चिकित्सकों और कर्मचारियों की वीडियो के माध्यम से जांच जाएगी हाजिरी

उत्तर प्रदेश के सभी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों (पीएचसी) एवं उप स्वास्थ्य केंद्रों का नए सिरे से सत्यापन किया जा रहा है। इसका पूरा विवरण जिले से लेकर महानिदेशालय स्तर तक डिजिटल रहेगाा। महानिदेशालय से भी वीडियो कॉल करके हाजिरी जांची जाएगी। इसके जरिए सभी केंद्रों पर शत-प्रतिशत डॉक्टरों एवं कर्मियों की उपस्थिति सुनिश्चित कराने की तैयारी है। 

प्रदेश में 3780 प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, 25,723 उप स्वास्थ्य केंद्र हैं। विभाग को अकसर शिकायत मिलती है कि इन केंद्रों पर डॉक्टर और स्टाफ गायब रहते हैं। ऐसे में विभाग ने हाजिरी जांचने की नई रणनीति अपनाई है। महानिदेशालय की ओर से निर्देश दिया गया है कि सभी पीएचसी और उपकेंद्रों का नए सिरे से डाटा तैयार किया जाए।  

अस्पताल में कार्यरत डॉक्टर और कर्मचारियों के नाम, पदनाम, मोबाइल नंबर आदि को नए सिरे से अपडेट कर विभागीय पोर्टल पर रखा जाए। इसके जरिए महानिदेशालय से संबंधित केंद्रों पर डॉक्टर और कर्मचारी की हाजिरी जांची जाएगी। संबंधित डॉक्टर के मोबाइल नंबर पर वीडियो कॉल की जाएगी। यह देखा जाएगा कि वह अस्पताल में हैं या नहीं। एक डॉक्टर के जरिए अन्य कर्मचारियों की भी जांच की जाएगी।  

इसके अलावा संबंधित अस्पतालों के संसाधनों की रिपोर्ट तैयार करने का निर्देश दिया गया है। जहां संसाधन कम होंगे, वहां अगले बजट से इन्हें बढ़ाया जाएगा। इसमें मरीजों के उपयोग के उपकरणों के साथ ही अस्पताल आने वाले मरीजों के लिए बैठने, पानी पीने, गर्मी के मद्देनजर पंखे आदि का विवरण मांगा गया है। चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के प्रमुख सचिव पार्थ सारथी सेन शर्मा ने बताया कि सभी मुख्य चिकित्साधिकारियों एवं अधीक्षकों को निर्देश दिया गया है कि शत प्रतिशत उपस्थिति सुनिश्चित करें। जहां भी गड़बड़ी मिलेगी, संबंधित के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

*परीक्षार्थी मानसिक तनाव और समस्याओं के लिए ले सकते हैं टेली मानस की सहायता*


इटावा- बोर्ड परीक्षा आते ही कई बच्चे तनाव और चिंता के कारण परीक्षा में बेहतर प्रदर्शन नहीं कर पाते क्योंकि मानसिक रूप से अस्वस्थ होने के कारण वह सही समय पर परिस्थितियों से समायोजन नहीं कर पाते यह कहना है सैफई मेडिकल कॉलेज के मनोचिकित्सक डॉ अरुण कुमार का।

उन्होंने बताया कि एग्जाम फोबिया कोई असामान्य व्यवहार व एहसास नहीं है यह एक सामान्य व सहज प्रक्रिया है जो हर बच्चे को परीक्षा के समय प्रभावित करती इसलिए अभिभावकों को बच्चों को यह समझना जरूरी है। डॉक्टर अरुण ने बताया कि कभी-कभी सामान्य व्यवहार को असामान्य समझकर हम अपने ऊपर मानसिक दबाव बना लेते हैं जिससे परीक्षा का डर बच्चे की मानसिक स्थिति को बुरी तरह प्रभावित करता है इसलिए परीक्षा के डर को दूर करने के लिए कुछ महत्वपूर्ण टिप्स बच्चों को समझाने जरूरी है।

एग्जाम फोबिया को दूर करने के महत्वपूर्ण टिप्स

-विषयों को दोहराने के लिए फुट नोट, फ्लोचार्ट, ग्राफ,चित्र के रूप में रूपांतरित करना चाहिए जिससे विषय की कठिनाइयों को दूर किया जाए।

-45 मिनट लगातार पढ़ने के बाद 5 मिनट का ब्रेक लें व मनपसंद संगीत सुने या मनपसंद कोई भी गतिविधि करें।

-किसी विषय में विशेष कठिनाई होने पर शिक्षकों या माता-पिता से अपनी शंकाओं का समाधान कराएं।

-बेहतर प्रदर्शन के लिए सुपाच्य भोजन करें व प्राणायाम व योग अवश्य करें।

-परीक्षा में प्रश्नों के उत्तर देते समय महत्वपूर्ण बिंदुओं को समृद्ध व प्रभावशाली तरीके से लिखें।

-परीक्षा के समय लें टेली मानस की मदद

परीक्षा के दबाव से उभरने के लिए टेली मानस से ले सहायता*

मानसिक स्वास्थ्य सामाजिक कार्यकर्ता दिलीप कुमार चौबे ने बताया कि मानसिक स्वास्थ्य सहायता परामर्श हेतु एक विशेष टेली मानस सेवाएं दी जा रही हैं। जिनके तहत टोल फ्री नंबर 14416,1800-891- 4416 नंबर पर फोन कर कर अपनी समस्याओं और मानसिक तनाव के संबंध में सहायता ले सकते हैं। उन्होंने बताया कि अक्सर परीक्षा के समय बुरे विचार चिंता निराशा भ्रम हताशा और कभी कभी आत्महत्या का विचार बच्चों की मन में आ जाता है तब उन्हें प्रशिक्षित और अधिकृत काउंसलर से फोन पर उचित मार्गदर्शन मिलेगा साथ ही मानसिक स्वास्थ्य की देखभाल के लिए विशेषज्ञ द्वारा मानसिक तनाव को कम करने के लिए उचित राय दी जाएगी। उन्होंने बताया कभी-कभी बच्चे घर में खुल कर बात नहीं कर सकते हैं इसलिए उचित परामर्श और परीक्षा के दबाव को कम करने के लिए बच्चे इन टोल फ्री नंबर पर बात कर अपनी मानसिक समस्याओं से निजात पाने के लिए संपर्क कर सकते हैं।

जिला विद्यालय निरीक्षक राजू राणा ने भी परीक्षार्थियों से अपील की अगर मानसिक रूप से बच्चे परीक्षा की वजह से दबाव महसूस कर रहे हैं तो टेली मानस के टोल फ्री नंबर 14416 व 1800-891-4416 पर संपर्क कर विशेषज्ञों द्वारा काउंसलिंग अवश्य लें।

*वक्फ विकास निगम के निदेशक ने वक्फ-बोर्ड पर लगाए भ्रष्टाचार के आरोप, सरकार से की जांच की मांग*


एटा- जनपद में दौरे पर आए उत्तर प्रदेश वक्फ विकास निगम के निदेशक गुलाम मोहम्मद ने बक्फ बोर्ड के भ्रष्टाचार पर खुलकर प्रहार किया। उन्होंने वक्फ माफियाओं के खिलाफ कार्रवाई करने की उत्तर प्रदेश सरकार से मांग भी की। साथ ही मुस्लिम कौम के लोगों से अपील की कि आमने सामने की जंग करें और वक्फ की संपत्ति को रिलीज कराए। वक्फ किसी की जागीर बपौती, मिलकियत, प्रॉपर्टी नहीं है। ये शोषितों, पीड़ितों, निर्धनों, बेबाओं के कल्याण के लिए हैं। इसमें भ्रष्टाचार किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। वक्फ बोर्ड के एक्ट का दुरूपयोग किया जा रहा है, जिससे वक्फ का उद्देश्य पूरा नहीं हो पा रहा है। वक्फ एक्ट के दुरूपयोग होने के कारण उसको बदलने की आवश्यकता पर कहां वक्फ एक्ट पर सर्वे शुरू हों गया है। आगे बहुत जल्दी इसमें बदलाव होगा। उत्तर प्रदेश सरकार वक्फ बोर्ड की सम्पत्तियों और उनकी वैधानिकता की जांच करवा रही है। जांच रिपोर्ट आने के बाद भ्रष्ट वक्फ बोर्ड की संस्थाओं पर कार्रवाई की जाएगी।

10 सालों में हुई थी वक्फ बोर्ड की दो गुनी संपत्ति

जब उनसे पूछा गया कि पिछले 10 सालों में वक्फ सम्पत्तियों की संख्या दो गुनी हों गयी 10 साल पहले इनकी संख्या साढ़े चार लाख थी, जो 10 साल के भीतर साढ़े 8 लाख हों गयी, तो इसपर उन्होंने कहा कि एक एक वक्फ के दो दो जगह रजिस्ट्रेशन करवाये गए हैं, जिससे वक्फ बोर्ड्स में यकायक वृद्धि हुई है।स्कूल द्वारा निर्धारित ड्रेस कोड को मानना चाहिए और उसी में तालीम देनी चाहिए। वक्फ बोर्ड में बनने वाली कमेटियों का भौतिक सत्यापन होना चाहिए, साफ सुथरे लोगों को ही उसमे आना चाहिए।

*जनसम्पर्क विभाग, पूर्वोत्तर रेलवे, वाराणसी*


प्रेस विज्ञप्ति संख्या-03

वाराणसी 17 फरवरी, 2023 ; उत्तर रेलवे के लखनऊ मण्डल के बाराबंकी-अयोध्या कैण्ट-अकबरपुर-जफराबाद रेल खण्ड पर खेतासराय-शाहगंज स्टेशनों के मध्य दोहरीकरण कार्य के परिप्रेक्ष्य में नान इण्टरलाॅक कार्य हेतु ब्लाक लिये जाने के कारण गाड़ियों का निरस्तीकरण एवं मार्ग परिवर्तन निम्नवत किया जायेगा ।

निरस्तीकरण-

- मऊ से 21 फरवरी,2023 को चलने वाली 15025 मऊ-आनन्दविहार टर्मिनस एक्सप्रेस निरस्त रहेगी।

- आनन्द विहार टर्मिनस से 24 फरवरी,2023 को चलने वाली 15026 आनन्दविहार टर्मिनस-मऊ एक्सप्रेस निरस्त रहेगी।

- रक्सौल से 23 फरवरी,2023 को चलने वाली 14017 रक्सौल-आनन्दविहार टर्मिनस एक्सप्रेस निरस्त रहेगी।

- आनन्द विहार टर्मिनस से 22 फरवरी,2023 को चलने वाली 14018 आनन्दविहार टर्मिनस-रक्सौल एक्सप्रेस निरस्त रहेगी।

- आजमगढ़ से 20, 21, 22, 24, 25 एवं 27 फरवरी,2023 को चलने वाली 12225 आजमगढ़-दिल्ली एक्सप्रेस निरस्त रहेगी।

- दिल्ली से 19, 20, 21, 23, 24 एवं 26 फरवरी,2023 को चलने वाली 12226 दिल्ली-आजमगढ़ एक्सप्रेस निरस्त रहेगी।

- आसनसोल से 21 फरवरी,2023 को चलने वाली 13509 आसनसोल-गोण्डा एक्सप्रेस निरस्त रहेगी।

- गोण्डा से 22 फरवरी,2023 को चलने वाली 13510 गोण्डा-आसनसोल एक्सप्रेस निरस्त रहेगी।

- जयनगर से 21, 24, 26 एवं 28 फरवरी,2023 को चलने वाली 04651 जयनगर-अमृतसर विशेष गाड़ी निरस्त रहेगी।

- अमृतसर से 19, 22, 24 एवं 26 फरवरी,2023 को चलने वाली 04652 अमृतसर-जयनगर विशेष गाड़ी निरस्त रहेगी।

- अहमदाबाद से 17 एवं 24 फरवरी,2023 को चलने वाली 09465 अहमदाबाद-दरभंगा विशेष गाड़ी निरस्त रहेगी।

- दरभंगा से 20 एवं 27 फरवरी,2023 को चलने वाली 09466 दरभंगा-अहमदाबाद विशेष गाड़ी निरस्त रहेगी।

- बलिया से 19 से 27 फरवरी,2023 तक चलने वाली 05167 बलिया-शाहगंज अनारक्षित विशेष गाड़ी निरस्त रहेगी।

- शाहगंज से 19 से 27 फरवरी,2023 तक चलने वाली 05168 शाहगंज-बलिया अनारक्षित विशेष गाड़ी निरस्त रहेगी।

- बलिया से 19 से 27 फरवरी,2023 तक चलने वाली 05171 बलिया-शाहगंज अनारक्षित विशेष गाड़ी निरस्त रहेगी।

- शाहगंज से 20 से 28 फरवरी,2023 तक चलने वाली 05172 शाहगंज-बलिया अनारक्षित विशेष गाड़ी निरस्त रहेगी।

- गोरखपुर से 23 फरवरी,2023 तक चलने वाली 15057 गोरखपुर-आनन्द विहार टर्मिनस एक्सप्रेस रेक की अनुपलब्धता के कारण निरस्त रहेगी।

मार्ग परिवर्तन वाया लखनऊ-सुल्तानपुर-जफराबाद

- अमृतसर से 24 फरवरी,2023 को चलने वाली 15934 अमृतसर-न्यू तिनसुकिया एक्सप्रेस परिवर्तित मार्ग लखनऊ-सुल्तानपुर-जफराबाद के रास्ते चलाई जायेगी ।

मार्ग परिवर्तन वाया बाराबंकी-गोण्डा

- जयनगर से 19, 21, 24 एवं 26 फरवरी,2023 को चलने वाली 14649 जयनगर-अमृतसर एक्सप्रेस परिवर्तित मार्ग छपरा-गोरखपुर-गोण्डा-बाराबंकी के रास्ते चलाई जायेगी ।

- अमृतसर से 18, 20, 22 एवं 25 फरवरी,2023 को चलने वाली 14650 अमृतसर-जयनगर एक्सप्रेस परिवर्तित मार्ग बाराबंकी-गोण्डा-गोरखपुर-छपरा के रास्ते चलाई जायेगी ।

- किशनगंज से 19, 21, 24 एवं 26 फरवरी,2023 को चलने वाली 15715 किशनगंज-अजमेर एक्सप्रेस परिवर्तित मार्ग छपरा-गोरखपुर-गोण्डा-बाराबंकी के रास्ते चलाई जायेगी ।

- अजमेर से 20, 21 एवं 23 फरवरी,2023 को चलने वाली 15716 अजमेर-किशनगंज एक्सप्रेस परिवर्तित मार्ग बाराबंकी-गोण्डा-गोरखपुर-छपरा के रास्ते चलाई जायेगी ।

- अहमदाबाद से 19, 22, 24 एवं 26 फरवरी,2023 को चलने वाली 19165 अहमदाबाद-दरभंगा एक्सप्रेस परिवर्तित मार्ग बाराबंकी-गोण्डा-गोरखपुर-छपरा के रास्ते चलाई जायेगी ।

- दरभंगा से 20, 22, 25 एवं 27 फरवरी,2023 को चलने वाली 19166 दरभंगा-अहमदाबाद एक्सप्रेस परिवर्तित मार्ग छपरा-गोरखपुर-गोण्डा-बाराबंकी के रास्ते चलाई जायेगी ।

मार्ग परिवर्तन वाया अयोध्या-मनकापुर-गोरखपुर

- छपरा से 18, 21, 22 एवं 25 फरवरी,2023 को चलने वाली 15083 छपरा-फर्रूखाबाद एक्सप्रेस परिवर्तित मार्ग छपरा-गोरखपुर-मनकापुर-अयोध्या के रास्ते चलाई जायेगी ।

- फर्रूखाबाद से 19, 22, 23 एवं 26 फरवरी,2023 को चलने वाली 15084 फर्रूखाबाद-छपरा एक्सप्रेस परिवर्तित मार्ग अयोध्या-मनकापुर-गोरखपुर-छपरा के रास्ते चलाई जायेगी ।

- सूरत से 24 फरवरी,2023 को चलने वाली 19053 सूरत-मुजफ्फरपुर एक्सप्रेस परिवर्तित मार्ग छपरा-गोरखपुर-मनकापुर-अयोध्या के रास्ते चलाई जायेगी ।

- मुजफ्फरपुर से 19 एवं 26 फरवरी,2023 को चलने वाली 19054 मुजफ्फरपुर-सूरत एक्सप्रेस परिवर्तित मार्ग अयोध्या-मनकापुर-गोरखपुर-छपरा के रास्ते चलाई जायेगी ।

मार्ग परिवर्तन वाया जौनपुर

- लोकमान्य तिलक टर्मिनस से 19, 20, 22, 24 एवं 26 फरवरी,2023 को चलने वाली 11055 लोकमान्य तिलक टर्मिनस-गोरखपुर एक्सप्रेस परिवर्तित मार्ग जौनपुर-औड़िहार-मऊ-गोरखपुर के रास्ते चलाई जायेगी ।

- गोरखपुर से 19, 21, 22, 24 एवं 26 फरवरी,2023 को चलने वाली 11056 गोरखपुर-लोकमान्य तिलक टर्मिनस एक्सप्रेस परिवर्तित मार्ग गोरखपुर-मऊ-औड़िहार-जौनपुर के रास्ते चलाई जायेगी।

- लोकमान्य तिलक टर्मिनस से 18, 21, 23 एवं 25 फरवरी,2023 को चलने वाली 11059 लोकमान्य तिलक टर्मिनस-छपरा एक्सप्रेस परिवर्तित मार्ग जौनपुर-औड़िहार-मऊ-गोरखपुर के रास्ते चलाई जायेगी ।

- छपरा से 20, 23, 25 एवं 27 फरवरी,2023 को चलने वाली 11060 छपरा-लोकमान्य तिलक टर्मिनस एक्सप्रेस परिवर्तित मार्ग छपरा-मऊ-औड़िहार-जौनपुर के रास्ते चलाई जायेगी।

- सूरत से 19, 20, 22, 23, 24 एवं 26 फरवरी,2023 को चलने वाली 19045 सूरत-छपरा एक्सप्रेस परिवर्तित मार्ग जौनपुर-औड़िहार-मऊ-छपरा के रास्ते चलाई जायेगी ।

- छपरा से 19, 21, 22, 24, 25 एवं 26 फरवरी,2023 को चलने वाली 19046 छपरा-सूरत एक्सप्रेस परिवर्तित मार्ग छपरा-मऊ-औड़िहार-जौनपुर के रास्ते चलाई जायेगी।

अशोक कुमार

जनसम्पर्क अधिकारी,वाराणसी

*ब्रह्माकुमारी आश्रम में मनाया गया शिवरात्रि का त्योहार*


मऊ- उत्तर प्रदेश के मऊ जनपद में आज प्रजापिता ब्रम्हाकुमारी ईश्वरीय संस्थान में केक काटकर शिवरात्रि मनायी गयी। इसके साथ ब्रम्हाकुमारी की संचालिका विमला कुमारी ने ध्वजारोहण कर शांति का संदेश देते हुए ये भी बताया कि योग ऐसी शक्ति जिससे सारे तनाव वाले व्यक्ति अच्छा जीवन जी सकते हैं। इस अवसर पर श्रद्धालुओं की उमड़ी भारी भीड़ को प्रजापति ब्रम्हकुमारी ईश्वरी विश्वविद्यालय विश्व द्वारा समाज मे शांति का संदेश देने के प्रति प्रेरित किया गया। साथ ही लोगों को बताया गया कि योग के माध्यम से लोगों को मन की शांति मिलती है।

बता दें कि आज शिवरात्रि के अवसर पर केक काटकर परमपिता परमात्मा शिव का 87 वीँ अवतरण जयंती मनाई गई। जिसमें श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ी और श्रद्धालुओं को शांति का संदेश भी दिया गया साथ ही ध्वजारोहण कर विश्व शांति की प्रतिज्ञा भी ली ग। ब्रह्मा कुमारी द्वारा आज शिवरात्रि का त्योहार बड़े ही धूमधाम से शिव महोत्सव के रूप में मनाया गया वही भगवान शिव को इस सृष्टि का रचयिता और अपना ईस्ट मानकर कर भोग प्रसाद लगाने के साथ विधिवत पूजा अर्चना की गई ।

*इस साल महाशिवरात्रि पर बम रहा खास संयोग, चारों प्रहर भगवान भोलेनाथ की पूजा से पूरी होगी मनोकामना*


मऊ- उत्तर प्रदेश के मऊ में आज महाशिवरात्रि के पर्व पर शिवालयों में भारी भीड़ देखने को मिली। सुबह से ही भक्तों ने लाइन लगाकर भगवान भोलेनाथ का जलाभिषेक किया और धूप अगरबत्ती दिखाकर पूजा की। मान्यता है कि महाशिवरात्रि के पर्व पर भगवान शिव और पार्वती विवाह हुआ था वही आज के दिन भगवान शिव की पूजा अर्चना करने से मन चाहा फल प्राप्त होता है ।

महाशिवरात्रि का पर्व हर साल फाल्गुन मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को मनाया जाता है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, इस दिन भगवान शिव और मां पार्वती का शुभ विवाह हुआ था। इसी कारण महाशिवरात्रि के दिन भगवान शिव की विधिवत पूजा करने के शुभ फलों की प्राप्ति होती है।

इस साल महाशिवरात्रि पर काफी खास संयोग बन रहे हैं। इस वर्ष महाशिवरात्रि पर चार प्रहर में चार बार शिव जी की पूजा करने का विधान है। इसलिए चार बार पूजा करने के साथ मंत्रों का पाठ करना लाभकारी बताया जा रहा है। जो भी भक्त चारों प्रहर भगवान भोलेनाथ की पूजा करता है उसके सभी मनोकामना पूरे होते हैं।

आज के दिन भगवान शिव व मां पार्वती की बारात भी नगर में निकाली जाती है।जो पूरे क्षेत्र में भ्रमण कर मां शीतला धाम में समाप्त होती है। आज निकलने वाली शिव बारात में हाथी, घोड़े, ढोल, गाजे, बाजे और बग्गी के साथ भगवान भोलेनाथ की बारात धूमधाम से निकाली जाती है जिसमें दूर-दूर से श्रद्धालु हिस्सा लेते हैं ।

बांदा में महाराणा प्रताप चौक का सीएम योगी ने किया उद्धाटन, बोले- वर्तमान व भावी पीढ़ी के लिए प्रेरणादायक सबित होगा


उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को सिविल लाइन स्थित महाराणा प्रताप चौक में स्थापित की गई महाराणा प्रताप की प्रतिमा का लोकार्पण किया। यहां बनाए गए सेल्फी प्वाइंट की प्रशंसा की। उन्होंने महाराणा प्रताप की प्रतिमा का अनावरण करते हुए कहा कि महाराणा प्रताप, छत्रपति शिवाजी और रानी लक्ष्मीबाई जैसे महापुरुष अपने लिए नहीं, एक-एक क्षण मातृभूमि के लिए जिए हैं।

स्वदेश और स्वधर्म के लिए अपना जीवन समर्पित किया है। इसीलिए सैकड़ों साल बाद भी इन महापुरुषों का नाम लोग श्रद्धा और सम्मान से लेते हैं। उन्होंने महाराणा प्रताप चौक में क्षत्रिय शिरोमणि महाराणा प्रताप की प्रतिमा स्थापित कर चौराहे को विकसित करने के लिए प्रशासन को बधाई दी। साथ ही कहा कि निश्चित ही स्थल वर्तमान व भावी पीढ़ी के लिए प्रेरणादायक साबित होगा।

बताते चले कि सिविल लाइंस में स्थापित नवनिर्मित महाराणा प्रताप चौक को एक दिन पहले ही दुल्हन की तरह सजा दिया गया था। यहां बांदा विकास प्राधिकरण की ओर से सेल्फी प्वाइंट “आई लव यू बांदा” और नगर पालिका की ओर से राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के चश्मे के साथ स्वच्छ भारत मिशन स्लोगन स्पॉट बनाया गया है।

मुख्यमंत्री ने इसी चौराहे पर स्थापित महाराणा प्रताप की प्रतिमा का लोकार्पण किया। इसके बाद उन्होंने सेल्फी प्वाइंट को देखकर इसकी प्रशंसा की। यहां क्षत्रिय महासभा द्वारा कार्यक्रम आयोजित किया गया था। इसके उपरांत मुख्यमंत्री का काफिला सड़क मार्ग से पल्हरी चौक पहुंचा।

जहां महाराजा खेत सिंह खंगार जूदेव की नवनिर्मित प्रतिमा का लोकार्पण किया। इस अवसर पर जल शक्ति मंत्री स्वतंत्र देव सिंह जल शक्ति राज्यमंत्री रामकेश निषाद, सदर विधायक प्रकाश द्विवेदी जिलाध्यक्ष संजय सिंह पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष जगराम सिंह मौजूद रहे।

मड़ौली कांड : कानपुर देहात पहुंची अधिकारियों की टीम, पीड़ित परिवार से मिलकर शुरू की छानबीन


उत्तर प्रदेश में कानपुर देहात के मड़ौली कांड में मां-बेटी की जलकर मौत के मामले में यूपी सरकार ने एसआईटी गठित कर दी है और जांच के बाद जल्द से जल्द शासन को रिपोर्ट सौंपने की बात कही है। इसे लेकर आज कानपुर देहात में अधिकारियों की टीम पहुंची और पीड़ित परिवार से मिलकर तमाम मुद्दों पर छानबीन शुरू कर दी गई। टीम के अधिकारियों ने वीडियो ग्राफी कराते हुए पूरे परिवार और गवाहों को इकट्ठा कर घटनास्थल के पास ही बैठाकर सवाल किए।

अधिकारियों ने इसके लिए प्रत्यक्ष दर्शियों से भी बात की और घटना के बारे में जानकारी ली। लखनऊ से आए हुए अधिकारी वीडियो ग्राफी कर पीड़ित शिवम को अपने साथ लेकर चले गए. वहीं इस पूरे मामले में एसआईटी ने कुछ भी कहने से साफ मना कर दिया है और जांच करके शासन को रिपोर्ट सौंपने की बात कही।

कानपुर देहात जिलाधिकारी ने मीडिया के सामने दी सफाई

घटना स्थल पर मौजूद कानपुर देहात की जिलाधिकारी नेहा जैन ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि, पीड़ित परिवार के साथ हमारी संवेदनाएं हैं और हम उन्हें न्याय दिलाएंगे। इस मामले में मेरा नाम भी खराब किया गया है और दो अलग-अलग दिनों के वीडियो को एक साथ जोड़ा जा रहा है। वहीं अधिकारी ने कहा कि पीड़ित के पास रहने के लिए खुद का मकान है जो कि पूरी तरह से सत्य है. पीड़ित ने मीडिया के माध्यम से गलत कहा कि उनके पास रहने के लिए घर नहीं है।

नियम के मुताबिक ग्राम समाज की भूमि पर वही रह सकता है जिसके पास अपना निजी आवास न हो।इस बात को किनारे करते हुए डीएम ने कहा कि पहली प्राथमिकता यह है कि पीड़ित को न्याय मिले।वहीं अब देखना बाकी है कि एसआईटी अपनी जांच में शासन को क्या रिपोर्ट देती है और इस जांच में कौन-कौन दोषी साबित होता है। अब ये पता करना बाकी है कि आग किसने लगाई और क्यों लगाई।

वरिष्ठ चिकित्सक डॉ संतोष कुमार यादव के अनुसार परीक्षा के दिनों में छात्र ऐसे रखे अपने सेहत का ख्याल


मऊ। दसवीं और बारहवीं की परीक्षाओं के अलावा छोटी कक्षाओं की परीक्षा भी इस महीने शुरू हो गई है। परीक्षा के दौरान बच्चों को अलग तरह के तनाव से गुजरना पड़ता है कई बच्चे तैयारी में इतना डूब जाते हैं कि अपनी सेहत पर ध्यान नहीं दे पाते है और सेहत बिगड़ने पर सारी मेहनत पर पानी फिर सकता है। इस महत्वपूर्ण समय में बच्चों के साथ साथ माता-पिता को भी कुछ अहम बातों का ध्यान रखना होता है।

मऊ जनपद के मुहम्मदाबाद गोहना सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के वरिष्ठ चिकित्सक डॉ संतोष कुमार यादव बताया कि पूरी मेहनत के साथ पढ़ाई करना जरूरी है लेकिन उतना ही जरूरी है सेहत का ध्यान रखना। पढ़ाई भरपूर करें लेकिन नींद भी पूरी ले। भोजन हल्का करें लेकिन शरीर की पोषण का ध्यान रखें देर रात तक पढ़ने की वजह सुबह जल्दी उठकर पड़े। अच्छी नींद लेने से तनाव कम होता है और यही अच्छा स्कोर और करने का कारण बन सकता है।

परीक्षा के दौरान भारी भोजन ना करें आमतौर पर छात्र तली हुई चीजों और फास्ट फूड की ओर आकर्षित होते हैं लेकिन परीक्षा के समय इन से दूर रहना जरूरी है इनके सेवन से ज्यादा नींद आती है और पढ़ाई पर फोकस करने में परेशानी होती है। इसलिए हल्का और संतुलित भोजन करें। इस मामले में माता-पिता अहम भूमिका निभा सकते हैं माता पिता को परीक्षा के दिनों में बच्चों को डाइट प्लान बनाकर उसके मुताबिक खाना खिलाना चाहिए। वही कुछ चीजें ऐसी होती हैं जिनमें प्रोटीन भरपूर होता है और यह सेहत के लिए बहुत जरूरी होती है। ताजे फल, सब्जियां, अंडे ,दूध का सेवन किया जा सकता है।

45 चिकित्साधिकारियों की प्रोन्नति के बाद सौंपी गई नई जिम्मेदारी


लखनऊ । प्रादेशिक चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सेवा संवर्ग के 45 चिकित्साधिकारियों को प्रोन्नति देकर अपर निदेशक ग्रेड दिया गया है। इसमें 13 को चिकित्सा अधीक्षक की जिम्मेदारी दी गई है। इसी तरह 13 अपर निदेशकों को विभिन्न पद पर लखनऊ में तैनाती की गई है। इस संबंध में चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के विशेष सचिव मन्नान अख्तर ने आदेश जारी कर दिया है। सभी को नई तैनाती वाले स्थल पर कार्यभार ग्रहण करने का आदेश दिया गया है।

इन्हें मिली तैनाती, जानिए कौन कहां गया

लोकबंधु राजनारायण चिकित्सालय के सीएमएस डॉ. सुशील कुमार सक्सेना को बलरामपुर चिकित्सालय में मुख्य परामर्शदाता, परिवार कल्याण महानिदेशालय में संयुक्त निदेशक डॉ. शालिनी गुप्ता को यहीं पर अपर निदेशक (परिवार कल्याण), जिला महिला चिकित्सालय अलीगढ़ की अधीक्षक डॉ. रेनू शर्मा को अपर निदेशक (चिकित्सा एवं उपचार) स्वास्थ्य महानिदेशालय, रेफरल चिकित्सालय अमेठी की सीएमएस डॉ. हेमलता यादव को वीरांगना अवंतीबाई महिला चिकित्सालय का प्रमुख अधीक्षक, संयुक्त निदेशक सहारनपुर डॉ. मंजू यादव को अपर निदेशक (परिवार कल्याण) महानिदेशालय, सिविल अस्पताल की वरिष्ठ परामर्शदाता डॉ. रत्ना पांडेय को यही पर मुख्य परामर्शदाता, गोंडा जिला अस्पताल की सीएमएस डॉ. सुषमा सिंह को अपर निदेशक (कार्मिक) स्वास्थ्य महानिदेशालय की जिम्मेदारी दी गई है।

इनकी भी इन जिलों में मिली नई तैनाती

इसके अलावा एसीएमओ फर्रुखाबाद डॉ. हनी को अपर निदेशक (चिकित्सा उपचार) स्वास्थ्य महानिदेशालय, राज्य स्वास्थ्य संस्थान की संयुक्त निदेशक डॉ. सुषमा सिंह को अपर निदेशक (परिवार कल्याण), जिला चिकित्सालय आगरा की वरिष्ठ परामर्शदाता डॉ. भानु प्रताप सिंह को अपर निदेशक स्वास्थ्य महानिदेशालय, जिला चिकित्सालय मुजफ्फरनगर की वरिष्ठ परामर्शदाता डॉ. संगीता गुप्ता को अपर निदेशक (संक्रामक रोग), झलकारीबाई महिला चिकित्सालय की सीएमएस डॉ. रंजना खरे को अपर निदेशक (मुख्यालय) महानिदेशालय, महिला चिकित्सालय रायबरेली की डॉ. कल्पना चौहान को अपर निदेशक (सीएचसी), लोकबंधु अस्पताल की डॉ. संदीपा श्रीवास्तव को अपर निदेशक (परिवार कल्याण), राज्य स्वास्थ्य संस्थान की संयुक्त निदेशक डॉ. निरुपमा सिंह को सिविल अस्पताल, महिला चिकित्सालय बिजनौर की डॉ. कविता आर्या को अपर निदेशक (नियोजन) महानिदेशालय, अवंतीबाई चिकित्सालय की सीएमएस डॉ. सीमा श्रीवास्तव को अपर निदेशक (राष्ट्रीय कार्यक्रम) की जिम्मेदारी दी गई है।