पटना: महिला किसानों द्वारा उत्पादित शहद, मशरुम एवं अण्डा खरीदेगी सरकार

सचिव, कृषि विभाग, बिहार डाॅ॰ एन॰ सरवण कुमार ने कृषि विभाग द्वारा आज बामेती, पटना में अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के उपलक्ष्य में आयोजित कार्यक्रम का उद्घाटन किया। इस कार्यक्रम में पद्मश्री पुरस्कार से सम्मानित सिस्टर सुधा वर्गीज द्वारा भाग लिया गया।

सचिव, कृषि विभाग ने कहा कि बिहार सरकार चैथा कृषि रोड मैप तैयार कर रही है। कृषि के क्षेत्र में महिलाओं का अभूतपूर्व योगदान रहा है। महिला किसानों के प्रयास से ही बिहार मशरुम एवं शहद उत्पादन के क्षेत्र में देश का अग्रणी राज्य बना है। महिला किसानों के पास उनके नाम से भूमि का न होना, आसानी से ऋण नहीं मिलना और खेती संबंधी यंत्रों का महिलाओं के अनुरुप नहीं होना आदि कुछ चुनौतियाँ है। परन्तु, महिला किसान अपने स्तर से मशरुम एवं शहद उत्पादन के अतिरिक्त बकरीपालन, अण्डा उत्पादन एवं दुग्ध उत्पादन में अच्छा कार्य कर रहीं हैं। इसके अतिरिक्त कुछ महिलायें सब्जी उत्पादन एवं सब्जी के पौध उत्पादन का कार्य अपनाकर कम भूमि में भी अच्छी आय प्राप्त कर रहीं हैं।

उन्होंने कहा कि बिहार में हो रहे अधिक उत्पादन को मूल्य संवर्द्धन की ओर ले जाने के लिये उद्योग विभाग के सहयोग से चैथे कृषि रोड मैप में कार्यक्रम बनाये जा रहे हैं। शहद के विपणन को सरल बनाने के लिए काॅम्फेड के माध्यम से राज्य सरकार किसानों से शहद खरीदेगी। इसी प्रकार, बिहार के किसानों द्वारा उत्पादित अंडा को सरकार क्रय करके राज्य के आँगनबाड़ी केन्द्रों में सप्ताह में दो दिन आहार में सम्मिलित करेगी। डेयरी के क्षेत्र में राज्य के प्रत्येक ग्राम में कम-से-कम एक डेयरी समिति गठित की जा रही है। सरकार मशरुम को मध्याह्न भोजन योजना का अभिन्न अंग बनाने जा रही है। फसल विविधीकरण के अंतर्गत दक्षिण बिहार के जिलों में लेमन ग्रास की खेती और उसके तेल निकालने के आसवन यंत्र को देकर बंजर भूमि में किसानों को आय के साधन देने की योजना बनायी जा रही है। उन्हांेने आगे बताया कि बिहार के पाँच उत्पादों को जी॰आई॰ टैग मिला है, परन्तु इन उत्पादों को बिहार के लोग बहुत कम सेवन करते हैं। इसलिए इनके सेवन को बढ़ाने के लिए लोगों को जागरुक करने की आवश्यकता है। उन्होंने महिलाओं को संगठित करने के लिए कृषक उत्पादक संगठन (एफ॰पी॰ओ॰) बनाने की बात कही।

पद्मश्री सिस्टर सुधा वर्गीज ने कहा कि महिलाओं को अशिक्षा, बेरोजगारी, सामाजिक एवं राजनीतिक असमानता से आजादी चाहिए। इसके लिए महिलाओं को एकता बनाने की आवश्यकता है।

राज्य नोडल पदाधिकारी, आत्मा श्री विजय कुमार ने कहा कि महिलाओं को अपने अधिकारों के प्रति जागरुक होना चाहिए और अपने स्वास्थ्य पर विशेष ध्यान देना चाहिए।

इस कार्यक्रम में बिहार के दूर-दराज के क्षेत्रों से आयी हुई महिला किसानों ने भी अपनी बातों को रखा। नारी गंुजन संस्था से जुड़ी हुई मुसहर जाति की महिला किसान श्रीमती अनीता ने कहा कि वे पहले मजदूरी करती थी। परन्तु किसान संगठन से जुड़ने का बाद उन्हें बटाई पर भूमि मिली, जिस पर खेती करने से उनकी आय बढ़ी, आज उनके बच्चे प्राईवेट विद्यालय में पढ़ाई कर रहे हैं। पूर्वी चम्पारण की महिला किसान सामिया बेगम ने बताया कि किस प्रकार उन्हांेने कोविड के कारण लगे लाॅकडाउन में अपनी नौकरी गँवाने के बाद संघर्ष किया और छोटी से पूंजी से मशरुम उत्पादन करके आज मशरुम गर्ल का दर्जा पायी है। उन्हांेने मशरुम गर्ल नाम से कैफे की स्थापना कर स्वयं अपने साथ 2000 महिला और पुरुष किसानों को जोड़कर मशरुम के तरह-तरह के उत्पाद बनाकर प्रतिदिन 25000 से 30000 रुपये कमा रही है और अपने साथ अपने पति को भी रोजगार दिया है। इसके अलावा दानापुर की श्रीमती सोनी कुमारी, पश्चिम चम्पारण की श्रीमती सुमन देवी, भागलपुर की श्रीमती वन्दना कुमारी, मुजफ्फरपुर की श्रीमती निराला देवी, सीतामढ़ी की श्रीमती पूनम, लखीसराय की श्रीमती दीपिका, बेगूसराय की श्रीमती सुनीता कुमारी सहित 15 से अधिक महिला किसानों ने अपनी बातों कर रखा एवं चतुर्थ कृषि रोड मैप के लिये सुझाव दिया।

इस कार्यक्रम में कृषि विज्ञान केन्द्र, हरनौत, नालन्दा के वैज्ञानिक डाॅ॰ ज्योति सिन्हा, कृषि अनुसंधान संस्थान, पटना के उद्यान वैज्ञानिक डाॅ॰ संगीता कुमारी, अरवल के चलन्त पशु चिकित्सा पदाधिकारी डाॅ॰ भारती ंिसंह, जगजीवन राम कृषि अभिनव पुरस्कार से सम्मानित महिला किसान श्रीमती मनोरमा सिंह सहित 300 से अधिक महिला पदाधिकारी/कर्मचारी एवं महिला किसानगण मौजूद थे।

*ईस्ट सेन्ट्रल रेलवे पार्सल कार्यालय में होली मिलन समारोह का हुआ आयोजन, फूलों से खेली गई होली*

  

पटना : ईस्ट सेन्ट्रल रेलवे कर्मचारी यूनियन पटना शाखा से प्रभावित होकर पार्सल कार्यालय द्वारा फुलों की होली मिलन समारोह अध्यक्ष सुभाष चन्द्र सिंह की अध्यक्षता में मनाया गया। 

     

आपसी भाईचारा, प्रेम, एवं सौहार्द में अभीव्रधी हेतु अपनी सांस्कृतिक विरासत को अक्षुण्ण रखने को कृत संकल्प ई सी आर के यु पटना शाखा द्वारा श्रतुराज बसंत की प्रफुल्लित अनुपमयी व अतुलया सुषमा के बिच आने वाले प्रकृति के सर्वोत्कृष्ट त्योहार फूलों की होली मिलन समारोह पटना जंक्शन के पार्सल कार्यालय में सम्पन्न हुआ। इस मौके पर एक दुसरे को गले लगा कर होली की शुभकामनाएं दी गई। 

   

इस फुलों की होली मिलन समारोह में मुख्य अतिथि ई सी आर के यु के महामंत्री एस एन पी श्रीवास्तव, कार्यकारी अध्यक्ष एस एस डी मिश्रा के अलावा शाखा सचिव बिजय कुमार ,, मीडिया प्रभारी एके शर्मा, मंजय, बिनोद ,मनोज ,एच पी सिंह संतोष कुमार सिंह रोहित कुमार सजिव कुमार, सुमन कुमार रवि कुमार, रामनाथ कुमार , रमेश कुमार मिश्रा सहित 200 कार्यकर्ता उपस्थित रहे।

*राजधानी पटना के पाटलीपुत्रा स्पोटर्स कॉम्प्लेक्स में साफ्टबॉल प्रीमियर लीग का होगा आयोजन, 6 पुरुष व 3 महिला टीम के बीच होगा मुकाबला*


पटना : साफ्टबॉल एसोसिएशन आफ बिहार के तत्वावधान में पहली बार सॉफ्टबॉल प्रीमियर लीग का आयोजन अप्रैल के अंतिम सप्ताह में होने जा रहा है. इसकी जानकारी एसोसिएशन के अध्यक्ष गौतम कनौडिया ने रविवार को यूनिवर्सल टॉवर में आयोजित प्रेसवार्ता में एसजीएम की बैठक के उपरांत दी.  

लीग से जुड़ी विस्तृत जानकारी देते हुए एसोसिएशन के संयुक्त सचिव ने रुपक कुमार ने बताया कि लीग में खेलने वाली छह पुरुषों टीमों का नाम बिहार के प्रसिद्ध जिलों के नाम पर जबकि महिला टीमों का नाम विरांगनाओं के नाम पर रखा जाएगा. लीग के सफल आयोजन के लिए कमेटी का गठन कर दिया गया है. 

कमेटी में विपिन कुमार को चैयरमैंन, रवि राय को आयोजन सचिव, मोहित श्रीवास्तव को संयोजक व आसुतोष कुमार को सह संयोजक बनाया गया है. वहीं महिला अनुशासनात्मक कमेटी की चेैयरमेंन शिखा सोनिया, संयोजक श्वेता कुमारी, जिन्नत प्रवीण व साक्षी गुप्ता सदस्य के रूप में होगी. वहीं पुरुष कमेटी के चैयरमैन संजय कुमार, संयोजक रुपक कुमार व मोहम्मद सैफ़उल्लाह सदस्य होंगे. 

उन्होंने आगे बताया कि लीग में प्रतिभाग करने के लिए रजिस्ट्रेशन की अंतिम तिथि 31 मार्च है. इसके लिए बिहार के 28 जिलों को अनुबंधन के लिए प्रस्ताव भेजा गया है. 

प्रेसवार्ता के दौरान एसोसिएशन के मुख्य सरंक्षक अजय नारायण शर्मा, संरक्षक जगन्नाथ सिंह, उपाध्यक्ष संजय कुमार, प्रणव कुमार पांडेय, एसएन राजू, चैयरपर्सन मीनू सिंह, कोषाध्यक्ष पवन कुमार के अलावा,सहायक सचिव विपिन कुमार, मौजूद थे. महासचिव प्राची शर्मा, शगुन सिंह व राजशेखर आॅनलाइन जुड़े रहे. विशेष आमंत्रित सदस्य के रूप में पूर्व सचिव व एडवाइजरी कमेटी की चेयरमैंन मधु शर्मा भी मौजूद रहीं.

शक्तिधाम श्याम मंदिर में अखण्ड ज्योति पाठ का भव्य आयोजन

जय श्री श्याम पांडव सुवन, सब मंगल की खान कष्ट हरण भय हरण,रखो भक्त की आन माता अहलवती के आँगनिये में श्याम लियो अवतार

श्री शक्तिधाम सेवा न्यास बैंक रोड , पटना में 1 मार्च

से प्रारम्भ हुए से पांच दिवसीय श्याम फाल्गुन महोत्सव के तीसरे दिन शुक्रवार को आज 10 बजे सुबह से "अखण्ड ज्योति पाठ" का भव्य आयोजन किया गया । इस अवसर पर श्यामजी की विशेष सजावट की गयी थी। मौके पर मुख्य संस्थापक अमर कुमार अग्रवाल ने बताया की अखंड ज्योति पाठ मंजू जैन के नेतृत्व में किया गया जिसमे सैकड़ो की संख्या में लाल ,पीली साड़ी में सजकर महिलाओं ने सामूहिक रूप से अखण्ड ज्योति पाठ किया। 

अखंड ज्योति पाठ का प्रारम्भ गणेश स्तुति से किया गया। 

1. विनती थांसू गणपति , करों सकल नरनार बेगा आओ आँगण, सज्यो श्याम दरबार

2. सबे सहायक सबल के , कोई न निर्बल सहाय पवन जगावत आग को, दीप हीं देत बुझाय

3. गजानन्द को सुमर कर , धर सुरसती का ध्यान

बरनऊ खाटू श्याम यश रखे सतगुरु मान जय श्री श्याम पांडव सुवन , सब मंगल की खान

कष्ट हरण भय हरण , रखो भक्त की आन 

4. "श्याम धणी को दरबार सज्यो है , सब कोई दरशण करल्यो जी , प्रेम से झोली भरल्यो जी "*

"यो दरबार है बड़ो निरालो , सिंहासन पर है खाटू वालो"

आकां दरशण करल्योजी , प्रेम से झोली भरल्यो जी"

 आज प्रातः 10 बजे से श्री श्याम जी का विशेष अखण्ड ज्योति पाठ में महिलाओं के भजनो की गूँज से पूरा परिसर गुंजानमय हो रहा था . संध्या में अखंड पाठ की समाप्ति के बाद श्याम प्रभु की आरती हुई। सभी श्रद्धालुओं के बीच प्रसाद वितरित किया गया.

अमर अग्रवाल ने बताया आज रात्रि 9:30 बजे से प्रातः 5 बजे तक रात्रि जागरण का आयोजन होगा।  

 अखंड कीर्तन पाठ मंजु जैन के नेतृत्व में किया गया जिसमें में महिला मंडल की शकुंतला अग्रवाल, आशा शर्मा, मधु शर्मा, सुधा शर्मा, अनिता लाठ, माया खीरवाल, अनिता तुलस्यान,

आदि का महत्वपूर्ण योगदान रहा।

     

एम पी जैन ने बताया कि आज के अखंड पाठ समारोह में अमर अग्रवाल, ललन लाठ, मनोज केडिया, परमानंद मित्तल, संतोष खीरवाल, गौरव शर्मा, शुभम शर्मा, सज्जन माखरिया, संजय पनिवाला, निशांत शर्मा, सावर ड्रोलिया, पवन भगत सहित काफी संख्या में लोगों ने भाग लिया।

तमिलनाडु में बिहारियों पर हो रहे हमले पर लोजपा (रामविलास) सुप्रीमो चिराग ने जताई गहरी चिंता, केन्द्रीय गृह मंत्री से उनकी सुरक्षा की मांग की

पटना : लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) ने तमिलनाडु में बिहारियों के साथ हो रही अपराधिक घटनाओं पर गहरी चिंता जाहिर की है। इसे लेकर पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान ने केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह, बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार एवं तमिलनाडु के मुख्यमंत्री श्री एम. के स्टालिन को पत्र लिखा है। जिसमें उन्होंने पीड़ितों की सुरक्षा सुनिश्चित करने और उन्हें उचित न्याय दिलाने की मांग की है।

गृहमंत्री अमित शाह को लिखे गए पत्र में चिराग पासवान ने उन्हे प्राप्त जानकारी के आधार पर मौजूदा स्थित से अवगत कराया और बिहारियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने की मांग की है। वहीं बिहार मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से ऐसी परिस्थिति में बिहारियों की मदद के लिए देश के सभी राज्यों में बिहार प्रवासी केंद्र खोले जाने की मांग की है। 

उन्होंने नीतीश कुमार से हालात की जानकारी प्रप्त करने के लिए तमिलनाडु में एक विशेष जांच दल भेजे जाने की मांग की है।

वहीं बिहार की मौजूदा सरकार पर निशाना साधते हुए चिराग ने कहा कि इससे पहले भी कई बार दूसरे राज्यों में रह रहे बिहारियों को निशाना बनाकर उनके साथ अपराधिक घटनाएं घटित हुई हैं। मजबूरी वश बिहारी दूसरे राज्यों में अपमान सह कर डर के साए में जीने को मजबूर हैं। आज भी अगर बिहारियों को पलायन कर दूसरे राज्यों में जाना पड़ता है तो इसके लिए सीधे तौर पर जिम्मेदार मुख्यमंत्री नीतीश कुमार हैं।

श्री चिराग ने कहा कि नीतीश कुमार की गलत नीतियों की वजह से बिहारियों को अपने प्रदेश में बेहतर शिक्षा और रोजगार के अवसर ना मिलना बिहारियों को पलायन के लिए मजबूर करता है। बिहार के मुख्यमंत्री होने के नाते आज यह जिम्मेदारी मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की है कि दूसरे राज्यों में बिहारी सुरक्षित रहे। सिर्फ अधिकारियों को निर्देशित कर मुख्यमंत्री जी अपने जिम्मेदारियों से पल्ला नहीं झाड़ सकते।

उन्होंने कहा कि वे स्वंय लगातार तमिलनाडु सरकार से संपर्क में हैं। उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से आग्रह करते हुए कहा कि वे तमिलनाडु के मुख्यमंत्री से बात करें और वहां रह रहे बिहारियों की सुरक्षा सुनिश्चित करें। साथ ही एक जांच दल को बिहार से तमिलनाडु भेजें साथी प्रवासी बिहारी केंद्र सभी राज्यों में खोलने की मांग की है।

जेडीयू में मचा भगदड़, उपेन्द्र कुशवाहा के बाद अब इस पूर्व सांसद ने पार्टी का छोड़ा साथ

पटना : जब से सीएम नीतीश कुमार ने बीजेपी से अलग होकर राजद के साथ मिलकर महागठबंधन की सरकार बनाई है। तब उनकी पार्टी जदयू के अंदर सबकुछ ठीक-ठाक नहीं चल रहा है। 

पहले पार्टी के संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष उपेन्द्र कुशवाहा जदयू से अलग हुए। अब आरा - विक्रमगंज की पूर्व सांसद मीना सिंह ने आज जेडीयू से इस्तीफा दे दिया है। आज पटना के मौर्या होटल में आयोजित प्रेस - कांफ्रेंस में श्रीमती सिंह ने कहा कि नीतीश कुमार से मैं कभी जुदा नहीं होना चाहती थी, लेकिन जिस तरीके से उन्होंने जंगल राज के युवराज को अपना उत्तराधिकारी घोषित कर दिया है, बिहार की जनता डर गई है, आम - अवाम को पुराने दौर की वापसी दिख रही है, ऐसे में जेडीयू के साथ मेरा रहना नाइंसाफी होता। 

श्रीमती सिंह ने कहा कि आज के फैसले के पहले हमने अपने राजनैतिक जीवन का पूर्ण आकलन किया। मेरे पति अजीत कुमार सिंह जी कांग्रेस में थे। लेकिन बिहार को जंगल राज से मुक्त कराने की लड़ाई में वे नीतीश कुमार के साथ आए। फिर बिहार को आतंक राज से मुक्ति मिली। इसके बाद आप सभी को पता है कि मेरे सांसद पति की असामयिक मौत एक सड़क दुर्घटना में हो गई। आगे, नीतीश कुमार ने बिहार की जनता को सेवा करने का मौका दिया। हमने पूरी निष्ठा के साथ जेडीयू की हर लड़ाई में अपनी सहभागिता निभाई। 

उन्होंने कहा कि 2014 में भी नीतीश कुमार के साथ रही मैं, जबकि बहुत सारे लोग छोड़ कर उन्हें चले गए। आगे के किसी चुनाव में उन्हें मेरी याद भले नहीं आई हो, लेकिन जेडीयू को हमने कभी नहीं भूला। उन्होंने कहा कि 2015 में भी बिहार में महागठबंधन बना, लेकिन आम - अवाम को इसलिए चिंता नहीं हुई क्योंकि पूरी मजबूती से नेतृत्व नीतीश कुमार के पास ही रहा। जब भ्रष्टाचार के छींटे सहयोगी दल पर लगे, तो बिना देर किए नीतीश कुमार ने नाता तोड लिया।

श्रीमती मीना सिंह ने कहा कि आज की स्थिति दूसरी और बहुत ही भयावह है। जब से बिहार में महागठबंधन की सरकार बनी है, पूरे बिहार में अपराधी तांडव कर रहे हैं। हर प्रकार के अपराध की घटनाएं बढ़ी हैं, ऐसा लग रहा है कि 2005 के पूर्व की तरह खास तरह के खिलाफ पुलिस को कार्रवाई करने से रोक दिया गया है। जनता परेशान है, जंगल राज रिटर्न साफ - साफ दिख रहा है, लेकिन नीतीश कुमार को कोई फिक्र नहीं है। 

उन्होंने कहा कि सबसे दुखद पल तो वो रहा, जब नीतीश कुमार ने तेजस्वी यादव को अपना उत्तराधिकारी घोषित कर दिया। इसके बाद तो मैं विचलित हो गई । मेरे लोग कहने लगे, अब जेडीयू में क्या बचा है। मुझे लगता है, नीतीश कुमार ने जेडीयू के साथियों के सम्पूर्ण संघर्ष को भूला दिया है और पार्टी को विलोपित करने का ही फैसला कर लिया है, वरना जंगल राज के युवराज को वे उत्तराधिकारी नहीं घोषित करते।

पत्रकारों द्वारा पूछे गए सवाल पर श्रीमती सिंह ने कहा कि आगे वे क्या करेंगी, इसके पहले अपने समर्थकों के साथ बैठक कर विचार करेंगी। बिहारहित में जो मंजूर होगा, उसी रास्ते चलेंगी। 

श्रीमती सिंह के साथ - साथ आज समता पार्टी के निर्माण काल से पार्टी के सदस्य व प्रदेश सचिव, भोजपुर के पूर्व जिलाध्यक्ष श्री अशोक शर्मा, युवा जेडीयू के प्रदेश सचिव श्री राकेश पाठक, पूर्व जिला महासचिव शिवशंकर सिंह, शाहपुर के प्रखंड अध्यक्ष श्री उमेश चंद्र पांडेय , बिहियां के प्रखंड अध्यक्ष श्रीराम महतो , उदवंतनगर के प्रखंड अध्यक्ष श्री मुकुल कुमार सिंह , संदेश के प्रखंड अध्यक्ष श्री विपिन विश्वास , जेडीयू भोजपुर के वरिष्ठ नेता व गढ़नी के पूर्व प्रखंड अध्यक्ष श्री अवधेश पांडेय, सुरक्षा सेवा प्रकोष्ठ भोजपुर के पूर्व जिलाध्यक्ष रामदयाल सिंह , पंचायती राज प्रकोष्ठ भोजपुर के पूर्व जिलाध्यक्ष श्री रंजन कुमार सिंह समेत बड़ी संख्या में दूसरे नेताओं ने भी पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया।

*श्याम फागुन महोत्सव के दूसरे दिन शक्तिधाम सेवा न्यास के तत्वावधान में निकाली गई विशाल निशान शोभा यात्रा*

    

पटना : श्याम फागुन महोत्सव के दूसरे दिन शक्तिधाम सेवा न्यास के तत्वावधान में विशाल निशान (ध्वज ) शोभा यात्रा का आयोजन किया गया। इस निशान शोभा यात्रा में महिलाये रंग बिरंगे परिधान में एवं पुरुष श्याम बाबा का केशरिया दुपट्टा ओढ़े हुए थे। 

हांथों में निशान (ध्वज )लिए श्याम भक्तों का यह कारवां पूरे उत्साह एवं श्रद्धा के साथ पुष्पविहार अपार्टमेंट  एक्जीविशन रोड से सुबह 10:30 प्रारम्भ हुआ। 

निशान शोभा यात्रा प्रारम्भ होते ही गुलाब जल का छिड़काव करते हुए फूलों की वर्षा की गयी एवं गुलाल उड़ाते हुए बहुत ही अनोखे ढंग से सुसज्जित श्याम बाबा के रथ को निकाला गया। 

शोभा यात्रा में भक्तजनो द्वारा गाये जा रहे " मेरे सर पे रख दे हाथ बाबा " " हाथों में निशान हो - सामने मेरे श्याम हो " “आये है दिन फागण के ,आये है दिन नाचण के , बीत गए दिन सावन के,” ऐसे भक्तिमय गीतों की स्वर लहरी पूरे वातावरण को भक्तिमय कर रहा था। श्याम बाबा को समर्पित भजन कीर्तन से माहौल श्याममय हो रहा था।

       

शोभा यात्रा में लाल, पीले , गुलाबी परिधानों में सजी धजी महिलाओं के अलावे युवाओं का भी उत्साह देखते बन रहा था। करीब हजारों की संख्या में भक्तों ने अपने अपने हांथों में निशान (ध्वज ) उठा रखे थे।शोभा यात्रा के दौरान पूरे रास्ते भक्तो को ठंडा पानी , शर्बत एवं फल इत्यादि दिया जाता रहा। 

        

निशान शोभा यात्रा पुष्प विहार अपार्टमेंट , एक्जीविशन रोड से होते हुए भट्टाचार्या रोड, पीरमुहानी, कदमकुआं, जहाजी कोठी, हथुआ मार्केट, बाकरगंज, गांधी मैदान, होटल मौर्या, विस्कोमान भवन होते हुए महाराजा अग्रसेन मार्ग स्थित शक्तिधाम मंदिर पंहुचकर समाप्त हुआ । 

बाबा के जयकारे के साथ शक्तिधाम मंदिर में श्याम बाबा का निशान अर्पण करने का सिलसिला काफी देर तक चलता रहा। भक्तो को श्याम बाबा का प्रसाद दिया गया। 

         

मुख्य संस्थापक अमर अग्रवाल ने बताया की पांच दिवसीय श्याम फाल्गुन महोत्सव के तीसरे दिन कल शुक्रवार 3 मार्च को दिन में दस बजे सुबह से "अखण्ड ज्योति पाठ" श्रीमती मंजू जैन एवं पार्टी द्वारा तथा 9:30 रात्रि से ( PM) "रात्रि जागरण" का आयोजन होगा।  

        

एम पी जैन ने बताया कि आज के निशान यात्रा में अमर अग्रवाल, ओम पोद्दार, रमेश मोदी, राजकुमार अग्रवाल, अक्षय अग्रवाल, निर्मल अग्रवाल, शंकर शर्मा, नरेन्द्र शर्मा, प्रदीप पंसारी, सज्जन चौधरी, सतीश अग्रवाल, सूर्य नारायण, ललन लाठ, दीपक अग्रवाल, रितेश तुलसियान, राजेश माखारिया, शकुंतला अग्रवाल, रेणु बजाज, इंदिरा खंडेलवाल, रिमझिम सर्राफ, पूनम मोर, मंजू जैन, रजनी, सहित करीब हजार से अधिक की संख्या में लोग शामिल थे।

बिहार बजट को लोजपा (रामविलास) ने बताया आंकड़ो की बाजीगरी, कहा-बजट में विकास को नहीं दी गई है प्राथमिकता

पटना : लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) ने बिहार सरकार के बजट को लोक-लुभावन और चुनावी बताया है। पटना के श्रीकृष्णापुरी स्थित लोजपा (रा) के प्रदेश कार्यालय में आयोजित संवाददाता सम्मेलन में पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष श्री राजू तिवारी ने कहा कि बजट में आंकड़ों की बाजीगरी बड़े साफगोई से की गई है। जिससे स्पष्ट पता चलता है कि विकास सरकार की प्राथमिकता में नहीं है। 

श्री तिवारी ने बताया कि स्वास्थ्य को लेकर बजट में पीएमसीएच के विश्वस्तरीय निर्माण के लिए 5500 करोड़ रूपये की राशि आवंटित की गई है, जो इससे पहले के बजट में भी दिखाया गया है। बजट के तहत प्रत्येक विधानसभा में 5 पीएचसी खोलने की सरकार बात कर रही है वही मौजूदा पीएचसी में बहाली के अभाव में डॉक्टर मौजूद नहीं है, क्योंकि उनकी बहाली नहीं की गई।

उन्होंने कहा कि रोजगार के नाम पर भी सरकार ने केवल छलावा किया है। रटा-रटाया 10 लाख रोजगार देने लक्ष्य रखा गया है, जबकि यह लक्ष्य विगत 2 वर्ष पूर्व 2020 के चुनावी घोषणा-पत्र में राजद द्वारा घोषित की गई थी। प्रदेश उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने कहा था कि कैबिनेट के पहले दिन पहली कलम से 10 लाख रोजगार देंगे, लेकिन वह सीफर साबित हुआ है। 

स्कूलों में 40 हजार 506 प्रधान शिक्षकों की बहाली, बिहार लोक सेवा आयोग में 49 हजार पद, 44 हजार 193 माध्यमिक शिक्षक और बिहार कर्मचारी चयन आयोग में 29 सौ एवं उच्च माध्यमिक शिक्षा में 89 हजार 724 जबकि पुलिस विभाग में 75 हजार 543 पदों की मंजूरी दी है। लेकिन इसके लिए वितीय व्यवस्था का जिक्र नहीं किया गया है और ना इसकी कोई समय सीमा तय की गई है।

बात उधोग की करें तो बिहार में बिमारू उधोग के पुर्नरूधार या घरेलु उद्यमिता विकास का कोई जिक्र नहीं किया गया है। कृषि- बजट में किसान गरीब गांव एवं मजूदरों के लिए ऐसा कोई भी प्रभावशाली कदम नही दिख रहा है, जिससे किसानों में जिंदगी बेहतर हीने की उमीद जगे। 2.61 करोड़ के बजट प्रस्ताव में योजनाओं पर मात्र 38.20 प्रतिशत यदि 1 लाख करोड़ खर्च करने का अनुमान किया गया है जिससे यह स्पष्ट है कि विकास सरकार की प्राथमिकता में नहीं है।

राजू तिवारी ने कहा कि सरकार के निर्भरता राजस्व को लेकर केन्द्रीय करों में राज्यों के हिस्सेदारी पर टिकी हुई है। पिछले वितीय वर्षों मे बिहार को केन्द्रीय करों में हिस्सेदारी के तौर पर 95 हजार 509.85 करोड़ मिलने की अनुमान है। वहीं वर्ष 2023-24 में यह बढ़कर 102, 737.36 करोड़ होने का अनुमान है। जिससे अगामी वितीय वर्ष में केन्द्रीय सरकार से 53,377.92 करोड़ प्राप्त होने की उमीद है। सरकाथ बजट में डेढ़ लाख के करीब नए पदों के सृजन की बात कही जा रही है जबकि पुराना वायदा अभी पूरा नहीं हुआ है और इस नवसृजित पद के लिए फंड कहां से आएगा इसका कोई जिक्र नहीं किया गया है जबकि राज्य सरकार मौजूदा संविदा कर्मियों को वेतन समय पर नहीं दे पा रही है जिस पर भरोसा करना बिल्कुल कहीं से न्याय संगत नहीं है। यह बिहार के बेरोजगारों को धोखा दिए जाने से ज्यादा कुछ नहीं है।

राज्य के समावेशी विकास की बात ना करके सरकार लोकलुभावन योजनाएं साइकिल पोशाक और छात्रवृत्ति में ही सिमट कर रह गई है जिससे राज्य का समावेशी विकास कहीं नहीं दिखाई दे रहा। अनुसूचित जाति एवं जनजाति के 1 करोड़ 62 लाख 73 हजार नौजवान छात्रवृति के आभाव में अपनी पढ़ाई लिखाई बंद करने के कागार पर है। बजट में कोई प्रावधान नहीं है।

बिहार में 52 प्रतिशत गरीबी रेखा से नीचे है। इनके उत्थान के लिए बजट में कोई प्रावधान नहीं है। अभी बिहार नीति आयोग के रिपोर्ट के अनुसार 19वें नम्बर पर है जबकि आप वजये तीसरे पावदान बता रहे है। ये सफेद झुठ है। उद्योग में 1 प्रतिशत का बजट है स्व रोजगार कैसे बढायेंगे।

शक्तिधाम दादीजी मंदिर में दादीजी होली मिलन का किया गया भव्य आयोजन, भजन और होली गीत से गुलजार रहा माहौल

पटना : राजधानी पटना स्थ्त शक्तिधाम दादीजी मंदिर में दादीजी होली मिलन का भव्य आयोजन किया गया। शक्तिधाम मंदिर के मुख्य संस्थापक अमर अग्रवाल ने बताया कि पांच दिवसीय श्याम फाल्गुन महोत्सव के पहले दिन दादीजी होली मिलन महोत्सव आयोजित किया जाता है। 

आज दादीजी का श्रृंगार देशी एवं विदेशी फूलों से बड़े हीं मनमोहक ढंग से किया गया था। दादीजी का श्रृंगार अति मोहक एवं दर्शनीय लग रहा था। भक्तगण दादीजी का दर्शन कर भाव विभोर हो रहे थे। दादीजी मंदिर में सैकड़ों की संख्या में महिलायें भक्ति भाव से भजन कीर्तन कर रही थी। 

महिलायें ……" "उत्सव में उड़े गुलाल मईया म्हारो अंगनियां में आज " "मैयाजी थ्हारी बेटी हूँ मै रखियो मेरी लाज " “दादी फागुन की आयो बहार, बुला रहा है सांवरा अपने अपने द्वार " आदि भजन गा रही थीं। महिलायें इन गीतों पर खूब झूमी और अबीर गुलाल उड़ाए। 

दादीजी होली मिलन समारोह में उत्साह , उमंग के बीच आस्था का रंग भी दिखा। रंग बिरंगे चकाचक परिधानों में सजी महिलाओं का उत्साह देखने लायक था। होली मिलन के दौरान होली खेलने से पहले श्रद्धालु महिलायें दादी जी की चरणो में अबीर गुलाल अर्पित कर रहे थे। महिलायें गा रही थीं:-

 “झुंझुनू की सेठानी निहाल करसी- मांग ले दादी स मालामाल करसी” . 

आज दादीजी की होली में शकुंतला अग्रवाल, सरिता बंका, सरोज बंका, रेखा मोदी, सरिता चौधरी, प्रेमलता गोयल, अनुसुईया खेतान, रेणु अग्रवाल सहित सैकड़ों महिलाओं ने बढ़ चढ़ कर भाग लिया।  

इस अवसर पर दादीजी को विशेष छप्पन भोग लगाया गया। इसके बाद दादीजी की 51 बत्तियों के दीप से महाआरती की गयी। भक्तों के लिए विशेष प्रसाद मालपुआ, खीर, समोसा का वितरण किया गया।

मौके पर शक्तिधाम सेवा न्यास के मुख्य संस्थापक अमर अग्रवाल ने बताया की श्याम फाल्गुन महोत्सव भक्तों के जीवन में खुशहाली का परिचायक है। 

अमर अग्रवाल ने बताया की पांच दिवसीय श्याम फाल्गुन महोत्सव के दूसरे दिन कल गुरुवार 02 मार्च को दिन में दस बजे से निशान शोभा यात्रा पुष्प विहार अपार्टमेंट , एक्जीविशन रोड से निकलकर भट्टाचार्या रोड, पीरमुहानी, कदमकुआं, जहाजी कोठी, हथुआ मार्केट, बाकरगंज, गांधी मैदान, होटल मौर्या, विस्कोमान भवन होते हुए महाराजा अग्रसेन मार्ग शक्तिधाम मंदिर पहुंचेगी। 

आज के समारोह में अमर अग्रवाल , अक्षय अग्रवाल, ओम पोद्दार, रमेश मोदी, संतोष अग्रवाल, रोशन सर्राफ, रितेश तुलसियान सहित काफी संख्या में लोग उपस्थित थे।

बिहार वजट पर लोजपा (रामविलास) ने बताया बताया आंकड़ो की बाजीगरी, कहा-बजट में विकास को नहीं दी गई है प्राथमिकता

पटना : लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) ने बिहार सरकार के बजट को लोक-लुभावन और चुनावी बताया है। पटना के श्रीकृष्णापुरी स्थित लोजपा (रा) के प्रदेश कार्यालय में आयोजित संवाददाता सम्मेलन में पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष श्री राजू तिवारी ने कहा कि बजट में आंकड़ों की बाजीगरी बड़े साफगोई से की गई है। जिससे स्पष्ट पता चलता है कि विकास सरकार की प्राथमिकता में नहीं है। 

श्री तिवारी ने बताया कि स्वास्थ्य को लेकर बजट में पीएमसीएच के विश्वस्तरीय निर्माण के लिए 5500 करोड़ रूपये की राशि आवंटित की गई है, जो इससे पहले के बजट में भी दिखाया गया है। बजट के तहत प्रत्येक विधानसभा में 5 पीएचसी खोलने की सरकार बात कर रही है वही मौजूदा पीएचसी में बहाली के अभाव में डॉक्टर मौजूद नहीं है, क्योंकि उनकी बहाली नहीं की गई।

उन्होंने कहा कि रोजगार के नाम पर भी सरकार ने केवल छलावा किया है। रटा-रटाया 10 लाख रोजगार देने लक्ष्य रखा गया है, जबकि यह लक्ष्य विगत 2 वर्ष पूर्व 2020 के चुनावी घोषणा-पत्र में राजद द्वारा घोषित की गई थी। प्रदेश उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने कहा था कि कैबिनेट के पहले दिन पहली कलम से 10 लाख रोजगार देंगे, लेकिन वह सीफर साबित हुआ है। 

स्कूलों में 40 हजार 506 प्रधान शिक्षकों की बहाली, बिहार लोक सेवा आयोग में 49 हजार पद, 44 हजार 193 माध्यमिक शिक्षक और बिहार कर्मचारी चयन आयोग में 29 सौ एवं उच्च माध्यमिक शिक्षा में 89 हजार 724 जबकि पुलिस विभाग में 75 हजार 543 पदों की मंजूरी दी है। लेकिन इसके लिए वितीय व्यवस्था का जिक्र नहीं किया गया है और ना इसकी कोई समय सीमा तय की गई है।

बात उधोग की करें तो बिहार में बिमारू उधोग के पुर्नरूधार या घरेलु उद्यमिता विकास का कोई जिक्र नहीं किया गया है। कृषि- बजट में किसान गरीब गांव एवं मजूदरों के लिए ऐसा कोई भी प्रभावशाली कदम नही दिख रहा है, जिससे किसानों में जिंदगी बेहतर हीने की उमीद जगे। 2.61 करोड़ के बजट प्रस्ताव में योजनाओं पर मात्र 38.20 प्रतिशत यदि 1 लाख करोड़ खर्च करने का अनुमान किया गया है जिससे यह स्पष्ट है कि विकास सरकार की प्राथमिकता में नहीं है।

राजू तिवारी ने कहा कि सरकार के निर्भरता राजस्व को लेकर केन्द्रीय करों में राज्यों के हिस्सेदारी पर टिकी हुई है। पिछले वितीय वर्षों मे बिहार को केन्द्रीय करों में हिस्सेदारी के तौर पर 95 हजार 509.85 करोड़ मिलने की अनुमान है। वहीं वर्ष 2023-24 में यह बढ़कर 102, 737.36 करोड़ होने का अनुमान है। जिससे अगामी वितीय वर्ष में केन्द्रीय सरकार से 53,377.92 करोड़ प्राप्त होने की उमीद है। सरकाथ बजट में डेढ़ लाख के करीब नए पदों के सृजन की बात कही जा रही है जबकि पुराना वायदा अभी पूरा नहीं हुआ है और इस नवसृजित पद के लिए फंड कहां से आएगा इसका कोई जिक्र नहीं किया गया है जबकि राज्य सरकार मौजूदा संविदा कर्मियों को वेतन समय पर नहीं दे पा रही है जिस पर भरोसा करना बिल्कुल कहीं से न्याय संगत नहीं है। यह बिहार के बेरोजगारों को धोखा दिए जाने से ज्यादा कुछ नहीं है।

राज्य के समावेशी विकास की बात ना करके सरकार लोकलुभावन योजनाएं साइकिल पोशाक और छात्रवृत्ति में ही सिमट कर रह गई है जिससे राज्य का समावेशी विकास कहीं नहीं दिखाई दे रहा। अनुसूचित जाति एवं जनजाति के 1 करोड़ 62 लाख 73 हजार नौजवान छात्रवृति के आभाव में अपनी पढ़ाई लिखाई बंद करने के कागार पर है। बजट में कोई प्रावधान नहीं है।

बिहार में 52 प्रतिशत गरीबी रेखा से नीचे है। इनके उत्थान के लिए बजट में कोई प्रावधान नहीं है। अभी बिहार नीति आयोग के रिपोर्ट के अनुसार 19वें नम्बर पर है जबकि आप वजये तीसरे पावदान बता रहे है। ये सफेद झुठ है। उद्योग में 1 प्रतिशत का बजट है स्व रोजगार कैसे बढायेंगे।