*फुटपाथ पर दुकानदारों का कब्जा राहगीरों को पैदल चलना हुआ मुश्किल*
प्रयागराज :–शंकरगढ़ थाना क्षेत्र के अंतर्गत बिजली, पानी, सफाई के साथ ही चौड़ी सड़कें और पैदल चलने वालों के लिए फुटपाथ जरूरी होता है लेकिन शंकरगढ़ की सड़कों पर से फुटपाथ गायब हो गया है। शिवराजपुर से रामभवन चौराहा तक, नारीबारी स्टैंड से रानीगंज चौराहा तक, शंकरगढ़ थाना क्षेत्र से नारीबारी चौंकी से एक किलोमीटर पहले से चाकघाट तक, सदर बाज़ार शंकरगढ़ से स्टेशन तक, शंकरगढ़ फाटक से पटहट बस स्टैंड तक ,समेत सभी सड़को के किनारे से फुटपाथ गायब हो गया है। जिससे पैदल चलने वालों को हमेशा डर बना रहता है। फुटपाथ नहीं होने के कारण पैदल चल रहे लोगो को चार पहिया वाहन चालकों ने बहुत बार ठोकरे मार कर घायल भी किया है।
जबकि बाइक व पैदल चल रहे लोगो के बीच तो पूरे दिन तू तू मैं मैं होती रहती है।सड़क पर चलने के लिए कभी कभी तो गाड़ी चालक व पैदल चल रहे लोगो के बीच जमकर मारपीट भी हो जाती है। मामला इतना गम्भीर हो जाता है कि स्थानीय थाना को आकर समझाना पड़ता है। नगर पंचायत शंकरगढ़ में तो हाल ही में सड़को पर पैदल चलने वालों के लिए फुटपाथ बनाए गए। तंग स्थानों पर लाइन खींचकर उनका रास्ता बनाया गया, लेकिन उन्हें लाभ नहीं मिला। धीरे-धीरे फुटपाथ का वजूद खत्म होने लगा और राहगीर सड़क पर आ गए। फुटपाथों पर मैकेनिक की दुकान, खाने के ठेले और फल, ठेले वालों का कब्जा हो गया है। शंकरगढ़ में खोते जा रहे फुटपाथ बड़ा मुद्दा बन गया है। लोग सड़क के बीचों बीच चलने को मजबूर हैं।शिवराजपुर मोड़ से रानीगंज तक खो गए फुटपाथ नगर पंचायत ने पैदल लोगों के लिए सड़क के दोनों किनारे पर फुटपाथ बनाए थे।आलम यह है कि अब फुटपाथ सिर्फ दिखाई देता है। तमाम दुकानों और फल विक्रेताओं ने फुटपाथ को जकड़ लिया है। ऐसे में पैदल निकलने वाले लोगों को खासी दिक्कत होती है। दुकानें के शेड फुटपाथ पर निकले हुए हैं। राजकीय बालिका इंटर कॉलेज तथा राजा कमलाकर इंटर कॉलेज के आने वाले छात्र व छात्राओं को मुख्य सड़क पर चलना पड़ता है।
रामभवन चौराहे से कॉलेज और रोडवेज शिवराजपुर बस स्टैंड का मार्ग होने के कारण यहां भीड़ अधिक रहती है। रोडवेज की बसें, ऑटो आदि वाहन चौराहे पर जाम का सबब भी बनती हैं।रामभवन चौराहे पर पैदल चलनेवालों को दिक्कत तथा रेलवे जंक्शन,समेत अन्य महत्वपूर्ण स्थानों को जाने वाला मार्ग दिन भर दौड़ते वाहन लाखों लोगों की आवाजाही है।लेकिन पैदल चलने वालों की चिंता किसी को नहीं है। यहां फुटपाथ तो है, लेकिन अतिक्रमण की चपेट में है। बड़ी दुकानों ने भी अपने काउंटर सड़क पर फैला लिए हैं। गारमेंट्स के ढेर, जूते-चप्पल, ठेले, रिक्शे फुटपाथ की शोभा बढ़ा रहे हैं। फुटपाथ पर कब्जे के कारण पैदल आने वाले मरीजों को अधिक दिक्कत होती है। एंबुलेंस भी फंसती है। इससे मरीजों की जान बचाना भी मुश्किल पड़ जाता है।
May 16 2025, 18:24