कल लगेगी राष्ट्रीय लोक अदालत जिला जज ने प्रचार वाहन को हरी झंडी दिखा किया रवाना*
सुल्तानपुर,जिला विधिक सेवा प्राधिकरण द्वारा कल यानी शनिवार को राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन किया गया है। आज शुक्रवार को जिला जज द्वारा प्रचार प्रसार वाहन को हरी झंडी दिखाकर क्षेत्र में रवाना किया गया। इसी के साथ वाहनों की रैली सुदूरवर्ती क्षेत्र तक प्रचार के लिए रवाना की गई। जिला जज सुनील कुमार ने झंडी दिखाई। यहाँ विधिक सेवा प्राधिकरण के सचिव/अपर जनपद न्यायाधीश विजय कुमार गुप्ता तथा लोक अदालत के नोडल अधिकारी नीरज श्रीवास्तव समेत दर्जनों न्यायिक अफसर व कर्मचारी मौजूद रहे। बाइक पर दर्जनों पैरालीगल वालेंटियर्स प्रचार का पम्पलेट्स लगाकर प्रचार वाहन संग क्षेत्र में निकले और बताया कि कल दिनांक 13 दिसंबर को आयोजित होने वाले रास्ट्रीय लोक अदालत में शामिल होकर अपने मामलों/वादों का सुलह समझौते द्वारा निस्तारण करवाएं। इस अवसर पर के लीगल डिफेंस काउंसिल तारकेश्वर सिंह, सतीश पांडे योगेश यादव समेत दर्जनों अधिवक्ता व वालंटियर मौजूद रहे..
पूर्व केंद्रीय गृह मंत्री शिवराज पाटिल का निधन, 91 साल की उम्र में ली अंतिम सांस

#shivrajpatilpasses_away

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय गृह मंत्री शिवराज पाटिल का लातूर में निधन हो गया। वे 91 वर्ष के थे। शिवराज पाटिल ने सुबह लगभग 6:30 बजे लातूर स्थित अपने आवास पर अंतिम सांस ली। वह लंबे समय से बीमार चल रहे थे। उनका अंतिम संस्कार आज शाम लातूर में ही होगा, जिसमें पार्टी के शीर्ष नेता शामिल होंगे।

देश की राजनीति में अहम भूमिका

शिवराज पाटिल चाकुरकर लोकसभा के स्पीकर थे और उन्होंने कई केंद्रीय मंत्री पदों पर काम किया। उन्होंने अपने राजनीतिक करियर में देश के लिए कई प्रतिष्ठित पदों पर काम किया और देश की संवैधानिक प्रक्रिया में सक्रिय भूमिका निभाई।वह पंजाब के राज्यपाल और चंडीगढ़ के एडमिनिस्ट्रेटर भी रहे। यूपीए सरकार में शिवराज पाटिल को गृह मंत्री बनाया गया था। वह देश के रक्षा मंत्री भी थे।

इंदिरा गांधी सरकार में रहे रक्षा मंत्री

शिवराज पाटिल का जन्म 12 अक्टूबर 1935 को हुआ था। वह पहली बार 1980 में लातूर से लोकसभा के लिए चुने गए और 1999 तक लगातार सात चुनाव जीतकर लोकसभा में बड़े नेता के रूप में उभरे। उन्होंने 1991 से 1996 तक लोकसभा अध्यक्ष के तौर पर काम किया। वह भारत के 10वें लोकसभा अध्यक्ष थे। शिवराज पाटिल ने 1980 के दशक में इंदिरा गांधी और राजीव गांधी के मंत्रिमंडलों में रक्षा मंत्री के रूप में काम किया।

मुंबई हमलों की ली थी नैतिक जिम्मेदारी

वह 2004 से 2008 तक भारत के गृह मंत्री रहे। 2008 में मुंबई हमले के दौरान उनकी खूब आलोचना हुई। 26/11 मुंबई हमलों की नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए 30 नवंबर 2008 को इस्तीफा दे दिया। दरअसल, पाटिल को ‘निरो ऑफ इंडिया’ का उपनाम भी मिला।

हेमंत सोरेन का केंद्र पर तीखा हमला: "झारखंड को कोई डरा नहीं सकता"

शीतकालीन सत्र के अंतिम दिन अनुपूरक बजट पर बहस के दौरान सीएम ने कोविड वैक्सीन, अर्थव्यवस्था और छात्रवृत्ति कटौती पर साधा निशाना


रांची, झारखंड विधानसभा के शीतकालीन सत्र के अंतिम दिन अनुपूरक बजट के पक्ष में बोलते हुए मुख्यमंत्री श्री हेमन्त सोरेन ने केंद्र सरकार पर जमकर हमला बोला। उन्होंने दो टूक कहा कि झारखंड 25 साल का हो गया है, इसे कोई डरा और डिगा नहीं सकता। उन्होंने गैर-बीजेपी शासित राज्यों के साथ केंद्र के व्यवहार पर भी सवाल उठाए।

प्रमुख आरोप और वक्तव्य

1. छात्रों के फेलोशिप में भारी कटौती

मुख्यमंत्री ने केंद्र पर छात्रों के साथ नाइंसाफी करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि उनकी सरकार आने वाली पीढ़ी के लिए दिन-रात मेहनत कर रही है, लेकिन केंद्र सरकार ने अनुसूचित जनजाति बच्चों की उच्च शिक्षा की योजनाओं के आवंटन में भारी कटौती की है:

राष्ट्रीय फेलोशिप और छात्रवृत्ति योजना: आवंटन में 90% की कमी।

राष्ट्रीय विदेश छात्रवृत्ति योजना: 95% की कमी।

अल्पसंख्यक समुदाय की छात्रवृत्ति: 40% से 63% की कटौती।

तकनीकी शिक्षा अनुदान: 61% की कटौती।

इसके विपरीत, उन्होंने कहा कि झारखंड सरकार गुरुजी क्रेडिट कार्ड के जरिए ₹15 लाख का ऋण, सावित्री बाई फूले योजना और प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए मुफ्त कोचिंग जैसी योजनाएं चला रही है।

2. राष्ट्रीय घटनाओं को 'डायवर्ट' करने का आरोप

मुख्यमंत्री ने कहा कि देश के विकास में झारखंड का सबसे ज्यादा सहयोग है, लेकिन बदले में राज्य को सिर्फ प्रदूषण और पलायन मिलता है। उन्होंने आरोप लगाया कि हर बड़ी घटना को डायवर्ट कर दिया जाता है:

इंडिगो संकट और दिल्ली ब्लास्ट: लाखों लोगों के प्रभावित होने के बावजूद सदन में 'वंदे भारत' की चर्चा होती है, जबकि दिल्ली ब्लास्ट जैसे सुरक्षा तंत्र की विफलता के मामलों को दबा दिया जाता है।

घुसपैठ: उन्होंने कहा कि बॉर्डर की जिम्मेदारी भारत सरकार की है, लेकिन घुसपैठियों के नाम पर अलग-अलग राज्यों में जहर उगला जा रहा है।

3. गिरती अर्थव्यवस्था और महंगाई

सीएम ने देश की आर्थिक स्थिति को बदहाल बताते हुए महंगाई पर कोई चर्चा न होने पर सवाल उठाया। उन्होंने केंद्र सरकार के वादे पर तंज कसते हुए कहा:

"हवाई चप्पल वालों को हवाई जहाज में चढ़ाने की बात हुई थी। क्या हुआ उसका? जो हवाई जहाज में चढ़ रहे हैं उनको हवाई चप्पल पहनने को विवश किया जा रहा है।"

4. कोविड वैक्सीन पर गंभीर सवाल

हेमन्त सोरेन ने 2014 के बाद केंद्र में बनी सरकार के कार्यकाल को लेकर भी टिप्पणी की। उन्होंने कहा कि हालिया खबरों से पता चला है कि कोविड वैक्सीन की वजह से बीमारियां तेजी से फैली हैं। उन्होंने कहा, "ये अनुसंधान का विषय है। ये वैक्सीन सही था या नहीं। कोई अपंग पैदा हो रहा है। कोई हार्ट अटैक से मर रहा है। किसी को कैंसर हो रहा है।"

5. विपक्ष को आत्मनिरीक्षण की सलाह

सीएम ने विपक्ष से कहा कि कोई भी सवाल उठाने से पहले उन्हें अपने गिरेबां में झांकना चाहिए। उन्होंने कहा कि द्वितीय अनुपूरक बजट की जरूरत क्यों है, यह सभी जानते हैं, फिर भी विपक्ष कटौती प्रस्ताव लाता है, जबकि सरकार को अभी केवल एक साल पूरा हुआ है और वह विकास की राह पर तेजी से चल रही है।

सवेरा हॉस्पिटल पटना ने बच्चों को दिया दिया क्रिकेट किड्स और जीत के लिए शुभकामना




पटना
लखनऊ में होने वाले सातवीं आईसी एस सी एल क्रिकेट प्रतियोगिता के लिए बिहार की टीम लखनऊ जा रही है इस अवसर पर सवेरा कैंसर हॉस्पिटल के निदेशक डॉक्टर बीपी सिंह टीम को ड्रेस देकर उनको प्रोत्साहन दिया इस मौके पर उन्होंने कहा कि जो बच्चे आर्थिक रूप से कमजोर है उनको मदद के लिए ऐसा किया गया है ताकि अपने खेल प्रतिभा को दिखा सके यह प्रतियोगिता 13 दिसंबर से 20 दिसंबर तक लखनऊ के विभिन्न मैदाने पर खेली जाएगी इस प्रतियोगिता में देश-विदेश की टीम में भाग ल्् रही है इस मौके पर डॉक्टर भी सिंह ने खिलाड़ियों को जीत के लिए शुभकामनाएं दे दिया
आजमगढ़:-कुसंग , सिनेमा , मोबाईल , टीवी और फैसन से युवाओं में अनैतिकता आती है -भगवान भाई

वी कुमार यदुवंशी

आजमगढ़। आज के बच्चे कल का भावी समाज हैं। अगर कल के भावी समाज को अच्छा देखना चाहते हो तो वर्तमान के युवाओं को नैतिक सद्गुणों की शिक्षा की आधार से चरित्रवान बनाए। तब समाज बेहतर बन सकता है। गुणवान व चरित्रवान बच्चे देशकी सच्ची सम्पत्ति हैं । उक्त उदगार माउंट आबू राजस्थान से प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय के ब्रह्माकुमार भगवान भाई ने कहे । वे आदर्श इण्टर कॉलेज,कंधीया के छात्र, छात्राओं को और शिक्षको को जीवन में नैतिक शिक्षा का महत्व विषय पर बोल रहे थे ।उन्होंने बताया कि ऐसे गुणवान और चरित्रवान बच्चे देश और समाज के लिए कुछ रचनात्मककार्य कर सकते हैं। उन्होंने भारतीय संस्कृति को याद दिलाते हुए कहा कि प्राचीन संस्कृति आध्यात्मिकता की रही जिस कारण प्राचीन मानव भी वंदनीय और पूजनीय रहा। उन्होंने बताया कि नैतिक शिक्षा से ही मानव के व्यवहार में निखार लाता है। ब्रह्माकुमार भगवान भाई ने कहा कि वर्तमान समय कुसंग, सिनेमा, व्यसन और फैशन से युवा पीढ़ी भटक रही है।आध्यात्मिक ज्ञान और नैतिक शिक्षा के द्वारा युवा पीढ़ी को नई दिशा मिल सकती है। उन्होंने बताया कि सिनेमा, मोबाईल , इन्टरनेट व टीवी. के माध्यम से युवा पीढ़ी पर पाश्चात्य संस्कृति का आघात हो रहा है। इस आघात से युवा पीढ़ी को बचाने की आवश्यकता है। उन्होंने बताया कि युवा पीढ़ी को कुछ रचनात्मक कार्य सिखाए, तब उनकी शक्ति सही उपयोग में ला सकेंगे। वरिष्ठ राजयोगी ब्रह्माकुमार भगवान भाई ने कहा कि हमारे मूल्य हमारी विरासत है। मूल्य की संस्कृति के कारण भारत की पूरे विश्व में पहचान है। इसलिए नैतिक मूल्य, मानवीय मूल्यों की पुर्नस्थापना के लिए सभी को सामूहिक रूप में प्रयास करने चाहिए। सकारात्मक चिन्तन का महत्व बताते हुए उन्होंने कहा कि सकारात्मक चिन्तन से समाज में मूल्यों की खुशबू फैलती है। सकारात्मक चिन्तन से जीवन की हर समस्याओं का समाधान होताहै। उन्होंने शिक्षा का मूल उद्देश्य बताते हुए कहा कि चरित्रवान, गुणवान बनना ही शिक्षा का उद्देश्य है। उन्होंने आध्यात्मिकता को मूल्यों का स्रोत बताते हुए कहा कि शांति, एकाग्रता, ईमानदारी, धैर्यता, सहनशीलता आदि सद्गुणमानव जाती का श्रृंगार है। स्थानीय ब्रह्माकुमारी सेवाकेंद्र की प्रभारी बी के अनिता बहन जी ने भी अपना उद्बोधन देते हुए कहा की नैतिक शिक्षा से ही छात्र-छात्राओं में सशक्तिकरण आ सकता है। उन्होंने आगे बताया कि नैतिकता के बिना जीवन अंधकार में हैं। नैतिक मूल्यों की कमी के कारण अज्ञानता, सामाजिक, कुरीतियां व्यसन, नशा, व्यभिचार आदि के कारण समाज पतन की ओर जाता है । प्रबंधक श्रीनाथ श्रीवास्तव जी ने ब्रह्माकुमारी के इस कार्यक्रम के लिए अभार व्यक्त किया और भविष्य में ऐसे कार्यक्रम हेतु निमन्त्रण भी दिया।कार्यक्रम की शुरुवात स्वागत से की गयी और अंत में बी के भगवान भाई जी ने मन की एकाग्रता बढाने हेतु राजयोग मेंडिटेशन भी कराया । कार्यक्रम में बीके संतोष भाई,  गणेश यादव भाई, रामनारायण भाई बीके समिता बहन जी के साथ सभी शिक्षक स्टाफ उपस्थित था।
राष्ट्रीय शिल्प मेले का हुआ भव्य समापन अच्छी यादे लेकर विदा हुए शिल्पकार।

संजय द्विवेदी।प्रयागराज।उत्तर मध्य क्षेत्र सांस्कृतिक केन्द्र संस्कृति मंत्रालय भारत सरकार द्वारा आयोजित दस दिवसीय राष्ट्रीय शिल्प मेला बुधवार को केन्द्र परिसर में भव्य रूप से सम्पन्न हुआ।विभिन्न राज्यो से आए कलाकारो और शिल्पकारो ने अपनी अनूठी प्रतिभा और सांस्कृतिक विरासत का प्रदर्शन किया।

मेले में अनेक राज्यो के शिल्पकारो ने अपने-अपने स्टॉल लगाए,जिनमे पारम्परिक कलाओं और विविध उत्पादो की झलक दिखाई दी।मेले से विदा होते समय शिल्पियों के चेहरे सन्तोष और प्रसन्नता से खिले नजर आए।विभिन्न प्रदेशो से अपनी कला लेकर आए शिल्पकारो ने बताया कि इस वर्ष भी प्रयागराज के लोगो ने उनका उत्साह बढ़ाया।उनकी कृतियो की जमकर खरीद हुई और खूब सराहना भी मिली।प्रयागवासियो के साथ ही आसपास के क्षेत्रो से आए दर्शको ने मेले का भरपूर आनन्द लिया।कला प्रेमियो और शिल्पकारो के लिए यह मेला बेहद खास रहा।

सुन्दर और परम्परागत शैली में सजाए गए स्टॉलों पर चन्देरी सिल्क सूती वस्त्र,राजस्थान के आभूषण कश्मीर के ड्राय फ्रूट्स सहित कई आकर्षक उत्पाद उपलब्ध रहे।सांस्कृतिक संध्या ने‘लघु भारत’की झलक प्रस्तुत कर मेले की शोभा और बढ़ा दी।सांस्कृतिक संध्या का शुभारम्भ मुख्य अतिथि आचार्य महामंडलेश्वर कौशल्या नन्द गिरि(सनातनी किन्नर अखाड़ा) तथा केन्द्र निदेशक सुदेश शर्मा कार्यक्रम सलाहकार कल्पना सहाय व विशिष्ट अतिथि विनोद शुक्ला शील द्विवेदी कमलेश श्रीवास्तव बसन्त लाल और प्रदीप जौहरी द्वारा दीप प्रज्वलन कर किया गया।

केन्द्र निदेशक सुदेश शर्मा द्वारा मुख्य व विशिष्ट अतिथियो को अंगवस्त्र एवं स्मृतिचिन्ह व पौधा भेंट कर सम्मानित किया।सांस्कृतिक संध्या की शुरुआत वरुण मिश्रा की प्रस्तुति से हुई- ठुमरी ‘तोरी मोरी…चलो मन गंगा यमुना तीर’बाजे रे मुरलिया’नजरिया लग जाएगी’और‘आया करे जरा कह दो सांवरिया से’जैसी प्रस्तुतियों से दर्शको की खूब तालियाँ बटोरी।सूफी गायिका अंशिका रजोतिया ने‘पिया रे पिया रे’हल्का-हल्का सुरूर’ये तूने क्या किया’तुम्हे दिल्लगी भूल जानी पड़ेगी’और ‘छाप तिलक’जैसे लोकप्रिय गीतों से वातावरण में सूफियाना रंग घोल दिया।दिल्ली से आईं कविता द्विवेदी एवं उनके दल द्वारा‘गंगा स्तुति’पर आधारित ओडिशी नृत्य की प्रस्तुति दी।इसके बाद प्रयागराज की पूर्णिमा कुमार एवं दल ने पारंपरिक गीत“कावना के ढेड़िया कवन के दुलारिया पूजन चली ढेड़िया ओ सावरा गोरिया।पर ढेड़िया नृत्य एवं पूर्वी व झूमर नृत्य की प्रस्तुति दी इसी के साथ“पीपर के पाथ झरजाला,आंगनवा कैसे बहारू जी,और“हरि-भरी धरती मा लहरें लधनवा मोरा जियरवा लहरें ना;नाचे खेतवा मा किसानवा”गीत पर झूमर नृत्य प्रस्तुति भी दी इसके बाद शुभम कुमार एवं दल प्रयागराज ने महिषासुर मर्दिनी पर आधारित नृत्य-नाटिका की प्रस्तुति दी।

इस अवसर पर काफी संख्या में लोग मौजूद रहे और सभी ने मेले व सांस्कृतिक प्रस्तुतियो का भरपूर आनन्द लिया।

रेलवे ट्रैक पर संदिग्ध हालात में मिले बुजुर्ग के शव की हुई शिनाख्त

कर्नलगंज, गोण्डा। कोतवाली क्षेत्र अन्तर्गत कर्नलगंज रेलवे स्टेशन से लगभग एक किलोमीटर दूर ग्राम पिपरी के पास बुधवार सुबह रेलवे ट्रैक पर एक लगभग 65 वर्षीय बुजुर्ग का क्षत-विक्षत शव मिलने से क्षेत्र में हड़कंप मच गया था। स्थानीय लोगों की सूचना पर हल्का दरोगा सरफराज खान व प्रभारी निरीक्षक नरेंद्र प्रताप राय पुलिस टीम के साथ मौके पर पहुंचे।

पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। प्रथम दृष्टया ट्रेन की चपेट में आने की आशंका जताई जा रही है, क्योंकि मृतक के सिर पर गंभीर चोटों के स्पष्ट निशान मिले हैं। हालांकि दुर्घटना, हत्या या आत्महत्या—अभी तक मौत का कारण साफ नहीं हो सका है।

सोशल मीडिया के जरिए हुई शिनाख्त

अज्ञात शव की पहचान सोशल मीडिया पर वायरल हुई तस्वीरों के माध्यम से हुई। मृतक के परिजन वायरल फोटो देखकर मौके पर पहुंचे और शव की पहचान रामदेव (70 वर्ष), निवासी भगहरिया भगवानपुर, थाना कौड़िया के रूप में की। मृतक के बड़े बेटे रक्षाराम ने बताया कि उनके पिता बुधवार सुबह करीब दस बजे अहिरन पुरवा चौराहे पर दाढ़ी बनवाने की बात कहकर घर से निकले थे। “वह कर्नलगंज कैसे पहुंच गए—यह हमारे लिए अब भी रहस्य है,” उन्होंने बताया कि परिवार में दो बेटे हैं रक्षाराम, जो फेरी लगाकर कपड़े बेचते हैं, और कमलेश, जो फास्ट फूड की दुकान चलाते हैं।मृतक की पत्नी मुन्नी देवी का निधन करीब पांच वर्ष पहले हो चुका है।

प्रारंभिक जांच में ट्रेन हादसे की आशंका

हल्का दरोगा सरफराज ख़ान ने बताया कि प्रारंभिक जांच के अनुसार मौत ट्रेन की चपेट में आने से प्रतीत होती है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही अंतिम कारण स्पष्ट होगा। फिलहाल पुलिस सभी पहलुओं—दुर्घटना, हत्या या आत्महत्या को ध्यान में रखकर जांच कर रही है।
मोहम्मदाबाद सड़क हादसे में चचेरे भाई बहन की स्कूल जाते समय मौत

फर्रुखाबाद। मोहम्मदाबाद
थाना क्षेत्र के नगला भूड़ निवासी केशव का 16 वर्षीय पुत्र राजन जोकि कि अपने चाचा मिथलेश की दो पुत्रियां काजल 16 वर्ष, शैजल 13 वर्ष को लेकर बाइक से स्कूल जा रहे थे तभी धीरपुर नवीगंज रोड पर भट्टे के पास धीर पुर की तरफ से तेज़ रफ़्तार आ रही डीसीएम नेलापरवाही से टक्कर मार दी जिससे तीनों भाई बहनों की घटना पर ही मौत हो गई।

मृतक राजन के पिता ने बताया कि वह सुबह लगभग 8:30 बजे घर से धीरपुर में स्थित रूपसिंह स्कूल पंचम नगला के लिए निकला था तभी यह घटना हुई। मृतक राजन अपने पिता का एकलौता पुत्र था कक्षा 10 का छात्र था। मृतक की माता बड़ी बेटी का रो रो कर बुरा हाल हो गया है। मृतक के पिता केशव खेती का कार्य करते है।

मृतिका काजल कक्षा 10 की छात्रा थी। मृतिका शेजल कक्षा 7 की छात्रा थी पिता मिथलेश ने बताया कि वह अपने भाई के साथ सुबह स्कूल के लिए निकली थी । डीसीएम की टक्कर से दर्दनाक मौत हो गई मृतिका के पिता ने बताया कि एक पुत्र दुर्गेश 11 वर्ष का है तथा वह खेती का कार्य करता है। मृतिका की माता उमा देवी का रो रो कर बुरा हाल। डीसीएम चालक गाड़ी को छोड़कर घटना स्थल से फरार हो गया। घटना स्थल पर डायल 112 व एसडीएम सदर राजीकांत तथा डीएसपी अजय वर्मा कोतवाली प्रभारी विनोद कुमार शुक्ला चौकी प्रभारी जसवीर सिंह पहुंचे।

एसडीएम सदर ने परिजनों को पीड़ितों को माननीय मुख्यमंत्री से जो भी मदद होगी दिलवाई जाएगी।
उप निरीक्षक जसवीर सिंह ने शव का पंचनामा भरकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा।
ऑडिटोरियम भूमि के लिए सदर विधायक ने लखनऊ से निरीक्षण के लिए बुलाई टीम,मुख्यमंत्री ने दी स्वीकृति, निर्माण की तैयारी तेज

फर्रुखाबाद। जनपद में 25 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाले ऑडिटोरियम की भूमि का सदर विधायक मेजर सुनील दत्त द्विवेदी ने लखनऊ से टीम बुलाकर निरीक्षण कराया l इस परियोजना को लेकर शासन स्तर पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इसकी स्वीकृति प्रदान की है और निर्माण को प्राथमिकता में शामिल किया है। इस दौरान सदर विधायक मेजर सुनीलदत्त द्विवेदी ने लखनऊ से विशेषज्ञ टीम बुलाकर नवदिया क्षेत्र में प्रस्तावित स्थल का निरीक्षण कराया।निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी, वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी और लोक निर्माण विभाग के अभियंता मौजूद रहे। टीम ने स्थल का तकनीकी रूप से चिन्हित किया। विधायक ने बताया कि फर्रुखाबाद में बड़े सांस्कृतिक कार्यक्रमों, सरकारी आयोजनों, छात्र गतिविधियों और सामाजिक सम्मेलनों के लिए स्थान उपलब्ध नहीं था। नया ऑडिटोरियम जिले की वर्षों पुरानी आवश्यकता को पूरा करेगा।मुख्यमंत्री द्वारा स्वीकृति मिलने के बाद अब परियोजना को अंतिम रूप देने और निर्माण की तैयारी तेज कर दी गई है। ऑडिटोरियम बनने से स्थानीय प्रतिभाओं को मंच और युवाओं को नए अवसर मिलेग़l उन्होंने कहा कि सांस्कृतिक ,रोजगार के अवसर बढ़ेंगे,जिले की पहचान प्रदेश स्तर पर होगी l वाइट सदर विधायक मेजर सुनील दत्त द्विवेदी वाइट जिलाधिकारी आशुतोष कुमार द्विवेदी
বারাসাতে 'নাট্যভাষা' ২০২৫-২৬
নিজস্ব সংবাদদাতা: বারাসাত কাল্পিকের উদ্যোগে আগামী ৩১ শে ডিসেম্বর' ২০২৫ থেকে ২ রা জানুয়ারি' ২০২৬ পর্যন্ত বারাসাত রবীন্দ্রভবন প্রেক্ষাগৃহে অনুষ্ঠিত হতে চলেছে নাট্যোৎসব 'নাট্যভাষা' ২০২৫-২৬। রাজ্যের সব জেলা থেকে নাট্যদল এই নাট্য উৎসবে তাদের নাটক পরিবেশন করবে।
कल लगेगी राष्ट्रीय लोक अदालत जिला जज ने प्रचार वाहन को हरी झंडी दिखा किया रवाना*
सुल्तानपुर,जिला विधिक सेवा प्राधिकरण द्वारा कल यानी शनिवार को राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन किया गया है। आज शुक्रवार को जिला जज द्वारा प्रचार प्रसार वाहन को हरी झंडी दिखाकर क्षेत्र में रवाना किया गया। इसी के साथ वाहनों की रैली सुदूरवर्ती क्षेत्र तक प्रचार के लिए रवाना की गई। जिला जज सुनील कुमार ने झंडी दिखाई। यहाँ विधिक सेवा प्राधिकरण के सचिव/अपर जनपद न्यायाधीश विजय कुमार गुप्ता तथा लोक अदालत के नोडल अधिकारी नीरज श्रीवास्तव समेत दर्जनों न्यायिक अफसर व कर्मचारी मौजूद रहे। बाइक पर दर्जनों पैरालीगल वालेंटियर्स प्रचार का पम्पलेट्स लगाकर प्रचार वाहन संग क्षेत्र में निकले और बताया कि कल दिनांक 13 दिसंबर को आयोजित होने वाले रास्ट्रीय लोक अदालत में शामिल होकर अपने मामलों/वादों का सुलह समझौते द्वारा निस्तारण करवाएं। इस अवसर पर के लीगल डिफेंस काउंसिल तारकेश्वर सिंह, सतीश पांडे योगेश यादव समेत दर्जनों अधिवक्ता व वालंटियर मौजूद रहे..
पूर्व केंद्रीय गृह मंत्री शिवराज पाटिल का निधन, 91 साल की उम्र में ली अंतिम सांस

#shivrajpatilpasses_away

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय गृह मंत्री शिवराज पाटिल का लातूर में निधन हो गया। वे 91 वर्ष के थे। शिवराज पाटिल ने सुबह लगभग 6:30 बजे लातूर स्थित अपने आवास पर अंतिम सांस ली। वह लंबे समय से बीमार चल रहे थे। उनका अंतिम संस्कार आज शाम लातूर में ही होगा, जिसमें पार्टी के शीर्ष नेता शामिल होंगे।

देश की राजनीति में अहम भूमिका

शिवराज पाटिल चाकुरकर लोकसभा के स्पीकर थे और उन्होंने कई केंद्रीय मंत्री पदों पर काम किया। उन्होंने अपने राजनीतिक करियर में देश के लिए कई प्रतिष्ठित पदों पर काम किया और देश की संवैधानिक प्रक्रिया में सक्रिय भूमिका निभाई।वह पंजाब के राज्यपाल और चंडीगढ़ के एडमिनिस्ट्रेटर भी रहे। यूपीए सरकार में शिवराज पाटिल को गृह मंत्री बनाया गया था। वह देश के रक्षा मंत्री भी थे।

इंदिरा गांधी सरकार में रहे रक्षा मंत्री

शिवराज पाटिल का जन्म 12 अक्टूबर 1935 को हुआ था। वह पहली बार 1980 में लातूर से लोकसभा के लिए चुने गए और 1999 तक लगातार सात चुनाव जीतकर लोकसभा में बड़े नेता के रूप में उभरे। उन्होंने 1991 से 1996 तक लोकसभा अध्यक्ष के तौर पर काम किया। वह भारत के 10वें लोकसभा अध्यक्ष थे। शिवराज पाटिल ने 1980 के दशक में इंदिरा गांधी और राजीव गांधी के मंत्रिमंडलों में रक्षा मंत्री के रूप में काम किया।

मुंबई हमलों की ली थी नैतिक जिम्मेदारी

वह 2004 से 2008 तक भारत के गृह मंत्री रहे। 2008 में मुंबई हमले के दौरान उनकी खूब आलोचना हुई। 26/11 मुंबई हमलों की नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए 30 नवंबर 2008 को इस्तीफा दे दिया। दरअसल, पाटिल को ‘निरो ऑफ इंडिया’ का उपनाम भी मिला।

हेमंत सोरेन का केंद्र पर तीखा हमला: "झारखंड को कोई डरा नहीं सकता"

शीतकालीन सत्र के अंतिम दिन अनुपूरक बजट पर बहस के दौरान सीएम ने कोविड वैक्सीन, अर्थव्यवस्था और छात्रवृत्ति कटौती पर साधा निशाना


रांची, झारखंड विधानसभा के शीतकालीन सत्र के अंतिम दिन अनुपूरक बजट के पक्ष में बोलते हुए मुख्यमंत्री श्री हेमन्त सोरेन ने केंद्र सरकार पर जमकर हमला बोला। उन्होंने दो टूक कहा कि झारखंड 25 साल का हो गया है, इसे कोई डरा और डिगा नहीं सकता। उन्होंने गैर-बीजेपी शासित राज्यों के साथ केंद्र के व्यवहार पर भी सवाल उठाए।

प्रमुख आरोप और वक्तव्य

1. छात्रों के फेलोशिप में भारी कटौती

मुख्यमंत्री ने केंद्र पर छात्रों के साथ नाइंसाफी करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि उनकी सरकार आने वाली पीढ़ी के लिए दिन-रात मेहनत कर रही है, लेकिन केंद्र सरकार ने अनुसूचित जनजाति बच्चों की उच्च शिक्षा की योजनाओं के आवंटन में भारी कटौती की है:

राष्ट्रीय फेलोशिप और छात्रवृत्ति योजना: आवंटन में 90% की कमी।

राष्ट्रीय विदेश छात्रवृत्ति योजना: 95% की कमी।

अल्पसंख्यक समुदाय की छात्रवृत्ति: 40% से 63% की कटौती।

तकनीकी शिक्षा अनुदान: 61% की कटौती।

इसके विपरीत, उन्होंने कहा कि झारखंड सरकार गुरुजी क्रेडिट कार्ड के जरिए ₹15 लाख का ऋण, सावित्री बाई फूले योजना और प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए मुफ्त कोचिंग जैसी योजनाएं चला रही है।

2. राष्ट्रीय घटनाओं को 'डायवर्ट' करने का आरोप

मुख्यमंत्री ने कहा कि देश के विकास में झारखंड का सबसे ज्यादा सहयोग है, लेकिन बदले में राज्य को सिर्फ प्रदूषण और पलायन मिलता है। उन्होंने आरोप लगाया कि हर बड़ी घटना को डायवर्ट कर दिया जाता है:

इंडिगो संकट और दिल्ली ब्लास्ट: लाखों लोगों के प्रभावित होने के बावजूद सदन में 'वंदे भारत' की चर्चा होती है, जबकि दिल्ली ब्लास्ट जैसे सुरक्षा तंत्र की विफलता के मामलों को दबा दिया जाता है।

घुसपैठ: उन्होंने कहा कि बॉर्डर की जिम्मेदारी भारत सरकार की है, लेकिन घुसपैठियों के नाम पर अलग-अलग राज्यों में जहर उगला जा रहा है।

3. गिरती अर्थव्यवस्था और महंगाई

सीएम ने देश की आर्थिक स्थिति को बदहाल बताते हुए महंगाई पर कोई चर्चा न होने पर सवाल उठाया। उन्होंने केंद्र सरकार के वादे पर तंज कसते हुए कहा:

"हवाई चप्पल वालों को हवाई जहाज में चढ़ाने की बात हुई थी। क्या हुआ उसका? जो हवाई जहाज में चढ़ रहे हैं उनको हवाई चप्पल पहनने को विवश किया जा रहा है।"

4. कोविड वैक्सीन पर गंभीर सवाल

हेमन्त सोरेन ने 2014 के बाद केंद्र में बनी सरकार के कार्यकाल को लेकर भी टिप्पणी की। उन्होंने कहा कि हालिया खबरों से पता चला है कि कोविड वैक्सीन की वजह से बीमारियां तेजी से फैली हैं। उन्होंने कहा, "ये अनुसंधान का विषय है। ये वैक्सीन सही था या नहीं। कोई अपंग पैदा हो रहा है। कोई हार्ट अटैक से मर रहा है। किसी को कैंसर हो रहा है।"

5. विपक्ष को आत्मनिरीक्षण की सलाह

सीएम ने विपक्ष से कहा कि कोई भी सवाल उठाने से पहले उन्हें अपने गिरेबां में झांकना चाहिए। उन्होंने कहा कि द्वितीय अनुपूरक बजट की जरूरत क्यों है, यह सभी जानते हैं, फिर भी विपक्ष कटौती प्रस्ताव लाता है, जबकि सरकार को अभी केवल एक साल पूरा हुआ है और वह विकास की राह पर तेजी से चल रही है।

सवेरा हॉस्पिटल पटना ने बच्चों को दिया दिया क्रिकेट किड्स और जीत के लिए शुभकामना




पटना
लखनऊ में होने वाले सातवीं आईसी एस सी एल क्रिकेट प्रतियोगिता के लिए बिहार की टीम लखनऊ जा रही है इस अवसर पर सवेरा कैंसर हॉस्पिटल के निदेशक डॉक्टर बीपी सिंह टीम को ड्रेस देकर उनको प्रोत्साहन दिया इस मौके पर उन्होंने कहा कि जो बच्चे आर्थिक रूप से कमजोर है उनको मदद के लिए ऐसा किया गया है ताकि अपने खेल प्रतिभा को दिखा सके यह प्रतियोगिता 13 दिसंबर से 20 दिसंबर तक लखनऊ के विभिन्न मैदाने पर खेली जाएगी इस प्रतियोगिता में देश-विदेश की टीम में भाग ल्् रही है इस मौके पर डॉक्टर भी सिंह ने खिलाड़ियों को जीत के लिए शुभकामनाएं दे दिया
आजमगढ़:-कुसंग , सिनेमा , मोबाईल , टीवी और फैसन से युवाओं में अनैतिकता आती है -भगवान भाई

वी कुमार यदुवंशी

आजमगढ़। आज के बच्चे कल का भावी समाज हैं। अगर कल के भावी समाज को अच्छा देखना चाहते हो तो वर्तमान के युवाओं को नैतिक सद्गुणों की शिक्षा की आधार से चरित्रवान बनाए। तब समाज बेहतर बन सकता है। गुणवान व चरित्रवान बच्चे देशकी सच्ची सम्पत्ति हैं । उक्त उदगार माउंट आबू राजस्थान से प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय के ब्रह्माकुमार भगवान भाई ने कहे । वे आदर्श इण्टर कॉलेज,कंधीया के छात्र, छात्राओं को और शिक्षको को जीवन में नैतिक शिक्षा का महत्व विषय पर बोल रहे थे ।उन्होंने बताया कि ऐसे गुणवान और चरित्रवान बच्चे देश और समाज के लिए कुछ रचनात्मककार्य कर सकते हैं। उन्होंने भारतीय संस्कृति को याद दिलाते हुए कहा कि प्राचीन संस्कृति आध्यात्मिकता की रही जिस कारण प्राचीन मानव भी वंदनीय और पूजनीय रहा। उन्होंने बताया कि नैतिक शिक्षा से ही मानव के व्यवहार में निखार लाता है। ब्रह्माकुमार भगवान भाई ने कहा कि वर्तमान समय कुसंग, सिनेमा, व्यसन और फैशन से युवा पीढ़ी भटक रही है।आध्यात्मिक ज्ञान और नैतिक शिक्षा के द्वारा युवा पीढ़ी को नई दिशा मिल सकती है। उन्होंने बताया कि सिनेमा, मोबाईल , इन्टरनेट व टीवी. के माध्यम से युवा पीढ़ी पर पाश्चात्य संस्कृति का आघात हो रहा है। इस आघात से युवा पीढ़ी को बचाने की आवश्यकता है। उन्होंने बताया कि युवा पीढ़ी को कुछ रचनात्मक कार्य सिखाए, तब उनकी शक्ति सही उपयोग में ला सकेंगे। वरिष्ठ राजयोगी ब्रह्माकुमार भगवान भाई ने कहा कि हमारे मूल्य हमारी विरासत है। मूल्य की संस्कृति के कारण भारत की पूरे विश्व में पहचान है। इसलिए नैतिक मूल्य, मानवीय मूल्यों की पुर्नस्थापना के लिए सभी को सामूहिक रूप में प्रयास करने चाहिए। सकारात्मक चिन्तन का महत्व बताते हुए उन्होंने कहा कि सकारात्मक चिन्तन से समाज में मूल्यों की खुशबू फैलती है। सकारात्मक चिन्तन से जीवन की हर समस्याओं का समाधान होताहै। उन्होंने शिक्षा का मूल उद्देश्य बताते हुए कहा कि चरित्रवान, गुणवान बनना ही शिक्षा का उद्देश्य है। उन्होंने आध्यात्मिकता को मूल्यों का स्रोत बताते हुए कहा कि शांति, एकाग्रता, ईमानदारी, धैर्यता, सहनशीलता आदि सद्गुणमानव जाती का श्रृंगार है। स्थानीय ब्रह्माकुमारी सेवाकेंद्र की प्रभारी बी के अनिता बहन जी ने भी अपना उद्बोधन देते हुए कहा की नैतिक शिक्षा से ही छात्र-छात्राओं में सशक्तिकरण आ सकता है। उन्होंने आगे बताया कि नैतिकता के बिना जीवन अंधकार में हैं। नैतिक मूल्यों की कमी के कारण अज्ञानता, सामाजिक, कुरीतियां व्यसन, नशा, व्यभिचार आदि के कारण समाज पतन की ओर जाता है । प्रबंधक श्रीनाथ श्रीवास्तव जी ने ब्रह्माकुमारी के इस कार्यक्रम के लिए अभार व्यक्त किया और भविष्य में ऐसे कार्यक्रम हेतु निमन्त्रण भी दिया।कार्यक्रम की शुरुवात स्वागत से की गयी और अंत में बी के भगवान भाई जी ने मन की एकाग्रता बढाने हेतु राजयोग मेंडिटेशन भी कराया । कार्यक्रम में बीके संतोष भाई,  गणेश यादव भाई, रामनारायण भाई बीके समिता बहन जी के साथ सभी शिक्षक स्टाफ उपस्थित था।
राष्ट्रीय शिल्प मेले का हुआ भव्य समापन अच्छी यादे लेकर विदा हुए शिल्पकार।

संजय द्विवेदी।प्रयागराज।उत्तर मध्य क्षेत्र सांस्कृतिक केन्द्र संस्कृति मंत्रालय भारत सरकार द्वारा आयोजित दस दिवसीय राष्ट्रीय शिल्प मेला बुधवार को केन्द्र परिसर में भव्य रूप से सम्पन्न हुआ।विभिन्न राज्यो से आए कलाकारो और शिल्पकारो ने अपनी अनूठी प्रतिभा और सांस्कृतिक विरासत का प्रदर्शन किया।

मेले में अनेक राज्यो के शिल्पकारो ने अपने-अपने स्टॉल लगाए,जिनमे पारम्परिक कलाओं और विविध उत्पादो की झलक दिखाई दी।मेले से विदा होते समय शिल्पियों के चेहरे सन्तोष और प्रसन्नता से खिले नजर आए।विभिन्न प्रदेशो से अपनी कला लेकर आए शिल्पकारो ने बताया कि इस वर्ष भी प्रयागराज के लोगो ने उनका उत्साह बढ़ाया।उनकी कृतियो की जमकर खरीद हुई और खूब सराहना भी मिली।प्रयागवासियो के साथ ही आसपास के क्षेत्रो से आए दर्शको ने मेले का भरपूर आनन्द लिया।कला प्रेमियो और शिल्पकारो के लिए यह मेला बेहद खास रहा।

सुन्दर और परम्परागत शैली में सजाए गए स्टॉलों पर चन्देरी सिल्क सूती वस्त्र,राजस्थान के आभूषण कश्मीर के ड्राय फ्रूट्स सहित कई आकर्षक उत्पाद उपलब्ध रहे।सांस्कृतिक संध्या ने‘लघु भारत’की झलक प्रस्तुत कर मेले की शोभा और बढ़ा दी।सांस्कृतिक संध्या का शुभारम्भ मुख्य अतिथि आचार्य महामंडलेश्वर कौशल्या नन्द गिरि(सनातनी किन्नर अखाड़ा) तथा केन्द्र निदेशक सुदेश शर्मा कार्यक्रम सलाहकार कल्पना सहाय व विशिष्ट अतिथि विनोद शुक्ला शील द्विवेदी कमलेश श्रीवास्तव बसन्त लाल और प्रदीप जौहरी द्वारा दीप प्रज्वलन कर किया गया।

केन्द्र निदेशक सुदेश शर्मा द्वारा मुख्य व विशिष्ट अतिथियो को अंगवस्त्र एवं स्मृतिचिन्ह व पौधा भेंट कर सम्मानित किया।सांस्कृतिक संध्या की शुरुआत वरुण मिश्रा की प्रस्तुति से हुई- ठुमरी ‘तोरी मोरी…चलो मन गंगा यमुना तीर’बाजे रे मुरलिया’नजरिया लग जाएगी’और‘आया करे जरा कह दो सांवरिया से’जैसी प्रस्तुतियों से दर्शको की खूब तालियाँ बटोरी।सूफी गायिका अंशिका रजोतिया ने‘पिया रे पिया रे’हल्का-हल्का सुरूर’ये तूने क्या किया’तुम्हे दिल्लगी भूल जानी पड़ेगी’और ‘छाप तिलक’जैसे लोकप्रिय गीतों से वातावरण में सूफियाना रंग घोल दिया।दिल्ली से आईं कविता द्विवेदी एवं उनके दल द्वारा‘गंगा स्तुति’पर आधारित ओडिशी नृत्य की प्रस्तुति दी।इसके बाद प्रयागराज की पूर्णिमा कुमार एवं दल ने पारंपरिक गीत“कावना के ढेड़िया कवन के दुलारिया पूजन चली ढेड़िया ओ सावरा गोरिया।पर ढेड़िया नृत्य एवं पूर्वी व झूमर नृत्य की प्रस्तुति दी इसी के साथ“पीपर के पाथ झरजाला,आंगनवा कैसे बहारू जी,और“हरि-भरी धरती मा लहरें लधनवा मोरा जियरवा लहरें ना;नाचे खेतवा मा किसानवा”गीत पर झूमर नृत्य प्रस्तुति भी दी इसके बाद शुभम कुमार एवं दल प्रयागराज ने महिषासुर मर्दिनी पर आधारित नृत्य-नाटिका की प्रस्तुति दी।

इस अवसर पर काफी संख्या में लोग मौजूद रहे और सभी ने मेले व सांस्कृतिक प्रस्तुतियो का भरपूर आनन्द लिया।

रेलवे ट्रैक पर संदिग्ध हालात में मिले बुजुर्ग के शव की हुई शिनाख्त

कर्नलगंज, गोण्डा। कोतवाली क्षेत्र अन्तर्गत कर्नलगंज रेलवे स्टेशन से लगभग एक किलोमीटर दूर ग्राम पिपरी के पास बुधवार सुबह रेलवे ट्रैक पर एक लगभग 65 वर्षीय बुजुर्ग का क्षत-विक्षत शव मिलने से क्षेत्र में हड़कंप मच गया था। स्थानीय लोगों की सूचना पर हल्का दरोगा सरफराज खान व प्रभारी निरीक्षक नरेंद्र प्रताप राय पुलिस टीम के साथ मौके पर पहुंचे।

पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। प्रथम दृष्टया ट्रेन की चपेट में आने की आशंका जताई जा रही है, क्योंकि मृतक के सिर पर गंभीर चोटों के स्पष्ट निशान मिले हैं। हालांकि दुर्घटना, हत्या या आत्महत्या—अभी तक मौत का कारण साफ नहीं हो सका है।

सोशल मीडिया के जरिए हुई शिनाख्त

अज्ञात शव की पहचान सोशल मीडिया पर वायरल हुई तस्वीरों के माध्यम से हुई। मृतक के परिजन वायरल फोटो देखकर मौके पर पहुंचे और शव की पहचान रामदेव (70 वर्ष), निवासी भगहरिया भगवानपुर, थाना कौड़िया के रूप में की। मृतक के बड़े बेटे रक्षाराम ने बताया कि उनके पिता बुधवार सुबह करीब दस बजे अहिरन पुरवा चौराहे पर दाढ़ी बनवाने की बात कहकर घर से निकले थे। “वह कर्नलगंज कैसे पहुंच गए—यह हमारे लिए अब भी रहस्य है,” उन्होंने बताया कि परिवार में दो बेटे हैं रक्षाराम, जो फेरी लगाकर कपड़े बेचते हैं, और कमलेश, जो फास्ट फूड की दुकान चलाते हैं।मृतक की पत्नी मुन्नी देवी का निधन करीब पांच वर्ष पहले हो चुका है।

प्रारंभिक जांच में ट्रेन हादसे की आशंका

हल्का दरोगा सरफराज ख़ान ने बताया कि प्रारंभिक जांच के अनुसार मौत ट्रेन की चपेट में आने से प्रतीत होती है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही अंतिम कारण स्पष्ट होगा। फिलहाल पुलिस सभी पहलुओं—दुर्घटना, हत्या या आत्महत्या को ध्यान में रखकर जांच कर रही है।
मोहम्मदाबाद सड़क हादसे में चचेरे भाई बहन की स्कूल जाते समय मौत

फर्रुखाबाद। मोहम्मदाबाद
थाना क्षेत्र के नगला भूड़ निवासी केशव का 16 वर्षीय पुत्र राजन जोकि कि अपने चाचा मिथलेश की दो पुत्रियां काजल 16 वर्ष, शैजल 13 वर्ष को लेकर बाइक से स्कूल जा रहे थे तभी धीरपुर नवीगंज रोड पर भट्टे के पास धीर पुर की तरफ से तेज़ रफ़्तार आ रही डीसीएम नेलापरवाही से टक्कर मार दी जिससे तीनों भाई बहनों की घटना पर ही मौत हो गई।

मृतक राजन के पिता ने बताया कि वह सुबह लगभग 8:30 बजे घर से धीरपुर में स्थित रूपसिंह स्कूल पंचम नगला के लिए निकला था तभी यह घटना हुई। मृतक राजन अपने पिता का एकलौता पुत्र था कक्षा 10 का छात्र था। मृतक की माता बड़ी बेटी का रो रो कर बुरा हाल हो गया है। मृतक के पिता केशव खेती का कार्य करते है।

मृतिका काजल कक्षा 10 की छात्रा थी। मृतिका शेजल कक्षा 7 की छात्रा थी पिता मिथलेश ने बताया कि वह अपने भाई के साथ सुबह स्कूल के लिए निकली थी । डीसीएम की टक्कर से दर्दनाक मौत हो गई मृतिका के पिता ने बताया कि एक पुत्र दुर्गेश 11 वर्ष का है तथा वह खेती का कार्य करता है। मृतिका की माता उमा देवी का रो रो कर बुरा हाल। डीसीएम चालक गाड़ी को छोड़कर घटना स्थल से फरार हो गया। घटना स्थल पर डायल 112 व एसडीएम सदर राजीकांत तथा डीएसपी अजय वर्मा कोतवाली प्रभारी विनोद कुमार शुक्ला चौकी प्रभारी जसवीर सिंह पहुंचे।

एसडीएम सदर ने परिजनों को पीड़ितों को माननीय मुख्यमंत्री से जो भी मदद होगी दिलवाई जाएगी।
उप निरीक्षक जसवीर सिंह ने शव का पंचनामा भरकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा।
ऑडिटोरियम भूमि के लिए सदर विधायक ने लखनऊ से निरीक्षण के लिए बुलाई टीम,मुख्यमंत्री ने दी स्वीकृति, निर्माण की तैयारी तेज

फर्रुखाबाद। जनपद में 25 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाले ऑडिटोरियम की भूमि का सदर विधायक मेजर सुनील दत्त द्विवेदी ने लखनऊ से टीम बुलाकर निरीक्षण कराया l इस परियोजना को लेकर शासन स्तर पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इसकी स्वीकृति प्रदान की है और निर्माण को प्राथमिकता में शामिल किया है। इस दौरान सदर विधायक मेजर सुनीलदत्त द्विवेदी ने लखनऊ से विशेषज्ञ टीम बुलाकर नवदिया क्षेत्र में प्रस्तावित स्थल का निरीक्षण कराया।निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी, वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी और लोक निर्माण विभाग के अभियंता मौजूद रहे। टीम ने स्थल का तकनीकी रूप से चिन्हित किया। विधायक ने बताया कि फर्रुखाबाद में बड़े सांस्कृतिक कार्यक्रमों, सरकारी आयोजनों, छात्र गतिविधियों और सामाजिक सम्मेलनों के लिए स्थान उपलब्ध नहीं था। नया ऑडिटोरियम जिले की वर्षों पुरानी आवश्यकता को पूरा करेगा।मुख्यमंत्री द्वारा स्वीकृति मिलने के बाद अब परियोजना को अंतिम रूप देने और निर्माण की तैयारी तेज कर दी गई है। ऑडिटोरियम बनने से स्थानीय प्रतिभाओं को मंच और युवाओं को नए अवसर मिलेग़l उन्होंने कहा कि सांस्कृतिक ,रोजगार के अवसर बढ़ेंगे,जिले की पहचान प्रदेश स्तर पर होगी l वाइट सदर विधायक मेजर सुनील दत्त द्विवेदी वाइट जिलाधिकारी आशुतोष कुमार द्विवेदी
বারাসাতে 'নাট্যভাষা' ২০২৫-২৬
নিজস্ব সংবাদদাতা: বারাসাত কাল্পিকের উদ্যোগে আগামী ৩১ শে ডিসেম্বর' ২০২৫ থেকে ২ রা জানুয়ারি' ২০২৬ পর্যন্ত বারাসাত রবীন্দ্রভবন প্রেক্ষাগৃহে অনুষ্ঠিত হতে চলেছে নাট্যোৎসব 'নাট্যভাষা' ২০২৫-২৬। রাজ্যের সব জেলা থেকে নাট্যদল এই নাট্য উৎসবে তাদের নাটক পরিবেশন করবে।