अमृतपुर में गंगा के साथ रामगंगा भी उफान पर: 48 घंटे में 2 लाख क्यूसेक पानी छोड़ा, चेतावनी बिंदु से 30 सेमी दूर
अमृतपुर फर्रुखाबाद।गंगा नदी का जलस्तर पिछले एक माह से खतरे के निशान से ऊपर बह रहा है। इसी बीच अमृतपुर तहसील क्षेत्र से होकर गुजरने वाली रामगंगा नदी भी अब उफान पर है, जिससे बाढ़ की आशंका और गहराती जा रही है। पिछले 48 घंटे में रामगंगा का जलस्तर 1 मीटर (करीब 3 फीट) से ज्यादा बढ़ गया है। मंगलवार सुबह जहां जलस्तर 135.30 मीटर दर्ज किया गया था, वहीं गुरुवार सुबह यह बढ़कर 136.30 मीटर तक पहुंच गया है। अब यह चेतावनी बिंदु से केवल 30 सेंटीमीटर नीचे रह गया है।पिछले 48 घंटे में कुल मिलाकर 1,99,957 क्यूसेक पानी छोड़ा गया है। यही कारण है कि रामगंगा नदी का प्रवाह खतरनाक स्तर तक बढ़ गया है और उसका असर आसपास के गांवों पर साफ दिखाई देने लगा है।रामगंगा का जलस्तर बढ़ने से अल्हादपुर भटौली, असलानपुर, कोला सोता, हरपालपुर, हीरानगर, रामनगर, चपरा, अमैयापुर समेत दर्जनभर गांव प्रभावित हो सकते हैं। कई गांवों में निचले इलाकों में पानी भरना शुरू हो गया है और खेतों में खड़ी फसलें डूबने की कगार पर पहुंच गई हैं। ग्रामीणों में चिंता का माहौल है।गांवों के लोग बता रहे हैं कि पहले से ही गंगा के बढ़े जलस्तर से जनजीवन अस्त-व्यस्त है, ऊपर से रामगंगा के उफान ने हालात और खराब कर दिए हैं। कई ग्रामीणों ने बताया कि मवेशियों के लिए चारा और सुरक्षित स्थान की कमी सबसे बड़ी समस्या बनती जा रही है। वहीं बच्चों और बुजुर्गों को सुरक्षित जगहों पर ले जाने की तैयारी की जा रही है।प्रशासन ने हालात पर नजर बनाए रखी है। बाढ़ खंड और तहसील प्रशासन ने गांवों में निगरानी बढ़ा दी है। संवेदनशील स्थानों पर टीमों को अलर्ट कर दिया गया है। ग्रामीणों को सतर्क रहने और सुरक्षित स्थानों पर जाने की अपील की गई है। राजस्व विभाग की टीम को नुकसान का आकलन करने के निर्देश दिए गए हैं।गंगा और रामगंगा दोनों नदियों के उफान के चलते अमृतपुर तहसील क्षेत्र में बाढ़ का खतरा और ज्यादा बढ़ गया है। आने वाले दिनों में यदि पानी छोड़े जाने की रफ्तार कम नहीं हुई तो हालात और बिगड़ सकते हैं।
इनसेट
लगातार छोड़ा जा रहा पानी
रामगंगा नदी में खो, हरेली और रामनगर बैराज से लगातार पानी छोड़ा गया, जिसके कारण जलस्तर में तेजी से बढ़ोतरी हुई है।
मंगलवार सुबह: 38,197 क्यूसेक
मंगलवार शाम: 47,534 क्यूसेक
बुधवार सुबह: 49,110 क्यूसेक
बुधवार शाम: 37,543 क्यूसेक
गुरुवार सुबह: 27,582 क्यूसेक

Sep 05 2025, 19:27