विश्व तंबाकू निषेध दिवस पर केजीएमयू का जागरूकता अभियान: युवाओं को किया तंबाकू उद्योग की रणनीतियों से सतर्क
लखनऊ। विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) द्वारा घोषित विश्व तंबाकू निषेध दिवस के अवसर पर किंग जॉर्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय (केजीएमयू) के दंत विज्ञान संकाय के पब्लिक हेल्थ डेंटिस्ट्री विभाग ने एक सशक्त और बहुआयामी जनजागरूकता अभियान चलाया। इस अभियान का मुख्य उद्देश्य युवाओं और स्वास्थ्य पेशेवरों को तंबाकू उद्योग की लुभावनी एवं भ्रामक रणनीतियों से सतर्क कर उन्हें इसके विरोध के लिए प्रेरित करना रहा।
प्रोफेसर डॉ. विनय कुमार गुप्ता के नेतृत्व में विभाग ने विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया। उन्होंने भारतीय रेलवे परिवहन प्रबंधन संस्थान (IRITM) में 150 से अधिक प्रतिभागियों को संबोधित किया और तंबाकू उद्योग द्वारा युवाओं को प्रभावित करने की चालों पर प्रकाश डाला। साथ ही IRITM में निःशुल्क मौखिक कैंसर जांच शिविर भी लगाया गया।
डॉ. गुप्ता ने ऑनलाइन वेबिनार के माध्यम से आम जनता को तंबाकू सेवन के खतरों और युवाओं में इसकी बढ़ती प्रवृत्ति पर जागरूक किया।
सह-प्राध्यापिका डॉ. निशिता कंकाणे ने नर्सिंग व डेंटल छात्रों को तंबाकू निषेध में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका के प्रति सजग किया। उन्होंने बताया कि ये छात्र स्वास्थ्य के क्षेत्र में परिवर्तन के वाहक हैं।
परास्नातक छात्रों ने स्कूलों में जाकर बच्चों को तंबाकू उद्योग की चालों से अवगत कराया। बच्चों ने भी अभियान में भाग लेकर तंबाकू के दुष्प्रभावों पर अपने विचार साझा किए।
डेंटल और नर्सिंग छात्रों ने मेडिकल व डेंटल ओपीडी में स्ट्रीट प्ले प्रस्तुत किए और “नो स्पिटिंग” अभियान के अंतर्गत जगह-जगह स्टिकर लगाए, जिससे स्वच्छता और स्वास्थ्य का संदेश आमजन तक पहुँचा।
सरोजिनी नगर व बंथरा के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में मरीजों को स्वयं मौखिक जांच (Self Oral Examination) की विधि सिखाई गई, जिससे वे प्रारंभिक अवस्था में ही मौखिक कैंसर जैसे खतरों को पहचान सकें।
अभियान के समापन पर सैकड़ों नागरिकों और स्वास्थ्यकर्मियों ने तंबाकू-मुक्त जीवन जीने की शपथ ली, जिससे इस वर्ष के थीम “झूठी चमक के पीछे की सच्चाई: तंबाकू और निकोटिन उत्पादों के उद्योग की रणनीतियों को उजागर करना” को सार्थकता मिली।
केजीएमयू का पब्लिक हेल्थ डेंटिस्ट्री विभाग जनस्वास्थ्य व तंबाकू नियंत्रण के लिए निरंतर प्रयासरत है, और यह अभियान उसकी प्रतिबद्धता का जीवंत उदाहरण बना।
Jun 01 2025, 09:02