खालिदा जिया के जनाजे में शामिल होने ढाका पहुंचे जयशंकर, बेटे तारिक रहमान से की मुलाकात

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बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री बेगम खालिदा जिया के जनाजे में भारत की तरफ से विदेश मंत्री एस. जयशंकर शामिल होंगे। जयशंकर आज भारत सरकार के प्रतिनिधिमंडल के साथ बांग्लादेश पहुंचे हैं। खालिदा जिया का अंतिम संस्कार बुधवार को जोहर की नमाज के बाद मानिक मियां एवेन्यू में होगा।

खालिदा जिया को संसद परिसर स्थित जिया उद्यान में उनके पति और बांग्लादेश के पूर्व राष्ट्रपति जियाउर रहमान की कब्र के पास दफनाया जाएगा। इसमें देश के कई बड़े राजनीतिक नेता, पार्टी कार्यकर्ता और आम लोग शामिल होंगे। भारत की ओर से विदेश मंत्री एस. जयशंकर उनके जनाजे में शामिल होने के लिए ढाका पहुंच चुके हैं।

विदेश मंत्रालय ने इसे लेकर एक आधिकारिक बयान जारी किया है। इसमें कहा गया है कि विदेश मंत्री एस.जयशंकर भारत सरकार और भारतीय जनता की ओर से बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री और बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी की अध्यक्ष खालिदा जिया के अंतिम संस्कार में शामिल होंगे। इसके लिए वे 31 दिसंबर यानी आज ढाका का दौरा करेंगे।

बांग्लादेश में तीन दिन का राष्ट्रीय शोक

खालिदा जिया का निधन मंगलवार सुबह 80 साल की उम्र में हुआ था। वह पिछले करीब 20 दिनों से वेंटिलेटर पर थीं और अस्पताल में इलाज चल रहा था। उनके निधन पर बांग्लादेश सरकार ने तीन दिन के राष्ट्रीय शोक का ऐलान किया है। इस दौरान पूरे देश में सरकारी इमारतों पर राष्ट्रीय ध्वज आधा झुका रहेगा और सभी सरकारी कार्यक्रम स्थगित रहेंगे।

कौन थीं खालिदा जिया

खालिदा जिया बांग्लादेश की एक प्रभावशाली और लंबे समय तक राजनीति को दिशा देने वाली नेता थीं। वह बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी (बीएनपी) की प्रमुख रहीं और देश की पहली महिला प्रधानमंत्री बनने का इतिहास रचा। उन्होंने तीन बार प्रधानमंत्री के रूप में कार्य किया- पहली बार 1991 से 1996 तक, दूसरा कार्यकाल फरवरी 1996 के बाद कुछ सप्ताह तक चला और फिर 2001 से 2006 तक। वह पूर्व राष्ट्रपति जनरल जियाउर रहमान की पत्नी थीं और उनके निधन के बाद सक्रिय राजनीति में आईं। उनके राजनीतिक जीवन में सत्ता संघर्ष, विरोध प्रदर्शनों और कई विवादों ने अहम भूमिका निभाई। बाद के वर्षों में उन पर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगे और उन्हें सजा भी हुई। जीवन के अंतिम दौर में वह कई गंभीर बीमारियों से जूझती रहीं। कुल मिलाकर, वह बांग्लादेश की राजनीति की सबसे प्रभावशाली, मजबूत और साथ ही विवादों में घिरी रहने वाली नेताओं में से एक थीं।

आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे पर चलती बस में लगी आग,मचा हड़कंप
कन्नौज। उत्तर प्रदेश के कन्नौज में आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस-वे पर देर रात एक चलती बस में आग लग गई। यह हादसा तिर्वा कोतवाली क्षेत्र के किलोमीटर संख्या 192 पर फगुआ कट के पास हुआ। बस पानीपत से बिहार जा रही थी। आग लगते ही बस में सवार यात्रियों में अफरा-तफरी मच गई। यात्रियों ने तुरंत बस से कूदकर अपनी जान बचाई।

बस में सवार सभी यात्री सुरक्षित बाहर निकल गए

घटना की सूचना मिलते ही तिर्वा सीओ कुलवीर सिंह पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे। बस में सवार सभी यात्री सुरक्षित बाहर निकल गए। मौके पर फायर ब्रिगेड को बुलाया गया। फायर कर्मी जब तक आग पर काबू पाते तब तक पूरी बस धू-धू कर जल गई। घटना मंगलवार रात लगभग 11 बजे की है। हादसे के समय बस में बच्चों समेत करीब 50 लोग सवार थे। यात्रियों ने बताया कि बस के आगे के हिस्से में अचानक से धुआं उठने लगा। जिससे बस में सवार लोगों को घुटन सी होने लगी और चीख पुकार मच गई। तत्काल ड्राइवर को बस रोकने को कहा। बस रुकते ही सभी सवारियां नीचे उतर गईं।

शार्ट सर्किट से आग लगने का अनुमान

इसके बाद बस आग की लपटों में घिर गई और देखते ही देखते पूरी बस खाक हो गई। मामले को लेकर सीओ कुलवीर सिंह ने बताया कि आग का कारण स्पष्ट नहीं है लेकिन शार्ट सर्किट से आग लगने का अनुमान है। बस को रास्ते से हटाकर रास्ता साफ कर दिया गया है। बस में सवार सभी यात्रियों को अन्य साधनों से उनके गंतव्य स्थान के लिए भेज दिया गया।
आज स्विगी, जोमैटो पर नहीं होगी डिलिवरी, गिग वर्कर्स की हड़ताल से 10 मिनट डिलीवरी पर असर

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आज साल के आखिरी दिन है। आज यानी 31 दिसंबर को लोग पुराने साल को विदा देने और नए साल के स्वागत में जोरदार जश्न मनाते हैं। हालांकि, इस दौरान ऑनलाइन खाना मंगाने या ग्रोसरी ऑर्डर करने वालों को परेशानी हो सकती है। देशभर के गिग वर्कर्स यानी, डिलीवरी पर्सन्स ने हड़ताल का ऐलान किया है। इसमें करीब 1 लाख वर्कर शामिल हो सकते हैं।

शांतिपूर्ण प्रदर्शन करेंगे गिग वर्कर्स

इंडियन फेडरेशन ऑफ एप बेस्ड ट्रांसपोर्ट वर्कर (IFAT) के राष्ट्रीय महासचिव शेख सलाउद्दीन ने कहा कि आज देशभर में गिग वर्कर्स सभी एप आधारित प्लेटफार्म को ऑफ रखेंगे और प्रमुख जगहों पर शांतिपूर्ण प्रदर्शन करेंगे।

सरकार को हस्ताक्षेप की मांग

शेख सलाउद्दीन ने बताया कि 25 दिसंबर को ऑनलाइन प्लेटफार्म कंपनियों को हड़ताल करके चेतावनी दी गई थी, लेकिन गिग वर्कर्स से कोई बातचीत नहीं की गई और न ही कोई सुरक्षा और काम करने के घंटे निर्धारित किए गए हैं। इसीलिए आज 31 दिसंबर को फिर से हड़ताल जरूरी हो गई है। उन्होंने कहा कि ऑनलाइन प्लेटफार्म कंपनियां इन सब मांगों पर ख़ामोश हैं। गिग वर्कर्स की मांग को लेकर सरकार को तुरंत हस्ताक्षेप करना चाहिए।

देश की इकोनॉमी ग्रोथ पर पड़ सकता है असर

यूनियन का आरोप है कि जोमैटो-स्विगी जैसी कंपनियां उनका शोषण कर रही हैं और उन्हें बेसिक कानूनी अधिकार नहीं मिल रहे। गिग एंड प्लेटफॉर्म सर्विसेज वर्कर्स यूनियन ने केंद्रीय श्रम मंत्री मनसुख मंडाविया को पत्र लिखकर तुरंत दखल देने की मांग की है। यूनियन ने चेतावनी दी है कि अगर उनकी मांगों पर ध्यान नहीं दिया गया, तो इसका असर देश की इकोनॉमी की ग्रोथ पर भी पड़ेगा।

भाजपा प्रत्याशी मदन सिंह ने लिया लल्लन तिवारी का आशीर्वाद
भायंदर। मीरा  भायंदर महानगरपालिका की स्थापना काल से लगातार चार बार नगरसेवक रह चुके प्रभाग क्रमांक 2 के भाजपा प्रत्याशी मदन उदित नारायण सिंह ने आज नामांकन के बाद सबसे पहले देश के प्रतिष्ठित शिक्षण संस्थान राहुल एजुकेशन के चेयरमैन लल्लन तिवारी से आर्शीवाद लिया। इस अवसर पर राहुल एजुकेशन के सचिव राहुल तिवारी तथा वरिष्ठ पत्रकार शिवपूजन पांडे उपस्थित रहे। मदन सिंह जनता के प्रति समर्पित कार्यों और पार्टी के प्रति हमेशा निष्ठावान रहे। वार्ड में उनके द्वारा किए गए  विकास कार्यों को देखते हुए एक बार फिर उनकी जीत पक्की मानी जा रही है। मदन सिंह ने भाजपा विधायक नरेंद्र मेहता का विशेष आभार मानते हुए कहा कि वे खुद को जनता का सेवक और पार्टी का कार्यकर्ता मानते हैं।
उत्तर प्रदेश में आयुर्वेद डॉक्टरों को सर्जरी की अनुमति: गाइडलाइन कैबिनेट में जल्द पेश
लखनऊ । उत्तर प्रदेश सरकार आयुर्वेद चिकित्सकों को सर्जरी करने की अनुमति देने की तैयारी में है। नए दिशा-निर्देशों के लागू होने के बाद आयुष अस्पतालों में सामान्य सर्जरी जैसे टांके लगाना, बवासीर/फिशर का इलाज, फोड़ा-फुंसी की सर्जरी, छोटे सिस्ट या ट्यूमर निकालना, स्किन प्रत्यारोपण, मोतियाबिंद की सर्जरी और दांत में रूट कैनाल जैसी प्रक्रियाएं की जा सकेंगी।

इसके लिए कैबिनेट की मंजूरी का इंतजार

आयुष विभाग ने बताया कि इसके लिए कैबिनेट की मंजूरी का इंतजार है। मंजूरी मिलने के बाद यह सुविधा प्रदेश के सभी सरकारी और निजी आयुर्वेदिक संस्थानों में उपलब्ध होगी। इस कदम से मरीजों को अपने घर के नजदीक ही उपचार मिलने में मदद मिलेगी और एलोपैथिक अस्पतालों में मामूली सर्जरी के लिए होने वाली भीड़ कम होगी।

परास्नातक छात्रों को इन क्षेत्रों में सर्जरी की अनुमति दी

प्रदेश के बीएचयू, राजकीय और निजी आयुर्वेद कॉलेजों में शल्य तंत्र (सामान्य सर्जरी) और शल्यक (नाक, कान, गला, आंख और दंत चिकित्सा) में परास्नातक की पढ़ाई होती है। भारतीय चिकित्सा केंद्रीय परिषद (CCIM) ने 2016 और 2020 में संशोधन कर परास्नातक छात्रों को इन क्षेत्रों में सर्जरी की अनुमति दी है। हालांकि, इंडियन मेडिकल एसोसिएशन इस फैसले का विरोध कर रहा है।नए दिशा-निर्देश में छह माह का विशेष प्रशिक्षण भी शामिल होगा। इसके तहत आयुर्वेदिक डॉक्टरों को एलोपैथिक अस्पतालों में प्रशिक्षण दिया जाएगा, ताकि वे आपात स्थिति का प्रबंधन और सर्जरी में बरती जाने वाली सावधानियों से परिचित हो सकें।

आंध्र प्रदेश ने इस मॉडल को पहले ही लागू कर दिया

आंध्र प्रदेश ने इस मॉडल को पहले ही लागू कर दिया है, जिससे वहां के आयुर्वेदिक डॉक्टर स्वतंत्र रूप से सर्जरी कर रहे हैं।प्रमुख सचिव आयुष रंजन कुमार ने बताया, "नए नियमावली के लागू होने से मरीजों को बेहतर सुविधा मिलेगी और आयुर्वेद अस्पतालों का स्तर भी उन्नत होगा। सभी तरह के संसाधन और उपकरण उपलब्ध कराए जाएंगे।"इस पहल से न केवल मरीजों को राहत मिलेगी, बल्कि आयुर्वेदिक शिक्षा और चिकित्सकों की विशेषज्ञता को भी बढ़ावा मिलेगा।
साल 2025 में कर्मठता, संवेदनशीलता और विकास की मिसाल बने हजारीबाग के सांसद मनीष जायसवाल

 प्रस्तुति:- रंजन चौधरी 

सांसद मीडिया प्रतिनिधि, हजारीबाग लोकसभा क्षेत्र।

हजारीबाग लोकसभा क्षेत्र के सांसद मनीष जायसवाल ने साल 2025 में संसद के गलियारों से लेकर क्षेत्र के सुदूरवर्ती ग्रामीण इलाकों तक अपनी सक्रियता, संवेदनशीलता और दृढ़ संकल्प से एक अलग पहचान स्थापित की है। बिहार बॉर्डर से सटे चौपारण के चोरदाहा से लेकर पश्चिम बंगाल बॉर्डर के रामगढ़ स्थित बरलंगा, चतरा जिले के पिपरवार से कोडरमा जिले के चंदवारा तक फैले लोकसभा क्षेत्र में उनका कार्यकाल “बहुजनहिताय, बहुजनसुखाय” के आदर्शों का जीवंत उदाहरण रहा।

साल की शुरुआत में ही मांडू विधानसभा क्षेत्र के चरही अंतर्गत ग्राम सरवाहा में पांच युवकों की दर्दनाक मौत की घटना के बाद सांसद मनीष जायसवाल ने अस्पताल पहुंचकर शोकाकुल परिवारों को ढांढस बंधाया और पोस्टमार्टम के दौरान उनके साथ खड़े रहे। गोला में तीन स्कूली बच्चों की सड़क दुर्घटना के बाद उन्होंने त्वरित पहल करते हुए प्रशासन से समन्वय कर चरही के यूपी मोड़ और रामगढ़ के चुटूपालू घाटी जैसे ब्लैक स्पॉट पर सुधार कार्य, स्ट्रीट लाइट सुदृढ़ीकरण और सुरक्षा उपाय सुनिश्चित कराए।

विकास के मोर्चे पर उनकी दृष्टि शहरी क्षेत्रों तक सीमित नहीं रही। रजरप्पा प्रोजेक्ट के विस्थापितों के साथ खड़े रहते हुए उन्होंने रामगढ़ सदर अस्पताल में बहुप्रतीक्षित डायलिसिस यूनिट की शुरुआत करवाई। मांडू के सोनडीहा और चैनपुर में रेलवे ओवरब्रिज निर्माण का शिलान्यास कर चुनावी वादों को धरातल पर उतारा, जो क्षेत्र के आधारभूत विकास में मील का पत्थर साबित हुआ।

संसद में सांसद मनीष जायसवाल की सक्रियता उल्लेखनीय रही। उन्होंने लगभग 118 जनहित के प्रश्न उठाकर हजारीबाग सहित पूरे झारखंड के मुद्दों को राष्ट्रीय पटल पर रखा। डीएमएफटी मद से सैकड़ों करोड़ रुपये की योजनाओं के माध्यम से सड़क, पेयजल, स्वच्छता, शिक्षा, स्किल डेवलपमेंट और मानव कल्याण से जुड़े कार्यों को गति मिली। डीएमएफटी और दिशा बैठकों में उनकी सक्रिय भूमिका ने जिले की विकास योजनाओं को नई दिशा दी।

विस्थापितों की आवाज बनते हुए उन्होंने बड़कागांव, केरेडारी कोल ब्लॉक तथा कोनार और तिलैया डैम से प्रभावित परिवारों के मुद्दों को संसद में मजबूती से उठाया और कोनार सिंचाई परियोजना के लंबित कार्य शीघ्र पूर्ण करने की मांग की। स्वास्थ्य के क्षेत्र में शेख भिखारी मेडिकल कॉलेज अस्पताल सहित विभिन्न स्वास्थ्य केंद्रों की अव्यवस्थाओं के खिलाफ उन्होंने सड़क पर उतरकर जनहित में आवाज बुलंद की। साथ ही सीएसआर मद से स्वास्थ्य शिविर, पोषण किट, खेल सामग्री, कंबल वितरण, सामुदायिक भवन, लाइब्रेरी, सांस्कृतिक भवन और कंप्यूटर लैब जैसे अनेक कार्य सुनिश्चित किए।

सामाजिक सरोकारों में ‘सांसद तीर्थ दर्शन महाअभियान’ और ‘सांसद सामूहिक विवाह उत्सव’ प्रमुख उपलब्धियां रहीं। तीर्थ दर्शन अभियान के तहत बुजुर्गों को उत्तर प्रदेश के प्रमुख तीर्थों का निःशुल्क दर्शन कराया गया, वहीं सामूहिक विवाह उत्सव के अंतर्गत 101 निर्धन परिवारों की बेटियों का विवाह कर एक नया कीर्तिमान स्थापित किया गया। खेल और संस्कृति के क्षेत्र में ‘सांसद खेल महोत्सव’ के तहत नमो फुटबॉल टूर्नामेंट में 22 मंडलों की 484 टीमों के 20,260 खिलाड़ियों ने हिस्सा लिया। संजय सिंह स्टेडियम में बीसीसीआई अधिकारियों के दौरे के बाद बिहार कूच ट्रॉफी की सफल मेजबानी भी हुई।

हजारीबाग की ऐतिहासिक रामनवमी पर पारंपरिक अस्त्र-शस्त्र वितरण अभियान, कनहरी हिल में बायोडायवर्सिटी पार्क, बड़कागांव में डिग्री कॉलेज की नींव, बिजली कटौती के खिलाफ महाधरना, धार्मिक आयोजनों में जनभावनाओं के समर्थन और चुनावी जिम्मेदारियों का कुशल निर्वहन उनके संघर्षशील व्यक्तित्व को दर्शाता है।

व्यक्तिगत स्तर पर वे गरीब परिवारों की बेटियों की शादी में सहयोग, श्राद्ध अवसर पर जरूरतमंदों को किट वितरण और जनसामान्य के सुख-दुख में सहभागी बने रहे। निजी जीवन के कठिन क्षणों के बावजूद उन्होंने जनसेवा के पथ से विचलित हुए बिना वर्ष के अंत में मीडिया के माध्यम से अपना रिपोर्ट कार्ड जनता के समक्ष रखा।

साल 2026 के लिए भी उन्होंने सेवा के नए संकल्प के साथ रामगढ़ में 08 फरवरी 2026 को ‘सांसद सामूहिक विवाह उत्सव-2026’ के तहत 101 अत्यंत निर्धन बेटियों के सामूहिक विवाह आयोजन की घोषणा की है। यह पहल केवल घर बसाने की नहीं, बल्कि परिवारों को आत्मनिर्भर बनाने का संबल देने का प्रयास है। सांसद मनीष जायसवाल का यह सेवाधर्मी दृष्टिकोण हजारीबाग लोकसभा क्षेत्र के लिए सामाजिक और विकासात्मक प्रगति की नई किरण बनकर उभरा है।

पश्चिमी विक्षोभ से बदलेगा मौसम का मिजाज, यूपी में ठंड-कुहासे से राहत के संकेत, तराई इलाकों में बारिश की संभावना
लखनऊ। उत्तर प्रदेश में जारी कड़ाके की ठंड और घने कोहरे के बीच मौसम में बदलाव के संकेत मिलने लगे हैं। पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने से प्रदेश में तापमान में गिरावट का सिलसिला अब थमने की उम्मीद है। मौसम विभाग के अनुसार, बुधवार से दिन और रात के तापमान में धीरे-धीरे बढ़ोतरी दर्ज की जाएगी, जिससे शीत दिवस और भीषण ठंड से कुछ राहत मिल सकती है।
तराई क्षेत्रों में मौसम का असर देखने को मिलेगा
मौसम विभाग का पूर्वानुमान है कि आगामी चार दिनों के दौरान प्रदेश में दिन के तापमान में 4 से 6 डिग्री सेल्सियस और रात के तापमान में 3 से 5 डिग्री सेल्सियस तक की बढ़ोतरी हो सकती है। वहीं पहली जनवरी को पश्चिमी उत्तर प्रदेश के तराई क्षेत्रों में मौसम का असर देखने को मिलेगा। सहारनपुर, शामली, मुजफ्फरनगर सहित पश्चिमी यूपी के करीब 17 जिलों में हल्की बूंदाबांदी की संभावना जताई गई है।
घने कोहरे का असर जनजीवन पर साफ दिखाई दिया
हालांकि राहत से पहले सावधानी जरूरी है। बुधवार के लिए प्रदेश के 37 जिलों में घने कोहरे को लेकर ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। इसके साथ ही 17 जिलों में दिन के तापमान में असामान्य गिरावट को देखते हुए शीत दिवस की चेतावनी भी दी गई है। बीते मंगलवार को कानपुर में न्यूनतम तापमान 4.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो प्रदेश में सबसे ठंडी रात रही।घने कोहरे का असर जनजीवन पर साफ दिखाई दिया। प्रयागराज, आगरा, गाजियाबाद और सहारनपुर में दृश्यता शून्य तक पहुंच गई, जबकि हमीरपुर में दृश्यता महज 20 मीटर और अमेठी, अलीगढ़, झांसी तथा फतेहपुर जैसे जिलों में 50 मीटर के आसपास दर्ज की गई।
अगले चार दिनों तक मौसम में सुधार के संकेत
आंचलिक मौसम विज्ञान केंद्र लखनऊ के वरिष्ठ वैज्ञानिक अतुल कुमार सिंह के अनुसार, सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से बुधवार के बाद कोहरे की तीव्रता में कमी आएगी और दिन चढ़ने के साथ हल्की धूप निकलने लगेगी। इससे शीत दिवस जैसी परिस्थितियों से धीरे-धीरे राहत मिलने की संभावना है। अगले चार दिनों तक मौसम में सुधार के संकेत हैं।राजधानी लखनऊ में भीषण ठंड के बीच अब राहत की उम्मीद जताई जा रही है। मौसम विभाग के अनुसार, बुधवार से दिन और रात के तापमान में आंशिक बढ़ोतरी देखने को मिलेगी। सुबह और शाम को कोहरा बना रहेगा, लेकिन दोपहर में धूप निकलने से ठंड का असर कुछ कम होगा।
दृश्यता घटकर करीब 150 मीटर तक सिमट गई थी
मंगलवार को लखनऊ में सुबह के समय दृश्यता घटकर करीब 150 मीटर तक सिमट गई थी। दिन के समय ठंडी पछुआ हवाएं चलती रहीं, हालांकि दोपहर में धूप निकलने से लोगों को थोड़ी राहत मिली। राजधानी में अधिकतम तापमान 18.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो सामान्य से 2.6 डिग्री कम रहा, जबकि न्यूनतम तापमान गिरकर 7.1 डिग्री सेल्सियस पर पहुंच गया।मौसम विभाग ने आने वाले दिनों में भी सुबह-शाम सतर्कता बरतने की सलाह दी है, खासकर वाहन चालकों को कोहरे के दौरान विशेष सावधानी रखने को कहा गया है।
उत्तर भारत में ठंड का “टॉर्चर”, नए साल का मजा किरकिरा, 5 राज्यों में बारिश का अलर्ट

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नए साल का जश्न मनाने की तैयारी कर रहे लोगों का मजा मौसम विभाग चेतावनी से किरकिरा हो गया है। देश में नए साल का आगमन होने वाला है लेकिन मौसम विभाग ने एक बुरी खबर दी है। दरअसल, नए साल के एक दिन पहले से ही देश के उत्तरी और दक्षिणी भागों में मौसम बिगड़ने वाला है। इस दौरान बारिश के बाद कई राज्यों में अधिकतम तापमान में 3 से 4 डिग्री की गिरावट देखने को मिलेगी।

और बढ़ने वाला है सर्दी का सितम

उत्तर, मध्य और उत्तर-पश्चिम भारत समेत देश के कई हिस्सों में कड़ाके की ठंड, घने कोहरे और शीत लहर ने अपना डेरा जमा लिया है। मौसम विभाग के ताजा अपडेट के अनुसार, उत्तर प्रदेश, बिहार, दिल्ली-एनसीआर के साथ-साथ मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और ओडिशा में शीतलहर की स्थिति बनी हुई है। अगले कुछ दिनों तक राहत के कोई आसार नहीं हैं, बल्कि सर्दी का सितम और बढ़ने वाला है।

कोहरे को लेकर अलर्ट जारी

मौसम विभाग ने 31 दिसंबर और एक जनवरी के लिए मौसम का जो पूर्वानुमान जताया है उसके हिसाब से ये दोनों दिन कड़ाके की ठंड और घना कोहरा पड़ेगा। मौसम विभाग ने चेतावनी दी है कि पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़, उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश, उत्तर प्रदेश और बिहार में 5 जनवरी 2026 तक घने कोहरे की चादर लिपटी रहेगी। दिल्ली वालों के लिए भी 31 दिसंबर तक घने कोहरे का अलर्ट है। इसके अलावा, राजस्थान, मध्य प्रदेश और पूर्वोत्तर भारत के राज्यों असम, मेघालय, नगालैंड, मणिपुर, मिजोरम, त्रिपुरा में भी 3-4 जनवरी तक कोहरे का जबरदस्त प्रकोप देखने को मिलेगा।

उत्तर भारत के 5 राज्यों में बारिश की चेतावनी

मौसम विभाग के मुताबिक 31 दिसंबर की शाम से उत्तर भारत के 5 राज्यों में मौसम बिगड़ने वाला है। दिल्ली, हिमाचल, उत्तराखंड, कश्मीर और हरियाणा के लिए बारिश की चेतावनी जारी की गई है। इन राज्यों में बारिश के बाद तापमान में भी 3 से 4 डिग्री की कमी आ सकती है, जिससे ठंड बढ़ जाएगी। लोगों को इस दौरान सावधान रहने की जरूरत है।

हजारीबाग सेंट्रल जेल की सुरक्षा में बड़ी सेंध: 'हाई-सिक्योरिटी' से तीन कैदी लापता; धनबाद के रहने वाले बताए जा रहे हैं तीनों फरार बंदी

हजारीबाग | 31 दिसंबर 2025: झारखंड की अति-सुरक्षित मानी जाने वाली लोकनायक जयप्रकाश नारायण केंद्रीय कारा से तीन कैदियों के अचानक लापता होने का सनसनीखेज मामला सामने आया है। जेल अधीक्षक चंद्रशेखर सुमन ने तीन कैदियों के गायब होने की आधिकारिक पुष्टि की है। प्रारंभिक जानकारी के अनुसार, ये तीनों कैदी धनबाद जिले के रहने वाले हैं।

पांच स्तरीय सुरक्षा कवच हुआ नाकाम

हजारीबाग केंद्रीय कारा अपनी अभेद्य सुरक्षा के लिए जानी जाती है। यहाँ नक्सलियों और खूंखार अपराधियों को रखा जाता है। जेल में पांच स्तरीय (5-Layer) सुरक्षा कवच है, जहाँ से परिंदा भी पर नहीं मार सकता। किसी भी व्यक्ति को अंदर जाने या बाहर आने के लिए इन पांच घेरों से गुजरना पड़ता है। ऐसे में इन सुरक्षा घेरों को पार कर तीन कैदियों का गायब होना जेल प्रशासन की कार्यशैली पर गंभीर सवाल खड़े कर रहा है।

निलंबन के बाद भी नहीं सुधरे हालात

हाल ही में जेल आईजी ने सुरक्षा में लापरवाही बरतने के आरोप में यहाँ के 12 सुरक्षाकर्मियों को निलंबित किया था। इसके बाद सुरक्षा व्यवस्था और कड़ी करने का दावा किया गया था। लेकिन इस ताजा घटना ने प्रशासनिक दावों की पोल खोल दी है। फिलहाल जेल प्रशासन ने यह स्पष्ट नहीं किया है कि गायब हुए कैदी सजायाफ्ता थे या विचाराधीन।

ऐतिहासिक जेल और सुरक्षा का इतिहास

यह वही ऐतिहासिक जेल है जहाँ से आजादी की लड़ाई के दौरान लोकनायक जयप्रकाश नारायण दीपावली की रात अंग्रेजों को चकमा देकर फरार हुए थे। आज की आधुनिक तकनीक और कड़े पहरे के बीच कैदियों का लापता होना पुलिस के लिए बड़ी चुनौती बन गया है।

मोहनलालगंज: घर से खुजौली जाने के लिए निकले आटो चालक की हत्या, इलाके में फैली सनसनी
मऊ गांव के पास वारदात, नहर किनारे झाड़ियों में खून से लथपथ मिला शव

अगवा कर हत्या किए जाने की आंशका, पुलिस जांच-पड़ताल में जुटी


लखनऊ। राजधानी लखनऊ में हत्या कर शव फेंकें जाने का सिलसिला थम नहीं रहा है। मोहनलालगंज इलाके में एक युवक की हत्या कर दी गई। उसका शव मंगलवार को मऊ गांव के पास नहर किनारे झाड़ियों में पड़ा मिलने से क्षेत्र में सनसनी फैल गई। सूचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस मामले की छानबीन कर शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। युवक एक दिन पहले घर से खुजौली जाने की बात कहकर निकला था। पुलिस पुरानी रंजिश सहित कई बिंदुओं पर गहनता से छानबीन कर रही है।

,,, पूरे घटनाक्रम पर एक नजर,,,

मोहनलालगंज क्षेत्र स्थित मऊ गांव निवासी रवी मोहम्मद का 20 वर्षीय बेटा अलमास सिद्दीकी बुधवार शाम करीब साढ़े सात बजे घर से खुजौली जाने की बात कहकर निकला था। देर तक घर न पहुंचने पर परिवारीजन बेटे की तलाश शुरू की लेकिन कामयाबी नहीं मिली। हार मान कर घरवालों ने इसकी सूचना पुलिस को दी। पुलिस गुमशुदगी दर्ज कर मामले की छानबीन कर अलमास को सकुशल बरामद करने का दावा किया, लेकिन दूसरे दिन मंगलवार को अलमास सिद्दीकी का खून से लथपथ शव गांव से कुछ दूरी पर नहर किनारे झाड़ियों में पड़ा मिलने से सनसनी फ़ैल गई। हत्या किए जाने की खबर मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और शव को कब्जे में लेकर जांच-पड़ताल कर रही थी कि इसी दौरान अपने लाडले को तलाशते हुए घर वाले भी पहुंच गए। बेटे की दशा देख घरवालों में कोहराम मच गया।
बताया जा रहा है कि गले पर किसी धारदार हथियार से रेतने के निशान के अलावा शरीर पर कई जगह गहरे घाव के निशान थे। पुलिस के मुताबिक घरवाले किसी से कोई रंजिश होने की बात से इंकार कर रहे हैं।

,,, मृतक का मोबाइल फोन गायब,,,
मौके पर पहुंची पुलिस को घटनास्थल से मृतक की चप्पल पड़ी मिली है और कुछ ही दूरी पर एक माचिस पड़ी मिली है। सोमवार शाम से ही अलमास का मोबाइल फोन बंद था। मृतक के ममेरे भाई अरशद के मुताबिक रात से ढूंढ रहे थे, लेकिन कुछ पता नहीं चल पाया था।

,,, आटो रिक्शा चलाकर परिवार का करता था जीवन यापन,,,

मृतक अलमास सिद्दीकी के भाई समीर ने बताया कि अलमास आटो रिक्शा चलाकर घर-परिवार का जीवन यापन करता था। उसकी दशा देख घरवालों में कोहराम मच गया। पुलिस का दावा है कि जल्द ही हत्यारे सलाखों के पीछे होंगे।
खालिदा जिया के जनाजे में शामिल होने ढाका पहुंचे जयशंकर, बेटे तारिक रहमान से की मुलाकात

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बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री बेगम खालिदा जिया के जनाजे में भारत की तरफ से विदेश मंत्री एस. जयशंकर शामिल होंगे। जयशंकर आज भारत सरकार के प्रतिनिधिमंडल के साथ बांग्लादेश पहुंचे हैं। खालिदा जिया का अंतिम संस्कार बुधवार को जोहर की नमाज के बाद मानिक मियां एवेन्यू में होगा।

खालिदा जिया को संसद परिसर स्थित जिया उद्यान में उनके पति और बांग्लादेश के पूर्व राष्ट्रपति जियाउर रहमान की कब्र के पास दफनाया जाएगा। इसमें देश के कई बड़े राजनीतिक नेता, पार्टी कार्यकर्ता और आम लोग शामिल होंगे। भारत की ओर से विदेश मंत्री एस. जयशंकर उनके जनाजे में शामिल होने के लिए ढाका पहुंच चुके हैं।

विदेश मंत्रालय ने इसे लेकर एक आधिकारिक बयान जारी किया है। इसमें कहा गया है कि विदेश मंत्री एस.जयशंकर भारत सरकार और भारतीय जनता की ओर से बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री और बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी की अध्यक्ष खालिदा जिया के अंतिम संस्कार में शामिल होंगे। इसके लिए वे 31 दिसंबर यानी आज ढाका का दौरा करेंगे।

बांग्लादेश में तीन दिन का राष्ट्रीय शोक

खालिदा जिया का निधन मंगलवार सुबह 80 साल की उम्र में हुआ था। वह पिछले करीब 20 दिनों से वेंटिलेटर पर थीं और अस्पताल में इलाज चल रहा था। उनके निधन पर बांग्लादेश सरकार ने तीन दिन के राष्ट्रीय शोक का ऐलान किया है। इस दौरान पूरे देश में सरकारी इमारतों पर राष्ट्रीय ध्वज आधा झुका रहेगा और सभी सरकारी कार्यक्रम स्थगित रहेंगे।

कौन थीं खालिदा जिया

खालिदा जिया बांग्लादेश की एक प्रभावशाली और लंबे समय तक राजनीति को दिशा देने वाली नेता थीं। वह बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी (बीएनपी) की प्रमुख रहीं और देश की पहली महिला प्रधानमंत्री बनने का इतिहास रचा। उन्होंने तीन बार प्रधानमंत्री के रूप में कार्य किया- पहली बार 1991 से 1996 तक, दूसरा कार्यकाल फरवरी 1996 के बाद कुछ सप्ताह तक चला और फिर 2001 से 2006 तक। वह पूर्व राष्ट्रपति जनरल जियाउर रहमान की पत्नी थीं और उनके निधन के बाद सक्रिय राजनीति में आईं। उनके राजनीतिक जीवन में सत्ता संघर्ष, विरोध प्रदर्शनों और कई विवादों ने अहम भूमिका निभाई। बाद के वर्षों में उन पर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगे और उन्हें सजा भी हुई। जीवन के अंतिम दौर में वह कई गंभीर बीमारियों से जूझती रहीं। कुल मिलाकर, वह बांग्लादेश की राजनीति की सबसे प्रभावशाली, मजबूत और साथ ही विवादों में घिरी रहने वाली नेताओं में से एक थीं।

आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे पर चलती बस में लगी आग,मचा हड़कंप
कन्नौज। उत्तर प्रदेश के कन्नौज में आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस-वे पर देर रात एक चलती बस में आग लग गई। यह हादसा तिर्वा कोतवाली क्षेत्र के किलोमीटर संख्या 192 पर फगुआ कट के पास हुआ। बस पानीपत से बिहार जा रही थी। आग लगते ही बस में सवार यात्रियों में अफरा-तफरी मच गई। यात्रियों ने तुरंत बस से कूदकर अपनी जान बचाई।

बस में सवार सभी यात्री सुरक्षित बाहर निकल गए

घटना की सूचना मिलते ही तिर्वा सीओ कुलवीर सिंह पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे। बस में सवार सभी यात्री सुरक्षित बाहर निकल गए। मौके पर फायर ब्रिगेड को बुलाया गया। फायर कर्मी जब तक आग पर काबू पाते तब तक पूरी बस धू-धू कर जल गई। घटना मंगलवार रात लगभग 11 बजे की है। हादसे के समय बस में बच्चों समेत करीब 50 लोग सवार थे। यात्रियों ने बताया कि बस के आगे के हिस्से में अचानक से धुआं उठने लगा। जिससे बस में सवार लोगों को घुटन सी होने लगी और चीख पुकार मच गई। तत्काल ड्राइवर को बस रोकने को कहा। बस रुकते ही सभी सवारियां नीचे उतर गईं।

शार्ट सर्किट से आग लगने का अनुमान

इसके बाद बस आग की लपटों में घिर गई और देखते ही देखते पूरी बस खाक हो गई। मामले को लेकर सीओ कुलवीर सिंह ने बताया कि आग का कारण स्पष्ट नहीं है लेकिन शार्ट सर्किट से आग लगने का अनुमान है। बस को रास्ते से हटाकर रास्ता साफ कर दिया गया है। बस में सवार सभी यात्रियों को अन्य साधनों से उनके गंतव्य स्थान के लिए भेज दिया गया।
आज स्विगी, जोमैटो पर नहीं होगी डिलिवरी, गिग वर्कर्स की हड़ताल से 10 मिनट डिलीवरी पर असर

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आज साल के आखिरी दिन है। आज यानी 31 दिसंबर को लोग पुराने साल को विदा देने और नए साल के स्वागत में जोरदार जश्न मनाते हैं। हालांकि, इस दौरान ऑनलाइन खाना मंगाने या ग्रोसरी ऑर्डर करने वालों को परेशानी हो सकती है। देशभर के गिग वर्कर्स यानी, डिलीवरी पर्सन्स ने हड़ताल का ऐलान किया है। इसमें करीब 1 लाख वर्कर शामिल हो सकते हैं।

शांतिपूर्ण प्रदर्शन करेंगे गिग वर्कर्स

इंडियन फेडरेशन ऑफ एप बेस्ड ट्रांसपोर्ट वर्कर (IFAT) के राष्ट्रीय महासचिव शेख सलाउद्दीन ने कहा कि आज देशभर में गिग वर्कर्स सभी एप आधारित प्लेटफार्म को ऑफ रखेंगे और प्रमुख जगहों पर शांतिपूर्ण प्रदर्शन करेंगे।

सरकार को हस्ताक्षेप की मांग

शेख सलाउद्दीन ने बताया कि 25 दिसंबर को ऑनलाइन प्लेटफार्म कंपनियों को हड़ताल करके चेतावनी दी गई थी, लेकिन गिग वर्कर्स से कोई बातचीत नहीं की गई और न ही कोई सुरक्षा और काम करने के घंटे निर्धारित किए गए हैं। इसीलिए आज 31 दिसंबर को फिर से हड़ताल जरूरी हो गई है। उन्होंने कहा कि ऑनलाइन प्लेटफार्म कंपनियां इन सब मांगों पर ख़ामोश हैं। गिग वर्कर्स की मांग को लेकर सरकार को तुरंत हस्ताक्षेप करना चाहिए।

देश की इकोनॉमी ग्रोथ पर पड़ सकता है असर

यूनियन का आरोप है कि जोमैटो-स्विगी जैसी कंपनियां उनका शोषण कर रही हैं और उन्हें बेसिक कानूनी अधिकार नहीं मिल रहे। गिग एंड प्लेटफॉर्म सर्विसेज वर्कर्स यूनियन ने केंद्रीय श्रम मंत्री मनसुख मंडाविया को पत्र लिखकर तुरंत दखल देने की मांग की है। यूनियन ने चेतावनी दी है कि अगर उनकी मांगों पर ध्यान नहीं दिया गया, तो इसका असर देश की इकोनॉमी की ग्रोथ पर भी पड़ेगा।

भाजपा प्रत्याशी मदन सिंह ने लिया लल्लन तिवारी का आशीर्वाद
भायंदर। मीरा  भायंदर महानगरपालिका की स्थापना काल से लगातार चार बार नगरसेवक रह चुके प्रभाग क्रमांक 2 के भाजपा प्रत्याशी मदन उदित नारायण सिंह ने आज नामांकन के बाद सबसे पहले देश के प्रतिष्ठित शिक्षण संस्थान राहुल एजुकेशन के चेयरमैन लल्लन तिवारी से आर्शीवाद लिया। इस अवसर पर राहुल एजुकेशन के सचिव राहुल तिवारी तथा वरिष्ठ पत्रकार शिवपूजन पांडे उपस्थित रहे। मदन सिंह जनता के प्रति समर्पित कार्यों और पार्टी के प्रति हमेशा निष्ठावान रहे। वार्ड में उनके द्वारा किए गए  विकास कार्यों को देखते हुए एक बार फिर उनकी जीत पक्की मानी जा रही है। मदन सिंह ने भाजपा विधायक नरेंद्र मेहता का विशेष आभार मानते हुए कहा कि वे खुद को जनता का सेवक और पार्टी का कार्यकर्ता मानते हैं।
उत्तर प्रदेश में आयुर्वेद डॉक्टरों को सर्जरी की अनुमति: गाइडलाइन कैबिनेट में जल्द पेश
लखनऊ । उत्तर प्रदेश सरकार आयुर्वेद चिकित्सकों को सर्जरी करने की अनुमति देने की तैयारी में है। नए दिशा-निर्देशों के लागू होने के बाद आयुष अस्पतालों में सामान्य सर्जरी जैसे टांके लगाना, बवासीर/फिशर का इलाज, फोड़ा-फुंसी की सर्जरी, छोटे सिस्ट या ट्यूमर निकालना, स्किन प्रत्यारोपण, मोतियाबिंद की सर्जरी और दांत में रूट कैनाल जैसी प्रक्रियाएं की जा सकेंगी।

इसके लिए कैबिनेट की मंजूरी का इंतजार

आयुष विभाग ने बताया कि इसके लिए कैबिनेट की मंजूरी का इंतजार है। मंजूरी मिलने के बाद यह सुविधा प्रदेश के सभी सरकारी और निजी आयुर्वेदिक संस्थानों में उपलब्ध होगी। इस कदम से मरीजों को अपने घर के नजदीक ही उपचार मिलने में मदद मिलेगी और एलोपैथिक अस्पतालों में मामूली सर्जरी के लिए होने वाली भीड़ कम होगी।

परास्नातक छात्रों को इन क्षेत्रों में सर्जरी की अनुमति दी

प्रदेश के बीएचयू, राजकीय और निजी आयुर्वेद कॉलेजों में शल्य तंत्र (सामान्य सर्जरी) और शल्यक (नाक, कान, गला, आंख और दंत चिकित्सा) में परास्नातक की पढ़ाई होती है। भारतीय चिकित्सा केंद्रीय परिषद (CCIM) ने 2016 और 2020 में संशोधन कर परास्नातक छात्रों को इन क्षेत्रों में सर्जरी की अनुमति दी है। हालांकि, इंडियन मेडिकल एसोसिएशन इस फैसले का विरोध कर रहा है।नए दिशा-निर्देश में छह माह का विशेष प्रशिक्षण भी शामिल होगा। इसके तहत आयुर्वेदिक डॉक्टरों को एलोपैथिक अस्पतालों में प्रशिक्षण दिया जाएगा, ताकि वे आपात स्थिति का प्रबंधन और सर्जरी में बरती जाने वाली सावधानियों से परिचित हो सकें।

आंध्र प्रदेश ने इस मॉडल को पहले ही लागू कर दिया

आंध्र प्रदेश ने इस मॉडल को पहले ही लागू कर दिया है, जिससे वहां के आयुर्वेदिक डॉक्टर स्वतंत्र रूप से सर्जरी कर रहे हैं।प्रमुख सचिव आयुष रंजन कुमार ने बताया, "नए नियमावली के लागू होने से मरीजों को बेहतर सुविधा मिलेगी और आयुर्वेद अस्पतालों का स्तर भी उन्नत होगा। सभी तरह के संसाधन और उपकरण उपलब्ध कराए जाएंगे।"इस पहल से न केवल मरीजों को राहत मिलेगी, बल्कि आयुर्वेदिक शिक्षा और चिकित्सकों की विशेषज्ञता को भी बढ़ावा मिलेगा।
साल 2025 में कर्मठता, संवेदनशीलता और विकास की मिसाल बने हजारीबाग के सांसद मनीष जायसवाल

 प्रस्तुति:- रंजन चौधरी 

सांसद मीडिया प्रतिनिधि, हजारीबाग लोकसभा क्षेत्र।

हजारीबाग लोकसभा क्षेत्र के सांसद मनीष जायसवाल ने साल 2025 में संसद के गलियारों से लेकर क्षेत्र के सुदूरवर्ती ग्रामीण इलाकों तक अपनी सक्रियता, संवेदनशीलता और दृढ़ संकल्प से एक अलग पहचान स्थापित की है। बिहार बॉर्डर से सटे चौपारण के चोरदाहा से लेकर पश्चिम बंगाल बॉर्डर के रामगढ़ स्थित बरलंगा, चतरा जिले के पिपरवार से कोडरमा जिले के चंदवारा तक फैले लोकसभा क्षेत्र में उनका कार्यकाल “बहुजनहिताय, बहुजनसुखाय” के आदर्शों का जीवंत उदाहरण रहा।

साल की शुरुआत में ही मांडू विधानसभा क्षेत्र के चरही अंतर्गत ग्राम सरवाहा में पांच युवकों की दर्दनाक मौत की घटना के बाद सांसद मनीष जायसवाल ने अस्पताल पहुंचकर शोकाकुल परिवारों को ढांढस बंधाया और पोस्टमार्टम के दौरान उनके साथ खड़े रहे। गोला में तीन स्कूली बच्चों की सड़क दुर्घटना के बाद उन्होंने त्वरित पहल करते हुए प्रशासन से समन्वय कर चरही के यूपी मोड़ और रामगढ़ के चुटूपालू घाटी जैसे ब्लैक स्पॉट पर सुधार कार्य, स्ट्रीट लाइट सुदृढ़ीकरण और सुरक्षा उपाय सुनिश्चित कराए।

विकास के मोर्चे पर उनकी दृष्टि शहरी क्षेत्रों तक सीमित नहीं रही। रजरप्पा प्रोजेक्ट के विस्थापितों के साथ खड़े रहते हुए उन्होंने रामगढ़ सदर अस्पताल में बहुप्रतीक्षित डायलिसिस यूनिट की शुरुआत करवाई। मांडू के सोनडीहा और चैनपुर में रेलवे ओवरब्रिज निर्माण का शिलान्यास कर चुनावी वादों को धरातल पर उतारा, जो क्षेत्र के आधारभूत विकास में मील का पत्थर साबित हुआ।

संसद में सांसद मनीष जायसवाल की सक्रियता उल्लेखनीय रही। उन्होंने लगभग 118 जनहित के प्रश्न उठाकर हजारीबाग सहित पूरे झारखंड के मुद्दों को राष्ट्रीय पटल पर रखा। डीएमएफटी मद से सैकड़ों करोड़ रुपये की योजनाओं के माध्यम से सड़क, पेयजल, स्वच्छता, शिक्षा, स्किल डेवलपमेंट और मानव कल्याण से जुड़े कार्यों को गति मिली। डीएमएफटी और दिशा बैठकों में उनकी सक्रिय भूमिका ने जिले की विकास योजनाओं को नई दिशा दी।

विस्थापितों की आवाज बनते हुए उन्होंने बड़कागांव, केरेडारी कोल ब्लॉक तथा कोनार और तिलैया डैम से प्रभावित परिवारों के मुद्दों को संसद में मजबूती से उठाया और कोनार सिंचाई परियोजना के लंबित कार्य शीघ्र पूर्ण करने की मांग की। स्वास्थ्य के क्षेत्र में शेख भिखारी मेडिकल कॉलेज अस्पताल सहित विभिन्न स्वास्थ्य केंद्रों की अव्यवस्थाओं के खिलाफ उन्होंने सड़क पर उतरकर जनहित में आवाज बुलंद की। साथ ही सीएसआर मद से स्वास्थ्य शिविर, पोषण किट, खेल सामग्री, कंबल वितरण, सामुदायिक भवन, लाइब्रेरी, सांस्कृतिक भवन और कंप्यूटर लैब जैसे अनेक कार्य सुनिश्चित किए।

सामाजिक सरोकारों में ‘सांसद तीर्थ दर्शन महाअभियान’ और ‘सांसद सामूहिक विवाह उत्सव’ प्रमुख उपलब्धियां रहीं। तीर्थ दर्शन अभियान के तहत बुजुर्गों को उत्तर प्रदेश के प्रमुख तीर्थों का निःशुल्क दर्शन कराया गया, वहीं सामूहिक विवाह उत्सव के अंतर्गत 101 निर्धन परिवारों की बेटियों का विवाह कर एक नया कीर्तिमान स्थापित किया गया। खेल और संस्कृति के क्षेत्र में ‘सांसद खेल महोत्सव’ के तहत नमो फुटबॉल टूर्नामेंट में 22 मंडलों की 484 टीमों के 20,260 खिलाड़ियों ने हिस्सा लिया। संजय सिंह स्टेडियम में बीसीसीआई अधिकारियों के दौरे के बाद बिहार कूच ट्रॉफी की सफल मेजबानी भी हुई।

हजारीबाग की ऐतिहासिक रामनवमी पर पारंपरिक अस्त्र-शस्त्र वितरण अभियान, कनहरी हिल में बायोडायवर्सिटी पार्क, बड़कागांव में डिग्री कॉलेज की नींव, बिजली कटौती के खिलाफ महाधरना, धार्मिक आयोजनों में जनभावनाओं के समर्थन और चुनावी जिम्मेदारियों का कुशल निर्वहन उनके संघर्षशील व्यक्तित्व को दर्शाता है।

व्यक्तिगत स्तर पर वे गरीब परिवारों की बेटियों की शादी में सहयोग, श्राद्ध अवसर पर जरूरतमंदों को किट वितरण और जनसामान्य के सुख-दुख में सहभागी बने रहे। निजी जीवन के कठिन क्षणों के बावजूद उन्होंने जनसेवा के पथ से विचलित हुए बिना वर्ष के अंत में मीडिया के माध्यम से अपना रिपोर्ट कार्ड जनता के समक्ष रखा।

साल 2026 के लिए भी उन्होंने सेवा के नए संकल्प के साथ रामगढ़ में 08 फरवरी 2026 को ‘सांसद सामूहिक विवाह उत्सव-2026’ के तहत 101 अत्यंत निर्धन बेटियों के सामूहिक विवाह आयोजन की घोषणा की है। यह पहल केवल घर बसाने की नहीं, बल्कि परिवारों को आत्मनिर्भर बनाने का संबल देने का प्रयास है। सांसद मनीष जायसवाल का यह सेवाधर्मी दृष्टिकोण हजारीबाग लोकसभा क्षेत्र के लिए सामाजिक और विकासात्मक प्रगति की नई किरण बनकर उभरा है।

पश्चिमी विक्षोभ से बदलेगा मौसम का मिजाज, यूपी में ठंड-कुहासे से राहत के संकेत, तराई इलाकों में बारिश की संभावना
लखनऊ। उत्तर प्रदेश में जारी कड़ाके की ठंड और घने कोहरे के बीच मौसम में बदलाव के संकेत मिलने लगे हैं। पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने से प्रदेश में तापमान में गिरावट का सिलसिला अब थमने की उम्मीद है। मौसम विभाग के अनुसार, बुधवार से दिन और रात के तापमान में धीरे-धीरे बढ़ोतरी दर्ज की जाएगी, जिससे शीत दिवस और भीषण ठंड से कुछ राहत मिल सकती है।
तराई क्षेत्रों में मौसम का असर देखने को मिलेगा
मौसम विभाग का पूर्वानुमान है कि आगामी चार दिनों के दौरान प्रदेश में दिन के तापमान में 4 से 6 डिग्री सेल्सियस और रात के तापमान में 3 से 5 डिग्री सेल्सियस तक की बढ़ोतरी हो सकती है। वहीं पहली जनवरी को पश्चिमी उत्तर प्रदेश के तराई क्षेत्रों में मौसम का असर देखने को मिलेगा। सहारनपुर, शामली, मुजफ्फरनगर सहित पश्चिमी यूपी के करीब 17 जिलों में हल्की बूंदाबांदी की संभावना जताई गई है।
घने कोहरे का असर जनजीवन पर साफ दिखाई दिया
हालांकि राहत से पहले सावधानी जरूरी है। बुधवार के लिए प्रदेश के 37 जिलों में घने कोहरे को लेकर ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। इसके साथ ही 17 जिलों में दिन के तापमान में असामान्य गिरावट को देखते हुए शीत दिवस की चेतावनी भी दी गई है। बीते मंगलवार को कानपुर में न्यूनतम तापमान 4.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो प्रदेश में सबसे ठंडी रात रही।घने कोहरे का असर जनजीवन पर साफ दिखाई दिया। प्रयागराज, आगरा, गाजियाबाद और सहारनपुर में दृश्यता शून्य तक पहुंच गई, जबकि हमीरपुर में दृश्यता महज 20 मीटर और अमेठी, अलीगढ़, झांसी तथा फतेहपुर जैसे जिलों में 50 मीटर के आसपास दर्ज की गई।
अगले चार दिनों तक मौसम में सुधार के संकेत
आंचलिक मौसम विज्ञान केंद्र लखनऊ के वरिष्ठ वैज्ञानिक अतुल कुमार सिंह के अनुसार, सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से बुधवार के बाद कोहरे की तीव्रता में कमी आएगी और दिन चढ़ने के साथ हल्की धूप निकलने लगेगी। इससे शीत दिवस जैसी परिस्थितियों से धीरे-धीरे राहत मिलने की संभावना है। अगले चार दिनों तक मौसम में सुधार के संकेत हैं।राजधानी लखनऊ में भीषण ठंड के बीच अब राहत की उम्मीद जताई जा रही है। मौसम विभाग के अनुसार, बुधवार से दिन और रात के तापमान में आंशिक बढ़ोतरी देखने को मिलेगी। सुबह और शाम को कोहरा बना रहेगा, लेकिन दोपहर में धूप निकलने से ठंड का असर कुछ कम होगा।
दृश्यता घटकर करीब 150 मीटर तक सिमट गई थी
मंगलवार को लखनऊ में सुबह के समय दृश्यता घटकर करीब 150 मीटर तक सिमट गई थी। दिन के समय ठंडी पछुआ हवाएं चलती रहीं, हालांकि दोपहर में धूप निकलने से लोगों को थोड़ी राहत मिली। राजधानी में अधिकतम तापमान 18.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो सामान्य से 2.6 डिग्री कम रहा, जबकि न्यूनतम तापमान गिरकर 7.1 डिग्री सेल्सियस पर पहुंच गया।मौसम विभाग ने आने वाले दिनों में भी सुबह-शाम सतर्कता बरतने की सलाह दी है, खासकर वाहन चालकों को कोहरे के दौरान विशेष सावधानी रखने को कहा गया है।
उत्तर भारत में ठंड का “टॉर्चर”, नए साल का मजा किरकिरा, 5 राज्यों में बारिश का अलर्ट

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नए साल का जश्न मनाने की तैयारी कर रहे लोगों का मजा मौसम विभाग चेतावनी से किरकिरा हो गया है। देश में नए साल का आगमन होने वाला है लेकिन मौसम विभाग ने एक बुरी खबर दी है। दरअसल, नए साल के एक दिन पहले से ही देश के उत्तरी और दक्षिणी भागों में मौसम बिगड़ने वाला है। इस दौरान बारिश के बाद कई राज्यों में अधिकतम तापमान में 3 से 4 डिग्री की गिरावट देखने को मिलेगी।

और बढ़ने वाला है सर्दी का सितम

उत्तर, मध्य और उत्तर-पश्चिम भारत समेत देश के कई हिस्सों में कड़ाके की ठंड, घने कोहरे और शीत लहर ने अपना डेरा जमा लिया है। मौसम विभाग के ताजा अपडेट के अनुसार, उत्तर प्रदेश, बिहार, दिल्ली-एनसीआर के साथ-साथ मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और ओडिशा में शीतलहर की स्थिति बनी हुई है। अगले कुछ दिनों तक राहत के कोई आसार नहीं हैं, बल्कि सर्दी का सितम और बढ़ने वाला है।

कोहरे को लेकर अलर्ट जारी

मौसम विभाग ने 31 दिसंबर और एक जनवरी के लिए मौसम का जो पूर्वानुमान जताया है उसके हिसाब से ये दोनों दिन कड़ाके की ठंड और घना कोहरा पड़ेगा। मौसम विभाग ने चेतावनी दी है कि पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़, उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश, उत्तर प्रदेश और बिहार में 5 जनवरी 2026 तक घने कोहरे की चादर लिपटी रहेगी। दिल्ली वालों के लिए भी 31 दिसंबर तक घने कोहरे का अलर्ट है। इसके अलावा, राजस्थान, मध्य प्रदेश और पूर्वोत्तर भारत के राज्यों असम, मेघालय, नगालैंड, मणिपुर, मिजोरम, त्रिपुरा में भी 3-4 जनवरी तक कोहरे का जबरदस्त प्रकोप देखने को मिलेगा।

उत्तर भारत के 5 राज्यों में बारिश की चेतावनी

मौसम विभाग के मुताबिक 31 दिसंबर की शाम से उत्तर भारत के 5 राज्यों में मौसम बिगड़ने वाला है। दिल्ली, हिमाचल, उत्तराखंड, कश्मीर और हरियाणा के लिए बारिश की चेतावनी जारी की गई है। इन राज्यों में बारिश के बाद तापमान में भी 3 से 4 डिग्री की कमी आ सकती है, जिससे ठंड बढ़ जाएगी। लोगों को इस दौरान सावधान रहने की जरूरत है।

हजारीबाग सेंट्रल जेल की सुरक्षा में बड़ी सेंध: 'हाई-सिक्योरिटी' से तीन कैदी लापता; धनबाद के रहने वाले बताए जा रहे हैं तीनों फरार बंदी

हजारीबाग | 31 दिसंबर 2025: झारखंड की अति-सुरक्षित मानी जाने वाली लोकनायक जयप्रकाश नारायण केंद्रीय कारा से तीन कैदियों के अचानक लापता होने का सनसनीखेज मामला सामने आया है। जेल अधीक्षक चंद्रशेखर सुमन ने तीन कैदियों के गायब होने की आधिकारिक पुष्टि की है। प्रारंभिक जानकारी के अनुसार, ये तीनों कैदी धनबाद जिले के रहने वाले हैं।

पांच स्तरीय सुरक्षा कवच हुआ नाकाम

हजारीबाग केंद्रीय कारा अपनी अभेद्य सुरक्षा के लिए जानी जाती है। यहाँ नक्सलियों और खूंखार अपराधियों को रखा जाता है। जेल में पांच स्तरीय (5-Layer) सुरक्षा कवच है, जहाँ से परिंदा भी पर नहीं मार सकता। किसी भी व्यक्ति को अंदर जाने या बाहर आने के लिए इन पांच घेरों से गुजरना पड़ता है। ऐसे में इन सुरक्षा घेरों को पार कर तीन कैदियों का गायब होना जेल प्रशासन की कार्यशैली पर गंभीर सवाल खड़े कर रहा है।

निलंबन के बाद भी नहीं सुधरे हालात

हाल ही में जेल आईजी ने सुरक्षा में लापरवाही बरतने के आरोप में यहाँ के 12 सुरक्षाकर्मियों को निलंबित किया था। इसके बाद सुरक्षा व्यवस्था और कड़ी करने का दावा किया गया था। लेकिन इस ताजा घटना ने प्रशासनिक दावों की पोल खोल दी है। फिलहाल जेल प्रशासन ने यह स्पष्ट नहीं किया है कि गायब हुए कैदी सजायाफ्ता थे या विचाराधीन।

ऐतिहासिक जेल और सुरक्षा का इतिहास

यह वही ऐतिहासिक जेल है जहाँ से आजादी की लड़ाई के दौरान लोकनायक जयप्रकाश नारायण दीपावली की रात अंग्रेजों को चकमा देकर फरार हुए थे। आज की आधुनिक तकनीक और कड़े पहरे के बीच कैदियों का लापता होना पुलिस के लिए बड़ी चुनौती बन गया है।

मोहनलालगंज: घर से खुजौली जाने के लिए निकले आटो चालक की हत्या, इलाके में फैली सनसनी
मऊ गांव के पास वारदात, नहर किनारे झाड़ियों में खून से लथपथ मिला शव

अगवा कर हत्या किए जाने की आंशका, पुलिस जांच-पड़ताल में जुटी


लखनऊ। राजधानी लखनऊ में हत्या कर शव फेंकें जाने का सिलसिला थम नहीं रहा है। मोहनलालगंज इलाके में एक युवक की हत्या कर दी गई। उसका शव मंगलवार को मऊ गांव के पास नहर किनारे झाड़ियों में पड़ा मिलने से क्षेत्र में सनसनी फैल गई। सूचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस मामले की छानबीन कर शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। युवक एक दिन पहले घर से खुजौली जाने की बात कहकर निकला था। पुलिस पुरानी रंजिश सहित कई बिंदुओं पर गहनता से छानबीन कर रही है।

,,, पूरे घटनाक्रम पर एक नजर,,,

मोहनलालगंज क्षेत्र स्थित मऊ गांव निवासी रवी मोहम्मद का 20 वर्षीय बेटा अलमास सिद्दीकी बुधवार शाम करीब साढ़े सात बजे घर से खुजौली जाने की बात कहकर निकला था। देर तक घर न पहुंचने पर परिवारीजन बेटे की तलाश शुरू की लेकिन कामयाबी नहीं मिली। हार मान कर घरवालों ने इसकी सूचना पुलिस को दी। पुलिस गुमशुदगी दर्ज कर मामले की छानबीन कर अलमास को सकुशल बरामद करने का दावा किया, लेकिन दूसरे दिन मंगलवार को अलमास सिद्दीकी का खून से लथपथ शव गांव से कुछ दूरी पर नहर किनारे झाड़ियों में पड़ा मिलने से सनसनी फ़ैल गई। हत्या किए जाने की खबर मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और शव को कब्जे में लेकर जांच-पड़ताल कर रही थी कि इसी दौरान अपने लाडले को तलाशते हुए घर वाले भी पहुंच गए। बेटे की दशा देख घरवालों में कोहराम मच गया।
बताया जा रहा है कि गले पर किसी धारदार हथियार से रेतने के निशान के अलावा शरीर पर कई जगह गहरे घाव के निशान थे। पुलिस के मुताबिक घरवाले किसी से कोई रंजिश होने की बात से इंकार कर रहे हैं।

,,, मृतक का मोबाइल फोन गायब,,,
मौके पर पहुंची पुलिस को घटनास्थल से मृतक की चप्पल पड़ी मिली है और कुछ ही दूरी पर एक माचिस पड़ी मिली है। सोमवार शाम से ही अलमास का मोबाइल फोन बंद था। मृतक के ममेरे भाई अरशद के मुताबिक रात से ढूंढ रहे थे, लेकिन कुछ पता नहीं चल पाया था।

,,, आटो रिक्शा चलाकर परिवार का करता था जीवन यापन,,,

मृतक अलमास सिद्दीकी के भाई समीर ने बताया कि अलमास आटो रिक्शा चलाकर घर-परिवार का जीवन यापन करता था। उसकी दशा देख घरवालों में कोहराम मच गया। पुलिस का दावा है कि जल्द ही हत्यारे सलाखों के पीछे होंगे।