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बाबा सिद्दीकी हत्याकांड: मुंबई पुलिस ने 26 गिरफ्तार आरोपियों के खिलाफ सख्त 'MCOCA' लगाया

#mumbaipoliceinvokesstringmentmcocaagainst26arrestedinbabasidqqui_case

एनसीपी नेता बाबा सिद्दीकी की हत्या के मामले में ताजा घटनाक्रम में, मुंबई पुलिस ने शनिवार को आरोपियों के खिलाफ महाराष्ट्र संगठित अपराध नियंत्रण अधिनियम (मकोका) लगाया। 12 अक्टूबर को, सिद्दीकी की मुंबई के निर्मल नगर इलाके में उनके बेटे विधायक जीशान सिद्दीकी के कार्यालय के बाहर तीन हमलावरों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी। लॉरेंस बिश्नोई गिरोह ने हत्या की जिम्मेदारी ली है। पुलिस ने इस मामले में अब तक 26 लोगों को गिरफ्तार किया है, जबकि तीन और लोगों को अभी गिरफ्तार किया जाना है।

मकोका क्या है?

महाराष्ट्र संगठित अपराध नियंत्रण अधिनियम, 1999, "संगठित अपराध सिंडिकेट या गिरोह द्वारा आपराधिक गतिविधि की रोकथाम और नियंत्रण तथा उससे निपटने और उससे जुड़े या उसके आकस्मिक मामलों के लिए विशेष प्रावधान करने के लिए" एक अधिनियम है। यह अधिनियम, जो पूरे महाराष्ट्र राज्य पर लागू होता है, 24 फरवरी, 2024 को लागू हुआ। अधिनियम में कहा गया है कि यदि कोई व्यक्ति संगठित अपराध का अपराध करता है और यदि ऐसे कृत्य के परिणामस्वरूप किसी व्यक्ति की मृत्यु हो जाती है, तो आरोपी को मृत्युदंड या आजीवन कारावास की सजा दी जाएगी और जुर्माना भी देना होगा। किसी अन्य मामले में, आरोपी को कम से कम पांच साल की कैद की सजा दी जा सकती है, लेकिन यह आजीवन कारावास तक बढ़ सकती है और जुर्माना भी देना होगा

मुंबई पुलिस की जांच

पुलिस ने कहा कि एनसीपी नेता की हत्या की जांच में पता चला है कि मुख्य संदिग्ध आकाशदीप गिल ने मुख्य साजिशकर्ताओं से संवाद करने के लिए एक मजदूर के मोबाइल इंटरनेट हॉटस्पॉट का इस्तेमाल किया था, जिसमें मास्टरमाइंड अनमोल बिश्नोई भी शामिल है। पंजाब से गिरफ्तार किए गए गिल को अनमोल द्वारा रची गई बाबा सिद्दीकी की हत्या की साजिश में रसद समन्वयक पाया गया। एएनआई ने मुंबई क्राइम ब्रांच के हवाले से बताया, "बाबा सिद्दीकी हत्याकांड में एक महत्वपूर्ण घटनाक्रम में, पंजाब के फाजिल्का से गिरफ्तार आकाशदीप गिल ने पूछताछ के दौरान खुलासा किया कि कैसे उसने एक मजदूर के मोबाइल हॉटस्पॉट का इस्तेमाल करके मुख्य साजिशकर्ताओं से संपर्क किया। पुलिस की नजर से बचने के लिए इस तरीके का इस्तेमाल किया गया।" उन्होंने आगे कहा कि गिल ने मजदूर बलविंदर के हॉटस्पॉट का इस्तेमाल करने की बात स्वीकार की, जिससे वह ऑफ़लाइन दिखाई दे सके और ट्रैक होने से बच सके। 

अधिकारियों ने कहा कि क्राइम ब्रांच गिल के मोबाइल फोन की तलाश कर रही है, जो इस मामले में एक महत्वपूर्ण सबूत हो सकता है। सिद्दीकी की हत्या के मामले में एक आरोपी और शूटर शिव कुमार को चार अन्य आरोपियों के साथ 12 नवंबर को स्थानीय अदालत ने पुलिस हिरासत में भेज दिया था। कुमार और अन्य चार आरोपियों को उत्तर प्रदेश स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) और मुंबई क्राइम ब्रांच की संयुक्त टीम ने 10 नवंबर को यूपी के बहराइच के नानपारा इलाके से गिरफ्तार किया था। हत्या के लिए फंडिंग करने के आरोपी सलमान वोहरा को भी पुलिस ने गिरफ्तार किया है। मुंबई क्राइम ब्रांच के एक वरिष्ठ अधिकारी से मिली जानकारी के अनुसार, बाबा सिद्दीकी लॉरेंस बिश्नोई गिरोह के रडार पर भी था।

"A Global Affair: Hon. Consul General of Malaysia Joins The Lalit Mumbai’s Iconic Cake Mixing Celebration."

Mumbai, 15th November 2024: The LaLiT Mumbai brought festive cheer to life with its much-awaited "Cake Mixing Ceremony," a traditional celebration marking the arrival of the Christmas season. This grand event was a perfect blend of tradition, luxury, and camaraderie, attended by an illustrious guest list that elevated the evening into an unforgettable experience.

The event saw the gracious presence of Ms. Noriah Jaafar, Director of Tourism Malaysia Mumbai; Mr. T. Ediwanto T. Eddie, Deputy Director of Tourism Malaysia Mumbai; and Mr. A. Zuwairi Yusoff, Honorable Consul General of Malaysia in Mumbai. Their participation emphasized the event’s cultural significance and global appeal.

The LaLiT Mumbai’s General Manager, Mr. Davinder Besoya, warmly welcomed all guests, including renowned influencer Rajveer Singh, fondly known as RV, alongside prominent content creators Munawar Karbelkar and Richa Gautam. The trio shared their admiration for the meticulous organization and joyful atmosphere of the ceremony, terming it “Mumbai’s finest cake-mixing celebration.”

Among other esteemed attendees were Hindustan Times Senior Content Producer, Ms. Shweta Sunny; LIVA Miss Diva Supranational India 2020, Ms. Aavriti Choudhary; and Farzana Gandhi from the Western India Culinary Association (WICA) & Parvati Khan (Bollywood singer). Each guest immersed themselves in the celebration, exchanging lively conversations and smiles under the charismatic hosting of Mr. Vishal Dudeja, Manager PR & MARCOM at The LaLiT Mumbai.

The ceremony, steeped in tradition, harks back to a rich history of marking the harvest season, where fruits and nuts were preserved for the iconic Christmas fruitcake. Guests enthusiastically participated in mixing over 200 kilograms of ingredients in a grand container, creating a vibrant and joyous scene as spirits and spices were poured to perfection under the guidance of Executive Pastry Chef Andaleeb and PR & MARCOM Manager, Vishal Dudeja.

A guest from Malaysia encapsulated the spirit of the evening by stating, "Cake mixing is more than just a ceremony; it’s a celebration, and The LaLiT does it with unmatched grace."

Roshan Kamble and Wanda Hendricks beautifully captured every cherished moment, ensuring the evening’s warmth and grandeur were forever immortalized. The event concluded with an exquisite spread of appetizers, desserts, and beverages, leaving attendees in awe of the unparalleled culinary experience.

With over four decades of excellence, The Lalit Suri Hospitality Group continues to redefine hospitality, and this cake-mixing ceremony reaffirmed its commitment to creating extraordinary experiences.

For reservations, contact +91 99876 03127 or visit www.thelalit.com.

For media inquiries on this platform, reach out at +917710030004.

एक बार फिर बेनकाब हुआ पाकिस्तान, मुंबई हमले के मास्‍टर माइंड लखवी का पार्क में कसरत करते वीडियो वायरल

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मुंबई हमले के मास्टरमाइंड जकी उर रहमान लखवी पर एक तरफ पाकिस्तान पूरी दुनिया के सामने ये झूठ फैला रहा है की लखवी 2021 से पाकिस्तान की जेल में बंद है। हालांकि, अब पाकिस्तान के झूठ पर से एक बार फिर पर्दा उठ गया है। पड़ोसी देश ने अपनी हरकतों से साबित कर दिया है कि पाकिस्तान आतंकियो का पनाहगार है। दरअसल, मुंबई हमले के मास्टरमाइंड और लश्कर-ए-तैयबा के ऑपरेशन कमांडर जकी-उर-रहमान लखवी का एक वीडियो सामने आया है, जिसमें वह पार्क में खुलेआम एक्सरसाइज करते देखा जा सकता है।

सोशल मीडिया पर उसके कई वीडियो वायरल हुए है, जिसमें एक वीडियो में वो एक पार्क में आसानी से जिम सेशन में हिस्सा ले रहा है। हालांकि, वीडियो की सही जगह और तारीख के बारे में अभी तक स्पष्ट नहीं है। कुल 3 मिनट 9 सेकंड की इस वीडियो में जकी उर रहमान लखवी एक इवेंट में पश अप कर कर रहा है, डम्बल उठा रहा है और कार्यक्रम का होस्ट लखवी की पहचान लोगों से अबु वासी के रूप में करवाते हुए बता रहा है कि उसने कभी नहीं देखा कि एक 63 साल का व्यक्ति इतना फिट और फुर्तीला हो सकता है

वहीं जकी-उर-रहमान लखवी को लेकर कई मीडिया रिपोर्ट्स में ये भी दावा किया गया है कि उसने अपना लुक बदल लिया है।इससे पहले आतंकी जकी-उर-रहमान लखवी को इस्लामाबाद कोर्ट में देखा गया था, तब उसे लंबी दाढ़ी में देखा गया था।

अमेरिका और संयुक्त राष्ट्र भी लखवी को आतंकी घोषित कर चुका

26/11 मुंबई हमले का मास्टरमाइंड लखवी ना सिर्फ भारत में प्रतिबंधित आतंकी है बल्कि अमेरिका और संयुक्त राष्ट्र भी लखवी को आतंकी घोषित कर चुका है। ऐसे में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपनी साख सुधारने और फाइनेंशियल एक्शन टास्क फोर्स (एफएटीएफ) की ग्रे लिस्ट से बचने के लिए पाकिस्तान ने पूरी दुनिया के सामने साल 2021 में जकी उर रहमान लखवी को 15 साल की कैद की सजा सुनाई थी।कथित तौर पर पाकिस्तान की जेल से बाहर है। दुनिया की आंखों में धूल झोंकते हुए वह मजे से जेल के बाहर अपने सारे काम कर रहा है।

मुंबई हमले में मारे गए थे 160 लोग

भारत ने लखवी पर 2008 के मुंबई आतंकी हमले की साजिश रचने का आरोप लगाया था। इस हमले में कम से कम 160 लोग मारे गए थे। हालांकि, पाकिस्तान ने लंबे समय तक लखवी की मुंबई हमलों में संलिप्तता से इनकार किया था।कई मौके पर भारत ने पाकिस्तान लश्कर-ए-तैयबा के ऑपरेशन कमांडर को प्रत्यर्पित करने के लिए कहा, लेकिन पाकिस्तान ने अब तक कहा है कि वह मुंबई हमलों से जुड़े पाए जाने वाले अपने किसी भी नागरिक को भारत को नहीं सौंपेगा। इस्लामाबाद की तरफ से ये भी कहा गया है कि ऐसे व्यक्तियों पर पाकिस्तानी कानूनों के तहत मुकदमा चलाया जाएगा।

तालिबान ने मुंबई में नियुक्त किया अपना “राजदूत”, मान्यता नहीं...फिर कैसे हो रही नियुक्ति?
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* तालिबान सरकार ने इकरामुद्दीन कामिल को मुंबई में अफगान मिशन में कार्यवाहक काउंसल के रूप में नियुक्त किया है। अफगान मीडिया के अनुसार, यह भारत में किसी अफगान मिशन के लिए तालिबान द्वारा की गई पहली ऐसी नियुक्ति है।तालिबान के कंट्रोल वाली अफगान न्यूज एजेंसी बख्तर न्यूज एजेंसी ने सूत्रों के हवाले से कहा है कि अफगानिस्तान के विदेश मंत्रालय ने इकरामुद्दीन कामिल नाम के एक शख्स की मुंबई काउंसुलेट में नियुक्ति की है। इस नियुक्ति की खबर तब आ रही है जब बीते हफ्ते काबुल में तालिबान के कार्यवाहक रक्षा मंत्री मुल्ला मुहम्मद याकूब से भारतीय अधिकारियों की मुलाकात की थी। रिपोर्ट के अनुसार, कामिल वर्तमान में मुंबई में हैं और इस्लामी अमीरात का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं। कामिल का अफगानिस्तान के विदेश मंत्रालय में महत्वपूर्ण अनुभव रहा है, जहां उन्होंने सुरक्षा सहयोग और सीमा मामलों के विभाग में उप निदेशक के रूप में कार्य किया है। अंतरराष्ट्रीय कानून में पीएचडी धारक कामिल से अब मुंबई में अफगान नागरिकों के लिए काउंसलर सेवाएं सुगम बनाने और भारत में अफगानिस्तान के हितों का प्रतिनिधित्व करने की अपेक्षा की जा रही है। भारत ने अभी तक इस मुद्दे पर आधिकारिक रूप से कोई प्रतिक्रिया भी नहीं दी है। मामले की जानकारी रखने वालों ने बताया कि विदेश मंत्रालय (एमईए) की स्‍कॉलरशिप पर भारत में सात साल तक अध्ययन करने वाले कामिल ने वाणिज्य दूतावास में “राजनयिक” के रूप में काम करने पर सहमति जताई है। हालांकि उनका स्‍टेटस फिलहाल भारत में अफगानों के लिए काम करने वाले एक अफगान नागरिक का ही है। कामिल की नियुक्ति ऐसे समय पर हुई है जब भारत और तालिबान सरकार के बीच संवाद का दौर जारी है। हाल ही में भारत के विदेश मंत्रालय के अफगानिस्तान मामलों के प्रमुख ने काबुल में तालिबान के कार्यवाहक रक्षा मंत्री मुल्ला मोहम्मद याकूब से मुलाकात की थी। तालिबान के उप विदेश मंत्री शेर मोहम्मद अब्बास स्तानिकजई ने भी कामिल की नियुक्ति को लेकर सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट किया, जिससे दोनों देशों के बीच बढ़ते संपर्क की झलक मिलती है। काबुल का यह कदम भारत के साथ अपने राजनयिक संबंधों को मजबूत करने और अपनी उपस्थिति बढ़ाने के प्रयास का हिस्सा माना जा रहा है। इकरामुद्दीन कामिल की नियुक्ति भारत और तालिबान के बीच एक नया संपर्क स्थापित करने का प्रयास हो सकती है। तालिबान सरकार के साथ भारत की यह बढ़ती निकटता भारत की विदेश नीति में एक बदलाव का संकेत देती है। तालिबान के इस फैसले से भारत के पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान को मिर्ची लग सकती है, क्योंकि उसके तालिबानी सरकार और भारत के साथ रिश्ते सामान्य नहीं है। इसके अलावा पाकिस्तान हमेशा तालिबान पर आतंक फैलाने का आरोप लगाता रहता है।
तालिबान ने मुंबई में नियुक्त किया अपना “राजदूत”, मान्यता नहीं...फिर कैसे हो रही नियुक्ति?

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तालिबान सरकार ने इकरामुद्दीन कामिल को मुंबई में अफगान मिशन में कार्यवाहक काउंसल के रूप में नियुक्त किया है। अफगान मीडिया के अनुसार, यह भारत में किसी अफगान मिशन के लिए तालिबान द्वारा की गई पहली ऐसी नियुक्ति है।तालिबान के कंट्रोल वाली अफगान न्यूज एजेंसी बख्तर न्यूज एजेंसी ने सूत्रों के हवाले से कहा है कि अफगानिस्तान के विदेश मंत्रालय ने इकरामुद्दीन कामिल नाम के एक शख्स की मुंबई काउंसुलेट में नियुक्ति की है। इस नियुक्ति की खबर तब आ रही है जब बीते हफ्ते काबुल में तालिबान के कार्यवाहक रक्षा मंत्री मुल्ला मुहम्मद याकूब से भारतीय अधिकारियों की मुलाकात की थी।

रिपोर्ट के अनुसार, कामिल वर्तमान में मुंबई में हैं और इस्लामी अमीरात का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं। कामिल का अफगानिस्तान के विदेश मंत्रालय में महत्वपूर्ण अनुभव रहा है, जहां उन्होंने सुरक्षा सहयोग और सीमा मामलों के विभाग में उप निदेशक के रूप में कार्य किया है। अंतरराष्ट्रीय कानून में पीएचडी धारक कामिल से अब मुंबई में अफगान नागरिकों के लिए काउंसलर सेवाएं सुगम बनाने और भारत में अफगानिस्तान के हितों का प्रतिनिधित्व करने की अपेक्षा की जा रही है।

भारत ने अभी तक इस मुद्दे पर आधिकारिक रूप से कोई प्रतिक्रिया भी नहीं दी है। मामले की जानकारी रखने वालों ने बताया कि विदेश मंत्रालय (एमईए) की स्‍कॉलरशिप पर भारत में सात साल तक अध्ययन करने वाले कामिल ने वाणिज्य दूतावास में “राजनयिक” के रूप में काम करने पर सहमति जताई है। हालांकि उनका स्‍टेटस फिलहाल भारत में अफगानों के लिए काम करने वाले एक अफगान नागरिक का ही है।

कामिल की नियुक्ति ऐसे समय पर हुई है जब भारत और तालिबान सरकार के बीच संवाद का दौर जारी है। हाल ही में भारत के विदेश मंत्रालय के अफगानिस्तान मामलों के प्रमुख ने काबुल में तालिबान के कार्यवाहक रक्षा मंत्री मुल्ला मोहम्मद याकूब से मुलाकात की थी। तालिबान के उप विदेश मंत्री शेर मोहम्मद अब्बास स्तानिकजई ने भी कामिल की नियुक्ति को लेकर सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट किया, जिससे दोनों देशों के बीच बढ़ते संपर्क की झलक मिलती है।

काबुल का यह कदम भारत के साथ अपने राजनयिक संबंधों को मजबूत करने और अपनी उपस्थिति बढ़ाने के प्रयास का हिस्सा माना जा रहा है। इकरामुद्दीन कामिल की नियुक्ति भारत और तालिबान के बीच एक नया संपर्क स्थापित करने का प्रयास हो सकती है। तालिबान सरकार के साथ भारत की यह बढ़ती निकटता भारत की विदेश नीति में एक बदलाव का संकेत देती है। तालिबान के इस फैसले से भारत के पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान को मिर्ची लग सकती है, क्योंकि उसके तालिबानी सरकार और भारत के साथ रिश्ते सामान्य नहीं है। इसके अलावा पाकिस्तान हमेशा तालिबान पर आतंक फैलाने का आरोप लगाता रहता है।

జెత్వానీ కేసు.. సుప్రీంను ఆశ్రయించిన విద్యాసాగర్

ముంబై నటి కాదంబరి జెత్వానీ వ్యవహారంలో ప్రధాన నిందితుడు కుక్కల విద్యాసాగర్ సుప్రీంకోర్టులో పిటిషన్‌ వేశారు. ఏపీ హైకోర్టు ఇచ్చిన తీర్పును సవాల్‌ చేస్తూ సుప్రీంలో విద్యాసాగర్ పిటిషన్ దాఖలు చేశారు. ఈ పిటిషన్‌పై జస్టిస్‌ ఎంఎం సుందరేష్‌, జస్టిస్‌ అరవింద్‌ కుమార్‌ల ధర్మాసనం విచారణ జరిపింది.

ముంబై నటి కాదంబరి జెత్వానీ (Mumbai Actress Jethwani) వ్యవహారంలో ప్రధాన నిందితుడు కుక్కల విద్యాసాగర్ సుప్రీంకోర్టును (Supreme Court) ఆశ్రయించారు. తన అరెస్టును సమర్ధిస్తూ... ఆంధ్రప్రదేశ్‌ హైకోర్టు గత నెల 10న ఇచ్చిన తీర్పును సుప్రీంలో విద్యాసాగర్ సవాల్ చేశారు. విద్యాసాగర్‌ పిటిషన్‌పై జస్టిస్‌ ఎంఎం సుందరేష్‌, జస్టిస్‌ అరవింద్‌ కుమార్‌ల ధర్మాసనం విచారణ జరిపింది. ట్రయల్‌ కోర్టులో ఇప్పటికే బెయిల్‌ అప్లికేషన్‌ దాఖలు చేసినట్లు సుప్రీంకోర్టుకు విద్యాసాగర్‌ తరపు న్యాయవాదులు చెప్పారు. బెయిల్‌ అప్లికేషన్‌పై త్వరగా నిర్ణయం తీసుకునేలా ఆదేశాలు జారీ చేయాలని విద్యాసాగర్ న్యాయవాదులు విజ్ఞప్తి చేశారు. మూడు వారాల్లో బెయిల్‌ అప్లికేషన్‌పై నిర్ణయం తీసుకోవాలని లోయర్‌ కోర్టుకు ధర్మాసనం మార్గదర్శకాలు ఇచ్చింది. అలాగే ప్రతివాదులకు సుప్రీం ధర్మాసనం నోటీసులు జారీ చేసింది.

నటి జెత్వానీ ఇచ్చిన ఫిర్యాదు ఆధారంగా నమోదైన కేసులో విజయవాడ కోర్టు ఇచ్చిన రిమాండ్ ఉత్తర్వులను గతంలో హైకోర్టులో విద్యాసాగర్ సవాల్ చేయగా.. అక్కడ ఆయనకు ఎదురుదెబ్బ తగిలిన విషయం తెలిసిందే. కుక్కల విద్యాసాగర్ అరెస్టు విషయంలో జోక్యానికి హైకోర్టు నిరాకరించింది. ‘‘పిటిషనర్‌ అరెస్టు విషయంలో చట్టం నిర్దేశించిన మార్గదర్శకాలను పోలీసులు అనుసరించలేదు.. అరెస్టుకు కారణాలను ఆయనకు వివరించలేదు. బంధువులకు తెలియజేయలేదు. అరెస్టుకు కారణాలను రిమాండ్‌కు ముందు ఆయనకు అందజేశారు. రిమాండ్‌ ఆర్డర్‌లో కూడా వీటి ప్రస్తావన లేదు.. అందుచేత రిమాండ్‌ ఉత్తర్వులు చెల్లుబాటు కావని, వాటిని కొట్టివేయాలి’’ అంటూ విద్యాసాగర్ తరపు న్యాయవాది కోర్టును కోరారు. అయితే కుక్కల విద్యాసాగర్‌ను అరెస్టు చేసే సమయంలో పోలీసులు చట్టనిబంధనల ప్రకారమే నడుచుకున్నారని అడ్వకేట్ జనరల్ కోర్టుకు తెలిపారు. అరెస్టు చేసేటప్పుడు నిందితుడిపై ఎవరు ఫిర్యాదు చేశారు.. ఏ కారణంతో అరెస్టు చేస్తున్నామో వారు వివరించారని.. అరెస్టు చేస్తున్న విషయాన్ని ఆయన స్నేహితుడికి కూడా తెలియపరిచారని వివరించారు. అరెస్టుకు కారణాలు చెప్పలేదని, పోలీసులు చట్టనిబంధనలు అనుసరించనందున రిమాండ్‌ ఉత్తర్వులు చెల్లుబాటు కావన్న విద్యాసాగర్‌ వాదనలో అర్థం లేదని ఏజీ తెలిపారు. వాదనలు ముగిసిన అనంతరం విద్యాసాగర్ పిటిషన్‌ను కొట్టివేస్తూ హైకోర్టు తీర్పునిచ్చింది.

మరోవైపు నటి జెత్వానీ కేసులో సీఐడీ విచారణకు కూడా ప్రారంభమైంది. ఈకేసును సీఐడీకి అప్పగిస్తూ రాష్ట్ర ప్రభుత్వం నిర్ణయం తీసుకుంది. ఈ కేసులో డీజీపీ, ఐజీ, డీఐజీ ర్యాంక్ అధికారులు ఉన్న నేపథ్యంలో వీరందరినీ విచారించాలంటే సీఐడీ అప్పగించడమే సమంజసమని సర్కార్ భావించింది. దీంతో సీఐడీ అధికారులు తమ పనిని మొదలుపెట్టారు. ముందుగా ఇబ్రహీంపట్నం పోలీస్ స్టేషన్ నుంచి రికార్డులను సీఐడీ అధికారులు స్వాధీనం చేసుకున్నారు. అలాగే మొదటి రోజు విచారణలో భాగంగా జెత్వానీ, ఆమె తల్లిదండ్రుల స్టేట్‌మెంట్‌ను సీఐడీ అధికారులు రికార్డు చేశారు.

महाराष्ट्र विधानसभा चुनावः वर्ली में जोरदार होगा “वॉर”, आदित्य ठाकरे के खिलाफ शिंदे का 'देवड़ा दांव' कितना होगा कामयाब?

#milinddeoravsadityathakcrayinmumbaiworliseat 

महाराष्ट्र की 288 सीटों के लिए 20 नवंबर को चुनाव होने हैं। असली-नकली शिवसेना की लड़ाई के लिहाज से निर्णायक माने जा रहे महाराष्ट्र चुनाव में वर्ली की फाइट रोचक हो गई है। शिवसेना यूबीटी और एकनाथ शिंदे की शिवसेना के बीच फाइट में किसी सीट की सबसे अधिक चर्चा हो रही है, वह है वर्ली सीट। वर्ली सीट अब प्रदेश की हॉट सीट बन चुकी है। इसकी वजह है आदित्य ठाकरे और मिलिंद देवड़ा का चुनाव मैदान में मने सामने होना।वर्ली सीट से आदित्य ठाकरे के खिलाफ शिंदे की शिवसेना ने मिलिंद देवड़ा को उम्मीदवार बनाया है।

शिवसेना यूबीटी और एकनाथ शिंदे की शिवसेना के बीच वैसे तो कई सीटों पर सीधा मुकाबला है, लेकिन वर्ली सीट की फाइट इसलिए भी खास है क्योंकि यहां से उद्धव ठाकरे के पुत्र आदित्य ठाकरे खुद चुनाव मैदान में हैं जिनके सामने शिंदे की सेना ने पूर्व केंद्रीय मंत्री और राज्यसभा सांसद मिलिंद देवड़ा को उतारा है। ऐसे में अब चर्चा इस बात की हो रही है आदित्य ठाकरे के सामने शिंदे गुट ने मिलिंद देवड़ा को प्रत्याशी क्यों बनाया है?

एकनाथ शिंदे का मास्टर स्ट्रोक

बता दें कि मिलिंद देवड़ा दक्षिण मुंबई से सांसद रह चुके हैं। वहीं वर्ली सीट भी दक्षिण मुंबई के अतंर्गत ही आती है, जिसे देवड़ा परिवार का गढ़ माना जाता है। लोकसभा चुनाव के दौरान भी देवड़ा इस सीट के प्रभारी थे।शिंदे ने मिलिंद देवड़ा को उतारकर पार्टी को परसेप्शन की लड़ाई में सबसे आगे कर दिया है। पार्टी ने लोगों को यह मैसेज देने की कोशिश की है कि वह किसी से कम नहीं है।शिंदे इस कदम के जरिए यह सियासी मैसेज देने में सफल रहे कि उनके पास भी अनुभवी नेताओं की कमी नहीं है।

वर्ली सीट पर शिंदे ने मजबूत उम्मीदवार उतारकर एनसीपी और शिवसना को एक सीट पर उलझाने की रणनीति बनाई है। वर्ली सीट पर अनुभवी और वरिष्ठ नेता को प्रत्याशी बनाए जाने पर अब ठाकरे परिवार का पूरा ध्यान वर्ली सीट पर रहेगा। कोंकण शिवसेना का गढ़ रहा है। इसमें मुंबई और ठाणे भी आते हैं। इसका फायदा शिंदे की पार्टी को अन्य सीटों पर मिलेगा। वह उद्धव की तुलना में और ज्यादा मजबूती से चुनाव मैदान में उतरेगी।

वर्ली सीट शिवसेना का गढ़

मुंबई की वर्ली सीट शिवसेना का गढ़ मानी जाती है। मुंबई की इस सीट पर उद्धव ठाकरे के बेटे आदित्य ठाकरे अभी विधायक हैं।2019 के चुनावों में आदित्य ठाकरे बड़े अंतर से जीते थे। तब उन्होंने राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के उम्मीदवार सुरेश माने को 67 हजार वोटों के अंतर से पराजित किया था। देवड़ा की एंट्री से पहले तक आदित्य ठाकरे का पलड़ा भारी था। अब इस सीट रोचक लड़ाई होगी।अब देखना है कि वर्ली सीट जाे शिवसेना का गढ़ है। वहां पर चुनाव में किसे जीत मिलती है? देवड़ा को वर्ली से उतारकर एकनाथ शिंदे ने यह साफ कर दिया है कि वह हर सीट को सीरियसली ले रहे हैं।

ताइवान ने मुंबई में खोला कॉन्सुलेट तो चीन को लग गई मिर्ची, जानें क्या कहा?

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भारत और चीन आपसी रिश्तों को संभालने की लाख कोशिश कर लेकिन जो सच्चाई है वो किसी से छुपी नहीं है। अपने पड़ोसियों के मामलों में अपनी नाक अड़ाने वाले चीन ने ताइवान को लेकर भारत को नसीहत दी है।चीन ने भारत से ताइवान के मामलों को "विवेकपूर्ण तरीके से" संभालने की सलाह दी है। साथ ही इस बात पर जोर दिया कि नई दिल्ली को ऐसी कार्रवाइयों से बचना चाहिए जो चीन-भारत संबंधों को प्रभावित कर सकती हैं। दरअसल, ड्रैगन को ये तिममिलाहट मुंबई में ताइवान के ताइपे आर्थिक और सांस्कृतिक केंद्र (टीईसीसी) के नए कार्यालय को लेकर हुई हैं।

ताइवान ने भारत की धरती पर एक नया वााणिज्‍य दूतावास खोला है। यह बात चीन को नागवार गुजरी है। ताइवन के भारत में वाणिज्‍य दूतावास पहले से ही दिल्‍ली और चेन्‍नई में मौजूद हैं। भारत और ताइवान की बढ़ती नजदीकियों से चीन ने कड़वाहट “उगली” है। अब भारत के इस मित्र देश ने अपना नया दूतावास देश की आर्थिक राजधानी यानी मुंबई में खोला है। इसके बाद चीन की तरफ से कहा गया कि ताइवान के मामलों को भारत विवेकपूर्ण तरीके से डील करे।

चीन के प्रवक्‍ता ने क्‍या कहा?

चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता माओ निंग ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कहा कि चीन बीजिंग के साथ राजनयिक संबंध रखने वाले देशों द्वारा ताइवान के साथ किसी भी तरह के आधिकारिक संपर्क का विरोध करता है। “चीन ने भारतीय पक्ष के समक्ष गंभीर प्रतिनिधित्व दर्ज कराया है। वन चाइना पॉलिसी भारतीय पक्ष द्वारा की गई एक गंभीर राजनीतिक प्रतिबद्धता और चीन-भारत संबंधों की राजनीतिक नींव है। चीन भारत से आग्रह करता है कि वह अपनी प्रतिबद्धताओं का सख्ती से पालन करे, ताइवान से संबंधित मुद्दों को विवेकपूर्ण और उचित तरीके से संभाले और ताइवान के साथ किसी भी प्रकार का आधिकारिक आदान-प्रदान करने से परहेज करे।”

ताइवान को चीन अपना क्षेत्र मानता है

बता दें कि ताइवान को चीन अपना क्षेत्र मानता है। हाल ही में ड्रैगन ने इस द्वीप के आसपास युद्धाभ्‍यास करके दबदबा जाहिर किया। वह बात अलग है कि ताइवान ड्रैगन के दावों को सिरे से नकारता है। उसकी संप्रभुता और अंतरराष्‍ट्रीय प्रतिनिधित्व को भारत, अमेरिका समेत कई देश मान्यता देते हैं। चीन ऐसे देशों से खार खाता है।

सलमान का हाल बाबा सिद्दीकी से भी बुरा होगा’, मुंबई पुलिस को धमकी भरा मैसेज

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एक्टर सलमान खान को लॉरेंस बिश्नोई गैंग के नाम से एक बार फिर से धमकी मिली है। यह मैसेज सीधे पुलिस को दिया गया है। मुंबई ट्रैफिक पुलिस को सलमान खान के लिए लॉरेंस बिश्नोई गैंग की ओर से धमकी मिली है। लॉरेंस बिश्नोई गैंग ने मुंबई ट्रैफिक पुलिस के व्हाट्सएप नंबर पर मैसेज भेजा है। इसमें सलमान खान से पांच करोड़ रुपये की मांग की गई है।

मैसेज भेजने वाले ने लॉरेंस बिश्नोई गैंग के हवाले से कहा है कि अगर सलमान खान जिंदा रहना चाहते हैं और लॉरेंस बिश्नोई गैंग से दुश्मनी खत्म करना चाहते हैं तो उन्हें पांच करोड़ रुपये देने होंगे। इसे हल्के में लेने की गलती न करें। मैसेज में कहा गया कि अगर उन्होंने पैसे नहीं दिए तो उनका हाल बाबा सिद्दीकी से बुरा होगा। मुंबई पुलिस ने कहा कि मामले की जांच शुरू कर दी गई है।

पहले भी सलमान को मिल चुकी है धमकी

लॉरेंस बिश्नोई और सलमान खान की दुश्मनी काफी पुरानी है। यह गैंग अक्सर उन्हें जान से मारने की धमकी देता रहता है। कुछ महीने पहले लॉरेंस गैंग के गुर्गे ने उनके घर के बाहर फायरिंग भी की थी। बाबा सिद्दीकी की हत्या को भी सलमान से जोड़कर देखा जा रहा है। बाबा सिद्दीकी सलमान खान के अच्छे दोस्त थे। बाबा सिद्दीकी की हत्या के बाद से ऐसा कहा जा रहा है कि लॉरेंस गैंग ने हत्या बाबा सिद्दीकी की है लेकिन डराया सलमान खान को है।

बढ़ाई गई सलमान खान की सुरक्षा

बाबा सिद्दीकी की हत्या के बाद से सलमान खान के घर के बाहर सुरक्षा बढ़ा दी गई है। एक्टर के परिवार की तरफ से करीबियों और दोस्तों से अनुरोध किया गया है कि वो एक्टर से मिलने ना जाएं। ये फैसला उनकी सुरक्षा को लेकर लिया गया है।नवी मुंबई पुलिस ने सलमान खान के पनवेल स्थित फार्म हाउस की सुरक्षा बढ़ा दी है। अतिरिक्त सुरक्षा कर्मियों को लगाया गया है जो फार्म हाउस के अंदर के और बाहर के भी हिस्से में तैनात रहेंगे। बिश्नोई गैंग इसके पहले भी फार्म हाउस की कई बार रेकी करा चुका है लेकिन फार्म हाउस पर कभी वो कामयाब नहीं हो पाया बल्कि सलमान के घर गैलेक्सी अपार्टमेंट पर जरूर फायरिंग हुई है।

बम की धमकी के बाद मुंबई से दिल्ली जाने वाली इंडिगो की फ्लाइट को डायवर्ट किया गया, 2 दिनों में 12वीं घटना

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Indigo flight diverted to Ahemdabad (Bloomberg)

बम की धमकी मिलने के बाद मंगलवार रात को मुंबई से दिल्ली जाने वाली इंडिगो की फ्लाइट को अहमदाबाद डायवर्ट किया गया, जिसे बाद में फर्जी पाया गया। करीब 200 यात्रियों और चालक दल को ले जा रहे इस विमान को सुरक्षित तरीके से उतार लिया गया और गहन जांच के बाद कोई संदिग्ध वस्तु नहीं मिली। पिछले दो दिनों में यह 12वीं ऐसी घटना है।

अधिकारियों के अनुसार, मुंबई से उड़ान भरने के तुरंत बाद एक अज्ञात व्यक्ति ने ट्वीट के जरिए धमकी दी थी। मुंबई एयर ट्रैफिक कंट्रोल (एटीसी) ने पायलटों को सतर्क किया, जिन्होंने उस समय निकटतम हवाई अड्डे अहमदाबाद हवाई अड्डे पर आपातकालीन लैंडिंग करने का फैसला किया। विमान को अलग कर दिया गया और सुरक्षा एजेंसियों ने रात भर तलाशी ली, लेकिन कुछ भी संदिग्ध नहीं मिला। बुधवार को सुबह 8 बजे विमान ने दिल्ली के लिए अपनी यात्रा फिर से शुरू की।

इंडिगो ने कहा कि "सुरक्षा संबंधी चेतावनी" के कारण फ्लाइट 6E 651 को अहमदाबाद डायवर्ट किया गया और मानक संचालन प्रक्रियाओं का पालन किया गया। एयरलाइन ने किसी भी असुविधा के लिए माफ़ी मांगी और ग्राहकों और चालक दल की सुरक्षा के प्रति अपनी प्रतिबद्धता पर ज़ोर दिया।

फ़्लाइट में बम की धमकी

यह घटना, फ़्लाइट को निशाना बनाकर की जाने वाली फ़र्जी बम धमकियों की श्रृंखला में नवीनतम है। बुधवार को, नई दिल्ली से बेंगलुरु जाने वाली अकासा एयर की फ़्लाइट को बम की धमकी मिलने के बाद राजधानी वापस लौटना पड़ा। सोमवार को, मुंबई से तीन अंतरराष्ट्रीय उड़ानों को इसी तरह की धमकियाँ मिलीं, जिसके परिणामस्वरूप उन्हें डायवर्ट करना पड़ा और देरी हुई। इन घटनाओं के मद्देनज़र, केंद्र सरकार ने देश भर के हवाई अड्डों से आने वाली उड़ानों में स्काई मार्शल की संख्या दोगुनी करने का फ़ैसला किया है।

गृह मंत्रालय (एमएचए) के एक वरिष्ठ अधिकारी ने पुष्टि की कि बढ़ते ख़तरे के आकलन और ख़ुफ़िया एजेंसियों से इनपुट मिलने के बाद हाल ही में एयर मार्शल की संख्या दोगुनी करने का फ़ैसला लिया गया है। स्काई मार्शल सशस्त्र सादे कपड़ों में सुरक्षा अधिकारी होते हैं जो यात्री विमानों में यात्रा करते हैं। भारत में, स्काई मार्शल या फ़्लाइट मार्शल की शुरुआत 1999 में कंधार में एयर इंडिया आईसी 814 के अपहरण के बाद की गई थी ताकि भविष्य में अपहरण को रोका जा सके। स्काई मार्शल यात्री (वाणिज्यिक) विमानों में भरी हुई आग्नेयास्त्रों/हथियारों के साथ यात्रा करते हैं और विमान में अपहरण को रोकने के लिए कार्रवाई भी कर सकते हैं।

बाबा सिद्दीकी हत्याकांड: मुंबई पुलिस ने 26 गिरफ्तार आरोपियों के खिलाफ सख्त 'MCOCA' लगाया

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एनसीपी नेता बाबा सिद्दीकी की हत्या के मामले में ताजा घटनाक्रम में, मुंबई पुलिस ने शनिवार को आरोपियों के खिलाफ महाराष्ट्र संगठित अपराध नियंत्रण अधिनियम (मकोका) लगाया। 12 अक्टूबर को, सिद्दीकी की मुंबई के निर्मल नगर इलाके में उनके बेटे विधायक जीशान सिद्दीकी के कार्यालय के बाहर तीन हमलावरों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी। लॉरेंस बिश्नोई गिरोह ने हत्या की जिम्मेदारी ली है। पुलिस ने इस मामले में अब तक 26 लोगों को गिरफ्तार किया है, जबकि तीन और लोगों को अभी गिरफ्तार किया जाना है।

मकोका क्या है?

महाराष्ट्र संगठित अपराध नियंत्रण अधिनियम, 1999, "संगठित अपराध सिंडिकेट या गिरोह द्वारा आपराधिक गतिविधि की रोकथाम और नियंत्रण तथा उससे निपटने और उससे जुड़े या उसके आकस्मिक मामलों के लिए विशेष प्रावधान करने के लिए" एक अधिनियम है। यह अधिनियम, जो पूरे महाराष्ट्र राज्य पर लागू होता है, 24 फरवरी, 2024 को लागू हुआ। अधिनियम में कहा गया है कि यदि कोई व्यक्ति संगठित अपराध का अपराध करता है और यदि ऐसे कृत्य के परिणामस्वरूप किसी व्यक्ति की मृत्यु हो जाती है, तो आरोपी को मृत्युदंड या आजीवन कारावास की सजा दी जाएगी और जुर्माना भी देना होगा। किसी अन्य मामले में, आरोपी को कम से कम पांच साल की कैद की सजा दी जा सकती है, लेकिन यह आजीवन कारावास तक बढ़ सकती है और जुर्माना भी देना होगा

मुंबई पुलिस की जांच

पुलिस ने कहा कि एनसीपी नेता की हत्या की जांच में पता चला है कि मुख्य संदिग्ध आकाशदीप गिल ने मुख्य साजिशकर्ताओं से संवाद करने के लिए एक मजदूर के मोबाइल इंटरनेट हॉटस्पॉट का इस्तेमाल किया था, जिसमें मास्टरमाइंड अनमोल बिश्नोई भी शामिल है। पंजाब से गिरफ्तार किए गए गिल को अनमोल द्वारा रची गई बाबा सिद्दीकी की हत्या की साजिश में रसद समन्वयक पाया गया। एएनआई ने मुंबई क्राइम ब्रांच के हवाले से बताया, "बाबा सिद्दीकी हत्याकांड में एक महत्वपूर्ण घटनाक्रम में, पंजाब के फाजिल्का से गिरफ्तार आकाशदीप गिल ने पूछताछ के दौरान खुलासा किया कि कैसे उसने एक मजदूर के मोबाइल हॉटस्पॉट का इस्तेमाल करके मुख्य साजिशकर्ताओं से संपर्क किया। पुलिस की नजर से बचने के लिए इस तरीके का इस्तेमाल किया गया।" उन्होंने आगे कहा कि गिल ने मजदूर बलविंदर के हॉटस्पॉट का इस्तेमाल करने की बात स्वीकार की, जिससे वह ऑफ़लाइन दिखाई दे सके और ट्रैक होने से बच सके। 

अधिकारियों ने कहा कि क्राइम ब्रांच गिल के मोबाइल फोन की तलाश कर रही है, जो इस मामले में एक महत्वपूर्ण सबूत हो सकता है। सिद्दीकी की हत्या के मामले में एक आरोपी और शूटर शिव कुमार को चार अन्य आरोपियों के साथ 12 नवंबर को स्थानीय अदालत ने पुलिस हिरासत में भेज दिया था। कुमार और अन्य चार आरोपियों को उत्तर प्रदेश स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) और मुंबई क्राइम ब्रांच की संयुक्त टीम ने 10 नवंबर को यूपी के बहराइच के नानपारा इलाके से गिरफ्तार किया था। हत्या के लिए फंडिंग करने के आरोपी सलमान वोहरा को भी पुलिस ने गिरफ्तार किया है। मुंबई क्राइम ब्रांच के एक वरिष्ठ अधिकारी से मिली जानकारी के अनुसार, बाबा सिद्दीकी लॉरेंस बिश्नोई गिरोह के रडार पर भी था।

"A Global Affair: Hon. Consul General of Malaysia Joins The Lalit Mumbai’s Iconic Cake Mixing Celebration."

Mumbai, 15th November 2024: The LaLiT Mumbai brought festive cheer to life with its much-awaited "Cake Mixing Ceremony," a traditional celebration marking the arrival of the Christmas season. This grand event was a perfect blend of tradition, luxury, and camaraderie, attended by an illustrious guest list that elevated the evening into an unforgettable experience.

The event saw the gracious presence of Ms. Noriah Jaafar, Director of Tourism Malaysia Mumbai; Mr. T. Ediwanto T. Eddie, Deputy Director of Tourism Malaysia Mumbai; and Mr. A. Zuwairi Yusoff, Honorable Consul General of Malaysia in Mumbai. Their participation emphasized the event’s cultural significance and global appeal.

The LaLiT Mumbai’s General Manager, Mr. Davinder Besoya, warmly welcomed all guests, including renowned influencer Rajveer Singh, fondly known as RV, alongside prominent content creators Munawar Karbelkar and Richa Gautam. The trio shared their admiration for the meticulous organization and joyful atmosphere of the ceremony, terming it “Mumbai’s finest cake-mixing celebration.”

Among other esteemed attendees were Hindustan Times Senior Content Producer, Ms. Shweta Sunny; LIVA Miss Diva Supranational India 2020, Ms. Aavriti Choudhary; and Farzana Gandhi from the Western India Culinary Association (WICA) & Parvati Khan (Bollywood singer). Each guest immersed themselves in the celebration, exchanging lively conversations and smiles under the charismatic hosting of Mr. Vishal Dudeja, Manager PR & MARCOM at The LaLiT Mumbai.

The ceremony, steeped in tradition, harks back to a rich history of marking the harvest season, where fruits and nuts were preserved for the iconic Christmas fruitcake. Guests enthusiastically participated in mixing over 200 kilograms of ingredients in a grand container, creating a vibrant and joyous scene as spirits and spices were poured to perfection under the guidance of Executive Pastry Chef Andaleeb and PR & MARCOM Manager, Vishal Dudeja.

A guest from Malaysia encapsulated the spirit of the evening by stating, "Cake mixing is more than just a ceremony; it’s a celebration, and The LaLiT does it with unmatched grace."

Roshan Kamble and Wanda Hendricks beautifully captured every cherished moment, ensuring the evening’s warmth and grandeur were forever immortalized. The event concluded with an exquisite spread of appetizers, desserts, and beverages, leaving attendees in awe of the unparalleled culinary experience.

With over four decades of excellence, The Lalit Suri Hospitality Group continues to redefine hospitality, and this cake-mixing ceremony reaffirmed its commitment to creating extraordinary experiences.

For reservations, contact +91 99876 03127 or visit www.thelalit.com.

For media inquiries on this platform, reach out at +917710030004.

एक बार फिर बेनकाब हुआ पाकिस्तान, मुंबई हमले के मास्‍टर माइंड लखवी का पार्क में कसरत करते वीडियो वायरल

#26_11_mumbai_attack_mastermind_zaki_ur_rehman_lakhvi_openly_living_in_pakistan

मुंबई हमले के मास्टरमाइंड जकी उर रहमान लखवी पर एक तरफ पाकिस्तान पूरी दुनिया के सामने ये झूठ फैला रहा है की लखवी 2021 से पाकिस्तान की जेल में बंद है। हालांकि, अब पाकिस्तान के झूठ पर से एक बार फिर पर्दा उठ गया है। पड़ोसी देश ने अपनी हरकतों से साबित कर दिया है कि पाकिस्तान आतंकियो का पनाहगार है। दरअसल, मुंबई हमले के मास्टरमाइंड और लश्कर-ए-तैयबा के ऑपरेशन कमांडर जकी-उर-रहमान लखवी का एक वीडियो सामने आया है, जिसमें वह पार्क में खुलेआम एक्सरसाइज करते देखा जा सकता है।

सोशल मीडिया पर उसके कई वीडियो वायरल हुए है, जिसमें एक वीडियो में वो एक पार्क में आसानी से जिम सेशन में हिस्सा ले रहा है। हालांकि, वीडियो की सही जगह और तारीख के बारे में अभी तक स्पष्ट नहीं है। कुल 3 मिनट 9 सेकंड की इस वीडियो में जकी उर रहमान लखवी एक इवेंट में पश अप कर कर रहा है, डम्बल उठा रहा है और कार्यक्रम का होस्ट लखवी की पहचान लोगों से अबु वासी के रूप में करवाते हुए बता रहा है कि उसने कभी नहीं देखा कि एक 63 साल का व्यक्ति इतना फिट और फुर्तीला हो सकता है

वहीं जकी-उर-रहमान लखवी को लेकर कई मीडिया रिपोर्ट्स में ये भी दावा किया गया है कि उसने अपना लुक बदल लिया है।इससे पहले आतंकी जकी-उर-रहमान लखवी को इस्लामाबाद कोर्ट में देखा गया था, तब उसे लंबी दाढ़ी में देखा गया था।

अमेरिका और संयुक्त राष्ट्र भी लखवी को आतंकी घोषित कर चुका

26/11 मुंबई हमले का मास्टरमाइंड लखवी ना सिर्फ भारत में प्रतिबंधित आतंकी है बल्कि अमेरिका और संयुक्त राष्ट्र भी लखवी को आतंकी घोषित कर चुका है। ऐसे में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपनी साख सुधारने और फाइनेंशियल एक्शन टास्क फोर्स (एफएटीएफ) की ग्रे लिस्ट से बचने के लिए पाकिस्तान ने पूरी दुनिया के सामने साल 2021 में जकी उर रहमान लखवी को 15 साल की कैद की सजा सुनाई थी।कथित तौर पर पाकिस्तान की जेल से बाहर है। दुनिया की आंखों में धूल झोंकते हुए वह मजे से जेल के बाहर अपने सारे काम कर रहा है।

मुंबई हमले में मारे गए थे 160 लोग

भारत ने लखवी पर 2008 के मुंबई आतंकी हमले की साजिश रचने का आरोप लगाया था। इस हमले में कम से कम 160 लोग मारे गए थे। हालांकि, पाकिस्तान ने लंबे समय तक लखवी की मुंबई हमलों में संलिप्तता से इनकार किया था।कई मौके पर भारत ने पाकिस्तान लश्कर-ए-तैयबा के ऑपरेशन कमांडर को प्रत्यर्पित करने के लिए कहा, लेकिन पाकिस्तान ने अब तक कहा है कि वह मुंबई हमलों से जुड़े पाए जाने वाले अपने किसी भी नागरिक को भारत को नहीं सौंपेगा। इस्लामाबाद की तरफ से ये भी कहा गया है कि ऐसे व्यक्तियों पर पाकिस्तानी कानूनों के तहत मुकदमा चलाया जाएगा।

तालिबान ने मुंबई में नियुक्त किया अपना “राजदूत”, मान्यता नहीं...फिर कैसे हो रही नियुक्ति?
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* तालिबान सरकार ने इकरामुद्दीन कामिल को मुंबई में अफगान मिशन में कार्यवाहक काउंसल के रूप में नियुक्त किया है। अफगान मीडिया के अनुसार, यह भारत में किसी अफगान मिशन के लिए तालिबान द्वारा की गई पहली ऐसी नियुक्ति है।तालिबान के कंट्रोल वाली अफगान न्यूज एजेंसी बख्तर न्यूज एजेंसी ने सूत्रों के हवाले से कहा है कि अफगानिस्तान के विदेश मंत्रालय ने इकरामुद्दीन कामिल नाम के एक शख्स की मुंबई काउंसुलेट में नियुक्ति की है। इस नियुक्ति की खबर तब आ रही है जब बीते हफ्ते काबुल में तालिबान के कार्यवाहक रक्षा मंत्री मुल्ला मुहम्मद याकूब से भारतीय अधिकारियों की मुलाकात की थी। रिपोर्ट के अनुसार, कामिल वर्तमान में मुंबई में हैं और इस्लामी अमीरात का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं। कामिल का अफगानिस्तान के विदेश मंत्रालय में महत्वपूर्ण अनुभव रहा है, जहां उन्होंने सुरक्षा सहयोग और सीमा मामलों के विभाग में उप निदेशक के रूप में कार्य किया है। अंतरराष्ट्रीय कानून में पीएचडी धारक कामिल से अब मुंबई में अफगान नागरिकों के लिए काउंसलर सेवाएं सुगम बनाने और भारत में अफगानिस्तान के हितों का प्रतिनिधित्व करने की अपेक्षा की जा रही है। भारत ने अभी तक इस मुद्दे पर आधिकारिक रूप से कोई प्रतिक्रिया भी नहीं दी है। मामले की जानकारी रखने वालों ने बताया कि विदेश मंत्रालय (एमईए) की स्‍कॉलरशिप पर भारत में सात साल तक अध्ययन करने वाले कामिल ने वाणिज्य दूतावास में “राजनयिक” के रूप में काम करने पर सहमति जताई है। हालांकि उनका स्‍टेटस फिलहाल भारत में अफगानों के लिए काम करने वाले एक अफगान नागरिक का ही है। कामिल की नियुक्ति ऐसे समय पर हुई है जब भारत और तालिबान सरकार के बीच संवाद का दौर जारी है। हाल ही में भारत के विदेश मंत्रालय के अफगानिस्तान मामलों के प्रमुख ने काबुल में तालिबान के कार्यवाहक रक्षा मंत्री मुल्ला मोहम्मद याकूब से मुलाकात की थी। तालिबान के उप विदेश मंत्री शेर मोहम्मद अब्बास स्तानिकजई ने भी कामिल की नियुक्ति को लेकर सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट किया, जिससे दोनों देशों के बीच बढ़ते संपर्क की झलक मिलती है। काबुल का यह कदम भारत के साथ अपने राजनयिक संबंधों को मजबूत करने और अपनी उपस्थिति बढ़ाने के प्रयास का हिस्सा माना जा रहा है। इकरामुद्दीन कामिल की नियुक्ति भारत और तालिबान के बीच एक नया संपर्क स्थापित करने का प्रयास हो सकती है। तालिबान सरकार के साथ भारत की यह बढ़ती निकटता भारत की विदेश नीति में एक बदलाव का संकेत देती है। तालिबान के इस फैसले से भारत के पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान को मिर्ची लग सकती है, क्योंकि उसके तालिबानी सरकार और भारत के साथ रिश्ते सामान्य नहीं है। इसके अलावा पाकिस्तान हमेशा तालिबान पर आतंक फैलाने का आरोप लगाता रहता है।
तालिबान ने मुंबई में नियुक्त किया अपना “राजदूत”, मान्यता नहीं...फिर कैसे हो रही नियुक्ति?

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तालिबान सरकार ने इकरामुद्दीन कामिल को मुंबई में अफगान मिशन में कार्यवाहक काउंसल के रूप में नियुक्त किया है। अफगान मीडिया के अनुसार, यह भारत में किसी अफगान मिशन के लिए तालिबान द्वारा की गई पहली ऐसी नियुक्ति है।तालिबान के कंट्रोल वाली अफगान न्यूज एजेंसी बख्तर न्यूज एजेंसी ने सूत्रों के हवाले से कहा है कि अफगानिस्तान के विदेश मंत्रालय ने इकरामुद्दीन कामिल नाम के एक शख्स की मुंबई काउंसुलेट में नियुक्ति की है। इस नियुक्ति की खबर तब आ रही है जब बीते हफ्ते काबुल में तालिबान के कार्यवाहक रक्षा मंत्री मुल्ला मुहम्मद याकूब से भारतीय अधिकारियों की मुलाकात की थी।

रिपोर्ट के अनुसार, कामिल वर्तमान में मुंबई में हैं और इस्लामी अमीरात का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं। कामिल का अफगानिस्तान के विदेश मंत्रालय में महत्वपूर्ण अनुभव रहा है, जहां उन्होंने सुरक्षा सहयोग और सीमा मामलों के विभाग में उप निदेशक के रूप में कार्य किया है। अंतरराष्ट्रीय कानून में पीएचडी धारक कामिल से अब मुंबई में अफगान नागरिकों के लिए काउंसलर सेवाएं सुगम बनाने और भारत में अफगानिस्तान के हितों का प्रतिनिधित्व करने की अपेक्षा की जा रही है।

भारत ने अभी तक इस मुद्दे पर आधिकारिक रूप से कोई प्रतिक्रिया भी नहीं दी है। मामले की जानकारी रखने वालों ने बताया कि विदेश मंत्रालय (एमईए) की स्‍कॉलरशिप पर भारत में सात साल तक अध्ययन करने वाले कामिल ने वाणिज्य दूतावास में “राजनयिक” के रूप में काम करने पर सहमति जताई है। हालांकि उनका स्‍टेटस फिलहाल भारत में अफगानों के लिए काम करने वाले एक अफगान नागरिक का ही है।

कामिल की नियुक्ति ऐसे समय पर हुई है जब भारत और तालिबान सरकार के बीच संवाद का दौर जारी है। हाल ही में भारत के विदेश मंत्रालय के अफगानिस्तान मामलों के प्रमुख ने काबुल में तालिबान के कार्यवाहक रक्षा मंत्री मुल्ला मोहम्मद याकूब से मुलाकात की थी। तालिबान के उप विदेश मंत्री शेर मोहम्मद अब्बास स्तानिकजई ने भी कामिल की नियुक्ति को लेकर सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट किया, जिससे दोनों देशों के बीच बढ़ते संपर्क की झलक मिलती है।

काबुल का यह कदम भारत के साथ अपने राजनयिक संबंधों को मजबूत करने और अपनी उपस्थिति बढ़ाने के प्रयास का हिस्सा माना जा रहा है। इकरामुद्दीन कामिल की नियुक्ति भारत और तालिबान के बीच एक नया संपर्क स्थापित करने का प्रयास हो सकती है। तालिबान सरकार के साथ भारत की यह बढ़ती निकटता भारत की विदेश नीति में एक बदलाव का संकेत देती है। तालिबान के इस फैसले से भारत के पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान को मिर्ची लग सकती है, क्योंकि उसके तालिबानी सरकार और भारत के साथ रिश्ते सामान्य नहीं है। इसके अलावा पाकिस्तान हमेशा तालिबान पर आतंक फैलाने का आरोप लगाता रहता है।

జెత్వానీ కేసు.. సుప్రీంను ఆశ్రయించిన విద్యాసాగర్

ముంబై నటి కాదంబరి జెత్వానీ వ్యవహారంలో ప్రధాన నిందితుడు కుక్కల విద్యాసాగర్ సుప్రీంకోర్టులో పిటిషన్‌ వేశారు. ఏపీ హైకోర్టు ఇచ్చిన తీర్పును సవాల్‌ చేస్తూ సుప్రీంలో విద్యాసాగర్ పిటిషన్ దాఖలు చేశారు. ఈ పిటిషన్‌పై జస్టిస్‌ ఎంఎం సుందరేష్‌, జస్టిస్‌ అరవింద్‌ కుమార్‌ల ధర్మాసనం విచారణ జరిపింది.

ముంబై నటి కాదంబరి జెత్వానీ (Mumbai Actress Jethwani) వ్యవహారంలో ప్రధాన నిందితుడు కుక్కల విద్యాసాగర్ సుప్రీంకోర్టును (Supreme Court) ఆశ్రయించారు. తన అరెస్టును సమర్ధిస్తూ... ఆంధ్రప్రదేశ్‌ హైకోర్టు గత నెల 10న ఇచ్చిన తీర్పును సుప్రీంలో విద్యాసాగర్ సవాల్ చేశారు. విద్యాసాగర్‌ పిటిషన్‌పై జస్టిస్‌ ఎంఎం సుందరేష్‌, జస్టిస్‌ అరవింద్‌ కుమార్‌ల ధర్మాసనం విచారణ జరిపింది. ట్రయల్‌ కోర్టులో ఇప్పటికే బెయిల్‌ అప్లికేషన్‌ దాఖలు చేసినట్లు సుప్రీంకోర్టుకు విద్యాసాగర్‌ తరపు న్యాయవాదులు చెప్పారు. బెయిల్‌ అప్లికేషన్‌పై త్వరగా నిర్ణయం తీసుకునేలా ఆదేశాలు జారీ చేయాలని విద్యాసాగర్ న్యాయవాదులు విజ్ఞప్తి చేశారు. మూడు వారాల్లో బెయిల్‌ అప్లికేషన్‌పై నిర్ణయం తీసుకోవాలని లోయర్‌ కోర్టుకు ధర్మాసనం మార్గదర్శకాలు ఇచ్చింది. అలాగే ప్రతివాదులకు సుప్రీం ధర్మాసనం నోటీసులు జారీ చేసింది.

నటి జెత్వానీ ఇచ్చిన ఫిర్యాదు ఆధారంగా నమోదైన కేసులో విజయవాడ కోర్టు ఇచ్చిన రిమాండ్ ఉత్తర్వులను గతంలో హైకోర్టులో విద్యాసాగర్ సవాల్ చేయగా.. అక్కడ ఆయనకు ఎదురుదెబ్బ తగిలిన విషయం తెలిసిందే. కుక్కల విద్యాసాగర్ అరెస్టు విషయంలో జోక్యానికి హైకోర్టు నిరాకరించింది. ‘‘పిటిషనర్‌ అరెస్టు విషయంలో చట్టం నిర్దేశించిన మార్గదర్శకాలను పోలీసులు అనుసరించలేదు.. అరెస్టుకు కారణాలను ఆయనకు వివరించలేదు. బంధువులకు తెలియజేయలేదు. అరెస్టుకు కారణాలను రిమాండ్‌కు ముందు ఆయనకు అందజేశారు. రిమాండ్‌ ఆర్డర్‌లో కూడా వీటి ప్రస్తావన లేదు.. అందుచేత రిమాండ్‌ ఉత్తర్వులు చెల్లుబాటు కావని, వాటిని కొట్టివేయాలి’’ అంటూ విద్యాసాగర్ తరపు న్యాయవాది కోర్టును కోరారు. అయితే కుక్కల విద్యాసాగర్‌ను అరెస్టు చేసే సమయంలో పోలీసులు చట్టనిబంధనల ప్రకారమే నడుచుకున్నారని అడ్వకేట్ జనరల్ కోర్టుకు తెలిపారు. అరెస్టు చేసేటప్పుడు నిందితుడిపై ఎవరు ఫిర్యాదు చేశారు.. ఏ కారణంతో అరెస్టు చేస్తున్నామో వారు వివరించారని.. అరెస్టు చేస్తున్న విషయాన్ని ఆయన స్నేహితుడికి కూడా తెలియపరిచారని వివరించారు. అరెస్టుకు కారణాలు చెప్పలేదని, పోలీసులు చట్టనిబంధనలు అనుసరించనందున రిమాండ్‌ ఉత్తర్వులు చెల్లుబాటు కావన్న విద్యాసాగర్‌ వాదనలో అర్థం లేదని ఏజీ తెలిపారు. వాదనలు ముగిసిన అనంతరం విద్యాసాగర్ పిటిషన్‌ను కొట్టివేస్తూ హైకోర్టు తీర్పునిచ్చింది.

మరోవైపు నటి జెత్వానీ కేసులో సీఐడీ విచారణకు కూడా ప్రారంభమైంది. ఈకేసును సీఐడీకి అప్పగిస్తూ రాష్ట్ర ప్రభుత్వం నిర్ణయం తీసుకుంది. ఈ కేసులో డీజీపీ, ఐజీ, డీఐజీ ర్యాంక్ అధికారులు ఉన్న నేపథ్యంలో వీరందరినీ విచారించాలంటే సీఐడీ అప్పగించడమే సమంజసమని సర్కార్ భావించింది. దీంతో సీఐడీ అధికారులు తమ పనిని మొదలుపెట్టారు. ముందుగా ఇబ్రహీంపట్నం పోలీస్ స్టేషన్ నుంచి రికార్డులను సీఐడీ అధికారులు స్వాధీనం చేసుకున్నారు. అలాగే మొదటి రోజు విచారణలో భాగంగా జెత్వానీ, ఆమె తల్లిదండ్రుల స్టేట్‌మెంట్‌ను సీఐడీ అధికారులు రికార్డు చేశారు.

महाराष्ट्र विधानसभा चुनावः वर्ली में जोरदार होगा “वॉर”, आदित्य ठाकरे के खिलाफ शिंदे का 'देवड़ा दांव' कितना होगा कामयाब?

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महाराष्ट्र की 288 सीटों के लिए 20 नवंबर को चुनाव होने हैं। असली-नकली शिवसेना की लड़ाई के लिहाज से निर्णायक माने जा रहे महाराष्ट्र चुनाव में वर्ली की फाइट रोचक हो गई है। शिवसेना यूबीटी और एकनाथ शिंदे की शिवसेना के बीच फाइट में किसी सीट की सबसे अधिक चर्चा हो रही है, वह है वर्ली सीट। वर्ली सीट अब प्रदेश की हॉट सीट बन चुकी है। इसकी वजह है आदित्य ठाकरे और मिलिंद देवड़ा का चुनाव मैदान में मने सामने होना।वर्ली सीट से आदित्य ठाकरे के खिलाफ शिंदे की शिवसेना ने मिलिंद देवड़ा को उम्मीदवार बनाया है।

शिवसेना यूबीटी और एकनाथ शिंदे की शिवसेना के बीच वैसे तो कई सीटों पर सीधा मुकाबला है, लेकिन वर्ली सीट की फाइट इसलिए भी खास है क्योंकि यहां से उद्धव ठाकरे के पुत्र आदित्य ठाकरे खुद चुनाव मैदान में हैं जिनके सामने शिंदे की सेना ने पूर्व केंद्रीय मंत्री और राज्यसभा सांसद मिलिंद देवड़ा को उतारा है। ऐसे में अब चर्चा इस बात की हो रही है आदित्य ठाकरे के सामने शिंदे गुट ने मिलिंद देवड़ा को प्रत्याशी क्यों बनाया है?

एकनाथ शिंदे का मास्टर स्ट्रोक

बता दें कि मिलिंद देवड़ा दक्षिण मुंबई से सांसद रह चुके हैं। वहीं वर्ली सीट भी दक्षिण मुंबई के अतंर्गत ही आती है, जिसे देवड़ा परिवार का गढ़ माना जाता है। लोकसभा चुनाव के दौरान भी देवड़ा इस सीट के प्रभारी थे।शिंदे ने मिलिंद देवड़ा को उतारकर पार्टी को परसेप्शन की लड़ाई में सबसे आगे कर दिया है। पार्टी ने लोगों को यह मैसेज देने की कोशिश की है कि वह किसी से कम नहीं है।शिंदे इस कदम के जरिए यह सियासी मैसेज देने में सफल रहे कि उनके पास भी अनुभवी नेताओं की कमी नहीं है।

वर्ली सीट पर शिंदे ने मजबूत उम्मीदवार उतारकर एनसीपी और शिवसना को एक सीट पर उलझाने की रणनीति बनाई है। वर्ली सीट पर अनुभवी और वरिष्ठ नेता को प्रत्याशी बनाए जाने पर अब ठाकरे परिवार का पूरा ध्यान वर्ली सीट पर रहेगा। कोंकण शिवसेना का गढ़ रहा है। इसमें मुंबई और ठाणे भी आते हैं। इसका फायदा शिंदे की पार्टी को अन्य सीटों पर मिलेगा। वह उद्धव की तुलना में और ज्यादा मजबूती से चुनाव मैदान में उतरेगी।

वर्ली सीट शिवसेना का गढ़

मुंबई की वर्ली सीट शिवसेना का गढ़ मानी जाती है। मुंबई की इस सीट पर उद्धव ठाकरे के बेटे आदित्य ठाकरे अभी विधायक हैं।2019 के चुनावों में आदित्य ठाकरे बड़े अंतर से जीते थे। तब उन्होंने राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के उम्मीदवार सुरेश माने को 67 हजार वोटों के अंतर से पराजित किया था। देवड़ा की एंट्री से पहले तक आदित्य ठाकरे का पलड़ा भारी था। अब इस सीट रोचक लड़ाई होगी।अब देखना है कि वर्ली सीट जाे शिवसेना का गढ़ है। वहां पर चुनाव में किसे जीत मिलती है? देवड़ा को वर्ली से उतारकर एकनाथ शिंदे ने यह साफ कर दिया है कि वह हर सीट को सीरियसली ले रहे हैं।

ताइवान ने मुंबई में खोला कॉन्सुलेट तो चीन को लग गई मिर्ची, जानें क्या कहा?

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भारत और चीन आपसी रिश्तों को संभालने की लाख कोशिश कर लेकिन जो सच्चाई है वो किसी से छुपी नहीं है। अपने पड़ोसियों के मामलों में अपनी नाक अड़ाने वाले चीन ने ताइवान को लेकर भारत को नसीहत दी है।चीन ने भारत से ताइवान के मामलों को "विवेकपूर्ण तरीके से" संभालने की सलाह दी है। साथ ही इस बात पर जोर दिया कि नई दिल्ली को ऐसी कार्रवाइयों से बचना चाहिए जो चीन-भारत संबंधों को प्रभावित कर सकती हैं। दरअसल, ड्रैगन को ये तिममिलाहट मुंबई में ताइवान के ताइपे आर्थिक और सांस्कृतिक केंद्र (टीईसीसी) के नए कार्यालय को लेकर हुई हैं।

ताइवान ने भारत की धरती पर एक नया वााणिज्‍य दूतावास खोला है। यह बात चीन को नागवार गुजरी है। ताइवन के भारत में वाणिज्‍य दूतावास पहले से ही दिल्‍ली और चेन्‍नई में मौजूद हैं। भारत और ताइवान की बढ़ती नजदीकियों से चीन ने कड़वाहट “उगली” है। अब भारत के इस मित्र देश ने अपना नया दूतावास देश की आर्थिक राजधानी यानी मुंबई में खोला है। इसके बाद चीन की तरफ से कहा गया कि ताइवान के मामलों को भारत विवेकपूर्ण तरीके से डील करे।

चीन के प्रवक्‍ता ने क्‍या कहा?

चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता माओ निंग ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कहा कि चीन बीजिंग के साथ राजनयिक संबंध रखने वाले देशों द्वारा ताइवान के साथ किसी भी तरह के आधिकारिक संपर्क का विरोध करता है। “चीन ने भारतीय पक्ष के समक्ष गंभीर प्रतिनिधित्व दर्ज कराया है। वन चाइना पॉलिसी भारतीय पक्ष द्वारा की गई एक गंभीर राजनीतिक प्रतिबद्धता और चीन-भारत संबंधों की राजनीतिक नींव है। चीन भारत से आग्रह करता है कि वह अपनी प्रतिबद्धताओं का सख्ती से पालन करे, ताइवान से संबंधित मुद्दों को विवेकपूर्ण और उचित तरीके से संभाले और ताइवान के साथ किसी भी प्रकार का आधिकारिक आदान-प्रदान करने से परहेज करे।”

ताइवान को चीन अपना क्षेत्र मानता है

बता दें कि ताइवान को चीन अपना क्षेत्र मानता है। हाल ही में ड्रैगन ने इस द्वीप के आसपास युद्धाभ्‍यास करके दबदबा जाहिर किया। वह बात अलग है कि ताइवान ड्रैगन के दावों को सिरे से नकारता है। उसकी संप्रभुता और अंतरराष्‍ट्रीय प्रतिनिधित्व को भारत, अमेरिका समेत कई देश मान्यता देते हैं। चीन ऐसे देशों से खार खाता है।

सलमान का हाल बाबा सिद्दीकी से भी बुरा होगा’, मुंबई पुलिस को धमकी भरा मैसेज

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एक्टर सलमान खान को लॉरेंस बिश्नोई गैंग के नाम से एक बार फिर से धमकी मिली है। यह मैसेज सीधे पुलिस को दिया गया है। मुंबई ट्रैफिक पुलिस को सलमान खान के लिए लॉरेंस बिश्नोई गैंग की ओर से धमकी मिली है। लॉरेंस बिश्नोई गैंग ने मुंबई ट्रैफिक पुलिस के व्हाट्सएप नंबर पर मैसेज भेजा है। इसमें सलमान खान से पांच करोड़ रुपये की मांग की गई है।

मैसेज भेजने वाले ने लॉरेंस बिश्नोई गैंग के हवाले से कहा है कि अगर सलमान खान जिंदा रहना चाहते हैं और लॉरेंस बिश्नोई गैंग से दुश्मनी खत्म करना चाहते हैं तो उन्हें पांच करोड़ रुपये देने होंगे। इसे हल्के में लेने की गलती न करें। मैसेज में कहा गया कि अगर उन्होंने पैसे नहीं दिए तो उनका हाल बाबा सिद्दीकी से बुरा होगा। मुंबई पुलिस ने कहा कि मामले की जांच शुरू कर दी गई है।

पहले भी सलमान को मिल चुकी है धमकी

लॉरेंस बिश्नोई और सलमान खान की दुश्मनी काफी पुरानी है। यह गैंग अक्सर उन्हें जान से मारने की धमकी देता रहता है। कुछ महीने पहले लॉरेंस गैंग के गुर्गे ने उनके घर के बाहर फायरिंग भी की थी। बाबा सिद्दीकी की हत्या को भी सलमान से जोड़कर देखा जा रहा है। बाबा सिद्दीकी सलमान खान के अच्छे दोस्त थे। बाबा सिद्दीकी की हत्या के बाद से ऐसा कहा जा रहा है कि लॉरेंस गैंग ने हत्या बाबा सिद्दीकी की है लेकिन डराया सलमान खान को है।

बढ़ाई गई सलमान खान की सुरक्षा

बाबा सिद्दीकी की हत्या के बाद से सलमान खान के घर के बाहर सुरक्षा बढ़ा दी गई है। एक्टर के परिवार की तरफ से करीबियों और दोस्तों से अनुरोध किया गया है कि वो एक्टर से मिलने ना जाएं। ये फैसला उनकी सुरक्षा को लेकर लिया गया है।नवी मुंबई पुलिस ने सलमान खान के पनवेल स्थित फार्म हाउस की सुरक्षा बढ़ा दी है। अतिरिक्त सुरक्षा कर्मियों को लगाया गया है जो फार्म हाउस के अंदर के और बाहर के भी हिस्से में तैनात रहेंगे। बिश्नोई गैंग इसके पहले भी फार्म हाउस की कई बार रेकी करा चुका है लेकिन फार्म हाउस पर कभी वो कामयाब नहीं हो पाया बल्कि सलमान के घर गैलेक्सी अपार्टमेंट पर जरूर फायरिंग हुई है।

बम की धमकी के बाद मुंबई से दिल्ली जाने वाली इंडिगो की फ्लाइट को डायवर्ट किया गया, 2 दिनों में 12वीं घटना

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Indigo flight diverted to Ahemdabad (Bloomberg)

बम की धमकी मिलने के बाद मंगलवार रात को मुंबई से दिल्ली जाने वाली इंडिगो की फ्लाइट को अहमदाबाद डायवर्ट किया गया, जिसे बाद में फर्जी पाया गया। करीब 200 यात्रियों और चालक दल को ले जा रहे इस विमान को सुरक्षित तरीके से उतार लिया गया और गहन जांच के बाद कोई संदिग्ध वस्तु नहीं मिली। पिछले दो दिनों में यह 12वीं ऐसी घटना है।

अधिकारियों के अनुसार, मुंबई से उड़ान भरने के तुरंत बाद एक अज्ञात व्यक्ति ने ट्वीट के जरिए धमकी दी थी। मुंबई एयर ट्रैफिक कंट्रोल (एटीसी) ने पायलटों को सतर्क किया, जिन्होंने उस समय निकटतम हवाई अड्डे अहमदाबाद हवाई अड्डे पर आपातकालीन लैंडिंग करने का फैसला किया। विमान को अलग कर दिया गया और सुरक्षा एजेंसियों ने रात भर तलाशी ली, लेकिन कुछ भी संदिग्ध नहीं मिला। बुधवार को सुबह 8 बजे विमान ने दिल्ली के लिए अपनी यात्रा फिर से शुरू की।

इंडिगो ने कहा कि "सुरक्षा संबंधी चेतावनी" के कारण फ्लाइट 6E 651 को अहमदाबाद डायवर्ट किया गया और मानक संचालन प्रक्रियाओं का पालन किया गया। एयरलाइन ने किसी भी असुविधा के लिए माफ़ी मांगी और ग्राहकों और चालक दल की सुरक्षा के प्रति अपनी प्रतिबद्धता पर ज़ोर दिया।

फ़्लाइट में बम की धमकी

यह घटना, फ़्लाइट को निशाना बनाकर की जाने वाली फ़र्जी बम धमकियों की श्रृंखला में नवीनतम है। बुधवार को, नई दिल्ली से बेंगलुरु जाने वाली अकासा एयर की फ़्लाइट को बम की धमकी मिलने के बाद राजधानी वापस लौटना पड़ा। सोमवार को, मुंबई से तीन अंतरराष्ट्रीय उड़ानों को इसी तरह की धमकियाँ मिलीं, जिसके परिणामस्वरूप उन्हें डायवर्ट करना पड़ा और देरी हुई। इन घटनाओं के मद्देनज़र, केंद्र सरकार ने देश भर के हवाई अड्डों से आने वाली उड़ानों में स्काई मार्शल की संख्या दोगुनी करने का फ़ैसला किया है।

गृह मंत्रालय (एमएचए) के एक वरिष्ठ अधिकारी ने पुष्टि की कि बढ़ते ख़तरे के आकलन और ख़ुफ़िया एजेंसियों से इनपुट मिलने के बाद हाल ही में एयर मार्शल की संख्या दोगुनी करने का फ़ैसला लिया गया है। स्काई मार्शल सशस्त्र सादे कपड़ों में सुरक्षा अधिकारी होते हैं जो यात्री विमानों में यात्रा करते हैं। भारत में, स्काई मार्शल या फ़्लाइट मार्शल की शुरुआत 1999 में कंधार में एयर इंडिया आईसी 814 के अपहरण के बाद की गई थी ताकि भविष्य में अपहरण को रोका जा सके। स्काई मार्शल यात्री (वाणिज्यिक) विमानों में भरी हुई आग्नेयास्त्रों/हथियारों के साथ यात्रा करते हैं और विमान में अपहरण को रोकने के लिए कार्रवाई भी कर सकते हैं।