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*सीएम योगी ने दिया आर्थिक संबल, कृतज्ञ हुए पूर्व प्रधान के परिजन*

गोरखपुर, 22 मई। पीपीगंज क्षेत्र के ग्राम नयनसर के पूर्व प्रधान श्री नागेंद्र चौधरी का लंबी बीमारी के बाद निधन हो गया था। इससे परिवार की आर्थिक स्थिति खराब हो गई थी। प्रकरण जैसे ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के संज्ञान में आया उन्होंने परिवार को आत्मीयता के पुट में भरपूर आर्थिक संबल प्रदान किया। मुख्यमंत्री की तरफ से मदद मिलते ही पूर्व प्रधान के परिजन कृतज्ञता प्रकट करते हुए बोल

पड़े, महाराज जी की मदद ने संभाल लिया वरना हम बिखर जाते।

नागेंद्र चौधरी नयनसर के पूर्व प्रधान रहे। उनकी तबियत काफी दिनों से खराब चल रही थी। विगत 8 मई को उनका निधन हो गया। पूर्व प्रधान के घर की आर्थिक दशा वर्तमान समय में काफी खराब हो गई थी। यह बात जब मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पता चली तो उन्होंने स्वर्गीय नागेंद्र चौधरी के परिजनों को मुख्यमंत्री राहत कोष से पांच लाख रुपये की आर्थिक सहायता स्वीकृत की। मुख्यमंत्री के निर्देश के बाद गुरुवार को जिला प्रशासन की एक टीम स्वर्गीय नागेंद्र चौधरी के नयनसर गांव स्थित आवास पर पहुंची और पांच लाख रुपये की सहायता राशि का चेक उनकी पत्नी को प्रदान किया।

एमएलसी और विधायक ने सीसी रोड का लोकार्पण किया

खजनी गोरखपुर।ब्लॉक क्षेत्र के गोपालपुर गांव में विधान परिषद सदस्य डाॅ. धर्मेंद्र सिंह के विधान मंडल क्षेत्र विकास निधि के द्वारा 16.450 लाख की लागत से निर्मित 180 मीटर लंबे मार्ग का लोकार्पण एमएलसी डॉ.धर्मेंद्र सिंह एवं क्षेत्रीय विधायक श्रीराम चौहान ने वैदिक मंत्रोच्चार पूजन के साथ शिलालेख पट्ट का अनावरण करते हुए किया।

मुख्य अतिथि डाॅ. धर्मेंद्र सिंह ने कहा कि योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में जिले में हर तरफ विकास कार्य हुए, विशिष्ट अतिथि क्षेत्रीय विधायक श्रीराम चौहान ने कहा कि सरकार गांवों का सर्वांगीण विकास और प्रदेश की उन्नति चाहती है।

मौके पर मंडल अध्यक्ष अवध बिहारी मिश्रा, रिंकू दुबे, बृजेंद्र चतुर्वेदी बंटी, राजकुमार सिंह, राहुल तिवारी समेत दर्जनों लोग मौजूद रहे। भाजपा किसान मोर्चा के युवा नेता रत्नेश पांडेय ने सभी आगंतुकों के प्रति आभार जताया।

*ट्रैक्टर ट्राली से हुए सड़क हादसे में घायल दंपति गंभीर*

खजनी गोरखपुर।थाने के कटघर बिगही मार्ग पर नशे में धुत ट्रैक्टर चालक ने बाइक सवार दंपति को अपनी चपेट में ले लिया, हादसे में पति पत्नी गंभीर रूप से घायल हो गए और उनकी टीवीएस बाइक बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गई। सूचना मिलते ही घटनास्थल पर लोगों की भीड़ लग गई। मौके पर पहुंची पुलिस ने उन्हें इलाज के लिए अस्पताल भेजा। 

बीती शाम स्वयं सहायता समूह से जुड़े निर्धन दंपति खजनी थाना क्षेत्र के रेहरवा गांव के निवासी ब्लॉक परिसर में चाय नाश्ते की छोटी सी दुकान चला कर गुजर बसर करने वाले धनुषधारी 45 वर्ष अपनी पत्नी रीमा देवी के साथ अपने घर जा रहे थे। कटघर बिगही मार्ग पर मझगांवा गांव के समीप तेज रफ्तार ट्रैक्टर ट्राली की चपेट में आ गए। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि हादसे के बाद चालक बिना नंबर प्लेट की ईंटों से लदी ट्रैक्टर-ट्रॉली लेकर तेजी से भागने लगा था लेकिन सतुआभार चौराहे पर राहगीरों ने उसे पकड़ लिया। 

खजनी पुलिस ने चालक को हिरासत में लेकर ट्रैक्टर-ट्रॉली को कब्जे में ले लिया।

बताया गया कि रावतडांड़ी गांव के निवासी कपिल देव यादव की ट्रैक्टर ट्राली को नशे में धुत्त ट्रैक्टर चालक विवेक यादव चला रहा था।

स्थानीय लोगों ने आक्रोश जताते हुए प्रशासन से कार्रवाई की मांग करते हुए कहा कि उक्त संपर्क मार्ग पर स्थित ईंट भट्ठों पर चलने वाले ट्रैक्टर ट्रालियों से आए दिन होने वाले गंभीर सड़क हादसों की चपेट में आ कर लोग अपनी जान गंवा रहे हैं या हांथ पैर से दिव्यांग बनते जा रहे हैं।

*‘टीबी की सही समय पर पहचान और शीघ्र इलाज जरूरी’’*

गोरखपुर। टीबी के लक्षणों के आधार पर अगर समय रहते इसकी पहचान और इलाज हो जाए तो देश और समाज को टीबी मुक्त बनाना आसान हो जाएगा। देश के यशस्वी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अपील पर इस दिशा में लगातार प्रयास किये जा रहे हैं। यह बातें जिला क्षय रोग अधिकारी (डीटीओ) डॉ गणेश यादव ने कहीं। वह महायोगी गोरखनाथ विश्विद्यालय के श्री गोरक्षनाथ मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल एंड रिसर्च सेंटर के एमबीबीएस प्रथम बैच के विद्यार्थियों को सम्बोधित कर रहे थे। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ राजेश झा के दिशा निर्देशन में राष्ट्रीय टीबी उन्मूलन कार्यक्रम के प्रति जिला क्षय रोग केंद्र की तरफ से जनजागरूकता की पहल को आगे बढ़ाते हुए विद्यार्थियों का संवेदीकरण किया गया। साथ ही साथ उनसे संवाद करते हुए उनके सवालों का जवाब भी दिया गया।

डीटीओ डॉ गणेश यादव ने कहा कि टीबी की पहचान कुछ मामलों में जटिल है लेकिन एक बार पहचान हो जाने पर इसका इलाज सरल है। पूरे जनपद में टीबी के जांच व इलाज की सुविधा निःशुल्क उपलब्ध है। अगर किसी को दो सप्ताह से अधिक की खांसी हो, तेजी से वजन गिर रहा हो, भूख न लगती हो, बलगम में खून आ रहा हो या फिर लगातार कमजोरी महसूस हो रही हो तो वह टीबी का भी मरीज हो सकता है। एक अच्छे चिकित्सक को सबसे पहले ऐसे मरीजों की क्लिनिकल डायग्नोसिस करनी चाहिए। डायग्नोसिस के आधार पर माइक्रोस्कोपिक जांच, एक्स रे जांच या फिर सीबीनॉट जांच से टीबी का पता लगाया जा सकता है। सीबीनॉट जांच के जरिये यह भी पता किया जा सकता है कि मरीज ड्रग सेंसिटिव टीबी से पीड़ित है या फिर ड्रग रेसिस्टेंट टीबी से। इस जांच के आधार पर ही इलाज की उपयुक्त अवधि और दवाएं तय की जाती हैं।

डॉ यादव ने कहा कि अगर टीबी का कोई मरीज प्राइवेट चिकित्सक के यहां भी इलाज करवा रहा है तो उसे निःशुल्क दवाओं और निःशुल्क महंगी जांचों की सुविधा निजी चिकित्सक की सहमति पर स्वास्थ्य विभाग उपलब्ध करवाता है। साथ ही प्रत्येक टीबी मरीज को इलाज की अवधि तक 1000 रुपये प्रति माह की दर से निर्धारित समयावधि पर पोषण के लिए सरकार आर्थिक सहायता देती है। टीबी मरीजों को नोटिफाई करने और उनका इलाज पूरा करवाने पर निजी क्षेत्र के चिकित्सकों को भी 1000 रुपये देने का प्रावधान है। उन्होंने कहा कि इस संवेदीकरण कार्यक्रम के बाद सभी एमबीबीएस के विद्यार्थियों का दायित्व है कि वह अपने आसपास के लोगों का संवेदीकरण करें। टीबी मरीजों की समय से और सटीक पहचान करना सीखें और उनके समय से उपचार के जरिये टीबी का संक्रमण चक्र तोड़ने में अपना योगदान दें।

इस अवसर पर सेंटर के प्रधानाचार्य डॉ अनुराग श्रीवास्तव और शिक्षकगण ने जिला क्षय रोग केंद्र की टीम का स्वागत किया। संवेदीकरण कार्यक्रम में शिक्षक डॉ राम कुमार, डॉ नीतीश कुमार, डॉ पूजा मिश्रा, जिला पब्लिक प्राइवेट मिक्स समन्वयक अभय नारायण मिश्र, मिर्जा आफताब बेग और स्वास्थ्य संचार विशेषज्ञ वेद प्रकाश पाठक भी मौजूद रहे।

*'कर्नल कमांडेंट’ की मानद उपाधि से सम्मानित माननीय कुलपति प्रो पूनम टंडन*

गोरखपुर: एक प्रभावशाली पिपिंग समारोह में दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो. पूनम टंडन को भारत सरकार के रक्षा मंत्रालय द्वारा ‘कर्नल कमांडेंट’ की मानद उपाधि से सम्मानित किया गया। यह सम्मान समारोह विश्वविद्यालय परिसर में महायोगी गुरु गोरखनाथ शोधपीठ में आयोजित किया गया, जिसमें मुख्य अतिथि ब्रिगेडियर परिमल भारती, ग्रुप कमांडर, गोरखपुर ग्रुप ने यह सम्मान प्रदान किया।

प्रो. पूनम टंडन रक्षा मंत्रालय द्वारा कर्नल कमांडेंट का सम्मान प्राप्त करने वाली एकमात्र महिला कुलपति हैं।

समारोह में उपस्थित अन्य एनसीसी अधिकारियों में कर्नल विशाल दुबे, उप ग्रुप कमांडर, गोरखपुर ग्रुप; कर्नल ए. पी. सिंह, कमांडिंग ऑफिसर, 15 यूपी गर्ल्स बटालियन; और लेफ्टिनेंट कर्नल रमन तिवारी, कमांडिंग ऑफिसर, 44 यूपी बटालियन, गोरखपुर शामिल रहे।

समारोह में प्रो. पूनम टंडन ने कहा, “यह मेरे लिए एक बहुत बड़ा सम्मान है। मैं इस उपाधि को अपनी व्यक्तिगत उपलब्धि नहीं, बल्कि विश्वविद्यालय की सामूहिक भावना और योगदान की मान्यता के रूप में देखती हूँ।”

उन्होंने एनसीसी और विश्वविद्यालय के ऐतिहासिक संबंधों को रेखांकित करते हुए कहा, “दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय स्वतंत्रता के बाद स्थापित होने वाला पहला विश्वविद्यालय था। इसकी स्थापना 1956 में हुई थी, जो वही वर्ष है जब एनसीसी की स्थापना हुई। यह हमारे गहरे और ऐतिहासिक संबंधों को दर्शाता है।”

प्रो. टंडन ने आगे कहा, “हमारे विश्वविद्यालय की एनसीसी इकाई में 350 से अधिक सक्रिय कैडेट हैं, जो सामाजिक सेवा, रक्तदान शिविरों और हाल की मॉक ड्रिल्स जैसी गतिविधियों में लगातार भाग ले रहे हैं। ये कार्य राष्ट्रीय एकता और जनकल्याण में महत्वपूर्ण योगदान देते हैं।”

उन्होंने कहा, “एनसीसी प्रशिक्षण छात्रों के व्यक्तित्व निर्माण में स्थायी प्रभाव डालता है। हर वर्ष हमारे यहाँ से 20 से अधिक छात्र राष्ट्रीय और रक्षा सेवाओं में चयनित होते हैं। यह एनसीसी द्वारा विकसित अनुशासन और कौशल का प्रमाण है।”

इस विशेष अवसर को और गौरवपूर्ण बताते हुए उन्होंने कहा, “यह हमारे लिए गर्व की बात है कि देश के माननीय रक्षा मंत्री श्री राजनाथ सिंह भी हमारे विश्वविद्यालय के पूर्व छात्र हैं। हम रक्षा मंत्रालय को इस सम्मान और निरंतर सहयोग के लिए हृदय से धन्यवाद देते हैं।”

ब्रिगेडियर परिमल भारती का संबोधन:

“यह अत्यंत गर्व और विशेष अवसर है जिसमें हम सभी एकत्रित हुए हैं। मुझे यह कहते हुए गर्व हो रहा है कि 15 गर्ल्स बटालियन और 44 बटालियन का गोरखपुर विश्वविद्यालय से घनिष्ठ और सीधा संबंध रहा है।

कुलपति महोदया ने एनसीसी को बढ़ावा देने में असाधारण योगदान दिया है। उनके नेतृत्व में एनसीसी गतिविधियों को अत्यधिक सकारात्मक प्रतिक्रिया मिली है। विश्वविद्यालय प्रशासन का सहयोग सराहनीय रहा है, जिसके लिए हम आभारी हैं।

एनसीसी का उद्देश्य कैडेट्स में अनुशासन, नेतृत्व और देशभक्ति की भावना विकसित करना है ताकि जब वे विश्वविद्यालय से स्नातक होकर समाज में जाएं तो जिम्मेदार नागरिक के रूप में राष्ट्र की सेवा करें।

विश्वविद्यालय में एनसीसी के लिए उच्च गुणवत्ता का प्रशिक्षण अवसंरचना उपलब्ध है। बाधा प्रशिक्षण और फायरिंग अभ्यास आधुनिक सिम्युलेटर द्वारा समर्थित हैं। कुलपति महोदया ने हथियारों और अन्य उपकरणों की व्यवस्था में उल्लेखनीय सहयोग प्रदान किया है।

हमें विश्वविद्यालय प्रशासन से निरंतर सहयोग और समन्वय मिलता रहा है। हमें विश्वास है कि कुलपति के ऊर्जावान नेतृत्व में यह साझेदारी और सशक्त होगी और कैडेट्स को उत्कृष्ट प्रशिक्षण मिलता रहेगा।”

विशिष्ट अतिथि श्री एन. एन. डी. दुबे (सेवानिवृत्त डीआईजी, कीर्ति चक्र प्राप्तकर्ता) का वक्तव्य:

“मैं अत्यंत प्रसन्न हूं कि 13 वर्षों के बाद हमें यह विशेष अवसर मिला है। सबसे पहले, मैं कुलपति प्रो. पूनम टंडन को हार्दिक बधाई देता हूं। हमें गर्व है कि हमारे पास इतनी दूरदर्शी, सक्षम और प्रेरणादायक नेतृत्वकर्ता हैं।

गर्ल्स बटालियन का आज का प्रदर्शन देखकर गर्व होता है। यह भारत की बदलती राष्ट्रीय और सामाजिक चेतना का प्रतीक है।

जल्द ही एनसीसी कैडेट्स की संख्या 17 लाख से बढ़कर 20 लाख होने जा रही है। यह एक उल्लेखनीय उपलब्धि है और इस बात का प्रमाण है कि हमारे देश के युवा जिम्मेदार नागरिक बनने की दिशा में अग्रसर हैं।

भारत के सामने चुनौतियाँ समाप्त नहीं होने वाली हैं। हम अपने विरोधियों की तुलना में पीछे नहीं हैं, लेकिन हमें सतर्क, तैयार और एकजुट रहना होगा। वर्तमान भू-राजनीतिक परिस्थितियाँ रणनीतिक जागरूकता और शक्ति की मांग करती हैं।

मुझे पूर्ण विश्वास है कि गोरखपुर विश्वविद्यालय के छात्र भविष्य में ऊंचे पदों पर पहुंचेंगे और राष्ट्र निर्माण में महत्वपूर्ण योगदान देंगे।

विश्वविद्यालय और एनसीसी के बीच जो समन्वय है, उसे बनाए रखना चाहिए। यही समन्वय ‘ऑपरेशन सिंदूर’ जैसी सफलताओं में सहायक रहा है।”

प्रो-वाइस चांसलर प्रो. शंतनु रस्तोगी द्वारा धन्यवाद ज्ञापन:

“हम सौभाग्यशाली हैं कि हमें प्रो. पूनम टंडन जैसी कुलपति मिली हैं। हम उनके दिखाए मार्ग पर आगे बढ़ते रहेंगे।”

इस अवसर पर विश्वविद्यालय के एनसीसी अधिकारी—प्रो. डी. एन. मौर्य, प्रो. विनीता पाठक, डॉ. अनुपम सिंह, अन्य अधिकारीगण, डीन, विभागाध्यक्ष, शिक्षकगण एवं एनसीसी कैडेट्स उपस्थित रहे।

मारवाड़ी युवा मंच, गोरखपुर शाखा का शपथ ग्रहण एवं पुरस्कार वितरण समारोह सम्पन्न

गोरखपुर। मारवाड़ी युवा मंच, गोरखपुर शाखा द्वारा शपथ ग्रहण एवं पुरस्कार वितरण समारोह अत्यंत गरिमामय एवं भव्य रूप से सम्पन्न हुआ। समारोह का शुभारंभ दीप प्रज्वलन एवं गणेश वंदना के साथ हुआ, जिससे कार्यक्रम में आध्यात्मिक ऊर्जा का संचार हुआ।

"कार्यक्रम की शुरुआत नव-नियुक्त शाखा उपाध्यक्ष संचित भालोटिया द्वारा मंच पर उपस्थित मुख्य अतिथि, विशिष्ट अतिथियों, पूर्व अध्यक्षों एवं समाज के वरिष्ठ जनों का पुष्पगुच्छ एवं माल्यार्पण के माध्यम से भव्य स्वागत एवं अभिनंदन करते हुए हुई। उन्होंने अपने स्वागत भाषण में मंच की परंपराओं, अतिथियों के योगदान एवं समाज में उनके प्रेरणादायी कार्यों की सराहना की।

"नव-नियुक्त अध्यक्ष मयंक अग्रवाल द्वारा मंच के उद्देश्यों एवं आगामी योजनाओं के वर्णन से हुई। उन्होंने व्यापार संवर्धन, सामाजिक सेवा, रक्तदान, महिला सशक्तिकरण, कृत्रिम पैर वितरण एवं पर्यावरण संरक्षण जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर विशेष अभियान चलाने की घोषणा की।

निवर्तमान अध्यक्ष अभिषेक पोद्दार ने अपने कार्यकाल (2023–2025) की उपलब्धियाँ साझा करते हुए उत्कृष्ट कार्य करने वाले सदस्यों और विशेष रुप से भामाशाह सम्मान: अमित तुलस्यान, सर्वश्रेष्ठ शाखा सदस्य: मयंक अग्रवाल, विशेष सहयोग सम्मान: अंकित पोद्दार को सम्मानित किया।

मुख्य मंचासीन अतिथि चंद्र प्रकाश अग्रवाल (चेयरमैन एवं एमडी, गैलेक्सेट ग्रुप ऑफ इंडस्ट्रीज), विशिष्ट अतिथि: विकास केजरीवाल (विकास केजरीवाल ग्रुप ऑफ कंपनी), नवीन पालड़ीवाल (प्रांतीय अध्यक्ष, मारवाड़ी युवा मंच), विशेष उपस्थिति में: गोरखपुर शाखा उपाध्यक्ष दुर्गेश बजाज, अंकित पोद्दार, निवर्तमान अध्यक्ष अभिषेक पोद्दार, तथा नव-नियुक्त अध्यक्ष मयंक अग्रवाल मंच पर उपस्थित रहे।

प्रांतीय अध्यक्ष नवीन पालड़ीवाल ने नव-नियुक्त अध्यक्ष और उनकी कार्यकारिणी को शपथ दिलाई एवं मंच को नई ऊँचाइयों पर ले जाने हेतु शुभकामनाएँ दीं।

नव-गठित कार्यकारिणी:शाखा सचिव अंकित गाडिया उपाध्यक्षगण: दुर्गेश बजाज, अंकित पोद्दार, संचित भालोटिया, पीयूष तुलस्यान, आकाश अग्रवाल, अभिषेक खाटुवाला, कोषाध्यक्ष: रजत लाठ, संयुक्त मंत्री: अभिषेक केडिया, पीयूष जैन, मीडिया प्रभारी: निकुंज अग्रवाल चांदवासिया, जनसम्पर्क अधिकारी: मानस खेतान, उप जनसम्पर्क अधिकारी: ईशांत सोनथालिया, संपादक: गोपाल टिबरेवाल, वरिष्ठ सलाहकार: अंकुर जालान, कमलेश मोदी, उप कोषाध्यक्ष: अमित तुलस्यान, संचालन मंडल सदस्य: दीपक शर्मा, अंकित लाठ, गौरव चिरानिया, नारायण खेमका, नितीश अग्रवाल, सौरभ जालान, विक्रम रूंगटा, प्रतीक अग्रवाल, मनीष केडिया, निलेश अग्रवाल, मयंक केडिया, आकाश गोयल, मनीष मित्तल, आयुष लाखोटिया

नव-निर्वाचित पदाधिकारियों ने पूर्व अध्यक्ष ज्योति गोयल, अनूप जालान, पंकज अग्रवाल, समाजसेवी मुकुंद गोयनका एवं निर्मल जालान को पगड़ी एवं माला पहनाकर उनका गरिमामय स्वागत एवं अभिनंदन किया।

मंच के संस्थापक ज्योति गोयल ने मंच की स्थापना, उसकी पृष्ठभूमि और समाजसेवा की यात्रा को साझा करते हुए सदस्यों को गर्व का अनुभव कराया।

चंद्र प्रकाश अग्रवाल ने कहा, “युवा शक्ति देश की सबसे बड़ी ताकत है। यदि यही ऊर्जा समाजसेवा और व्यापार विकास में लगे, तो देश को नई ऊँचाइयों तक पहुँचाया जा सकता है।”

विकास केजरीवाल ने मंच की गतिविधियों की सराहना करते हुए युवाओं को संगठित होने की प्रेरणा दी।

पूर्व प्रांतीय एवं शाखा अध्यक्ष अनुराग चांदवासिया ने उपस्थित सदस्यों को प्रेरित करते हुए सकारात्मक ऊर्जा और दृष्टिकोण के साथ कार्य करने का संदेश दिया।

अंत में, नव-नियुक्त शाखा सचिव श्री अंकित गाडिया ने सभी अतिथियों, मंचासीन महानुभावों, सदस्यों, मीडिया प्रतिनिधियों एवं कार्यक्रम को सफल बनाने वाले समस्त सहयोगियों का हृदय से आभार प्रकट किया। उन्होंने कहा कि यह मंच केवल एक संगठन नहीं, बल्कि युवाओं की ऊर्जा, प्रतिबद्धता और सेवा भावना का प्रतीक है। भविष्य में सभी के सहयोग से मंच और भी प्रभावशाली कार्य करेगा। उक्त जानकारी मंच के मीडिया प्रभारी निकुंज अग्रवाल चाँदवासिया द्वारा प्रदान की गई।

36वीं महिला एवं पुरुष फेडरेशन कप हैंडबॉल चैंपियनशिप आगामी 23 मई से....

गोरखपुर। 36 वीं महिला एवं पुरुष फेडरेशन कप हैंडबॉल चैंपियनशिप वीर बहादुर सिंह स्पोर्ट्स कॉलेज गोरखपुर में दिनांक 23 से 26 मई 2025 तक खेला जाएगा l इस प्रतियोगिता में देश के सर्वश्रेष्ठ 10 टीम पुरुष वर्ग में एवं 10 टीम महिला वर्ग में प्रतिभाग करेगी l यह प्रतियोगिता उत्तर प्रदेश हैंडबॉल संघ, लक्ष्य हैंडबॉल अकादमी एवं खेल प्रोत्साहन समिति के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित किया जा रहा है l पुरुष वर्ग में इंडियन रेलवे, एस एस सी बी, पंजाब, चंडीगढ़, सी आई एस एफ, केरल, छत्तीसगढ़, आंध्र प्रदेश, और मेजबान उत्तर प्रदेश, महिला वर्ग में इंडियन रेलवे, राजस्थान, पंजाब, गुजरात, बिहार, केरल, और मेजबान उत्तर प्रदेश, प्रतियोगिता के सभी मैच लीग कम नाक आउट में खेल जाएगा पुल के दो टॉप टीम सेमीफाइनल में खेलेगी। यह प्रतियोगिता गोरखपुर में पहली बार आयोजित की जा रही है सभी मैच इनडोर में खेले जाएंगे सभी टीमों के रहने एवं भोजन की व्यवस्था वीर बहादुर सिंह स्पोर्ट्स कॉलेज में की गई है. इस दौरान डॉ आनंदेश्वर पांडेय (कार्यकारिणी निदेशक हैंडबॉल एसोसिएशन इंडिया),अमित पांडेय (सचिव उत्तर प्रदेश हैण्डबॉल संघ)डॉ राजेश यादव (आयोजक अध्यक्ष गोरखपुर हैंडबॉल संघ),डॉ त्रिलोक रंजन (आयोजक वरिष्ठ उपध्यक्ष गोरखपुर हैंडबॉल संघ),अरविंद कुमार यादव (सचिव गोरखपुर हैंडबॉल संघ), संजय राय (कोषाध्यक्ष गोरखपुर हैंडबॉल संघ), नफीस अहमद उत्तर प्रदेश हैंडबॉल टीम कोच

जिले में दो सौ मॉडल सीआई वीएचएसएनडी-यूएचएसएनडी सत्र स्थल तैयार करने की पहल


गोरखपुर। जिले भर में सीआई ग्राम स्वास्थ्य स्वच्छता पोषण दिवस-शहरी स्वास्थ्य स्वच्छता पोषण दिवस (सीआई वीएचएसएनडी-यूएचएसएनडी) सत्रों के करीब दो सौ मॉडल तैयार किये जाएंगे। इसके पीछे उद्देश्य है कि बाकी सत्रों के आयोजन में भी उनसे सीख ली जाए और पूरे जनपद में गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराई जा सकें। जिला स्वास्थ्य समिति से जुड़ी कार्यकारी समिति की बैठक में सीएमओ डॉ राजेश झा ने जनपद के सभी संबंधित अधिकारियों को इसके लिए तैयारी करने का निर्देश दिया।

उन्होंने कहा कि सभी ब्लॉक में दस दस और शहरी क्षेत्र में भी दस मॉडल सत्र स्थल तैयार करने हैं। सोमवार को हुई इस बैठक में जिले में चल रहे सभी स्वास्थ्य कार्यक्रमों और सीएचसी पीएचसी की स्थिति एवं दी जा रही सेवाओं की भी समीक्षा की गई।

सीएमओ डॉ राजेश झा ने बताया कि मॉडल सत्र स्थल पर मानकों के अनुसार सभी सेवाओं, दवाओं, उपकरणों, पर्यवेक्षण आदि की गुणवत्तापूर्ण उपलब्धता सुनिश्चित की जाएगी। सत्र को मॉडल घोषित करने से पहले ब्लॉक स्तरीय और जिला स्तरीय समितियां मूल्यांकन करेंगी। आवश्यकतानुसार क्षमता संवर्धन भी किये जाएंगे। इस कार्य में सहयोगी संस्थाओं की भी मदद ली जाएगी।

डॉ झा ने बताया कि सीआई वीएचएसएनडी और यूएचएसएनडी सत्र, समुदाय के सबसे नजदीक होते हैं। ग्रामीण क्षेत्रों में एक हजार की आबादी पर, जबकि शहरी क्षेत्रों में ढाई हजार की आबादी पर इनका आयोजन होता है। प्रत्येक बुधवार और शनिवार को आयोजित इन सत्र स्थलों पर योग्य दंपति, गर्भवती, शून्य से चौरासी माह तक के बच्चों और उनके अभिभावकों तथा धात्री महिलाओं एवं किशोर किशोरियों को स्वास्थ्य सेवाएं दी जाती हैं।

उन्होंने बताया कि मॉडल सत्र स्थल पर आवश्यक लॉजिस्टिक्स एवं क्रियाशील उपकरणों और आवश्यक औषधियों की उपलब्धता सुनिश्चित कराई जाएगी। साथ ही दिशा निर्देशों के अनुसार सेवाएं दी जाएंगी और छूटे हुए अवसरों की पहचान कर परामर्श जांच एवं सेवाएं दी जाएंगी। सभी अधिकारियों को निर्देश दिया गया है कि ग्रामीण क्षेत्रों में प्रत्येक ब्लॉक में पांच आयुष्मान आरोग्य मंदिर सत्र स्थल और पांच ग्रामीण सत्र स्थल को मॉडल के तौर पर विकसित किया जाना है।

इस अवसर पर जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ नंदलाल कुशवाहा, जिला क्षय अधिकारी डॉ गणेश यादव, जिला मलेरिया अधिकारी अंगद सिंह, डिप्टी सीएमओ डॉ अश्विनी चौरसिया, डॉ राजेश, जिला कार्यक्रम प्रबंधक पंकज आनंद, डीसीपीएम रिपुंजय पांडेय समेत सभी ब्लॉक स्तरीय अधिकारी और जिला कार्यक्रम प्रबंधन इकाई के सहयोगी प्रतिनिधिगण मौजूद रहे।

सत्रों पर दी जाने वाली प्रमुख सेवाएं

· परिवार नियोजन

· गर्भावस्था जांच और एचआरपी स्क्रीनिंग

· शिशु व धात्री स्वास्थ्य सेवा एवं परामर्श

· नियमित टीकाकरण

· स्वास्थ्य एवं पोषण परामर्श

· आवश्यक दवाओं का वितरण

*मंत्री ने दिव्यांगों को सुविधा के लिए उपकरण दिए*

खजनी गोरखपुर।।ब्लॉक के दुघरा चौराहे पर दिव्यांगों को ट्राइ साइकिल, व्हील चेयर आदि उपकरणों का वितरण किया गया।

पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार मुख्य अतिथि प्रदेश सरकार में पिछड़ा वर्ग कल्याण और दिव्यांग जन सशक्तीकरण राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार नरेंद्र कश्यप ने खजनी ब्लॉक के दुघरा चौराहे पर क्षेत्र के दर्जनों दिव्यांग जनों को बैटरी चालित ट्राइ साइकिल और व्हील चेयर आदि उपकरणों का वितरण किया। उन्होंने कहा कि सीएम योगी के नेतृत्व में दिव्यांग जनों और पिछड़े वर्ग के हितों की रक्षा के लिए प्रदेश सरकार द्वारा दर्जनों लोक हित के कार्यक्रम नियमित रूप से चलाए जा रहे हैं, और उन्हें इसका लाभ भी मिल रहा है।

इससे पूर्व मंत्री के पहुंचते ही ब्लॉक प्रमुख अंशु सिंह उनके पुत्र आयूष सुरेंद्र बहादुर सिंह और क्षेत्रीय विधायक श्रीराम चौहान सहित स्थानीय भाजपा पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं ने उन्हें पुष्प गुच्छ और फूल माला पहनाकर सम्मानित किया। उत्साहित कार्यकर्ताओं के साथ स्थानीय लोगों ने नारे लगाते हुए राज्यमंत्री का भव्य स्वागत किया।

*आपदा प्रबंधन पर जागरूकता व प्रशिक्षण को रोजगार से भी जोड़ा जाएगा*

गोरखपुर, 20 मई। आपदा प्रबंधन पर जागरूकता और प्रशिक्षण के लिए गोरखपुर के विभिन्न विद्यालयों में श्रृंखलाबद्ध अभियान चलाने वाली संस्था अक्षया फाउंडेशन ने अपने दायित्व फलक का और विस्तार किया है। इस फाउंडेशन ने सोमवार को कानपुर के एक्सिस इंस्टिट्यूट ऑफ हायर एजुकेशन (एआईएचई) के साथ समझौता करार (एमओयू) किया है। इस एमओयू के जरिये आपदा प्रबंधन पर जागरूकता व प्रशिक्षण को रोजगार से भी जोड़ा जाएगा।

एमओयू पर हस्ताक्षर एक्सिस इंस्टिट्यूट ऑफ हायर एजुकेशन कानपुर के चेयरमैन राज कुशवाहा, निदेशक आशीष मलिक और अक्षया फाउंडेशन के प्रबंधक नीरज पांडेय ने किए। एमओयू के बाद दोनों संस्थाओं के एक साझा बयान में बताया गया कि इस समझौते का मुख्य उद्देश्य प्रदेश के ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में आपदा प्रबंधन को लेकर जागरूकता बढ़ाना, छात्रों को व्यावसायिक रूप से प्रशिक्षित करना, और उन्हें आपदा प्रबंधन के क्षेत्र में रोजगार के अवसर उपलब्ध कराना है। यह साझेदारी केवल एक्सिस कॉलेज तक सीमित नहीं है, बल्कि सम्पूर्ण प्रदेश में लागू किया जाएगा की जिससे हजारों युवा लाभान्वित होंगे। इस एमओयू के माध्यम से एआईएचई और अक्षया फाउंडेशन द्वारा बाढ़, भूकंप, अग्निकांड, महामारी, और अन्य प्राकृतिक व मानवनिर्मित आपदाओं के दौरान नागरिकों की सुरक्षा और प्रतिक्रिया हेतु युवाओं को तैयार किया जाएगा। इस एमओयू का लक्ष्य है कि हर नागरिक आपदा के समय सक्षम और सजग हो।

एआईएचई के चेयरमैन राज कुशवाहा, निदेशक आशीष मलिक और अक्षया फाउंडेशन के प्रबंधक नीरज पांडेय ने कहा कि जल्द ही साझा प्रयास से राज्यभर के कॉलेजों और स्कूलों में आपदा प्रबंधन पर कार्यशालाओं, सेमिनार, फील्ड ट्रेनिंग, मॉक ड्रिल्स के आयोजन होंगे और आपदा से निपटने के लिए स्वयंसेवकों और डिजास्टर रिस्पॉन्स टीम का गठन किया जाएगा। प्रशिक्षित विद्यार्थियों को सरकारी और गैर सरकारी आपदा राहत एजेंसियों, एनजीओ, हेल्थकेयर और इमरजेंसी मैनेजमेंट फील्ड में रोजगार के अवसर उपलब्ध होंगे। एक्सिस इंस्टिट्यूट ऑफ हायर एजुकेशन, कानपुर के साथ अक्षया फाउंडेशन, गोरखपुर के बीच एमओयू होने पर अक्षया फाउंडेशन के अध्यक्ष दुर्गेश बजाज, उपाध्यक्ष मानवेन्द्रनाथ तिवारी , संयोजक पवन पाण्डेय, सलाहकार रीतेश मिश्र, विनय गौतम, हरीश चन्द्र, अंजलि सिंह, ज्योतिषाचार्य शशांक पाण्डेय, व्यापारी रितेश जायसवाल आदि ने हर्ष व्यक्त किया है।