फर्रुखाबाद में गंगा का जलस्तर बढ़ा, 150 से अधिक गांव बाढ़ की चपेट में
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फर्रुखाबाद
जिले में गंगा और रामगंगा का जलस्तर लगातार बढ़ने से हालात बेहद गंभीर हो गए हैं। गंगा का जलस्तर खतरे के निशान से 15 सेंटीमीटर ऊपर पहुंचकर 137.25 मीटर पर बह रहा है, जबकि रामगंगा 137.05 मीटर पर बह रही है, जो खतरे के निशान से महज 5 सेंटीमीटर नीचे है। बीते दो दिनों में जलस्तर में 5 सेंटीमीटर की वृद्धि ने ग्रामीणों की चिंताएं और बढ़ा दी हैं।लगभग एक माह से बाढ़ का कहर जिले में जारी है। अब तक 150 से अधिक गांव प्रभावित हो चुके हैं। कई लोग बाल शरणालयों में शरण ले रहे हैं, तो कई परिवार मजबूरी में सड़कों पर पॉलिथीन डालकर जीवन यापन कर रहे हैं। जिनके घरों में पानी भर गया है, वे छतों पर शरण लेने को मजबूर हैं।
राजेपुर बाजार मुख्य मार्ग पर लगभग डेढ़ फीट पानी बह रहा है। कुछ दिन पहले जलस्तर में गिरावट से बाजार खुलने लगा था, लेकिन अब दुकानों में फिर से पानी घुस गया है।ठटा की मडैया और दोली गांव में गंगा कटान जारी है, जिससे कई घरों को खतरा बढ़ गया है।प्रशासन ने राहत व बचाव कार्यों के लिए 8 नाव और एक स्टीमर तैनात किया है।पंखियन की मडैया की स्थिति सबसे नाजुक है। यहां केवल नाव से ही आवागमन हो पा रहा है।प्रशासनिक अमला लगातार गांव-गांव पहुंचकर राहत कार्य कर रहा है। नावों के जरिए लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा रहा है।
इसी बीच एक गर्भवती महिला को प्रसव पीड़ा होने पर नाव से बाहर निकाला गया और एंबुलेंस से लोहिया अस्पताल भेजा गया।लगातार बढ़ते जलस्तर ने ग्रामीणों की धड़कनें तेज कर दी हैं। बाढ़ प्रभावित इलाकों में लोग भोजन व स्वच्छ पानी की कमी से जूझ रहे हैं। पशुओं के चारे का संकट भी गहराने लगा है।ग्रामीणों का कहना है कि यदि गंगा और रामगंगा का जलस्तर इसी तरह बढ़ता रहा तो स्थिति और भयावह हो जाएगी।
Sep 07 2025, 19:05