सम्भाग, जिला एवं तहसील स्तर पर गठित समितियों की बैठक नियमित रुप से आयोजित की जायें तथा सभी की समस्याओं का निस्तारण ससमय किया जाये। उन्होंने संबंधित उपजिलाधिकारियों को निर्देश दिये कि जिन कोटेदार द्वारा कार्यों व दायित्वों में लापरवाही की जाये, उनको नोटिस जारी कर दी जाये। उन्होंने रैण्डम चेकिंग के दौरान जनप्रतिनिधि विधायक महोली शशांक त्रिवेदी से फोन से वार्ता करते हुये खाद्यान्न वितरण का फीडबैक तथा खाद्यान्न वितरण में आ रही समस्याओं की जानकारी लेते हुये, उसके निस्तारण की स्थिति की भी जानकारी ली। साथ ही उन्होंने सदर के गांव टिक्था की प्रधान से भी फोन से वार्ता करते हुये खाद्यान्न वितरण एवं उसमें आने वाली समस्याओं की भी जानकारी ली।

बैठक के दौरान मुख्य विकास अधिकारी अक्षत वर्मा, अपर जिलाधिकारी न्यायिक हरिशंकर लाल शुक्ला, नगर मजिस्ट्रेट अमृता सिंह, सभी उपजिलाधिकारी, जिला पूर्ति अधिकारी संजय कुमार प्रसाद, जिला खाद्य विपणन अधिकारी अरविन्द कुमार दुबे, समस्त पूर्ति निरीक्षक सहित संबंधित अधिकारी उपस्थित रहे।

*यदि आपका बच्चा गुमसुम है तो हो जाए सावधान, हो सकता है ऑटिज्म*


सीके सिंह(रूपम)

सीतापुर। क्या आपके बच्चे की उम्र एक साल या उससे ज्यादा है और वह न तो ठीक से बड़बड़ कर पा रहा है, और न ही टाटा, बाय-बाय करता है। वह अपनी पसंद भी नहीं बता पा रहा है, और न ही नजरें मिला पा रहा है, तो यह ऑटिज्म बीमारी के लक्षण हो सकते हैं। इस बीमारी के होने के सही-सही कारणों का अभी पता नहीं चल सका है । लेकिन समय पर इलाज और रोकथाम के जरिए बच्चे के आगे के जीवन सुधारा जा सकता है।

जिला चिकित्सालय के मनोचिकित्सक डॉ. प्राशू अग्रवाल ने बताया कि ऑटिज्म (स्वलीनता) एक ऐसी मानसिक बीमारी है, जिससे ग्रसित लोगों में व्यवहार से लेकर कई तरह की दिक्कतें होती हैं। ऑटिज्म के शुरुआती लक्षण एक से तीन साल के बच्चों में नजर आते हैं। इस बीमारी के लिए गर्भावस्था, अनुवांशिक और पर्यावरण संबंधी कई कारण जिम्मेदार होते हैं। इस बीमारी से ग्रसित बच्चे अपने आप में खोए से रहते हैं। यह बीमारी बच्चों के मानसिक विकास को रोक देती है। सामान्य तौर पर ऐसे बच्चों को उदासीन माना जाता है।

चिकित्सकों का मानना है कि सेंट्रल नर्वस सिस्टम को नुकसान पहुंचने से यह दिक्कत होती है। कई बार गर्भावस्था के दौरान खानपान सही नहीं होने से भी बच्चे को ऑटिज्म का खतरा हो सकता है। वह बताते हैं कि इस बीमारी के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए हर वर्ष दो अप्रैल को विश्व ऑटिज्म जागरुकता दिवस मनाया जाता है।

चिकित्सा मनोवैज्ञानिक रवि मिश्रा ने बताया कि आधुनिक जीवनशैली की वजह से परिवारों में एकजुटता का भाव बहुत कम हो गया है। बच्चों में असुरक्षा का एहसास बढ़ रहा है। बच्चों को माता-पिता एवं परिवार के अन्य सदस्यों का ध्यान और प्यार चाहिए होता है। इससे वह सुरक्षित और आत्मनिर्भर महसूस करता है। बच्चों में खिलौने, किताबें पढ़ने और घर में कुछ रोचक खेल-खेलने की आदत डालनी चाहिए।

वह बताते हैं कि जिन बच्चों में ऑटिज्म की शिकायत होती है, उनके विकास की गति धीमी होती है। उनका नाम पुकारने पर भी वो कोई जवाब नहीं देते हैं। आमतौर पर छह माह के बच्चे मुस्कुराना, उंगली पकड़ना और आवाज पर प्रतिक्रिया देना सीख लेते हैं, लेकिन जिन बच्चों में ऑटिज्म की शिकायत होती है वह ऐसा नहीं कर पाते हैं। ऑटिज्म बीमारी को लेकर माय नाम इज खान नामक फिल्म भी बनी है।

ऑटिज्म के लक्षण

एक साल से कम उम्र के बच्चों में ऑटिज्म का पता लगाना चुनौतीपूर्ण होता है, लेकिन दो साल की उम्र तक इसका पता लगाया जा सकता है। ऑटिज्म से पीड़ित बच्चे अक्सर ऐसे व्यवहार करते हैं, जो सामान्य व्यवहार से अलग होता है। जैसे कि एक से दूसरे काम में बदलाव होने पर अजीब व्यवहार करना, बहुत ज्यादा ध्यान केंद्रित करना और किसी उत्तेजना के प्रति अप्रत्याशित प्रतिक्रिया देना आदि।

ऑटिज्म से बचाव

जिला महिला चिकित्सालय की अधीक्षक डॉ. सुषमा कर्णवाल का कहना है कि गर्भवती को नियमित तौर पर गर्भस्थ शिशु का स्वास्थ्य परीक्षण कराना चाहिए। गर्भावस्था के दौरान पौष्टक खान-पान का प्रयोग करें। ऐसा नहीं करने पर बच्चे का दिमाग पूरी तरह से विकसित नहीं हो पाता है। बच्चे के पैदा होने से छह माह तक उनकी आदतों पर गौर करें।

*प्रभारी मंत्री ने किया स्कूल चलो व संचारी रोग नियंत्रण अभियान का शुभारंभ*


सीतापुर- प्रभारी मंत्री, राज्यमंत्री संसदीय कार्य चिकित्सा शिक्षा चिकित्सा स्वास्थ्य परिवार कल्याण तथा मातृ एवं शिशु कल्याण विभाग मयंकेश्वर शरण सिंह ने स्कूल चलो अभियान एवं संचारी रोग अभियान कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्वलित कर विकास खण्ड बिसवां के कम्पोजिट विद्यालय परसेहरा में किया। बेसिक की बालिकाओं द्वारा माँ सरस्वती की वंदना ‘हे शारदे माँ अज्ञानता से मुझे तार दे माँ‘ नृत्य के साथ प्रस्तुत किया गया।

इस दौरान सरकार द्वारा आरंभ किया गया स्कूल चलो अभियान एवं संचारी रोग अभियान का मुख्यमंत्री का सजीव प्रसारण देखा गया। सजीव प्रसारण में चिकनगुनिया, मलेरिया, डेंगू आदि से बचाव के उपायो को जनमानस तक पहुंचाया गया। स्वच्छ, स्वस्थ, सशक्त वातावरण का माहौल बनाने का कार्य किया जा रहा है। मुख्यमंत्री ने नए सत्र की शुरुआत पर सभी को शुभकामनाएं दीं। उन्होंने कहा कि प्राचीनकाल से ही शिक्षा एवं चिकित्सा का केंद्र बिंदु प्रदेश रहा है। भारत के वैदिक ज्ञान को लिपिबद्ध करने की भूमि सीतापुर स्थिति नैमिषारण्य रही है। बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ, स्कूल चलो अभियान पर विशेष जोर दिया। उन्होंने कहा कि कोई भी बच्चा शिक्षा से छूट न पाए। ऑपरेशन कायाकल्प से विद्यालयों का विकास हुआ है। पहले विद्यालयों की छतें जर्जर थीं, बालक बालिकाओं के लिए शौचालय की अलग-अलग व्यवस्था नही थी, बच्चे नंगे पैर शिक्षण ग्रहण करने आते थे, परंतु आज विद्यालयों की स्थिति ठीक हुई है। शिक्षकों की उपस्थिति ठीक हुई है, निपुण घोषित करने की प्रतिस्पर्धा तेज हुई है। उन्होंने कहा कि जो बच्चे स्कूल जाने से वंचित हैं उनके कारणों को जाने तथा डेटा तैयार करें। समयबद्ध तरीके से सभी कार्यक्रम आगे बढ़ने चाहिए। सभी ग्राम पंचायतों में खेल के मैदान बनाये जाये ताकि बच्चों को सड़क पर खेलने न जाना पड़े तथा खेल के मैदान का निर्माण युद्ध स्तर पर हो। हमारा प्रयास होना चाहिये कि एक भी बच्चा स्कूल जाने से वंचित न रह जाये, यह शिक्षा विभाग की जिम्मेदारी है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तर प्रदेश एक बड़ा प्रदेश है तराई क्षेत्र में मस्तिष्क ज्वर का प्रकोप जुलाई से लेकर नवंबर-दिसंबर तक रहेगा। प्रदेश के अलग अलग क्षेत्रो में अलग-अलग बीमारी देखने को मिलती थी, किन्तु पिछले 6 वर्षों के सकारात्मक प्रयास से सफलतापूर्वक खत्म करने का काम किया जा रहा है। जन-जन तक जागरूक करने का वृहद अभियान चलाया जा रहा है जिसे सभी ने आगे बढ़ाया। आज परिणाम है कि देश में प्रदेश की स्थिति बहुत अच्छी हो गई है। उन्होंने कहा कि इंसेफेलाइटिस को नियंत्रित कर लिया गया है, चिकनगुनिया, मलेरिया, कालाजार के नियंत्रण में प्रदेश की स्थिति अच्छी है। महत्वपूर्ण भूमिका आज स्वच्छता की है। हम सभी को जागरूक कर रहे हैं कि स्वच्छता सभी बनाये रखे, सभी को जागरूक करें। प्रदेश में माफिया जो पहले सत्ता को सरपरस्त मानते थे आज उनको बक्शा नही जा रहा है। न्यायालय से सजा मिल रही है। सभी को अपने कर्माे का फल यही मिलता है। योग्य शिक्षक, अयोग्य को भी योग्य बना देते हैं। किसी भी बच्चे के लिए नकारात्मक भाव न रखे। उनकी कमजोरियों को ठीक करें। बच्चों के माता-पिता, अभिभावकों से मिलकर बच्चों के विकास में सहयोग दें। एक शिक्षक एक क्षय रोगी को मुक्त करने में सहयोग दे दें, इससे अच्छा उसके लिए क्या हो सकता है।

मंत्री मयंकेश्वर शरण सिंह के स्वागत में बालिकाओं द्वारा स्वागत गीत पर नृत्य प्रस्तुत किया गया-आओ आओ हे प्रिय मेहमान मंगल स्वागत है। पपेट शो के माध्यम से संचारी रोग के बचाव से संबंधित जागरूकता, स्वच्छता की शानदार प्रस्तुति अपर्णा कटियार एवं भावना पाल द्वारा प्रस्तुत की गई। निपुण भारत अभियान को सफल बनाने हेतु बच्चों द्वारा नृत्य प्रस्तुत किया गया। प्राथमिक विद्यालय क्योंटी बादुल्ला प्रथम -सुनो बच्चों उठाओ बस्ता आगे स्कूल का है ये रास्ता। बच्चांे द्वारा निपुण को सफल बनाने हेतु शपथ भी ली गई।

जिला पंचायत अध्यक्ष श्रद्धा सागर गुप्ता ने कहा कि बच्चो को शिक्षित करने, स्वच्छता आदि की जानकारी शुरुआत से दी जाये, जो हम बच्चों को सिखाएंगे वही आगे बच्चे सीखकर अच्छे बनेंगे।

निपुण एप्प की कहानियां मंत्री को सुनाने वाले बच्चों को प्रसस्ति पत्र मंत्री ने वितरित किया। प्री प्राइमरी संदर्शिका, निपुण तालिका, बालवाटिका का विमोचन मंत्री द्वारा किया गया। अधिकतम अंक पाने वाले छात्रों को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया। विधायक बिसवां निर्मल वर्मा ने कहा कि सरकार की नीति और नीयत दोनों स्पष्ट है इसी का परिणाम है कि सरकार संकल्प के साथ योजनाओं की शुरुआत कर रही है। इस अभियान को सफल बनाने की हम सब की जिम्मेदारी है। इस संकल्प को हम सब को मिलकर लेने की आवश्यकता है, विद्या की ज्योति जलेगी, बीमारी से मुक्त भी हम लोग होंगे। मंत्री मयंकेश्वर शरण सिंह ने कहा कि आजादी का यह 75 वां साल है इसे प्रधानमंत्री ने अमृतकाल नाम दिया है। आजादी के 100 वें साल में हम विकसित देश के रूप में जाने जाये। इसके लिए हर बच्चा साक्षर हो, स्वस्थ हो तभी सबका विकास कर पाएंगे। किसी भी विभाग के अधिकारी एवं कर्मचारी हो सभी लोग इस मुहिम में अपना योगदान दें। मेरा आग्रह है कि सभी विभाग अपना सहयोग एवं सहायता देकर लक्ष्य से पहले सम्भव हो सकता है। जब भारत कम संसाधनों के साथ भारत ने कोविड का सामना किया विश्व की अनेक संस्थाओं ने सराहना भी की। बीमारी कोई जाति देखकर नही आती, मच्छर किसी को भी काट सकता है। सभी लोग मिलकर इन बीमारियों के खिलाफ लड़े, साफ-सफाई प्रत्येक जगह होनी चाहिए। हमारा सबका प्रयास होना चाहिये कि भारत सोने की चिड़िया बने, हमारा जनपद शीर्ष पर पहुँचे। मंत्री ने विकास खण्ड बिसवां के कम्पोजिट विद्यालय परसेहरा में स्मार्ट कक्ष का निरीक्षण किया एवं बच्चों को विद्यालय में बनाये गये मध्यान्ह भोजन को खिलाया। स्वास्थ्य, बेसिक शिक्षा, बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ, कृषि, पशुपालन आदि विभाग के स्टाल भी देखा व उनसे वार्ता कर उत्सााहवर्धन भी किया।

तत्पश्चात मंत्री द्वारा स्कूल चलो अभियान एवं संचारी रोग नियंत्रण अभियान का शुभारम्भ वैन एवं मोटरसाईकिल को हरी झण्डी दिखाकर किया गया। जिलाधिकारी अनुज सिंह ने कहा कि हम लोग यहां उपस्थित हुए हैं, जो दो महत्वपूर्ण योजना है जिसकी शुरुआत माननीय मंत्री जी करेंगे, उनके करते ही हम लोग जनपद से करेंगे, एक है संचारी रोग दूसरा है स्कूल चलो। पहले हमेशा शिकायत आती थी कि बच्चो की किताबें नही मिल पाती थी किन्तु अबकी बार सेसन की शुरुआत में ही किताबें उपलब्ध करा रहे हैं। अबकी हम समय से सब बेहतर करेंगे, शिक्षा की गुणवत्ता बढ़ाने पर प्राथमिकता पर काम करेंगे।

जिलाधिकारी ने कहा कि जनपद सीतापुर बहुत ही सेंसेटिव है, बच्चे जल्दी ही बीमार होते हैं। खुद बच्चों को दवा न देकर डॉक्टर के पास ले जाना चाहिये, हर एक ब्लॉक में स्वास्थ्य केंद्र है त्वरित उपचार मिलेगा। यहाँ जो भी बातें बतायी जा रही हैं, उनको अपने आस पास के लोगो को भी बताएं साफ सफाई रखें, सभी के साथ सहयोग की भावना रखें।

इस अवसर पर पुलिस अधीक्षक घुले सुशील चन्द्रभान, मुख्य विकास अधिकारी अक्षत वर्मा, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी अजीत कुमार, जिला विद्यालय निरीक्षक, मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा0 मधु गैरोला, उपजिलाधिकारी बिसवां सहित संबंधित अधिकारी उपस्थित रहे। इसके पश्चात मंत्री ने बिसवां-सिधौली मार्ग पर स्थित शिवथाना गौशाला का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान उन्होंने गौमाता का पूजन अर्चन करते हुये उन्हें गुड़ व चना भी खिलाया। उन्होंने संबंधित को निर्देशित किया कि गौशाला में पशुओं की छाव हेतु पेड़ पौधे लगाये जायें ताकि पशुओं को किसी भी प्रकार की परेशानी न हो।

*ग्रामीणों ने मोबाइल चोर को पकड़ कर किया पुलिस के हवाले*


सीतापुर- कोतवाली क्षेत्र के ग्राम नेरिया परसिया में ग्रामीणों ने मोबाइल चोर को पकड़कर पुलिस के हवाले किया। क्षेत्र के ग्राम नेरिया परसिया में ग्रामीणों के द्वारा जगदीश पुत्र रामेश्वर वर्मा के घर मोबाइल चोरी करते समय एक चोर को पकड़ कर खंभे में बांध दिया और पुलिस को सूचना दी, पकड़े गए युवक ने अपना नाम आनंद पुत्र राजू निवासी ग्राम ग्राम टाडा कलां बतलाया।

कोतवाली प्रभारी आलोक मणि त्रिपाठी ने बताया कि पकड़े गए चोर के पास से तीन चोरी के मोबाइल बरामद किए गए हैं, उसके विरुद्ध धारा 380/ 411 के तहत अपराध दर्ज कर न्यायालय भेजा जा रहा है।

*परिवार नियोजन और सुरक्षित गर्भ समापन के बताये गये लाभ, सीएचसी पर हुई आशा कार्यकर्ताओं की क्लस्टर बैठक*


सीके सिंह(रूपम)

सीतापुर- ऐलिया और खैराबाद सीएचसी पर आशा कार्यकर्ताओं की क्लस्टर मीटिंग का आयोजन किया गया। जिसमें उन्हें परिवार नियोजन कार्यक्रम, सुरक्षित गर्भ समापन और इससे संबंधित गर्भ समापन अधिनियम (एमटीपी एक्ट) 2021 के बारे में जानकारी दी गई। बैठक का आयोजन स्वास्थ्य विभाग के तत्वावधान में स्वयं सेवी संस्था साझा प्रयास नेटवर्क के सहयोग से किया गया। ऐलिया में 42 और खैराबाद की बैठक में 38 आशा कार्यकर्ताओं ने प्रतिभाग किया।

इस मौके पर ऐलिया के बीपीएम मनोज कुमार ने परिवार नियोजन के अस्थायी साधनों के लिए दंपति को बास्केट ऑफ च्वॉइस की जानकारी देते हुए उन्हें कंडोम व गर्भ निरोधक गोलियों के बारे में विस्तार से बताया। उन्होंने यह भी बताया कि हर माह की 21 तारीख को जिले के सभी स्वास्थ्य केंद्रों पर खुशहाल परिवार दिवस का आयोजन किया जाता है। इस मौके पर लाभार्थियों को परिवार नियोजन के साधनों में से उनके मन माफिक किसी एक को चुनने का विकल्प दिया जाता है। खैराबाद के बीपीएम अनुज तिवारी ने बताया कि नसबंदी कराने वाली महिलाओं को 2,000 रुपये की प्रोत्साहन राशि दी जाती है। यदि महिला ने प्रसव के एक सप्ताह के भीतर नसबंदी कराई है तो उसे तीन तीन 3,000 हजार रुपये दिए जाते हैं। इसके अलावा नसबंदी कराने वाले पुरुष को 3,000 रुपये प्रोत्साहन राशि दी जाती है। यह धनराशि संबंधित लाभार्थी को बैंक खाता के माध्यम से उपलब्ध कराई जाती है। खैराबाद के बीसीपीएम संतोष कुमार ने बताया कि त्रैमासिक गर्भ निरोधक इंजेक्शन अंतरा लगवाने पर महिला को 100 रुपये दिया जाता है। आशा कार्यकर्ता को पुरुष नसबंदी पर 400 रुपये व महिला नसबंदी पर 300 रुपये और अंतरा इंजेक्शन पर 100 रुपये प्रोत्साहन राशि दी जाती हैं।

आईपास की प्रशिक्षण अधिकारी अर्चना मिश्रा ने बताया कि गर्भ समापन अधिनियम 2021 संशोधन के प्रावधानों के बारे में जानकारी देते हुए उन्होंने बताया कि महिलाओं के बेहतर स्वास्थ्य के लिए जरूरी है कि वह गर्भ समापन सरकारी अस्पतालों अथवा पंजीकृत स्वास्थ्य केंद्रों पर किसी प्रशिक्षित चिकित्सक से ही करवाएं। इस अधिनियम के अनुसार यौन उत्पीड़न या बलात्कार की शिकार, नाबालिग अथवा गर्भावस्था के दौरान वैवाहिक स्थिति में बदलाव हो गया हो (विधवा हो गई हो या तलाक हो गया हो) या फिर गर्भस्थ शिशु असमान्य हो ऐसी स्थिति में महिला 24 सप्ताह की अवधि के अंदर गर्भपात करा सकती है। उन्होंने यह भी बताया कि 20 सप्ताह तक के गर्भ समापन के लिए एक पंजीकृत चिकित्सक और 20 से 24 सप्ताह के गर्भ समापन के लिए दो पंजीकृत चिकित्सकों की राय आवश्यक होगी। इस मौके पर दंपति को उनकी इच्छानुसार परिवार नियोजन के अस्थाीय साधन भी वितरित किए गये।

*संदिग्ध परिस्थितियों में एक विवाहिता की मौत, दहेज के लिए हत्या का लग रहा आरोप*


कमलेश मेहरोत्रा

सीतापुर- कोतवाली क्षेत्र के ग्राम गेरुही में संदिग्ध परिस्थितियों में एक विवाहिता की मौत। परिजनों ने दहेज के लिए हत्या का लगाया आरोप। जानकारी के अनुसार कोतवाली क्षेत्र के ग्राम गोहितापुर निवासी अमन पुत्र लालता प्रसाद कोतवाली पुलिस को प्रार्थना पत्र देकर आरोप लगाया है कि उसकी बहन रोहिनी देवी 26 वर्ष की शादी विगत 7 मार्च 2020 को कोतवाली क्षेत्र के ग्राम गेरुही निवासी राधे पुत्र रामनरेश के साथ हुई थी, परंतु राधे दिए गए दान दहेज से संतुष्ट नहीं था और मेरी बहन को बराबर दहेज के लिए मारता पीटता था और कहता था कि ₹50000 और एक भैंस घर से लाकर दो, नहीं तो तुम्हें जान से मार देंगे कल बीती रात शुक्रवार को दहेज के लिए मेरी बहन को जहरीला पदार्थ खिलाकर मार डाला गया है, शव घर पर पड़ा हुआ है कार्यवाही करने की कृपा करें।

इस संबंध में कोतवाली प्रभारी आलोक मणि त्रिपाठी ने बताया कि मृतका के भाई का प्रार्थना पत्र मिला है। प्रार्थना पत्र के आधार पर शव को पीएम के लिए भेजा जा रहा है एवं दहेज हत्या धारा 304 बी के तहत अपराध दर्ज कर पति के विरुद्ध कार्रवाई की जा रही है।

विश्व हिंदू परिषद ने निकाली शोभायात्रा

सीतापुर। विश्व हिंदू परिषद नगर द्वारा काशीराम आवास स्थित श्री राम लला मंदिर ब्रह्मदेव स्थान पर राम चरित मानस पाठ के समापन के उपरांत शुक्रवार को भंडारे व शोभा यात्रा का आयोजन किया गया। भंडारे में बड़ी संख्या में राम भक्तो ने प्रसाद ग्रहण किया ।

प्रसाद ग्रहण करने के बाद एक शोभा यात्रा निकाली गई जो काशीराम कालोनी परिसर में भ्रमण करने के उपरांत महाराणा प्रताप चौक होते हुए नवीन गल्ला मंडी चौराहे से पुनः काशीराम स्थित राम लला मंदिर पर पूर्ण हुई । शोभा यात्रा में बड़ी संख्या में राम भक्तो ने राम धुन पर नाचते हुए अंबीर गुलाल के रंगों में डूब गए ।

कार्यक्रम में विभाग अध्यक्ष विपुल सिंह, प्रांत सह संयोजक उत्तम सिंह, जिला मंत्री त्रिपुरेश, जिला प्रचार प्रसार प्रमुख आशीष मिश्रा, कार्यालय प्रमुख बबलू ,नगर मंत्री संदीप सक्सेना, नगर संयोजक सूरज लोधी, खंड अध्यक्ष राम विलास, पूतूं दीक्षित,नेतराम,ध्रुव सोनी,शिवम सोनी सहित बड़ी संख्या में लोग उपस्थित रहे।

डीएम की अध्यक्षता में संचारी रोग नियंत्रण व दस्तक अभियान की हुई समीक्षा बैठक, एक से तीस अप्रैल तक चलेगा अभियान


सीके सिंह(रूपम)

सीतापुर। जिलाधिकारी अनुज सिंह की अध्यक्षता में संचारी रोग नियंत्रण एवं दस्तक अभियान की बैठक आयोजित हुई।राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के अंतर्गत जनपद में चलाए जा रहें संचारी रोग नियंत्रण अभियान व जन जागरूकता कार्यक्रम में अब तक की विभिन्न गतिविधियों व कार्यों की गहनता से समीक्षा की।

जिलाधिकारी अनुज सिंह ने मुख्य चिकित्साधिकारी डा0 मधु गैरोला से विगत वर्षाे में वेक्टर वार्न डिजीज सहित अन्य संचारी रोगों की स्थिति एवं बचाव व जागरूकता हेतु चलाये जा रहे अभियान एवं प्रयासों आदि में जनपद की प्रगति के बारे में जानकारी प्राप्त करते हुए सभी सम्बन्धित विभागीय अधिकारियों एवं चिकित्साधिकारियों को निर्देश दिए कि आपसी समन्वयता बनाकर अभियान के उद्देश्यों की पूर्ति हेतु ग्रामीण स्तर पर कार्यरत स्वास्थ्य कर्मी घर-घर जाकर लोगो को जागरूक करें।

मुख्य चिकित्साधिकारी ने बताया कि संचारी रोग नियत्रण अभियान व दस्तक अभियान जो आगामी 01 से 30 अप्रैल तक चलाया जाएगा। जिसमें 17 से 30 अप्रैल तक आशाओं एवं आगनवाड़ी कार्यकत्रियों द्वारा दस्तक अभियान के तहत घर-घर जाकर एई,जेई व बुखार रोगियों को चिन्हित करना एवं उनको तेज बुखार होने पर 102व 108 एम्बुलेंस द्वारा नजदीकी सीएचसी व पीएचसी पर भेजने का कार्य किया जाएगा।

उन्होंने बताया कि दस्तक अभियान के तहत घर-घर जाकर टीम दस्तक देगी और सभी घरों के कूलर, पुराने टूटे बर्तन, मिटटी के गमले, पॉटस, टायर, फ्रीज के पीछे की ट्रे, पानी स्टोर के बर्तन आदि को चेक करेंगी। जिलाधिकारी ने सभी सम्बंधित अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि बीएसए, डीआईओएस, डीपीआरओ, डीपीओ सहित सम्बन्धित अधिकारियों को स्वास्थ्य विभाग के साथ समन्वय बनाकर संचारी रोग नियत्रंण व दस्तक अभियान के सफल बनाने की दिशा में कार्य करे।

जिलाधिकारी ने जनपद में संचारी रोगों से बचाव हेतु नगर विकास विभाग सहित नगर पालिका परिसर को साफ सफाई, नालियों की सफाई, अपशिष्ट जल निकासी, फॉगिंग कराते रहने का निर्देश दिया है तथा ग्रामीण स्तर पर ग्राम प्रधानों तथा निगरानी समितियों के माध्यम से संचारी रोगों से बचाव के प्रति बच्चों महिलाओं आदि को घर-घर दस्तक देकर जागरूक करने का भी निर्देश दिया है।

उन्होंने जनपद में संचारी रोगो के प्रति संवेदनशील क्षेत्रों में विशेष संवेदनशीलता बरतने का निर्देश दिया। बैठक में जलवायु परिवर्तन से मानव स्वास्थ्य पर पड़ने वाले प्रभाव एवं बचाव आदि के बारे में भी विचार विमर्श भी किया गया।इस अवसर सम्बंधित विभागीय अधिकारी एवं स्वास्थ्य समितियों के प्रतिनिधि उपस्थित रहे।

करंट लगने से किसान की मौत


कमलेश मेहरोत्रा

लहरपुर (सीतापुर) कोतवाली क्षेत्र की भदपर चौकी अंतर्गत ग्राम मझरी कारिंदा में एक किसान की करंट लगने से दर्दनाक मौत। प्राप्त जानकारी के अनुसार कुन्नू उर्फ अशोक पुत्र मेवालाल 35 वर्ष आज अपने खेत में चारा लेने गए थे वहां पर 11000 लाइन का तार टूट कर पड़ा हुआ था, जिसे छू जाने से वह उसकी चपेट में आ गए।

परिजनों द्वारा आनन-फानन में उन्हें प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र नकहा ले जाया गया जहां उनकी हालत गंभीर देखते हुए जिला अस्पताल लखीमपुर खीरी में भर्ती कराया गया, जहां उनकी मौत हो गई। अस्पताल प्रशासन ने घटना की सूचना पुलिस को दी, पुलिस ने शव का पीएम करा कर शव को परिजनों को सौंप दिया।

प्रभु श्रीराम पर अभद्र टिप्पणी करने पर पुलिस ने अपराध दर्ज कर भेजा जेल


कमलेश मेहरोत्रा 

लहरपुर (सीतापुर)। प्रभु श्रीराम पर अभद्र टिप्पणी करने पर पुलिस ने अपराध दर्ज कर भेजा जेल। प्राप्त जानकारी के अनुसार राष्ट्रीय हिंदू शेर सेना सीतापुर के जिला सचिव अंकित हिंदू ने कोतवाली प्रभारी आलोक मणि त्रिपाठी को प्रार्थना पत्र देकर आरोप लगाया है कि, कोतवाली क्षेत्र के ग्राम खानपुर मोहद्दीनपुर निवासी साहिबे आलम पुत्र मुनीर अहमद विगत कई दिनों से सोशल मीडिया पर हिंदुओं के आराध्य देव भगवान श्रीराम को लेकर अभद्र टिप्पणी कर सोशल मीडिया पर अपलोड कर रहा है । 

जिसके चलते हिंदू समाज में भारी रोष व्याप्त है। राष्ट्रीय हिंदू शेर सेना के जिला सचिव अंकित हिंदू ने साहिबे आलम के विरुद्ध कार्रवाई की मांग की। 

 कोतवाली पुलिस ने भगवान श्रीराम पर अभद्र टिप्पणी करने तथा सोशल मीडिया पर वायरल करने के आरोप में साहिबे अहमद को हिरासत में लेकर कार्रवाई शुरू कर दी। इस संबंध में कोतवाली प्रभारी आलोक मणि त्रिपाठी ने बताया कि प्राप्त तहरीर के आधार पर धारा 153ख एवं धारा 67 आईटी एक्ट के मुकदमा पंजीकृत करके न्यायालय भेजने की कार्रवाई की जा रही ।