/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs1/1671781185523447.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs4/1671781185523447.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs5/1671781185523447.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs1/1671781185523447.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs4/1671781185523447.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs5/1671781185523447.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs1/1671781185523447.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs4/1671781185523447.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs5/1671781185523447.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs1/1671781185523447.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs4/1671781185523447.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs5/1671781185523447.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs1/1671781185523447.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs4/1671781185523447.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs5/1671781185523447.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs1/1671781185523447.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs4/1671781185523447.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs5/1671781185523447.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs1/1671781185523447.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs4/1671781185523447.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs5/1671781185523447.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs1/1671781185523447.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs4/1671781185523447.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs5/1671781185523447.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs1/1671781185523447.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs4/1671781185523447.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs5/1671781185523447.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs1/1671781185523447.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs4/1671781185523447.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs5/1671781185523447.png StreetBuzz मुंशी प्रेमचन्द्र की जयंती पर मेधावियों का उत्साहवर्धन Azamgarh
मुंशी प्रेमचन्द्र की जयंती पर मेधावियों का उत्साहवर्धन

उपेन्द्र कुमार

आजमगढ़। शहर के हरिबंशपुर स्थित एक होटल के सभागार में अखिल भारतीय चित्रांश महासभा, आजमगढ़ के तत्वधान में मुंशी प्रेमचंद्र जयंती और कायस्थ परिवार मिलन समारोह का आयोजन हुआ। कार्यक्रम का शुभारंभ बतौर अतिथि पहुंचे मेयर डॉक्टर मंगलेश कुमार श्रीवास्तव व संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिरंजीव संजीव वर्मा के द्वारा संयुक्त रूप से भगवान चित्रगुप्त व मुंशी प्रेमचन्द्र के चित्र पर दीप प्रज्वलित व पुष्प अर्पित कर हुआ। जिसके बाद सांस्कृतिक और बौद्धिक कार्यक्रमों के माध्यम से मुंशी प्रेमचंद के व्यक्तित्व और कृतित्व पर प्रकाश डाला गया।

समारोह में मेधावी छात्र छात्राओं को स्व: सुशीला श्रीवास्तव स्व: रामजी लाल स्मृति छात्रवृति वितरित कर उनका उत्साहवर्धन किया गया। मुख्य अतिथि डॉक्टर मंगलेश कुमार श्रीवास्तव ने कहा कि मुंशी प्रेमचन्द्र के बारे में जो कुछ भी कहा जाए कम है। उनकी हर कहानी उपन्यास को पढ़कर भी दो टूक में समेट नहीं सकते, इन्हें भारत का शेक्सपियर भी कहा जाता है।

वही राष्ट्रीय अध्यक्ष चिरंजीव संजीव वर्मा ने कहा कि देश भ्रमण पर निकला हू ताकि इस मंच के माध्यम से कायस्थों को एकजुट कर उन्हें सामाजिक और राजनैतिक भागीदारी दिला सकू। कार्यक्रम की अध्यक्षता डॉक्टर निरंकार प्रसाद श्रीवास्तव और संचालन अरविंद चित्रांश ने किया।

इस दौरान जगदंबा प्रसाद श्रीवास्तव, सुभाष श्रीवास्तव, राय अनूप कुमार श्रीवास्तव, नरेंद्र कुमार श्रीवास्तव, अशोक कुमार श्रीवास्तव, सूरज श्रीवास्तव, राजेश कुमार श्रीवास्तव, अपूर्व श्रीवास्तव रहे।

मण्डलायुक्त व डीआईजी ने किया तहसील सदर में सम्पूर्ण समाधान दिवस का औचक निरीक्षण, 12 अधिकारी मिले अनुपस्थित

उपेन्द्र पांडेय

आज़मगढ़ :: मण्डलायुक्त विवेक तथा डीआईजी सुनील कुमार सिंह ने शनिवार को तहसील सदर में आयोजित सम्पूर्ण समाधान दिवस का औचक निरीक्षण किया। इस दौरान कुल 12 अधिकारी अनुपस्थित मिले। मण्डलायुक्त ने इस स्थिति पर सख्त नाराजगी व्यक्त करते हुए अनुपस्थित अधिकारियों का इस आशय का स्पष्टीकरण प्राप्त करने हेतु निर्देशित किया कि ‘नो वर्क, नो पे’ के सिद्धान्त के तहत उनका वेतन अवरुद्ध करते हुए उनकी अनाधिकृत अनुपस्थिति को उनकी ‘सेवा में व्यवधान’ क्यों न माना जाय। अनुपस्थित अधिकारियों में लोक निर्माण विभाग के सहायक अभियन्ता, विद्युत विभाग के सहायक अभियन्ता, सहायक बेसिक शिक्षा अधिकारी, खण्ड शिक्षा अधिकारी नगर क्षेत्र, खण्ड शिक्षा अधिकारी रानी की सराय, बीडीओ पल्हनी, बीडीओ रानी की सराय, बीडीओ सठियांव, सहायक विकास अधिकारी कृषि, चकबन्दी अधिकारी जहानागंज, चकबन्दी अधिकारी सठियांव तथा चकबन्दी अधिकारी सगड़ी सम्मिलित हैं।

मण्डलायुक्त एवं डीआईजी ने इस अवसर पर आमजन से रूबरू होकर उनकी समस्याओं को भी सुना तथा समस्याओं का गुणवत्तापूर्ण निस्तरण समय सीमा के अन्दर अनिवार्य रूप से सुनिश्चित कराये जाने हेतु सम्बन्धित अधिकारियों को निर्देशित किया। आमजन से समस्याओं की सुनवाई के दौरान ग्राम परसूपुर निवासी एक व्यक्ति द्वारा अवगत कराया गया कि गांव की नवीन परती पर अवैध अतिक्रमण किया गया है, जिसे अतिक्रमणमुक्त कराने हेतु मा. उच्च न्यायालय द्वारा 6 माह पूर्व आदेश पारित किया गया है, परन्तु लगातार प्रयास के बाद भी उक्त भूमि को अतिक्रमणमुक्त नहीं कराया गया है। मण्डलायुक्त ने इस स्थिति पर नाराजगी व्यक्त करते हुए उपजिलाधिकारी, सदर नरेन्द्र कुमार गंगवार को निर्देश दिया कि प्रकरण मंे सम्बन्धित लेखपाल की भूमिका की जॉंच कर आख्या दें।

इसी प्रकार कस्बा मुबारकपुर निवासी मुहम्मद सालिम द्वारा इस आशय का प्रार्थना पत्र प्रस्तुत किया कि उनके द्वारा अपने तीन बच्चों के जन्म प्रमाण पत्र हेतु गत फरवरी माह में आवेदन किया गया है, जिस पर उपजिलाधिकारी, सदर द्वारा ईओ मुबारकपुर से रिपोर्ट मांगी गयी, परन्तु बार-बार नगर पालिका कार्यालय से सम्पर्क किए जाने के बावजूद कई माह बाद भी नगर पालिका परिषद मुबारकपुर से कोई रिपोर्ट नहीं भेजी गयी है। मण्डलायुक्त विवेक ने इसे गंभीरता लेते हुए उपलिाधिकारी सदर को निर्देशित किया कि मामले की जॉंच कर दोषी कार्मिकों को चिन्हित करें तथा तीन दिन के अन्दर आख्या दें। जन समस्याओं की सुनवाई के दौरान ग्राम दूधनारा निवासी अशोक द्वार प्रार्थना पत्र दिया गया कि उपजिलाधिकारी के न्यायालय से आदेश पारित होने के उपरान्त भी बार-बार सम्पर्क किए जाने बाद भी राजस्व निरीक्षक व लेखपाल द्वारा पत्थर नसब की कार्यवाही नहीं की जा रही है, जिसके नतीजे में उनकी जमीन खाली पड़ी हुई है तथा उन्हें काफी नुक्सान उठाना पड़ रहा है। गत मई माह से प्रकरण लम्बित मिलने पर मण्डलायुक्त ने नाराजगी व्यक्त किया तथा एसडीएम को त्वरित निस्तारण कराये जाने का निर्देश दिया।

इस दौरान दोनों अधिकारियों के समक्ष राजस्व के 47, पुलिस के 4 तथा विकास से सम्बन्धित एक प्रार्थना कुल 53 प्रार्थना प्रस्तुत किये गये। मण्डलायुक्त व डीआईजी द्वारा 6 शिकायतों का मौके पर ही निस्तारण कराया गया।

सम्पूर्ण समाधान दिवस में डीआईजी सुनील कुमार सिंह ने पुलिस से सम्बन्धित मामलों की सुनवाई किया तथा आगामी दिनों के पड़ने वाले त्योहारों, प्रतियोगी परीक्षाओं आदि अवसरों पर क्षेत्र में शांति व्यवस्था सुनिश्चित करने हेतु थाना प्रभारियों को निर्देशित किया।

*तथाकथित पत्रकार शरद पर मुकदमा हुआ दर्ज*

उपेन्द्र पांडेय

आजमगढ़। तथाकथित पत्रकार शरद पर मारपीट व अपमानित करने के मामले में शहर कोतवाली में दर्ज हुआ मुकदमा। बता दे कि शहर कोतवाली थाना क्षेत्र के गुरुटोला निवासी पदमाकर पाठक ने कोतवाली में तहरीर देकर शिकायत की थी। आरोप है कि तथाकथित पत्रकार शरद गुप्ता आए दिन अपनी पत्रकारिता की धौंस दिखाते रहता है।

गुरुवार की देर शाम सिविल लाइन पुलिस चौकी के ठीक सामने बरगद के पेड़ के नीचे खड़े होकर पदमाकर किसी से बातचीत कर रहे थे कि तभी कही से शरद गुप्ता आया और उनके ऊपर जानलेवा हमला कर दिया।

पहले शरद ने अपशब्द कहा तो पीड़ित पदमाकर ने अनदेखा कर दिया। लेकिन शरद उन्हें अंडित पंडित मांगकर खाने वाले लोग कहकर अपमानित करने लगा। जब पदमाकर ने मना किया तो शरद ने रंजिशन पदमाकर के ऊपर जानलेवा हमला करते हुए मां बहन की भद्दी भद्दी गालियों के साथ लात मुक्कों से मारना शुरू कर दिया।

वहां मौजूद लोगो ने बीच बचाव करने का प्रयास भी किया लेकिन शरद इतने के बाद भी नहीं रुका उसने वहां रखी पुलिस की कुर्सी उठाकर हमला किया और अपनी बेल्ट निकाली और उससे भी मारने पीटने लगा।

आरोप है कि शरद इस तरह की बदसलूकी पहले भी पीड़ित के साथ कर चुका है। वही इस मामले में पीड़ित की तहरीर पर शहर कोतवाली में खत्रीटोला चौक निवासी शरद गुप्ता के विरुद्ध सुसंगत धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया गया।

ब्राह्मण समाज कल्याण परिषद के सौजन्य से पण्डित चन्द्र शेखर आजाद की प्रतिमा पर लगवाई गई छतरी

उपेन्द्र पांडेय,आजमगढ़।ब्राह्मण समाज कल्याण परिषद के तत्वावधान में बुधवार को तिलक एवं आजाद जयंती मनाई गयी।प्रातः 7 बजे हर्रा की चुंगी स्थित अमर शहीद प0 चंद्रशेखर आजाद जी की प्रतिमा पर माल्यार्पण के साथ साथ प्रतिमा पर लगवाई गई छतरी का अनावरण किया गया।

ब्राह्मण समाज कल्याण परिषद के सौजन्य से लगाई गई छतरी का अनावरण संरक्षक मण्डल के सदस्य इंजीनियरिंग कैलाश नाथ चतुर्वेदी ने किया एवं कहा कि अमर शाहिद पण्डित चन्द्र शेखर आजाद हमारे समाज के आदर्श है उनकी प्रतिमा पर छतरी लगाना उनके प्रति श्रद्धा एवं सम्मान का प्रतीक है।

इस दौरान ब्राह्मण समाज कल्याण परिषद के अध्यक्ष ब्रजेश नन्दन पाण्डेय ने कहा कि पण्डित चन्द्र शेखर आजाद ने अपने प्राणों की आहुति देकर इस देश की स्वतन्त्रता में अपना अमूल्य योगदान दिया है ऐसे में हमारा दायित्व है कि हम अपने अमर शहीदों को याद करें और उनके बताए रास्ते पर चलने की कोशिश करें।

इस दौरान ब्राह्मण समाज कल्याण के अध्यक्ष ब्रजेश नन्दन पाण्डेय, महामंत्री मनोज कुमार त्रिपाठी,विश्वदेव उपाध्याय,सतीश मिश्र,गिरीश चतुर्वेदी,राम कवल चतुर्वेदी,गोविंद दुबे,उपेंद्र दत्त शुक्ला,राजन पाण्डेय ,निशीथ रंजन तिवारी , घनश्याम उपाध्याय, प्रवेश दीक्षित,आर्या कांत मिश्रा, हेमन्त पाण्डेय, सुधाकर उपाध्याय, तारकेश्वर मिश्रा,आनन्द उपाध्याय आदि ने पण्डित चन्द्र शेखर आजाद की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया।

ब्राह्मण समाज कल्याण परिषद के तत्वावधान में 23 जुलाई को मनाई जायेगी तिलक एवं आजाद जयंती

उपेन्द्र पांडेय

आजमगढ़::सुबह अमर शहीद पण्डित शहीद चन्द्र शेखर आजाद की प्रतिमा पर लगवाई गई छतरी का होगा अनावरण और ब्राह्मण समाज कल्याण परिषद के महामंत्री मनोज कुमार त्रिपाठी ने मंगलवार को एक प्रेस विज्ञप्ति के माध्यम से बताया कि प्रत्येक वर्ष की भांति इस वर्ष भी 23 जुलाई 2025 दिन बुधवार को महान स्वतंत्रता संग्राम सेनानी प0 बाल गंगाधर तिलक जी एवं महान क्रांतिकारी अमर शहीद प0 चन्द्र शेखर आजाद जी की जयंती मनाई जायेगी ।

प्रातः 7 बजे पालीटेक्निक तिराहे पर स्थित प0 चन्द्र शेखर आजाद जी की प्रतिमा पर माल्यार्पण एवं ब्राह्मण समाज कल्याण परिषद के सौजन्य से लगाई गई छतरी का अनावरण किया जाएगा तथा शाम 4 बजे पाण्डेय बाजार स्थित सनातन धर्म संस्कृत कॉलेज में दोनों महान विभूतियों के व्यक्तित्व एवं कृतित्व पर चर्चा की जायेगी । जिसमे जनपद के सभी गणमान्य एवं विद्वतजन प्रतिभाग करेंगें ।

ज्योतिषाचार्य भूपेंद्रानंद महाराज के जन्मदिन पर शिष्य ने रुद्राभिषेक, हनुमान जी का पाठ और वृक्षारोपण करके मनाया

उपेन्द्र कुमार पांडेय,आजमगढ़::गुरु पूर्णिमा के शुभ अवसर पर शिष्य ने अपने गुरुओं के लिए अनेकों प्रकार से अलग-अलग स्थान पर रुद्राभिषेक हनुमान जी का पाठ करके बड़े धूमधाम से मनाया । वैदिक परम्परा के अनुसार गुरु पूर्णिमा को मेरा जन्म दिवस भी है ,जो तिथि के अनुसार मनाया जाता है। पिछली बार मेरे जन्म दिवस पर लोगो द्वारा वृक्षारोपण का कार्य हुआ ,उसी प्रकार इस वर्ष चूँकि तमाम आपदा,और कुछ घटनाएँ ऎसी हुई जिससे मन व्यथित है, अतः समाजिक सद्भावना एवं धर्म के उत्थान के लिए इस बार आप से विनम्र निवेदन है, कि हनुमान चालिसा का पाठ , रुद्राअभिषेक ,सप्तशती का पाठ जो जिस योग्‍य है, करके मेरे जीवन को सार्थक करें।

प्रकृति के तीन गुणों (सत्व, रजस, तमस) का संतुलन पूर्णिमा पर विशेष रूप से प्रभावी माना जाता है। श्लोक:

सत्वपुरुषान्यताख्याति विवेकख्याति च।

व्यक्ताव्यक्तज्ञविज्ञानं परमपुरुषार्थसिद्धये॥

यहाँ सत्व गुण की प्रबलता को पूर्णिमा के साथ जोड़ा जाता है, जो आध्यात्मिक उन्नति के लिए सहायक है।

वेदांत दर्शन:

वेदांत में, पूर्णिमा को आत्मा और परमात्मा के मिलन का प्रतीक माना जाता है। उपनिषदों में चंद्रमा को ब्रह्म का प्रतीक माना गया है, जो ज्ञान और शांति का स्रोत है।

शास्त्रीय सिद्धांत और नियम

पूर्णिमा के दिन कई शास्त्रीय नियम और सिद्धांत लागू होते हैं, जो वेदांग ज्योतिष और सूर्य सिद्धांत से प्रेरित हैं:

तिथि गणना: पूर्णिमा की तिथि चंद्रमा की गति और सूर्य के साथ उसके कोण के आधार पर निर्धारित की जाती है। वेदांग ज्योतिष में इसे कालविज्ञापक शास्त्र कहा गया है।

व्रत और उपवास: पूर्णिमा पर उपवास और पूजा का विशेष महत्व है। शास्त्रों में इसे "सोमव्रत" कहा जाता है, जिसमें चंद्रमा की पूजा और जल अर्पण शामिल है।

यज्ञ और कर्मकांड: वेदांग ज्योतिष के अनुसार, पूर्णिमा पर यज्ञ और धार्मिक कर्मकांड विशेष फलदायी होते हैं। श्लोक:

वेदा हि यज्ञार्थमभिप्रवृत्ताः कालानुपूर्वा विहिताश्च यज्ञाः॥

यह दर्शाता है कि सही तिथि और नक्षत्र पर किए गए यज्ञ अधिक प्रभावी होते हैं।

प्रमाणित तथ्य और उदाहरण

खगोलीय सटीकता: सूर्य सिद्धांत में चंद्रमा की गति और पूर्णिमा की गणना आधुनिक खगोलीय गणनाओं से काफी हद तक मेल खाती है। उदाहरण के लिए, चंद्रमा का व्यास 2160 मील बताया गया है, जो आधुनिक माप (2159 मील) से लगभग सटीक है।

ज्योतिषीय प्रभाव: आधुनिक शोधों में यह पाया गया है कि पूर्णिमा के दिन मानव मन पर चंद्रमा का गुरुत्वाकर्षण प्रभाव पड़ता है, जिससे भावनात्मक उतार-चढ़ाव और नींद के पैटर्न में बदलाव देखे गए हैं। हालांकि, यह वैज्ञानिक रूप से पूर्णतः सिद्ध नहीं है।

पौराणिक उदाहरण: कार्तिक पूर्णिमा पर गंगा स्नान और दीपदान का महत्व पुराणों में वर्णित है। स्कंद पुराण में कहा गया है कि इस दिन गंगा स्नान से पापों का नाश होता है।

विशिष्ट व्रत/पर्व: गुरु पूर्णिमा का शोधात्मक विश्लेषण

गुरु पूर्णिमा आषाढ़ मास की पूर्णिमा को मनाया जाता है और यह हिंदू धर्म में गुरु-शिष्य परंपरा को समर्पित है। यह पर्व आध्यात्मिक, पौराणिक, और दार्शनिक दृष्टिकोण से अत्यंत महत्वपूर्ण है।

पौराणिक और ऐतिहासिक आधार

पौराणिक कथा: गुरु पूर्णिमा को वेदव्यास जयंती के रूप में भी मनाया जाता है, क्योंकि महर्षि वेदव्यास का जन्म इस दिन हुआ था। वे वेदों के संकलनकर्ता और महाभारत के रचयिता हैं। पुराणों में वेदव्यास को गुरु परंपरा का प्रतीक माना गया है।

श्लोक (महाभारत, आदिपर्व):

व्यासो विश्वस्य संनादति सर्वं विश्वेन संनादति।

गुरुं प्रणम्य सर्वं विश्वेन संनादति॥

यह श्लोक गुरु की महत्ता को दर्शाता है, जो ज्ञान का स्रोत है।

ऐतिहासिक संदर्भ: गुरु पूर्णिमा का उल्लेख वैदिक साहित्य और उपनिषदों में भी मिलता है, जहाँ गुरु को ब्रह्म, विष्णु, और शिव का स्वरूप माना गया है।

आध्यात्मिक महत्व

गुरु पूर्णिमा पर गुरु की पूजा और उनके प्रति कृतज्ञता व्यक्त की जाती है। यह दिन आध्यात्मिक साधना, ध्यान, और गुरु मंत्र जप के लिए उपयुक्त माना जाता है।

उपनिषदों में गुरु की महत्ता:

तैत्तिरीय उपनिषद में कहा गया है:

आचार्यदेवो भव॥

अर्थात्, आचार्य को देवता के समान मानो। यह गुरु पूर्णिमा के आध्यात्मिक आधार को दर्शाता है।

ज्योतिषीय महत्व

आषाढ़ पूर्णिमा पर चंद्रमा धनिष्ठा या श्रवण नक्षत्र में होता है, जो गुरु (बृहस्पति) ग्रह से संबंधित है। यह नक्षत्र ज्ञान, बुद्धि, और आध्यात्मिक उन्नति का प्रतीक है।

इस दिन गुरु ग्रह की शक्ति चंद्रमा के माध्यम से अधिक प्रभावी होती है, जो शिष्य के लिए ज्ञानार्जन और आध्यात्मिक प्रगति के लिए शुभ मानी जाती है।

शास्त्रीय नियम और अनुष्ठान

व्रत और पूजा विधि:

उपवास: इस दिन उपवास रखा जाता है और गुरु की पूजा की जाती है।

गुरु मंत्र जप: गुरु मंत्र (जैसे "ॐ गुरवे नमः") का जप और गुरु के चरणों में समर्पण।

दान: ब्राह्मणों और गुरुओं को दान देना शुभ माना जाता है।

शास्त्रीय आधार: वेदांग ज्योतिष में गुरु पूर्णिमा को यज्ञ और कर्मकांड के लिए शुभ दिन माना गया है। यह दिन गुरु-शिष्य संबंध को मजबूत करने के लिए विशेष रूप से महत्वपूर्ण है।

शोधात्मक विश्लेषण

दार्शनिक दृष्टिकोण: गुरु पूर्णिमा वेदांत दर्शन में आत्मा और परमात्मा के बीच गुरु को सेतु के रूप में देखता है। शंकराचार्य ने अपने ग्रंथों में गुरु की महत्ता को रेखांकित किया है, जैसे:

गुरुर्ब्रह्मा गुरुर्विष्णुर्गुरुर्देवो महेश्वरः।

गुरु साक्षात् परब्रह्म तस्मै श्री गुरवे नमः॥

यह श्लोक गुरु को परमब्रह्म का स्वरूप मानता है।

सामाजिक प्रभाव: गुरु पूर्णिमा भारतीय समाज में शिक्षा और ज्ञान की परंपरा को मजबूत करता है। यह पर्व गुरु-शिष्य परंपरा को जीवित रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।

वैज्ञानिक दृष्टिकोण: चंद्रमा का गुरुत्वाकर्षण प्रभाव इस दिन मानव मन पर पड़ सकता है, जिससे ध्यान और एकाग्रता बढ़ती है। यह वैज्ञानिक रूप से पूर्णतः सिद्ध नहीं है, लेकिन मनोवैज्ञानिक अध्ययनों में पूर्णिमा के प्रभाव को मान्यता दी गई है।

प्रमाणित तथ्य

ऐतिहासिक साक्ष्य: वेदव्यास का जन्म और कार्य गुरु पूर्णिमा से जुड़ा है, जो वैदिक साहित्य में दर्ज है।

खगोलीय गणना: सूर्य सिद्धांत और वेदांग ज्योतिष के आधार पर गुरु पूर्णिमा की तिथि सटीक रूप से निर्धारित की जाती है, जो आधुनिक खगोलीय गणनाओं से मेल खाती है।

सांस्कृतिक प्रभाव: गुरु पूर्णिमा भारत में शिक्षा संस्थानों और आध्यात्मिक संगठनों में बड़े पैमाने पर मनाया जाता है, जो इसकी सामाजिक प्रासंगिकता को दर्शाता है।

पूर्णिमा भारतीय संस्कृति, ज्योतिष, और खगोलशास्त्र का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है, जो सूर्य सिद्धांत और वेदांग ज्योतिष के गणितीय और खगोलीय आधारों पर टिका है। इसका आध्यात्मिक और पौराणिक महत्व चंद्रमा की शक्ति और मानव जीवन पर इसके प्रभाव को दर्शाता है। दार्शनिक दृष्टिकोण से, यह प्रकृति और पुरुष के संतुलन का प्रतीक है।

गुरु पूर्णिमा जैसे विशिष्ट पर्व इसकी आध्यात्मिक गहराई को और बढ़ाते हैं, जो गुरु-शिष्य परंपरा और ज्ञान की महत्ता को रेखांकित करता है। शास्त्रीय नियम और श्लोक, जैसे सूर्य सिद्धांत और उपनिषदों के उद्धरण, इसके वैज्ञानिक और आध्यात्मिक आधार को प्रमाणित करते हैं।

विश्व हिंदू परिषद ने भदुली गांव के गौशाला में 51 पौधे का किया वृक्षारोपण

उपेन्द्र कुमार पांडे

आजमगढ़::समग्र ग्राम विकास आरएसएस, रिलीफ इंडिया क्लब एवं विश्व हिन्दू परिषद गोरक्षा विभाग आर्यमगढ़ के संयुक्त तत्वाधान में रविवार को पल्हनी ब्लॉक के भदुली गाँव स्थित श्री शिव जी पार्वती जी मंदिर गौशाला में वृक्षारोपण अभियान के अंतर्गत 51 पौधे पदाधिकारीयों व कार्यकर्ताओं द्वारा लगाए गए।

वृक्षारोपण अभियान में बतौर मुख्य अतिथि आरएसएस प्रान्त ग्राम विकास प्रमुख श्री सत्येंद्र जी एवं विशेष अतिथि के रूप में आरएसएस जिला संघचालक कामेश्वर जी, विभाग धर्म जागरण संयोजक ओमप्रकाश पाण्डेय जी, वरिष्ठ स्वयंसेवक सिंहासन यादव , गोरक्षा प्रान्त उपाध्यक्ष दीनानाथ सिंह, सिधारी थानाध्यक्ष शशिचंद्र चौधरी, गोरक्षा प्रान्त संयोजक गौरव सिंह रघुवंशी सम्मिलित हुए।

प्रकृति के संरक्षण संवर्धन हेतु चलाये जा रहे इस अभियान का शुभारम्भ पूज्य संत योग साधक श्री मौनी महाराज जी एवं गुरुमाता सुमन देवी जी के कर कमलों से किया गया।

रिलीफ इंडिया क्लब के सचिव राघवेंद्र मिश्र लड्डू ने बताया कि वृक्षारोपण अभियान के दूसरे चरण में शिव जी पार्वती जी मंदिर गौशाला बाबा नरसिंह दास जी की कुटी भदुली घाट के प्रांगण में आज 51 वृक्ष लगाए गए जिसमें फलदार और छायादार दोनों प्रकार के वृक्ष रोपे गए हैँ और आगे आश्रम परिवार द्वारा इन सभी वृक्षों की देखभाल भी सुनिश्चित की जाएगी।

आरएसएस जिला संघचालक कामेश्वर जी ने कहा कि विहिप गोरक्षा,रिलीफ इंडिया क्लब एवं समग्र ग्राम विकास द्वारा चलाया जा रहा यह अभियान प्रकृति के संरक्षण हेतु अत्यंत सराहनीय है और समाज को भी आगे बढ़कर ज्यादा से ज्यादा संख्या में पेड़ लगाने चाहिए। यह पावन गौशाला जहाँ देशी नस्ल की सैकड़ों गौमाता का निवास स्थान है इस पवित्र प्रांगण में वृक्षारोपण कार्यक्रम संपन्न हुआ है और आगे भी यह अभियान चलता रहेगा।

वृक्षारोपण के दौरान आश्रम परिवार से वंदना जी, अम्बरीष यादव, मनीष यादव, अवनीश यादव, वीरेंद्र महादेव, अंकुर गुप्ता, गौतम बरनवाल, आशीष यादव, अभिषेक श्रीवास्तव, पंकज शर्मा, विभोर अग्रवाल, विपिन कुमार बब्बन, अक्षय चौहान, शिवबचन यादव, उमा, विष्णु राजभर, शैलेश यादव, श्लोक यादव, अभिषेक यादव, रामकुमार सिंह समेत अनेकों कार्यकर्ता सम्मिलित हुए।

भाजपा के पदाधिकारी ने 9 जुलाई को प्रस्तावित कार्यक्रम स्थल का किया निरीक्षण

उपेंद्र कुमार पांडे

 आजमगढ़ :: मुबारकपुर विधान सभा में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का आगमन 9 जुलाई को प्रस्तावित हुआ है। कार्यक्रम हेतु का स्थलीय निरीक्षण गोरखपुर क्षेत्र के क्षेत्रीय अध्यक्ष सहजानंद राय के साथ निवर्तमान जिला अध्यक्ष सूरज प्रकाश श्रीवास्तव ने अधिकारियों कार्यक्रम के संदर्भ में वार्ता किया।

  सहजानंद राय ने कहा कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का 9 जुलाई को वृक्षारोपण का कार्यकम मुबारकपुर विधान सभा के केरमा गांव प्रस्तावित हुआ है। इस कार्यकम में हमारे प्रदेश के मुखिया योगी आदित्यनाथ उपस्थित होकर बृहद स्तर पर वृक्षा रोपण करेंगे के पश्चात जनसभा को संबोधित करेंगे।इतनी बड़े स्तर पर पहली बार कोई सरकार वृक्षों का रोपण कर ग्रीन कोरिडोर बनाने का काम कर रही है। मै आज यहां के आस पास के सभी गांव में जाकर लोगों से जनसभा में आने के लिए आग्रह करूगा।

इस अवसर पर निवर्तमान जिला अध्यक्ष सूरज प्रकाश श्रीवास्तव,डॉ० राकेश राय जी(प्रदेश संयोजक हिन्दू युवा वाहिनी), जिला उपाध्यक्ष भाजपा श्री अजय सिंह जी,पूर्व विधायक मुबारकपुर श्री रामदर्शन यादव जी,जिला संयोजक प्रबुद्ध प्रकोष्ठ श्री प्रवीण सिंह,मयंक श्रीवास्तव ,सौरभ कन्नौजिया आदि प्रमुख रूप से उपस्थित रहे।

वन महोत्सव के अवसर पर CollCom संस्था द्वारा पर्यावरण संरक्षण की दिशा में 5000 पौधे वितरण किए

उपेंद्र कुमार पांडे,आजमगढ। CollCom संस्था के राष्ट्रीय समन्वयक प्रीतेश मिश्रा एवं हरित परियोजना के समन्वयक अभय कुमार यादव के मार्गदर्शन में वन महोत्सव के अंतर्गत एक व्यापक पौधरोपण अभियान की शुरुआत की गई। इस अभियान के तहत संस्था की टीम ने वन विभाग व कृषि विभाग के अश्वनी सिंह से समन्वय स्थापित कर पर्यावरण एवं कृषक हित में उपयुक्त स्थलों का चयन करते हुए पौधरोपण कार्य प्रारंभ किया।

इस कार्य में संस्था के वालंटियर्स — अवनीश यादव, अमित कुमार, शिवाकांत मिश्रा एवं अन्य सक्रिय सदस्यों का सराहनीय योगदान रहा। अभियान के पहले दो दिनों में लगभग 5000 से अधिक पौधों का वितरण कर, विभिन्न स्थलों पर उनका रोपण सुनिश्चित किया गया।

संस्था का मुख्य उद्देश्य केवल पौधे लगाना नहीं, बल्कि समाज में पर्यावरणीय चेतना का संचार कर, जनसहभागिता के माध्यम से हरित भारत के निर्माण में योगदान देना है। अगले 2–3 दिनों तक आज़मगढ़ जनपद में चिन्हित स्थानों पर यह अभियान जारी रहेगा।

CollCom संस्था* का यह प्रयास आने वाली पीढ़ियों को स्वच्छ, संतुलित एवं हरित पर्यावरण उपलब्ध कराने की दिशा में एक सकारात्मक एवं प्रेरणादायक कदम है ।

ब्राह्मण स्वयं सेवक संघ प्रदेश स्तरीय बैठक स्वतंत्र गर्ल्स डिग्री कॉलेज में पांच सूत्रीय बिंदुओं पर अहम बैठक हुआ

उपेंद्र कुमार पांडेय,ब्राह्मण स्वयं सेवक संघ ने पांच सूत्रीय बिंदुओं पर अपने पदाधिकारी और ब्राह्मण बंधुओ के साथ रविवार को स्वतंत्र गर्ल्स डिग्री कॉलेज आलमबाग सिंगार नगर में बैठक किया। संस्था के संस्थापक अरविंद कुमार तिवारी ने कहा है कि उत्तर प्रदेश में ब्राह्मण पर हो रहे अत्याचार को लेकर गहन चर्चा किया और सरकार को ब्राह्मण समाज पर हो रहे जुल्म पर कड़ी से कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए। हमारा पूरा ब्राह्मण समाज वसुधैव कुटुंबकम् पर कार्य करता है। समाज प्रकृति, संस्कार को सूत्र में बांधकर देश को आगे बढ़ाने का कार्य करता है ।हम सब भगवान परशुराम जी के वंशज हैं। देश को आजाद करने में सीने पर गोली खाने वाले मंगल पांडे, चंद्रशेखर आजाद , अपने प्राणों की आहुति देकर देश को आजाद किया ।

प्रदेश संगठन मंत्री प्रमोद तिवारी ने कहा कि ब्राह्मण पहले भी श्रेष्ठ थे। आज भी श्रेष्ठ है। ब्राह्मण के ऊपर हमेशा अत्याचार होता है मुगल अंग्रेज और सल्तनत में ब्राह्मणों के ऊपर खूब अत्याचार किया था सब लोग मिटकर खत्म हो गए हैं। लेकिन ब्राह्मण कभी झुकने वाला नहीं है।।इस अवसर पर अरविन्द तिवारी , राम जीवन पाण्डेय , हरीश मिश्रा, विनीत तिवारी, प्रमोद तिवारी, अखिलेश शुक्ला, राजेश त्रिपाठी, आशुतोष मिश्रा, अंकुर तिवारी, अंकुर शर्मा, विकाश तिवारी विक्की तिवारी, पवन मिश्रा, सुशील अवस्थी , रमा शंकर द्विवेदी, के के शुक्ला, राजेंद्र तिवारी, शिखर त्रिवेदी, सुनील मिश्रा लल्लन दुबे, राजेंद्र तिवारी समस्त पदाधिकारी और ब्राह्मण बंधु मौजूद थे।