82 साल के उम्र में हुआ राजेश्वर राम का हुआ निधन औरंगाबाद का रहे हैं पुर्व जिलापदाधिकारी
औरंगाबाद औरंगाबाद के पूर्व जिलाधिकारी राजकेश्वर राम का झारखंड के हजारीबाग स्थित आवास पर निधन हो गया। वें जहानाबाद जिले के रतनी फरीदपुर प्रखंड में शकुराबाद थाना के धरमपुर गांव के निवासी थे। 82 साल की उम्र में उन्होने जीवन की अंतिम सांसे ली। पिछले कुछ दिनों से वें बीमार चल रहे थे।
स्व. राजकेश्वर राम अपने पीछे चार पुत्र राजीव कुमार(व्यवसायी), संजीव कुमार(पत्रकार), अजय कुमार(ठेकेदार), कुमार शैलेंद्र(कार्यक्रम पदाधिकारी) और एक पुत्री अंजू कुमारी(गृहिणी) को छोड़ गए है। उनके एक पुत्र सब रजिस्ट्रार रहे विनय कुमार और पत्नी रामरति देवी का निधन पहले ही हो गया था। राजकेश्वर राम का परिवार संयुक्त परिवार है। इस वजह से ही उनके एक पुत्र कुमार शैलेंद्र को उनके मध्य प्रदेश में जिला जनसंपर्क पदाधिकारी रहे बड़े चाचा चंद्रिका राम ने पुत्र नही होने के कारण गोद ले लिया था।
यह जानकारी स्व. राजकेश्वर राम के पुत्र एवं औरंगाबाद के देव प्रखंड में पदस्थापित मनरेगा के कार्यक्रम पदाधिकारी कुमार शैलेंद्र ने दी।भारतीय प्रशासनिक सेवा के अधिकारी राजकेश्वर राम औरंगाबाद में 25वें जिलाधिकारी रहे थे। वें 3 जुलाई 1998 से 13 जून 2000 तक औरंगाबाद में जिलाधिकारी रहे।
उन्होंने औरंगाबाद के अलावा लखीसराय के भी जिलाधिकारी का बखूबी दायित्व संभाला था। साथ ही वें समाज कल्याण विभाग में अपर सचिव भी रहे। औरंगाबाद में बतौर जिलाधिकारी सह जिला निर्वाचन पदाधिकारी उन्होने वर्ष 1999 के लोकसभा चुनाव और 2000 के विधानसभा चुनाव को सफलतापूर्वक संपन्न कराया था। उनका कार्यकाल पूरी तरह से विवाद रहित रहा और अपने कार्यकाल के दौरान वे जनता से बहुत सहजता से मिलते थे और उनकी बातों को ध्यान से सुनते थे। उनके निधन पर परिवार में मातम पसरा है। वहीं उनके शुभचिंतकों में भी मायूसी छाई हुई है। सभी ने पुण्यात्मा की शांति के लिए ईश्वर से प्रार्थना की और इस दुख की घड़ी में परिवार को हिम्मत देने की कामना की
औरंगाबाद से धीरेन्द्र पाण्डेय।
Aug 05 2025, 18:19