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एमबीबीएस दाखिलों में फर्जी सर्टिफिकेट का खेल, जांच एजेंसियों की चुप्पी पर सवाल

लखनऊ । उत्तर प्रदेश में नीट (NEET) दाखिलों को लेकर लगातार नए-नए फर्जीवाड़े सामने आ रहे हैं। ताज़ा मामला स्वतंत्रता संग्राम सेनानी के आश्रित का फर्जी प्रमाण पत्र लगाकर एमबीबीएस में दाखिला लेने का है। इस खुलासे के बाद तीन साल पहले आयुष कॉलेजों में फर्जी दाखिलों की गड़बड़ी फिर से चर्चा में आ गई है।

सीबीआई ने भी इस केस को हाथ नहीं लगाया

सूत्रों के मुताबिक, राज्य सरकार ने बीएएमएस, बीएचएमएस और बीयूएमएस दाखिलों की जांच सीबीआई से कराने का अनुरोध किया था, लेकिन एमबीबीएस दाखिलों पर रहस्यमयी चुप्पी साध ली। इसी वजह से सीबीआई ने भी इस केस को हाथ नहीं लगाया। फिलहाल आयुष कॉलेजों की फर्जी एडमिशन जांच एसटीएफ कर रही है और अंतिम आरोप पत्र दाखिल करने की तैयारी है।

कई कॉलेज संचालकों की संलिप्तता के ठोस सबूत मिले थे

पिछली जांचों में तत्कालीन मंत्री, प्रमुख सचिव और कई कॉलेज संचालकों की संलिप्तता के ठोस सबूत मिले थे। कई संचालक गिरफ्तार भी हुए थे। अब ताज़ा मामले में यह आशंका गहराती जा रही है कि एमबीबीएस समेत अन्य कोर्सों में भी बड़े पैमाने पर फर्जी प्रमाण पत्रों के जरिए दाखिले हुए हैं।

अब तक किसी आरोपी की गिरफ्तारी नहीं हुई

मेरठ के एक निजी मेडिकल कॉलेज में भी अल्पसंख्यक का फर्जी प्रमाण पत्र लगाकर दाखिले का मामला सामने आया था, जिसकी जांच ईओडब्ल्यू कर रही है। लेकिन अब तक किसी आरोपी की गिरफ्तारी नहीं हुई है। जांच एजेंसियों की धीमी कार्रवाई और सरकार की चुप्पी से मेडिकल शिक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े हो रहे हैं।
लखनऊ में शातिर टप्पेबाज गिरफ्तार, चोरी के 2,500 रुपये बरामद

लखनऊ । यूपी की राजधानी थाना नाका पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए एक शातिर टप्पेबाज को गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी भोली-भाली महिलाओं को रूपयों में खामी बताकर गिनने के बहाने नोट चुराने में माहिर था।

टप्पेबाज ने उसके पैसे गिनने के बहाने चतुराई से कुछ नोट गायब कर दिए

पुलिस ने आरोपी के कब्जे से चोरी किए गए 2,500 रुपये बरामद किए हैं। पीड़िता ने थाने में शिकायत दर्ज कराई थी कि एक अज्ञात टप्पेबाज ने उसके पैसे गिनने के बहाने चतुराई से कुछ नोट गायब कर दिए। इस पर थाना नाका में मुकदमा अपराध संख्या 163/2025 धारा 303(2) बीएनएस बनाम अज्ञात दर्ज किया गया।

चोरी किए गए 2,500 रुपये भी बरामद हुए

पुलिस टीम ने मामले को गंभीरता से लेते हुए छानबीन शुरू की और को ऐशबाग पुल के नीचे से आरोपी मोहम्मद सलीम (50 वर्ष), निवासी बड़ी पकड़िया खदरा, थाना मदीयगंज, लखनऊ को गिरफ्तार कर लिया। उसके पास से चोरी किए गए 2,500 रुपये भी बरामद हुए। मुकदमे में धारा 317(2) बीएनएसएस की वृद्धि की गई है।

खासकर महिलाओं को निशाना बनाता था

पूछताछ में आरोपी ने बताया कि वह बैंकों और कैश लेन-देन वाली जगहों पर जाकर भोले-भाले लोगों, खासकर महिलाओं को निशाना बनाता था। वह नोटों में कमी बताकर उन्हें गिनने का बहाना करता और हाथ की सफाई से कुछ नोट गायब कर लेता।गिरफ्तार अभियुक्त का नाम मोहम्मद सलीम पुत्र स्व. मकबूल हसन निवासी बड़ी पकड़िया, खदरा, थाना मदीयगंज, लखनऊ है।
*सेंट्रल रीजनल वर्कशॉप कर्मचारी संघ की बैठक*
*लखनऊ।* सेंट्रल रीजनल वर्कशॉप कर्मचारी संघ उत्तर प्रदेश की प्रांतीय कार्यसमिति एवं समस्त क्षेत्रीय अध्यक्ष,मंत्री की बैठक चारबाग बस स्टेशन लखनऊ में आहुत हुई बैठक कई एजेंडे पर चर्चा व चुनाव पर कार्यक्रम तय हुआ।

प्रांतीय कार्यसमिति चुनाव
डग्गामार संचालन पर 100 फीसदी रोक
संविदा चालकों परिचालकों की इंसेंटिव से रिकवरी को समाप्त किया जाय
उत्तराखंड के अनुसार वेतन निर्धारण किया जाय
परिवहन निगम में वाहन अलाटमेंट पर वसूली तत्काल बंद हो।

आज की बैठक में सर्वमान्य त्रिलोकी व्यास प्रदेश अध्यक्ष जिनकी अध्यक्षता में बैठक हुई सर्व श्री पी एस बाजपेई,संरक्षक,अनिल अग्निहोत्री प्रांतीय उपाध्यक्ष,शिव कुमार,राजीव पांडे,विनोद सिंह,सरोज कुमार,अशोक सिंह,श्री गौड ,एवं सुनील सिंह अलीगढ़ क्षेत्र,मान सिंह लखनऊ छेत्र,सत्तार अहमद इटावा क्षेत्र,देवेंद्र गंगवार बरेली क्षेत्र,सुरेंद्र बाजपेई कानपुर क्षेत्र,पी एन पाण्डेय देवीपाटन क्षेत्र,महिपाल प्रयागराज क्षेत्र,बृजेश प्रधान मेरठ क्षेत्र,सुरेन्द्र सिंह सहारनपुर क्षेत्र,आनंद तिवारी हरदोई क्षेत्र सुशील गोरखपुर क्षेत्र आदि शामिल थे।
प्रोजेक्ट सेफ राइड पंजीकरण को लेकर आ रही समस्याओं को जल्द किया जाए दूर
लखनऊ। सोमवार को टैम्पो-टैक्सी एवं ऑटोरिक्शा संयुक्त मोर्चा के प्रतिनिधिमंडल ने पुलिस की ओर से प्रोजेक्ट सेफ राइड के तहत कराए जा रहे पंजीकरण में आ रही समस्याओं के कारण पंजीकरण न हो पाने के संबंध में डीसीपी यातायात से उनके बंदरियाबाग़ स्थित कार्यालय में मुलाकात की ।

टैम्पो-टैक्सी एवं ऑटोरिक्शा संयुक्त मोर्चा के प्रतिनिधिमंडल ने डीसीपी यातायात को प्रोजेक्ट सेफ राइड के तहत चालको/संचालकों के कराए जा रहे पंजीकरण में आ रही समस्याओं के संबंध में लिखित प्रत्यावेदन देकर पंजीकरण के समय आ रही समस्याओं (QT सीरीज एवं Q सीरिज़ के वाहनों का विवरण पोर्टल पर शो नही हो रहा है, चरित्र सत्यापन न हो पाने की दशा में चालक वाहन संचालित कर पाएंगे अथवा नही इस भ्रम की स्तिथि को दूर किया जाय, पोर्टल में टेक्निकल कमी के वजह से जिन चालको/संचालकों का पंजीकरण नही हो पा रहा है। उनका पुलिस द्वारा चेकिंग के दौरान उत्त्पीडऩ न किया जाय)  को अविलम्ब दूर कराने का अनुरोध किया ताकि शीघ्रता से चालको/संचालकों के पंजीकरण कराया जा सके। इसके अतिरिक्त डीसीपी यातायात को चालको/संचालकों के हित में पंजीकरण कराने की तिथि बढ़ाकर 30.09.2025 किये जाने पर बहुत बहुत धन्यवाद ज्ञापित किया।

संयुक्त मोर्चा के प्रतिनिधिमंडल में पंकज दीक्षित(अध्यक्ष), राजेश राज (महामंत्री), पीयूष वर्मा (उपाध्यक्ष) एवं संतोष जायसवाल(सदस्य) उपस्थित रहे।
यूपी में आठ आईपीएस अफसरों के तबादले, तीन जिलों के एसपी बदले
लखनऊ । उत्तर प्रदेश सरकार ने रविवार को आठ आईपीएस अफसरों के तबादले किए हैं। इन तबादलों में शामली, कानपुर देहात और श्रावस्ती जिलों के पुलिस अधीक्षकों की जिम्मेदारी भी बदल दी गई है। आदेश के बाद तीनों जिलों को नए कप्तान मिले हैं।शामली के पुलिस अधीक्षक राम सेवक गौतम (आईपीएस-एसपीएस, 2013) को स्थानांतरित कर पुलिस अधीक्षक, पीटीएस मुरादाबाद भेजा गया है। उनकी जगह हाल ही में आईपीएस बने नरेंद्र प्रताप सिंह को शामली का नया पुलिस अधीक्षक नियुक्त किया गया है। सिंह इससे पहले बागपत में अपर पुलिस अधीक्षक पद पर तैनात थे।

आईपीएस श्रद्धा नरेंद्र पांडे को जिले की कमान सौंपी गई

कानपुर देहात के एसपी अरविंद मिश्र (आईपीएस-एसपीएस, 2015) को पुलिस अधीक्षक, ईओडब्ल्यू लखनऊ बनाया गया है। उनकी जगह 2017 बैच की आईपीएस श्रद्धा नरेंद्र पांडे को जिले की कमान सौंपी गई है। पांडे इससे पहले सेनानायक 38वीं वाहिनी पीएसी, अलीगढ़ थीं।इसी तरह श्रावस्ती के एसपी घनश्याम (आईपीएस-एसपीएस, 2015) को सतर्कता अधिष्ठान, लखनऊ भेजा गया है। उनकी जगह 2018 बैच के आईपीएस राहुल भाटी को एसपी श्रावस्ती नियुक्त किया गया है। भाटी अब तक एसपी, एसएसएफ लखनऊ के पद पर कार्यरत थे।

तीन जिलों को ये नए कप्तान मिले

इसके अलावा, गौतमबुद्धनगर कमिश्नरेट में डीसीपी रहे लाखन सिंह यादव (आईपीएस-आरआर, 2018) को सेनानायक 38वीं वाहिनी पीएसी, अलीगढ़ बनाया गया है। वहीं डॉ. प्रवीण रंजन सिंह को पुलिस उपायुक्त, गौतमबुद्धनगर की जिम्मेदारी दी गई है।इन तबादलों के साथ तीन जिलों को नए कप्तान मिले हैं। इनमें श्रद्धा नरेंद्र पांडे, राहुल भाटी और नरेंद्र प्रताप सिंह पहली बार जिले की कमान संभालेंगे।
लखनऊ में इंस्पेक्टर के बेटे से मारपीट व अपहरण का आरोप, सीओ पर गंभीर आरोप
लखनऊ । राजधानी के पीजीआई थाना क्षेत्र के सैनिकनगर इलाके में एक नाबालिग छात्र से मारपीट और अपहरण के गंभीर आरोप सामने आए हैं। पीड़ित के परिजनों का आरोप है कि बांदा में तैनात एक सीओ अपने बेटे के साथ घर में जबरन घुसे और इंस्पेक्टर के बेटे को उठाकर चौकी ले गए।रायबरेली में पीएसी में तैनात इंस्पेक्टर कृष्ण मुरारी की पत्नी शशिकला ने शिकायत दी है कि उनका 10वीं में पढ़ने वाला बेटा वृंदावन स्थित निजी स्कूल का छात्र है। गुरुवार को स्कूल में उसका विवाद सीओ के बेटे से हो गया था।

छात्र को घर से खींचकर पहले पिटाई की फिर ले गए चौकी

आरोप है कि इसी रंजिश में सीओ शुक्रवार को लखनऊ पहुंचे और छात्र को घर से खींचकर पहले पिटाई की, फिर जबरन कपड़े बदलवाकर वृंदावन चौकी ले गए। परिजनों का कहना है कि पुलिस पर दबाव डालकर पूरे मामले को आपसी समझौते में निपटाने की कोशिश की जा रही है, जबकि पीड़ित छात्र के शरीर पर गंभीर चोटों के निशान हैं। शशिकला ने बेटे की मेडिकल जांच और आरोपियों के खिलाफ सख्त धाराओं में मुकदमा दर्ज करने की मांग की है।इस मामले में पीजीआई थाने के प्रभारी निरीक्षक धीरेंद्र सिंह का कहना है कि दोनों पक्षों से तहरीर मिली थी लेकिन आपसी सहमति के बाद किसी पर कार्रवाई नहीं की गई।
लापता छात्रा प्रकरण ने लिया नया मोड़, हिरासत में किशोर की पिटाई से पुलिस की कार्यप्रणाली पर उठे सवाल

लखनऊ । कुशीनगर के सेवरही थाने की पुलिस पर एक 15 वर्षीय किशोर के साथ अमानवीय व्यवहार करने का गंभीर आरोप लगा है। पीड़ित पक्ष का कहना है कि पुलिस ने छात्रा के लापता होने के मामले में किशोर को हिरासत में लेकर कपड़े उतरवाए और थाने में बेरहमी से पीटा, जिससे उसके शरीर पर गहरे जख्म हो गए।

कुशीनगर से लापता छात्रा लखनऊ में मिली

किशोर की मां का आरोप है कि उसका बेटा निर्दोष है और केवल इसलिए फंसाया जा रहा है क्योंकि कुशीनगर की लापता छात्रा उससे फोन पर बात करती थी। परिजनों का कहना है कि सेवरही क्षेत्र की 16 वर्षीय छात्रा करीब 10 दिन पहले घर से गायब हुई थी। शुक्रवार को वह लखनऊ के पीजीआई थाना क्षेत्र में मिली, जहां वह वृंदावन इलाके के एक अपार्टमेंट में किराए पर रह रही थी। पुलिस को शक था कि उसका संपर्क इस किशोर से था।

मां का कहना, बेटे के साथ हुआ तो कर लेगी आत्महत्या

परिजनों का आरोप, पुलिस ने पहले किशोर को पकड़ा और उसके फोन के जरिए छात्रा तक पहुंची। इसके बाद दोनों को हिरासत में ले लिया गया। किशोर की मां का कहना है कि पीजीआई थाने में उसके बेटे को कपड़े उतरवाकर बुरी तरह पीटा गया। रोते हुए उसने कहा कि यदि बेटे के साथ कुछ अनहोनी हुई तो वह आत्महत्या कर लेगी।

पुलिस ने अरोपों से किया इन्कार

उधर, पुलिस अधिकारियों ने आरोपों से इनकार किया है। इंस्पेक्टर सेवरही धीरेंद्र सिंह ने सफाई दी कि किशोर को केवल पूछताछ के लिए लाया गया था। उनके अनुसार, छात्रा घर से पांच लाख रुपये लेकर निकली थी और किशोर से संपर्क में थी। पिटाई करने के आरोप निराधार हैं। वर्तमान में पुलिस किशोर और छात्रा दोनों को लेकर कुशीनगर जा रही है।
प्रेमिका ने सहेली छात्रा को बहाने से बुलाया घर, प्रेमी ने किया दुष्कर्म, दोनों गिरफ्तार

लखनऊ । राजधानी के सआदतगंज इलाके से एक हैरान कर देने वाला मामला प्रकाश में आया जहां एक युवती ने अपनी ही सहेली को बहाने से बुलाकर उसके घर ले गई और वहां कुछ देर बाद प्रेमी आ धमका फिर उस युवती के साथ रेप किया। इतना ही नहीं, युवती ने रेप की वीडियो रिकॉर्डिंग भी मोबाइल में कैद कर ली। घबराई छात्रा जब घर पहुंची तो उसने घटना की जानकारी अपने परिजन को दी। इसके बाद मामले का खुलासा हुआ। सआदतगंज थाना क्षेत्र का है।

जबरदस्ती प्रेमी ने प्रेमिका की सहेली से किया दुष्कर्म

डालीगंज निवासी छात्रा ने बताया कि जंबूरखाना मछली मोहल्ला निवासी उसकी सहेली ने मंगलवार को फोन कर कैसरबाग बुलाया। मुलाकात के बाद उसे बहला-फुसलाकर अकबरी गेट अपने प्रेमी अली उर्फ मेहरान के घर ले गई। कुछ देर बाद अली वहां पहुंचा। छात्रा का आरोप है कि अली वहां पहुंचा और बोला कि अपनी सहेली से शारीरिक संबंध बनवाओ। छात्रा ने कहा ऐसा नहीं हो सकता। इस पर आरोपी महिला ने दबाव डालते हुए कहा कि मना मत करो, वर्ना जाने नहीं दिया जायेगा।

प्रेमिका ने अपनी सहेली का अश्लील वीडियो भी बना लिया

आरोप है कि अली ने धमकी देकर छात्रा से रेप किया। इस दौरान प्रेमिका ने अपनी सहेली का अश्लील वीडियो भी बना लिया। घटना के बाद छात्रा को ऑटो में बैठाकर घर भेज दिया। पीड़िता ने डरी-सहमी हालत में परिजनों को जानकारी दी। परिवार ने थाने में तहरीर दी है। इंस्पेक्टर सआदतगंज का का कहना है कि मुकदमा दर्ज करके दोनों आरोपियों को गिरफ्तार करके जेल भेज दिया गया है।
प्रदेश की फॉरेंसिक संरचना को ‘नई वैज्ञानिक शक्ति’ उपलब्ध कराने का माध्यम बनेगा एमओयू
- राज्य विधि विज्ञान प्रयोगशाला उ.प्र तथा सेंचुरियन विश्वविद्यालय ओडिशा में अहम समझौता ज्ञापन पर हुए हस्ताक्षर


- पुलिस मुख्यालय में आयोजित कार्यक्रम में पुलिस महानिदेशक राजीव कृष्णा की उपस्थिति में एमओयू पर हुए हस्ताक्षर*

लखनऊ। उत्तर प्रदेश को आधुनिक तकनीक से युक्त प्रदेश के तौर पर रूपांतरित कर रहे सीएम योगी का विजन धरातल पर उतरने लगा है। इसी कड़ी में, प्रदेश में फॉरेंसिक संरचना को भी नई वैज्ञानिक शक्ति प्रदान करने के उद्देश्य से शुक्रवार को एक बड़ी पहल हुई। पुलिस मुख्यालय में आयोजित कार्यक्रम में उ.प्र के पुलिस महानिदेशक राजीव कृष्णा की उपस्थिति में राज्य विधि विज्ञान प्रयोगशाला उ.प्र व सेंचुरियन विश्वविद्यालय ओडिशा के मध्य समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर हुआ। यह एमओयू कई मायनों में विशिष्ट होगा।
               यह सहयोग हाल ही में प्रदेश में शुरू की गई कई फॉरेंसिक पहलों को और गति देगा। उल्लेखनीय है कि नए आपराधिक कानूनों के अंतर्गत अब गंभीर अपराधों में फॉरेंसिक विशेषज्ञ का घटनास्थल पर पहुंचना अनिवार्य कर दिया गया है, जिससे सबूतों का वैज्ञानिक और सटीक संकलन सुनिश्चित हो रहा है।

पुलिस महानिदेशक (उ.प्र) राजीव कृष्णा ने इस एमओयू की सराहना करते हुए कहा कि यह ज्ञान-विनिमय, नवाचार और फॉरेंसिक क्षमता-वृद्धि की साझा प्रतिबद्धता को दर्शाता है। यह न केवल शैक्षणिक शोध को मज़बूत करेगा बल्कि प्रदेश की फॉरेंसिक संरचना को भी नई वैज्ञानिक शक्ति प्रदान करेगा। उनके अनुसार, यह पहल उत्तर प्रदेश को वैज्ञानिक अन्वेषण और फॉरेंसिक उत्कृष्टता के क्षेत्र में देश का अग्रणी राज्य बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।

अपर पुलिस महानिदेशक नवीन अरोरा (तकनीकी सेवाएं) ने बताया कि इस समझौता ज्ञापन के कई लाभ हैं। यह संयुक्त शिक्षण/प्रशिक्षण और अनुसंधान पहल, शोध सामग्री प्रकाशनों और पुस्तकालय संसाधनों का आदान-प्रदान, वैज्ञानिक उपकरणों/ सॉफ्टवेयर और प्रयोगशाला सुविधाओं का सदुपयोग, वैज्ञानिकों/शोधार्थियों के लिए सह-मार्गदर्शन के अवसर प्रदान करेगा। यह एमओयू छात्रों को तेजी से विकसित हो रहे फॉरेंसिक विज्ञान क्षेत्र में प्रतिस्पर्धात्मक बढ़त प्रदान करेगा, उनकी रोजगार क्षमता को बढ़ाएगा तथा अत्याधुनिक अनुसंधान को बढ़ावा देगा, जो देश भर में कानून प्रवर्तन और न्यायिक प्रणालियों का समर्थन करेगा। उल्लेखनीय है कि इसी महीने 75 अत्याधुनिक मोबाइल फॉरेन्सिक वैन का शुभारम्भ सीएम योगी द्वारा किया गया है। ये वैन डीएनए सैंपलिंग, फिंगरप्रिंट विश्लेषण, टॉक्सिकोलॉजी परीक्षण और अन्य आधुनिक सुविधाओं से सुसज्जित हैं। इससे प्रदेश में फॉरेंसिक-आधारित पुलिसिंग को नया आयाम मिला है।

सेंचुरियन विश्वविद्यालय, व्यावसायिक शिक्षा व प्रशिक्षण स्कूल को हाल ही में कौशल विकास एवं उद्यमिता मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा उत्कृष्टता केंद्र (सेंटर फॉर एक्सिलेंस) के रूप में अधिसूचित किया गया है, जो अब तक यह मान्यता प्राप्त करने वाला भारत का एकमात्र विश्वविद्यालय है। सेंचुरियन विश्वविद्यालय के प्रेसीडेंट, प्रोफेसर मुक्तिकान्त मिश्र ने कहा कि विधि विज्ञान प्रयोगशाला की फॉरेंसिक विशेषज्ञता के साथ हमारे शैक्षिक संसाधनों को संयोजित करके, हम छात्रों और शोधकर्ताओं को फॉरेंसिक विज्ञान तथा प्रौद्योगिकी में प्रगति में सार्थक योगदान देने के लिए सशक्त बनाएंगे।
             समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर के कार्यक्रम में अपर पुलिस महानिदेशक/पुलिस महानिदेशक के जनरल स्टाफ ऑफिसर, पुलिस उपमहानिरीक्षक, तकनीकी सेवायें मुख्यालय एवं प्रभारी निदेशक, विधि विज्ञान प्रयोगशाला उपस्थित रहे। साथ ही, सेंचुरियन विश्वविद्यालय, ओडिशा के प्रेसीडेंट, प्रोफेसर मुक्तिकान्त मिश्र, वॉयस चांसलर डॉ. सुप्रिया पटनायक, निदेशक मोनालिशा घोष एवं एसोसिएट डीन डॉ. रीना सी. झमतानी व अन्य उपस्थित रहे।


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उत्तर प्रदेश से ही है भारत दुनिया का सबसे बड़ा लोकतंत्र : योगी
- मुख्यमंत्री ने किया राज्य निर्वाचन आयोग के आधुनिक कार्यालय भवन का शिलान्यास


- 50 करोड़ की लागत से छह मंजिला भवन होगा अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस

- लोकतंत्र की जड़ों को मजबूत बनाने में निर्वाचन आयोग की भूमिका सबसे अहम

लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को अवध विहार योजना में उत्तर प्रदेश राज्य निर्वाचन आयोग के आधुनिक कार्यालय भवन का शिलान्यास किया। कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने कहा कि यह भवन पारदर्शी और सुव्यवस्थित निर्वाचन व्यवस्था को नई मजबूती देगा और लोकतांत्रिक प्रक्रिया को और अधिक सशक्त बनाएगा। करीब 50 करोड़ की लागत से बनने वाला यह भवन 2618.59 वर्ग मीटर क्षेत्रफल में फैला होगा और इसमें स्टिल्ट फ्लोर सहित कुल छह मंजिलें होंगी। भवन की सुरक्षा और सुविधा को ध्यान में रखते हुए छत पर 25,000 लीटर क्षमता का आरसीसी टैंक और भूमिगत स्तर पर एक लाख लीटर क्षमता का अंडरग्राउंड टैंक स्थापित किया जाएगा। इस अवसर पर सीएम योगी ने कहा कि जनता हमारे लिए केवल जतना नहीं बल्कि जनार्दन है। उन्होंने यह भी कहा कि उत्तर प्रदेश से ही भारत दुनिया का सबसे बड़ा लोकतंत्र है।
अपने संबोधन में मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि राज्य निर्वाचन आयोग का स्वयं का भवन होना लोकतंत्र की मजबूती की दिशा में एक ऐतिहासिक कदम है। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में पंचायत और स्थानीय निकाय चुनाव की विशाल प्रक्रिया को आयोग अब और बेहतर तरीके से संपन्न कर सकेगा। मुख्यमंत्री ने बताया कि त्रिस्तरीय पंचायत व्यवस्था में अकेले 12 करोड़ से अधिक मतदाता मतदान में भाग लेते हैं, जो किसी भी अन्य राज्य की कुल आबादी से अधिक है। उत्तर प्रदेश में वर्तमान में 57,600 ग्राम पंचायतें, 826 क्षेत्र पंचायतें और 75 जिला पंचायतें हैं। वहीं, 17 नगर निगम, 199 नगर पालिकाएं और 544 नगर पंचायतें भी हैं, जिनके साथ 14,000 से अधिक पार्षदों के चुनाव की जिम्मेदारी भी राज्य निर्वाचन आयोग ही निभाता है। मुख्यमंत्री ने कहा कि जब भारत को दुनिया का सबसे बड़ा लोकतंत्र कहा जाता है तो उसमें उत्तर प्रदेश की यह व्यापक चुनावी प्रक्रिया अहम भूमिका निभाती है।

योगी आदित्यनाथ ने लोकतंत्र की ताकत को रेखांकित करते हुए कहा कि जनता केवल मतदाता नहीं है बल्कि लोकतांत्रिक व्यवस्था की जनार्दन है। उसकी आवाज को सुनना और महत्व देना ही जनप्रतिनिधियों का दायित्व है। यदि कोई जनप्रतिनिधि जनता की अपेक्षाओं की अनदेखी करता है तो पांच साल बाद जनता उसे नकार देती है। यही लोकतंत्र की सबसे बड़ी शक्ति है और इसी व्यवस्था ने भारत को एक सशक्त राष्ट्र के रूप में खड़ा किया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्ष 2047 तक भारत को विकसित राष्ट्र बनाने का लक्ष्य रखा गया है और इसके लिए विकसित उत्तर प्रदेश की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि लोकतांत्रिक संस्थाओं और निर्वाचन व्यवस्था का मजबूत होना ही इस दिशा में सबसे बड़ी गारंटी है।

उन्होंने कहा कि अब तक राज्य निर्वाचन आयोग किराए के भवन से कामकाज कर रहा था, जिससे कई प्रकार की कठिनाइयां आती थीं, लेकिन अब नए भवन के निर्माण से आयोग को कामकाज में और गति मिलेगी। मुख्यमंत्री ने विश्वास जताया कि राजकीय निर्माण निगम 18 महीनों से भी कम समय में इस छह मंजिला आधुनिक भवन का निर्माण पूरा कर देगा। इसके बाद उत्तर प्रदेश देश के उन चुनिंदा राज्यों में शामिल होगा जिनके पास निर्वाचन आयोग का स्वयं का भवन होगा।

*नये भवन में होंगी ये सुविधाएं*
भवन की विशेषताओं की बात करें तो परिसर में रोड पाथवे, ओपन पार्किंग और रेन वाटर हार्वेस्टिंग की सुविधा उपलब्ध होगी। 25 के.एल.डी. क्षमता का सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट (एसटीपी) लगाया जाएगा। पूरे भवन में सुरक्षा के लिए सीसीटीवी सिस्टम होगा। कर्मचारियों और आगंतुकों की सुविधा के लिए 13 यात्री क्षमता वाली दो लिफ्ट और 8 यात्री क्षमता वाली एक लिफ्ट लगाई जाएगी। इसके साथ ही आंतरिक विद्युतीकरण और पावर वायरिंग की अत्याधुनिक व्यवस्था भी की जाएगी। यह भवन न केवल निर्वाचन आयोग के कामकाज को गति देगा बल्कि तकनीक और सुविधाओं से लैस होकर एक मॉडल ऑफिस के रूप में भी उदाहरण प्रस्तुत करेगा।

इस अवसर पर कैबिनेट मंत्री ओम प्रकाश राजभर, राज्य निर्वाचन आयुक्त राजन प्रताप सिंह, यूपी महिला आयोग की अध्यक्ष, एससी-एसटी आयोग की अध्यक्ष, पंचायती राज्य आयोग के अधिकारीगण और अन्य गणमान्य लोग मौजूद रहे।