Sambhal मिलेगा पहला मैरिज हॉल, 90 प्रतिशत काम पूरा, जल्द होगा उद्घाटन

सम्भल नगरवासियों के लिए एक बड़ी राहत भरी खबर सामने आई है। नगर पालिका परिषद सम्भल की ओर से बनाए जा रहे शहर के पहले मैरिज हॉल का निर्माण कार्य लगभग पूरा हो चुका है। सभासद के अनुसार मैरिज हॉल का करीब 90 प्रतिशत काम समाप्त कर लिया गया है, जबकि शेष 10 प्रतिशत कार्य भी अगले दो से तीन महीनों में पूरा होने का दावा किया गया है। निर्माण पूरा होते ही सम्भल की जनता को विवाह, सामाजिक व पारिवारिक कार्यक्रमों के लिए एक आधुनिक और सुविधाजनक स्थल उपलब्ध हो जाएगा।

अब तक इस मैरिज हॉल के निर्माण पर लगभग 40 लाख रुपये खर्च किए जाने का दावा हैं। वहीं, बचे हुए कार्य को पूरा करने के लिए करीब 25 से 30 लाख रुपये और खर्च होने का अनुमान लगाया गया है। मैरिज हॉल में आधुनिक सुविधाएं विकसित की जा रही हैं, जिससे आम नागरिकों को निजी मैरिज हॉल या टेंट-शामियाना व्यवस्था पर होने वाले भारी खर्च से राहत मिल सकेगी। गौरतलब है कि नगर पालिका परिषद सम्भल के वार्ड नंबर 22 की सभासद रिजवाना अजीम ने बोर्ड की बैठक में मैरिज हॉल का कार्य शीघ्र पूरा कराने की पुरजोर मांग उठाई थी। उनकी इस मांग के बाद नगर पालिका ने निर्माण कार्य में तेजी लाई, जिसके चलते अब 90 प्रतिशत काम पूरा होने का दावा किया जा रहा है। सभासद की पहल को लोगों द्वारा सराहा जा रहा है। नागरिकों का कहना है कि मैरिज हॉल के बन जाने से मध्यम और गरीब वर्ग के लोगों को विशेष लाभ मिलेगा। शादी-विवाह के साथ-साथ अन्य सामाजिक, सांस्कृतिक और सामूहिक कार्यक्रम भी यहां आयोजित किए जा सकेंगे। हालांकि अब सबकी निगाहें इस बात पर टिकी हैं कि शेष कार्य तय समय सीमा में पूरा होता है या नहीं। यदि दावा सही साबित होता है, तो आने वाले कुछ ही महीनों में सम्भल की जनता को अपने पहले मैरिज हॉल का लाभ मिलना शुरू हो जाएगा।

युवाओ को राष्ट्र चेतना से जोड़ने का कार्य-महापौर गणेश केसरवानी
संजय द्विवेदी प्रयागराज।केसरवानी वैश्य सभा के तत्वावधान में आयोजित तीन दिवसीय साहित्य कला विज्ञान नृत्य प्रतियोगिता के उद्घाटन समारोह को सम्बोधित करते हुए मुख्य अतिथि महापौर गणेश केसरवानी ने कहा कि केसरवानी वैश्य सभा इस प्रतियोगिता के माध्यम से युवाओ को राष्ट्रीय चेतना से जोड़ने का कार्य कर रही है जो अत्यंत सराहनीय कार्य है उन्होने कहा कि केसरवानी वैश्य समाज का बच्चा जब बाहर निकल कर खुले मंच पर जाता है तो उसे कडी प्रतिस्पर्धा का सामना करना पड़ता है इस प्रकार की प्रतियोगिताएं उन्हे उस प्रतियोगिता में लड़ने की शक्ति प्रदान करती है उनकी सोच उनके चिन्तन उनकी आत्म शक्ति उनकी प्रतिभा को बढ़ाने और निखारने का कार्य करती है और उनके अन्दर रचनात्मकता को कूट-कूट कर भरने का कार्य करती है।महापौर गणेश केसरवानी ने कहा कि हमारे प्रधानमन्त्री नरेन्द्र मोदी का विजन 2047 में आत्मनिर्भर भारत बनाने का इसके लिए हमारी अर्थव्यवस्था बेहद मजबूत और गतिशील होनी चाहिए और उसे मजबूती और गतिशीलता देश का युवा ही दे सकता है और युवाओ की सोच को प्रतिभा को बढ़ाने का काम ही इस प्रतियोगिता के माध्यम से युवाओ को आगे ओर बढ़ाया जाएगा।सभा को सम्बोधित करने के महापौर ने दीप प्रज्ज्वलित कर और मां सरस्वती की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर प्रतियोगिता का औपचारिक उद्घाटन किया।उद्घाटन समारोह की अध्यक्षता करते हुए केसरवानी वैश्य सभा के पूर्व अध्यक्ष राम केसरवानी ने कहा कि हमारी सभा 28 वर्षो में निरन्तर इस प्रतियोगिता आयोजन करती आ रही है इस प्रतियोगिता के माध्यम से हम अपने समाज के बच्चो को उनकी प्रतिभा को निखारने के लिए एक मंच प्रदान करते है।
पूर्व अध्यक्ष डॉ अशोक गुप्ता ने विषय परिवर्तन करते हुए प्रतियोगिता की विस्तृत जानकारी प्रदान की।पूर्व अध्यक्ष एडवोकेट दिनेश गुप्ता ने सभा के और प्रतियोगिता के विषय में चर्चा करते हुए उन्हे अपनी ऊर्जा को बढ़ाने के लिए मार्गदर्शन किया।प्रतियोगिता के सफल संचालन में केसरवानी धर्मशाला के अध्यक्ष रवि गुप्ता केसरवानी वैश्य सभा के कोषाध्यक्ष राकेश  केसरवानी प्रमुख मंत्री सुनीर केसरवानी पूर्व अध्यक्ष हरिश्चन्द्र गुप्ता भाई पूर्व अध्यक्ष  गोरखनाथ संयोजक राजेन्द्र गुप्ता सभासद नीरज गुप्ता दिनेश चाचा घाट.दिनेश. केसरवानी सुलेम सराएं संगम लाल केसरवानी विवेक केसरवानी बैजनाथ केसरवानी अनूप केशरवानी संजय गुप्ता ठाकुर दिन ट्रस्ट के मंत्री सुनील केसरवानी पप्पू कटरा आदि ने महत्वपूर्ण योगदान दिया।
दामाद ने सास को मारी गोली महिला की मौके पर ही हुई मौत
संजय द्विवेदी प्रयागराज।करेली इलाके में काली माई मंदिर के पास उस वक्त हड़कंप मच गया जब एक महिला की गोली मारकर हत्या कर दी गई।गोली लगते ही महिला की मौके पर ही मौत हो गई।मृतक का नाम अर्शिया खातून 50 वर्षीय बताया जा रहा है पुलिस के अनुसार प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि हत्या का आरोप महिला के दामाद पर है जिसने कथित तौर पर अपनी सास को गोली मारी।वारदात के बाद इलाके में अफरा-तफरी मच गई और सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची।करेली पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है और आरोपी दामाद की तलाश शुरू कर दी गई है।हत्या के पीछे की वजह अभी स्पष्ट नही है लेकिन पारिवारिक विवाद की आशंका जताई जा रही है यह घटना सिर्फ एक हत्या नही बल्कि घरेलू रिश्तों में बढ़ती हिंसा की भयावह तस्वीर पेश करती है।जिस रिश्ते में भरोसा और सम्मान होना चाहिए उसी रिश्ते में बन्दूक का इस्तेमाल समाज के लिए गम्भीर चेतावनी है पारिवारिक विवाद अगर समय रहते सुलझाए जाएं तो ऐसी घटनाओ को रोका जा सकता है।
मण्डलायुक्त की अध्यक्षता में मण्डलीय सड़क सुरक्षा समिति की बैठक सम्पन्न
मण्डलायुक्त ने राजमार्ग पर अवैध रूप से कट करने वाले प्रतिष्ठानों के विरूद्ध एफआईआर दर्ज कराने के दिए निर्देश

ग्रामीण सड़को के हाईवे पर मिलने वाले स्थानों पर स्पीड ब्रेकर एवं साइनेज लगाये जाने के निर्देश

मण्डलायुक्त ने राजमार्गों पर लाइट की समुचित व्यवस्था करने के दिए निर्देश

ग्रामीण सड़क सुरक्षा समिति की अनिवार्य रूप से बैठक कराकर उसकी कार्यवृत्ति उपलब्ध कराये जाने के दिए निर्देश।

सड़क दुर्घटनाओ की रोक थाम हेतु ट्रैक्टर टालियों तथा माल वाहनों पर मानक के अनुरूप लगवाये रेट्रो रिफलेक्टिव टेप

यातायात निमयो का उल्लंघन करने वालो के विरूद्ध करें कड़ी कार्यवाही-मण्डलायुक्त

संजय द्विवेदी प्रयागराज।मण्डलायुक्त सौम्या अग्रवाल की अध्यक्षता में शुक्रवार को गांधी सभागार में मण्डलीय सड़क सुरक्षा समिति की बैठक आयोजित की गयी।बैठक में मण्डलायुक्त ने गत मण्डलीय सुरक्षा समिति की बैठक में लिए गए निर्णय के अनुपालन जनपद स्तरीय सड़क सुरक्षा समितियों की बैठको मण्डल में सड़क दुर्घटनाओ के तुलनात्मक विवरण प्रत्येक जनपद के सीमाअन्तर्गत मार्गवार दुर्घटनाओ की समीक्षा तीन या तीन से अधिक मृत्यु वाली सड़क की जांच चिन्हित ब्लैक स्पॉट राहवीर योजना सड़क सुरक्षा मित्र प्रवर्तन कार्यो सहित अन्य विषयो की बिंदुवार समीक्षा की गयी।बैठक में मण्डलायुक्त ने राष्ट्रीय राजमार्गो एवं अन्य मार्गो पर स्थित प्रतिष्ठानों के द्वारा अवैध कट किए जाने पर कड़ी नाराजगी व्यक्त करते हुए उन्होने सम्भागीय परिवहन अधिकारी एवं पुलिस विभाग को मार्गो का निरीक्षण कर ऐसे प्रतिष्ठानों जिनके द्वारा राजमार्ग पर अवैध रूप से कट किए गए है उनके विरूद्ध एफआईआर दर्ज कराते हुए उसकी सूचना उपलब्ध कराये जाने का निर्देश दिया है। इसके साथ ही साथ उन्होने राष्ट्रीय राजमार्गो पर मिलने वाली ग्रामीण सड़को वाले स्थलों पर झाड़ियों को साफ कराये जाने तथा ग्रामीण सड़कों के हाईवे पर मिलने वाले स्थानो पर स्पीड ब्रेकर एवं साइनेज लगाये जाने के निर्देश दिए है।मण्डलायुक्त ने राजमार्गो पर लाइट की समुचित व्यवस्था के लिए नगर निगम वाले क्षेत्रो में नगर निगम के द्वारा एवं ग्रामीण क्षेत्रों में सोलर लाइट लगवाये जाने के निर्देश दिए है। बैठक में शास्त्री ब्रिज एवं फाफामऊ ब्रिज के फुटपाथों पर मोटरसाइकिल चलाये जाने के सम्बंध में बताये जाने पर उन्होने शास्त्री ब्रिज एवं फाफामऊ पुल के फुटपाथ पर मोटर साइकिल चलाने को रोकने के लिए व्यू कटर सहित अन्य आवश्यक व्यवस्थायें सुनिश्चित करने के लिए कहा है।उन्होंने कहा कि जहां पर भी राष्ट्रीय राजमार्गो की नई सड़के बन रही है, वहां पर सड़क सुरक्षा की दृष्टि से सभी आवश्यक उपाय सुनिश्चित होने चाहिए इसके लिए सम्बंधित उपजिलाधिकारी क्षेत्राधिकारी तथा थाना अध्यक्ष एवं सहायक सम्भागीय परिवहन अधिकारी की संयुक्त टीम के द्वारा निरीक्षण करके रोड सुरक्षा से सम्बंधित उपायों का आंकलन करते हुए ऐसे सुझावो के बारे में कार्यदायी संस्था को अवगत कराने तथा उसके अनुपालन हेतु आवश्यक कार्यवाही करने के लिए कहा है।उन्होने कहा कि सडक दुर्घटनाओं को हर सम्भव प्रयास करके रोकना सबकी जिम्मेदारी है। इसके लिए सभी आवश्यक कार्यवाही सुनिश्चित की जाये।मण्डलायुक्त ने पिछली बैठक में ग्रामीण सड़क सुरक्षा समिति के गठन एवं बैठक की समीक्षा करते हुए उन्होंने तहसील स्तर पर सड़क सुरक्षा के दृष्टिगत सम्बंधित उपजिलाधिकारी खण्ड विकास अधिकारी तथा सीओ एवं सहायक सम्भागीय परिवहन अधिकारी को अनिवार्य रूप से बैठक करते हुए अगली मण्डलीय समीक्षा बैठक के पूर्व कार्यवृत्ति अनिवार्य रूप से उपलब्ध कराये जाने का निर्देश दिया है जिसमें क्रिटिकल स्पाटों का चिन्हीकरण सहित अन्य सड़क सुरक्षा से सम्बंधित उपायों के बारे में रिपोर्ट उपलब्ध कराये जाने के लिए कहा है।राहवीर योजना की समीक्षा करते हुए मण्डलायुक्त ने मण्डल के सभी मुख्य चिकित्साधिकारियो एवं सहायक सम्भागीय परिवहन अधिकारियों को निर्धारित लक्ष्य के सापेक्ष शत-प्रतिशत राहवीरो का चिन्हीकरण कराये जाने के लिए कहा।उन्होंने नो हेलमेट नो फ्यूल के तहत कृतकार्यवाही की समीक्षा करते हुए इसके तहत चालान के सापेक्ष शत-प्रतिशत वसूली सुनिश्चित किए जाने का निर्देश दिया है। साथ ही साथ ऐसे लोगो को फ्यूल न दिए जाने के लिए भी कहा।मण्डलायुक्त ने शीत ऋतु में स्माग एवं कोहरे के दृष्टिगत होने वाली सड़क दुर्घटनाओ की रोक थाम हेतु टैक्टर टालियो मंडियों में चलने वाले टैक्टर तथा माल वाहनो पर मानक के अनुरूप रेट्रो रिफलेक्टिव टेप लगवाये जाने को सुनिश्चित किए जाने एवं इसके साथ इसका व्यापक प्रचार-प्रसार भी किए जाने के लिए कहा है। उन्होंने कहा कि टैक्टर ट्राली की गति कम होने एवं आगे- पीछे पर्याप्त लाइट व रेट्रो रिफलेक्टिव टेप न लगे होने के कारण रात में चलने वाले वाहन चालकों को असुविधा होती है इसके साथ ही साथ खराब हालत में खड़े होने वाले टैक्टर ट्राली के चालक टैक्टर ट्राली को बाई ओर पार्किग स्थान पर न खड़ा करके सड़क पर ही वाहन को खड़ा कर देते है जो कोहरे में कम दृश्यता के कारण दुर्घटना का कारण बन जाते है ऐसे वाहन के विरूद्ध चालन की कार्यवाही सुनिश्चित की जाये।उन्होने कहा कि हेलमेट न लगाने वाले, सीट बेल्ट न लगाने वाले, यातायात के नियमों का उल्लंघन करने वालो तेज रफ्तार से चलाने वाले वाहनो गलत दिशा में चलने वाले वाहनो वाहन चलाते समय मोबाइल फोन का प्रयोग करने वाले नशे के हालत में वाहन चलाने वाले वाहनो के विरूद्ध प्रभावी कार्यवाही सुनिश्चित की जाये।इस अवसर पर सम्भागीय परिवहन अधिकारी संजीव गुप्ता आर0एम0 रोड़वेज सहित अन्य सम्बंधित विभागो के अधिकारीगणो के अलावा सड़क सुरक्षा समिति के सदस्य के रूप में रघुनाथ द्विवेदी व अन्य लोग उपस्थित रहे।
पशु पालक व भैस की रेलवे ट्रैक पर ट्रेन के टकराने से हुई मौत.परिजनो में कोहराम
संजय द्विवेदी प्रयागराज।यमुनानगर अन्तर्गत माण्डा क्षेत्र में भैस को बचाने के लिए दौड़ पशु पालक व भैस की ट्रेन से टकराने से हुई मौत दिल्ली– हावड़ा रेल मार्ग पर टिकरी गांव के सामने बुधवार दोपहर महेवा कला गांव निवासी किसान गिरजा शंकर यादव उम्र लगभग 49 वर्ष ने अपने मवेशियो को चरा रहे थे।उसी दौरान उनकी भैंस भटकते हुए रेलवे ट्रैक पर चली गई। तेज रफ्तार से आ रही ब्रह्मपुत्र एक्सप्रेस को देखते हुए भी उन्होने पीछे हटना मुनासिब नही समझा।एक पल में उन्होने अपनी जान की परवाह किए बिना भैस को बचाने के लिए दौड़ लगा दी—शायद यही सोचकर कि यह पशु ही तो उनके परिवार की रोज़ी-रोटी का सहारा है।लेकिन किस्मत को कुछ और ही मंज़ूर था।कुछ ही कदम की दूरी पर वह ट्रेन की चपेट में आ गए।हादसा इतना भयावह था कि मौके पर ही उनका शरीर क्षत-विक्षत हो गया और जिस भैंस को बचाने के लिए वे दौड़े थे वह भी नही बच सकी।ट्रेन चालक ने तुरन्त कन्ट्रोल रूम को सूचना दी.पुलिस मौके पर पहुंचकर शव को कब्जे में लेकर जांच पड़ताल में जुट गए।सूचना पर घटनास्थल पर पहुंचे परिजनो ने देखा घटना के बाद का दृश्य पत्थर दिल को भी पिघला देने वाला है—रेलवे ट्रैक के किनारे पसरा सन्नाटा देखते चीखने चिल्लाने लगे खेती-किसानी कर परिवार का पेट पालने वाले गिरजा शंकर यादव का चले जाना सिर्फ एक परिवार की नही पूरे गांव की क्षति है।पत्नी बेटा-बेटी का रो रो कर बुरा हाल है।
बीमार पालतू बना काल: लखनऊ में एक ही घर से उठीं दो अर्थियां

लखनऊ ।राजधानी के पारा थाना क्षेत्र की जलालपुर दौदाखेड़ा कॉलोनी बुधवार को उस वक्त सन्नाटे में डूब गई, जब एक ही घर से चीख-पुकार और मातम की आवाजें गूंज उठीं। अवसाद से जूझ रहीं दो सगी बहनों ने पालतू कुत्ते की बीमारी के सदमे में ज़हरीला फिनाइल पी लिया। इलाज के दौरान दोनों की मौत हो गई। मोहल्ले में शोक की लहर दौड़ गई और हर आंख नम हो उठी।मृत बहनों की पहचान राधा सिंह (25) और जिया उर्फ शानू सिंह (22) के रूप में हुई है। बताया जा रहा है कि दोनों मानसिक रूप से अस्वस्थ थीं और अपने पालतू जर्मन शेफर्ड टोनी से बेहद लगाव रखती थीं। बीते करीब 15 दिनों से टोनी की तबीयत लगातार बिगड़ रही थी। इलाज के बावजूद हालत में सुधार न होने से दोनों बहनें गहरे तनाव में चली गईं।

मां के सामने कबूल किया गुनाह, फिर टूट गया सब कुछ

बुधवार दोपहर दोनों बहनों ने घर में रखा फिनाइल पी लिया। कुछ ही देर बाद हालत बिगड़ने लगी तो उन्होंने अपनी मां गुलाबा देवी को रोते हुए बताया कि उन्होंने ज़हर पी लिया है। घबराई मां ने तुरंत बड़े बेटे वीर सिंह को फोन किया। पड़ोसियों की मदद से दोनों को रानी लक्ष्मीबाई अस्पताल ले जाया गया, जहां राधा ने कुछ ही देर में दम तोड़ दिया। गंभीर हालत में जिया को मेडिकल कॉलेज रेफर किया गया, लेकिन गुरुवार दोपहर इलाज के दौरान उसने भी अंतिम सांस ले ली।

“हम मर जाएं तो डॉगी को मत भगाना…”

इस दर्दनाक घटना ने हर किसी का कलेजा चीर दिया। मां गुलाबा देवी के मुताबिक, ज़हर पीने के बाद दोनों बेटियां फूट-फूटकर रो रही थीं और बस एक ही बात कह रही थीं—

“हमारे मरने के बाद डॉगी को घर से मत भगाना, उसकी दवा कराते रहना।”यह सुनकर मां बदहवास हो गईं, लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी।

मोहल्ले में पसरा मातम, एक साथ उठी दो अर्थियां

गुरुवार देर शाम पोस्टमार्टम के बाद जब दोनों बहनों के शव घर पहुंचे तो कोहराम मच गया। एक ही घर से जब दो अर्थियां एक साथ उठीं, तो पूरे मोहल्ले की आंखें भर आईं। मां गुलाबा देवी बार-बार बेटियों के शव से लिपटकर बेसुध हो जा रही थीं। पड़ोसी ज्ञान सिंह, लाल चंद्र और लखन लाल ने बताया कि दोनों बहनें शांत स्वभाव की थीं और टोनी से उनका लगाव इस कदर था कि अगर कुत्ता खाना नहीं खाता था तो वे भी खाना छोड़ देती थीं।यह परिवार पहले ही कई दुख झेल चुका है। गुलाबा देवी के पति कैलाश सिंह, जो रुई की धुनाई का काम करते हैं, पिछले छह महीनों से गंभीर बीमारी के चलते बिस्तर पर हैं। कोरोना काल में परिवार अपना एक जवान बेटा भी खो चुका है। अब दो बेटियों की मौत ने परिवार को पूरी तरह तोड़ दिया है।

मानसिक बीमारी का लंबा इतिहास

परिजनों के अनुसार, वर्ष 2014 से दोनों बहनों का मानसिक बीमारी का इलाज चल रहा था। कई डॉक्टरों को दिखाया गया, मंदिरों और धार्मिक स्थलों—बालाजी, खाटू श्याम—तक ले जाया गया। 2017 तक हालत में सुधार हुआ, लेकिन बाद में फिर समस्याएं बढ़ने लगीं। कुछ समय पहले नाराजगी में दोनों ने घर की किराने की दुकान में आग लगा दी थी, जिसमें मां का एक पैर झुलस गया था। इसके बाद इलाज दोबारा शुरू कराया गया।

कुत्ते से शुरू हुई कहानी, उसी पर खत्म

करीब तीन साल पहले मॉर्निंग वॉक के दौरान एक ट्रॉली चालक से मुलाकात के बाद दोनों बहनें जर्मन शेफर्ड टोनी को घर लेकर आई थीं। वही टोनी धीरे-धीरे उनकी दुनिया का केंद्र बन गया। उसकी बीमारी ने दोनों को इस कदर तोड़ दिया कि उन्होंने जिंदगी से ही मुंह मोड़ लिया।इंस्पेक्टर सुरेश सिंह ने बताया कि प्रारंभिक जांच में आत्महत्या का मामला सामने आया है। परिजनों के बयान दर्ज किए जा रहे हैं और हर पहलू की जांच की जा रही है।यह हादसा सिर्फ एक परिवार की त्रासदी नहीं, बल्कि समाज के लिए भी एक गंभीर सवाल छोड़ गया है—मानसिक स्वास्थ्य और भावनात्मक सहारे को समय रहते समझा और संभाला नहीं गया, तो नतीजे कितने भयावह हो सकते हैं।

*बिरसिंहपुर में कटी माइनर बीसों बीघा फसल डूबी,मौकेडीह गांव का है यह मामला*
सुलतानपुर जनपद के बिरसिंहपुर क्षेत्र से निकली सबई माइनर की पटरी बीती बुद्धवार की रात मौकेडीह गांव में कट जाने से किसानों की बीसो बीघा फसल डूब कर नष्ट हो गई। आज शुक्रवार सुबह फसल डूबने की जानकारी किसानों को होती ही पाईगई तो अफरा तफरी मैच गई। उन्होंने मामले की जानकारी सिंचाई विभाग के अफसरों को दी। मौके पर अधिकारी और कर्मचारी पहुंचे और माइनर को बांधकर पानी रोकवाया, तब कहीं जाकर किसानों ने राहत की सांस ली।
नई दिल्ली में तीन दिवसीय पांचवें राष्ट्रीय मुख्य सचिव सम्मेलन का शुक्रवार को हुआ आगाज़

देश की राजधानी नई दिल्ली में शुक्रवार से तीन दिवसीय (26 से 28 दिसंबर) पांचवें राष्ट्रीय मुख्य सचिव सम्मेलन का शुभारंभ हुआ। इस भव्य सम्मेलन का नेतृत्व प्रधानमंत्री द्वारा किया जा रहा है।सम्मेलन के माध्यम से केंद्र और राज्यों के बीच बेहतर समन्वय स्थापित करने, सरकारी नीतियों को ज़मीनी स्तर पर प्रभावी ढंग से लागू करने और साझा प्रयासों से शासन व्यवस्था को मजबूत बनाने पर विशेष जोर दिया जा रहा है। राष्ट्रीय विकास से जुड़े अहम मुद्दों पर हो रहे इस विचार-विमर्श का उद्देश्य केंद्र–राज्य साझेदारी को और अधिक सशक्त करना है।

इस राष्ट्रीय स्तर के सम्मेलन में झारखंड सरकार की ओर से मुख्य सचिव श्री अविनाश कुमार, परिवहन विभाग के सचिव श्री कृपानंद झा, योजना एवं विकास विभाग के सचिव श्री मुकेश कुमार तथा विशेष सचिव श्री राजीव रंजन सहित अन्य वरिष्ठ पदाधिकारी सहभागिता कर रहे हैं। सम्मेलन का प्रमुख उद्देश्य प्रधानमंत्री, नीति आयोग, केंद्रीय मंत्रालयों, राज्यों एवं केंद्र शासित प्रदेशों के वरिष्ठ अधिकारियों तथा विषय विशेषज्ञों के साथ समन्वित विचार-विमर्श के माध्यम से सर्वोत्तम कार्य प्रणालियों को साझा करना और प्रभावी शासन मॉडल विकसित करना है।

सम्मेलन में मानव पूंजी के विकास पर जोर

इस वर्ष सम्मेलन में मानव पूंजी के विकास जैसे व्यापक विषयों पर विस्तृत चर्चा हो रही है, जिसके अंतर्गत पांच प्रमुख क्षेत्रों पर विशेष जोर दिया जाएगा, जिनमें प्रारंभिक बाल्यावस्था शिक्षा, स्कूली शिक्षा, कौशल विकास, उच्च शिक्षा, खेल एवं पाठ्येतर गतिविधियां शामिल हैं।इसका लक्ष्य ‘विकसित भारत’ के लिए एक साझा विकास रोडमैप तैयार करना है।

यह सम्मेलन न केवल नीति निर्माण को मजबूती प्रदान करेगा, बल्कि केंद्र और राज्यों के बीच सहयोगात्मक प्रयासों के माध्यम से समावेशी, सतत एवं भविष्य-उन्मुख विकास की दिशा में एक ठोस आधार भी तैयार करेगा।

पेसा कानून से मजबूत होगा जनजातीय स्वशासन: ढोल-नगाड़ों के साथ सीएम आवास पहुंचे सरना समिति के प्रतिनिधि, मुख्यमंत्री ने कहा— "गांव मजबूत होगा तभी

रांची | : झारखंड में जनजातीय समाज के दशकों पुराने संघर्ष को एक नई दिशा मिली है। राज्य मंत्रिपरिषद द्वारा पेसा नियमावली (पंचायत उपबंध, अनुसूचित क्षेत्रों पर विस्तार अधिनियम) को हरी झंडी दिए जाने के बाद आज केंद्रीय सरना समिति, राजी पड़हा सरना प्रार्थना सभा और आदिवासी छात्रावासों के प्रतिनिधियों ने मुख्यमंत्री श्री हेमन्त सोरेन से मुलाकात कर उन्हें धन्यवाद ज्ञापित किया।

ढोल-नगाड़ों के साथ आभार यात्रा

मुख्यमंत्री आवासीय परिसर आज उत्सव के मैदान में तब्दील हो गया। सैकड़ों की संख्या में आदिवासी समाज के लोग पारंपरिक ढोल-नगाड़ों के साथ पहुंचे और पेसा नियमावली लागू करने के ऐतिहासिक निर्णय के लिए मुख्यमंत्री के प्रति आभार व्यक्त किया। प्रतिनिधियों ने इसे आदिवासी स्वशासन और जल-जंगल-जमीन की रक्षा की दिशा में अब तक का सबसे बड़ा कदम बताया।

मुख्यमंत्री के संबोधन की मुख्य बातें:

पूर्वजों के संघर्ष का सम्मान: मुख्यमंत्री ने कहा कि अलग झारखंड राज्य और जल-जंगल-जमीन की रक्षा के लिए हमारे पूर्वजों ने लंबी प्रताड़ना झेली और बलिदान दिए। पेसा कानून उन्हीं वीर सपूतों के सपनों को धरातल पर उतारने का जरिया है।

ग्राम सभाओं को मिलेगी शक्ति: सीएम ने स्पष्ट किया कि पेसा कानून लागू होने से ग्राम सभाओं को निर्णय लेने का संवैधानिक अधिकार और शक्तियां मिलेंगी। इससे स्थानीय स्वशासन की व्यवस्था सुदृढ़ होगी और पंचायतों को अपना वास्तविक हक मिलेगा।

भ्रम फैलाने वालों से रहें सावधान: मुख्यमंत्री ने युवाओं और ग्रामीणों से अपील की कि वे पेसा कानून की बारीकियों को समझें। उन्होंने कहा कि कुछ तत्व ग्रामीणों को गुमराह करने की कोशिश करते हैं, इसलिए नीतियों की सही जानकारी होना जरूरी है।

विकसित गांव, विकसित राज्य: मुख्यमंत्री ने दोहराया कि "हमारी सरकार गांव की सरकार है।" जब तक राज्य का सुदूर ग्रामीण क्षेत्र मजबूत नहीं होगा, तब तक राज्य के विकास की कल्पना अधूरी है।

नवनियुक्तियों का जिक्र

मुख्यमंत्री ने अपने संबोधन में यह भी याद दिलाया कि सरकार केवल नीतियां ही नहीं बना रही, बल्कि रोजगार भी दे रही है। हाल ही में 10 हजार युवाओं को सरकारी नियुक्ति दी गई है और आने वाले समय में रोजगार के और अवसर सृजित किए जाएंगे।

प्रमुख उपस्थिति

इस अवसर पर केंद्रीय सरना समिति के अध्यक्ष अजय तिर्की, सचिव रूपचंद केवट, राजी पड़हा सरना प्रार्थना सभा के महासचिव जलेश्वर उरांव सहित सैकड़ों की संख्या में आदिवासी समाज के छात्र और प्रतिनिधि उपस्थित थे।

*करौंदीकला थाना पुलिस ने बरामद किए 10 मोबाइल*
सुल्तानपुर में करौंदीकला थानाक्षेत्र में पुलिस ने चोरी हुए 10 मोबाइल फोन बरामद किए हैं। आज शुक्रवार को बरामद मोबाइल फोन पीड़ितों के सुपुर्द किए गए। बरामद मोबाइल फोन की कीमत लगभग 1,29,000 रुपये आंकी गई है। अपर पुलिस अधीक्षक अखंड प्रताप सिंह ने बताया कि मोबाइल फोन गुम या चोरी होने पर तत्काल CIR पोर्टल पर शिकायत दर्ज करानी चाहिए। इससे पुलिस को मोबाइल फोन ट्रेस करने में मदद मिलती है।
Sambhal मिलेगा पहला मैरिज हॉल, 90 प्रतिशत काम पूरा, जल्द होगा उद्घाटन

सम्भल नगरवासियों के लिए एक बड़ी राहत भरी खबर सामने आई है। नगर पालिका परिषद सम्भल की ओर से बनाए जा रहे शहर के पहले मैरिज हॉल का निर्माण कार्य लगभग पूरा हो चुका है। सभासद के अनुसार मैरिज हॉल का करीब 90 प्रतिशत काम समाप्त कर लिया गया है, जबकि शेष 10 प्रतिशत कार्य भी अगले दो से तीन महीनों में पूरा होने का दावा किया गया है। निर्माण पूरा होते ही सम्भल की जनता को विवाह, सामाजिक व पारिवारिक कार्यक्रमों के लिए एक आधुनिक और सुविधाजनक स्थल उपलब्ध हो जाएगा।

अब तक इस मैरिज हॉल के निर्माण पर लगभग 40 लाख रुपये खर्च किए जाने का दावा हैं। वहीं, बचे हुए कार्य को पूरा करने के लिए करीब 25 से 30 लाख रुपये और खर्च होने का अनुमान लगाया गया है। मैरिज हॉल में आधुनिक सुविधाएं विकसित की जा रही हैं, जिससे आम नागरिकों को निजी मैरिज हॉल या टेंट-शामियाना व्यवस्था पर होने वाले भारी खर्च से राहत मिल सकेगी। गौरतलब है कि नगर पालिका परिषद सम्भल के वार्ड नंबर 22 की सभासद रिजवाना अजीम ने बोर्ड की बैठक में मैरिज हॉल का कार्य शीघ्र पूरा कराने की पुरजोर मांग उठाई थी। उनकी इस मांग के बाद नगर पालिका ने निर्माण कार्य में तेजी लाई, जिसके चलते अब 90 प्रतिशत काम पूरा होने का दावा किया जा रहा है। सभासद की पहल को लोगों द्वारा सराहा जा रहा है। नागरिकों का कहना है कि मैरिज हॉल के बन जाने से मध्यम और गरीब वर्ग के लोगों को विशेष लाभ मिलेगा। शादी-विवाह के साथ-साथ अन्य सामाजिक, सांस्कृतिक और सामूहिक कार्यक्रम भी यहां आयोजित किए जा सकेंगे। हालांकि अब सबकी निगाहें इस बात पर टिकी हैं कि शेष कार्य तय समय सीमा में पूरा होता है या नहीं। यदि दावा सही साबित होता है, तो आने वाले कुछ ही महीनों में सम्भल की जनता को अपने पहले मैरिज हॉल का लाभ मिलना शुरू हो जाएगा।

युवाओ को राष्ट्र चेतना से जोड़ने का कार्य-महापौर गणेश केसरवानी
संजय द्विवेदी प्रयागराज।केसरवानी वैश्य सभा के तत्वावधान में आयोजित तीन दिवसीय साहित्य कला विज्ञान नृत्य प्रतियोगिता के उद्घाटन समारोह को सम्बोधित करते हुए मुख्य अतिथि महापौर गणेश केसरवानी ने कहा कि केसरवानी वैश्य सभा इस प्रतियोगिता के माध्यम से युवाओ को राष्ट्रीय चेतना से जोड़ने का कार्य कर रही है जो अत्यंत सराहनीय कार्य है उन्होने कहा कि केसरवानी वैश्य समाज का बच्चा जब बाहर निकल कर खुले मंच पर जाता है तो उसे कडी प्रतिस्पर्धा का सामना करना पड़ता है इस प्रकार की प्रतियोगिताएं उन्हे उस प्रतियोगिता में लड़ने की शक्ति प्रदान करती है उनकी सोच उनके चिन्तन उनकी आत्म शक्ति उनकी प्रतिभा को बढ़ाने और निखारने का कार्य करती है और उनके अन्दर रचनात्मकता को कूट-कूट कर भरने का कार्य करती है।महापौर गणेश केसरवानी ने कहा कि हमारे प्रधानमन्त्री नरेन्द्र मोदी का विजन 2047 में आत्मनिर्भर भारत बनाने का इसके लिए हमारी अर्थव्यवस्था बेहद मजबूत और गतिशील होनी चाहिए और उसे मजबूती और गतिशीलता देश का युवा ही दे सकता है और युवाओ की सोच को प्रतिभा को बढ़ाने का काम ही इस प्रतियोगिता के माध्यम से युवाओ को आगे ओर बढ़ाया जाएगा।सभा को सम्बोधित करने के महापौर ने दीप प्रज्ज्वलित कर और मां सरस्वती की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर प्रतियोगिता का औपचारिक उद्घाटन किया।उद्घाटन समारोह की अध्यक्षता करते हुए केसरवानी वैश्य सभा के पूर्व अध्यक्ष राम केसरवानी ने कहा कि हमारी सभा 28 वर्षो में निरन्तर इस प्रतियोगिता आयोजन करती आ रही है इस प्रतियोगिता के माध्यम से हम अपने समाज के बच्चो को उनकी प्रतिभा को निखारने के लिए एक मंच प्रदान करते है।
पूर्व अध्यक्ष डॉ अशोक गुप्ता ने विषय परिवर्तन करते हुए प्रतियोगिता की विस्तृत जानकारी प्रदान की।पूर्व अध्यक्ष एडवोकेट दिनेश गुप्ता ने सभा के और प्रतियोगिता के विषय में चर्चा करते हुए उन्हे अपनी ऊर्जा को बढ़ाने के लिए मार्गदर्शन किया।प्रतियोगिता के सफल संचालन में केसरवानी धर्मशाला के अध्यक्ष रवि गुप्ता केसरवानी वैश्य सभा के कोषाध्यक्ष राकेश  केसरवानी प्रमुख मंत्री सुनीर केसरवानी पूर्व अध्यक्ष हरिश्चन्द्र गुप्ता भाई पूर्व अध्यक्ष  गोरखनाथ संयोजक राजेन्द्र गुप्ता सभासद नीरज गुप्ता दिनेश चाचा घाट.दिनेश. केसरवानी सुलेम सराएं संगम लाल केसरवानी विवेक केसरवानी बैजनाथ केसरवानी अनूप केशरवानी संजय गुप्ता ठाकुर दिन ट्रस्ट के मंत्री सुनील केसरवानी पप्पू कटरा आदि ने महत्वपूर्ण योगदान दिया।
दामाद ने सास को मारी गोली महिला की मौके पर ही हुई मौत
संजय द्विवेदी प्रयागराज।करेली इलाके में काली माई मंदिर के पास उस वक्त हड़कंप मच गया जब एक महिला की गोली मारकर हत्या कर दी गई।गोली लगते ही महिला की मौके पर ही मौत हो गई।मृतक का नाम अर्शिया खातून 50 वर्षीय बताया जा रहा है पुलिस के अनुसार प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि हत्या का आरोप महिला के दामाद पर है जिसने कथित तौर पर अपनी सास को गोली मारी।वारदात के बाद इलाके में अफरा-तफरी मच गई और सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची।करेली पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है और आरोपी दामाद की तलाश शुरू कर दी गई है।हत्या के पीछे की वजह अभी स्पष्ट नही है लेकिन पारिवारिक विवाद की आशंका जताई जा रही है यह घटना सिर्फ एक हत्या नही बल्कि घरेलू रिश्तों में बढ़ती हिंसा की भयावह तस्वीर पेश करती है।जिस रिश्ते में भरोसा और सम्मान होना चाहिए उसी रिश्ते में बन्दूक का इस्तेमाल समाज के लिए गम्भीर चेतावनी है पारिवारिक विवाद अगर समय रहते सुलझाए जाएं तो ऐसी घटनाओ को रोका जा सकता है।
मण्डलायुक्त की अध्यक्षता में मण्डलीय सड़क सुरक्षा समिति की बैठक सम्पन्न
मण्डलायुक्त ने राजमार्ग पर अवैध रूप से कट करने वाले प्रतिष्ठानों के विरूद्ध एफआईआर दर्ज कराने के दिए निर्देश

ग्रामीण सड़को के हाईवे पर मिलने वाले स्थानों पर स्पीड ब्रेकर एवं साइनेज लगाये जाने के निर्देश

मण्डलायुक्त ने राजमार्गों पर लाइट की समुचित व्यवस्था करने के दिए निर्देश

ग्रामीण सड़क सुरक्षा समिति की अनिवार्य रूप से बैठक कराकर उसकी कार्यवृत्ति उपलब्ध कराये जाने के दिए निर्देश।

सड़क दुर्घटनाओ की रोक थाम हेतु ट्रैक्टर टालियों तथा माल वाहनों पर मानक के अनुरूप लगवाये रेट्रो रिफलेक्टिव टेप

यातायात निमयो का उल्लंघन करने वालो के विरूद्ध करें कड़ी कार्यवाही-मण्डलायुक्त

संजय द्विवेदी प्रयागराज।मण्डलायुक्त सौम्या अग्रवाल की अध्यक्षता में शुक्रवार को गांधी सभागार में मण्डलीय सड़क सुरक्षा समिति की बैठक आयोजित की गयी।बैठक में मण्डलायुक्त ने गत मण्डलीय सुरक्षा समिति की बैठक में लिए गए निर्णय के अनुपालन जनपद स्तरीय सड़क सुरक्षा समितियों की बैठको मण्डल में सड़क दुर्घटनाओ के तुलनात्मक विवरण प्रत्येक जनपद के सीमाअन्तर्गत मार्गवार दुर्घटनाओ की समीक्षा तीन या तीन से अधिक मृत्यु वाली सड़क की जांच चिन्हित ब्लैक स्पॉट राहवीर योजना सड़क सुरक्षा मित्र प्रवर्तन कार्यो सहित अन्य विषयो की बिंदुवार समीक्षा की गयी।बैठक में मण्डलायुक्त ने राष्ट्रीय राजमार्गो एवं अन्य मार्गो पर स्थित प्रतिष्ठानों के द्वारा अवैध कट किए जाने पर कड़ी नाराजगी व्यक्त करते हुए उन्होने सम्भागीय परिवहन अधिकारी एवं पुलिस विभाग को मार्गो का निरीक्षण कर ऐसे प्रतिष्ठानों जिनके द्वारा राजमार्ग पर अवैध रूप से कट किए गए है उनके विरूद्ध एफआईआर दर्ज कराते हुए उसकी सूचना उपलब्ध कराये जाने का निर्देश दिया है। इसके साथ ही साथ उन्होने राष्ट्रीय राजमार्गो पर मिलने वाली ग्रामीण सड़को वाले स्थलों पर झाड़ियों को साफ कराये जाने तथा ग्रामीण सड़कों के हाईवे पर मिलने वाले स्थानो पर स्पीड ब्रेकर एवं साइनेज लगाये जाने के निर्देश दिए है।मण्डलायुक्त ने राजमार्गो पर लाइट की समुचित व्यवस्था के लिए नगर निगम वाले क्षेत्रो में नगर निगम के द्वारा एवं ग्रामीण क्षेत्रों में सोलर लाइट लगवाये जाने के निर्देश दिए है। बैठक में शास्त्री ब्रिज एवं फाफामऊ ब्रिज के फुटपाथों पर मोटरसाइकिल चलाये जाने के सम्बंध में बताये जाने पर उन्होने शास्त्री ब्रिज एवं फाफामऊ पुल के फुटपाथ पर मोटर साइकिल चलाने को रोकने के लिए व्यू कटर सहित अन्य आवश्यक व्यवस्थायें सुनिश्चित करने के लिए कहा है।उन्होंने कहा कि जहां पर भी राष्ट्रीय राजमार्गो की नई सड़के बन रही है, वहां पर सड़क सुरक्षा की दृष्टि से सभी आवश्यक उपाय सुनिश्चित होने चाहिए इसके लिए सम्बंधित उपजिलाधिकारी क्षेत्राधिकारी तथा थाना अध्यक्ष एवं सहायक सम्भागीय परिवहन अधिकारी की संयुक्त टीम के द्वारा निरीक्षण करके रोड सुरक्षा से सम्बंधित उपायों का आंकलन करते हुए ऐसे सुझावो के बारे में कार्यदायी संस्था को अवगत कराने तथा उसके अनुपालन हेतु आवश्यक कार्यवाही करने के लिए कहा है।उन्होने कहा कि सडक दुर्घटनाओं को हर सम्भव प्रयास करके रोकना सबकी जिम्मेदारी है। इसके लिए सभी आवश्यक कार्यवाही सुनिश्चित की जाये।मण्डलायुक्त ने पिछली बैठक में ग्रामीण सड़क सुरक्षा समिति के गठन एवं बैठक की समीक्षा करते हुए उन्होंने तहसील स्तर पर सड़क सुरक्षा के दृष्टिगत सम्बंधित उपजिलाधिकारी खण्ड विकास अधिकारी तथा सीओ एवं सहायक सम्भागीय परिवहन अधिकारी को अनिवार्य रूप से बैठक करते हुए अगली मण्डलीय समीक्षा बैठक के पूर्व कार्यवृत्ति अनिवार्य रूप से उपलब्ध कराये जाने का निर्देश दिया है जिसमें क्रिटिकल स्पाटों का चिन्हीकरण सहित अन्य सड़क सुरक्षा से सम्बंधित उपायों के बारे में रिपोर्ट उपलब्ध कराये जाने के लिए कहा है।राहवीर योजना की समीक्षा करते हुए मण्डलायुक्त ने मण्डल के सभी मुख्य चिकित्साधिकारियो एवं सहायक सम्भागीय परिवहन अधिकारियों को निर्धारित लक्ष्य के सापेक्ष शत-प्रतिशत राहवीरो का चिन्हीकरण कराये जाने के लिए कहा।उन्होंने नो हेलमेट नो फ्यूल के तहत कृतकार्यवाही की समीक्षा करते हुए इसके तहत चालान के सापेक्ष शत-प्रतिशत वसूली सुनिश्चित किए जाने का निर्देश दिया है। साथ ही साथ ऐसे लोगो को फ्यूल न दिए जाने के लिए भी कहा।मण्डलायुक्त ने शीत ऋतु में स्माग एवं कोहरे के दृष्टिगत होने वाली सड़क दुर्घटनाओ की रोक थाम हेतु टैक्टर टालियो मंडियों में चलने वाले टैक्टर तथा माल वाहनो पर मानक के अनुरूप रेट्रो रिफलेक्टिव टेप लगवाये जाने को सुनिश्चित किए जाने एवं इसके साथ इसका व्यापक प्रचार-प्रसार भी किए जाने के लिए कहा है। उन्होंने कहा कि टैक्टर ट्राली की गति कम होने एवं आगे- पीछे पर्याप्त लाइट व रेट्रो रिफलेक्टिव टेप न लगे होने के कारण रात में चलने वाले वाहन चालकों को असुविधा होती है इसके साथ ही साथ खराब हालत में खड़े होने वाले टैक्टर ट्राली के चालक टैक्टर ट्राली को बाई ओर पार्किग स्थान पर न खड़ा करके सड़क पर ही वाहन को खड़ा कर देते है जो कोहरे में कम दृश्यता के कारण दुर्घटना का कारण बन जाते है ऐसे वाहन के विरूद्ध चालन की कार्यवाही सुनिश्चित की जाये।उन्होने कहा कि हेलमेट न लगाने वाले, सीट बेल्ट न लगाने वाले, यातायात के नियमों का उल्लंघन करने वालो तेज रफ्तार से चलाने वाले वाहनो गलत दिशा में चलने वाले वाहनो वाहन चलाते समय मोबाइल फोन का प्रयोग करने वाले नशे के हालत में वाहन चलाने वाले वाहनो के विरूद्ध प्रभावी कार्यवाही सुनिश्चित की जाये।इस अवसर पर सम्भागीय परिवहन अधिकारी संजीव गुप्ता आर0एम0 रोड़वेज सहित अन्य सम्बंधित विभागो के अधिकारीगणो के अलावा सड़क सुरक्षा समिति के सदस्य के रूप में रघुनाथ द्विवेदी व अन्य लोग उपस्थित रहे।
पशु पालक व भैस की रेलवे ट्रैक पर ट्रेन के टकराने से हुई मौत.परिजनो में कोहराम
संजय द्विवेदी प्रयागराज।यमुनानगर अन्तर्गत माण्डा क्षेत्र में भैस को बचाने के लिए दौड़ पशु पालक व भैस की ट्रेन से टकराने से हुई मौत दिल्ली– हावड़ा रेल मार्ग पर टिकरी गांव के सामने बुधवार दोपहर महेवा कला गांव निवासी किसान गिरजा शंकर यादव उम्र लगभग 49 वर्ष ने अपने मवेशियो को चरा रहे थे।उसी दौरान उनकी भैंस भटकते हुए रेलवे ट्रैक पर चली गई। तेज रफ्तार से आ रही ब्रह्मपुत्र एक्सप्रेस को देखते हुए भी उन्होने पीछे हटना मुनासिब नही समझा।एक पल में उन्होने अपनी जान की परवाह किए बिना भैस को बचाने के लिए दौड़ लगा दी—शायद यही सोचकर कि यह पशु ही तो उनके परिवार की रोज़ी-रोटी का सहारा है।लेकिन किस्मत को कुछ और ही मंज़ूर था।कुछ ही कदम की दूरी पर वह ट्रेन की चपेट में आ गए।हादसा इतना भयावह था कि मौके पर ही उनका शरीर क्षत-विक्षत हो गया और जिस भैंस को बचाने के लिए वे दौड़े थे वह भी नही बच सकी।ट्रेन चालक ने तुरन्त कन्ट्रोल रूम को सूचना दी.पुलिस मौके पर पहुंचकर शव को कब्जे में लेकर जांच पड़ताल में जुट गए।सूचना पर घटनास्थल पर पहुंचे परिजनो ने देखा घटना के बाद का दृश्य पत्थर दिल को भी पिघला देने वाला है—रेलवे ट्रैक के किनारे पसरा सन्नाटा देखते चीखने चिल्लाने लगे खेती-किसानी कर परिवार का पेट पालने वाले गिरजा शंकर यादव का चले जाना सिर्फ एक परिवार की नही पूरे गांव की क्षति है।पत्नी बेटा-बेटी का रो रो कर बुरा हाल है।
बीमार पालतू बना काल: लखनऊ में एक ही घर से उठीं दो अर्थियां

लखनऊ ।राजधानी के पारा थाना क्षेत्र की जलालपुर दौदाखेड़ा कॉलोनी बुधवार को उस वक्त सन्नाटे में डूब गई, जब एक ही घर से चीख-पुकार और मातम की आवाजें गूंज उठीं। अवसाद से जूझ रहीं दो सगी बहनों ने पालतू कुत्ते की बीमारी के सदमे में ज़हरीला फिनाइल पी लिया। इलाज के दौरान दोनों की मौत हो गई। मोहल्ले में शोक की लहर दौड़ गई और हर आंख नम हो उठी।मृत बहनों की पहचान राधा सिंह (25) और जिया उर्फ शानू सिंह (22) के रूप में हुई है। बताया जा रहा है कि दोनों मानसिक रूप से अस्वस्थ थीं और अपने पालतू जर्मन शेफर्ड टोनी से बेहद लगाव रखती थीं। बीते करीब 15 दिनों से टोनी की तबीयत लगातार बिगड़ रही थी। इलाज के बावजूद हालत में सुधार न होने से दोनों बहनें गहरे तनाव में चली गईं।

मां के सामने कबूल किया गुनाह, फिर टूट गया सब कुछ

बुधवार दोपहर दोनों बहनों ने घर में रखा फिनाइल पी लिया। कुछ ही देर बाद हालत बिगड़ने लगी तो उन्होंने अपनी मां गुलाबा देवी को रोते हुए बताया कि उन्होंने ज़हर पी लिया है। घबराई मां ने तुरंत बड़े बेटे वीर सिंह को फोन किया। पड़ोसियों की मदद से दोनों को रानी लक्ष्मीबाई अस्पताल ले जाया गया, जहां राधा ने कुछ ही देर में दम तोड़ दिया। गंभीर हालत में जिया को मेडिकल कॉलेज रेफर किया गया, लेकिन गुरुवार दोपहर इलाज के दौरान उसने भी अंतिम सांस ले ली।

“हम मर जाएं तो डॉगी को मत भगाना…”

इस दर्दनाक घटना ने हर किसी का कलेजा चीर दिया। मां गुलाबा देवी के मुताबिक, ज़हर पीने के बाद दोनों बेटियां फूट-फूटकर रो रही थीं और बस एक ही बात कह रही थीं—

“हमारे मरने के बाद डॉगी को घर से मत भगाना, उसकी दवा कराते रहना।”यह सुनकर मां बदहवास हो गईं, लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी।

मोहल्ले में पसरा मातम, एक साथ उठी दो अर्थियां

गुरुवार देर शाम पोस्टमार्टम के बाद जब दोनों बहनों के शव घर पहुंचे तो कोहराम मच गया। एक ही घर से जब दो अर्थियां एक साथ उठीं, तो पूरे मोहल्ले की आंखें भर आईं। मां गुलाबा देवी बार-बार बेटियों के शव से लिपटकर बेसुध हो जा रही थीं। पड़ोसी ज्ञान सिंह, लाल चंद्र और लखन लाल ने बताया कि दोनों बहनें शांत स्वभाव की थीं और टोनी से उनका लगाव इस कदर था कि अगर कुत्ता खाना नहीं खाता था तो वे भी खाना छोड़ देती थीं।यह परिवार पहले ही कई दुख झेल चुका है। गुलाबा देवी के पति कैलाश सिंह, जो रुई की धुनाई का काम करते हैं, पिछले छह महीनों से गंभीर बीमारी के चलते बिस्तर पर हैं। कोरोना काल में परिवार अपना एक जवान बेटा भी खो चुका है। अब दो बेटियों की मौत ने परिवार को पूरी तरह तोड़ दिया है।

मानसिक बीमारी का लंबा इतिहास

परिजनों के अनुसार, वर्ष 2014 से दोनों बहनों का मानसिक बीमारी का इलाज चल रहा था। कई डॉक्टरों को दिखाया गया, मंदिरों और धार्मिक स्थलों—बालाजी, खाटू श्याम—तक ले जाया गया। 2017 तक हालत में सुधार हुआ, लेकिन बाद में फिर समस्याएं बढ़ने लगीं। कुछ समय पहले नाराजगी में दोनों ने घर की किराने की दुकान में आग लगा दी थी, जिसमें मां का एक पैर झुलस गया था। इसके बाद इलाज दोबारा शुरू कराया गया।

कुत्ते से शुरू हुई कहानी, उसी पर खत्म

करीब तीन साल पहले मॉर्निंग वॉक के दौरान एक ट्रॉली चालक से मुलाकात के बाद दोनों बहनें जर्मन शेफर्ड टोनी को घर लेकर आई थीं। वही टोनी धीरे-धीरे उनकी दुनिया का केंद्र बन गया। उसकी बीमारी ने दोनों को इस कदर तोड़ दिया कि उन्होंने जिंदगी से ही मुंह मोड़ लिया।इंस्पेक्टर सुरेश सिंह ने बताया कि प्रारंभिक जांच में आत्महत्या का मामला सामने आया है। परिजनों के बयान दर्ज किए जा रहे हैं और हर पहलू की जांच की जा रही है।यह हादसा सिर्फ एक परिवार की त्रासदी नहीं, बल्कि समाज के लिए भी एक गंभीर सवाल छोड़ गया है—मानसिक स्वास्थ्य और भावनात्मक सहारे को समय रहते समझा और संभाला नहीं गया, तो नतीजे कितने भयावह हो सकते हैं।

*बिरसिंहपुर में कटी माइनर बीसों बीघा फसल डूबी,मौकेडीह गांव का है यह मामला*
सुलतानपुर जनपद के बिरसिंहपुर क्षेत्र से निकली सबई माइनर की पटरी बीती बुद्धवार की रात मौकेडीह गांव में कट जाने से किसानों की बीसो बीघा फसल डूब कर नष्ट हो गई। आज शुक्रवार सुबह फसल डूबने की जानकारी किसानों को होती ही पाईगई तो अफरा तफरी मैच गई। उन्होंने मामले की जानकारी सिंचाई विभाग के अफसरों को दी। मौके पर अधिकारी और कर्मचारी पहुंचे और माइनर को बांधकर पानी रोकवाया, तब कहीं जाकर किसानों ने राहत की सांस ली।
नई दिल्ली में तीन दिवसीय पांचवें राष्ट्रीय मुख्य सचिव सम्मेलन का शुक्रवार को हुआ आगाज़

देश की राजधानी नई दिल्ली में शुक्रवार से तीन दिवसीय (26 से 28 दिसंबर) पांचवें राष्ट्रीय मुख्य सचिव सम्मेलन का शुभारंभ हुआ। इस भव्य सम्मेलन का नेतृत्व प्रधानमंत्री द्वारा किया जा रहा है।सम्मेलन के माध्यम से केंद्र और राज्यों के बीच बेहतर समन्वय स्थापित करने, सरकारी नीतियों को ज़मीनी स्तर पर प्रभावी ढंग से लागू करने और साझा प्रयासों से शासन व्यवस्था को मजबूत बनाने पर विशेष जोर दिया जा रहा है। राष्ट्रीय विकास से जुड़े अहम मुद्दों पर हो रहे इस विचार-विमर्श का उद्देश्य केंद्र–राज्य साझेदारी को और अधिक सशक्त करना है।

इस राष्ट्रीय स्तर के सम्मेलन में झारखंड सरकार की ओर से मुख्य सचिव श्री अविनाश कुमार, परिवहन विभाग के सचिव श्री कृपानंद झा, योजना एवं विकास विभाग के सचिव श्री मुकेश कुमार तथा विशेष सचिव श्री राजीव रंजन सहित अन्य वरिष्ठ पदाधिकारी सहभागिता कर रहे हैं। सम्मेलन का प्रमुख उद्देश्य प्रधानमंत्री, नीति आयोग, केंद्रीय मंत्रालयों, राज्यों एवं केंद्र शासित प्रदेशों के वरिष्ठ अधिकारियों तथा विषय विशेषज्ञों के साथ समन्वित विचार-विमर्श के माध्यम से सर्वोत्तम कार्य प्रणालियों को साझा करना और प्रभावी शासन मॉडल विकसित करना है।

सम्मेलन में मानव पूंजी के विकास पर जोर

इस वर्ष सम्मेलन में मानव पूंजी के विकास जैसे व्यापक विषयों पर विस्तृत चर्चा हो रही है, जिसके अंतर्गत पांच प्रमुख क्षेत्रों पर विशेष जोर दिया जाएगा, जिनमें प्रारंभिक बाल्यावस्था शिक्षा, स्कूली शिक्षा, कौशल विकास, उच्च शिक्षा, खेल एवं पाठ्येतर गतिविधियां शामिल हैं।इसका लक्ष्य ‘विकसित भारत’ के लिए एक साझा विकास रोडमैप तैयार करना है।

यह सम्मेलन न केवल नीति निर्माण को मजबूती प्रदान करेगा, बल्कि केंद्र और राज्यों के बीच सहयोगात्मक प्रयासों के माध्यम से समावेशी, सतत एवं भविष्य-उन्मुख विकास की दिशा में एक ठोस आधार भी तैयार करेगा।

पेसा कानून से मजबूत होगा जनजातीय स्वशासन: ढोल-नगाड़ों के साथ सीएम आवास पहुंचे सरना समिति के प्रतिनिधि, मुख्यमंत्री ने कहा— "गांव मजबूत होगा तभी

रांची | : झारखंड में जनजातीय समाज के दशकों पुराने संघर्ष को एक नई दिशा मिली है। राज्य मंत्रिपरिषद द्वारा पेसा नियमावली (पंचायत उपबंध, अनुसूचित क्षेत्रों पर विस्तार अधिनियम) को हरी झंडी दिए जाने के बाद आज केंद्रीय सरना समिति, राजी पड़हा सरना प्रार्थना सभा और आदिवासी छात्रावासों के प्रतिनिधियों ने मुख्यमंत्री श्री हेमन्त सोरेन से मुलाकात कर उन्हें धन्यवाद ज्ञापित किया।

ढोल-नगाड़ों के साथ आभार यात्रा

मुख्यमंत्री आवासीय परिसर आज उत्सव के मैदान में तब्दील हो गया। सैकड़ों की संख्या में आदिवासी समाज के लोग पारंपरिक ढोल-नगाड़ों के साथ पहुंचे और पेसा नियमावली लागू करने के ऐतिहासिक निर्णय के लिए मुख्यमंत्री के प्रति आभार व्यक्त किया। प्रतिनिधियों ने इसे आदिवासी स्वशासन और जल-जंगल-जमीन की रक्षा की दिशा में अब तक का सबसे बड़ा कदम बताया।

मुख्यमंत्री के संबोधन की मुख्य बातें:

पूर्वजों के संघर्ष का सम्मान: मुख्यमंत्री ने कहा कि अलग झारखंड राज्य और जल-जंगल-जमीन की रक्षा के लिए हमारे पूर्वजों ने लंबी प्रताड़ना झेली और बलिदान दिए। पेसा कानून उन्हीं वीर सपूतों के सपनों को धरातल पर उतारने का जरिया है।

ग्राम सभाओं को मिलेगी शक्ति: सीएम ने स्पष्ट किया कि पेसा कानून लागू होने से ग्राम सभाओं को निर्णय लेने का संवैधानिक अधिकार और शक्तियां मिलेंगी। इससे स्थानीय स्वशासन की व्यवस्था सुदृढ़ होगी और पंचायतों को अपना वास्तविक हक मिलेगा।

भ्रम फैलाने वालों से रहें सावधान: मुख्यमंत्री ने युवाओं और ग्रामीणों से अपील की कि वे पेसा कानून की बारीकियों को समझें। उन्होंने कहा कि कुछ तत्व ग्रामीणों को गुमराह करने की कोशिश करते हैं, इसलिए नीतियों की सही जानकारी होना जरूरी है।

विकसित गांव, विकसित राज्य: मुख्यमंत्री ने दोहराया कि "हमारी सरकार गांव की सरकार है।" जब तक राज्य का सुदूर ग्रामीण क्षेत्र मजबूत नहीं होगा, तब तक राज्य के विकास की कल्पना अधूरी है।

नवनियुक्तियों का जिक्र

मुख्यमंत्री ने अपने संबोधन में यह भी याद दिलाया कि सरकार केवल नीतियां ही नहीं बना रही, बल्कि रोजगार भी दे रही है। हाल ही में 10 हजार युवाओं को सरकारी नियुक्ति दी गई है और आने वाले समय में रोजगार के और अवसर सृजित किए जाएंगे।

प्रमुख उपस्थिति

इस अवसर पर केंद्रीय सरना समिति के अध्यक्ष अजय तिर्की, सचिव रूपचंद केवट, राजी पड़हा सरना प्रार्थना सभा के महासचिव जलेश्वर उरांव सहित सैकड़ों की संख्या में आदिवासी समाज के छात्र और प्रतिनिधि उपस्थित थे।

*करौंदीकला थाना पुलिस ने बरामद किए 10 मोबाइल*
सुल्तानपुर में करौंदीकला थानाक्षेत्र में पुलिस ने चोरी हुए 10 मोबाइल फोन बरामद किए हैं। आज शुक्रवार को बरामद मोबाइल फोन पीड़ितों के सुपुर्द किए गए। बरामद मोबाइल फोन की कीमत लगभग 1,29,000 रुपये आंकी गई है। अपर पुलिस अधीक्षक अखंड प्रताप सिंह ने बताया कि मोबाइल फोन गुम या चोरी होने पर तत्काल CIR पोर्टल पर शिकायत दर्ज करानी चाहिए। इससे पुलिस को मोबाइल फोन ट्रेस करने में मदद मिलती है।