बंगाल: 12वीं में शीर्ष स्थान पाने वाली छात्रा की चाहत गरीब बच्चों के लिए काम करना
कोलकाता. पश्चिम बंगाल में 12वीं की बोर्ड परीक्षा में शीर्ष स्थान लाने वालीं अधिशा देबसर्मा को 500 में से 498 अंक हासिल हुए हैं. देबसर्मा ने कहा कि वह भविष्य में गरीब बच्चों (सड़क पर रहने वाले बच्चे) के लिए काम करना चाहती हैं. कूचबिहार जिले के दिनहाटा सोनी देवी जैन विद्यालय की छात्रा देबसर्मा ने संवाददाताओं से कहा कि वह भविष्य की पढ़ाई के लिए या तो गणित ऑनर्स या ऑप्टिकल अभियांत्रिकी का विकल्प चुनेंगी. देबसर्मा ने कहा, ‘‘मैं सड़क पर रहने वाले बच्चों के लिए कुछ करना चाहती हूं.
जब भी मैं बाहर जाती हूं, मैं उनकी परिस्थितियों से आहत होती हूं और अपनी स्थिति की तुलना उनसे करती हूं.'' उन्होंने कहा कि वह अच्छे परिणामों के प्रति आश्वस्त थीं, लेकिन यह नहीं जानती थीं कि यह ‘इतना अच्छा' होगा. उन्होंने कहा कि वह अपने स्कूल को गौरवान्वित करके खुश हैं. उन्हें अपने खाली समय में वह शास्त्रीय नृत्य का अभ्यास करना और गिटार बजाना पसंद है. तीसरी रैंक (496) हासिल करने वाले चार उम्मीदवारों में से एक अविक दास ने कहा कि वह जुलाई में होने वाली नीट परीक्षा (मेडिकल) की तैयारी कर रहे हैं.
पूर्व बर्धमान जिले के कटवा काशीराम दास संस्थान के छात्र दास ने कहा कि उन्हें आमिर खान की फिल्में देखना और क्रिकेट खेलना पसंद है. कोलकाता के पाठ भवन विद्याालय में पढ़ने वाले एक अन्य तीसरे रैंक धारक रोहित सेन ने कहा कि वह भविष्य में अर्थशास्त्र का अध्ययन करना चाहते हैं. अलीपुरद्वार जिले के सुदूर इलाके में अपने घर से सात किलोमीटर दूर सिलबाड़ी हाट हाई स्कूल में साइकिल से जाने वाली बरसा परवीन ने 31 अन्य लोगों के साथ 493 अंक प्राप्त करके छठा स्थान हासिल किया. परवीन बंगाल सिविल सेवा में अधिकारी बनना चाहती हैं. पश्चिम बंगाल उच्चतर माध्यमिक परीक्षा (कक्षा 12) के परिणाम शुक्रवार को घोषित किए गये. 7,20,862 उम्मीदवारों में से 88.44 प्रतिशत के पास होने का अनुमान है.
Jun 11 2022, 17:09