अवैध उत्खनन के दौरान तेतुलमारी में चाल धंसी, चार लोगों की मौत होने की चर्चा,कई घायल

धनबाद के तेतुलमारी में अवैध माइनिंग के दौरान चाल धंस गयी।इस घटना में चार लोगो की मौत की सूचना अपुष्ट सूत्रों से मिल रही है। वहीं आधा दर्जन घायल होने की बात कही जा रही है।

मृतक की संख्या बढ़ सकती है। घायलों का स्थानीय अस्पताल में इलाज चल रहा है। मामला धनबाद जिले में तेतुलमारी थाना क्षेत्र के वेस्ट मोदीडीह स्थित बीएस माइनिंग आउट सोर्सिंग की उत्खनन परियोजना की है।

कतरास क्षेत्र तेतुलमारी के आर एन सिंह बस्ती में संचालित भूमि आउटसोर्सिंग में चाल धंसने से अवैध उत्खनन कर रहे 4 लोगों की मौत की आशंका बताई जा रही है। मृत चारों युवक तेतुलमारी शक्ति चौक के आसपास के ही रहने वाले हैं. सभी मृतकों को उनके परिजन माइंस से लेकर चले गए।

गोल्फ ग्राउंड में बांस का उत्पाद लेकर आए शिल्पकारों ने दिया पर्यावरण बचाने का संदेश

धनबाद : गांधी शिल्प बाजार में शिल्पकार बांस और बेंत से बने उत्पादों को प्रदर्शित कर रहे हैं।इन उत्पादों को बनाकर एक तरफ जहां प्रधानमंत्री के वोकल फॉर लोकल के नारे को चरितार्थ कर रहे हैं वहीं, दूसरी तरफ प्लास्टिक से दूर रहकर इन उत्पादों के माध्यम से पर्यावरण बचाने का संदेश भी दे रहे हैं।गांधी शिल्प बाजार में चार अलग - अलग स्टाल है जिनमे असम, देवघर और धनबाद के बलियापुर के शिल्पकार अपने उत्पाद के साथ पहुंचे हैं।

प्रशिक्षित बांस के शिल्पियों को गांधी शिल्प बाजार धनबाद में मार्केट उपलब्ध कराया जा रहा है। पालोजोरी,देवघर से आए मुकेश कुमार मोहली के स्टाल में बांस के सामानों जैसे उपहार बॉक्स, टोकरी, लेम्प, गृह सज्जा, पैकेजिंग और भी जीवन शैली के कई उत्पाद हैं। लेम्प में हैंगिंग लेम्प, टेबुल लेम्प, कलर लेम्प, पाईन एप्पल लेम्प आदि 15 से 20 तरह के लेम्प 100 से 1600 रू तक के रेंज में है।50 से 400 रू तक के कई और भी उत्पाद हैं। साथ ही बांस और बेंत से तैयार आरामदायक कुर्सी इनके स्टाल का मुख्य आकर्षण है।

 इनके स्टाल पर आनेवाले लोग कुर्सी पर बैठकर सेल्फी जरूर लेते है।इसकी कीमत 3000 रू है. मुकेश ने बताया बांस के उत्पाद बनाने में एक बांस 80 से 100 रू में खरीदते हैं वही बेंत और कलर बंगाल से मंगाया जाता है।एक बांस से लगभग 2000 छोटे उत्पाद तैयार होते हैं।उत्पादों को 35 कारीगर मिलकर बनाते हैं।एक दिन में उपहार बॉक्स व अन्य छोटे - छोटे 10 उत्पाद तैयार कर लिया जाता है जबकि एक आरामदायक कुर्सी तैयार करने में दो दिन का समय लगता है।उन्होंने बताया कि उत्पादों में रंगों से डिजाइन दी जाती है जिसकी खूबी है कि पानी लगने पर भी रंग नही जाता।भारत सरकार, वस्त्र मंत्रालय, कार्यालय विकास आयुक्त, हस्तशिल्प सेवा केंद्र देवघर जिला के क्षेत्राधिकार के अंतर्गत देवघर के पालोजोरी प्रखंड के शिमला ग्राम एवं धनबाद जिला के बलियापुर प्रखंड के घोघाबाद ग्राम में कुल 50 बांस के शिल्पियों  को प्रशिक्षक मुकेश कुमार मोदी के द्वारा प्रशिक्षित किया गया है।

असम से आए शिल्पकार बाप्पा दास के स्टाल में बेंत से बनी कई डिजाइनों में लेडीज पर्स, हेंडबैग चप्पल के अलावे टेबुल मैट, वाटर बोतल बैग, लेपटॉप बैग इत्यादि उत्पाद हैं।असम से ही शिल्पाकर इसफादुर रहमान बांस व बेंत से बने 100 से ज्यादा गृह सज्जा के उत्पादों को लेकर आए हैं। 

सभी उत्पाद 60 रू से 400 तक के रेंज में है. उन्होंने बताया असम वन संसाधनों में समृद्ध है और इसके अधिकतर वनों में विभिन्न प्रजातियों के बांस और बेंत प्रचुर मात्रा में पाए जाते हैं। बांस एक बहुउपयोगी कच्ची सामग्री है और यह असम की जीवनशैली तथा अर्थव्यवस्था का एक अभिन्न हिस्सा है। गोल्फ ग्राउंड में यह गांधी शिल्प बाजार 28 मार्च तक रहेगा। मेला में एंट्री फ्री है। यहां 100 स्टाल में घरेलू सामान, साज सज्जा की वस्तुएँ, वस्त्र, कारपेट, मनमोहक पेंटिंग आदि उपलब्ध है.सम्पूर्ण भारतवर्ष के हस्तशिल्प का अनोखा संगम इस मेला में है। विकास आयुक्त (हस्तशिल्प), 

वस्त्र मंत्रालय, भारत सरकार इसके प्रायोजक तथा ऑल इंडिया परिवर्तन सेवा समिति इसके आयोजक हैं।

गोल्फ ग्राउंड में बांस का उत्पाद लेकर आए शिल्पकारों ने दिया पर्यावरण बचाने का संदेश


धनबाद : गांधी शिल्प बाजार में शिल्पकार बांस और बेंत से बने उत्पादों को प्रदर्शित कर रहे हैं।इन उत्पादों को बनाकर एक तरफ जहां प्रधानमंत्री के वोकल फॉर लोकल के नारे को चरितार्थ कर रहे हैं वहीं, दूसरी तरफ प्लास्टिक से दूर रहकर इन उत्पादों के माध्यम से पर्यावरण बचाने का संदेश भी दे रहे हैं।गांधी शिल्प बाजार में चार अलग - अलग स्टाल है जिनमे असम, देवघर और धनबाद के बलियापुर के शिल्पकार अपने उत्पाद के साथ पहुंचे हैं।

प्रशिक्षित बांस के शिल्पियों को गांधी शिल्प बाजार धनबाद में मार्केट उपलब्ध कराया जा रहा है। पालोजोरी,देवघर से आए मुकेश कुमार मोहली के स्टाल में बांस के सामानों जैसे उपहार बॉक्स, टोकरी, लेम्प, गृह सज्जा, पैकेजिंग और भी जीवन शैली के कई उत्पाद हैं। लेम्प में हैंगिंग लेम्प, टेबुल लेम्प, कलर लेम्प, पाईन एप्पल लेम्प आदि 15 से 20 तरह के लेम्प 100 से 1600 रू तक के रेंज में है।50 से 400 रू तक के कई और भी उत्पाद हैं। साथ ही बांस और बेंत से तैयार आरामदायक कुर्सी इनके स्टाल का मुख्य आकर्षण है।

 इनके स्टाल पर आनेवाले लोग कुर्सी पर बैठकर सेल्फी जरूर लेते है।इसकी कीमत 3000 रू है. मुकेश ने बताया बांस के उत्पाद बनाने में एक बांस 80 से 100 रू में खरीदते हैं वही बेंत और कलर बंगाल से मंगाया जाता है।एक बांस से लगभग 2000 छोटे उत्पाद तैयार होते हैं।उत्पादों को 35 कारीगर मिलकर बनाते हैं।एक दिन में उपहार बॉक्स व अन्य छोटे - छोटे 10 उत्पाद तैयार कर लिया जाता है जबकि एक आरामदायक कुर्सी तैयार करने में दो दिन का समय लगता है।उन्होंने बताया कि उत्पादों में रंगों से डिजाइन दी जाती है जिसकी खूबी है कि पानी लगने पर भी रंग नही जाता।भारत सरकार, वस्त्र मंत्रालय, कार्यालय विकास आयुक्त, हस्तशिल्प सेवा केंद्र देवघर जिला के क्षेत्राधिकार के अंतर्गत देवघर के पालोजोरी प्रखंड के शिमला ग्राम एवं धनबाद जिला के बलियापुर प्रखंड के घोघाबाद ग्राम में कुल 50 बांस के शिल्पियों  को प्रशिक्षक मुकेश कुमार मोदी के द्वारा प्रशिक्षित किया गया है।

असम से आए शिल्पकार बाप्पा दास के स्टाल में बेंत से बनी कई डिजाइनों में लेडीज पर्स, हेंडबैग चप्पल के अलावे टेबुल मैट, वाटर बोतल बैग, लेपटॉप बैग इत्यादि उत्पाद हैं।असम से ही शिल्पाकर इसफादुर रहमान बांस व बेंत से बने 100 से ज्यादा गृह सज्जा के उत्पादों को लेकर आए हैं। 

सभी उत्पाद 60 रू से 400 तक के रेंज में है. उन्होंने बताया असम वन संसाधनों में समृद्ध है और इसके अधिकतर वनों में विभिन्न प्रजातियों के बांस और बेंत प्रचुर मात्रा में पाए जाते हैं। बांस एक बहुउपयोगी कच्ची सामग्री है और यह असम की जीवनशैली तथा अर्थव्यवस्था का एक अभिन्न हिस्सा है। गोल्फ ग्राउंड में यह गांधी शिल्प बाजार 28 मार्च तक रहेगा। मेला में एंट्री फ्री है। यहां 100 स्टाल में घरेलू सामान, साज सज्जा की वस्तुएँ, वस्त्र, कारपेट, मनमोहक पेंटिंग आदि उपलब्ध है.सम्पूर्ण भारतवर्ष के हस्तशिल्प का अनोखा संगम इस मेला में है। विकास आयुक्त (हस्तशिल्प), 

वस्त्र मंत्रालय, भारत सरकार इसके प्रायोजक तथा ऑल इंडिया परिवर्तन सेवा समिति इसके आयोजक हैं।

8 गांवो को नगर निगम में शामिल करने के प्रस्ताव के खिलाफ प्रखंड मुख्यालय में एक दिवसीय सर्वदलीय धरना दिया गया


धनबाद । गोविंदपुर प्रखंड के 4 ग्राम पंचायतों के आठ गांवो को नगर निगम में शामिल करने के प्रस्ताव के खिलाफ प्रखंड मुख्यालय में एक दिवसीय सर्वदलीय धरना दिया गया दलगत राजनीति से हटकर इसमें सभी दलों के नेताओं, जिप सदस्य, मुखिया, पंसस, वार्ड सदस्य एवं जन सामान्य शामिल हुए भाग लिया अध्यक्षता कर रही प्रखंड प्रमुख निर्मला सिंह ने कहा कि जियलगढ़ा पंचायत के गोसाईंडीह, साबलपुर व कंगालो, बड़ा नावाटांड़ पंचायत के आमाघाटा, गोविंदपुर पश्चिम पंचायत के गोविंदपुर चट्टी एवं अमरपुर पंचायत के अमरपुर, तिलकरायडीह एवं गायडहरा गांव को नगर निगम में शामिल करने का जिला प्रशासन का प्रस्ताव है इसका जोरदार विरोध होगा!

मुखिया रेशम कुमारी ने कहा कि गांव को किसी भी हाल में नगर निगम में शामिल होने नहीं दिया जाएगा इसके लिए जोरदार आंदोलन होगा ! 

जिप सदस्य सोहराब अंसारी ने कहा कि गोविंदपुर के किसी भी पंचायत को न तो नगर निगम में शामिल होने दिया जाएगा

और न ही प्रस्तावित राजगंज प्रखंड में जिप सदस्य नाजिश रहमानी ने कहा कि इस संबंध में मुख्यमंत्री से बात की जाएगी इससे पंचायतो एवं गांवो का अस्तित्व मिट जाएगा जिप सदस्य स्वाति कुमारी ने कहा कि कुछ पंचायतों को निगम और कुछ को राजगंज प्रखंड में शामिल करने के प्रस्ताव के खिलाफ आर-पार की लड़ाई लड़ी जाएगी संचालन झामुमो नेता प्राण चंद्र सोरेन एवं धन्यवाद ज्ञापन मुखिया रेशम कुमारी ने किया धरना को उप प्रमुख रेखा देवी, मुखिया ममता देवी, शमीमा खातून, सोनी खातून , रेशम कुमारी, विनोद रजवार, कुरेशा खातून, मीना देवी, बेबी मंडल, निमाई महतो, शांतिराम रजवार, रेखा मंडल, मीरा देवी, आप पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष डीएन सिंह, कांग्रेस प्रखंड अध्यक्ष मनोज कुमार हाड़ी, मोइन अंसारी, टिंकू अंसारी, झामुमो प्रखंड अध्यक्ष अताउल अंसारी, मोकिम अंसारी, एजाज अहमद, माथुर अंसारी, भाजपा नेता रतिरंजन गिरि, अजय गिरि, नीतू शंकर, गायत्री देवी , आजसू प्रखंड अध्यक्ष पप्पू सिंह, बसपा नेता सुबल दास, राम प्रसाद सिंह, शत्रुघ्न साव, अख्तर अंसारी, संतोष महतो, वीरेंद्र रजक, अनीस अंसारी , राजकिशोर गोप, अख्तर अंसारी, कमलेश गोप, कृष्णा विश्वकर्मा, नितेश गोप, राजू अंसारी, शंकर तुरी, तारापद कुमार, बबलू कुमार, परमेश्वर गोप, भीम कुमार, उमेश गिरि, किशोर राय, अयूब अंसारी, शकील अख्तर, मीठू महतो, महेंद्र प्रसाद , नंदलाल सिंह, अजय सिंह, धर्मेंद्र सिंह, दिनेश शर्मा, जमुना दास, निरंजन गोप, दिलीप राय, संतोष गोप आदि आदि शामिल थे धरना के बाद डीसी के नाम का ज्ञापन बीडीओ संतोष कुमार को दिया गया!

धनबाद : मां द्वारा मोबाइल छीने जाने पर नावालिग ने खा ली जहर,अस्पताल में भर्ती

धनबाद: मां द्वारा हाथ से मोबाइल छीनने से नाराज नाबालिग ने घर में रखा कीटनाशक खा लिया. इलाज के लिए उसे एसएनएमएमसीएच ले जाया गया. जहां प्राथमिकी उपचार के बाद उसे निजी अस्पताल रेफर कर दिया गया. 

बताया जाता है कि रविवार की दोपहर निरसा निवासी उक्त किशोरी अपने घर में बैठ मोबाइल में कुछ कर रही थी. तभी उसकी मां ने हाथ से मोबाइल छीनकर रख लिया. इससे नाराज किशोरी ने घर में रखा कीटनाशक खा लिया. 

तबीयत बिगड़ने पर उसे पहले निरसा सीएचसी ले जाया गया, वहां से एसएनएमएमसीएच लाया गया. डॉक्टरों की सलाह पर युवती को बेहतर इलाज के लिए परिजन निजी अस्पताल ले गये.

धनबाद : मां द्वारा मोबाइल छीने जाने पर नावालिग ने खा ली जहर,अस्पताल में भर्ती*l


धनबाद: मां द्वारा हाथ से मोबाइल छीनने से नाराज नाबालिग ने घर में रखा कीटनाशक खा लिया. इलाज के लिए उसे एसएनएमएमसीएच ले जाया गया. जहां प्राथमिकी उपचार के बाद उसे निजी अस्पताल रेफर कर दिया गया. 

बताया जाता है कि रविवार की दोपहर निरसा निवासी उक्त किशोरी अपने घर में बैठ मोबाइल में कुछ कर रही थी. तभी उसकी मां ने हाथ से मोबाइल छीनकर रख लिया. इससे नाराज किशोरी ने घर में रखा कीटनाशक खा लिया. 

तबीयत बिगड़ने पर उसे पहले निरसा सीएचसी ले जाया गया, वहां से एसएनएमएमसीएच लाया गया. डॉक्टरों की सलाह पर युवती को बेहतर इलाज के लिए परिजन निजी अस्पताल ले गये.

सरायढेला थाना क्षेत्र की रहने वाली 10 वीं की छात्रा परीक्षा खराब होने पर घर में डांट के डर से भागी,अंडाल से हुई बरामद

धनबाद के सरायढेला थाना क्षेत्र में रहने वाली 10 वीं की छात्रा शनिवार को पश्चिम बंगाल के दुर्गापुर से बरामद कर ली गयी. 

सरायढेला पुलिस ने उसे थाना लाकर माता पिता को सुपुर्द कर दिया. थाना लाने के बाद छात्रा ने पुलिस ने पूछताछ की, तो उसने बताया उसका बोर्ड का परीक्षा खराब गया था और घर में डांट न पड़े, इसीलिए घर छोड़ कर 15 मार्च को अपने बुआ के घर अंडाल जा रही थी. 

रास्ता भटक जाने के कारण दुर्गापुर पहुंच गयी. वहां पर जीआरपी ने उसे रखा और सरायढेला पुलिस को सूचना दी. इसके बाद सरायढेला पुलिस उसे ले आयी.

धनबाद: सांसद खेल महोत्सव : सांसद पीएन सिंह और जोरापोखर थाना प्रभारी की मौजूदगी में भोजपुरी गीतों पर लगे बार बालाओं के ठुमके

धनबाद : देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने खेलो इंडिया, फिट रहो इंडिया का नारा दिया था, इसी के तहत खिलाड़ियों को प्रोत्साहन करने के लिए धनबाद के झरिया में दो दिवसीय सांसद खेल महोत्सव का आयोजन किया गया था. दिनभर विभिन्न तरह के खेल का आयोजन हुआ और शाम होते ही दुगोला चैता का भी आयोजन कर दिया गया।

सांसद पीएन सिंह और जोरापोखर थाना प्रभारी की मौजूदगी में भोजपुरी गीतों में बार बालाओं ने जमकर ठुमके लगाए। अश्लील नृत्य परोसी गई।

इस दौरान भाजपा कार्यकर्ताओं ने इसका भरपूर लुप्त उठाते दिखे, जमकर झूमे...

इस आयोजन का मतलब साफ था कि दिन में खेलो और रात में जमकर झूमो...

धनबाद सांसद भी कितने खुशमिजाज है कि इस उम्र में भी बार बालाओं की अश्लील नृत्य आयोजन कराने का शौक रखते हैं। रात की काली घोर अंधेरा जैसे-जैसे बढ़ता गया बार बालाओं की अश्लीलता भी बढ़ती गई..

धनबाद के गुरपा स्टेशन के पास मालगाड़ी ब्रेकडाउन, अप लाइन 4 घंटे रही ठप


धनबाद : रेल मंडल के गुरपा रेलवे स्टेशन के पास 19 मार्च की सुबह करीब 6 बजे कोयला लदी मालगाड़ी पहिए का एक्सेल हिट होने के कारण ब्रेकडाउन हो गई. रेलवे राहत दल ने काफी मशक्त के बाद पहिए को दुरुस्त किया और सुबह करीब 10 बजे मालगाड़ी अपने गंतब्य के लिए रवाना हुई. 

इस दौरान अप लाइन पर करीब 4 घंटे तक ट्रेनों का परिचालन ठप रहा.

रेलवे अधिकारियों ने बताया कि मालगाड़ी हजारीबाग से कोयला लोड कर गया जंक्शन की ओर जा रही थी. घटना की जानकारी मिलते ही गोमो से दुर्घटना वैन (राहत ट्रेन) को गुरपा भेजा गया. हिट एक्सल बोगी को काटकर लूप लाइन में खड़ाकर ट्रैक को क्लियर किया गया. इसके बाद मालगाड़ी को रवाना किया गया.

धनबाद में अपराधियों का तांडव, 40 से 50 की संख्या में आए बदमाश लूट ले गए ट्रांसफर्मर


धनबाद : जिले के बलियापुर थाना क्षेत्र बेलगड़िया टाउनशिप फेज टू के न्यू कॉलोनी में शनिवार देर रात 40 से 50 अपराधियों ने बिल्डिंग में घुसकर हथियार की नोक पर ट्रांसफर से तांबे और पीतल के सामान ले भाग गए.

 जो सामान अपराधी लूटकर ले गए हैं उनकी कीमत करीब 2 लाख बताई जा रही है. स्थानीय बबलू बाउरी ने बताया कि चोरों ने ट्रांसफार्मर के पार्ट को खोलकर चोरी कर रहे थे. इसी दौरान ट्रांसफार्मर के सामने बिल्डिंग में रहने वाले महिला ने शोर मचाना शुरू कर दिया. 

हालांकि जब अपराधियों ने उन्हें जान से मारने की धमकी दी तो वह शांत हो गईं. 

इसी ट्रांसफार्मर से कॉलनी के लोगों बिजली मिलती थी, लेकिन अपराधियों के द्वारा ट्रांसफार्मर से कीमती निकाल लिए जाने और तेल को पूरी तरह से नष्ट कर कर देने से बिजली बाधित हो गई है. बिजली बहाल होने में कई दिनों का समय लग सकता है. 

इस मामले को लेकर स्थानीय लोगों ने बलियापुर थाना और बिजली विभाग के साथ जरेडा को भी सूचना दे दी है. हालांकि इसके बारे में उनका आधिकारिक बयान सामने नहीं आया है.