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अमृतपुर में गंगा के साथ रामगंगा भी उफान पर: 48 घंटे में 2 लाख क्यूसेक पानी छोड़ा, चेतावनी बिंदु से 30 सेमी दूर

अमृतपुर फर्रुखाबाद।गंगा नदी का जलस्तर पिछले एक माह से खतरे के निशान से ऊपर बह रहा है। इसी बीच अमृतपुर तहसील क्षेत्र से होकर गुजरने वाली रामगंगा नदी भी अब उफान पर है, जिससे बाढ़ की आशंका और गहराती जा रही है। पिछले 48 घंटे में रामगंगा का जलस्तर 1 मीटर (करीब 3 फीट) से ज्यादा बढ़ गया है। मंगलवार सुबह जहां जलस्तर 135.30 मीटर दर्ज किया गया था, वहीं गुरुवार सुबह यह बढ़कर 136.30 मीटर तक पहुंच गया है। अब यह चेतावनी बिंदु से केवल 30 सेंटीमीटर नीचे रह गया है।पिछले 48 घंटे में कुल मिलाकर 1,99,957 क्यूसेक पानी छोड़ा गया है। यही कारण है कि रामगंगा नदी का प्रवाह खतरनाक स्तर तक बढ़ गया है और उसका असर आसपास के गांवों पर साफ दिखाई देने लगा है।रामगंगा का जलस्तर बढ़ने से अल्हादपुर भटौली, असलानपुर, कोला सोता, हरपालपुर, हीरानगर, रामनगर, चपरा, अमैयापुर समेत दर्जनभर गांव प्रभावित हो सकते हैं। कई गांवों में निचले इलाकों में पानी भरना शुरू हो गया है और खेतों में खड़ी फसलें डूबने की कगार पर पहुंच गई हैं। ग्रामीणों में चिंता का माहौल है।गांवों के लोग बता रहे हैं कि पहले से ही गंगा के बढ़े जलस्तर से जनजीवन अस्त-व्यस्त है, ऊपर से रामगंगा के उफान ने हालात और खराब कर दिए हैं। कई ग्रामीणों ने बताया कि मवेशियों के लिए चारा और सुरक्षित स्थान की कमी सबसे बड़ी समस्या बनती जा रही है। वहीं बच्चों और बुजुर्गों को सुरक्षित जगहों पर ले जाने की तैयारी की जा रही है।प्रशासन ने हालात पर नजर बनाए रखी है। बाढ़ खंड और तहसील प्रशासन ने गांवों में निगरानी बढ़ा दी है। संवेदनशील स्थानों पर टीमों को अलर्ट कर दिया गया है। ग्रामीणों को सतर्क रहने और सुरक्षित स्थानों पर जाने की अपील की गई है। राजस्व विभाग की टीम को नुकसान का आकलन करने के निर्देश दिए गए हैं।गंगा और रामगंगा दोनों नदियों के उफान के चलते अमृतपुर तहसील क्षेत्र में बाढ़ का खतरा और ज्यादा बढ़ गया है। आने वाले दिनों में यदि पानी छोड़े जाने की रफ्तार कम नहीं हुई तो हालात और बिगड़ सकते हैं।

इनसेट

लगातार छोड़ा जा रहा पानी

रामगंगा नदी में खो, हरेली और रामनगर बैराज से लगातार पानी छोड़ा गया, जिसके कारण जलस्तर में तेजी से बढ़ोतरी हुई है।

मंगलवार सुबह: 38,197 क्यूसेक

मंगलवार शाम: 47,534 क्यूसेक

बुधवार सुबह: 49,110 क्यूसेक

बुधवार शाम: 37,543 क्यूसेक

गुरुवार सुबह: 27,582 क्यूसेक

अवैध झोलाछाप क्लीनिकों का गोरखधंधा,बेखौफ झोलाछाप डॉक्टर को अधिकारियों का नहीं कोई भय

अमृतपुर फर्रुखाबाद।विकास खंड राजेपुर में धड़ल्ले से चल रहे झोलाछाप डॉक्टरों के अवैध क्लीनिक जो निरक्षर कम पढ़े लिखे गरीबों मजलूमों की जेब पर डांका डालने में पूरी तरह से मगलूस हैं। बताते चलें विकास खंड राजेपुर में स्वास्थ्य विभाग के कमाऊ पूत कहे जाने वाले झोलाछाप डॉक्टरों का मकड़जाल इस कदर निरक्षर गरीबों मजलूमों को गुमराह कर खुद को पढ़ा लिखा डिग्री धारक डॉक्टर बताकर इलाज के नाम पर मोटी कमाई करते हैं और अवैध तरीके से बिना लाइसेंस धारी मेडिकल चला रहे हैं जिनपर अधिक रुपए में गरीब जनता को लूटा जा रहा है।

जनपद फर्रुखाबाद में स्वास्थ्य विभाग में पल रहे आस्तीन के सांप विधिवत इन झोलाछाप डॉक्टरों को पूरा संरक्षण देते हैं जिसकी वो मोटी रकम भी लेते हैं। सूत्रों द्वारा ज्ञात हुआ है कि चीफ मेडिकल ऑफिसर के ऑफिस के एक मुलाजिम द्वारा इन अवैध क्लीनिक झोलाछापों द्वारा चलवाने का कार्य किया जा रहा है। जबकि इन झोलाछापों द्वारा किए गए इलाज से पूरे जनपद में इलाज के दौरान कई लोगों ने जान से भी गंवाई है । जहां एक तरफ उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा अवैध रूप से क्लीनिक चलाने वालों को सलाखों के पीछे भेजने तक का फरमान जारी किया गया है।

यह बहुत ही बड़ी विडंबना है कि ऐसे झोलाछाप डॉक्टरों पर अगर कोई बड़ा हादसा होता है तो कुछ दिन स्वास्थ्य विभाग बड़ी तल्लीनता से चेकिंग अभियान चलाता है। अभियान के दौरान इन झोलाछापों के शटर में ताला भी डालते हैं स्वास्थ्य विभाग अधिकारी फिर शुरू करते हैं ऑफिस बुलाने का खेल। फिर न जाने कौन सी घुट्टी अधिकारियों को पिलाकर ये झोलाछाप डॉक्टर अपनी चाभी वापस लाकर फिर से अवैध क्लिनिकों को खोल कर शुरू कर देते हैं मरीजों की जान से खिलवाड़ जिसका खमियाजा कोई गरीब मजलूम भुगतता है। प्राप्त जानकारी के अनुसार विकास खंड राजेपुर की ग्राम पंचायत हुसैनपुर राजपुर कस्बा में घुसते ही एक बंगाली दंत चिकित्सक झोलाछाप डॉक्टर का क्लीनिक संचालित है।

वहीं कस्बा राजपुर में एक नहीं लगभग आधा दर्जन से अधिक अवैध क्लीनिक संचालित हैं जिसमें किसी भी झोलाछाप के पास कोई डिग्री नहीं है और धड़ल्ले से लोगों का इलाज कर रहे हैं। ये झोलाछाप डॉक्टर छोटा मोटा ऑपरेशन भी करते देखे जा सकते हैं। आखिर इन झोलाछापों पर कोई सख्त कार्यवाही क्यों नहीं हो पाती है ये साफ स्वास्थ्य विभाग की और झोलाछाप डॉक्टरों की जुगलबंदी की तरफ इशारा करता है।

इस संबंध में एसीएमओ रंजन गौतम से बातचीत की गई तो उन्होंने बताया कि क्षेत्र में एक भी अपंजीकृत या अवैध क्लीनिक संचालित नहीं होने दिया जायेगा। शीघ्र ही राजपुर कस्बे में और अन्य क्षेत्रों में छापेमारी कार्यवाही की जाएगी।

अधीक्षण अभियंता ने किसान नेताओं के साथ की बिजली समस्या को लेकर बैठक

फर्रुखाबाद । जिले में चल रही बिजली समस्या को लेकर आलू विकास एवं विपणन संघ के निदेशक किसान नेता अशोक कटियार के नेत्रत्व में अधीक्षण अभियंता द्वारा किसानों के साथ अपने कक्ष में बैठक की और जिसमें चुरसाई की विद्धुत आपूर्ति आज ही शुरु कराने का अधीक्षण अभियंता ने आश्वासन दिया l इस दौरान उपभोक्ताओं की अन्य समस्याओं का भी शीघ्र निस्तारण कराने के निर्देश अधीक्षण अभियंता ने दिए हैं l

किसानों की समस्याओं को लेकर अधीक्षण अभियंता ने अधिशाषी अभियंता ग्रामीण व नगर के साथ किसानों की समस्याओ पर विचार किया,अरविंद राजपूत ने कहा कि पोल टूटने के कारण पांच दिन से चुरसाई व आसपास के गांव में आपूर्ति ठप है,अधीक्षण अभियंता ने अधीनस्थ अधिकारियों को हर हाल में आज से आपूर्ति शुरु कराने के निर्देश दिए,,पंकज कटियार ने कहा कि कीरतपुर की आपूर्ति लाईन बागों से होकर निकली है,इस कारण आये दिन फाल्ट से आपूर्ति वाधित होती है,यह लाईन रम्पुरा की तरफ से जोड दी जाए, योगेश कटियार उर्फ मंजू बाबा तथा मनोज कटियार ने बताया कि भोलपुर होली मोहल्ला में स्मार्ट मीटर लगने केबाद तीन गुना अधिक विल आ रहे है,अधीक्षण अभियंता ने जांच करा कर विल ठीक कराने का आश्वासन दिया।

अशोक कटियार ने कहा कि अन्नदाता किसानों की समस्याओं के समाधान हेतु योगी सरकार गभीर है,सरकार की मंशा के अनुरुप काम न करने पर दोषी अधिकारी दंडित होगे इस अवसर पर राजीव यादव लालू,बंगाली बाबू,सीटू,उत्तम यादव,पंकज कटियार,लियाकत खान आदि मौजूद रहे l

सिविल लाइन की गणेश विसर्जन यात्रा धूमधाम से निकली, हुआ भंडारे का आयोजन

फर्रुखाबाद ।गणेश महोत्सव में अबीर गुलाल लगाकर सिविल लाइन फतेहगढ में गणेश विसर्जन यात्रा निकाली गयी जिसमें महिलाओं बच्चों व नव युवकों द्वारा नाचते गाते हुए कर्बला घाट पर गणेश विसर्जन किया गया। बड़ी संख्या मे भक्तों महिलाओं ने विसर्जन में भाग लिया पंडित लोकू पाठक द्वारा आरती व पूजन करा कर गणपति बब्बा को विसर्जन के लिए तैयार किया।

भंडारे कार्यक्रम का आयोजन पिछली वर्ष की भाँति बंटू यादव एवम समस्त कार्यकारिणी के सहयोग द्वारा किया गया।विसर्जन यात्रा के दौरान सभी भक्तों को प्रसाद व पूड़ी सब्जी वितरित किया गया।

कमेटी अध्यक्ष देवेन्द्र राजपूत(पप्पू) , आकाश राजपूत के साथ कमेटी सदस्य कलक्टर राजपूत, परवेश, अतुल, राजेश , सचिन, सोनू, अरुण,नेता कश्मीर, मिथुन, जग्गा आदि ने गणेश विसर्जन यात्रा को बड़ी धूमधाम से निकला।

मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने चुनाव न लड़ने वाले पंजीकृत राजनैतिक दलों की सुनवाई की

फर्रुखाबाद।जिला निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि भारत निर्वाचन आयोग के निर्देश पर उत्तर प्रदेश के मुख्य निर्वाचन अधिकारी नवदीप रिणवा ने प्रदेश के पते पर पंजीकृत ऐसे राजनैतिक दल जो विगत छः वर्षों से प्रत्यक्ष रूप से लोक सभा एवं विधान सभा के चुनाव में प्रतिभाग नहीं कर रहें थे उनके प्रतिनिधियों के साथ बुधवार को मुख्य निर्वाचन अधिकारी कार्यालय में सुनवाई की। उन्होंने प्रत्येक दल द्वारा प्रस्तुत किए गए अंशदान रिपोर्ट,वार्षिक लेखा परीक्षण (ऑडिट) रिपोर्ट एवं निर्वाचन व्यय विवरण जैसे महत्वपूर्ण दस्तावेजों का गहन परीक्षण किया और सभी दलों के मोबाइल नंबर,पंजीकरण संख्या,वर्तमान पता व ईमेल की भी जांच की।

मुख्य निर्वाचन अधिकारी द्वारा ऐसे दलों के प्रतिनिधियों को अपना प्रत्यावेदन,शपथपत्र एवं अन्य आवश्यक अभिलेखों के साथ सुनवाई के दौरान कार्यालय में उपस्थित होने के निर्देश दिए गए थे। उन्होने सुनवाई के लिए प्रदेश के पते पर पंजीकृत 121 राजनैतिक दलों को कारण बताओं नोटिस जारी किया था, इसमें से 03 सितम्बर को 51 राजनैतिक दलों को सुनवाई के लिए बुलाया गया था,जिसमें से 17 पंजीकृत राजनैतिक दलों के प्रतिनिधियों ने सुनवाई में प्रतिभाग किया।

मुख्य निर्वाचन अधिकारी द्वारा 02 एवं 03 सितम्बर को की गयी सुनवाई में 121 राजनैतिक दलों में से 55 राजनैतिक दलों के प्रतिनिधियों ने प्रतिभाग किया और मुख्य निर्वाचन अधिकारी के सम्मुख उपस्थित होकर अपना पक्ष प्रस्तुत किया।सुनवाई के दौरान मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने कहा कि प्रत्येक दल को प्रतिवर्ष 30 सितम्बर तक अपनी अंशदान रिपोर्ट तथा 31 अक्टूबर तक अपने आय-व्यय की आडिट रिपोर्ट देना अनिवार्य है।

इसी प्रकार लोकसभा चुनाव के बाद 90 दिनों में तथा विधानसभा चुनाव के बाद 75 दिनों में अपने आय व्यय का ब्योरा भी देना है। प्रत्येक दल को चंदे के रूप में प्राप्त 20 हजार रुपए से अधिक के अंशदान की रिपोर्ट देनी है। उन्होंने कहा कि सभी दलों के प्रतिनिधियों को अपनी पार्टी का ईमेल,मोबाइल नंबर तथा वर्तमान पता को अपडेट रखना होगा, जिससे कि आयोग के निर्देशों व अन्य तथ्यों की जानकारी को समय से उपलब्ध कराया जा सके।

बुधवार को हुई सुनवाई में गदर पार्टी प्रतापगढ़, नवचेतना पार्टी मैनपुरी, नवीन समाजवादी दल प्रयागराज, निस्वार्थ सेवा राष्ट्र सेवा पार्टी प्रयागराज, पूर्वांचल क्रांति पार्टी जौनपुर, राष्ट्रवादी इंसान पार्टी प्रयागराज, राष्ट्रवादी समाज पार्टी कानपुर नगर, राष्ट्रीय बंधुत्व पार्टी प्रयागराज, आम जन क्रांति पार्टी इटावा, राष्ट्रीय लोकतंत्र दल हापुड, राष्ट्रीय मानव विकास पार्टी अमरोहा, सामूहिक एकता पार्टी कानपुर नगर, सर्वप्रिय समाज पार्टी इटावा, सत्य शिखर पार्टी अयोध्या, यूथ सोशलिस्ट पार्टी मुरादाबाद, युवा अनुभव पार्टी गोरखपुर, भारतीय युवा स्वाभिमान पार्टी औरैया जिले में पंजीकृत राजनैतिक दलों के अध्यक्ष व महासचिव उपस्थित रहे।

बाढ़ से प्रभावित लोगों की मदद के लिए समाजसेवी फर्रुखाबाद विकास मंच पहुंचा गंगा पार

फर्रुखाबाद।जनपद में आई बाढ से प्रभावित लोगो की मदद के लिए समाजसेवी फर्रुखाबाद विकास मंच के जिलाध्यक्ष भइयन मिश्र एवं उनकी टीम लगातार लोगो की हर सम्भव मदद करने मे जी जान से लगी हुई है आज बाढ से अत्याधिक प्रभावित क्षेत्र कटरी गंगपुर ,बडी गुलरिया पहाडपुर, पृथ्वीपुर, कटरी धर्मपुर में जाकर लोगो को लंच पैकेट तथा दवाओ का वितरण किया आज तक इनमे से कुछ गांवो में न तो कोई सरकारी मदद और न ही किसी भी प्रकार की सहायता किसी के ब्दारा पंहुची,हालात बहुत खराब है,फर्रुखाबाद विकास मंच के जिलाध्यक्ष भइयन मिश्र ने कहा कि मुसीबत के समय मेरी पूरी टीम हर प्रकार से लोगो की मदद और सहायता कर रही है, किसी गरीब बाढ पीड़ित के गम्भीर रूप से तवियत खराब होने पर उनका इलाज हम लोगो के व्दारा तिरूपति हास्पिटल बजरिया रोड पर निशुल्क कराया जा रहा है, इस भीषण बाढ के समय जो भी मदद हो जायेगी उससे लोगो को राहत मिलेगी l

इस मौके पर कोमल पाण्डेय, प्रशांत यादव (चंदू), डाक्टर पंकज राठौर, डाक्टर जयवीर वर्मा, मोहित खन्ना, प्रदीप यादव, राजीव वर्मा,साधू सिंह यादव, कुलदीप सिह, अलवर सिंह, आकाश गुप्ता सनी ,सुमित गुप्ता ,वीरेलाल वर्मा, आलोक मिश्रा भूरे, राजीव वर्मा, हेमत शाक्य, अशोक शाक्य, गौरब कुशवाह का पूरा सहयोग रहा l

आखिरकार डेढ़ माह बाद एएसपी के आदेश पर साइकिल कारीगर के अपहरण की रिपोर्ट दर्ज

अमृतपुर फर्रुखाबाद।अपर पुलिस अधीक्षक के आदेश पर आखिरकार डेढ़ माह बाद साइकिल कारीगर ओमवीर के अपहरण की रिपोर्ट दर्ज की गई है। पुलिस ने इस मामले में छः लोगों को नामजद किया है। रिपोर्ट दर्ज होते ही पुलिस ने तलाश शुरू कर दी है।गांव गुजरपुर पमारान निवासी धरम शीला ने थाना अमृतपुर से थक हार कर मजबूर होकर अपने पति ओमवीर की सकुशल बरामदगी के लिए अपर पुलिस अधीक्षक संजय कुमार सिंह को प्रार्थना पत्र दिया था। उनका कहना है कि 29 जुलाई को पुलिस अधीक्षक को भी प्रार्थना पत्र दिया गया था, लेकिन इसके बावजूद भी थाना पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की।धरम शीला ने बताया कि उनके पति की मुख्य सड़क पर साइकिल की दुकान है। 20 जुलाई को दुकान बंद करने के बाद वे घर लौटे थे।

कपड़े बदलकर खाने की तैयारी कर ही रहे थे कि उसी दौरान शर्ट व तौलिया लपेटे हुए वे अपने परिचित के साथ बात करते हुए बाहर निकले और फिर घर नहीं लौटे।इसके बाद परिजनों ने पहले खुद खोजबीन की, लेकिन कोई सुराग नहीं मिला। 21 जुलाई को ओमवीर की मां राजेश्वरी ने थाना अमृतपुर में सूचना दी, जिसके बाद थाना अमृतपुर पुलिस ने सिर्फ गुमशुदगी दर्ज कर पल्ला झाड़ लिया। धर्मशीला का कहना है कि उन्होंने थानाध्यक्ष से कई बार निवेदन किया परन्तु बदले में सिर्फ यही उलहाना मिला कि तुम्हारी वजह से ही तुम्हारा पति कहीं चला गया है।

थाना प्रभारी अमृतपुर द्वारा किसी भी प्रकार से उनकी गुहार नहीं सुनी गई और न ही उनकी कोई मदद की गई।इसके बाद अपने पति को खोजने में मदद की गुहार लगाने धर्मशीला जिला मुख्यालय पहुंची।परिजनों का आरोप है कि नामजद आरोपियों ने मिलकर ओमवीर का अपहरण किया है और आशंका है कि उनके साथ कोई अनहोनी न हो गई हो।

परिजनों का यह भी कहना है कि अगर 42 दिन पहले थाना अमृतपुर पुलिस ने उसकी गुहार सुनकर मुकदमा लिखकर उसके पति की खोजबीन का प्रयास कर लिया होता तो शायद अब तक उसके पति सकुशल मिल जाते परन्तु थाना अमृतपुर पुलिस की निष्क्रियता की वजह से ही यहां पुलिस ने अभी तक अपहरण का मुकदमा नहीं लिखा।

जिलाधिकारी आदेश पर तीन सितम्बर को अवकाश घोषित

फर्रुखाबाद।जिलाधिकारी आशुतोष कुमार द्विवेदी के आदेश की अमर ज्योति इण्टर कॉलेज के प्रबंधक ने बुधवार को जमकर धज्जियां उड़ाई ।विद्यालय खोलकर शिक्षण कार्य जारी रखा। जिलाधिकारी कार्यालय से पत्र जारी कर तीन सितंबर को अवकाश घोषित किया गया था।

बताते चलें लखनऊ से मौसम विभाग के पूर्वानुमान के अनुसार भारी बारिश की चेतावनी जारी की थी जिसके मद्देनजर देखते हुए जिलाधिकारी आशुतोष कुमार द्विवेदी ने जनपद के सभी परिषदीय स्कूलों व सभी प्राइवेट स्कूलों को तीन सितम्बर को पूरी तरह बंद करने का आदेश जारी किया था। जिसके लिए जिलाधिकारी कार्यालय ने पत्र भी जारी किया है उसके बावजूद अमर ज्योति इण्टर कालेज ग़नुआपुर विकास खंड राजेपुर में जिलाधिकारी कार्यालय का आदेश शायद रद्दी की टोकरी में डाल दिया गया और रोज की भांति वाकायदा विद्यालय खोला गया। बताते चलें अमर ज्योति इण्टर कालेज ग़नुआपुर में कक्षा 6 से 12 तक के विद्यार्थी पंजीकरण कर पढ़ाया जा रहा है।

जब इस संबंध में विद्यालय प्रबंधक महेन्द्र कुमार सिंह से बात करने की कोशिश की तो उनके विद्यालय के शिक्षक रामतीर्थ सिंह ने आगे बढ़ते हुए आए और उन्होंने जिलाधिकारी कार्यालय से जारी हुए पत्र से पल्ला झाड़कर बड़े आक्रोशित ढंग से जवाब दिया कि मुझे बंद का पत्र नहीं प्राप्त हुआ है और अगर विद्यालय खुला है तो मैने कोई जुर्म नहीं कर दिया , इसमें मैने कोई कानून नहीं तोड़ा है।

इनसेट

अमर ज्योति इण्टर कालेज में एक और बड़ा खुलासा हुआ जिसने शिक्षा विभाग की पोल खोल कर रख दी। एक ऐसा मामला सामने आया जो शायद ही पूरे प्रदेश में कही और उसकी मिसाल मिले। अमर ज्योति इण्टर कालेज ग़नुआपुर में एक ही भवन में दो मान्यता प्राप्त स्कूलों को संचालित किया जा रहा है जिसमें एक अमर ज्योति इण्टर कालेज जो कक्षा 6 से 12 तक संचालित है वहीं दूसरा श्वेता दीक्षा प्राइमरी स्कूल जो नर्सरी से कक्षा 5 तक इसी भवन में संचालित है।

शिक्षा विभाग की मेहरबानी नहीं कहेंगे तो इसे क्या कहेंगे एक ही भवन में दो दो मान्यता प्राप्त स्कूलों को संचालित किया जा रहा है और उच्चाधिकारियों को कानों कान भनक तक नहीं, क्या ये संभव हो सकता है? लेकिन शायद विभागीय मेहरबानी कुछ भी असंभव को संभव करवा देती है जिसका जीता जागता उदाहरण है अमर ज्योति इण्टर कालेज ग़नुआपुर जहां विद्यालय प्रबंधक और शिक्षा विभाग की जुगलबंदी से ही यह अजूबा सामने आया है। ये जुगलबंदी का ही नतीजा है जो मान्यता के मापदंडों को ताख में रखकर मान्यता प्रदान कर दी गई है ।

वहीं कई विद्यालय तो मान्यता के लिए मापदंड पूरे करते करते लोग थक हार गए हैं उसके बावजूद उन्हें मान्यता नहीं मिल पाई है वहीं अमर ज्योति इण्टर कालेज में आखिर किस मापदंडों के तहत एक ही भवन में दो दो स्कूलों की मान्यता दे दी गई ये सवाल सभी को आश्चर्य चकित कर रहा है।

किशोर संप्रेषण गृह में डीजे डीएम सीडीओ ने किया निरीक्षण, व्यवस्थाएं सही पाई

फर्रुखाबाद l बुधवार को राजकीय संप्रेषण गृह, किशोर का औचक निरीक्षण जनपद न्यायाधीश एवं सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, जिला अधिकारी तथा मुख्य विकास अधिकारी द्वारा किया गया।

निरीक्षण के दौरान संस्था का वातावरण स्वच्छ पाया गया। किशोरों हेतु खेलकूद का स्थान, शयन कक्ष तथा अन्य सुविधाओं का अवलोकन किया गया उचित स्थानों पर वेंटिलेशन एडजेस्ट फैन लगे होने या न होने की स्थिति की भी जाँच की गई।जो संतोषजनक पाई गई ।

निरीक्षण के दौरान जिला अधिकारी ने जिला प्रोबेशन अधिकारी को संस्था के अनुरक्षण एवं लघु निर्माण कार्य हेतु प्रस्ताव शासन को जिला अधिकारी की तरफ से भेजने के के निर्देश दिए।

*ग्रामीण बैंकों की कनेक्टिविटी फेल, बाढ़ क्षेत्र के ग्रामीणों का नहीं हो रहा काम*

अमृतपुर फर्रुखाबाद 3 सितंबर। गंगा एवं रामगंगा नदियों में एक माह से बाढ़ की विनाश लीला चरम सीमा पर है। जिसके कारण गंगा पार क्षेत्र के एक सैकड़ा के आसपास गांव प्रभावित हुए। इन ग्रामीण अंचल में रहने वाली जनता बाढ़ के दर्द को लगातार झेल रही है। कहीं भोजन की कमी कही जानवरों के लिए चारे की समस्या और कहीं रुकने और बैठने के लिए दो गज सूखी जमीन तक नहीं है। कुछ परिवार ऐसे हैं जिन्होंने घर में पानी भर जाने के कारण छतो पर डेरा जमा रखा है। ऐसे ही तमाम समस्याओं से जूझते बाढ़ पीडित क्षेत्र के ग्रामीण अब एक नई समस्या से भी ग्रसित होते जा रहे हैं। इन ग्रामीणो ने अपनी पूंजी बैंकों में इस वास्ते जमा की कि वह वक्त पर उनके काम आएगी। लेकिन ऐसा नहीं हो पाया। आर्यावर्त ग्रामीण बैंक अमृतपुर एवं राजपुर में स्थापित है। परंतु अब इसका नाम बदलकर उत्तर प्रदेश ग्रामीण बैंक रख दिया गया और इस बैंक में बडौदा बैंक प्रतिमा यूपी बैंक को सम्मिलित किया गया। जिसके कारण इन तीन बैंकों के समाहित योजना में काफी समय लग रहा है। इन बैंकों को एक करने का काम लगातार चल रहा है। जिससे डाटा माइग्रेशन का काम प्रगति पर होने के कारण यहां आने वाले ग्रामीण क्षेत्र के ग्राहकों को काफी दिक्कतें हो रही हैं। ना तो इन्हें बैंक से पैसा मिल पा रहा है और ना ही इनका धन उसमें जमा हो पा रहा है। क्योंकि अब इन बैंकों में एक्टिविटी पूर्ण रूप से ध्वस्त चल रही है। जिसके कारण दूर दराज गांवों से आने वाले बाढ़ पीड़ित लोग इस बैंक में सुबह से शाम तक बैठे रहते हैं परंतु इनका काम नहीं हो पाता। यहां आने वाले लोग सुग्रीव खुशाली नगला धनपाल सिंह पिथनापुर श्रीकांत त्रिवेदी लीलापुर प्रभु दयाल नगला हूसा राकेश सिंह नगला हूसा सदा प्यारी दौलतियापुर रामप्यारी मंझा हरिदत्त करनपुर घाट वीरपाल बनारसीपुर आदि दर्जनो गांवो के लोग चंद रुपए निकालने के लिए अपना समय बर्बाद करते हैं। किसी को 1000 की जरूरत है तो कोई 2000 के लिए यहां रुका हुआ है और किसी को अपने बूढ़े मां-बाप की दवाई के लिए 5000 हजार रुपये की जरूरत है और कोई अपने घर की गृहस्थी का सामान खरीदने के वास्ते अपने जमा किए हुए धन को निकालना चाहता है। परंतु सर्वर डाउन होने की वजह से बैंक में बैठे कर्मचारी भी मजबूर हो जाते हैं। शाखा प्रबंधक अनुराग सिंह ने बताया कि बैंक में कनेक्टिविटी की स्थिति बीते एक सप्ताह से भी अधिक समय से खराब चल रही है। दूर दराज से आने वाले खाता धारक निराश होकर वापस चले जाते हैं। कभी-कभी जरूरत पड़ने पर राजपुर बैंक के लिए कर्मचारियों को भेजा जाता है। अगर वहां कनेक्टिविटी होती है तो कुछ काम चल जाता है। लेकिन फिर भी सभी ग्राहक संतुष्ट नहीं हो पाते। ऐसी स्थिति में उच्च अधिकारियों को चाहिए की बाढ़ प्रभावित क्षेत्र की इन बैंकों का काम सुचारू ढंग से चलाया जाए। जिससे बाढ़ क्षेत्र के पीड़ित ग्रामीणों को समस्याओं का सामना न करना पड़े और उनके रोजमर्रा के काम चलाते रहे।