पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी का प्रशांत किशोर पर तीखा प्रहार — कहा, “चंदे के पैसे से राजनीति करने वाले ठग हैं, पहले खुद का हिसाब दें”
जहानाबाद बिहार की सियासत में एक बार फिर बयानबाजी का दौर शुरू हो गया है। पूर्व मुख्यमंत्री और हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (हम) के राष्ट्रीय अध्यक्ष जीतन राम मांझी ने जन सुराज अभियान के संस्थापक प्रशांत किशोर (PK) पर तीखा हमला बोला है। मांझी ने जहानाबाद में पत्रकारों से बातचीत के दौरान कहा कि प्रशांत किशोर अब जनता को गुमराह करने की राजनीति कर रहे हैं और बिहार की जनता उनकी सच्चाई जान चुकी है।
मांझी ने कहा, “प्रशांत किशोर कोई दूध का धुला हुआ इंसान नहीं हैं। वह दूसरों पर आरोप लगाने से पहले यह बताएं कि चंदे के पैसे से चलने वाला उनका अभियान आखिर कहां से फंडेड है। अगर उन्हें राजनीति करनी है, तो पहले अपने पैसे और उद्देश्य का स्रोत स्पष्ट करें।”
पूर्व मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि जब प्रशांत किशोर देशभर में चुनावी रणनीतिकार के रूप में काम करते थे, तब उन्हीं नेताओं से पैसे लेकर प्रचार करते थे, जिन्हें आज कोस रहे हैं। “यह दोहरा चरित्र है और जनता अब इस ठगी को भली-भांति समझ चुकी है,” मांझी ने कहा।
उन्होंने कहा कि प्रशांत किशोर खुद को बिहार की राजनीति का नया चेहरा बताकर जनता को भ्रमित कर रहे हैं। “राजनीति कोई नाटक नहीं, बल्कि जनसेवा का कार्य है। चंदे के पैसे से राजनीति करना और दूसरों को भ्रष्ट कहना अपने आप में विरोधाभास है,” मांझी ने जोड़ा।
मांझी ने यह भी कहा कि अगर प्रशांत किशोर को सच में बिहार की चिंता है, तो वे पहले यह बताएं कि पिछले कुछ वर्षों में उन्होंने राज्य के लिए क्या किया है। “सिर्फ बयानबाजी और प्रचार से बिहार नहीं बदलेगा,” उन्होंने कहा।
पूर्व मुख्यमंत्री ने जन सुराज अभियान पर सवाल उठाते हुए कहा कि यह अभियान जनता का नहीं, बल्कि कुछ खास लोगों द्वारा प्रायोजित कार्यक्रम है। “इसके पीछे कौन फंड दे रहा है, यह साफ होना चाहिए,” उन्होंने कहा।
मांझी ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी और मंत्री अशोक चौधरी पर प्रशांत किशोर द्वारा लगाए गए आरोपों पर कहा कि “अगर किसी कोसने से राजनीति होती है, तो जनता उन्हें कभी स्वीकार नहीं करेगी। आज बिहार में जो विकास कार्य हो रहे हैं, वह किसी भाषण से नहीं बल्कि सरकार की योजनाओं से संभव हुआ है।”
उन्होंने कहा कि “बिहार की राजनीति अब भावनाओं से नहीं, बल्कि विकास और विश्वास से चलती है। जनता बहुत समझदार है और ठगी की राजनीति को कभी स्वीकार नहीं करेगी।”
मांझी के इस बयान के बाद राजनीतिक गलियारों में हलचल तेज हो गई है। माना जा रहा है कि उनके इस तीखे बयान से बिहार की सियासत में एक बार फिर प्रशांत किशोर बनाम पारंपरिक नेताओं की जंग गहराने वाली है।
Oct 07 2025, 14:15