प्रचंड गर्मी से सर्दी-खांसी के साथ तेज बुखार का बढ़ा प्रकोप, अस्पतालों में अचानक बढ़ी मरीजों की संख्या

डेस्क : पिछले दो दिनों से जारी भीषण गर्मी से अस्पतालों में मरीजों की संख्या अचानक बढ़ गई है। यह गर्मी बच्चों से लेकर बुजुर्गों को बीमार बना रही है। बच्चों में एक ओर उल्टी-दस्त, तेज बुखार, सर्दी-खांसी का प्रकोप बढ़ा है, तो बड़े में बुखार, सिर दर्द, थकान, कमजोरी, सांस लेने में परेशानी और बेचैनी की समस्या बढ़ी है।
गर्मी में खुजली, दाद, दिनाय आदि चर्म रोग के भी मामले मिले हैं। कुछ मोहल्लों और इसके आसपास के इलाके में चिकन पॉक्स का भी मामला सामने आया है। एक सप्ताह में अस्पतालों के ओपीडी में गर्मी के कारण मरीजों की संख्या में भी 15 % तक बढ़ोतरी हुई है। बुधवार को पीएमसीएच, आईजीआईएमएस, न्यू गार्डिनर रोड अस्पताल, गुरु गोविंद सिंह अस्पताल और एनएमसीएच में की गई पड़ताल व मरीजों से बात में ये बातें सामने आई है।
मेडिसिन विभाग ओपीडी में बुखार और तेज सिर दर्द से पीड़ित होकर इलाज कराने आए कदमकुआं के दवा व्यवसायी ने बताया कि दो दिन पहले जीएम रोड में जाम के कारण लगभग 10-12 मिनट बाइक रुक गई थी। शाम को सिर दर्द शुरू हुआ और उसके बाद पेट दर्द और उल्टी हुई। उसके बाद बुखार और तेज दर्द होने लगा है। कतार में लगे एक व्यक्ति ने बताया की चक्कर और कमजोरी से पीड़ित हैं। बताया कि इतनी सुस्ती हो गई है कि उठने की भी हिम्मत नहीं हो रही है। टाटा वार्ड में मुन्ना गिरी भी पांच वर्षीय बच्चे को गंभीर हालत में मोतिहारी से लेकर आए हैं। बच्चा भर्ती है। स्कूल से आते समय धूप लग गयी। ओपीडी में बैठे डॉ. राजन ने बताया कि गर्मी के कारण हीट एक्जर्सन के पीड़ित ज्यादा आ रहे।
प्रचंड भरी गर्मी के बीच मौसमी बीमारी का प्रकोप शहर के अस्पतालों में बढ़ चुका है। आयकर गोलंबर स्थित गार्डिनर रोड अस्पताल में खाज-खुजली के दस फीसदी मरीज बढ़ गए हैं। यहां रोजाना सामान्य तौर पर 600 मरीज आते हैं। गर्मी के कारण मरीजों की संख्या बढ़कर 650 हो गई है। मौसमी बीमारी वाले मरीज 50 से 60 मरीज आने लगे हैं। इसके शिकार ज्यादातर बच्चे और बुजुर्ग हो रहे हैं। गार्डिनर अस्पताल में जांच से लेकर दवा की सुविधाएं उपलब्ध है।
आईजीआईएमएस के मेडिसिन ओपीडी में भी गर्मी पीड़ितों की संख्या ज्यादा दिखी। बड़ी संख्या में लोग सर दर्द बुखार, थकान, चक्कर आने की शिकायत लेकर नए मरीज कतार में लगे रहे। एक बजे तक नए मरीजों को ही देखा जा रहा था। इससे पुराने मरीजों में नाराजगी भी दिखी।
May 16 2025, 10:57