भारत निर्वाचन आयोग (ECI) की पिछले 6 महीनों में 28 नई पहलें
पिछले छह महीनों में निर्वाचन आयोग ने चुनाव प्रक्रिया को और अधिक पारदर्शी, सुव्यवस्थित और सक्षम बनाने के लिए 28 महत्वपूर्ण पहलें की हैं।
A. सभी हितधारकों से संवाद
1. सर्वदलीय बैठकें – पूरे देश में 4,719 सर्वदलीय बैठकें आयोजित की गईं (CEO द्वारा 40, DEO द्वारा 800 और ERO द्वारा 3,879)। इनमें 28,000 से अधिक राजनीतिक दलों के प्रतिनिधि जुड़े।
2. राजनीतिक दलों के शीर्ष नेतृत्व के साथ बैठकें– आयोग ने राष्ट्रीय और क्षेत्रीय दलों के अध्यक्षों/वरिष्ठ नेताओं के साथ अब तक 20 बैठकें कीं।
B. निर्वाचन प्रणाली का सशक्तिकरण व शुद्धिकरण
3. पंजीकृत गैर मान्यता प्राप्त राजनीतिक दलों (RUPPs) को हटाना– 476 दलों की पहचान की गई; पहले चरण में 334 को हटा दिया गया।
4. 28 हितधारकों की भूमिका स्पष्ट – संविधान, जनप्रतिनिधित्व अधिनियम 1950 व 1951, एवं निर्वाचन नियमों के अनुरूप भूमिकाएं तय हुईं।
5. BLO का पहचान पत्र – फ़ील्ड में पारदर्शिता सुनिश्चित करने हेतु हर बूथ लेवल अधिकारी को मानक फोटो पहचान पत्र जारी किया गया।
6. EVM माइक्रोकंट्रोलर जांच – परिणाम घोषित होने के बाद 5% EVM की तकनीकी जांच हेतु SOP जारी किया गया।
7. कानूनी परामर्शदाताओं और CEOs का राष्ट्रीय सम्मेलन– आयोग की कानूनी प्रणाली को मजबूत करने के लिए लिया गया यह कदम।
8. विदेशी चुनाव प्रबंधन निकायों से द्विपक्षीय बैठकें – CEC ज्ञानेश कुमार ने जून 2025 में IDEA स्टॉकहोम कॉन्फ्रेंस में भाग लेकर विभिन्न देशों के प्रमुखों से लोकतांत्रिक सहयोग पर चर्चा की।
C. प्रौद्योगिकी का उपयोग बढ़ाना
9. डिजिटल प्लेटफ़ॉर्म – ECINET – 40+ ऐप/वेबसाइट को मिलाकर एक ही पोर्टल बनाया गया।
10. 100% वेबकास्टिंग– हर मतदान केंद्र पर लाइव निगरानी।
11. रियल-टाइम मतदान प्रतिशत अपडेट – मतदान दिवस पर प्रत्येक 2 घंटे में जानकारी अपलोड करने का निर्देश।
12. डिजिटल इंडेक्स कार्ड व रिपोर्ट– निर्वाचन से जुड़ा डेटा सभी के लिए आसान उपलब्धता हेतु।
13. VVPAT पर्चियों की अनिवार्य गिनती (मिलान न होने पर) – फॉर्म 17C और EVM डेटा में अंतर होने पर हर बार VVPAT गिनती होगी।
D. निर्वाचक नामावली की शुद्धता
14. बिहार में विशेष संशोधित अभियान– नामावली शुद्धिकरण हेतु।
15. उपचुनावों से पूर्व विशेष संक्षिप्त संशोधन– लगभग 20 वर्षों में पहली बार।
16. मृत्यु पंजीकरण डेटा का लिंक – मृत व्यक्तियों के नाम समय पर हटाने हेतु।
17. अद्वितीय EPIC नंबर– एक ही नंबर से कई लोगों के नाम हटाए गए।
18. EPIC शीघ्र वितरण – अब 15 दिन के भीतर नया या संशोधित EPIC उपलब्ध होगा; SMS द्वारा स्थिति की सूचना भी मिलेगी।
E. मतदान की सहजता
19. मोबाइल जमा सुविधा– मतदान केंद्रों के बाहर काउंटर।
20. प्रति केंद्र अधिकतम 1,200 मतदाता– भीड़ कम करने के लिए।
21. अधिक स्पष्ट मतदाता सूचना पर्ची (VIS)– क्रमांक और भाग संख्या बड़े अक्षरों में।
22. उम्मीदवारों के बूथों की अनुमति – मतदान केंद्र के 100 मीटर से बाहर ही बूथ लग सकेंगे।
F. क्षमता निर्माण
23. IIIDEM में विशेष प्रशिक्षण– 7,000 से अधिक BLO और सुपरवाइज़र प्रशिक्षित।
24. प्रतिनियुक्त अधिकारियों का मानदेय बढ़ाया – BLO का भुगतान दोगुना किया गया; ERO/AERO को पहली बार पारिश्रमिक व सभी को अतिरिक्त सुविधा।
25. राजनीतिक दलों द्वारा नामित बूथ लेवल एजेंट (BLA) का प्रशिक्षण– बिहार, तमिलनाडु व पुदुच्चेरी में प्रशिक्षण आयोजित।
26. मीडिया एवं संचार अधिकारियों का प्रशिक्षण – चुनाव संबंधी संवाद को मजबूत करने हेतु।
27. पुलिस अधिकारियों का प्रशिक्षण – बिहार पुलिस के लिए विशेष सत्र।
28. आंतरिक व्यवस्था सुदृढ़ करना– बायोमेट्रिक हाज़िरी, ई-ऑफ़िस व्यवस्था और IIIDEM में स्थानांतरण।
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Aug 19 2025, 20:11