डीएम ने पदाधिकारियों को दिए निर्देश, विद्यालय एवं उसके आसपास के क्षेत्रों में तंबाकू बिक्री पर लगाएं रोक
रोहतास : राष्ट्रीय तम्बाकू नियंत्रण कार्यक्रम के तहत जिला तम्बाकू नियंत्रण समन्वय समिति की बैठक गुरुवार को जिलाधिकारी धर्मेंद्र कुमार की अध्यक्षता में आयोजित हुई।
बैठक के दौरान जिला, अनुमंडल एवं प्रखंड स्तर पर गठित समितियों को तंबाकू बिक्री के खिलाफ सतत निगरानी एवं औचक निरीक्षण का निर्देश देते हुए डीएम ने कहा कि विद्यालय एवं उसके आस-पास के क्षेत्रों में तम्बाकू की विक्री रोकने हेतु विशेष प्रयास किये जाये।
वहीं सिविल सर्जन डॉ केएन तिवारी ने कहा कि अवैध तम्बाकू एवं तम्बाकू से निर्मित उत्पादों की विक्री को रोकने हेतु जिलास्तर पर पुलिस अधीक्षक, अनुमंडल स्तर पर अनुमंडल पदाधिकारी तथा प्रखंड स्तर पर प्रखंड विकास पदाधिकारी के नेतृत्व में समितियों का गठन किया गया है। जिसके प्रभावी क्रियान्वयन से अवैध तम्बाकू एवं तम्बाकू निर्मित उत्पादों की बिक्री को रोका जा सकता है।
इस दौरान स्वास्थ्य विभाग के जिला प्रोग्राम पदाधिकारी सुनील कुमार ने बताया गया कि भारत दुनियां में तम्बाकू का दूसरा सबसे बड़ा उत्पादक देश है तथा तम्बाकू उपभोग के मामले में भी भारत विश्व में दूसरा स्थान रखता है। तम्बाकू ऐसा नशा है जो उपभोग करने वालो में लगभग आधे लोगो की जीवनलीला समाप्त कर देता है।
उन्होंने कहा कि बीड़ी, सिगरेट, हुक्का एवं सिगार में प्रयुक्त होने वाले तम्बाकू, गुटका एवं पान मशाला आदि अपने सभी रूपों में हानिकारक एवं कैंसर कारक है। तम्बाकू सेवन से मुंह में होने वाले कैंसर की सम्भावना सवार्धिक रहती है।
एक आकड़ों के अनुसार भारत में लगभग दो करोड़ लोग तम्बाकू का सेवन किसी न किसी रूप में करते रहते है तथा युवा एवं वृद्ध लोगों के साथ-साथ बच्चों में भी तम्बाकू सेवन की प्रवृत्ति बढ़ रही है।
वहीं आंकड़े बताते हैं कि प्रतिदिन 440 नये बच्चे तम्बाकू का सेवन प्रारंभ करते है। इसलिए बच्चों में तम्बाकू प्रयोग से होने वाले नुकसान के प्रति जागरूकता लाने के लिए विद्यालय स्तर पर जागरूकता कार्यक्रम, वाद विवाद कार्यक्रम आदि आयोजित किये जाते है।
साथ हीं विद्यालय की दिवालों पर तम्बाकू निषेध से संबंधित पोस्टर, स्लोगन तथा शरीर पर इसके प्रयोग से हुये घातक प्रभाव से संबंधित चित्रों को प्रदर्शित किया जाता है।
नियमतः विद्यालय की चहार दिवारी से 100 मीटर की परिधी के अन्दर तम्बाकू से बने पदार्थों की बिक्री पर निषेध होता है तथा 18 वर्ष से कम आयु के बच्चों को तम्बाकू निर्मित उत्पादों की विक्री प्रतिबंधित है।
डीपीएम ने कहा कि राष्ट्रीय तम्बाकू नियंत्रण कार्यक्रम संचालित करने का मुख्य उद्देश्य ऐसे व्यक्ति जो तम्बाकू सेवन प्रारंभ करना चाहते है उनको रोकना तथा छोड़ना चाहते है उनको सहयोग करना तथा सेकेन्ड्री स्नूकर से बचाना एवं जागरूक करना है। ऐसे व्यक्ति जो धूम्रपान के आदि हो चुके है परन्तु अब इसे छोड़ना चाहते हैं उनके सहयोग के लिए भी प्रत्येक जिला में तम्बाकू विमुक्ति केन्द्र बनाये गये है।
मौके पर पुलिस उपाधीक्षक मुख्यालय, जिला सूचना एवं जनसम्पर्क पदाधिकारी, सभी वरीय उप समाहर्ता सहित विडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से सभी अनुमंडल पदाधिकारी, अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी, प्रखंड विकास पदाधिकारी एवं थानाध्यक्ष उपस्थित रहे।
रोहतास से दिवाकर तिवारी
Mar 02 2023, 17:00