गया के ऐतिहासिक गांधी मैदान में रावण दहन की भव्य तैयारी: 68वें साल भी सत्य पर असत्य की हार का संदेश
गया, (दिनांक): ऐतिहासिक गांधी मैदान में विजयादशमी पर्व को लेकर उत्सव का माहौल चरम पर है। रामलीला मंचन के अंतिम चरण पर पहुँचते ही अब सभी को रावण दहन के भव्य कार्यक्रम का बेसब्री से इंतज़ार है।
श्री गया दशहरा चैरिटेबल ट्रस्ट द्वारा आयोजित इस 68वें वार्षिक कार्यक्रम के लिए मैदान में रावण, मेघनाद और कुंभकर्ण के विशालकाय पुतले खड़े कर दिए गए हैं। कारीगरों की कई दिनों की मेहनत से तैयार किया गया रावण का पुतला 60 फीट, मेघनाद का 55 फीट और कुंभकर्ण का पुतला 50 फीट ऊंचा है।
सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम
पुलिस-प्रशासन ने सुरक्षा व्यवस्था के कड़े इंतज़ाम किए हैं। भीड़ के सुगम आवागमन के लिए मैदान में 12 प्रवेश और निकासी गेट खोले गए हैं। भारी संख्या में पुलिस बल, सीसीटीवी कैमरे और पर्याप्त लाइटिंग की व्यवस्था की गई है ताकि लोगों को किसी प्रकार की असुविधा न हो।
कार्यक्रम की रूपरेखा
श्री गया दशहरा चैरिटेबल ट्रस्ट के अध्यक्ष अजय तरबे और मीडिया प्रभारी ने बताया कि आज शाम 5:00 बजे रावण वध का कार्यक्रम होने जा रहा है। कार्यक्रम से पहले, स्टेशन रोड से एक भव्य शोभा यात्रा निकलेगी जो शहर के विभिन्न मार्गों से होते हुए गांधी मैदान पहुँचेगी। शोभा यात्रा के बाद भगवान राम द्वारा रावण वध का मंचन होगा और आतिशबाज़ी के बीच इन पुतलों को अग्नि के हवाले किया जाएगा।
ट्रस्ट ने उम्मीद जताई है कि आज मौसम साफ रहेगा और भारी संख्या में लोग रावण दहन का साक्षी बनने आएंगे।
उच्चाधिकारियों की उपस्थिति
इस भव्य कार्यक्रम में मगध रेंज के आईजी, मगध प्रमंडल आयुक्त, जिलाधिकारी शशांक शुभंकर, एसएसपी आनंद कुमार, टीएसपी सीटी डीएसपी समेत कई आला अधिकारी अपने परिवार के साथ मुख्य अतिथि के रूप में मौजूद रहेंगे और रावण दहन का लुत्फ उठाएंगे।
स्थानीय लोगों का कहना है कि दशहरा पर्व हर साल उन्हें यह संदेश देता है कि "सत्य की जीत और असत्य का नाश निश्चित है।" गांधी मैदान के आसपास दुकानों पर भारी भीड़ और मेले जैसा नज़ारा दिखाई दे रहा है, जहाँ बच्चों और बड़ों में उत्साह चरम पर है।






गया : गया के शुभम नर्सिंग होम में नवजात बदलने का गंभीर आरोप लगा है। रविवार को परिजनों ने अस्पताल में हंगामा किया, जिसके बाद नर्सिंग होम संचालक और डॉक्टर मौके से फरार हो गए। परिजनों का आरोप है कि उन्हें स्वस्थ बच्चे की जगह मृत बच्चा दिखाया गया. नालंदा जिले के खुदागंज निवासी मुकेश कुमार ने बताया कि शनिवार देर रात उनके छोटे भाई की पत्नी ने नर्सिंग होम में बच्चे को जन्म दिया था। परिवार का दावा है कि बच्चा स्वस्थ और लड़का था। हालांकि, नर्सिंग होम की महिला डॉक्टर मंजू सिंह और संचालक ने नवजात को बिना दिखाए, उसकी गंभीर स्थिति बताकर शिशु रोग विशेषज्ञ के पास भेज दिया। मुकेश कुमार के अनुसार, शिशु रोग विशेषज्ञ ने बच्चे को मृत घोषित कर दिया। इसके बाद पीड़ित परिवार ने शुभम नर्सिंग होम की संचालक डॉक्टर मंजू सिंह पर बच्चा बदलने का गंभीर आरोप लगाया है। पीड़ित परिवार मूल रूप से नालंदा जिले के खुदागंज का रहने वाला है। प्रसव पीड़ा होने पर मुकेश कुमार के छोटे भाई की पत्नी को पहले सदर अस्पताल ले जाया गया था। वहां रेनू देवी नामक एक आशा कार्यकर्ता ने उन्हें शुभम नर्सिंग होम में भर्ती कराने की सलाह दी थी, यह कहते हुए कि यह एक बेहतर अस्पताल है और खर्च 8 से 10 हजार रुपये आएगा। घटना की सूचना मिलने पर कोतवाली थाने की पुलिस टीम मौके पर पहुंची और मामले की जांच शुरू कर दी है।

Oct 04 2025, 18:11
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