*चाहे निकली हो धूप चाहे होती हो बरसात,गोमती मित्रों का नहीं रुकता है हाथ*

सुल्तानपुर, गोमती मित्र मंडल को अगर पूरे प्रदेश में स्वच्छता प्रहरी के रूप में जाना जाता है तो उसके पीछे कारण है लगातार स्वच्छता जागरूकता के प्रति समर्पण की भाव से लगे रहना,पिछले 13 वर्षों से कैसी भी प्रतिकूल स्थिति रही हो लेकिन हर रविवार होने वाला गोमती मित्र मंडल का साप्ताहिक श्रमदान बदस्तूर जारी रहा है,जनपद के लोग तो अब मजाक में कहने भी लगे हैं की समय का पहिया रुक सकता है! लेकिन गोमती मित्रों का श्रमदान नहीं और उनका यही कथन गोमती मित्रों के उत्साह को लगातार बढ़ाता रहता है! रविवार 13 जुलाई को रुक-रुक कर हो रही बारिश के बीच में गोमती मित्रों ने न केवल श्रमदान जारी रखा बल्कि बारिश की वजह से पूरे परिसर में हो रहे कीचड़ को भी साफ किया ताकि श्रद्धालुओं के फिसलने का भय ना रहे साथ ही नदी के बहाव से तट पर इकट्ठा हुई कूड़ा करकट जैसी सामग्री को भी वहां से हटाया गया, रविवार शाम होने वाली आरती के संयोजक डॉ कुंवर दिनकर प्रताप सिंह ने बताया की आरती भी अपने समय से ही होगी। श्रमदान में संरक्षक रतन कसौधन,प्रदेश अध्यक्ष रुद्र प्रताप सिंह मदन,मीडिया प्रभारी रमेश माहेश्वरी,संत कुमार प्रधान,मुन्ना सोनी,राकेश सिंह दद्दू,मुन्ना पाठक,अजय प्रताप सिंह,दिनकर सिंह,युवा मण्डल अध्यक्ष अजय वर्मा, सोनू सिंह,जय नाथ,सुजीत कसौधन,महेश प्रताप,रामू सोनी, श्याम,अभय,आयुष दीपू आदि उपस्थित रहे।
देवघर के भूत बंगला में 10 वर्षों से कांवरियों की सेवा कर रहा नंदी बम सेवा शिविर।
देवघर: भूतबंगला, खिजुरिया अवस्थित नंदी बम सेवा शिविर पिछले 10 वर्षों से कांवरिया श्रद्धालुओं की सेवा पुरे तन मन धन से, अपने 70 सहायकों के साथ कर रहा है। पुरे श्रावण मास चलने वाले इस शिविर में कांवरियों के लिए फलाहार, भोजन, मालिस, चाय, शरबत के साथ रात्रि विश्राम की भी व्यवस्था होती है। वहीं शुबह और शाम में आरती के बाद आलू का हलवा, मखाना, बादाम इत्यादि प्रसाद के रूप में वितरण किया जाता है। बलिया, उत्तर प्रदेश के रहने वाले नंदी बम सेवा शिविर के संस्थापक सह संचालक संजय कुमार पाण्डेय बताते हैं कि 2015 से पूर्व मैं स्वयं कांवर लेकर पैदल बाबा के दरबार आता था। इसी दौरान कांवरियों की तकलीफ देखकर उनके सेवा का विचार मन में आया। उसके बाद 2015 से लगातार सेवा शिविर लगाकर कांवरिया श्रद्धालुओं की सेवा कर रहा हूं। उन्होंने आगे बताया कि इस शिविर में 70 सेवाभावी सदस्य सेवा में तत्पर हैं जिनके द्वारा अन्य सेवाओं के साथ प्रतिदिन लगभग 2000 कँवरियों के लिए भोजन बनाया और वितरण किया जाता है। इस दौरान श्रद्धालुओं को भोजन करते देख ऐसा प्रतीत होता है जैसे स्वयं भोलेनाथ प्रसाद ग्रहण कर रहे हैं। मौके पर शत्रुघ्न प्रसाद वर्मा, शंकर तिवारी, अजय पाण्डेय, शशिदेव सिंह, गोलू वर्मा हरिद्वार, शुभम, प्रतिक, प्रशांत इत्यादि प्रमुख रूप से सेवा कार्य में लगे हुए हैं।
सावन के पहले सोमवार को लेकर खास ट्रैफिक प्लान जारी, जानिये
लखनऊ । श्रावण मास के प्रथम सोमवार को डालीगंज स्थित ऐतिहासिक मनकामेश्वर मंदिर में जलाभिषेक के पावन अवसर पर बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं के आगमन को देखते हुए सुरक्षा व यातायात व्यवस्था चाक-चौबंद कर दी गई है। पुलिस कमिश्नरेट लखनऊ द्वारा जारी सूचना के अनुसार आज से लेकर 14 जुलाई देर रात तक मनकामेश्वर मंदिर परिसर में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ को नियंत्रित करने के लिए विशेष ट्रैफिक प्लान लागू किया गया है।

डायवर्जन और प्रतिबंधित मार्ग

-डालीगंज पुल से नदवा बंधा रोड तक
-बन्द मटर चौराहा से मनकामेश्वर मंदिर तक
-नदवा ढलान से मनकामेश्वर पुलिस चौकी तक
-पुलिस ने सभी वाहन चालकों से अपील की है कि वे इन मार्गों से परहेज करें और वैकल्पिक मार्गों का उपयोग कर प्रशासन को सहयोग दें।

श्रद्धालुओं के लिए पार्किंग की विशेष व्यवस्था

श्रद्धालुओं के वाहनों की सुव्यवस्थित पार्किंग के लिए झूलेलाल पार्क में विशेष पार्किंग स्थल बनाया गया है। श्रद्धालु हनुमान सेतु की दिशा से आकर इस पार्किंग स्थल का उपयोग कर सकते हैं। पुलिस ने सख्त अपील की है कि कोई भी श्रद्धालु अपने वाहन सड़क पर न खड़ा करें।

कंट्रोल रूम और खोया-पाया केंद्र की गई स्थापना

श्रद्धालुओं की सुविधा हेतु मनकामेश्वर पुलिस चौकी के ऊपर और मंदिर परिसर के भीतर कंट्रोल रूम एवं खोया-पाया केंद्र की स्थापना की गई है, जहां किसी भी समस्या या सामान गुम होने की स्थिति में संपर्क किया जा सकता है।श्रद्धालुओं के लिए जूते-चप्पल उतारने के स्थान निर्धारित किए गए हैं। सभी से अपील है कि वे निर्धारित स्थलों पर ही अपने चप्पल-जूते रखें ताकि मंदिर परिसर की पवित्रता बनी रहे।कोतवाली हसनगंज व पुलिस कमिश्नरेट लखनऊ द्वारा श्रद्धालुओं से सहयोग की अपील की गई है ताकि यह धार्मिक आयोजन शांतिपूर्वक एवं सुव्यवस्थित ढंग से संपन्न हो सके। पुलिस प्रशासन श्रद्धालुओं की सेवा और सुरक्षा हेतु पूरी तरह तत्पर है।
ठाकुरगंज : नाले में गिरकर बहे युवक का एक दिन बाद मिला शव, परिवार में मचा कोहराम
राजधानी के ठाकुरगंज इलाके में शनिवार की सुबह सुरेश लोधी काम पर जा रहा था। इसी दौरान सड़क पर जलभराव के चलते कुछ समझ नहीं पाया और नाले में गिरकर बह गया। इसकी जानकारी मिलते ही नगर निगम की टीम पहुंचकर तलाश शुरू कर दी लेकिन देर रात तक सफलता नहीं मिली। रविवार को फिर रेस्क्यू अभियान चलाया गया। काफी खोजबीन के बाद आखिरकार सुरेश लोधी का शव घटना स्थल से करीब एक किलोमीटर दूर नाले के अंतिम छोर पर मिला। युवक का शव मिलते ही परिजनों में कोहराम मच गया है। पुलिस ने शवक को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम को भेज दिया है।


शहर में खुले नाले बन रहे मौत की वजह

जानकारी के लिए बता दें कि राधा ग्राम योजना निवासी सुरेश लोधी शनिवार सुबह अपने काम पर निकल रहे थे। भारी बारिश के बाद इलाके की सड़कें जलमग्न थीं। जलभराव के कारण सड़क किनारे मौजूद करीब आठ फीट गहरे नाले की गहराई और खुलापन नजर नहीं आ रहा था। इसी दौरान सुरेश का पैर फिसला और वह सीधे नाले में जा गिरे। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार वह पानी के तेज बहाव में बहते चले गए।घटना के बाद स्थानीय लोगों ने तुरंत परिजनों और पुलिस को सूचना दी। लगभग दो घंटे बाद नगर निगम, एसडीआरएफ, फायर ब्रिगेड व एम्बुलेंस की टीमें मौके पर पहुंचीं। इसके बाद शुरू हुआ सघन सर्च अभियान। कई घंटे चले ऑपरेशन में करीब 500 मीटर तक नाले को खंगाला गया, लेकिन सुरेश का कोई अता-पता नहीं चल पाया।

शाम तक युवक के न मिलने पर परिजनों ने लगाया था जाम

शनिवार की शाम तक सुरेश की कोई खबर न मिलने पर स्थानीय लोगों का आक्रोश फूट पड़ा। सैकड़ों की संख्या में लोग हरदोई रोड स्थित सेंट जोसेफ स्कूल के पास जमा हो गए और नगर निगम की लापरवाही के खिलाफ प्रदर्शन करने लगे। कुछ देर के लिए सड़क पूरी तरह से जाम हो गई और मौके पर मौजूद पुलिस बल के साथ हल्की धक्कामुक्की भी हुई। मामला को बढ़ता देखकर पुलिस ने कड़ाई से पेश आते हुए लाठी फटकार कर सभी को मौके से भगा दिया।

नगर निगम की नाकामी पर उठे सवाल

स्थानीय लोगों ने बताया कि नाले की सफाई के दौरान हटाए गए ढक्कन को महीनों बाद भी दोबारा नहीं रखा गया था। नतीजा यह हुआ कि जलभराव की स्थिति में खुले नाले मौत का जाल बन गए। इस लापरवाही को लेकर लोगों में भारी गुस्सा है। यह हाल केवल ठाकुरगंज का ही नहीं है । शहर में आपको जगह-जगह खुले नाले को देखा जा सकता है। बारिश के दिनों में यही खुले नाले जानलेवा साबित हो रहे है। क्योंकि बारिश होने से सड़के जलमग्न हो जाती है। जिसकी वजह से नाला कहा है और सड़क कहां पर है, इसका पता नहीं चल पाता है। हर साल बारिश के दिनों में इस की घटनाएं देखने को मिलती है। इसके बाद भी नगर निगम इसे लेकर गंभीर नहीं दिखता है। जब कोई हादसा हो जाता है तो चार दिन नगर निगम गंभीरता दिखाती है, इसके बाद फिर भूल जाती है।

एनडीआरएफ , एसडीआरएफ को मिली सफलता, मिला युवक का शव

रविवार की सुबह होने से घटना स्थल पर एनडीआरएफ व एसडीआरएफ की टीम पहुंचकर सर्च अभियान शुरू कर दिया है। अभी तक नाले में गिरे युवक का कहीं पता नहीं चल पाया है। इस पूरे कार्य के लिए सौ से अधिक लोगों को लगाया गया है। काफी खोजबीन के बाद  सुबह 11 बजे के बाद युवक का शव नाले के लास्ट छोर पर एक बुद्धा नाम व्यक्ति को दिखाई दिया। इसके बाद नगर निगम की टीम व परिजन पहुंचे। शव निकाला तो सुरेश के रूप में उसकी पहचान हुई। इस प्रकार से 28 घंटे रेस्क्यू ऑपरेशन अभियान चलने के बाद शव बरामद हो पाया। प्रभारी निरीक्षक ने बताया कि शव बंधे के पास मिला है। जिसे कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम को भेज दिया गया है।

मुख्यमंत्री ने पांच लाख की आर्थिक सहायता का किया ऐलान

सुरेश लोधी का शव मिलने के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ इस मामले को गंभीरता से लेते हुए लापरवाही अधिकारियों पर सख्त काईवाई करने का निर्देश जारी किया है। साथ ही सीएम ने इस घटना को लेकर दुख व्यक्त करते हुए मृतक सुरेश के परिजनों को पांच लाख रुपये की आर्थिक मदद देने का ऐलान किया है।
एसटीएफ को बड़ी सफलता: पेशी से फरार चल रहे 50,000 के इनामी अपराधी जैद खान को हरदोई से गिरफ्तार
लखनऊ । यूपी एसटीएफ ने कोर्ट से पेशी के दौरान फरार चल रहे 50,000 के इनामी अपराधी मोहम्मद जैद खान उर्फ समीर को हरदोई जनपद से गिरफ्तार कर लिया। आरोपी, जो दुष्कर्म व पोक्सो एक्ट जैसे गंभीर मामलों में 20 वर्षों की सजा काट रहा था, पेशी के दौरान पुलिस को चकमा देकर फरार हो गया था और फरारी के दौरान एक बिल्डर से 14 लाख की मांग करते हुए जान से मारने की धमकी भी दे रहा था।

अभियुक्त के कब्जे से एक पिस्टल व कारतूस बरामद

गिरफ्तारी तोमर कोल्ड स्टोरेज, माल रोड (हरदोई) के पास हुई। तलाशी में एक अवैध 32 बोर पिस्टल, कारतूस, मोबाइल, नकदी, और बैग बरामद किया गया। आरोपी का आपराधिक इतिहास लंबा है जिसमें वाहन चोरी, दुराचार, पत्नी से मारपीट, दहेज प्रताड़ना और महिला उत्पीड़न जैसे गंभीर अपराध शामिल हैं।

मध्य प्रदेश में एक बड़ी घटना को अंजाम देने की फिराक में था अभियुक्त

फरारी के संबंध में थाना वजीरगंज में FIR दर्ज है, और लापरवाही के चलते दो सिपाहियों को निलंबित भी किया गया था। STF की टीम ने गुप्त सूचना के आधार पर डीएसपी दीपक कुमार सिंह के नेतृत्व में उसे गिरफ्तार किया।गिरफ्तारी से पहले आरोपी एक बिल्डर की हत्या की योजना बना रहा था और मध्य प्रदेश में एक बड़ी घटना को अंजाम देने की फिराक में था।
राष्ट्रपति ने राज्यसभा के लिए 4 सदस्यों को नॉमिनेट किया, कसाब को फांसी दिलाने वाले उज्‍ज्‍वल निकम भी मनोनीत

#the_president_of_india_nominated_four_new_members_for_the_rajya_sabha 

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने राज्यसभा के लिए चार नए सदस्यों को मनोनीत किया है। ये हैं उज्ज्वल देवराव निकम, सी. सदानंदन मास्टे, हर्षवर्धन श्रृंगला और मीनाक्षी जैन। उज्ज्वल निकम एक मशहूर वकील हैं। सी. सदानंदन मास्टे केरल के समाजसेवी और शिक्षाविद हैं। हर्षवर्धन श्रृंगला भारत के पूर्व विदेश सचिव हैं। मीनाक्षी जैन एक प्रसिद्ध इतिहासकार और शिक्षाविद हैं। गृह मंत्रालय की ओर से यह अधिसूचना कल शनिवार को जारी की गई थी।

राष्‍ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने अपने अधिकारों का प्रयोग करते हुए इन चारों को राज्‍यसभा के लिए नॉमिनेट किया है। बता दें कि ये नामांकन भारत के राष्‍ट्रपति द्वारा संविधान के अनुच्छेद 80 के तहत किए गए हैं। भारतीय संविधान के अनुच्छेद 80(3) के तहत, राष्ट्रपति को राज्यसभा में 12 सदस्यों को नॉमिनेट करने का अधिकार है। ये सदस्य कला, साहित्य, विज्ञान, सामाजिक सेवा जैसे क्षेत्रों में विशेष योगदान के लिए चुने जाते हैं। वर्तमान में राज्यसभा की कुल सदस्य संख्या 245 है, जिसमें 233 निर्वाचित और 12 नामांकित सदस्य शामिल हैं।

जानें मनोनित सदस्यों के बारे मेः

उज्‍ज्‍वल निकम

उज्ज्वल निकम का जन्म 30 मार्च 1953 को महाराष्ट्र के जलगांव में वकील देवराव माधवराव निकम और प्रसिद्ध स्वतंत्रता सेनानी विमलादेवी के घर हुआ था। उन्‍होंने साइंस में ग्रैजुएशन की डिग्री ली और जलगांव के एसएस मनियार लॉ कॉलेज से कानून की डिग्री प्राप्त की। उज्ज्वल निकम कुछ प्रसिद्ध अदालती मामलों में एक प्रमुख व्यक्ति रहे हैं। साल 1991 में उन्होंने कल्याण बम विस्फोट के लिए रविंदर सिंह को दोषी ठहराने में प्रमुख भूमिका निभाई। उनके करियर ने 1993 में एक बड़ा मोड़ लिया जब वे मुंबई सीरियल बम विस्फोट मामले में सरकारी वकील बने। उज्ज्वल निकम 26/11 के हमलों के बाद पकड़े गए एकमात्र पाकिस्‍तानी आतंकवादी अजमल कसाब के मुकदमे में सरकारी वकील थे। उन्होंने कसाब की मौत की सजा के लिए सफलतापूर्वक बहस की और उसे फांसी के फंदे तक पहुंचाया।

हर्षवर्धन श्रृंगला

संसद के ऊपरी सदन जाने वाले हर्षवर्धन श्रृंगला वरिष्ठ राजनयिक रहे हैं और वह 1984 के भारतीय विदेश सेवा (IFS) के अधिकारी हैं। अपने 35 साल के लंबे करियर में हर्षवर्धन ने राजधानी नई दिल्ली समेत विदेश में कई अहम पदों पर काम किया है। वह अमेरिका में भारत के राजदूत (2019) रहे। इससे पहले वह बांग्लादेश में भारत के उच्चायुक्त और थाईलैंड में भारत के राजदूत के रूप में भी रहे। इसके अलावा उन्होंने फ्रांस (यूनेस्को); अमेरिका (संयुक्त राष्ट्र, न्यूयॉर्क); वियतनाम (हनोई और हो ची मिन्ह सिटी); इजराइल और दक्षिण अफ्रीका (डरबन) में भी काम किया है। हर्षवर्धन ने विदेश मंत्रालय संयुक्त सचिव (महानिदेशक) के रूप में काम किया था, जहां उनके पास बांग्लादेश, श्रीलंका, म्यांमार और मालदीव के लिए जिम्मेदारी थी।

अमेरिका में राजदूत के रूप में काम करने बाद में हर्षवर्धन श्रृंगला 29 जनवरी 2020 में विदेश मंत्रालय के 33वें विदेश सचिव बनाए गए।

मीनाक्षी जैन 

राज्यसभा के लिए मनोनीत होने वाली डॉ मीनाक्षी जैन मध्यकालीन और औपनिवेशिक भारत की एक प्रसिद्ध इतिहासकार हैं। वह दिल्ली यूनिवर्सिटी के गार्गी कॉलेज में इतिहास की पूर्व एसोसिएट प्रोफेसर, नेहरू मेमोरियल म्यूजियम एंड लाइब्रेरी की पूर्व फेलो और भारतीय ऐतिहासिक अनुसंधान परिषद की शासी परिषद की पूर्व सदस्य हैं। वह वर्तमान में भारतीय सामाजिक विज्ञान अनुसंधान परिषद की सीनियर फेलो हैं। उनकी गहन शोध वाली पुस्तक लगातार चर्चा में रही है। उन्होंने फ़्लाइट ऑफ़ डेइटीज़ एंड रीबर्थ ऑफ़ टेम्पल्स और द बैटल फ़ॉर राम: केस ऑफ़ द टेम्पल एट अयोध्या सहित कई पुस्तकें लिखी हैं। साहित्य और शिक्षा में उनके योगदान के लिए उन्हें 2020 में पद्मश्री से सम्मानित किया गया था।

सी. सदानंदन मास्टर

राज्यसभा के लिए मनोनीत होने वाले सी सदानंदन मास्टर भी प्रख्यात शिक्षाविद हैं। वो केरल से जुड़े हुए हैं। सदानंदन मास्टर केरल के एक वरिष्ठ सामाजिक कार्यकर्ता और शिक्षाविद्, जिन्हें समाज और शिक्षा के क्षेत्र में उनके दीर्घकालिक योगदान के लिए जाना जाता है। 

केरल के भाजपा सदस्य और शिक्षक सी सदानंदन मास्टर को पार्टी ने 2021 के विधानसभा चुनाव में उम्मीदवार बनाया था। सदानंदन को राजनीतिक हिंसा का भी शिकार होना पड़ा है। 25 जनवरी 1994 को माकपा कार्यकर्ताओं ने उनके पैतृक गांव पेरिंचरी के पास उनके दोनों पैर काट दिए थे।

श्रावणी मेले के दूसरे दिन बाबा बैद्यनाथधाम में उमड़ी लाखों श्रद्धालुओं की भीड़, मनोकामना लिंग पर जलार्पण के साथ दिखा भक्ति और आस्था का अद्भुत सं

श्रावणी मेले के दूसरे दिन बाबा बैद्यनाथधाम की पवित्र नगरी में भक्ति और आस्था का अभूतपूर्व संगम देखने को मिला. मंदिर में शनिवार की अहले सुबह 04:14 बजे से जलार्पण शुरू हुआ. इस दौरान श्रद्धालुओं की कतार बीएड कॉलेज तक पहुंची गयी थी. पट बंद होने तक शनिवार को 1,13,402 श्रद्धालुओं ने जलार्पण किया.

बताया जा रहा है कि बाहा अरघा के माध्यम से 29,962, आंतरिक अरघा से 80,532 और शीघ्रदर्शनम के माध्यम से 2908 श्रद्धालुओं ने बाबा का जलाभिषेक किया. इसके बाद रात करीब 7:40 बजे मंदिर का पट बंद हुआ. श्रद्धालुओं ने बाबा पर जलार्पण कर अपने मन की मुरादें बाबा के चरणों में समर्पित की. साथ ही भोलेनाथ का आशीर्वाद ग्रहण किया.

जानकारी के अनुसार, 12 जुलाई को अहले सुबह जब बाबा मंदिर का पट खुला, तो सबसे पहले बाबा पर कांचा जल अर्पित किया गया. इसके बाद पुजारी सुमित झा ने विधिपूर्वक सरदारी पूजा कर मंदिर का द्वार आम भक्तों के लिए खोल दिया. बाबा का पट खुलने से पहले ही तिवारी चौक मोड़ से चिल्ड्रेन पार्क तक कांवरियों की लंबी कतार लग चुकी थी. जैसे-जैसे दिन चढ़ा, पंडित शिवराम झा चौक तक श्रद्धालुओं की भीड़ सिमट गयी.

बाबा बैद्यनाथधाम को मनोकामना लिंग कहा जाता है. ऐसी मान्यता है कि इस दरबार में सच्चे मन से मांगी गयी मुरादें जरूर पूरी होती हैं. यही वजह है कि जलार्पण के बाद श्रद्धालु बाबा बैद्यनाथ व माता पार्वती मंदिर के बीच गठबंधन कराना भी नहीं भूलते हैं. यह परंपरा केवल धार्मिक नहीं, बल्कि आस्था से जुड़ा वैवाहिक विश्वास बन चुकी है. ऐसा माना जाता है कि बाबा-माता के इस प्रतीकात्मक मिलन में भाग लेकर दंपती श्रद्धालु अपने दांपत्य जीवन को सुखमय बनाने का आशीर्वाद पाते हैं.

मेले में श्रद्धालु रंग-बिरंगे और आकर्षक कांवर के साथ पहुंच रहे हैं, जो आकर्षण का केंद्र बन रहे हैं. कोई फूलों से सजा कांवर लेकर आ रहा है, तो कोई मूर्ति लगा कांवर लेकर पहुंच रहा है. हालांकि, शनिवार को बारिश नहीं होने के कारण उमस भरे मौसम में कांवरियों को कुछ परेशानियों का सामना करना पड़ा. लेकिन बाबा के दरबार में पहुंचते ही सारी थकान श्रद्धा और भक्ति में विलीन हो गयी.

पुलिस कस्टडी में मौत का मामला गरमाया, हाईकोर्ट ने राज्य सरकार को भेजा नोटिस – मांगा दो सप्ताह में जवाब

बिलासपुर- धमतरी जिले के अर्जुनी थाना क्षेत्र में पुलिस हिरासत में हुई संदिग्ध मौत के मामले ने अब कानूनी मोड़ ले लिया है। बिलासपुर हाईकोर्ट ने इस मामले में राज्य सरकार को नोटिस जारी करते हुए जांच की प्रगति पर दो सप्ताह के भीतर जवाब मांगा है।मामले की सुनवाई छत्तीसगढ़ हाईकोर्ट की मुख्य न्यायाधीश की डिवीजन बेंच (डीबी) में हुई, जिसमें याचिकाकर्ता की ओर से सीबीआई जांच की मांग भी की गई है।

क्या है पूरा मामला?

यह गंभीर मामला 30 मार्च 2025 का है, जब धमतरी के अर्जुनी थाना में एक व्यक्ति दुर्गेंद्र कुमार कठोलिया की पुलिस कस्टडी में संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई थी। मृतक के परिजनों ने इस मौत को साजिश और पुलिसिया क्रूरता का नतीजा बताया था।

परिजनों का आरोप है कि पूरी जांच प्रक्रिया पारदर्शी नहीं है, और इसमें कई खामियां हैं। इसी के विरोध में परिजनों ने हाईकोर्ट में याचिका दायर कर सीबीआई से स्वतंत्र जांच कराने की मांग की थी।

हाईकोर्ट ने लिया संज्ञान

मुख्य न्यायाधीश की अध्यक्षता वाली डिवीजन बेंच ने मामले की गंभीरता को देखते हुए राज्य सरकार को नोटिस जारी करते हुए दो सप्ताह में जवाब पेश करने का आदेश दिया है। कोर्ट ने यह भी स्पष्ट किया है कि जांच प्रक्रिया में हुई अब तक की प्रगति का ब्यौरा भी प्रस्तुत करना होगा।

*काउंसिल करेगा बुजुर्ग व्यापारियों का सम्मान,परामर्श समिति में देगा स्थान*
सुल्तानपुर,कॉउन्सिल ऑफ़ उद्योग व्यापार मंच की कोर कमेटी की मासिक बैठक शनिवार देर रात नगर स्थित एक होटल में आयोजित हुई जिसमें राष्ट्रीय उपाध्यक्ष सरदार बलदेव सिंह मुख्य अतिथि व मंडल अध्यक्ष अशोक कसौधन विशिष्ट अतिथि के तौर पर उपस्थित रहे,बैठक की अध्यक्षता जिलाध्यक्ष कुलदीप गुप्ता व संचालन जिला महामंत्री राजेश माहेश्वरी ने किया। बैठक में ग्रामीण क्षेत्रों में संगठन के विस्तार पे चर्चा की गई,मुख्य चर्चा हुई नगर क्षेत्र के उम्र दराज व्यापारी जो व्यापारिक मुख्य धारा से अलग हो गए हैं लेकिन आज भी उनकी उपयोगिता व्यापारिक जगत को महसूस होती है को चिन्हित कर परामर्श समिति में स्थान दे सम्मानित करने की जिसका सभी ने जोर शोर से स्वागत किया,,कार्यक्रम में सदस्यता विस्तार में उल्लेखनीय कार्य करने वाले नगर अध्यक्ष रवि सोनी,नगर वरिष्ठ महामंत्री अश्विनी वर्मा,नगर संगठन मंत्री माणिक लाल व युवा नगर अध्यक्ष शुभम जैन को सम्मानित किया गया बैठक में प्रदेश प्रवक्ता रमेश माहेश्वरी,जिला उपाध्यक्ष बृजेश खत्री व राजेंद्र जायसवाल, जिला मंत्री विजय टंडन,महिला मोर्चा अध्यक्ष दलबीर कौर, हरिशंकर गुप्ता,सुधीर गुप्ता,अशोक दिव्या,दिनेश यादव,हितेश मिश्राआदि उपस्थित रहे। अंत में जिलाध्यक्ष कुलदीप गुप्ता द्वारा उपस्थित व्यापारियों को धन्यवाद प्रेषित किया गया।
मलिहाबाद में ई-रिक्शा चालक ने ट्रेन के सामने कूदकर दी जान, परिजनों में मचा कोहराम
लखनऊ । राजधानी के मलिहाबाद क्षेत्र के रहीमाबाद थाना में ई-रिक्शा चालक ने ट्रेन के सामने कूदकर आत्महत्या कर ली। युवक की पहचान 32 वर्षीय ज्ञानेंद्र पाल के रूप में हुई है। घटना से परिवार में कोहराम मच गया है। सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम को भेज दिया है।

रेलवे ट्रैक पर शव मिलने की सूचना पर दौड़ी पुलिस

रहीमाबाद इंस्पेक्टर के मुताबिक शनिवार की सुबह 11.30 बजे पुलिस कंट्रोल रूम पर ससपन इलाके में रेलवे ट्रैक पर शव मिलने की सूचना मिली थी। मौके पर पहुंची पुलिस ने शव की शिनाख्त ई-रिक्शा चालक ज्ञानेंद्र पाल के रूप में की। घटनास्थल पर मौजूद परिजनों ने बताया शुक्रवार को ज्ञानेंद्र पाल बाइक लेकर घर से निकले थे, लेकिन देर शाम वह बगैर बाइक के घर लौटे इस पर परिजनों ने बाइक के बारे में पूछताछ की, लेकिन ई-रिक्शा चालक ने कोई जवाब नहीं दिया।

मौके से पुलिस को नहीं मिला कोई सुसाइड नोट

परिजनों ने बताया शनिवार सुबह घर के लोग मवेशियों को चारा देने के लिए गए थे, इस बीच ज्ञानेंद्र पाल बगैर बताए घर से बाहर चले गए और रेलवे ट्रैक पर ट्रेन के आगे कूद कर आत्महत्या कर ली।रहीमाबाद इंस्पेक्टर ने बताया कि पुलिस को मृतक के पास किसी भी प्रकार का सुसाइड नोट नहीं मिला है। फिलहाल पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही मौत की पुष्टि होगी।
*चाहे निकली हो धूप चाहे होती हो बरसात,गोमती मित्रों का नहीं रुकता है हाथ*

सुल्तानपुर, गोमती मित्र मंडल को अगर पूरे प्रदेश में स्वच्छता प्रहरी के रूप में जाना जाता है तो उसके पीछे कारण है लगातार स्वच्छता जागरूकता के प्रति समर्पण की भाव से लगे रहना,पिछले 13 वर्षों से कैसी भी प्रतिकूल स्थिति रही हो लेकिन हर रविवार होने वाला गोमती मित्र मंडल का साप्ताहिक श्रमदान बदस्तूर जारी रहा है,जनपद के लोग तो अब मजाक में कहने भी लगे हैं की समय का पहिया रुक सकता है! लेकिन गोमती मित्रों का श्रमदान नहीं और उनका यही कथन गोमती मित्रों के उत्साह को लगातार बढ़ाता रहता है! रविवार 13 जुलाई को रुक-रुक कर हो रही बारिश के बीच में गोमती मित्रों ने न केवल श्रमदान जारी रखा बल्कि बारिश की वजह से पूरे परिसर में हो रहे कीचड़ को भी साफ किया ताकि श्रद्धालुओं के फिसलने का भय ना रहे साथ ही नदी के बहाव से तट पर इकट्ठा हुई कूड़ा करकट जैसी सामग्री को भी वहां से हटाया गया, रविवार शाम होने वाली आरती के संयोजक डॉ कुंवर दिनकर प्रताप सिंह ने बताया की आरती भी अपने समय से ही होगी। श्रमदान में संरक्षक रतन कसौधन,प्रदेश अध्यक्ष रुद्र प्रताप सिंह मदन,मीडिया प्रभारी रमेश माहेश्वरी,संत कुमार प्रधान,मुन्ना सोनी,राकेश सिंह दद्दू,मुन्ना पाठक,अजय प्रताप सिंह,दिनकर सिंह,युवा मण्डल अध्यक्ष अजय वर्मा, सोनू सिंह,जय नाथ,सुजीत कसौधन,महेश प्रताप,रामू सोनी, श्याम,अभय,आयुष दीपू आदि उपस्थित रहे।
देवघर के भूत बंगला में 10 वर्षों से कांवरियों की सेवा कर रहा नंदी बम सेवा शिविर।
देवघर: भूतबंगला, खिजुरिया अवस्थित नंदी बम सेवा शिविर पिछले 10 वर्षों से कांवरिया श्रद्धालुओं की सेवा पुरे तन मन धन से, अपने 70 सहायकों के साथ कर रहा है। पुरे श्रावण मास चलने वाले इस शिविर में कांवरियों के लिए फलाहार, भोजन, मालिस, चाय, शरबत के साथ रात्रि विश्राम की भी व्यवस्था होती है। वहीं शुबह और शाम में आरती के बाद आलू का हलवा, मखाना, बादाम इत्यादि प्रसाद के रूप में वितरण किया जाता है। बलिया, उत्तर प्रदेश के रहने वाले नंदी बम सेवा शिविर के संस्थापक सह संचालक संजय कुमार पाण्डेय बताते हैं कि 2015 से पूर्व मैं स्वयं कांवर लेकर पैदल बाबा के दरबार आता था। इसी दौरान कांवरियों की तकलीफ देखकर उनके सेवा का विचार मन में आया। उसके बाद 2015 से लगातार सेवा शिविर लगाकर कांवरिया श्रद्धालुओं की सेवा कर रहा हूं। उन्होंने आगे बताया कि इस शिविर में 70 सेवाभावी सदस्य सेवा में तत्पर हैं जिनके द्वारा अन्य सेवाओं के साथ प्रतिदिन लगभग 2000 कँवरियों के लिए भोजन बनाया और वितरण किया जाता है। इस दौरान श्रद्धालुओं को भोजन करते देख ऐसा प्रतीत होता है जैसे स्वयं भोलेनाथ प्रसाद ग्रहण कर रहे हैं। मौके पर शत्रुघ्न प्रसाद वर्मा, शंकर तिवारी, अजय पाण्डेय, शशिदेव सिंह, गोलू वर्मा हरिद्वार, शुभम, प्रतिक, प्रशांत इत्यादि प्रमुख रूप से सेवा कार्य में लगे हुए हैं।
सावन के पहले सोमवार को लेकर खास ट्रैफिक प्लान जारी, जानिये
लखनऊ । श्रावण मास के प्रथम सोमवार को डालीगंज स्थित ऐतिहासिक मनकामेश्वर मंदिर में जलाभिषेक के पावन अवसर पर बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं के आगमन को देखते हुए सुरक्षा व यातायात व्यवस्था चाक-चौबंद कर दी गई है। पुलिस कमिश्नरेट लखनऊ द्वारा जारी सूचना के अनुसार आज से लेकर 14 जुलाई देर रात तक मनकामेश्वर मंदिर परिसर में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ को नियंत्रित करने के लिए विशेष ट्रैफिक प्लान लागू किया गया है।

डायवर्जन और प्रतिबंधित मार्ग

-डालीगंज पुल से नदवा बंधा रोड तक
-बन्द मटर चौराहा से मनकामेश्वर मंदिर तक
-नदवा ढलान से मनकामेश्वर पुलिस चौकी तक
-पुलिस ने सभी वाहन चालकों से अपील की है कि वे इन मार्गों से परहेज करें और वैकल्पिक मार्गों का उपयोग कर प्रशासन को सहयोग दें।

श्रद्धालुओं के लिए पार्किंग की विशेष व्यवस्था

श्रद्धालुओं के वाहनों की सुव्यवस्थित पार्किंग के लिए झूलेलाल पार्क में विशेष पार्किंग स्थल बनाया गया है। श्रद्धालु हनुमान सेतु की दिशा से आकर इस पार्किंग स्थल का उपयोग कर सकते हैं। पुलिस ने सख्त अपील की है कि कोई भी श्रद्धालु अपने वाहन सड़क पर न खड़ा करें।

कंट्रोल रूम और खोया-पाया केंद्र की गई स्थापना

श्रद्धालुओं की सुविधा हेतु मनकामेश्वर पुलिस चौकी के ऊपर और मंदिर परिसर के भीतर कंट्रोल रूम एवं खोया-पाया केंद्र की स्थापना की गई है, जहां किसी भी समस्या या सामान गुम होने की स्थिति में संपर्क किया जा सकता है।श्रद्धालुओं के लिए जूते-चप्पल उतारने के स्थान निर्धारित किए गए हैं। सभी से अपील है कि वे निर्धारित स्थलों पर ही अपने चप्पल-जूते रखें ताकि मंदिर परिसर की पवित्रता बनी रहे।कोतवाली हसनगंज व पुलिस कमिश्नरेट लखनऊ द्वारा श्रद्धालुओं से सहयोग की अपील की गई है ताकि यह धार्मिक आयोजन शांतिपूर्वक एवं सुव्यवस्थित ढंग से संपन्न हो सके। पुलिस प्रशासन श्रद्धालुओं की सेवा और सुरक्षा हेतु पूरी तरह तत्पर है।
ठाकुरगंज : नाले में गिरकर बहे युवक का एक दिन बाद मिला शव, परिवार में मचा कोहराम
राजधानी के ठाकुरगंज इलाके में शनिवार की सुबह सुरेश लोधी काम पर जा रहा था। इसी दौरान सड़क पर जलभराव के चलते कुछ समझ नहीं पाया और नाले में गिरकर बह गया। इसकी जानकारी मिलते ही नगर निगम की टीम पहुंचकर तलाश शुरू कर दी लेकिन देर रात तक सफलता नहीं मिली। रविवार को फिर रेस्क्यू अभियान चलाया गया। काफी खोजबीन के बाद आखिरकार सुरेश लोधी का शव घटना स्थल से करीब एक किलोमीटर दूर नाले के अंतिम छोर पर मिला। युवक का शव मिलते ही परिजनों में कोहराम मच गया है। पुलिस ने शवक को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम को भेज दिया है।


शहर में खुले नाले बन रहे मौत की वजह

जानकारी के लिए बता दें कि राधा ग्राम योजना निवासी सुरेश लोधी शनिवार सुबह अपने काम पर निकल रहे थे। भारी बारिश के बाद इलाके की सड़कें जलमग्न थीं। जलभराव के कारण सड़क किनारे मौजूद करीब आठ फीट गहरे नाले की गहराई और खुलापन नजर नहीं आ रहा था। इसी दौरान सुरेश का पैर फिसला और वह सीधे नाले में जा गिरे। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार वह पानी के तेज बहाव में बहते चले गए।घटना के बाद स्थानीय लोगों ने तुरंत परिजनों और पुलिस को सूचना दी। लगभग दो घंटे बाद नगर निगम, एसडीआरएफ, फायर ब्रिगेड व एम्बुलेंस की टीमें मौके पर पहुंचीं। इसके बाद शुरू हुआ सघन सर्च अभियान। कई घंटे चले ऑपरेशन में करीब 500 मीटर तक नाले को खंगाला गया, लेकिन सुरेश का कोई अता-पता नहीं चल पाया।

शाम तक युवक के न मिलने पर परिजनों ने लगाया था जाम

शनिवार की शाम तक सुरेश की कोई खबर न मिलने पर स्थानीय लोगों का आक्रोश फूट पड़ा। सैकड़ों की संख्या में लोग हरदोई रोड स्थित सेंट जोसेफ स्कूल के पास जमा हो गए और नगर निगम की लापरवाही के खिलाफ प्रदर्शन करने लगे। कुछ देर के लिए सड़क पूरी तरह से जाम हो गई और मौके पर मौजूद पुलिस बल के साथ हल्की धक्कामुक्की भी हुई। मामला को बढ़ता देखकर पुलिस ने कड़ाई से पेश आते हुए लाठी फटकार कर सभी को मौके से भगा दिया।

नगर निगम की नाकामी पर उठे सवाल

स्थानीय लोगों ने बताया कि नाले की सफाई के दौरान हटाए गए ढक्कन को महीनों बाद भी दोबारा नहीं रखा गया था। नतीजा यह हुआ कि जलभराव की स्थिति में खुले नाले मौत का जाल बन गए। इस लापरवाही को लेकर लोगों में भारी गुस्सा है। यह हाल केवल ठाकुरगंज का ही नहीं है । शहर में आपको जगह-जगह खुले नाले को देखा जा सकता है। बारिश के दिनों में यही खुले नाले जानलेवा साबित हो रहे है। क्योंकि बारिश होने से सड़के जलमग्न हो जाती है। जिसकी वजह से नाला कहा है और सड़क कहां पर है, इसका पता नहीं चल पाता है। हर साल बारिश के दिनों में इस की घटनाएं देखने को मिलती है। इसके बाद भी नगर निगम इसे लेकर गंभीर नहीं दिखता है। जब कोई हादसा हो जाता है तो चार दिन नगर निगम गंभीरता दिखाती है, इसके बाद फिर भूल जाती है।

एनडीआरएफ , एसडीआरएफ को मिली सफलता, मिला युवक का शव

रविवार की सुबह होने से घटना स्थल पर एनडीआरएफ व एसडीआरएफ की टीम पहुंचकर सर्च अभियान शुरू कर दिया है। अभी तक नाले में गिरे युवक का कहीं पता नहीं चल पाया है। इस पूरे कार्य के लिए सौ से अधिक लोगों को लगाया गया है। काफी खोजबीन के बाद  सुबह 11 बजे के बाद युवक का शव नाले के लास्ट छोर पर एक बुद्धा नाम व्यक्ति को दिखाई दिया। इसके बाद नगर निगम की टीम व परिजन पहुंचे। शव निकाला तो सुरेश के रूप में उसकी पहचान हुई। इस प्रकार से 28 घंटे रेस्क्यू ऑपरेशन अभियान चलने के बाद शव बरामद हो पाया। प्रभारी निरीक्षक ने बताया कि शव बंधे के पास मिला है। जिसे कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम को भेज दिया गया है।

मुख्यमंत्री ने पांच लाख की आर्थिक सहायता का किया ऐलान

सुरेश लोधी का शव मिलने के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ इस मामले को गंभीरता से लेते हुए लापरवाही अधिकारियों पर सख्त काईवाई करने का निर्देश जारी किया है। साथ ही सीएम ने इस घटना को लेकर दुख व्यक्त करते हुए मृतक सुरेश के परिजनों को पांच लाख रुपये की आर्थिक मदद देने का ऐलान किया है।
एसटीएफ को बड़ी सफलता: पेशी से फरार चल रहे 50,000 के इनामी अपराधी जैद खान को हरदोई से गिरफ्तार
लखनऊ । यूपी एसटीएफ ने कोर्ट से पेशी के दौरान फरार चल रहे 50,000 के इनामी अपराधी मोहम्मद जैद खान उर्फ समीर को हरदोई जनपद से गिरफ्तार कर लिया। आरोपी, जो दुष्कर्म व पोक्सो एक्ट जैसे गंभीर मामलों में 20 वर्षों की सजा काट रहा था, पेशी के दौरान पुलिस को चकमा देकर फरार हो गया था और फरारी के दौरान एक बिल्डर से 14 लाख की मांग करते हुए जान से मारने की धमकी भी दे रहा था।

अभियुक्त के कब्जे से एक पिस्टल व कारतूस बरामद

गिरफ्तारी तोमर कोल्ड स्टोरेज, माल रोड (हरदोई) के पास हुई। तलाशी में एक अवैध 32 बोर पिस्टल, कारतूस, मोबाइल, नकदी, और बैग बरामद किया गया। आरोपी का आपराधिक इतिहास लंबा है जिसमें वाहन चोरी, दुराचार, पत्नी से मारपीट, दहेज प्रताड़ना और महिला उत्पीड़न जैसे गंभीर अपराध शामिल हैं।

मध्य प्रदेश में एक बड़ी घटना को अंजाम देने की फिराक में था अभियुक्त

फरारी के संबंध में थाना वजीरगंज में FIR दर्ज है, और लापरवाही के चलते दो सिपाहियों को निलंबित भी किया गया था। STF की टीम ने गुप्त सूचना के आधार पर डीएसपी दीपक कुमार सिंह के नेतृत्व में उसे गिरफ्तार किया।गिरफ्तारी से पहले आरोपी एक बिल्डर की हत्या की योजना बना रहा था और मध्य प्रदेश में एक बड़ी घटना को अंजाम देने की फिराक में था।
राष्ट्रपति ने राज्यसभा के लिए 4 सदस्यों को नॉमिनेट किया, कसाब को फांसी दिलाने वाले उज्‍ज्‍वल निकम भी मनोनीत

#the_president_of_india_nominated_four_new_members_for_the_rajya_sabha 

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने राज्यसभा के लिए चार नए सदस्यों को मनोनीत किया है। ये हैं उज्ज्वल देवराव निकम, सी. सदानंदन मास्टे, हर्षवर्धन श्रृंगला और मीनाक्षी जैन। उज्ज्वल निकम एक मशहूर वकील हैं। सी. सदानंदन मास्टे केरल के समाजसेवी और शिक्षाविद हैं। हर्षवर्धन श्रृंगला भारत के पूर्व विदेश सचिव हैं। मीनाक्षी जैन एक प्रसिद्ध इतिहासकार और शिक्षाविद हैं। गृह मंत्रालय की ओर से यह अधिसूचना कल शनिवार को जारी की गई थी।

राष्‍ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने अपने अधिकारों का प्रयोग करते हुए इन चारों को राज्‍यसभा के लिए नॉमिनेट किया है। बता दें कि ये नामांकन भारत के राष्‍ट्रपति द्वारा संविधान के अनुच्छेद 80 के तहत किए गए हैं। भारतीय संविधान के अनुच्छेद 80(3) के तहत, राष्ट्रपति को राज्यसभा में 12 सदस्यों को नॉमिनेट करने का अधिकार है। ये सदस्य कला, साहित्य, विज्ञान, सामाजिक सेवा जैसे क्षेत्रों में विशेष योगदान के लिए चुने जाते हैं। वर्तमान में राज्यसभा की कुल सदस्य संख्या 245 है, जिसमें 233 निर्वाचित और 12 नामांकित सदस्य शामिल हैं।

जानें मनोनित सदस्यों के बारे मेः

उज्‍ज्‍वल निकम

उज्ज्वल निकम का जन्म 30 मार्च 1953 को महाराष्ट्र के जलगांव में वकील देवराव माधवराव निकम और प्रसिद्ध स्वतंत्रता सेनानी विमलादेवी के घर हुआ था। उन्‍होंने साइंस में ग्रैजुएशन की डिग्री ली और जलगांव के एसएस मनियार लॉ कॉलेज से कानून की डिग्री प्राप्त की। उज्ज्वल निकम कुछ प्रसिद्ध अदालती मामलों में एक प्रमुख व्यक्ति रहे हैं। साल 1991 में उन्होंने कल्याण बम विस्फोट के लिए रविंदर सिंह को दोषी ठहराने में प्रमुख भूमिका निभाई। उनके करियर ने 1993 में एक बड़ा मोड़ लिया जब वे मुंबई सीरियल बम विस्फोट मामले में सरकारी वकील बने। उज्ज्वल निकम 26/11 के हमलों के बाद पकड़े गए एकमात्र पाकिस्‍तानी आतंकवादी अजमल कसाब के मुकदमे में सरकारी वकील थे। उन्होंने कसाब की मौत की सजा के लिए सफलतापूर्वक बहस की और उसे फांसी के फंदे तक पहुंचाया।

हर्षवर्धन श्रृंगला

संसद के ऊपरी सदन जाने वाले हर्षवर्धन श्रृंगला वरिष्ठ राजनयिक रहे हैं और वह 1984 के भारतीय विदेश सेवा (IFS) के अधिकारी हैं। अपने 35 साल के लंबे करियर में हर्षवर्धन ने राजधानी नई दिल्ली समेत विदेश में कई अहम पदों पर काम किया है। वह अमेरिका में भारत के राजदूत (2019) रहे। इससे पहले वह बांग्लादेश में भारत के उच्चायुक्त और थाईलैंड में भारत के राजदूत के रूप में भी रहे। इसके अलावा उन्होंने फ्रांस (यूनेस्को); अमेरिका (संयुक्त राष्ट्र, न्यूयॉर्क); वियतनाम (हनोई और हो ची मिन्ह सिटी); इजराइल और दक्षिण अफ्रीका (डरबन) में भी काम किया है। हर्षवर्धन ने विदेश मंत्रालय संयुक्त सचिव (महानिदेशक) के रूप में काम किया था, जहां उनके पास बांग्लादेश, श्रीलंका, म्यांमार और मालदीव के लिए जिम्मेदारी थी।

अमेरिका में राजदूत के रूप में काम करने बाद में हर्षवर्धन श्रृंगला 29 जनवरी 2020 में विदेश मंत्रालय के 33वें विदेश सचिव बनाए गए।

मीनाक्षी जैन 

राज्यसभा के लिए मनोनीत होने वाली डॉ मीनाक्षी जैन मध्यकालीन और औपनिवेशिक भारत की एक प्रसिद्ध इतिहासकार हैं। वह दिल्ली यूनिवर्सिटी के गार्गी कॉलेज में इतिहास की पूर्व एसोसिएट प्रोफेसर, नेहरू मेमोरियल म्यूजियम एंड लाइब्रेरी की पूर्व फेलो और भारतीय ऐतिहासिक अनुसंधान परिषद की शासी परिषद की पूर्व सदस्य हैं। वह वर्तमान में भारतीय सामाजिक विज्ञान अनुसंधान परिषद की सीनियर फेलो हैं। उनकी गहन शोध वाली पुस्तक लगातार चर्चा में रही है। उन्होंने फ़्लाइट ऑफ़ डेइटीज़ एंड रीबर्थ ऑफ़ टेम्पल्स और द बैटल फ़ॉर राम: केस ऑफ़ द टेम्पल एट अयोध्या सहित कई पुस्तकें लिखी हैं। साहित्य और शिक्षा में उनके योगदान के लिए उन्हें 2020 में पद्मश्री से सम्मानित किया गया था।

सी. सदानंदन मास्टर

राज्यसभा के लिए मनोनीत होने वाले सी सदानंदन मास्टर भी प्रख्यात शिक्षाविद हैं। वो केरल से जुड़े हुए हैं। सदानंदन मास्टर केरल के एक वरिष्ठ सामाजिक कार्यकर्ता और शिक्षाविद्, जिन्हें समाज और शिक्षा के क्षेत्र में उनके दीर्घकालिक योगदान के लिए जाना जाता है। 

केरल के भाजपा सदस्य और शिक्षक सी सदानंदन मास्टर को पार्टी ने 2021 के विधानसभा चुनाव में उम्मीदवार बनाया था। सदानंदन को राजनीतिक हिंसा का भी शिकार होना पड़ा है। 25 जनवरी 1994 को माकपा कार्यकर्ताओं ने उनके पैतृक गांव पेरिंचरी के पास उनके दोनों पैर काट दिए थे।

श्रावणी मेले के दूसरे दिन बाबा बैद्यनाथधाम में उमड़ी लाखों श्रद्धालुओं की भीड़, मनोकामना लिंग पर जलार्पण के साथ दिखा भक्ति और आस्था का अद्भुत सं

श्रावणी मेले के दूसरे दिन बाबा बैद्यनाथधाम की पवित्र नगरी में भक्ति और आस्था का अभूतपूर्व संगम देखने को मिला. मंदिर में शनिवार की अहले सुबह 04:14 बजे से जलार्पण शुरू हुआ. इस दौरान श्रद्धालुओं की कतार बीएड कॉलेज तक पहुंची गयी थी. पट बंद होने तक शनिवार को 1,13,402 श्रद्धालुओं ने जलार्पण किया.

बताया जा रहा है कि बाहा अरघा के माध्यम से 29,962, आंतरिक अरघा से 80,532 और शीघ्रदर्शनम के माध्यम से 2908 श्रद्धालुओं ने बाबा का जलाभिषेक किया. इसके बाद रात करीब 7:40 बजे मंदिर का पट बंद हुआ. श्रद्धालुओं ने बाबा पर जलार्पण कर अपने मन की मुरादें बाबा के चरणों में समर्पित की. साथ ही भोलेनाथ का आशीर्वाद ग्रहण किया.

जानकारी के अनुसार, 12 जुलाई को अहले सुबह जब बाबा मंदिर का पट खुला, तो सबसे पहले बाबा पर कांचा जल अर्पित किया गया. इसके बाद पुजारी सुमित झा ने विधिपूर्वक सरदारी पूजा कर मंदिर का द्वार आम भक्तों के लिए खोल दिया. बाबा का पट खुलने से पहले ही तिवारी चौक मोड़ से चिल्ड्रेन पार्क तक कांवरियों की लंबी कतार लग चुकी थी. जैसे-जैसे दिन चढ़ा, पंडित शिवराम झा चौक तक श्रद्धालुओं की भीड़ सिमट गयी.

बाबा बैद्यनाथधाम को मनोकामना लिंग कहा जाता है. ऐसी मान्यता है कि इस दरबार में सच्चे मन से मांगी गयी मुरादें जरूर पूरी होती हैं. यही वजह है कि जलार्पण के बाद श्रद्धालु बाबा बैद्यनाथ व माता पार्वती मंदिर के बीच गठबंधन कराना भी नहीं भूलते हैं. यह परंपरा केवल धार्मिक नहीं, बल्कि आस्था से जुड़ा वैवाहिक विश्वास बन चुकी है. ऐसा माना जाता है कि बाबा-माता के इस प्रतीकात्मक मिलन में भाग लेकर दंपती श्रद्धालु अपने दांपत्य जीवन को सुखमय बनाने का आशीर्वाद पाते हैं.

मेले में श्रद्धालु रंग-बिरंगे और आकर्षक कांवर के साथ पहुंच रहे हैं, जो आकर्षण का केंद्र बन रहे हैं. कोई फूलों से सजा कांवर लेकर आ रहा है, तो कोई मूर्ति लगा कांवर लेकर पहुंच रहा है. हालांकि, शनिवार को बारिश नहीं होने के कारण उमस भरे मौसम में कांवरियों को कुछ परेशानियों का सामना करना पड़ा. लेकिन बाबा के दरबार में पहुंचते ही सारी थकान श्रद्धा और भक्ति में विलीन हो गयी.

पुलिस कस्टडी में मौत का मामला गरमाया, हाईकोर्ट ने राज्य सरकार को भेजा नोटिस – मांगा दो सप्ताह में जवाब

बिलासपुर- धमतरी जिले के अर्जुनी थाना क्षेत्र में पुलिस हिरासत में हुई संदिग्ध मौत के मामले ने अब कानूनी मोड़ ले लिया है। बिलासपुर हाईकोर्ट ने इस मामले में राज्य सरकार को नोटिस जारी करते हुए जांच की प्रगति पर दो सप्ताह के भीतर जवाब मांगा है।मामले की सुनवाई छत्तीसगढ़ हाईकोर्ट की मुख्य न्यायाधीश की डिवीजन बेंच (डीबी) में हुई, जिसमें याचिकाकर्ता की ओर से सीबीआई जांच की मांग भी की गई है।

क्या है पूरा मामला?

यह गंभीर मामला 30 मार्च 2025 का है, जब धमतरी के अर्जुनी थाना में एक व्यक्ति दुर्गेंद्र कुमार कठोलिया की पुलिस कस्टडी में संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई थी। मृतक के परिजनों ने इस मौत को साजिश और पुलिसिया क्रूरता का नतीजा बताया था।

परिजनों का आरोप है कि पूरी जांच प्रक्रिया पारदर्शी नहीं है, और इसमें कई खामियां हैं। इसी के विरोध में परिजनों ने हाईकोर्ट में याचिका दायर कर सीबीआई से स्वतंत्र जांच कराने की मांग की थी।

हाईकोर्ट ने लिया संज्ञान

मुख्य न्यायाधीश की अध्यक्षता वाली डिवीजन बेंच ने मामले की गंभीरता को देखते हुए राज्य सरकार को नोटिस जारी करते हुए दो सप्ताह में जवाब पेश करने का आदेश दिया है। कोर्ट ने यह भी स्पष्ट किया है कि जांच प्रक्रिया में हुई अब तक की प्रगति का ब्यौरा भी प्रस्तुत करना होगा।

*काउंसिल करेगा बुजुर्ग व्यापारियों का सम्मान,परामर्श समिति में देगा स्थान*
सुल्तानपुर,कॉउन्सिल ऑफ़ उद्योग व्यापार मंच की कोर कमेटी की मासिक बैठक शनिवार देर रात नगर स्थित एक होटल में आयोजित हुई जिसमें राष्ट्रीय उपाध्यक्ष सरदार बलदेव सिंह मुख्य अतिथि व मंडल अध्यक्ष अशोक कसौधन विशिष्ट अतिथि के तौर पर उपस्थित रहे,बैठक की अध्यक्षता जिलाध्यक्ष कुलदीप गुप्ता व संचालन जिला महामंत्री राजेश माहेश्वरी ने किया। बैठक में ग्रामीण क्षेत्रों में संगठन के विस्तार पे चर्चा की गई,मुख्य चर्चा हुई नगर क्षेत्र के उम्र दराज व्यापारी जो व्यापारिक मुख्य धारा से अलग हो गए हैं लेकिन आज भी उनकी उपयोगिता व्यापारिक जगत को महसूस होती है को चिन्हित कर परामर्श समिति में स्थान दे सम्मानित करने की जिसका सभी ने जोर शोर से स्वागत किया,,कार्यक्रम में सदस्यता विस्तार में उल्लेखनीय कार्य करने वाले नगर अध्यक्ष रवि सोनी,नगर वरिष्ठ महामंत्री अश्विनी वर्मा,नगर संगठन मंत्री माणिक लाल व युवा नगर अध्यक्ष शुभम जैन को सम्मानित किया गया बैठक में प्रदेश प्रवक्ता रमेश माहेश्वरी,जिला उपाध्यक्ष बृजेश खत्री व राजेंद्र जायसवाल, जिला मंत्री विजय टंडन,महिला मोर्चा अध्यक्ष दलबीर कौर, हरिशंकर गुप्ता,सुधीर गुप्ता,अशोक दिव्या,दिनेश यादव,हितेश मिश्राआदि उपस्थित रहे। अंत में जिलाध्यक्ष कुलदीप गुप्ता द्वारा उपस्थित व्यापारियों को धन्यवाद प्रेषित किया गया।
मलिहाबाद में ई-रिक्शा चालक ने ट्रेन के सामने कूदकर दी जान, परिजनों में मचा कोहराम
लखनऊ । राजधानी के मलिहाबाद क्षेत्र के रहीमाबाद थाना में ई-रिक्शा चालक ने ट्रेन के सामने कूदकर आत्महत्या कर ली। युवक की पहचान 32 वर्षीय ज्ञानेंद्र पाल के रूप में हुई है। घटना से परिवार में कोहराम मच गया है। सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम को भेज दिया है।

रेलवे ट्रैक पर शव मिलने की सूचना पर दौड़ी पुलिस

रहीमाबाद इंस्पेक्टर के मुताबिक शनिवार की सुबह 11.30 बजे पुलिस कंट्रोल रूम पर ससपन इलाके में रेलवे ट्रैक पर शव मिलने की सूचना मिली थी। मौके पर पहुंची पुलिस ने शव की शिनाख्त ई-रिक्शा चालक ज्ञानेंद्र पाल के रूप में की। घटनास्थल पर मौजूद परिजनों ने बताया शुक्रवार को ज्ञानेंद्र पाल बाइक लेकर घर से निकले थे, लेकिन देर शाम वह बगैर बाइक के घर लौटे इस पर परिजनों ने बाइक के बारे में पूछताछ की, लेकिन ई-रिक्शा चालक ने कोई जवाब नहीं दिया।

मौके से पुलिस को नहीं मिला कोई सुसाइड नोट

परिजनों ने बताया शनिवार सुबह घर के लोग मवेशियों को चारा देने के लिए गए थे, इस बीच ज्ञानेंद्र पाल बगैर बताए घर से बाहर चले गए और रेलवे ट्रैक पर ट्रेन के आगे कूद कर आत्महत्या कर ली।रहीमाबाद इंस्पेक्टर ने बताया कि पुलिस को मृतक के पास किसी भी प्रकार का सुसाइड नोट नहीं मिला है। फिलहाल पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही मौत की पुष्टि होगी।