जहानाबाद मेरा सपना — शिक्षा का प्रकाश”
शकील अहमद काकवी की सोच ने बदल दी गाँव की तस्वीर
जहानाबाद से एक प्रेरणादायक कहानी सामने आई है, जहाँ एक व्यक्ति के सपने ने पूरे गाँव की दिशा बदल दी। शकील अहमद काकवी का यह सपना सिर्फ एक कल्पना नहीं, बल्कि शिक्षा की रोशनी से गाँव को जगाने की एक जीवंत पहल बन चुका है।
स्टोरी:
रात का सन्नाटा और गाँव की छतों पर उतरती चाँदनी… इन्हीं पलों में शकील अहमद काकवी ने एक ऐसा सपना देखा जिसने उनके जीवन की दिशा बदल दी।
सपने में वे अपने ही गाँव की गलियों में थे—सादगी, मिट्टी की खुशबू और खेलते बच्चों की चमकती आँखें। बच्चों की आँखों में वह मासूम पुकार थी—“हमें बस रोशनी और दिशा चाहिए।”
यही सपना उनके लिए एक संदेश बन गया। उन्होंने तय किया कि अब इन बच्चों के भविष्य को संवारना है। गाँव के युवाओं से चर्चा हुई, और कई युवा इस अभियान से जुड़ गए। एक महिला शिक्षिका भी इस मुहिम का हिस्सा बनीं। धीरे-धीरे गाँव में एक नई आवाज़ गूँजने लगी—
“बेटियाँ और बेटे—सब पढ़ेंगे, तभी गाँव बदलेगा।”
शकील अहमद काकवी का विश्वास भारतीय परंपरा और ज्ञान के उन सूत्रों से और गहरा हुआ जहाँ कहा गया है—
“विद्या ददाति विनयम्”,
“विद्यायाः प्राप्यते सुखम्”,
और “ज्ञान से बढ़कर कोई पवित्र तत्व नहीं।”
इसके बाद गाँव में “जामिया कायनात” नामक पाठशाला की स्थापना की गई। जो बच्चे कभी खुद को महत्वहीन समझते थे, वे आज शिक्षा के सहारे अपनी ज़िंदगी संवार रहे हैं।
गाँव में उम्मीद की किरण लौटी, मुस्कुराहट लौटी।
इस सफर में कुरान की यह आयत भी दिशा दिखाती रही—
“अल्लाह उस कौम की हालत नहीं बदलता, जो खुद को बदलने की कोशिश नहीं करती।”
जब छात्रों की संख्या बढ़ने लगी तो पुरानी बंद हवेली को खोलकर शिक्षा की नई शमा जलाई गई। शकील अहमद काकवी ने कहा—
“मेरी कोशिश को सराहो, मेरे हमराह चलो…
मैंने एक शमा जलाई है हवाओं के खिलाफ।”
फिर उन्होंने गाँव में “त” की ताकत जगाने की अवधारणा रखी—
- त — तालीम (शिक्षा)
- त — तंजीम (संगठन)
- त — तहरीक (अभियान)
- त — तिजारत (आर्थिक उन्नति)
और गूँज उठा नारा—
“मेरे गाँव की यही पहचान—पढ़ा-लिखा हो हर इंसान।”
क्यू:
शकील अहमद काकवी का सपना अब सिर्फ सपना नहीं रहा। जहानाबाद में शिक्षा की रोशनी जग चुकी है और यह रोशनी आगे भी कई ज़िंदगियों को रोशन करने की क्षमता रखती है।
जहानाबाद से यह कहानी साबित करती है कि एक व्यक्ति का सपना, एक गाँव की तकदीर बदल सकता है।
24 min ago
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