बेतिया: सत्याग्रह भवन में एक भव्य कार्यक्रम का आयोजन, सामाजिक कुरीतियों से मुक्ति का लिया गया संकल्प

बेतिया: सत्याग्रह रिसर्च फाउंडेशन के सभागार सत्याग्रह भवन में एक भव्य कार्यक्रम का आयोजन आज किया गया । जिसमें विभिन्न सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधियों, बुद्धिजीवियों एवं छात्र- छात्राओं ने भाग लिया। 

इस अवसर पर गांधीवादी चिंतक सह सचिव सत्याग्रह रिसर्च फाउंडेशन डॉ एजाज अहमद अधिवक्ता,डॉ सुरेश कुमार अग्रवाल, चांसलर प्रज्ञान अंतरराष्ट्रीय विश्वविद्यालय झारखंड ने संयुक्त रूप से छात्र छात्राओं को स्वच्छता जलवायु परिवर्तन की रोकथाम और विभिन्न सामाजिक कुरीतियों से मुक्ति का संकल्प दिलाते हुए कहा कि स्वच्छता में ईश्वर का वास होता है।

इस अवसर पर डॉ एजाज अहमद अधिवक्ता डॉ सुरेश कुमार अग्रवाल चांसलर प्रज्ञान अंतरराष्ट्रीय विश्वविद्यालय झारखंड ,डॉ अमित कुमार लोहिया एवं विभिन्न वक्ताओं ने कहा कि 11मांगो को लेकर महात्मा गांधी ने 5 मार्च सन् 1931 को लंदन द्वितीय गोल मेज सम्मेलन के पूर्व महात्मा गांधी और तत्कालीन वाइसराय लार्ड इरविन के बीच एक समझौता किया। जिसे गांधी-इरविन समझौता कहते हैं।

ब्रिटिश सरकार प्रथम गोलमेज सम्मेलन से समझ गई कि बिना महात्मा गांधी के सहयोग के कोई फैसला संभव नहीं है। 

वायसराय लार्ड इरविन एवं महात्मा गांधी के बीच 5 मार्च 1931 को गाँधी-इरविन समझौता सम्पन्न हुआ। इस समझौते में लार्ड इरविन ने स्वीकार किया कि -हिंसा के आरोपियों को छोड़कर बाकी सभी राजनीतिक बन्दियों को रिहा कर दिया जाएगा।

भारतीयों को समुद्र किनारे नमक बनाने का अधिकार दिया जाएगा।भारतीय शराब एवं विदेशी कपड़ों की दुकानों के सामने धरना दे सकते हैं।आन्दोलन के दौरान त्यागपत्र देने वालों को उनके पदों पर पुनः बहाल किया जायेगा।आन्दोलन के दौरान जब्त सम्पत्ति वापस की जाएगी।

गांधीजी ने निम्न शर्तें स्वीकार की -सविनय अवज्ञा आन्दोलन स्थगित कर दिया जाएगा।

कांग्रेस द्वितीय गोलमेज सम्मेलन में भाग लेगी।कांग्रेस ब्रिटिश सामान का बहिष्कार नहीं करेगी।गाँधीजी पुलिस की ज्यादतियों की जांच की मांग छोड़ देंगे। यह समझौता इसलिए महत्वपूर्ण था क्योंकि पहली बार ब्रिटिश सरकार ने भारतीयों के साथ समानता के स्तर पर समझौता किया।

अपशिष्ट प्रसंस्करण इकाई केन्द्र निर्माण को लेकर ग्रामीणों में आक्रोश, किया प्रदर्शन

मझौलिया - प्रखंड के अहवर शेख पंचायत के वार्ड नंबर 14 के ग्रामीणों ने शवदाहगृह के समीप अपशिष्ट प्रसंस्करण इकाई केंद्र के निर्माण किए जाने से ग्रामीणों ने प्रदर्शन कर विरोध जताया। इस प्रदर्शन का नेतृत्व संजय कुमार चौरसिया ने की। 

प्रदर्शन कर रहे ग्रामीणों ने शैलेंद्र प्रसाद सुरेंद्र प्रसाद रंजीत प्रसाद योगेंद्र प्रसाद रामेश्वर प्रसाद विजय प्रसाद मनदीप कुमार आदि ने बताया कि शवदाहगृह के समीप अपशिष्ट प्रसंस्करण इकाई केंद्र के निर्माण पंचायत के मुखिया के द्वारा कराया जा रहा है। 

जिससे शवदाहगृह में शव को लेकर जाने में काफी परेशानी होगी। यहां तक की इस स्थान पर मंदिर भी है। 

उन्होंने इस स्थान से अपशिष्ट प्रसंस्करण इकाई केंद्र को हटाकर दूसरे स्थान पर निर्माण कराने के लिए जिला पदाधिकारी को एक लिखित आवेदन देकर मांग की है।

*जिलाधिकारी ने दिए सख्त निर्देश, कदाचारमुक्त परीक्षा सम्पन्न कराने हेतु प्रॉपर तरीके से कराएं फ्रिक्सिंग

बेतिया : तृतीय स्नातक स्तरीय संयुक्त प्रारंभिक प्रतियोगिता परीक्षा के सफल, स्वच्छ, शांतिपूर्ण एवं कदाचारमुक्त आयोजन के निमित्त आज जिलाधिकारी, श्री कुंदन कुमार की अध्यक्षता में समाहरणालय सभाकक्ष में समीक्षात्मक बैठक सम्पन्न हुई। 

समीक्षात्मक बैठक में सभी संबंधित केंद्राधीक्षक, स्टैटिक मजिस्ट्रेट, पेट्रोलिंग मजिस्ट्रेट, उड़नदस्ता मजिस्ट्रेट, प्रेक्षक, महिला मजिस्ट्रेट, नियंत्रण कक्ष, रिजर्व मजिस्ट्रेट, नोडल पदाधिकारी, सहायक नोडल पदाधिकारी, अनुमंडल पदाधिकारी/पुलिस पदाधिकारी, बेतिया, सिविल सर्जन, एसटीओ, बेतिया, कार्यपालक अभियंता, पीएचईडी, विद्युत एवं नगर आयुक्त, नगर निगम, बेतिया आदि उपस्थित रहे।

जिलाधिकारी द्वारा सभी को सख्त निर्देश दिया गया कि बिहार कर्मचारी चयन आयोग द्वारा जारी दिशा-निर्देशों का अक्षरशः अनुपालन करते हुए परीक्षा को सफलतापूर्वक सम्पन्न कराना है। किसी भी तरह की कोताही कतई बर्दाश्त नहीं की जायेगी। छोटी सी भी चूक नहीं होनी चाहिए। 

उन्होंने कहा कि कदाचारमुक्त परीक्षा हेतु फ्रिक्सिंग अच्छे तरीके से कराना सुनश्चित करेंगे। इसमें किसी भी प्रकार की कोताही नहीं बरती जाय। प्रत्येक परीक्षार्थी की अच्छे तरीके से फ्रिक्सिंग की जाय। महिला एवं पुरूष अभ्यर्थियों के लिए अलग-अलग फ्रिक्सिंग की व्यवस्था की जाय।

उन्होंने निर्देश दिया कि परीक्षा केन्द्र के अंदर किसी भी सूरत में मोबाईल नहीं जाना चाहिए। इस हेतु विशेष सतकर्ता बरतने की आवश्यकता है। केन्द्राधीक्षक यह सर्टिफिकेट भी देंगे कि उनके परीक्षा केन्द्रों में किसी के द्वारा मोबाईल फोन नहीं लाया गया है। 

उन्होंने कहा कि 05 मार्च को एक ही पाली पूर्वाह्न 12.00 बजे से अपराह्न 02.15 तक परीक्षा का संचालन किया जायेगा। परीक्षा हेतु पूर्वाह्न 11.00 बजे के बाद किसी भी अभ्यर्थी को परीक्षा केन्द्र में प्रवेश करने की अनुमति नहीं जायेगी। इसका दृढ़तापूर्वक अनुपालन सुनिश्चित किया जाय।

उन्होंने कहा कि सभी केन्द्राधीक्षक एवं प्रशासनिक तथा पुलिस पदाधिकारी द्वारा पूर्व की परीक्षाओं को सफलतापूर्वक सम्पन्न कराया गया है। तृतीय स्नातक स्तरीय संयुक्त (प्रारंभिक) प्रतियोगिता परीक्षा भी बेहद महत्वपूर्ण है। सभी केन्द्राधीक्षक सहित अन्य अधिकारी, पुलिस अधिकारी तृतीय स्नातक स्तरीय संयुक्त (प्रारंभिक) प्रतियोगिता परीक्षा को पूर्ण स्वच्छ, निष्पक्ष, शांतिपूर्ण एवं कदाचारमुक्त सम्पन्न करना सुनिश्चित करेंगे।

उन्होंने कहा कि परीक्षा को सफलतापूर्वक सम्पन्न कराने हेतु नोडल पदाधिकारी, सहायक नोडल पदाधिकारी, केन्द्र प्रेक्षक-सह-स्टैटिक मजिस्ट्रेट, पेट्रोलिंग मजिस्ट्रेट, उड़नदस्ता दल, प्रेक्षक सहित पर्याप्त संख्या में पुलिस फोर्स की प्रतिनियुक्ति की गयी है। सभी अधिकारी पूरी तरह मुस्तैद रहकर अपने-अपने कर्तव्यों एवं दायित्वों का निवर्हन करेंगे।

उन्होंने कहा कि परीक्षा केन्द्रों पर पर्याप्त रौशनी, घड़ी, शुद्ध पेयजल, स्वच्छ शौचालय, निर्बाध विद्युत आपूर्ति, साफ-सफाई की समुचित व्यवस्था सुनिश्चित की जाय। साथ ही शहर के फोटोकॉपी की दुकानों, कोचिंग संस्थानों, छात्रावासों का निरीक्षण भी करना सुनिश्चित किया जाय। 

अभ्यर्थी अपने साथ सिर्फ प्रवेश-पत्र, फोटो पहचान पत्र एवं निर्धारित तीन पुस्तकें (सामान्य अध्ययन खंड, गणित खंड तथा सामान्य विज्ञान खंड) ले जा सकते हैं। किसी विषय से संबंधित गाईड, पुस्तक की फोटोकॉपी, हस्तलिखित कागज, नोट्स, इलेक्ट्रॉनिक उपकरण आदि परीक्षा भवन में नहीं ले जा सकते हैं। 

परीक्षा के समय पुस्तकों का आदान-प्रदान पूर्णतया वर्जित है। अभ्यर्थी के पुस्तक में रौल नंबर एवं नाम के अतिरिक्त कुछ भी अलग से लिखा जाये जाने की स्थिति में अथवा टेक्स्ट बुक के अतिरिक्त अन्य सामग्रियां ले जाते हैं, तो संबंधित अभ्यर्थी का अभ्यर्थित्व रद्द करते हुए विधिसम्मत कार्रवाई की जायेगी। अभ्यर्थी के पास पेन, पेंसिंग, व्हाइटनर, कैलकुलेटर, स्लाइड रूल, लॉग टेबल, ग्राफ पेपर, चार्ट पेपर या कोई अन्य इलेक्ट्रॉनिक उपकरण यानी मोबाईल फोन, ब्लूटूथ, पेजर, पहनने योग्य डिवाइस, स्मार्ट फोन, घड़ी, ईयर फोन, कॉर्डलेस डिवाइस आदि नहीं होना चाहिए। 

उन्होंने निर्देश दिया कि एसडीएम, बेतिया सभी परीक्षा केन्द्रों पर 500 गज के व्यासार्द्ध में दंड प्रक्रिया संहिता की धारा-144 के तहत निषेधाज्ञा जारी कर इसका व्यापक प्रचार-प्रसार कराना सुनिश्चित करेंगे। यदि कोई परीक्षार्थी कदाचार करते हुए पकड़े जाते हैं तो उन पर नियमानुसार कार्रवाई करेंगे।

उन्होंने निर्देश दिया कि परीक्षा में शामिल होने वाले अभ्यर्थियों की सुविधा हेतु रेलवे स्टेशन तथा बस स्टैंड, बेतिया में हेल्प लाइन काउंटर का अधिष्ठापन कराया जाय और इसके संचालन के लिए अधिकारियों एवं कर्मियों की प्रतिनियुक्ति की जाय।

समीक्षा के क्रम में बताया गया कि बिहार कर्मचारी चयन आयोग से प्राप्त निर्देश के आलोक में जिला मुख्यालय के बेतिया रेलवे स्टेशन एवं बेतिया बस स्टैंड पर हेल्पलाईन काउंटर्स की स्थापना की जा रही है। बेतिया रेलवे स्टेशन पर श्री नंदकिशोर सिंह, प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी, चनपटिया (मोबाईल नंबर-9939947838/8544412134) तथा मो0 जावेद आलम, प्रखंड साधन सेवी, बेतिया (मोबाईल नंबर-9264429311) की प्रतिनियुक्ति की गयी है। इसी तरह बेतिया बस स्टैंड अवस्थित हेल्पलाईन काउंटर्स के लिए श्री उपेन्द्र पंडित, प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी, योगापट्टी (मोबाईल नंबर-8544412136/9931263970) तथा श्री संतोष प्रसाद, प्रखंड साधन सेवी, नौतन (मोबाई नंबर-9264429321) की तैनाती की गयी है।

इसा अवसर पर उप विकास आयुक्त, श्री अनिल कुमार, अपर समाहर्ता, श्री राजीव कुमार सिंह सहित अन्य संबंधित अधिकारी उपस्थि रहे।

सड़क दुर्घटना में घायल महिला की इलाज के दौरान हुई अस्पताल में मौत, परिवार में मचा कोहराम

गौनाहा :- गौनाहा-नरकटियागंज मुख्य सड़क में पचरुखिया गांव के समीप बाइक की ठोकर से घायल गायत्री देवी (48) की मौत ईलाज के दरम्यान गुरुवार की रात्रि 11 बजे बेतिया अस्पताल में हो गयी। 

घटना के संबंध में बताया जाता है कि 26 फरवरी की सुबह विद्या पासवान की पत्नी गायत्री देवी पचरुखिया पुल के समीप सड़क के किनारे पैदल खेत की तरफ जा रही थी। 

इसी बीच बेलवा गांव निवासी जितेंद्र ठाकुर बाईक से नरकटियागंज जा रहा था। बाईक सवार जितेंद्र ठाकुर ने महिला को पीछे से ठोकर मार दी। जिससे महिला का पैर व गर्दन का पसली टूट गया। सर पर भी गहरा जख्म था। 

ईलाज हेतु उसे नरकटियागंज व बेतिया अस्पताल में ले जाया गया। ईलाज के दौरान उसकी मौत बेतिया एम जे के अस्पताल में गुरुवार की रात्रि में हो गई। 

महिला की मौत से उसके परिवार व गांव में मातम पसरा हुआ है। मृत महिला लछनौता पंचायत के पँचरुखीया गांव के वार्ड नंबर 14 की निवासी है। 

लछनौता मुखिया तफरुल हयात ने ईलाज के दौरान महिला के मौत की पुष्टि की है। आक्रोशित परिवार व ग्रामीणों द्वारा ग्लैमर बाइक को जब्त कर लिया गया है, जिसका नम्बर बीआर 22 ए एल 0898 है। उक्त महिला अपने पीछे तीन लड़का व एक लड़की छोड़ गई है।  

लछनौता मुखिया तफरुल हयात ने मृत महिला के परिजनों को अंतिम संस्कार हेतु तीन हजार रुपये अपने पॉकेट से दी है। 

थानाध्यक्ष विनोद कुमार ने बताया कि घटना की जानकारी नहीं है। पता किया जा रहा है।

आपका हुनर और सीखने की ललक आपको दिला सकती है स्वावलंबी होने की पहचान:गरिमा

बेतिया : नगर निगम सभागार में स्वयं सहायता समूह की सदस्य महिलाओ का उन्मुखीकरण शिविर आयोजित किया गया।  

शहरी आजीविका मिशन की कार्यशाला में शामिल सैकड़ों बेरोजगार महिलाओं को नगर निगम की महापौर गरिमा देवी सिकारिया ने स्वरोजगार के अनेक टिप्स दिए। 

उन्होंने कहा कि गरीब या साधारण परिवार की कम पढ़ी लिखी महिलाओं के लिए आजीविका आज बड़ी समस्या है। कोरोना त्रासदी के बाद गरीब और मध्यम वर्गीय परिवार में यह संकट और बड़ा हो गया है।बावजूद इसके आपका हुनर और सीखने की ललक आपको स्वावलंबी की पहचान और कामकाजी महिला के रूप में नई पहचान दिला सकती है। 

इसके लिए आपको नगर निगम प्रशासन का पंडित दीनदयाल शहरी आजीविविका मिशन संभाग जानकारी के साथ कामकाजी समूह बनाने के साथ बैंक से लिंकेज कर अनुदानित ऋण के रूप पूंजी दिलाने में आप सबका की मदद और मार्गदर्शन करेगा। बस जरूरत सिर्फ इतनी है कि आप अपनी रुचि और समझ के अनुसार अपने स्वरोजगार का चुनाव अपने अपने समूह या जोन की बैठक में करें। 

आपकी बैठकों में शामिल होने वाले शहरी आजीविका मिशन के हमारे प्रतिनिधि आप सबका सहयोग करेंगे। 

श्रीमती सिकारिया ने कहा कि ऐसा इस लिए भी जरूरी है कि सरकारी या प्राइवेट सेक्टर के तौर पर सबके नौकरी या रोजगार मुहैया कराना संभव नहीं हो सकता है। 

इससे पूर्व मनोनित नगर आयुक्त व प्रशिक्षु आईएएस शिवाक्षी दीक्षित ने कहा कि स्वयं सहायता समूह के माध्यम से कामकाजी बनना आसान है। एक दृढ़ संकल्प करना है और अपने पसंद के कुटीर उद्योग के माध्यम से स्वावलंबी बनना सहज हो जायेगा। 

कार्यक्रम का संचालन कर रहे नगर आयुक्त शंभू कुमार ने कहा कि नगर निगम प्रशासन के सहयोग से नगर निगम क्षेत्र की दर्जनों महिलाओं ने स्वावलंबी बनाने का इतिहास रचा है। हमारा संकल्प इस तादात को सैकड़ों या हजारों तक पहुंचाने का है।

तृतीय स्नातक स्तरीय संयुक्त (प्रारंभिक) प्रतियोगिता परीक्षा को कदाचारमुक्त सम्पन्न कराने हेतु सभी व्यवस्थाएं रखें फुल प्रूफ : जिलाधिकारी।

त्रिस्तरीय होगी फ्रिक्सिंग की व्यवस्था, डीएफएमडी/एचएचएमडी से करायी जायेगी फ्रिक्सिंग।

किसी भी प्रकार की गड़बड़ी करने वालों के विरूद्ध की जायेगी सख्त कार्रवाई।

13 केन्द्रों पर 05 मार्च को एक पाली में आयोजित होगी प्रतियोगिता परीक्षा।

बेतिया। बिहार कर्मचारी चयन आयोग, पटना द्वारा दिनांक-05.03.2023 को एक पाली में तृतीय स्नातक स्तरीय संयुक्त (प्रारंभिक) प्रतियोगिता परीक्षा का आयोजन जिला मुख्यालय के 13 परीक्षा केन्द्रों पर किया गया है। यह परीक्षा पूर्वाह्न 12.00 से अपराह्न 02.15 बजे तक संचालित की जायेगी। इस परीक्षा में जिले के परीक्षा केन्द्रों पर 7954 परीक्षार्थी भाग लेंगे। 

तृतीय स्नातक स्तरीय संयुक्त (प्रारंभिक) प्रतियोगिता परीक्षा को पूर्ण स्वच्छ, निष्पक्ष, शांतिपूर्ण एवं कदाचारमुक्त सम्पन्न कराने के निमित आज जिलाधिकारी, श्री कुंदन कुमार की अध्यक्षता में समीक्षात्मक बैठक सम्पन्न हुयी। इस अवसर पर अपर समाहर्ता, श्री राजीव कुमार सिंह, एसडीएम, बेतिया, श्री विनोद कुमार, वरीय उप समाहर्ता, श्री विपिन कुमार यादव, श्री रवि प्रकाश, जिला शिक्षा पदाधिकारी, श्री रजनीकांत प्रवीण सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहे। 

जिलाधिकारी ने कहा कि तृतीय स्नातक स्तरीय संयुक्त (प्रारंभिक) प्रतियोगिता परीक्षा भी बेहद महत्वपूर्ण है। जिला प्रशासन पूरी तरह सजग है। उन्होंने सख्त निर्देश दिया गया कि स्वच्छ, निष्पक्ष, शांतिपूर्ण एवं कदाचारमुक्त परीक्षा सम्पन्न कराने हेतु सभी व्यवस्थाएं सुदृढ़ रखें, फुल प्रूफ रखें। किसी भी स्तर पर चूक नहीं होने पाएं, इसका विशेष ध्यान रखा जाय। परीक्षा कार्य में लगे सभी प्रशासनिक एवं पुलिस अधिकारी पूरी तरह सतर्कता बरतेंगे। लापरवाही, शिथिलता एवं कोताही बरतने वालों के विरूद्ध सख्त कार्रवाई की जायेगी।

उन्होंने निर्देश दिया कि परीक्षार्थियों की अच्छे तरीके से फ्रिक्सिंग कराना सुनिश्चित किया जाय। त्रिस्तरीय फ्रिक्सिंग व्यवस्था के तहत प्रॉपर तरीके से परीक्षार्थियों की तलाशी ली जाय। किसी भी सूरत में परीक्षा केन्द्र के अंदर मोबाईल नहीं जाना चाहिए। इसमें किसी भी प्रकार की कोताही नहीं बरती जाय। फ्रिक्सिंग कार्य में किसी भी प्रकार की चूक नहीं होनी चाहिए। प्रत्येक परीक्षार्थी की अच्छे तरीके से फ्रिक्सिंग की जाय। महिला एवं पुरूष अभ्यर्थियों के लिए अलग-अलग फ्रिक्सिंग की व्यवस्था की जाय।

उन्होंने कहा कि परीक्षा केन्द्र के अंदर अनाधिकृत रूप से कोई भी व्यक्ति अंदर नहीं जाय, इसे हर हाल में सुनिश्चित किया जाय। प्राधिकृत व्यक्तियों के परिचय पत्र आदि की अच्छे तरीके से जांच सुनिश्चित किया जाय। उन्होंने निर्देश दिया कि परीक्षा केन्द्रों पर जैमर पूरी तरह फंक्शनल होना चाहिए। जैमर की फंक्शनलिटी की जांच पूर्व में ही सुनिश्चित कर लिया जाय। 

जिलाधिकारी ने निर्देश दिया कि परीक्षा के मद्देनजर होटलों, छात्रावासों सहित कोचिंग संस्थानों की लगातार जांच करायी जाय तथा निगरानी की जाय। परीक्षा के दिन परीक्षा केन्द्रों के आसपास फोटो स्टेट/कॉपी की दुकानें संचालित नहीं रहनी चाहिए। 

उन्होंने कहा कि परीक्षार्थियों की आईरिस कैप्चरिंग तथा फेसियल रिकोजेशन हेतु कर्मियों की तैनाती की जानी है। सभी कर्मियों को परिचय पत्र की अच्छे तरीके से जांच करने के बाद ही परीक्षा केन्द्रों के अंदर जाने की अनुमति दी जाय। उन्होंने निर्देश दिया कि एग्जाम सेंटर के आसपास लगातार पेट्रोलिंग कराना सुनिश्चित किया जाय।

उन्होंने निर्देश दिया कि परीक्षा को सफलतापूर्वक सम्पन्न कराने हेतु नोडल पदाधिकारी, सहायक नोडल पदाधिकारी, केन्द्र प्रेक्षक-सह-स्टैटिक मजिस्ट्रेट, पेट्रोलिंग मजिस्ट्रेट, उड़नदस्ता दल, प्रेक्षक सहित पर्याप्त संख्या में पुलिस फोर्स की प्रतिनियुक्ति ससमय कर दी जाय।

आदर्श आचार संहिता का अनुपालन करें राजनैतिक दल : जिलाधिकारी।

03 सारण स्नातक/शिक्षक निर्वाचन 2023 के मद्देनजर जिले के मान्यता प्राप्त राजनैतिक दलों के जिलाध्यक्षों के साथ समीक्षात्मक बैठक सम्पन्न। 

बेतिया। 03 सारण स्नातक/शिक्षक निर्वाचन 2023 के परिप्रेक्ष्य में आज जिलाधिकारी, श्री कुंदन कुमार की अध्यक्षता में जिला के सभी मान्यता प्राप्त राजनैतिक दलों के जिलाध्यक्ष की बैठक सम्पन्न हुयी।

जिलाधिकारी द्वारा सारण स्नातक/शिक्षक निर्वाचन 2023 के लिए भारत निर्वाचन आयोग द्वारा जारी कार्यक्रम यथा-06 मार्च को अधिसूचना जारी करने की तिथि, 13 मार्च को नाम निर्देशन प्राप्ति की अंतिम तिथि, 14 मार्च को नाम संवीक्षा करने की तिथि, 16 मार्च को अभ्यर्थिताएं वापस लेने की अंतिम तिथि, 31 मार्च को मतदान की तिथि, 05 अप्रैल को मतगणना की तिथि, 11 अप्रैल को निर्वाचन की समाप्ति की तिथि आदि के बारे में बताया गया।

जिलाधिकारी द्वारा समीक्षा बैठक में उपस्थित सभी प्रतिनिधियों को आदर्श आचार संहिता के बारे में विस्तृत जानकारी दी गयी। उन्होंने निर्देश दिया कि आदर्श आचार संहिता का अनुपालन सभी मान्यता प्राप्त राजनैतिक दल कराना सुनिश्चित करेंगे।

आदर्श आचार संहिता के महत्वपूर्ण बिन्दूः-

1. कोई भी केन्द्र या राज्य सरकार के मंत्री ऐसे किसी भी शिक्षण संस्थान का उद्घाटन/शिलान्यास नहीं करेंगे जो 03-सारण स्नातक/शिक्षक निर्वाचन क्षेत्रों के संघटक हैं।

2. किसी भी केन्द्र या राज्य के मंत्री का आधिकारिक दौरे निर्वाचन संबंधी कार्य/दौरों के साथ संयोजित नहीं किये जायेंगे।

3. किसी भी मंत्री का निर्वाचन संबंधी दौरे होने पर सरकारी कर्मी/पदाधिकारी को बुलाना प्रतिषिद्ध है।

4. निर्वाचनों के सम्पन्न होने तक सरकारी विभागों में कोई भी नीतिगत घोषणा या कार्यक्रम शुरू नहीं किये जायेंगे, जो निर्वाचकों को प्रत्यक्षतः या अप्रत्यक्षतः प्रभावित करता हो।

5. निर्वाचन बैठकों का आयोजन करने के लिए स्थलों, हैलीपैड आदि उपलब्ध कराने में पहले आओं पहले पाओं के आधार पर इस्तेमाल की अनुमति दी जायेगी।

6. 03-सारण स्नातक/शिक्षक निर्वाचन के दौरान धन शक्ति की प्रतिकूल भूमिका एवं काले धन के मूवमेंट पर अंकुश लगाने के लिए सभी प्रखंडों में स्थैतिक एवं उड़नदस्ता निगरानी दल की तैनाती की जायेगी।

7. टीवी चैनलों, केबल नेटवर्क, निजी एफएम चैनलों सहित रेडियो, सिनेमा हॉलों, सार्वजनिक स्थानों पर ऑडियो/वीडियो डिस्प्ले और सोशल मीडिया के मामले में निर्वाचन विज्ञापनों के पूर्व प्रमाणन के लिए और प्रचार अभियान के दौरान राजनैतिक पदाधिकारियों के सामान्य आचरण के अनुवीक्षण करने के लिए एमसीएमसी का गठन किया जा रहा है। आप सभी से अनुरोध है कि इसका कोई भी विज्ञापन आदि उपरोक्त कमिटि से प्रमाणन कराने का कष्ट करेंगे।

8. निर्वाचन अवधि के दौरान निर्वाचकों को होटलों/रिसोर्ट एवं अन्य समरूप स्थानों में रखने की परिपाटी निर्वाचकों को रिश्वत देने के समान होगी। 

9. लाउडस्पीकर बजाने के लिए भी समय सीमा निर्धारित है। सुबह 06.00 बजे से रात्रि 10.00 बजे तक ही लाउडस्पीकर का उपयोग संबंधित अनुमंडल पदाधिकारी से अनुमति प्राप्त कर सकते हैं। रात्रि 10.00 बजे से सुबह 06.00 बजे तक लाउडस्पीकर का प्रयोग प्रतिबंधित है।

जिलाधिकारी द्वारा अपराधिक चरित्र एवं पूर्व वृत्त संबंधी दिशा-निर्देश के बारे में बताया गया कि प्रत्येक अभ्यर्थी तीन बार (नाम वापसी के दो दिन के अंदर, तीसरा से चौथा दिन के बीच, पांचवा से छठा दिन) दैनिक समाचार पत्रों में अपराधिक मुकदमा संबंधी विवरण प्रकाशित करेंगे।

जिलाधिकारी द्वारा राजनैतिक दलों के प्रतिनिधियों को बताया गया कि मतदान बैलेट पेपर के माध्यम से सम्पन्न होगी।

नगर निगम के सभागार में करीब डेढ़ सौ कर्मियों को ड्रेस बांट कर निगम प्रशासन ने की कार्य की शुरुआत, मौके पर महापौर ने कही यह बात

बेतिया : नगर निगम सफाईकर्मियों के बीच यूनिफॉर्म बांटने की समारोह पूर्वक शुरुआत की गई। नगर निगम की महापौर गरिमा देवी सिकारिया की अध्यक्षता में कार्यक्रम का आयोजन किया गया। समारोह का संचालन नगर आयुक्त शंभू कुमार ने किया। 

इस मौके पर श्रीमती सिकारिया ने कहा कि संथागत यूनिफॉर्म पहनकर ड्यूटी करने से नगर निगम के एक एक कर्मी की विशेष पहचान बनेगी। वहीं अनुशासित रह कर अपनी जिम्मेदारी की प्रेरणा मिलेगी। 

इससे पूर्व नगर आयुक्त बनी प्रशिक्षु आइएएस अधिकारी शिवाक्षी दीक्षित ने सफाई कर्मियों के काम की तारीफ करते हुए उनका उत्साह बढ़ाया। उन्होंने नगर निगम क्षेत्र की बेहतर साफ सफाई में उनके योगदान की पुरजोर तारीफ की। इससे पूर्व नगर निगम के कार्यालय परिसर में प्रत्येक वार्ड में महिलाओं की विशेष सफाई के लिए गठित 26 टीम को बैट्री चालित पिंक सफाई वैन सौंप कर प्रदूषणमुक्त सफाई अभियान की शुरुआत की गई। 

इस अभियान की शुरुआत महापौर गरिमा देवी सिकारिया के साथ उप महापौर एवं दोनों आयुक्त ने भी पिंक सफाई वैन को झंडी दिखा कर रवाना किया। 

इस कार्यक्रम में निगम के सभी अधिकारीयों और कर्मियों की सहभागिता रही।

एक दिवसीय व्यवसायिक पशुपालन प्रशिक्षण कार्यक्रम का किया गया आयोजन, किसानों को पशुपालन की दी गई जानकारी

गौनाहा :- प्रखंड मुख्यालय स्थित ई किसान भवन में गुरुवार को प्रखंड कृषि कर्मियों को एकदिवसीय व्यवसायिक पशु पालन का प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। प्रशिक्षण का विधिवत उद्घाटन अनुमंडल कृषि पदाधिकारी अवनीश कुमार द्वारा की गई।

कृषि विज्ञान केंद्र नरकटियागंज के वैज्ञानिक डॉक्टर भूषण सिंह के द्वारा सभी किसान सलाहकार व कृषि समन्वयको को व्यवसायिक पशुपालन का प्रशिक्षण दिया गया। 

कृषि कर्मियों द्वारा प्रखंड के सभी पंचायतों में इसका प्रचार प्रसार किया जाएगा ताकि किसान बकरी पालन, डेयरी पालन सहित अन्य योजनाओं के साथ पशुओं की देखभाल एवं बीमारी की रोकथाम हेतु तकनीकी जानकारी हासिल कर सके। 

इस मौके पर अनुमंडल कृषि पदाधिकारी द्वारा प्रखंड कर्मियों के साथ एक समीक्षात्मक बैठक भी की गई ,जिसमें पीएम किसान सम्मान निधि योजना, किसानों से संबंधित बैंक खाता, जियो टॉलरेंस के तहत खाद वितरण, खरीफ फसल, ससमय बीज उपलब्ध कराने सम्बन्धी विषयो पर विस्तार से चर्चा की गई। 

प्रशिक्षण में भाग लेने वालों में बीएओ वीरेंद्र प्रताप सिंह, कृषिकर्मी सत्येंद्र कुमार सिंह, विनय कुमार, रवि किशोर, रामु प्रसाद, शशिभूषण श्रीवास्तव, जितेंद कुमार, संजय कुमार,सुभाष कुमार, किशोर कुमार, राहुल कुमार, सन्नी तिवारी आदि शामिल थे।

भारत की महान स्वतंत्रता सेनानी सरोजिनी नायडू की पुण्यतिथि पर सर्वधर्म प्रार्थना सभा का किया गया आयोजन

            

बेतिया : आज 2 मार्च को सत्याग्रह रिसर्च फाउंडेशन के सभागार सत्याग्रह भवन में भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में बेहद अहम योगदान देने वाली सरोजनी नायडू की पुण्यतिथि पर एक सर्वधर्म प्रार्थना सभा का आयोजन किया गया। 

इस अवसर पर अंतरराष्ट्रीय पीस एंबेस्डर सह सचिव सत्याग्रह रिसर्च फाउंडेशन डॉ एजाज अहमद अधिवक्ता, डॉ सुरेश कुमार अग्रवाल चांसलर प्रज्ञान अंतरराष्ट्रीय विश्वविद्यालय झारखंड, डॉ शाहनवाज अली, डॉ अमित कुमार लोहिया ने संयुक्त रूप से श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि महान स्वतंत्रता सेनानी सरोजनी नायडू का जन्म 13 फरवरी, 1879 को हुआ था। उन्होंने देश की आजादी की लड़ाई के साथ ही महिलाओं की आजादी लड़ाई भी पुरजोर तरीके से लड़ी। 

सरोजिनी नायडू बच्चों के उपर विशेष रूप से कविता लिखा करती थी। यही वजह है कि उन्हें ‘भारत की कोकिला’ कहा जाता था।सरोजनी नायडू ने मात्र 13 वर्ष की आयु में ही 1300 पदों की ‘झील की रानी‘ नामक लंबी कविता और लगभग 2000 पंक्तियों का एक विस्तृत नाटक लिखकर अंग्रेजी भाषा पर अपनी पकड़ का उदाहरण दिया था।

सरोजिनी नायडू गांधीजी से सन 1914 में लंदन में मिली। इसके बाद उनके जीवन में क्रांतिकारी बदलाव हुआ और वह भी स्वतंत्रता संग्राम में कूद पड़ीं। आजादी की लड़ाई में तो उनका अहम योगदान था ही साथ ही भारतीय समाज में जातिवाद और लिंग-भेद को मिटाने के लिए भी उन्होंने अहम भूमिका निभाई। भारत की स्वाधीनता के बाद नारियों के उत्थान के लिए उन्होंने लंबी लड़ाई लड़ी।