तंबाकू और धूम्रपान से नुकसान ही नुकसान : डॉ सूर्य कान्त
विश्व तंबाकू निषेध दिवस 2025: युवाओं को लुभाने वाली तंबाकू उद्योग की चालें होंगी बेनकाब
लखनऊ। किंग जॉर्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय (KGMU) के रेस्पिरेटरी मेडिसिन विभाग के अध्यक्ष और तंबाकू निषेध क्लिनिक के संस्थापक प्रभारी डॉ. सूर्य कान्त के अनुसार, इस वर्ष का उद्देश्य स्पष्ट है—तंबाकू और निकोटीन उत्पादों को आकर्षक दिखाने के पीछे की छल-कपट वाली रणनीतियों को उजागर करना, विशेषकर युवाओं को लक्ष्य बनाने वाले हथकंडों को।
डॉ. सूर्य कान्त बताते हैं कि उद्योग आज की युवा पीढ़ी को लुभाने के लिए उत्पादों में स्वाद, खुशबू और आकर्षक पैकेजिंग जैसे तत्व मिलाते हैं। इसके साथ-साथ सोशल मीडिया और डिजिटल प्लेटफॉर्म्स का उपयोग कर तंबाकू उत्पादों को ग्लैमराइज किया जाता है। यही कारण है कि आज युवाओं में तंबाकू की लत तेजी से बढ़ रही है।
:- जानलेवा तंबाकू: आंकड़े और खतरे
भारत में हर साल 12 लाख लोग तंबाकू और धूम्रपान से संबंधित बीमारियों के कारण जान गंवाते हैं। तंबाकू सेवन से 25 प्रकार की बीमारियां और लगभग 40 तरह के कैंसर हो सकते हैं—जैसे मुँह, फेफड़े, प्रोस्टेट, पेट, और ब्रेन ट्यूमर।
:- अन्य समस्याएं: ब्रॉन्काइटिस, एसिडिटी, टीबी, हार्ट अटैक, फॉलिज, नपुंसकता, माइग्रेन, उच्च रक्तचाप, सांस फूलना आदि।
:- गर्भावस्था और परोक्ष धूम्रपान:
गर्भवती महिलाओं के तंबाकू सेवन से कम वजन वाले नवजात, गर्भपात और जन्मजात बीमारियों की आशंका बढ़ जाती है। जब कोई व्यक्ति धूम्रपान करता है, तो 70% धुआं वातावरण में रह जाता है, जिससे परिवार और आस-पास के लोग भी परोक्ष रूप से प्रभावित होते हैं।
:- सरकार की सख्ती: COTPA अधिनियम
भारत सरकार ने "सिगरेट्स एंड अदर टोबैको प्रोडक्ट्स एक्ट (COTPA), 2003" लागू किया है, जिसके अंतर्गत: सार्वजनिक स्थानों पर धूम्रपान करने पर ₹200 का जुर्माना।
18 वर्ष से कम आयु वालों को तंबाकू बेचना प्रतिबंधित। शिक्षण संस्थानों के 100 गज के दायरे में बिक्री पर रोक। तंबाकू उत्पादों पर चित्रमय स्वास्थ्य चेतावनी अनिवार्य।
:- चौंकाने वाले आंकड़े:
27 करोड़ भारतीय तंबाकू का सेवन करते हैं (GATS 2016-17)। शुरुआत की औसत उम्र: 18.7 वर्ष। 2.2 करोड़ किशोर (13-15 वर्ष) तंबाकू की लत के शिकार हैं। 08 करोड़ किशोर परोक्ष धूम्रपान के संपर्क में आते हैं। पुरुषों में इसकी लत महिलाओं की तुलना में पहले शुरू होती है।
:- बीड़ी बनाम सिगरेट:
डॉ. सूर्य कान्त बताते हैं कि बीड़ी, सिगरेट से अधिक हानिकारक होती है। कम निकोटीन मात्रा होने के कारण बार-बार सेवन की आवश्यकता होती है, जिससे शरीर में निकोटीन की मात्रा ज्यादा पहुंचती है।
:- तंबाकू छोड़ने के फायदे: स्वास्थ्य की ओर पहला कदम
8 घंटे - निकोटीन व कार्बन मोनोऑक्साइड का स्तर घटता है; रक्त में ऑक्सीजन सामान्य होती है।
24 घंटे- कार्बन मोनोऑक्साइड शरीर से बाहर; दिल का दौरा पड़ने का खतरा कम।
48 घंटे - निकोटीन खत्म; स्वाद और सूंघने की शक्ति लौटने लगती है।
1 महीना - त्वचा साफ; खांसी और कफ में कमी।
3-9 महीने फेफड़े मजबूत; इम्यून सिस्टम बेहतर।
5 साल - हार्ट अटैक और स्ट्रोक का खतरा घटता है।
10 साल - फेफड़ों और अन्य अंगों के कैंसर का खतरा लगभग आधा हो जाता है।
विश्व तंबाकू निषेध दिवस केवल एक प्रतीक नहीं है, यह एक संकल्प है—स्वास्थ्य के प्रति सजगता का, उद्योगों के छलावरण को पहचानने का और तंबाकू-मुक्त भविष्य की दिशा में कदम बढ़ाने का।
" आज छोड़िए तंबाकू, ताकि कल का जीवन हो स्वस्थ और सुरक्षित।"
Jun 02 2025, 15:34