*संजय सिंह को मिला वर्ष 2024-2025 का बेस्ट पार्लियामेंटरी अवॉर्ड,जनता के मुद्दों की बुलंद आवाज़ को मिला राष्ट्रीय सम्मान*

दिल्ली,सुल्तानपुर जनपद निवासी आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद संजय सिंह को वर्ष 2024-2025 का बेस्ट पार्लियामेंटेरियन अवॉर्ड प्रदान किया गया है। संसद में आम जनता से जुड़े मुद्दों को मजबूती से उठाने, सरकार से तीखे और तथ्यपरक सवाल करने तथा लोकतांत्रिक मूल्यों की रक्षा में उनकी सक्रिय भूमिका को देखते हुए उन्हें यह सम्मान दिया गया। संजय सिंह ने अपने संसदीय कार्यकाल के दौरान महंगाई, बेरोजगारी, किसानों की समस्याएं, महिलाओं की सुरक्षा, शिक्षा, स्वास्थ्य और आम नागरिकों से जुड़े मुद्दों को लगातार संसद के पटल पर रखा। उन्होंने न केवल सरकार की नीतियों पर सवाल खड़े किए, बल्कि जनहित से जुड़े विषयों पर सार्थक बहस भी कराई, जिससे वे एक मुखर और प्रभावशाली सांसद के रूप में उभरे। इस सम्मान की घोषणा के बाद आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ताओं और नेताओं में उत्साह का माहौल देखने को मिला। पार्टी नेताओं ने इसे “जनता की आवाज़ की जीत” बताते हुए कहा कि संजय सिंह ने सदन के भीतर आम आदमी की बात को निर्भीकता से रखा है और यह पुरस्कार उसी संघर्ष का परिणाम है। सम्मान प्राप्त करने के बाद संजय सिंह ने कहा कि यह पुरस्कार किसी एक व्यक्ति का नहीं, बल्कि देश की जनता का सम्मान है।
उन्होंने कहा, “मैं इस सम्मान को देश के करोड़ों नागरिकों को समर्पित करता हूं। संसद में जनता के अधिकारों, सवालों और संघर्षों को उठाना मेरा कर्तव्य है और आगे भी मैं पूरी ताकत से जनहित की लड़ाई लड़ता रहूंगा।” राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि यह सम्मान संजय सिंह की सक्रिय संसदीय भूमिका और सरकार से जवाबदेही तय कराने के प्रयासों की पुष्टि करता है। यह अवॉर्ड आने वाले समय में विपक्ष की भूमिका को और मजबूत करने वाला माना जा रहा है।
आजमगढ़ : 3 दरोगा का तबादला होने पर हुआ विदायी समारोह, 31 महीने बाद अम्बारी पुलिस चौकी से दीदारगंज के लिए रज्जन द्विवेदी का हुआ तबादला
  सिद्धेश्वर पाण्डेय
    व्यूरो चीफ
आजमगढ़: जिले के फूलपुर कोतवाली के 3 दरोगा का स्थानांतरण होने पर कोतवाली  परिसर में विदायी समारोह का आयोजन किया गया । इस दौरान कोतवाली प्रभारी निरीक्षक सच्चिदानंद के नेतृत्व में लोगो ने अम्बारी पुलिस चौकी प्रभारी रज्जन द्विवेदी , महिला सब इंस्पेक्टर प्रियंका तिवारी और सब इंस्पेक्टर अनुराग पाण्डेय को माल्यार्पण कर भावभीनी विदायी देते हुए उनके कार्य कुशलता के बारे में सराहना किया ।    फूलपुर कोतवाली प्रभारी निरीक्षक सच्चिदानंद की अध्यक्षता में विदायी समारोह का आयोजन किया गया । बता दे कि  आजमगढ़ के कप्तान डॉ अनिल कुमार ने 32 उपनिरीक्षकों के तबादला के तहत अम्बारी पुलिस चौकी प्रभारी रज्जन द्विवेदी का 31 महीने के बाद स्थान्तरण दीदारगंज थाना पर कर दिया है । फूलपुर कोतवाली पर तैनात महिला सब इंस्पेक्टर प्रियंका तिवारी को एलबल पुलिस का प्रभारी बनाया गया है ,और फूलपुर सब इंस्पेक्टर अनुराग पाण्डेय को प्रभारी हाजीपुर पुलिस चौकी  थाना रौनापार बनाया गया है । फूलपुर कोतवाली के तीनो सब इंस्पेक्टर का विदायी समारोह का आयोजन किया गया । विदायी समारोह के दौरान लोगो की आँखे छलक उठी । अम्बारी पुलिस चौकी के प्रभारी रहे रज्जन द्विवेदी ने कहा कि उच्चधिकारियों और पुलिस स्टाफ के क्षेत्र का बड़ा सहयोग रहा कि 31 महीने तक रहकर इस क्षेत्र की सेवा यह बड़ी उपलब्धि है । जब सहयोग की भावना रहेगी तो निश्चित रूप से क्षेत्र में सौहार्द और शांति बनी रहेगी । नौकरी में स्थानांतरण एक प्रक्रिया है । वही स्थानांतरित महिला सब इंस्पेक्टर प्रियंका तिवारी विदायी समारोह के अपनी अश्रुधारा नही रोक पायी    इस अवसर पर वरिष्ठ उपनिरीक्षक गंगा राम बिन्द ,शिव चरन पटेल , ओम प्रकाश यादव ,वासुदेव मिश्रा ,रमेश दुबे ,उमाशंकर यादव ,दिनेश त्रिपाठी , पुष्पेन्द्र सिंह ,सतेंद्र कुमार ,कमालुद्दीन , अजय प्रताप सिंह ,प्रदीप कुमार भारती ,आदेश यादव ,आलोक कुमार ,अरबिन्द त्रिपाठी ,बीरेंद्र यादव,दयानन्द आदि लोग रहे ।
पीएसी स्थापना दिवस:खेल प्रतियोगिता का आयोजन
संजय द्विवेदी प्रयागराज।पीएसी स्थापना दिवस के शुभ अवसर पर वाहिनी सेनानायक सर्वेश कुमार मिश्र(आईपीएस) के कुशल निर्देशन एवं मुख्य अतिथि डीसीपी नगर प्रयागराज मनीष सांडिल्य (आईपीएस)की गरिमामयी उपस्थिति में वॉलीबॉल रस्सा-कस्सी तथा क्रिकेट खेल प्रतियोगिता का सफलतापूर्वक आयोजन किया गया।उक्त अवसर पर वाहिनी के जवानो व रिक्रूट्स आरक्षी के द्वारा वॉलीबॉल रस्सा-कस्सी तथा क्रिकेट प्रतियोगिताओ में प्रतिभाग किया गया।खेल प्रतियोगिताके दौरान प्रतिभागियो ने उत्कृष्ट खेल प्रदर्शन टीम भावना एवं अनुशासन का परिचय दिया। कार्यक्रम के समापन पर विजेता एवं उपविजेता टीमो की सराहना तथा पुरस्कृत किया गया।इस अवसर पर सहायक सेनानायक प्रथम अब्दुल रज्जाक सहायक सेनानायक द्वितीय ज्योत्सना मिश्र शिविरपाल राकेश कुमार शर्मा सूबेदार सैन्य सहायक विजय सिंह व वाहिनी के अन्य अधिकारीगण/कर्मचारी/आरटीसी प्रशिक्षु उपस्थित रहे।
राजमिस्त्री का बेटा खेलेगा आईपीएल
पंजाब किंग्स ने विशाल निषाद को 30 लाख में खरीदा, संघर्ष से सफलता तक की प्रेरक कहानी गोरखपुर।गोरखपुर के लिए यह गर्व का क्षण है। एक साधारण परिवार से निकलकर गोरखपुर के युवा क्रिकेटर विशाल निषाद ने इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) में जगह बनाकर इतिहास रच दिया है। आईपीएल ऑक्शन में पंजाब किंग्स (PBKS) ने विशाल निषाद को उनकी बेस प्राइस 30 लाख रुपये में अपनी टीम में शामिल किया। 21 वर्षीय विशाल एक राइट आर्म मिस्ट्री स्पिन गेंदबाज हैं और अपनी घातक गेंदबाजी के लिए पहचाने जाते हैं। विशाल निषाद बेहद गरीब परिवार से ताल्लुक रखते हैं। वह राजघाट थाना क्षेत्र के जंगल अयोध्या प्रसाद लहसड़ी गांव के निवासी हैं। उनके पिता उमेश निषाद पेशे से राजमिस्त्री हैं, जबकि मां सुनीता देवी गृहिणी हैं। आर्थिक तंगी के बावजूद विशाल ने कभी अपने सपनों से समझौता नहीं किया। वह कई बार अपने पिता के साथ मजदूरी के काम में हाथ बंटाते थे, लेकिन दिल में क्रिकेटर बनने का जज्बा हमेशा जिंदा रहा। विशाल की मेहनत और लगन को देखते हुए उनके पिता ने सीमित आय के बावजूद क्रिकेट प्रशिक्षण दिलाने का साहसिक निर्णय लिया। क्रिकेट अकादमी की फीस, किट और आने-जाने के खर्चों को किसी तरह पूरा किया गया। माता-पिता के इस संघर्ष और समर्थन ने विशाल को आगे बढ़ने की ताकत दी। विशाल ने यूपी-टी20 लीग में गोरखपुर लायंस की ओर से खेलते हुए शानदार प्रदर्शन किया। इसी दौरान उन्होंने अनुभवी बल्लेबाज नीतीश राणा को पवेलियन भेजकर क्रिकेट विशेषज्ञों का ध्यान अपनी ओर खींचा। उनकी जादुई मिस्ट्री स्पिन गेंदबाजी के चलते यह माना जाने लगा था कि आईपीएल में उन पर जरूर बोली लगेगी। वर्तमान में विशाल संस्कृति क्रिकेट एकेडमी में प्रशिक्षण ले रहे हैं, जहां उन्हें कोच कल्याण सिंह का मार्गदर्शन मिल रहा है। कोच का कहना है कि विशाल में एक बड़े खिलाड़ी बनने की पूरी क्षमता है और आने वाले समय में वह पंजाब किंग्स के लिए बेहद उपयोगी साबित हो सकते हैं। आईपीएल में चयन की खबर जैसे ही गांव पहुंची, पूरे क्षेत्र में खुशी की लहर दौड़ गई। लोगों ने मिठाइयां बांटी और विशाल की सफलता को संघर्ष और मेहनत की जीत बताया। विशाल निषाद आज हजारों युवाओं के लिए प्रेरणा बन चुके हैं।
झुग्गी-झोपड़ीवासियों के वेरिफिकेशन से मचा हड़कंप

*फुटपाथ दुकानदारों ने डीएम कार्यालय पहुंचकर सौंपा ज्ञापन, प्रशासन ने स्पष्ट की स्थिति*

गोरखपुर। शहर के विभिन्न इलाकों—जटाशंकर गुरुद्वारे के सामने, रेलवे स्टेशन के सामने सहित अन्य प्रमुख स्थानों पर अवैध तरीके से झुग्गी-झोपड़ी डालकर रह रहे लोगों और फुटपाथ पर दुकान लगाने वालों का मामला एक बार फिर चर्चा में है। वर्षों से इन स्थानों पर रह रहे इन लोगों के बारे में न तो यह स्पष्ट है कि वे किस जनपद, किस प्रदेश अथवा किस देश के निवासी हैं और न ही अब तक उनका समुचित सत्यापन किया गया है। शासन के निर्देश के बाद पुलिस प्रशासन द्वारा वेरिफिकेशन अभियान शुरू होते ही इन झुग्गी-झोपड़ीवासियों की परेशानियां बढ़ गई हैं। इसी क्रम में आज सैकड़ों महिलाएं और पुरुष जिलाधिकारी कार्यालय पहुंचे और डीएम कार्यालय में ड्यूटी पर तैनात अधिकारी (डे अफसर) को ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में आरोप लगाया गया कि वे लोग माध्यमिक शिक्षा परिषद क्षेत्रीय कार्यालय, कैंपस रोड के पास प्रत्येक मंगलवार को अपनी दुकान लगाकर रोजी-रोटी का इंतजाम करते थे, लेकिन अब पुलिस द्वारा उन्हें वहां से हटाया जा रहा है। प्रदर्शनकारियों का कहना था कि पुलिस यह स्पष्ट नहीं कर रही है कि उन्हें किस कारण से हटाया जा रहा है, जिससे उनमें भय और असमंजस की स्थिति बनी हुई है। डीएम कार्यालय में मौजूद ड्यूटी अफसर ने इस संबंध में स्थिति स्पष्ट करते हुए कहा कि शासन के निर्देश पर पुलिस प्रशासन शहर में अवैध रूप से रह रहे लोगों का सत्यापन कर रहा है। उन्होंने दो टूक शब्दों में कहा कि जो भी व्यक्ति जिस जनपद, प्रदेश या स्थान का निवासी है, उसका वैध साक्ष्य पुलिस विभाग को उपलब्ध कराए। वेरिफिकेशन पूरा होने के बाद वे नियमानुसार अपनी दुकान लगाकर रोजी-रोटी चला सकते हैं और किसी को अनावश्यक रूप से परेशान नहीं किया जाएगा। प्रशासनिक सूत्रों के अनुसार, जटाशंकर गुरुद्वारे के सामने और रेलवे स्टेशन के आसपास वर्षों से बड़ी संख्या में लोग झुग्गी-झोपड़ी डालकर रह रहे हैं। हैरानी की बात यह है कि इतने लंबे समय तक रहने के बावजूद अब तक उनका विधिवत सत्यापन नहीं कराया गया। अब जब शासन के निर्देश पर पुलिस प्रशासन सक्रिय हुआ है और पहचान व पते की जांच शुरू की गई है, तो स्वाभाविक रूप से इन लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। जांच के दौरान कुछ ऐसे भी मामले सामने आए हैं, जिनमें झुग्गी-झोपड़ी में रहने वाले लोगों ने कथित तौर पर फर्जी तरीके से अपने नाम मतदाता सूची में दर्ज करवा लिए हैं। डीएम कार्यालय पहुंचे कुछ लोगों ने दावा किया कि उनके पास राशन कार्ड है और वोटर लिस्ट में भी उनका नाम दर्ज है। किसी ने खुद को गुजरात का निवासी बताया, तो किसी ने मेरठ अथवा अन्य जनपदों का रहने वाला होने की बात कही। अलग-अलग बयानों से प्रशासन के सामने कई सवाल खड़े हो गए हैं। प्रशासन अब यह जांच कर रहा है कि आखिर इन लोगों ने राशन कार्ड और मतदाता पहचान पत्र किस आधार पर और किन प्रक्रियाओं के तहत बनवाए। इसके लिए संबंधित विभागों से रिकॉर्ड खंगाले जा रहे हैं और जरूरत पड़ने पर दस्तावेजों की गहन जांच कराई जाएगी। अधिकारियों का कहना है कि यदि किसी प्रकार की अनियमितता या फर्जीवाड़ा सामने आता है, तो जिम्मेदारों के खिलाफ नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी। पुलिस और प्रशासन का स्पष्ट कहना है कि किसी को भी बिना कारण परेशान करने का उद्देश्य नहीं है, लेकिन शहर की सुरक्षा, कानून-व्यवस्था और प्रशासनिक पारदर्शिता के लिए यह जरूरी है कि शहर में रह रहे प्रत्येक व्यक्ति की पहचान और पृष्ठभूमि स्पष्ट हो। सत्यापन प्रक्रिया पूरी होने के बाद पात्र लोगों को नियमों के तहत जीवनयापन करने की अनुमति दी जाएगी, जबकि अवैध रूप से रह रहे लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। फिलहाल यह मामला गोरखपुर में चर्चा का विषय बना हुआ है और प्रशासनिक जांच के नतीजों पर सबकी नजर टिकी है।
एनटीपीसी ने 85.5 गीगावाट से अधिक की कमर्शियल क्षमता हासिल की

नई दिल्ली, 17 दिसंबर 2025: एनटीपीसी ने आज गुजरात और राजस्थान में अपनी सब्सिडियरी कंपनियों के विभिन्न सोलर प्रोजेक्ट्स के माध्यम से 359.58 मेगावाट की नई कमर्शियल क्षमता जुड़ने की घोषणा की है। इसके साथ ही एनटीपीसी ग्रुप की कुल कमर्शियल क्षमता 85.5 गीगावाट से अधिक हो गई है

एनटीपीसी ने आज अपनी सब्सिडियरी एनजीईएल के माध्यम से एनटीपीसी रिन्यूएबल एनर्जी लिमिटेड के गुजरात स्थित 1255 मेगावाट के खावड़ा-1 सोलर पीवी प्रोजेक्ट की 243.66 मेगावाट आंशिक क्षमता के वाणिज्यिक संचालन (COD- कमर्शियल ऑपरेशन डेट) की घोषणा की।

इसके अलावा, कंपनी ने राजस्थान में एनटीपीसी के नोख सोलर पीवी प्रोजेक्ट (3×245 मेगावाट) की कुल 245 मेगावाट क्षमता में से 78 मेगावाट के वाणिज्यिक संचालन (COD) की घोषणा की।

कंपनी ने एनटीपीसी रिन्यूएबल एनर्जी लिमिटेड (NTPC REL) के गुजरात में स्थित 450 मेगावाट हाइब्रिड ट्रेंच-V प्रोजेक्ट के तहत खावड़ा सोलर एनर्जी प्रोजेक्ट की कुल 300 मेगावाट क्षमता में से 37.925 मेगावाट की आंशिक क्षमता का वाणिज्यिक संचालन (COD) भी घोषित किया है।

इसके साथ ही एनटीपीसी समूह की कुल स्थापित एवं वाणिज्यिक क्षमता बढ़कर 85,541 मेगावाट तक पहुँच गई है।

एनटीपीसी लिमिटेड देश की कुल बिजली जरूरतों का लगभग एक-चौथाई योगदान दे रही है। कंपनी की कुल स्थापित क्षमता 85 गीगावाट से अधिक है, जबकि 30.90 गीगावाट अतिरिक्त क्षमता निर्माणाधीन है, जिसमें 13.3 गीगावाट नवीकरणीय ऊर्जा क्षमता शामिल है। एनटीपीसी वर्ष 2032 तक 60 गीगावाट नवीकरणीय ऊर्जा क्षमता हासिल करने के लिए प्रतिबद्ध है, जिससे भारत के नेट ज़ीरो लक्ष्यों को मजबूती मिलेगी।

थर्मल, हाइड्रो, सोलर और विंड पावर प्लांट्स के विविध पोर्टफोलियो के साथ एनटीपीसी देश को भरोसेमंद, किफायती और सस्टेनेबल बिजली उपलब्ध कराने के लिए प्रतिबद्ध है। कंपनी बेहतर भविष्य के लिए सर्वोत्तम कार्यप्रणालियों को अपनाने, नवाचार को बढ़ावा देने और स्वच्छ ऊर्जा तकनीकों को अपनाने पर लगातार काम कर रही है

बिजली उत्पादन के अलावा, एनटीपीसी ने कई नए व्यवसाय क्षेत्रों में भी कदम रखा है, जिनमें ई-मोबिलिटी, बैटरी स्टोरेज, पंप्ड हाइड्रो स्टोरेज, वेस्ट-टू-एनर्जी, न्यूक्लियर पावर और ग्रीन हाइड्रोजन सॉल्यूशंस शामिल हैं।

काकोरी ट्रेन एक्शन नायकों की स्मृति में ‘शहादत से शहादत तक’ तीन दिवसीय आयोजन
गोरखपुर: महुआ डाबर संग्रहालय, बस्ती द्वारा काकोरी ट्रेन एक्शन के महानायक राजेंद्रनाथ लाहिड़ी के बलिदान दिवस से लेकर ठाकुर रोशन सिंह के बलिदान दिवस तक ‘शहादत से शहादत तक’ शीर्षक से तीन दिवसीय कार्यक्रम का शुभारंभ गोरखपुर स्थित रामप्रसाद बिस्मिल स्मारक स्थल से हुआ। कार्यक्रम का उद्घाटन जेलर अरुण कुमार कुशवाहा ने शहीद रामप्रसाद बिस्मिल की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर एवं दीप प्रज्वलन कर किया। इसके पश्चात दुर्लभ ऐतिहासिक दस्तावेजों की प्रदर्शनी का अवलोकन कराया गया। मुख्य अतिथि अरुण कुमार कुशवाहा ने अपने उद्बोधन में कहा कि क्रांतिकारियों का बलिदान केवल इतिहास नहीं, बल्कि राष्ट्र निर्माण की प्रेरक शक्ति है, जिसे नई पीढ़ी तक पहुंचाना हम सभी की जिम्मेदारी है। इस अवसर पर जेल अधीक्षक दिलीप कुमार पांडे ने काकोरी ट्रेन एक्शन से जुड़े दुर्लभ दस्तावेजों की प्रदर्शनी का अवलोकन किया। कार्यक्रम में शहर के गणमान्य नागरिकों, शोधार्थियों और विद्यार्थियों ने बड़ी संख्या में सहभागिता की तथा चर्चा सत्र में सक्रिय रूप से भाग लिया। नगर निगम कार्यकारिणी सदस्य एवं पार्षद विजेंद्र अग्रही मंगल ने कार्यक्रम का परिचय देते हुए आमजन से ऐसे आयोजनों से जुड़ने की अपील की। चर्चा सत्र में डॉ. पवन कुमार, ऋषि विश्वकर्मा, हरगोविंद प्रवाह, मारुतिनंदन चतुर्वेदी, सुरेंद्र कुमार, संजू चौधरी, सलमान, विकास निषाद, ध्वज चतुर्वेदी, आकाश विश्वकर्मा, दीपक शर्मा, इमरान खान, अरसद, असलम सहित अनेक लोगों ने अपने विचार रखे। कार्यक्रम का संचालन करते हुए संयोजक अविनाश कुमार गुप्ता ने बताया कि 18 और 19 दिसंबर को यह आयोजन काकोरी के नायक ठाकुर रोशन सिंह एवं चंद्रशेखर आज़ाद की स्मृति में प्रयागराज (इलाहाबाद) में आयोजित किया जाएगा। उन्होंने कहा कि भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के स्वर्णिम इतिहास में दर्ज महान क्रांतिवीर रामप्रसाद ‘बिस्मिल’ और उनके साथियों के विचारों, योजनाओं और बलिदान को सही संदर्भ में स्मरण करना अत्यंत आवश्यक है। काकोरी एक्शन और भारतीय क्रांतिकारी आंदोलन का वास्तविक इतिहास जानना नई पीढ़ी का अधिकार है, ताकि वे समझ सकें कि आज़ादी की नींव कितने अनमोल बलिदानों पर टिकी है। चर्चा सत्र में भारतीय क्रांतिकारी आंदोलन के विद्वान एवं महुआ डाबर संग्रहालय के महानिदेशक डॉ. शाह आलम राणा ने रामप्रसाद बिस्मिल की वंशावली पर प्रकाश डालते हुए बताया कि ग्वालियर रियासत अंतर्गत तोमरधार के बरबाई गांव के निवासी रामप्रसाद बिस्मिल के परदादा ठाकुर अमान सिंह तोमर राजपूत थे। उनके दादा ठाकुर नारायण लाल सिंह एवं दादी विचित्रा देवी थीं। पिता ठाकुर मुरलीधर सिंह और चाचा ठाकुर कल्याणमल सिंह थे, जबकि माता का नाम मूलमति देवी था। रामप्रसाद बिस्मिल के पिता मुरलीधर सिंह का विवाह पिनाहट के समीप छदामीपुरा में हुआ था। बिस्मिल जी का ननिहाल पिनाहट के पास जोधपुरा गांव में परिहार ठाकुरों के यहां था। उनके बड़े भाई का जन्म 1896 में हुआ था, जिनका दुर्भाग्यवश निधन हो गया। बिस्मिल जी दो भाइयों और चार बहनों में से थे। मुरलीधर सिंह के दूसरे पुत्र के रूप में रामप्रसाद बिस्मिल का जन्म 11 जून 1897 को उनके ननिहाल में हुआ। कुछ वर्ष बाद वे शाहजहांपुर आ गए। बिस्मिल जी के भाई का नाम रमेश सिंह उर्फ सुशीलचंद्र था। बहनों में शास्त्री देवी, ब्रह्मा देवी और भगवती देवी थीं। शास्त्री देवी का विवाह मैनपुरी के कोसमा क्षेत्र में जादौन ठाकुर परिवार में हुआ था। उनके पति का निधन 1989 में हुआ। शास्त्री देवी के पुत्र हरिश्चंद्र सिंह जादौन का विवाह मैनपुरी के छिरोड़ गांव में हुआ। दूसरी बहन ब्रह्मा देवी का विवाह मैनपुरी जिले के कुचेला गांव में हुआ था। करीब ग्यारह वर्षों तक स्वतंत्रता आंदोलन में अपनी जवानी समर्पित करने वाले क्रांतियोद्धा रामप्रसाद बिस्मिल की धमनियों में चंबल के बांकपन का ज्वार सदा प्रवाहित रहा। आनंद प्रकाश, रुद्रराम, परमहंस, मास्टर, महाशय और महंत उनके छद्म नाम थे। उनके व्यक्तित्व में क्रांतिकारी सेनानायक, लेखक, अनुवादक, शायर, वक्ता और रणनीतिकार जैसे अनेक आयाम समाहित थे। अमर योद्धा बिस्मिल क्रांति की वह ज्वाला थे, जिसने अनगिनत मशालों को प्रज्वलित किया। प्रदर्शनी में महुआ डाबर संग्रहालय में संरक्षित अनेक दुर्लभ दस्तावेज प्रदर्शित किए गए हैं। इनमें सप्लीमेंट्री काकोरी षड्यंत्र केस की जजमेंट फाइल, चीफ कोर्ट ऑफ अवध का निर्णय पत्र, प्रिवी काउंसिल लंदन की अपील फाइल, मिशन स्कूल शाहजहांपुर का छात्र रजिस्टर, फैजाबाद एवं गोंडा कारागार के बंदी विवरण, काकोरी ट्रेन एक्शन से प्राप्त धनराशि का रिकॉर्ड, गिरफ्तारी विवरण, क्रांतिकारियों की हस्तलिखित डायरियां, काकोरी केस की चार्जशीट, खुफिया अधीक्षक की डायरी, मैनपुरी षड्यंत्र केस में जब्त बिस्मिल की उत्तरपुस्तिका, वायसराय को भेजी गई अपीलें, ‘सरफरोशी की तमन्ना’ की मूल प्रति, अशफाक उल्ला खां, बिस्मिल, लाहिड़ी, रोशन सिंह एवं दामोदर स्वरूप के पत्र, विभिन्न अखबारों की ऐतिहासिक रिपोर्टिंग, निशानदेही की तस्वीरें, फांसी के बाद पिता के साथ बिस्मिल का दुर्लभ छायाचित्र, काकोरी क्रांतिकारियों का सामूहिक जेल फोटो, बैरक की तस्वीरें तथा मैनपुरी षड्यंत्र केस की फाइलें शामिल हैं। महुआ डाबर संग्रहालय, जनपद बस्ती में स्थित एक महत्वपूर्ण ऐतिहासिक संग्रहालय है, जो 1857 के प्रथम स्वतंत्रता संग्राम में महुआ डाबर गांव की भूमिका को समर्पित है। वर्ष 1999 में स्थापित इस संग्रहालय में स्वतंत्रता संग्राम से जुड़ी 200 से अधिक छवियां, लगभग 100 अभिलेखीय कलाकृतियां, सिक्के, पांडुलिपियां एवं ऐतिहासिक दस्तावेज संरक्षित हैं। वर्ष 2010 में लखनऊ विश्वविद्यालय के प्रोफेसर अनिल कुमार के नेतृत्व में हुए उत्खनन में यहां से राख, जली हुई लकड़ियां, मिट्टी के बर्तन और औज़ार प्राप्त हुए, जिससे इस स्थल के ऐतिहासिक महत्व की पुष्टि होती है। उत्तर प्रदेश पर्यटन नीति 2022 के अंतर्गत महुआ डाबर को स्वतंत्रता संग्राम सर्किट में शामिल किया गया है तथा यहां के क्रांतियोद्धाओं को प्रशासन द्वारा शस्त्र सलामी भी दी जाती है। हजारों बलिदानों की साक्षी यह क्रांति भूमि आज ‘आजादी के महातीर्थ’ के रूप में विख्यात है।
नेशनल हेराल्ड मामले में अनर्गल प्रलाप कर रही कांग्रेस पार्टी...बाबूलाल मरांडी

राउज एवेन्यू कोर्ट ने नहीं दिया है क्लीन चिट, मामले को माना विचाराधीन,ट्रायल रहेगा जारी

भाजपा कार्यालय पर प्रदर्शन के दौरान मूकदर्शक रही पुलिस, पुलिस प्रशासन बन गया है राज्य सरकार का टूल किट

भाजपा प्रदेश अध्यक्ष एवम नेता प्रतिपक्ष बाबूलाल मरांडी ने आज नेशनल हेराल्ड मामले में प्रदेश कांग्रेस के प्रदर्शन को कांग्रेस पार्टी का मानसिक दिवालिया पन करार दिया।

श्री मरांडी ने कहा कि कांग्रेस पार्टी इस मामले में अनर्गल प्रलाप कर भ्रष्टाचार को छुपाना चाहती है।जबकि कांग्रेस पार्टी भ्रष्टाचार की जननी, पोषक और संरक्षक है।

कहा कि नेशनल हेराल्ड मामले में राउज कोर्ट का फैसला कहीं से भी सोनिया गांधी और राहुल गांधी को क्लीन चिट नहीं है।इस फैसले ने सिर्फ एफआईआर दर्ज नहीं होने की बात कही है और मामले को विचाराधीन करार देते हुए ट्रायल को जारी रखने की बात भी कही है

कहा कि नेशनल हेराल्ड मामला शुद्ध रूप से धोखाधड़ी का मामला है जिसमें धारा 420 के तहत सात साल की सजा है।

कहा कि इसके पहले भी कांग्रेस नेता सोनिया गांधी और राहुल गांधी हाई कोर्ट,सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटा चुके हैं जहां इन्हें कोई राहत नहीं मिली। दोनों अदालतों ने मामले को प्रथम दृष्ट्या गंभीर मानते हुए खारिज करने से इनकार कर दिया है। और कहा कि इसे निरस्त करने का कोई औचित्य भी नहीं बनता।

कांग्रेस पार्टी द्वारा इसे राग द्वेष से जुड़ा मामला बताए जाने को भी कोर्ट ने निरस्त किया।

श्री मरांडी ने कहा कि कांग्रेस पार्टी भीतर से खोखली हो चुकी है। संवैधानिक मर्यादाओं के तहत काम करने की राजनीतिक क्षमता कांग्रेस के पास नहीं बची है।

कहा कि नेशनल हेराल्ड की इमारत निर्विवाद रूप से दिल्ली की एक प्रमुख संपत्ति है जिसे व्यावसायिक केलिए लीज पर दिया गया है।

कहा कि यह 2000करोड़ की संपत्ति को हड़पने का मामला है जो खत्म नहीं हुआ है।कानून की नजर में दोषी बक्से नहीं जाएंगे।

कहा कि यही कांग्रेस पार्टी हाईकोर्ट और सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर न्यायालय का विरोध करती है और आज राउज कोर्ट के फैसले पर जनता को दिग्भ्रमित कर रही है।

श्री मरांडी ने कहा कि लोकतंत्र में किसी भी राजनीतिक सामाजिक संगठन को धरना प्रदर्शन का अधिकर है लेकिन जिस प्रकार से आज पुलिस प्रशासन के संरक्षण में कांग्रेस के नेताओं ने जिसमें कई संवैधानिक दायित्वों से भी जुड़े हैं ने भाजपा प्रदेश कार्यालय के गेट तक पहुंच कर प्रदर्शन किया इससे स्पष्ट है कि पुलिस प्रशासन राज्य सरकार का टूल किट बन गया है।

कहा कि भाजपा कार्यकर्ताओं ने संयम बरता नहीं तो प्रतिक्रिया में कोई भी बड़ी घटना घट सकती थी।

कहा कि आखिर प्रशासन द्वारा बैरिकेटिंग किए जाने के बाद भी कांग्रेस के लोगों को भाजपा प्रदेश कार्यालय के गेट तक किसके इशारे पर पहुंचने दिया गया।

श्री मरांडी ने इसकी उच्चस्तरीय जांच की मांग की ।कहा कि राज्य सरकार ऐसे पुलिस अधिकारियों पर कार्रवाई करे।

*विशेष रोल प्रेक्षक ने एसआईआर कार्यों की समीक्षा की*
*शहर विधानसभा क्षेत्र के निरीक्षण में निर्वाचन आयोग के ऑब्जर्वर ने जताई संतुष्टि*


गोरखपुर। भारत निर्वाचन आयोग द्वारा नियुक्त विशेष रोल प्रेक्षक सिद्धार्थ जैन आईएएस, संयुक्त सचिव सहकारिता मंत्रालय, भारत सरकार ने गोरखपुर जनपद के शहर विधानसभा क्षेत्र में चल रहे एसआईआर (स्पेशल इंटेंसिव रिवीजन) एवं एआईआर (एनुअल इंटेंसिव रिवीजन) कार्यों का निरीक्षण एवं समीक्षा की। निरीक्षण के दौरान उन्होंने शहर विधानसभा क्षेत्र के भाग संख्या 302, 303, 304 एवं 305 स्थित सेंट एंड्रयूज कॉलेज पहुंचकर बीएलओ द्वारा किए जा रहे कार्यों की गहन जांच की। निरीक्षण के समय बीएलओ इंदु श्रीवास्तव, पूनम गुप्ता, ज्योति सिंह एवं स्वाति सोनकर द्वारा मतदाता सूची से संबंधित किए जा रहे सत्यापन, संशोधन एवं अद्यतन कार्यों की जानकारी प्रेक्षक को दी गई। विशेष रोल प्रेक्षक ने घर-घर जाकर मतदाता सत्यापन, नए मतदाताओं के नाम जोड़ने, मृतक एवं स्थानांतरित मतदाताओं के नाम हटाने तथा फार्मों के निस्तारण की प्रक्रिया की बारीकी से समीक्षा की। उन्होंने मौके पर उपस्थित मतदाताओं से भी बातचीत कर कार्यों की प्रगति एवं पारदर्शिता की जानकारी प्राप्त की। निरीक्षण के दौरान एडीएम वित्त विनीत सिंह, उप जिलाधिकारी सदर दीपक गुप्ता, राजू सिंह, धनंजय कुमार श्रीवास्तव सहित भाग संख्या 301 से 310 तक के सुपरवाइजर तथा बड़ी संख्या में बीएलओ एवं मतदाता उपस्थित रहे। अधिकारियों ने शहर विधानसभा क्षेत्र में निर्वाचन आयोग के दिशा-निर्देशों के अनुरूप किए जा रहे कार्यों का विवरण प्रस्तुत किया। विशेष रोल प्रेक्षक सिद्धार्थ जैन ने शहर विधानसभा क्षेत्र में एसआईआर एवं एआईआर के अंतर्गत किए जा रहे कार्यों पर संतोष व्यक्त किया। उन्होंने बीएलओ की सक्रियता और मतदाताओं की सहभागिता की सराहना करते हुए निर्देश दिया कि सभी पात्र नागरिकों का नाम मतदाता सूची में अनिवार्य रूप से शामिल हो तथा किसी भी प्रकार की त्रुटि न रहे। उन्होंने समयबद्ध, निष्पक्ष एवं पारदर्शी ढंग से कार्य पूर्ण करने पर विशेष जोर दिया। शहर विधानसभा क्षेत्र के निरीक्षण से पूर्व विशेष रोल प्रेक्षक ने बांसगांव विधानसभा क्षेत्र का भी भ्रमण किया। वहां उन्होंने बीएलओ एवं मतदाताओं से सीधा संवाद कर एसआईआर कार्यों की समीक्षा की और आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। निरीक्षण के दौरान उन्होंने मतदाता जागरूकता बढ़ाने तथा लोगों को मतदान के अधिकार के प्रति प्रेरित करने की आवश्यकता पर बल दिया।
डीएम ने जिले में निषेधाज्ञा की लागू

फर्रुखाबाद। त्योहारों को लेकर जनपद में शांति व्यवस्था कायम रहे जिला अधिकारी आशुतोष कुमार द्विवेदी ने जिले में भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता की धारा-163 निषेधाज्ञा लागू कर दी है। डीएम ने जारी किए आदेश में कहा है कि 23 दिसंबर 2025 को चौधरी चरण सिंह का जन्म दिवस व 24 दिसंबर 2025 को किसमस ईव व 25 दिसंबर 2025 को क्रिसमस-डे व 27 दिसंबर 2025 को गुरुगोविन्द सिंह जयन्ती व एक जनवरी 2026 को नववर्ष दिवस व 03 जनवरी 2026 को हजरत अली का जन्म दिवस व 14 जनवरी 2026 को मकर संक्रान्ति व 23 जनवरी 2026 को बसन्त पंचमी व 24 जनवरी 2026 को जननायक कर्पूरी ठाकुर जन्म दिवस व 26 जनवरी 2026 को गणतन्त्र दिवस एक फरवरी 2026 को सन्त रविदास जयन्ती एवं 04 फरवरी 2026 को शबे बरात एवं अन्य विविध परीक्षाओं के आयोजन होंगे। जिनके दृष्टिगत साम्प्रदायिक सौहार्द प्रत्येक स्थिति में बनाये रखे जाने, जन शान्ति एवं लोकहित में त्योहारों व परीक्षाओं को सकुशल सम्पन्न कराने हेतु भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता-2023 की धारा-163 के अंतर्गत कतिपय निषेद्याज्ञायें निर्गत की गई l समाधान होने के बाद जिला मजिस्ट्रेट भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता-2023 की धारा-163 में प्रदत्त शक्तियों का प्रयोग करते हुए प्रतिबन्धात्मक आदेश जारी किया गया l
*संजय सिंह को मिला वर्ष 2024-2025 का बेस्ट पार्लियामेंटरी अवॉर्ड,जनता के मुद्दों की बुलंद आवाज़ को मिला राष्ट्रीय सम्मान*

दिल्ली,सुल्तानपुर जनपद निवासी आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद संजय सिंह को वर्ष 2024-2025 का बेस्ट पार्लियामेंटेरियन अवॉर्ड प्रदान किया गया है। संसद में आम जनता से जुड़े मुद्दों को मजबूती से उठाने, सरकार से तीखे और तथ्यपरक सवाल करने तथा लोकतांत्रिक मूल्यों की रक्षा में उनकी सक्रिय भूमिका को देखते हुए उन्हें यह सम्मान दिया गया। संजय सिंह ने अपने संसदीय कार्यकाल के दौरान महंगाई, बेरोजगारी, किसानों की समस्याएं, महिलाओं की सुरक्षा, शिक्षा, स्वास्थ्य और आम नागरिकों से जुड़े मुद्दों को लगातार संसद के पटल पर रखा। उन्होंने न केवल सरकार की नीतियों पर सवाल खड़े किए, बल्कि जनहित से जुड़े विषयों पर सार्थक बहस भी कराई, जिससे वे एक मुखर और प्रभावशाली सांसद के रूप में उभरे। इस सम्मान की घोषणा के बाद आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ताओं और नेताओं में उत्साह का माहौल देखने को मिला। पार्टी नेताओं ने इसे “जनता की आवाज़ की जीत” बताते हुए कहा कि संजय सिंह ने सदन के भीतर आम आदमी की बात को निर्भीकता से रखा है और यह पुरस्कार उसी संघर्ष का परिणाम है। सम्मान प्राप्त करने के बाद संजय सिंह ने कहा कि यह पुरस्कार किसी एक व्यक्ति का नहीं, बल्कि देश की जनता का सम्मान है।
उन्होंने कहा, “मैं इस सम्मान को देश के करोड़ों नागरिकों को समर्पित करता हूं। संसद में जनता के अधिकारों, सवालों और संघर्षों को उठाना मेरा कर्तव्य है और आगे भी मैं पूरी ताकत से जनहित की लड़ाई लड़ता रहूंगा।” राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि यह सम्मान संजय सिंह की सक्रिय संसदीय भूमिका और सरकार से जवाबदेही तय कराने के प्रयासों की पुष्टि करता है। यह अवॉर्ड आने वाले समय में विपक्ष की भूमिका को और मजबूत करने वाला माना जा रहा है।
आजमगढ़ : 3 दरोगा का तबादला होने पर हुआ विदायी समारोह, 31 महीने बाद अम्बारी पुलिस चौकी से दीदारगंज के लिए रज्जन द्विवेदी का हुआ तबादला
  सिद्धेश्वर पाण्डेय
    व्यूरो चीफ
आजमगढ़: जिले के फूलपुर कोतवाली के 3 दरोगा का स्थानांतरण होने पर कोतवाली  परिसर में विदायी समारोह का आयोजन किया गया । इस दौरान कोतवाली प्रभारी निरीक्षक सच्चिदानंद के नेतृत्व में लोगो ने अम्बारी पुलिस चौकी प्रभारी रज्जन द्विवेदी , महिला सब इंस्पेक्टर प्रियंका तिवारी और सब इंस्पेक्टर अनुराग पाण्डेय को माल्यार्पण कर भावभीनी विदायी देते हुए उनके कार्य कुशलता के बारे में सराहना किया ।    फूलपुर कोतवाली प्रभारी निरीक्षक सच्चिदानंद की अध्यक्षता में विदायी समारोह का आयोजन किया गया । बता दे कि  आजमगढ़ के कप्तान डॉ अनिल कुमार ने 32 उपनिरीक्षकों के तबादला के तहत अम्बारी पुलिस चौकी प्रभारी रज्जन द्विवेदी का 31 महीने के बाद स्थान्तरण दीदारगंज थाना पर कर दिया है । फूलपुर कोतवाली पर तैनात महिला सब इंस्पेक्टर प्रियंका तिवारी को एलबल पुलिस का प्रभारी बनाया गया है ,और फूलपुर सब इंस्पेक्टर अनुराग पाण्डेय को प्रभारी हाजीपुर पुलिस चौकी  थाना रौनापार बनाया गया है । फूलपुर कोतवाली के तीनो सब इंस्पेक्टर का विदायी समारोह का आयोजन किया गया । विदायी समारोह के दौरान लोगो की आँखे छलक उठी । अम्बारी पुलिस चौकी के प्रभारी रहे रज्जन द्विवेदी ने कहा कि उच्चधिकारियों और पुलिस स्टाफ के क्षेत्र का बड़ा सहयोग रहा कि 31 महीने तक रहकर इस क्षेत्र की सेवा यह बड़ी उपलब्धि है । जब सहयोग की भावना रहेगी तो निश्चित रूप से क्षेत्र में सौहार्द और शांति बनी रहेगी । नौकरी में स्थानांतरण एक प्रक्रिया है । वही स्थानांतरित महिला सब इंस्पेक्टर प्रियंका तिवारी विदायी समारोह के अपनी अश्रुधारा नही रोक पायी    इस अवसर पर वरिष्ठ उपनिरीक्षक गंगा राम बिन्द ,शिव चरन पटेल , ओम प्रकाश यादव ,वासुदेव मिश्रा ,रमेश दुबे ,उमाशंकर यादव ,दिनेश त्रिपाठी , पुष्पेन्द्र सिंह ,सतेंद्र कुमार ,कमालुद्दीन , अजय प्रताप सिंह ,प्रदीप कुमार भारती ,आदेश यादव ,आलोक कुमार ,अरबिन्द त्रिपाठी ,बीरेंद्र यादव,दयानन्द आदि लोग रहे ।
पीएसी स्थापना दिवस:खेल प्रतियोगिता का आयोजन
संजय द्विवेदी प्रयागराज।पीएसी स्थापना दिवस के शुभ अवसर पर वाहिनी सेनानायक सर्वेश कुमार मिश्र(आईपीएस) के कुशल निर्देशन एवं मुख्य अतिथि डीसीपी नगर प्रयागराज मनीष सांडिल्य (आईपीएस)की गरिमामयी उपस्थिति में वॉलीबॉल रस्सा-कस्सी तथा क्रिकेट खेल प्रतियोगिता का सफलतापूर्वक आयोजन किया गया।उक्त अवसर पर वाहिनी के जवानो व रिक्रूट्स आरक्षी के द्वारा वॉलीबॉल रस्सा-कस्सी तथा क्रिकेट प्रतियोगिताओ में प्रतिभाग किया गया।खेल प्रतियोगिताके दौरान प्रतिभागियो ने उत्कृष्ट खेल प्रदर्शन टीम भावना एवं अनुशासन का परिचय दिया। कार्यक्रम के समापन पर विजेता एवं उपविजेता टीमो की सराहना तथा पुरस्कृत किया गया।इस अवसर पर सहायक सेनानायक प्रथम अब्दुल रज्जाक सहायक सेनानायक द्वितीय ज्योत्सना मिश्र शिविरपाल राकेश कुमार शर्मा सूबेदार सैन्य सहायक विजय सिंह व वाहिनी के अन्य अधिकारीगण/कर्मचारी/आरटीसी प्रशिक्षु उपस्थित रहे।
राजमिस्त्री का बेटा खेलेगा आईपीएल
पंजाब किंग्स ने विशाल निषाद को 30 लाख में खरीदा, संघर्ष से सफलता तक की प्रेरक कहानी गोरखपुर।गोरखपुर के लिए यह गर्व का क्षण है। एक साधारण परिवार से निकलकर गोरखपुर के युवा क्रिकेटर विशाल निषाद ने इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) में जगह बनाकर इतिहास रच दिया है। आईपीएल ऑक्शन में पंजाब किंग्स (PBKS) ने विशाल निषाद को उनकी बेस प्राइस 30 लाख रुपये में अपनी टीम में शामिल किया। 21 वर्षीय विशाल एक राइट आर्म मिस्ट्री स्पिन गेंदबाज हैं और अपनी घातक गेंदबाजी के लिए पहचाने जाते हैं। विशाल निषाद बेहद गरीब परिवार से ताल्लुक रखते हैं। वह राजघाट थाना क्षेत्र के जंगल अयोध्या प्रसाद लहसड़ी गांव के निवासी हैं। उनके पिता उमेश निषाद पेशे से राजमिस्त्री हैं, जबकि मां सुनीता देवी गृहिणी हैं। आर्थिक तंगी के बावजूद विशाल ने कभी अपने सपनों से समझौता नहीं किया। वह कई बार अपने पिता के साथ मजदूरी के काम में हाथ बंटाते थे, लेकिन दिल में क्रिकेटर बनने का जज्बा हमेशा जिंदा रहा। विशाल की मेहनत और लगन को देखते हुए उनके पिता ने सीमित आय के बावजूद क्रिकेट प्रशिक्षण दिलाने का साहसिक निर्णय लिया। क्रिकेट अकादमी की फीस, किट और आने-जाने के खर्चों को किसी तरह पूरा किया गया। माता-पिता के इस संघर्ष और समर्थन ने विशाल को आगे बढ़ने की ताकत दी। विशाल ने यूपी-टी20 लीग में गोरखपुर लायंस की ओर से खेलते हुए शानदार प्रदर्शन किया। इसी दौरान उन्होंने अनुभवी बल्लेबाज नीतीश राणा को पवेलियन भेजकर क्रिकेट विशेषज्ञों का ध्यान अपनी ओर खींचा। उनकी जादुई मिस्ट्री स्पिन गेंदबाजी के चलते यह माना जाने लगा था कि आईपीएल में उन पर जरूर बोली लगेगी। वर्तमान में विशाल संस्कृति क्रिकेट एकेडमी में प्रशिक्षण ले रहे हैं, जहां उन्हें कोच कल्याण सिंह का मार्गदर्शन मिल रहा है। कोच का कहना है कि विशाल में एक बड़े खिलाड़ी बनने की पूरी क्षमता है और आने वाले समय में वह पंजाब किंग्स के लिए बेहद उपयोगी साबित हो सकते हैं। आईपीएल में चयन की खबर जैसे ही गांव पहुंची, पूरे क्षेत्र में खुशी की लहर दौड़ गई। लोगों ने मिठाइयां बांटी और विशाल की सफलता को संघर्ष और मेहनत की जीत बताया। विशाल निषाद आज हजारों युवाओं के लिए प्रेरणा बन चुके हैं।
झुग्गी-झोपड़ीवासियों के वेरिफिकेशन से मचा हड़कंप

*फुटपाथ दुकानदारों ने डीएम कार्यालय पहुंचकर सौंपा ज्ञापन, प्रशासन ने स्पष्ट की स्थिति*

गोरखपुर। शहर के विभिन्न इलाकों—जटाशंकर गुरुद्वारे के सामने, रेलवे स्टेशन के सामने सहित अन्य प्रमुख स्थानों पर अवैध तरीके से झुग्गी-झोपड़ी डालकर रह रहे लोगों और फुटपाथ पर दुकान लगाने वालों का मामला एक बार फिर चर्चा में है। वर्षों से इन स्थानों पर रह रहे इन लोगों के बारे में न तो यह स्पष्ट है कि वे किस जनपद, किस प्रदेश अथवा किस देश के निवासी हैं और न ही अब तक उनका समुचित सत्यापन किया गया है। शासन के निर्देश के बाद पुलिस प्रशासन द्वारा वेरिफिकेशन अभियान शुरू होते ही इन झुग्गी-झोपड़ीवासियों की परेशानियां बढ़ गई हैं। इसी क्रम में आज सैकड़ों महिलाएं और पुरुष जिलाधिकारी कार्यालय पहुंचे और डीएम कार्यालय में ड्यूटी पर तैनात अधिकारी (डे अफसर) को ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में आरोप लगाया गया कि वे लोग माध्यमिक शिक्षा परिषद क्षेत्रीय कार्यालय, कैंपस रोड के पास प्रत्येक मंगलवार को अपनी दुकान लगाकर रोजी-रोटी का इंतजाम करते थे, लेकिन अब पुलिस द्वारा उन्हें वहां से हटाया जा रहा है। प्रदर्शनकारियों का कहना था कि पुलिस यह स्पष्ट नहीं कर रही है कि उन्हें किस कारण से हटाया जा रहा है, जिससे उनमें भय और असमंजस की स्थिति बनी हुई है। डीएम कार्यालय में मौजूद ड्यूटी अफसर ने इस संबंध में स्थिति स्पष्ट करते हुए कहा कि शासन के निर्देश पर पुलिस प्रशासन शहर में अवैध रूप से रह रहे लोगों का सत्यापन कर रहा है। उन्होंने दो टूक शब्दों में कहा कि जो भी व्यक्ति जिस जनपद, प्रदेश या स्थान का निवासी है, उसका वैध साक्ष्य पुलिस विभाग को उपलब्ध कराए। वेरिफिकेशन पूरा होने के बाद वे नियमानुसार अपनी दुकान लगाकर रोजी-रोटी चला सकते हैं और किसी को अनावश्यक रूप से परेशान नहीं किया जाएगा। प्रशासनिक सूत्रों के अनुसार, जटाशंकर गुरुद्वारे के सामने और रेलवे स्टेशन के आसपास वर्षों से बड़ी संख्या में लोग झुग्गी-झोपड़ी डालकर रह रहे हैं। हैरानी की बात यह है कि इतने लंबे समय तक रहने के बावजूद अब तक उनका विधिवत सत्यापन नहीं कराया गया। अब जब शासन के निर्देश पर पुलिस प्रशासन सक्रिय हुआ है और पहचान व पते की जांच शुरू की गई है, तो स्वाभाविक रूप से इन लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। जांच के दौरान कुछ ऐसे भी मामले सामने आए हैं, जिनमें झुग्गी-झोपड़ी में रहने वाले लोगों ने कथित तौर पर फर्जी तरीके से अपने नाम मतदाता सूची में दर्ज करवा लिए हैं। डीएम कार्यालय पहुंचे कुछ लोगों ने दावा किया कि उनके पास राशन कार्ड है और वोटर लिस्ट में भी उनका नाम दर्ज है। किसी ने खुद को गुजरात का निवासी बताया, तो किसी ने मेरठ अथवा अन्य जनपदों का रहने वाला होने की बात कही। अलग-अलग बयानों से प्रशासन के सामने कई सवाल खड़े हो गए हैं। प्रशासन अब यह जांच कर रहा है कि आखिर इन लोगों ने राशन कार्ड और मतदाता पहचान पत्र किस आधार पर और किन प्रक्रियाओं के तहत बनवाए। इसके लिए संबंधित विभागों से रिकॉर्ड खंगाले जा रहे हैं और जरूरत पड़ने पर दस्तावेजों की गहन जांच कराई जाएगी। अधिकारियों का कहना है कि यदि किसी प्रकार की अनियमितता या फर्जीवाड़ा सामने आता है, तो जिम्मेदारों के खिलाफ नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी। पुलिस और प्रशासन का स्पष्ट कहना है कि किसी को भी बिना कारण परेशान करने का उद्देश्य नहीं है, लेकिन शहर की सुरक्षा, कानून-व्यवस्था और प्रशासनिक पारदर्शिता के लिए यह जरूरी है कि शहर में रह रहे प्रत्येक व्यक्ति की पहचान और पृष्ठभूमि स्पष्ट हो। सत्यापन प्रक्रिया पूरी होने के बाद पात्र लोगों को नियमों के तहत जीवनयापन करने की अनुमति दी जाएगी, जबकि अवैध रूप से रह रहे लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। फिलहाल यह मामला गोरखपुर में चर्चा का विषय बना हुआ है और प्रशासनिक जांच के नतीजों पर सबकी नजर टिकी है।
एनटीपीसी ने 85.5 गीगावाट से अधिक की कमर्शियल क्षमता हासिल की

नई दिल्ली, 17 दिसंबर 2025: एनटीपीसी ने आज गुजरात और राजस्थान में अपनी सब्सिडियरी कंपनियों के विभिन्न सोलर प्रोजेक्ट्स के माध्यम से 359.58 मेगावाट की नई कमर्शियल क्षमता जुड़ने की घोषणा की है। इसके साथ ही एनटीपीसी ग्रुप की कुल कमर्शियल क्षमता 85.5 गीगावाट से अधिक हो गई है

एनटीपीसी ने आज अपनी सब्सिडियरी एनजीईएल के माध्यम से एनटीपीसी रिन्यूएबल एनर्जी लिमिटेड के गुजरात स्थित 1255 मेगावाट के खावड़ा-1 सोलर पीवी प्रोजेक्ट की 243.66 मेगावाट आंशिक क्षमता के वाणिज्यिक संचालन (COD- कमर्शियल ऑपरेशन डेट) की घोषणा की।

इसके अलावा, कंपनी ने राजस्थान में एनटीपीसी के नोख सोलर पीवी प्रोजेक्ट (3×245 मेगावाट) की कुल 245 मेगावाट क्षमता में से 78 मेगावाट के वाणिज्यिक संचालन (COD) की घोषणा की।

कंपनी ने एनटीपीसी रिन्यूएबल एनर्जी लिमिटेड (NTPC REL) के गुजरात में स्थित 450 मेगावाट हाइब्रिड ट्रेंच-V प्रोजेक्ट के तहत खावड़ा सोलर एनर्जी प्रोजेक्ट की कुल 300 मेगावाट क्षमता में से 37.925 मेगावाट की आंशिक क्षमता का वाणिज्यिक संचालन (COD) भी घोषित किया है।

इसके साथ ही एनटीपीसी समूह की कुल स्थापित एवं वाणिज्यिक क्षमता बढ़कर 85,541 मेगावाट तक पहुँच गई है।

एनटीपीसी लिमिटेड देश की कुल बिजली जरूरतों का लगभग एक-चौथाई योगदान दे रही है। कंपनी की कुल स्थापित क्षमता 85 गीगावाट से अधिक है, जबकि 30.90 गीगावाट अतिरिक्त क्षमता निर्माणाधीन है, जिसमें 13.3 गीगावाट नवीकरणीय ऊर्जा क्षमता शामिल है। एनटीपीसी वर्ष 2032 तक 60 गीगावाट नवीकरणीय ऊर्जा क्षमता हासिल करने के लिए प्रतिबद्ध है, जिससे भारत के नेट ज़ीरो लक्ष्यों को मजबूती मिलेगी।

थर्मल, हाइड्रो, सोलर और विंड पावर प्लांट्स के विविध पोर्टफोलियो के साथ एनटीपीसी देश को भरोसेमंद, किफायती और सस्टेनेबल बिजली उपलब्ध कराने के लिए प्रतिबद्ध है। कंपनी बेहतर भविष्य के लिए सर्वोत्तम कार्यप्रणालियों को अपनाने, नवाचार को बढ़ावा देने और स्वच्छ ऊर्जा तकनीकों को अपनाने पर लगातार काम कर रही है

बिजली उत्पादन के अलावा, एनटीपीसी ने कई नए व्यवसाय क्षेत्रों में भी कदम रखा है, जिनमें ई-मोबिलिटी, बैटरी स्टोरेज, पंप्ड हाइड्रो स्टोरेज, वेस्ट-टू-एनर्जी, न्यूक्लियर पावर और ग्रीन हाइड्रोजन सॉल्यूशंस शामिल हैं।

काकोरी ट्रेन एक्शन नायकों की स्मृति में ‘शहादत से शहादत तक’ तीन दिवसीय आयोजन
गोरखपुर: महुआ डाबर संग्रहालय, बस्ती द्वारा काकोरी ट्रेन एक्शन के महानायक राजेंद्रनाथ लाहिड़ी के बलिदान दिवस से लेकर ठाकुर रोशन सिंह के बलिदान दिवस तक ‘शहादत से शहादत तक’ शीर्षक से तीन दिवसीय कार्यक्रम का शुभारंभ गोरखपुर स्थित रामप्रसाद बिस्मिल स्मारक स्थल से हुआ। कार्यक्रम का उद्घाटन जेलर अरुण कुमार कुशवाहा ने शहीद रामप्रसाद बिस्मिल की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर एवं दीप प्रज्वलन कर किया। इसके पश्चात दुर्लभ ऐतिहासिक दस्तावेजों की प्रदर्शनी का अवलोकन कराया गया। मुख्य अतिथि अरुण कुमार कुशवाहा ने अपने उद्बोधन में कहा कि क्रांतिकारियों का बलिदान केवल इतिहास नहीं, बल्कि राष्ट्र निर्माण की प्रेरक शक्ति है, जिसे नई पीढ़ी तक पहुंचाना हम सभी की जिम्मेदारी है। इस अवसर पर जेल अधीक्षक दिलीप कुमार पांडे ने काकोरी ट्रेन एक्शन से जुड़े दुर्लभ दस्तावेजों की प्रदर्शनी का अवलोकन किया। कार्यक्रम में शहर के गणमान्य नागरिकों, शोधार्थियों और विद्यार्थियों ने बड़ी संख्या में सहभागिता की तथा चर्चा सत्र में सक्रिय रूप से भाग लिया। नगर निगम कार्यकारिणी सदस्य एवं पार्षद विजेंद्र अग्रही मंगल ने कार्यक्रम का परिचय देते हुए आमजन से ऐसे आयोजनों से जुड़ने की अपील की। चर्चा सत्र में डॉ. पवन कुमार, ऋषि विश्वकर्मा, हरगोविंद प्रवाह, मारुतिनंदन चतुर्वेदी, सुरेंद्र कुमार, संजू चौधरी, सलमान, विकास निषाद, ध्वज चतुर्वेदी, आकाश विश्वकर्मा, दीपक शर्मा, इमरान खान, अरसद, असलम सहित अनेक लोगों ने अपने विचार रखे। कार्यक्रम का संचालन करते हुए संयोजक अविनाश कुमार गुप्ता ने बताया कि 18 और 19 दिसंबर को यह आयोजन काकोरी के नायक ठाकुर रोशन सिंह एवं चंद्रशेखर आज़ाद की स्मृति में प्रयागराज (इलाहाबाद) में आयोजित किया जाएगा। उन्होंने कहा कि भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के स्वर्णिम इतिहास में दर्ज महान क्रांतिवीर रामप्रसाद ‘बिस्मिल’ और उनके साथियों के विचारों, योजनाओं और बलिदान को सही संदर्भ में स्मरण करना अत्यंत आवश्यक है। काकोरी एक्शन और भारतीय क्रांतिकारी आंदोलन का वास्तविक इतिहास जानना नई पीढ़ी का अधिकार है, ताकि वे समझ सकें कि आज़ादी की नींव कितने अनमोल बलिदानों पर टिकी है। चर्चा सत्र में भारतीय क्रांतिकारी आंदोलन के विद्वान एवं महुआ डाबर संग्रहालय के महानिदेशक डॉ. शाह आलम राणा ने रामप्रसाद बिस्मिल की वंशावली पर प्रकाश डालते हुए बताया कि ग्वालियर रियासत अंतर्गत तोमरधार के बरबाई गांव के निवासी रामप्रसाद बिस्मिल के परदादा ठाकुर अमान सिंह तोमर राजपूत थे। उनके दादा ठाकुर नारायण लाल सिंह एवं दादी विचित्रा देवी थीं। पिता ठाकुर मुरलीधर सिंह और चाचा ठाकुर कल्याणमल सिंह थे, जबकि माता का नाम मूलमति देवी था। रामप्रसाद बिस्मिल के पिता मुरलीधर सिंह का विवाह पिनाहट के समीप छदामीपुरा में हुआ था। बिस्मिल जी का ननिहाल पिनाहट के पास जोधपुरा गांव में परिहार ठाकुरों के यहां था। उनके बड़े भाई का जन्म 1896 में हुआ था, जिनका दुर्भाग्यवश निधन हो गया। बिस्मिल जी दो भाइयों और चार बहनों में से थे। मुरलीधर सिंह के दूसरे पुत्र के रूप में रामप्रसाद बिस्मिल का जन्म 11 जून 1897 को उनके ननिहाल में हुआ। कुछ वर्ष बाद वे शाहजहांपुर आ गए। बिस्मिल जी के भाई का नाम रमेश सिंह उर्फ सुशीलचंद्र था। बहनों में शास्त्री देवी, ब्रह्मा देवी और भगवती देवी थीं। शास्त्री देवी का विवाह मैनपुरी के कोसमा क्षेत्र में जादौन ठाकुर परिवार में हुआ था। उनके पति का निधन 1989 में हुआ। शास्त्री देवी के पुत्र हरिश्चंद्र सिंह जादौन का विवाह मैनपुरी के छिरोड़ गांव में हुआ। दूसरी बहन ब्रह्मा देवी का विवाह मैनपुरी जिले के कुचेला गांव में हुआ था। करीब ग्यारह वर्षों तक स्वतंत्रता आंदोलन में अपनी जवानी समर्पित करने वाले क्रांतियोद्धा रामप्रसाद बिस्मिल की धमनियों में चंबल के बांकपन का ज्वार सदा प्रवाहित रहा। आनंद प्रकाश, रुद्रराम, परमहंस, मास्टर, महाशय और महंत उनके छद्म नाम थे। उनके व्यक्तित्व में क्रांतिकारी सेनानायक, लेखक, अनुवादक, शायर, वक्ता और रणनीतिकार जैसे अनेक आयाम समाहित थे। अमर योद्धा बिस्मिल क्रांति की वह ज्वाला थे, जिसने अनगिनत मशालों को प्रज्वलित किया। प्रदर्शनी में महुआ डाबर संग्रहालय में संरक्षित अनेक दुर्लभ दस्तावेज प्रदर्शित किए गए हैं। इनमें सप्लीमेंट्री काकोरी षड्यंत्र केस की जजमेंट फाइल, चीफ कोर्ट ऑफ अवध का निर्णय पत्र, प्रिवी काउंसिल लंदन की अपील फाइल, मिशन स्कूल शाहजहांपुर का छात्र रजिस्टर, फैजाबाद एवं गोंडा कारागार के बंदी विवरण, काकोरी ट्रेन एक्शन से प्राप्त धनराशि का रिकॉर्ड, गिरफ्तारी विवरण, क्रांतिकारियों की हस्तलिखित डायरियां, काकोरी केस की चार्जशीट, खुफिया अधीक्षक की डायरी, मैनपुरी षड्यंत्र केस में जब्त बिस्मिल की उत्तरपुस्तिका, वायसराय को भेजी गई अपीलें, ‘सरफरोशी की तमन्ना’ की मूल प्रति, अशफाक उल्ला खां, बिस्मिल, लाहिड़ी, रोशन सिंह एवं दामोदर स्वरूप के पत्र, विभिन्न अखबारों की ऐतिहासिक रिपोर्टिंग, निशानदेही की तस्वीरें, फांसी के बाद पिता के साथ बिस्मिल का दुर्लभ छायाचित्र, काकोरी क्रांतिकारियों का सामूहिक जेल फोटो, बैरक की तस्वीरें तथा मैनपुरी षड्यंत्र केस की फाइलें शामिल हैं। महुआ डाबर संग्रहालय, जनपद बस्ती में स्थित एक महत्वपूर्ण ऐतिहासिक संग्रहालय है, जो 1857 के प्रथम स्वतंत्रता संग्राम में महुआ डाबर गांव की भूमिका को समर्पित है। वर्ष 1999 में स्थापित इस संग्रहालय में स्वतंत्रता संग्राम से जुड़ी 200 से अधिक छवियां, लगभग 100 अभिलेखीय कलाकृतियां, सिक्के, पांडुलिपियां एवं ऐतिहासिक दस्तावेज संरक्षित हैं। वर्ष 2010 में लखनऊ विश्वविद्यालय के प्रोफेसर अनिल कुमार के नेतृत्व में हुए उत्खनन में यहां से राख, जली हुई लकड़ियां, मिट्टी के बर्तन और औज़ार प्राप्त हुए, जिससे इस स्थल के ऐतिहासिक महत्व की पुष्टि होती है। उत्तर प्रदेश पर्यटन नीति 2022 के अंतर्गत महुआ डाबर को स्वतंत्रता संग्राम सर्किट में शामिल किया गया है तथा यहां के क्रांतियोद्धाओं को प्रशासन द्वारा शस्त्र सलामी भी दी जाती है। हजारों बलिदानों की साक्षी यह क्रांति भूमि आज ‘आजादी के महातीर्थ’ के रूप में विख्यात है।
नेशनल हेराल्ड मामले में अनर्गल प्रलाप कर रही कांग्रेस पार्टी...बाबूलाल मरांडी

राउज एवेन्यू कोर्ट ने नहीं दिया है क्लीन चिट, मामले को माना विचाराधीन,ट्रायल रहेगा जारी

भाजपा कार्यालय पर प्रदर्शन के दौरान मूकदर्शक रही पुलिस, पुलिस प्रशासन बन गया है राज्य सरकार का टूल किट

भाजपा प्रदेश अध्यक्ष एवम नेता प्रतिपक्ष बाबूलाल मरांडी ने आज नेशनल हेराल्ड मामले में प्रदेश कांग्रेस के प्रदर्शन को कांग्रेस पार्टी का मानसिक दिवालिया पन करार दिया।

श्री मरांडी ने कहा कि कांग्रेस पार्टी इस मामले में अनर्गल प्रलाप कर भ्रष्टाचार को छुपाना चाहती है।जबकि कांग्रेस पार्टी भ्रष्टाचार की जननी, पोषक और संरक्षक है।

कहा कि नेशनल हेराल्ड मामले में राउज कोर्ट का फैसला कहीं से भी सोनिया गांधी और राहुल गांधी को क्लीन चिट नहीं है।इस फैसले ने सिर्फ एफआईआर दर्ज नहीं होने की बात कही है और मामले को विचाराधीन करार देते हुए ट्रायल को जारी रखने की बात भी कही है

कहा कि नेशनल हेराल्ड मामला शुद्ध रूप से धोखाधड़ी का मामला है जिसमें धारा 420 के तहत सात साल की सजा है।

कहा कि इसके पहले भी कांग्रेस नेता सोनिया गांधी और राहुल गांधी हाई कोर्ट,सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटा चुके हैं जहां इन्हें कोई राहत नहीं मिली। दोनों अदालतों ने मामले को प्रथम दृष्ट्या गंभीर मानते हुए खारिज करने से इनकार कर दिया है। और कहा कि इसे निरस्त करने का कोई औचित्य भी नहीं बनता।

कांग्रेस पार्टी द्वारा इसे राग द्वेष से जुड़ा मामला बताए जाने को भी कोर्ट ने निरस्त किया।

श्री मरांडी ने कहा कि कांग्रेस पार्टी भीतर से खोखली हो चुकी है। संवैधानिक मर्यादाओं के तहत काम करने की राजनीतिक क्षमता कांग्रेस के पास नहीं बची है।

कहा कि नेशनल हेराल्ड की इमारत निर्विवाद रूप से दिल्ली की एक प्रमुख संपत्ति है जिसे व्यावसायिक केलिए लीज पर दिया गया है।

कहा कि यह 2000करोड़ की संपत्ति को हड़पने का मामला है जो खत्म नहीं हुआ है।कानून की नजर में दोषी बक्से नहीं जाएंगे।

कहा कि यही कांग्रेस पार्टी हाईकोर्ट और सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर न्यायालय का विरोध करती है और आज राउज कोर्ट के फैसले पर जनता को दिग्भ्रमित कर रही है।

श्री मरांडी ने कहा कि लोकतंत्र में किसी भी राजनीतिक सामाजिक संगठन को धरना प्रदर्शन का अधिकर है लेकिन जिस प्रकार से आज पुलिस प्रशासन के संरक्षण में कांग्रेस के नेताओं ने जिसमें कई संवैधानिक दायित्वों से भी जुड़े हैं ने भाजपा प्रदेश कार्यालय के गेट तक पहुंच कर प्रदर्शन किया इससे स्पष्ट है कि पुलिस प्रशासन राज्य सरकार का टूल किट बन गया है।

कहा कि भाजपा कार्यकर्ताओं ने संयम बरता नहीं तो प्रतिक्रिया में कोई भी बड़ी घटना घट सकती थी।

कहा कि आखिर प्रशासन द्वारा बैरिकेटिंग किए जाने के बाद भी कांग्रेस के लोगों को भाजपा प्रदेश कार्यालय के गेट तक किसके इशारे पर पहुंचने दिया गया।

श्री मरांडी ने इसकी उच्चस्तरीय जांच की मांग की ।कहा कि राज्य सरकार ऐसे पुलिस अधिकारियों पर कार्रवाई करे।

*विशेष रोल प्रेक्षक ने एसआईआर कार्यों की समीक्षा की*
*शहर विधानसभा क्षेत्र के निरीक्षण में निर्वाचन आयोग के ऑब्जर्वर ने जताई संतुष्टि*


गोरखपुर। भारत निर्वाचन आयोग द्वारा नियुक्त विशेष रोल प्रेक्षक सिद्धार्थ जैन आईएएस, संयुक्त सचिव सहकारिता मंत्रालय, भारत सरकार ने गोरखपुर जनपद के शहर विधानसभा क्षेत्र में चल रहे एसआईआर (स्पेशल इंटेंसिव रिवीजन) एवं एआईआर (एनुअल इंटेंसिव रिवीजन) कार्यों का निरीक्षण एवं समीक्षा की। निरीक्षण के दौरान उन्होंने शहर विधानसभा क्षेत्र के भाग संख्या 302, 303, 304 एवं 305 स्थित सेंट एंड्रयूज कॉलेज पहुंचकर बीएलओ द्वारा किए जा रहे कार्यों की गहन जांच की। निरीक्षण के समय बीएलओ इंदु श्रीवास्तव, पूनम गुप्ता, ज्योति सिंह एवं स्वाति सोनकर द्वारा मतदाता सूची से संबंधित किए जा रहे सत्यापन, संशोधन एवं अद्यतन कार्यों की जानकारी प्रेक्षक को दी गई। विशेष रोल प्रेक्षक ने घर-घर जाकर मतदाता सत्यापन, नए मतदाताओं के नाम जोड़ने, मृतक एवं स्थानांतरित मतदाताओं के नाम हटाने तथा फार्मों के निस्तारण की प्रक्रिया की बारीकी से समीक्षा की। उन्होंने मौके पर उपस्थित मतदाताओं से भी बातचीत कर कार्यों की प्रगति एवं पारदर्शिता की जानकारी प्राप्त की। निरीक्षण के दौरान एडीएम वित्त विनीत सिंह, उप जिलाधिकारी सदर दीपक गुप्ता, राजू सिंह, धनंजय कुमार श्रीवास्तव सहित भाग संख्या 301 से 310 तक के सुपरवाइजर तथा बड़ी संख्या में बीएलओ एवं मतदाता उपस्थित रहे। अधिकारियों ने शहर विधानसभा क्षेत्र में निर्वाचन आयोग के दिशा-निर्देशों के अनुरूप किए जा रहे कार्यों का विवरण प्रस्तुत किया। विशेष रोल प्रेक्षक सिद्धार्थ जैन ने शहर विधानसभा क्षेत्र में एसआईआर एवं एआईआर के अंतर्गत किए जा रहे कार्यों पर संतोष व्यक्त किया। उन्होंने बीएलओ की सक्रियता और मतदाताओं की सहभागिता की सराहना करते हुए निर्देश दिया कि सभी पात्र नागरिकों का नाम मतदाता सूची में अनिवार्य रूप से शामिल हो तथा किसी भी प्रकार की त्रुटि न रहे। उन्होंने समयबद्ध, निष्पक्ष एवं पारदर्शी ढंग से कार्य पूर्ण करने पर विशेष जोर दिया। शहर विधानसभा क्षेत्र के निरीक्षण से पूर्व विशेष रोल प्रेक्षक ने बांसगांव विधानसभा क्षेत्र का भी भ्रमण किया। वहां उन्होंने बीएलओ एवं मतदाताओं से सीधा संवाद कर एसआईआर कार्यों की समीक्षा की और आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। निरीक्षण के दौरान उन्होंने मतदाता जागरूकता बढ़ाने तथा लोगों को मतदान के अधिकार के प्रति प्रेरित करने की आवश्यकता पर बल दिया।
डीएम ने जिले में निषेधाज्ञा की लागू

फर्रुखाबाद। त्योहारों को लेकर जनपद में शांति व्यवस्था कायम रहे जिला अधिकारी आशुतोष कुमार द्विवेदी ने जिले में भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता की धारा-163 निषेधाज्ञा लागू कर दी है। डीएम ने जारी किए आदेश में कहा है कि 23 दिसंबर 2025 को चौधरी चरण सिंह का जन्म दिवस व 24 दिसंबर 2025 को किसमस ईव व 25 दिसंबर 2025 को क्रिसमस-डे व 27 दिसंबर 2025 को गुरुगोविन्द सिंह जयन्ती व एक जनवरी 2026 को नववर्ष दिवस व 03 जनवरी 2026 को हजरत अली का जन्म दिवस व 14 जनवरी 2026 को मकर संक्रान्ति व 23 जनवरी 2026 को बसन्त पंचमी व 24 जनवरी 2026 को जननायक कर्पूरी ठाकुर जन्म दिवस व 26 जनवरी 2026 को गणतन्त्र दिवस एक फरवरी 2026 को सन्त रविदास जयन्ती एवं 04 फरवरी 2026 को शबे बरात एवं अन्य विविध परीक्षाओं के आयोजन होंगे। जिनके दृष्टिगत साम्प्रदायिक सौहार्द प्रत्येक स्थिति में बनाये रखे जाने, जन शान्ति एवं लोकहित में त्योहारों व परीक्षाओं को सकुशल सम्पन्न कराने हेतु भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता-2023 की धारा-163 के अंतर्गत कतिपय निषेद्याज्ञायें निर्गत की गई l समाधान होने के बाद जिला मजिस्ट्रेट भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता-2023 की धारा-163 में प्रदत्त शक्तियों का प्रयोग करते हुए प्रतिबन्धात्मक आदेश जारी किया गया l